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पुस्तक पर निबंध (Book Essay in Hindi)

पुस्तक हमारे जीवन में बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और हमारे सच्चे मार्गदर्शक कहलाते हैं। हम ताउम्र उनसे सीखते हैं और विरासत के रूप में उन्हें सहेज के भी रखते हैं। पुस्तकों के आ जाने के बाद ज्ञान के आदान-प्रादान में क्रांति सी आ गयी, जो की मानव विकास के लिये बहुत ही निर्णायक साबित हुई।

पुस्तक पर छोटे-बडे निबंध (Short and Long Essay on Book in Hindi, Pustak par Nibandh Hindi mein)

पुस्तक पर निबंध – 1 (300 शब्द).

पुस्तक हमारी जानने की उत्सुकता को पूरा करते है। पुस्तक हमारे सच्चे दोस्त होते हैं जिनके रहते जीवन को एक सही दिशा मिलती है। पुस्तक हमे वर्णमाला से लेक कर जीवन के कठिन सवालों तक के जवाब बड़े आसानी से दे देते हैं।

पुस्तक के प्रयोग

नई जानकारियां प्राप्त करना हमारी आधारभूत जरूरत है, जिसे पुस्तक के द्वारा पूरा किया जाता है। पुस्तकों की उपयोगिता हमारे जीवन में बहुत अधिक है, वे हर क्षेत्र में मार्गदर्शन करती हैं और बदले में हमसे कुछ लेती भी नहीं है। पहले के ज़माने में पुस्तक नहीं हुआ करते थे और गुरूजी बच्चों को सब कंठस्थ कराया करते थे। पुस्तकें ज्ञान का भंडार होते हैं और इनका साथ आपके जीवन में कई परिवर्तन ला सकता है। बच्चों के लिये उनसे संबंधित, बड़ो के लिये उनसे संबंधित। एक पुस्तक कभी आपको धोखा नहीं देता और सदैव आपके ज्ञान को बढाता ही है।

पुस्तक के महत्व

आप इसमें रोचक कहानियां, देश दुनिया में होने वाली गतिविधियाँ, कुछ नया सीखने का तरीका, आदि आसानी से सीख सकते हैं। पुस्तक पढ़ना एक अच्छी आदत है और हम सबको इन्हें अवश्य पढ़ना चाहिए। हमारे इतिहास में कई महापुरुष रहे हैं और उनके वक्तव्य और ज्ञान भरी बातों को हम आसानी से पुस्तकों में पढ़ सकते हैं। जैसे की गांधीजी, जो भले आज हमारे बीच नहीं हैं लेकिन उनकी विचार धारा अभी भी जिन्दा है।

पुस्तकों के आविष्कार के कारण ही हम अपने इतिहास को जान पाए। हम सभी को पुस्तक पढ़ने की आदत डालनी चाहिए और अपने ज्ञान को सभी के साथ साझा करना चाहिए।

इसे यूट्यूब पर देखें : Essay on Book in Hindi

निबंध – 2 (400 शब्द)

देखा जाये जो पुस्तकों की मौजूदगी का सबूत हमारे वेद और पुराण देते हैं, लेकिन इनका सही मायनों में विकास कई वर्षों बाद हुआ। पुस्तकों का उपयोग हम ज्ञान के संग्रहण के लिये करते हैं। पहले के ज़माने में लोग मौखिक रूप से शिक्षा लिया करते थे। गुरु अपने गुरुओं से जो ज्ञान प्राप्त करते थे वही अपने शिष्यों को भी दिया करते थे। परंतु यह तो निश्चित ही था की, इस प्रकार कुछ न कुछ ज्ञान छूट ही जाया करता होगा। फिर कागज की खोज के बाद, लोग अपनी कक्षा में सीखी गयी बातों को लिख लिया करते थे। और शायद यही वजह है की आगे चल कर हमे अपने इतिहास संबंधित जानकारी आसानी से प्राप्त हो पाई।

पुस्तक का इतिहास

एक बार पन्नों का आविष्कार हो जाने के बाद, लोगों ने लिखना शुरू कर दिया और पहले पुस्तक हस्तलिखित ही हुआ करते थे। सन् 1440 में फ़्रांस में प्रिंटिंग प्रेस की शुरुआत हुई और धीरे-धीरे पूरे विश्व में इसका प्रचलन हो गया। इसके बाद पुस्तकों का मुद्रित माध्यम समाज में उपलब्ध होने लगा। 1455 में पहला पुस्तक छपी जो की बाइबिल थी।

पुस्तकों का उपयोग

पुस्तक बच्चों से लेकर बड़ो तक सब के लिये महत्त्वपूर्ण होते हैं। बच्चे अपनी प्रारंभिक शिक्षा पुस्तकों के माध्यम से लेते हैं, तो वही बुजुर्ग उसे अपने मनोरंजन के साधन के रूप में या धार्मिक कार्यों की पूर्ती हेतु करते हैं। अर्थात वे हर क्षेत्र और उम्र में जरुरी होते हैं।

आज कल पुस्तक कई प्रकार के मिलने लगे हैं, जैसे की ऑनलाइन और ऑफ़लाइन। वे पुस्तक जिन्हें आप अपने इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों पर पढ़ सकते हैं, वे ऑनलाइन वाले होते हैं। ये बहुत ही बेहतरीन होते हैं और इनको आप आराम से अपने फोन या लैपटॉप में पढ़ सकते हैं। इनके कही भी ले जाना बड़ा आसान होता है और फटने और कीड़े लगने से सुरक्षित भी रखा जा सकता है।

दुसरे होते है मुद्रीत यानी ऑफलाइन, ऐसे पुस्तक जो हम अपने स्कूलों और घरों में अक्सर देखते हैं। जो कागज के बने होते हैं। इनके भी अपने फायदे हैं जैसे की कभी कोई निशान लगाना हुआ तो लोग पढ़ते-पढ़ते इनपर निशान भी लगा लेते हैं और कुछ लिख भी सकते हैं। कई लोग इसे पढ़ना पसंद करते हैं तो कुछ ऑनलाइन पुस्तकों को।

जमाना चाहे जो भी हो, पुस्तकें सदैव जरुरी रहे हैं और रहेंगे। सदैव पढ़ने की आदत डाले क्यों की यह एक बहुत अच्छी आदत है और हमे इसे अवश्य अपनाना चाहिए। इससे आप कभी निराश नहीं होंगे और यह आपको सदैव कुछ नया ही सिखाती है। तो पढ़ते रहें और लोगों को पढ़ने के लिये प्रेरित करते रहें।

निबंध – 3 (500 शब्द)

पुस्तक ज्ञान का सागर होता है और इसे पढ़ने के बाद आपको कभी हीरा तो कभी मोती जैसे जवाहरात प्राप्त होते हैं। कई बार ये हमारे विषय होते हैं जैसे की विज्ञान, गणित, उपन्यास, साहित्य, आदि। ये आपके अवश्यकता के अनुसार आप कोई भी विषय चुन सकते हैं। जरुरी नहीं की ये आपके पाठ्य क्रम से संबंधित हों, कई बार लोग अपने ज्ञान को बढ़ाने हेतु विभिन्न पुस्तकें पढ़ते हैं।

पुस्तकों का महत्त्व और विकास

पुस्तक ज्ञान के साधन के साथ-साथ मनोरंजन का भी माध्यम होते हैं। कुछ पुस्तकें आपको हँसा सकती हैं, तो वहीँ कुछ अपनी रोचक कहानियों के साथ आपको रुला भी सकती हैं। जैसे की दुनिया में अलग-अलग क्षेत्र होते हैं वैसे ही पुस्तकें भी होती हैं। जैसे की डॉक्टरों के लिये अलग किताबें होती हैं और इंजीनियरिंग के लिये अलग।

आप चाहे जिस क्षेत्र में भी जाएँ वे पुस्तकें ही हैं जो आपके सच्चे साथी के रूप में हर जगह काम आयंगे। आज हम अपने इतिहास को पुस्तकों की वजह से ही जानते हैं। हम विकास कैसे करते हैं? इन पुस्तकों के माध्यम से, क्यों की जब हमे पता होगा की ‘अ’ और ‘ब’ को मिलाने से ‘अब’ बनता है तभी न हम आगे के वाक्य पर ध्यान देंगे। नहीं तो हर नए युग के साथ नयी भाषा की ही खोज करते रह जाते।

पुराने काल में लोग मौखिक ज्ञान लिया करते थे और सबसे पहले पत्तों पर लिखा गया जो धीरे-धीरे कागज में परिवर्तित हो गया। और उसी का परिवर्तित रूप का उपयोग आज हम पन्नों के रूप में लिखने एवं पढ़ने दोनों के लिये करते हैं। जो की पहले हस्तलिखित रूप में उपलब्ध थे, और धीरे-धीरे प्रिंटिंग प्रेस के आविष्कार के बाद पुस्तकों का मुद्रण किया जाने लगा।

पुस्तक आपके सच्चे साथी

पुस्तक आपका साथ कभी नहीं छोड़ते, कई बार आपने स्वयं को अकेला पाया होगा और कभी-कभी ऐसे स्थिति में हमारे परम मित्र भी साथ नहीं होते, लेकिन पुस्तक सदैव आपके साथ होते हैं। उनके रहते न तो आपको अकेलापन महसूस होता है और न तो वे कभी आपको धोका देते हैं। कभी वे अपने मजेदार कहानियों के माध्यम से आपको गुदगुदाते हैं तो कभी कथानायक की पीड़ा आपके आँखों में आसूं ला देती है। एक बार अगर आपने पुस्तकों को अपने साथी के रूप में चुन लिया तो उसके बाद न तो कभी आपको अकेलापन सताता है और न ही किसी के समय अनुसार आपको समायोजित करना पड़ता है।

इस प्रकार हम यह कह सकते हैं की पुस्तक आपके अच्छे साथी होते हैं, उनका विकास समय के अनुसार होता चला गया और दिन प्रति दिन नए-नए विकास होते चले जा रहे हैं जैसे की अब आप ऑनलाइन भी पुस्तक पढ़ सकते हैं, चाहे वो बच्चों का पञ्चतंत्र की कहानियां हो या अरस्तु का नाट्य शास्त्र। सब कुछ ऑनलाइन मिल जाते हैं और आप आराम से पढ़ सकते हैं। इनकी खासियत यह होती है की ये खराब नहीं होते और इन्हें आसानी से अपने फ़ोन में भी सुरक्षित रखा जा सकता है। इन्हें आप अपने साथ कही भी ले जा सकते हैं और इनका आनंद उठा सकते हैं।

Essay on Book in Hindi

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मेरी पसंदीदा पुस्तक पर निबंध 10 lines (My Favourite Book Essay in hindi) 100, 150, 200, 250, 300, 500, शब्दों मे

book ka essay in hindi

My Favourite Book Essay in Hindi – किताबें मानवता के सबसे महत्वपूर्ण आविष्कारों में से एक हैं। वे हमारे सबसे अच्छे दोस्त हैं और उनकी जगह कोई और नहीं ले सकता। किताबें हमें ज्ञान, खुशी और हमारे आसपास की दुनिया में गहरी अंतर्दृष्टि देती हैं। वे हमारे प्रेरणा और प्रेरणा के स्रोत हैं।

मार्क ट्वेन ने ठीक ही कहा था, “अच्छे दोस्त, अच्छी किताबें और एक नींद में डूबा विवेक: यही आदर्श जीवन है।” एक पूर्ण और संतोषजनक जीवन सुनिश्चित करने के लिए पुस्तकों को अवश्य पढ़ें। किसी व्यक्ति के लिए किताबें पढ़ना उतना ही जरूरी है जितना कि दोस्त बनाना और मेलजोल बढ़ाना। जब किताबों की बात आती है तो लोगों के अलग-अलग स्वाद होते हैं। जबकि कुछ को अपराध शैली पसंद हो सकती है, दूसरों को रोमांस पसंद हो सकता है, जबकि अन्य विज्ञान कथाओं पर अड़े हो सकते हैं। जब किताबों की बात आती है तो लोग व्यक्तिगत पसंदीदा होते हैं।

किताबें सबसे अच्छी दोस्त, साथी और शिक्षक होती हैं। वे हमारे जीवन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। वे हमें एक आंतरिक दृष्टि और एक गहरी अंतर्दृष्टि प्रदान करते हैं। वे हमारे अनुभव को समृद्ध करते हैं और हमारी बुद्धि को तेज करते हैं। वे हमें दूसरे लोगों के कंधों पर खड़े होने और दुनिया को एक उच्च दृष्टिकोण से देखने का अवसर देते हैं।

मेरी पसंदीदा पुस्तक पर निबंध 10 पंक्तियाँ (My Favourite Book Essay 10 Lines in Hindi)100 – 150 Words

  • 1) किताबें ज्ञान का कभी न खत्म होने वाला स्रोत हैं।
  • 2) मुझे भक्ति पुस्तकें पढ़ना अच्छा लगता है।
  • 3) मेरी पसंदीदा पुस्तक जो मुझे प्रेरित करती है वह है “रामचरितमानस”।
  • 4) इस ग्रंथ में भगवान राम के चरित्रों की विस्तार से चर्चा की गई है।
  • 5) मेरी दादी हमेशा मुझे भगवान राम की कहानी सुनाती हैं जो मुझे इस किताब को पढ़ने के लिए प्रेरित करती हैं।
  • 6) यह पुस्तक हमें बहुत सी अच्छी बातें सिखाती है।
  • 7) इस पुस्तक में वर्णित सुख और दुख के क्षण मेरे रोंगटे खड़े कर देते हैं।
  • 8) यह पुस्तक मुझे भगवान राम के पदचिन्हों पर चलने की प्रेरणा देती है।
  • 9) यह पुस्तक हर हिंदू के दिल में बहुत महत्व रखती है।
  • 10) रामचरितमानस पढ़ने से मुझे हर बार सकारात्मक ऊर्जा मिलती है।

इनके बारे मे भी जाने

  • Technology Essay
  • Unsung Heroes Of Freedom Struggle Essay
  • Water Conservation Essay
  • Beti Bachao Beti Padhao Essay
  • Dowry System Essay

मेरी पसंदीदा पुस्तक पर निबंध 200 शब्दों मे (Essay on My Favourite Book 200 words in Hindi)

‘मेरी पसंदीदा किताब – भ्रम का महल’

मैंने कई किताबें पढ़ी हैं। हालांकि, किसी ने भ्रम के महल के रूप में मेरी रुचि को आकर्षित नहीं किया है। चित्रा बनर्जी दिवाकरुनी किताब लिखती हैं। 1956 में जन्मी चित्रा एक प्रसिद्ध भारतीय अमेरिकी लेखिका और कवि हैं। कलकत्ता विश्वविद्यालय और राइट स्टेट यूनिवर्सिटी, संयुक्त राज्य अमेरिका की पूर्व छात्रा चित्रा ने पीएच.डी. कैलिफोर्निया से अंग्रेजी में।

उनकी पुस्तक, द पैलेस ऑफ इल्यूशन्स, महाभारत की महाकाव्य कहानी से पांचाली की कहानी बताती है। चित्रा ने अपनी कथावाचक पांचाली के माध्यम से इस महाकाव्य गाथा की नारीवादी व्याख्या की है। उपन्यास पांचाली के जीवन पर केंद्रित है। इसमें उनके जीवन के उन पहलुओं को शामिल किया गया है जो महाभारत के अन्य रूपांतरणों में छूट गए थे। यह पंचाली के जन्म के समय से उसके जीवन का विस्तृत विवरण देती है। उनका जन्म किसी चमत्कार से कम नहीं था। वह जादुई रूप से आग में पैदा हुई थी।

पांचाली एक धनी राजा की बेटी थी। उसने पांचों पांडवों से विवाह किया। उसकी शादी के बाद उपन्यास में उसकी कठिनाइयों को विस्तार से लिखा गया है। निर्वासन में रहने की चुनौतियाँ, अपने पति और सास के साथ उसका रिश्ता, और भगवान कृष्ण के साथ उसके समीकरण सभी को उपन्यास में शामिल किया गया है।

पांचाली एक करिश्माई और साहसी चरित्र है। मुझे उसके बारे में पढ़ना अच्छा लगा। चित्रा ने चरित्र को चित्रित किया है और घटनाओं को भी बहुत अच्छी तरह से चित्रित किया है।

मेरी पसंदीदा पुस्तक पर निबंध 250 शब्दों मे (Essay on My Favourite Book 250 words in Hindi)

किताबें हमारी सबसे अच्छी दोस्त होने के नाते हमें पूरी दुनिया के बारे में ज्ञान प्रदान करती हैं। मैंने कई किताबें पढ़ी हैं। उनमें से कुछ मेरे पाठ्यक्रम की पुस्तकें हैं और कुछ कहानी की पुस्तकें हैं जो मेरे माता-पिता ने मेरे लिए खरीदी हैं।

मेरी पसंदीदा पुस्तक

मेरी पसंदीदा किताब पंचतंत्र है। इसे विष्णु शर्मा ने लिखा है। पुस्तक में अनेक कहानियों का संग्रह है। लेखक ने पशुओं के क्रियाकलापों द्वारा जीवन का नैतिक ज्ञान देने का प्रयास किया है। मुझे कहानियों की किताबें पढ़ने का बहुत शौक है और इस किताब ने मुझे अलग-अलग तरह की कहानियाँ उपलब्ध कराईं।

सारस और केकड़े की कहानी केकड़े के मन और बुद्धि की उपस्थिति को दर्शाती है। जब वह बूढ़ा हो गया तो सारस अपने भोजन की तलाश नहीं कर सका और इसलिए उसने एक योजना बनाई। वह तालाब के पास उदास और उदास खड़ा था और जब मछली और केकड़े ने उसकी उदासी का कारण पूछा, तो उसने एक झूठी कहानी बना दी कि तालाब में लोग फसल उगाने के लिए आबाद होंगे। उसकी कहानी से सभी मछलियाँ, मेंढक और केकड़े कायल हो गए। बाद में जब सारस द्वारा केकड़े को मारकर खाने की बात आई तो स्थिति उलट गई। केकड़े ने अपनी बुद्धि का उपयोग किया और सारस के असली मकसद का अनुमान लगा लिया। वह सारस को मारकर फरार हो गया।

पुस्तक में बंदर और मगरमच्छ, हाथी और चूहे, वफादार नेवले आदि जैसी कई कहानियाँ हैं। पुस्तक में कई कहानियाँ हैं और वे दोस्ती, साहस, बुद्धिमत्ता, मन की उपस्थिति और एकता जैसे गुणों पर ध्यान केंद्रित करती हैं।

पंचतंत्र मेरी पसंदीदा कहानियों की किताबों में से एक है। इस किताब को पहली बार पढ़कर मुझे बहुत खुशी हुई। कहानियाँ आकर्षक होने के साथ-साथ हमें जीवन की कुछ नैतिकताएँ भी सिखाती हैं।

मेरी पसंदीदा पुस्तक पर निबंध 300 शब्दों मे (Essay on My Favourite Book 300 words in Hindi)

‘मेरी पसंदीदा किताब – 2 स्टेट्स बाय चेतन भगत’.

My Favourite Book Essay in Hindi – मुझे रोमांस उपन्यास पढ़ना बहुत पसंद है और मैंने अब तक जो सबसे अच्छा पढ़ा है, वह चेतन भगत द्वारा लिखित 2 स्टेट्स है। मुझे इस उपन्यास के केंद्रीय पात्र पसंद हैं और उनके बीच प्यार कैसे विकसित होता है। उपन्यास को आंशिक रूप से आत्मकथात्मक कहा जाता है। भगत की अपनी प्रेम कहानी ने उन्हें यह पुस्तक लिखने के लिए प्रेरित किया। इस पुस्तक को जनता ने इतना पसंद किया कि इसे एक फिल्म में भी रूपांतरित किया गया।

दो राज्यों की दिलचस्प कहानी

कहानी एक युवा पंजाबी लड़के, कृष और एक खूबसूरत दक्षिण भारतीय लड़की, अनन्या की है। दोनों आईआईएम अहमदाबाद में पढ़ते हैं। वे अच्छे दोस्त बन जाते हैं और साथ में काफी वक्त बिताते हैं। जल्द ही एक दूसरे के प्यार में पड़ जाते हैं। वे शादी करना चाहते हैं लेकिन आगे आने वाली मुश्किलों को नहीं देख सकते। समस्या तब शुरू होती है जब वे अपने माता-पिता को एक-दूसरे से मिलवाते हैं।

दोनों परिवार अलग-अलग सांस्कृतिक पृष्ठभूमि से हैं और साथ रहना मुश्किल है। कृष और अनन्या स्थिति को शांत करने और दोनों के बीच एक बंधन स्थापित करने की बहुत कोशिश करते हैं। हालाँकि, चीजें हाथ से निकल जाती हैं, और वे अलग होने का फैसला करते हैं। वे अपने संबंधित करियर पर ध्यान देना शुरू करते हैं, लेकिन यह कठिन है। उनके लिए एक-दूसरे को भूलना मुश्किल होता है। अंत में, चीजें अच्छे के लिए एक मोड़ लेती हैं, और वे फिर से मिल जाते हैं।

मुझे कृष और अनन्या के बीच गहरा बंधन पसंद है। इन किरदारों को चेतन भगत ने जीवंत किया है। वे सिर्फ एक दूसरे के लिए बने लगते हैं। कहानी के अन्य किरदार भी काफी मजबूत और मनमौजी हैं। उनमें से प्रत्येक के बारे में पढ़ना दिलचस्प है।

मुझे यह किताब बहुत पसंद है। मैंने इसे तीन बार पढ़ा है और इसे बार-बार पढ़ सकता हूं। इस कहानी के पात्र इतने वास्तविक लगते हैं कि जब भी मैं इस किताब को पढ़ता हूं तो हर बार उनके साथ रहने लगता हूं। मैंने इस पुस्तक पर आधारित फिल्म भी देखी है और इसका पूरा आनंद लिया है।

मेरी पसंदीदा पुस्तक पर निबंध 500 शब्दों मे (Essay on My Favourite Book 500 words in Hindi)

मेरी पसंदीदा पुस्तक पर निबंध: किताबें वो दोस्त होती हैं जो आपका साथ कभी नहीं छोड़तीं। मुझे यह कहावत बहुत सच लगती है क्योंकि किताबें हमेशा मेरे साथ रही हैं। मुझे किताबें पढ़ना अच्छा लगता है। उनके पास हमारे स्थानों से हिले बिना दुनिया की यात्रा करने में हमारी मदद करने की शक्ति है। इसके अलावा किताबें हमारी कल्पना शक्ति को भी बढ़ाती हैं। बड़े होकर मेरे माता-पिता और शिक्षकों ने हमेशा मुझे पढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने मुझे पढ़ने का महत्व सिखाया। इसके बाद मैंने कई किताबें पढ़ी हैं। हालांकि, एक बूम जो हमेशा मेरा पसंदीदा रहेगा वह हैरी पॉटर है। यह मेरे जीवन के सबसे पेचीदा पठन में से एक है। मैंने इस श्रृंखला की सभी पुस्तकें पढ़ी हैं, फिर भी मैं उन्हें फिर से पढ़ता हूँ क्योंकि मैं इससे कभी ऊबता नहीं हूँ।

हैरी पॉटर सीरीज

हैरी पॉटर हमारी पीढ़ी के सबसे प्रतिष्ठित लेखकों में से एक जेके राउलिंग द्वारा लिखी गई पुस्तकों की एक श्रृंखला थी। ये पुस्तकें विज़ार्डिंग दुनिया और उसके कामकाज का प्रदर्शन करती हैं। जेके राउलिंग इस दुनिया की एक तस्वीर बुनने में इतनी सफल रही हैं, कि यह वास्तविक लगती है। हालाँकि इस श्रंखला में सात पुस्तकें हैं, फिर भी मेरी एक विशेष पसंद है। श्रृंखला की मेरी पसंदीदा पुस्तक द गॉब्लेट ऑफ फायर है।

जब मैंने किताब पढ़ना शुरू किया, तो इसने तुरंत मेरा ध्यान खींचा। हालाँकि मैंने पिछले सभी भागों को पढ़ लिया था, फिर भी किसी भी किताब ने मेरा ध्यान इस तरह नहीं खींचा जैसा कि इस ने खींचा। इसने विजार्डिंग दुनिया में एक बड़ा परिप्रेक्ष्य दिया। इस पुस्तक के बारे में जो चीजें मुझे सबसे ज्यादा उत्साहित करती हैं, उनमें से एक है अन्य जादूगर स्कूलों का परिचय। ट्राई-विजार्ड टूर्नामेंट की अवधारणा हैरी पॉटर श्रृंखला में मेरे सामने आए सबसे शानदार टुकड़ों में से एक है।

इसके अलावा, इस किताब में मेरे कुछ पसंदीदा किरदार भी शामिल हैं। जिस क्षण मैंने विक्टर क्रुम की प्रविष्टि के बारे में पढ़ा, मैं चकित रह गया। राउलिंग द्वारा वर्णित उस चरित्र की आभा और व्यक्तित्व बस शानदार है। इसके अलावा, इसने मुझे श्रृंखला का एक बड़ा प्रशंसक बना दिया।

हैरी पॉटर सीरीज ने मुझे क्या सिखाया? (What Harry Potter Series Taught Me?)

भले ही किताबें जादूगरों और जादू की दुनिया के बारे में हैं, हैरी पॉटर श्रृंखला में युवाओं के सीखने के लिए बहुत कुछ है। सबसे पहले, यह हमें दोस्ती का महत्व सिखाता है। मैंने कई किताबें पढ़ी हैं लेकिन हैरी, हर्मोइन और रॉन जैसी दोस्ती कभी नहीं देखी। ये तीनों मस्किटियर पूरी किताबों में एक साथ रहे और कभी हार नहीं मानी। इसने मुझे एक अच्छे दोस्त का मूल्य सिखाया।

इसके अलावा, हैरी पॉटर की श्रृंखला ने मुझे सिखाया कि कोई भी पूर्ण नहीं है। सबके अंदर अच्छाई और बुराई होती है। हम वही हैं जो चुनते हैं कि हम क्या बनना चाहते हैं। इससे मुझे बेहतर चुनाव करने और एक बेहतर इंसान बनने में मदद मिली। हम देखते हैं कि स्नेप जैसे सबसे दोषपूर्ण चरित्रों में उनके अंदर कितनी अच्छाई थी। इसी तरह, डंबलडोर जैसे सबसे अच्छे लोगों में कुछ बुरे लक्षण कैसे थे। इसने लोगों के प्रति मेरे दृष्टिकोण को बदल दिया और मुझे अधिक विचारशील बना दिया।

आखिरकार, इन किताबों ने मुझे उम्मीद दी। उन्होंने मुझे आशा का अर्थ सिखाया और सुरंग के अंत में प्रकाश कैसे होता है। इसने मुझे सबसे हताश समय में उम्मीद पर टिके रहने की ताकत दी, ठीक वैसे ही जैसे हैरी ने अपने पूरे जीवन में किया। ये कुछ सबसे जरूरी चीजें हैं जो मैंने हैरी पॉटर से सीखी हैं।

अंत में, जबकि किताबों में कई फिल्में बनी थीं। पुस्तकों के सार और मौलिकता के सामने कुछ भी नहीं है। पुस्तकों के विवरण और समग्रता को किसी भी प्रकार के मीडिया द्वारा प्रतिस्थापित नहीं किया जा सकता है। इसलिए, आग का प्याला मेरी पसंदीदा किताब बनी हुई है।

मेरी पसंदीदा पुस्तक निबंध पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

प्र.1 ग्रंथ का मूल शब्द क्या है.

उत्तर. Book शब्द की उत्पत्ति अंग्रेजी के पुराने शब्द ‘Boc’ से हुई है।

Q.2 भारत में पहली मुद्रित पुस्तक कौन सी थी?

उत्तर. कम्पेंडियो स्पिरिचुअल दा वीड क्रिस्टा भारत में छपी पहली किताब थी।

Q.3 दुनिया की पहली किताब का नाम क्या था?

उत्तर. दुनिया की पहली किताब का नाम गुटेनबर्ग बाइबिल है जो 1455 में यूरोप में छपी थी।

Q.4 सबसे पुरानी धार्मिक पुस्तक का नाम क्या है?

उत्तर. सबसे पुराने धार्मिक ग्रंथ का नाम ‘ऋग्वेद’ है।

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पुस्तकों पर निबंध Essay On Books In Hindi

यह पोस्ट Essay On Books In Hindi पुस्तकों पर निबंध (Pustak Par Nibandh) के बारे में है।पुस्तक ज्ञान का सागर है। मनुष्य जीवन में पुस्तक अहम भूमिका का निर्वाह करती है। दुनिया की किसी भी चीज के बारे में जानकारी पुस्तकों में होती है। वर्तमान इंटरनेट युग में पुस्तकों का उपयोग कम हुआ है लेकिन महत्व अभी भी है। पुस्तक पर निबंध (Pustak Essay In Hindi) की चर्चा इस पोस्ट में करने का प्रयास है।

पुस्तक ( Book ) बचपन से हमारी मित्र होती है। स्कूल की पढाई से लेकर कॉलेज तक किताबों से हमारा मित्रता का रिश्ता होता है। क, ख, ग से लेकर अल्फा बीटा तक कि पढ़ाई हम पुस्तकों के माध्यम से करते है। पुस्तक से हमारे मन का अंधकार दूर होता है।

बच्चों को खासकर प्रेरणादायक कहानियों वाली किताबें पढ़नी चाहिए। इससे उनका चरित्र निर्माण होगा और उन्हें ईमानदारी की सीख मिलेगी। बच्चों को देशप्रेम का पाठ पुस्तक के माध्यम से देना भी श्रेस्ठ जरिया है। स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान के बारे में जानकारी पुस्तक के जरिये दी जाती है।

पुस्तक स्वाध्ययन का श्रेस्ठ जरिया है। ज्ञान पाने के दो तरीके हिन्दू शास्त्र में बताए गए है। पहला तरीका सत्संग है अर्थात गुरु के सानिध्य में रहकर सीखना और दूसरा तरीका स्वाध्ययन है अर्थात पुस्तक पढ़ना। पुस्तक हमारा संसार के भंवर चक्र में मार्गदर्शन करती है। समस्त विश्व का ज्ञान पुस्तक में है।

बच्चों को पुस्तक के जरिये ही ज्ञान देना चाहिए। इंटरनेट पर अच्छा और बुरा दोनों तरह का ज्ञान मौजूद है। बच्चा इंटरनेट पर कुछ भी देख सकता है जिससे उसे गलत सीख मिल सकती है। इसलिए बच्चों के अच्छे भविष्य के लिए किताब पढ़ना सर्वश्रेष्ठ है।

पुस्तकों पर निबंध Pustak Par Nibandh –

पुस्तक या किताब (Book) कई विषयों पर होती है। गणित, विज्ञान, भाषा, जीवनी इत्यादि विषयों पर किताबें बाजार में मिल जाती है। मनोरंजन के लिए भी पुस्तकें आती है। इनमें उपन्यास, कॉमिक्स इत्यादि किताबें मनोरंजन से भरपूर होती है। कुछ पुस्तकें साहित्यिक ज्ञान से परिपूर्ण होती है। इनमें कविताओं, गद्य, कहानियों का अद्भुत संग्रह होता है।

चाहे इंजीनियरिंग की पढ़ाई हो या डॉक्टरी की पढ़ाई हो, पुस्तक हमेशा ज्ञान के लिए उपलब्ध है। विभिन विषयों की मोटी किताबें कॉलेज की पढ़ाई में पढ़नी होती है। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने में भी किताबें सहायक होती है। धार्मिक किताबों को पढ़कर मन और आत्मा को शान्ति मिलती है। हमारे देश का संविधान भी पुस्तक के रूप में मौजूद है।

दुनिया के इतिहास का ज्ञान पुस्तक के जरिये ही हमे मिला है। पुस्तकों में लिखे ऐतिहासिक तथ्य आज भी सुरक्षित है। ऐसा भी कह सकते है की पुस्तक ज्ञान को सुरक्षित करने का बेहतरीन जरिया है। पुराने समय में मनुष्य जीवन कैसा था? किस देश में किस राजा का शासन था? प्राचीन समय में सामाजिक परिवेश कैसा था? किसी महान दार्शनिक, वैज्ञानिक के विचार और आविष्कार क्या थे? इन सारे प्रश्नों का उत्तर हमे पुस्तकों में मिलता है। पुस्तक में उस समय का ज्ञान प्राप्त होता है जिस समय या कालखंड में हम मौजूद नही है।

पुस्तक का महत्व Pustak Essay In Hindi –

किसी भी पुस्तक ( Book ) को लिखने वाला लेखक कहलाता है। पुस्तक लेखक की कल्पना, भावना और ज्ञान का दर्पण होती है। पुस्तक के माध्यम से लेखक ज्ञान रूपी प्रकाश को फैला देता है। पुस्तक को लिखने वाले लेखक भी दुनिया से चले जाते है लेकिन पुस्तक हमेशा रहती है। पुस्तक किसी भी लेखक के नाम और काम को अमर कर देती है। अरस्तू , शेक्सपियर जैसे महान दार्शनिक और साहित्यकार दुनिया को कब का छोड़ चुके है लेकिन उनका काम पुस्तकों में अभी भी जीवित है।

पुराने समय में पुस्तक हस्तलिखित होती थी क्योंकि तब प्रिटिंग की सुविधा नही थी। लेखक ज्ञान को कलम के द्वारा पन्ने पर उतारते थे। उस समय लिखने के लिए ताम्रपत्र या भोजपत्र का इस्तेमाल होता था। उस समय में पुस्तकें कम लिखी जाती थी। ज्यादातर ज्ञान का आदान प्रदान बोलकर और कंठस्थ करके होता था। आजकल तो लगभग हर विषय पर कई लेखकों की पुस्तकें उपलब्ध है। पुस्तकों में भाषा का भी बंधन नही रहा है। वर्तमान में पुस्तक हिंदी, अंग्रेजी, उर्दू विभिन्न भाषाओं में उपलब्ध हो जाती है।

किताबों का महत्व Importance Of Books Essay In Hindi –

आज इंटरनेट का जमाना है। ज्ञान को गूगल किया जाता है। किसी भी विषय के बारे में जानने के लिए इंटरनेट पर सर्च करना आम बात हो गयी है। इंटरनेट ज्ञान अर्जित करने का आसान जरिया है और इसके उपयोग से पुस्तकों का इस्तेमाल कम हुआ है। फिर भी पुस्तक का महत्व बना हुआ है। स्कूल में आज भी पढ़ाई पुस्तकों से होती है। इंटरनेट से ज्ञान तभी अर्जित किया जा सकता है जब आपके पास इंटरनेट कनेक्शन हो, स्मार्टफोन हो। अगर आपके पास पुस्तक है तो इनमे से किसी भी चीज की जरूरत नही है।

पुस्तक ( Books ) आप कही से भी खरीद सकते है। अगर आपके पास पैंसे नही है तो नजदीक के किसी पुस्तकालय में जाकर पढ़ सकते है। सरकारी स्कूल में पुस्तक मुफ्त मिलती है। पुस्तक ज्ञान अर्जित करने का एक सस्ता और अच्छा जरिया है।

पुस्तक भविष्य को ज्ञान देने के लिए लिखी जाती है। अतीत की यादों को समेटने का बेहतरीन जरिया पुस्तक है। हमें हर कालखंड का उत्तम ज्ञान पुस्तकों से मिलता है।

यह भी पढ़े –

  • विधालय पर निबंध
  • शिक्षा पर निबंध
  • पुस्तकालय पर निबंध

Note – इस पोस्ट Essay On Books In Hindi में पुस्तकों पर निबंध (Pustak Par Nibandh) कैसा लगा। पुस्तकों का महत्व पर निबंध (Importance Of Books Essay In Hindi) आपको अच्छा लगा हो तो इस आर्टिकल “Pustak Essay In Hindi” को फेसबुक और ट्विटर पर शेयर भी करे।

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मेरी प्रिय पुस्तक पर निबंध

Essay On My Favorite Book in Hindi: पुस्तक वहां ज्ञान का भंडार है, जिसके जरिए व्यक्ति महान बनता है। पुस्तक ही व्यक्ति को सही रास्ता दिखाती है। उत्तम और आदर्श पुस्तक व्यक्ति को नर्क से स्वर्ग तक ले जा सकती है।

पुस्तक की हमेशा इज्जत करनी चाहिए। पुस्तक जो व्यक्ति को मित्र और गुरु दोनों का ज्ञान और सहारा देने में सक्षम है। पुस्तक से व्यक्ति को आदर्श संस्कार मिलते हैं।

Essay On My Favorite Book in Hindi

हम यहां पर मेरी प्रिय पुस्तक पर निबंध हिंदी में शेयर कर रहे है। इस निबंध में मेरी प्रिय पुस्तक के संदर्भित सभी माहिति को आपके साथ शेयर किया गया है। यह निबंध सभी कक्षाओं के विद्यार्थियों के लिए मददगार है।

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मेरी प्रिय पुस्तक पर निबंध | Essay On My Favorite Book in Hindi

मेरी प्रिय पुस्तक पर 10 लाइन.

  • जीवन में सफलता दिलाने के लिए पुस्तक एक मार्गदर्शक काम करती है।
  • एक सही पुस्तक में मनुष्य के विचार, आचार और मानसिकता को बदलने की ताकत होती है।
  • पुस्तक एक सच्चे मित्र और गुरु दोनों की दोहरी भूमिका अदा करती है।
  • सभी पुस्तक में से मेरी सबसे पसंदीदा पुस्तक गीता है।
  • हिन्दू शास्त्रों में गीता का सर्वप्रथम स्थान है।
  • जीवन के सभी प्रश्नों और समस्या का समाधान गीता में है।
  • गीता हमें बताती है कि कर्म करना मनुष्य का अधिकार है। कर्म करो और फल की इच्छा मत रखो।
  • गीता बताती है की मनुष्य को क्रोध और मन पर नियंत्रण बनाये रखना चाहिए क्योंकि दोनों ही शांति के दुश्मन है।
  • गीता हमें विश्व बंधुत्व का संदेश भी देती है।
  • गीता ही एक ऐसी पुस्तक है, जिसका कई भाषा में अनुवाद भी किया गया है।

मेरी प्रिय पुस्तक पर निबंध 200 शब्दों में (Meri Priya Pustak Par Nibandh)

पुस्तक ज्ञान का भंडार होता है। एक सही पुस्तक में मनुष्य के विचार, आचार और मानसिकता को बदलने की ताकत होती है। पुस्तक से बढ़कर दुनिया में कोई भी सच्चा मित्र नहीं है। मैंने मेरे जीवन में 100 से भी ज्यादा पुस्तकें लगभग सभी विषयों पर पढ़ी है, जिस में से मेरी प्रिय पुस्तक है गांधीजी की आत्मकथा ‘सत्य के प्रयोग’।

सत्य के प्रयोग गांधीजी की आत्मकथा है। यह पुस्तक गाँधीजी के जीवन का दर्पण है। इसमें बताया गया है कि किस तरह एक साधरण लड़का एक असाधारण सी जिंदगी जीता है। इस पुस्तक को लिखने में गांधीजी ने बड़ी ईमानदारी बताई है। उन्होंने  मांस खाना, छुपकर धूम्रपान करना, पैसों की चोरी करना, आत्महत्या की कोशिश और पत्नी के प्रति कठोर व्यवहार आदि प्रसंगों को प्रेरक प्रसंग के रूप में प्रस्तुत किया है।

दक्षिण अफ्रीका से लेकर भारतीय स्वतंत्रता-संग्राम के सभी प्रसंगों का इतनी सहजता से वर्णन किया है। ऐसा लगा रहा है सभी घटनाएं आंखों के सामने हो। इसके अलावा गांधीजी ने सत्य और अहिंसा, धर्म, भाषा, जाति आदि अनेक विषयों पर अपने विचार सहज ढंग से व्यक्त किए हैं।

वाक्यों को इतना सरल लिखा है कि उसमें प्रेम और भाव दोनों नजर आते है। इस पुस्तक ने मुझे काफी प्रभावित किया है। मेरी जीवन जीने की सोच को बदल दिया है और मुझे सत्य की राह दिखाई है।

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मेरी प्रिय पुस्तक पर निबंध 500 शब्दों में (My Favourite Book Essay in Hindi)

पुस्तक जो ज्ञान का महासागर है और यहीं से व्यक्ति सब कुछ सीखता है। बच्चा जब छोटा होता है तब से लेकर बुढ़ापे तक पुस्तक ही एक सहारे के रूप में लकड़ी बनकर खड़ी रहती है। पुस्तक के जरिए ही हर व्यक्ति विद्वान होता है और हर जगह पुस्तक अपना सहयोग और मुख्य भूमिका निभाती है।

मेरी पसंदीदा पुस्तक राम चरित्र मानस है। रामचरित्र मानस पुस्तक सिर्फ एक कहानी मात्र नहीं है। इस पुस्तक से यदि ज्ञान अर्जित किया जाए तो राम चरित्र मानस जो ज्ञान का भंडार है। यहां से सीखने वाला सब कुछ सीख सकता है।

रामचरित्र मानस के बारे में

राम चरित्र मानस पुस्तक अयोध्या के राजा भगवान श्रीराम पर लिखित एक महान पुस्तक है। इस पुस्तक के जरिए सुख और दुख रहते हुए व्यक्ति को किस प्रकार जीना चाहिए, इसका विस्तृत ज्ञान इस पुस्तक के जरिए व्यक्ति सीख सकता है।

राम चरित्र मानस पुस्तक में भगवान श्रीराम पर जो घटनाएं घटी उनका विस्तृत वर्णन है। इस प्रकार से भगवान श्री राम और हनुमान जी वनवास में मिले। उसके पश्चात भगवान श्री राम की पत्नी माता सीता को रावण हरण करके श्री लंका ले गया। उसके बाद भटकते भटकते भगवान श्री राम और हनुमान जी लंका पहुंचे।

लंका जाने के बाद रावण को समझाने का प्रयास किया। लेकिन रावण नहीं माना तो आखिरकार भगवान श्रीराम ने युद्ध करके लंका को जीता और माता सीता के साथ पुनः आयोजकों ने इस दौरान कई रक्षकों और असुरों का नाश हुआ। अयोध्या लौटने के पश्चात भगवान श्रीराम ने अयोध्या में पुनः कई सालों तक अपना राज किया।

रामचरित्र मानस पुस्तक की खास बात

रामचरित्र मानस में लिखी गई बातें जो व्यक्ति को विद्वान बनाती है। इस किताब के जरिए व्यक्ति को सुख और दुख में कैसे जीना है और हर परिस्थिति में भाई-बहन माता-पिता पत्नी और प्रिय जनों के साथ किस प्रकार का बर्ताव करना है। इसके बारे में जानकारी है।

व्यक्ति राम चरित्र मानस जैसी किताब पढ़कर इस बातों को सीख सकता है। मैंने भी अपने जीवन में राम चरित्र मानस किताब से अपने अहंकार और गुस्से को कैसे काबू रखना है और कैसे आगे बढ़ना है इसकी शिक्षा ग्रहण की है।

किताब मनुष्य का एक अद्भुत सहारा है। पुस्तक मनुष्य को हर परिस्थिति से उबारने और आगे बढ़ाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

मेरी प्रिय पुस्तक पर निबंध हिंदी में 600 शब्दों में (Meri Priya Pustak Essay in Hindi)

हमारे जीवन में पुस्तक का एक महत्वपूर्ण स्थान होता है। जीवन में सफलता दिलाने के लिए पुस्तक एक मार्गदर्शक काम करती है। पुस्तक ज्ञान की पूंजी होती है। पुस्तक एक सच्चे मित्र और गुरु दोनों की दोहरी भूमिका अदा करती है। एक अच्छी किताब सौ दोस्तों के बराबर होती हैं, जो विपरीत परिस्थितियों में भी इंसान का साथ नहीं छोड़ती।

एकांत में पुस्तक जैसा कोई साथी नहीं है। हमारे जीवन के लिए पुस्तकें प्रेरणादायक होती है। बचपन से ही मुझे किताबें पढ़ने का बहुत शौख रहा है। मैंने अब तक लगभग घार्मिक, सांस्कृतिक, हॉरर, पौराणिक, नवलकथा, रोमेंटिक लगभग सभी विषयों पर पुस्तकें पढ़ी है।

मेरी प्रिय पुस्तक- गीता

सभी पुस्तक में से मेरी सबसे पसंदीदा पुस्तक गीता है। हिन्दू शास्त्रों में गीता का सर्वप्रथम स्थान है। शायद ही कोई ऐसा हिंदू घर होगा, जहाँ यह पुस्तक न हो। गीता संस्कृत में लिखी गई है। विदेशों में भी गीता को बेहद पसंद किया गया है। गीता ही एक ऐसी पुस्तक है, जिसका कई भाषा में अनुवाद भी किया गया है।

जीवन के सभी प्रश्नों और समस्या का समाधान गीता में है। गीता का ज्ञान भगवन श्री कृष्ण ने खुद अपने मुंह से गाकर बताया है। गीता किसी जाति और धर्म का नहीं बल्कि पुरे मानवता का ग्रन्थ है। गीता को पढने से लोगों का पाप दूर हो जाते है।

महाभारत युद्ध के आरम्भ में जब अर्जुन अपने भाइयों को युद्ध के मैदान में अपने सामने खड़ा हुआ देखता है, तब वो विचलित हो जाता है और युद्ध करने से मना कर देता है। तब भगवान श्री कृष्ण सारथी बनकर अर्जुन को कर्म के सिद्धांत के बारे में बताते है।

गीता में कुल १८ अध्याय और ७२० श्लोक हैं। गीता मनुष्य, इस ब्रह्मांड में उसकी स्थिति, उसकी आत्मा, उसके कर्तव्य और जीवन में भूमिका पर एक उत्कृष्ट ग्रंथ है। गीता में कर्मयोग, भक्तियोग, राजयोग और जन योग के बारे में बताया गया है।

गीता की सीख

गीता हमें बताती है कि कर्म करना मनुष्य का अधिकार है। कर्म करो और फल की इच्छा मत रखो। मनुष्य को अपना कर्तव्य करना चाहिए और परिणाम भगवान पर छोड़ देना चाहिए। भगवान सर्वोच्च न्यायाधीश हैं और और पूरी सृष्टि उनकी इच्छा के आधीन है। हर परिस्थिति में मनुष्य को खुश और शांत रहने की कोशिश करनी चाहिए।

चीजें वैसी नहीं हैं जैसी वे दिखती हैं। इसलिए मनुष्य को ईश्वर में विश्वास रखना चाहिए और अपना कर्तव्य करते रहना चाहिए। गीता में यह भी बताया है कि आत्मा मृत्युहीन है। शरीर ही है जो मरता है। मृत्यु केवल वस्त्रों का परिवर्तन है। मनुष्य को मृत्यु से डरने का कोई कारण नहीं है। इस ग्रन्थ से भटके हुए मनुष्य को राह मिलती है। गीता हमें विश्व बंधुत्व का संदेश भी देती है।

गीता बताती है की मनुष्य को क्रोध और मन पर नियंत्रण बनाये रखना चाहिए क्योंकि दोनों ही शांति के दुश्मन है। भगवान बताते है की जो भी मेरे शरण में आता है मैं उसे परम पद तक पहुंचाता हूँ।

बड़े बड़े संत, ज्ञानी पुरुष और गुरुओं भी गीता का शरण ले चुके है। हमारे प्रिय महात्मा गाँधी भी समस्याएं आने पर गीता का ही शरण लेते थे। गीता मेरे जीवन में मेरे लिए प्रेरणा का एक बड़ा स्रोत रही है। जीवन में समस्याएं आने पर में भी गीता की शरण लेता हूं।

मुझे ऐसा प्रतीत होता है कि भगवान कृष्ण स्वयं मुझसे व्यक्तिगत रूप से बात कर रहे हैं और मैं खुद को एक अलग ब्रह्मांड में ऊंचा पाता हूं। यह वह पुस्तक है जिसने मुझे मेरे जीवन के विभिन्न उतार-चढ़ावों के माध्यम से बनाए रखा है। यही कारण है कि मैं इसकी प्यार और पूजा करता हूँ। इससे मुझे मानसिक शांति और खुशी मिलती है।

मेरी प्रिय पुस्तक पर निबंध 800 शब्द (Essay on My Favourite Book in Hindi)

वैसे तो हमें किताबें पढ़ना बहुत पसंद है, किताबों को पढ़ने से हमें विद्या की प्राप्ति होती है और किताबों से हम बहुत कुछ सीखते हैं, बच्चों पर किताबों का प्रभाव बहुत पड़ता है, बच्चे किताबों में जो पढ़ते हैं वही सीखते हैं, जिससे बच्चे किताबों में से अपना बुरा, भला, लाभ, हानि, हमें क्या करना चाहिए क्या नहीं करना चाहिए ऐसी बातों को सीखते हैं।

किताबे पढ़ना तो लगभग सभी लोगों को पसंद है। परंतु साथ ही साथ अलग-अलग लोगों को अलग-अलग किताबें पढ़ना पसंद है। किसी व्यक्ति को महान योद्धाओं की पुस्तक पढ़ना पसंद है तो किसी को कहानियों की किताब पढ़ना पसंद है तो किसी को भक्ति की कहानियां पढ़ना बहुत पसंद होता है।

मेरी प्रिय पुस्तक

ऐसे में मेरी प्रिय पुस्तक रामचरितमानस है, रामचरितमानस में भगवान राम के संपूर्ण जीवन का विस्तार पूर्वक वर्णन किया गया है, रामचरितमानस किताब पढ़ना मुझे बहुत अच्छा लगता है। इस किताब से मैंने बहुत कुछ सीखा है, इस किताब से हम बहुत कुछ सीख सकते हैं जैसे कि हमें अपने जीवन में कौन-कौन से आचरण करने चाहिए, हमें किसी का बुरा नहीं सोचना चाहिए।

इस किताब को पढ़ने के बाद मैं इस किताब में पढ़ी हुई चीजों को अपने अंदर धारण करने की कोशिश करता हूँ। रामचरितमानस की किताब को गोस्वामी तुलसीदास द्वारा15 वीं शताब्दी-16 वीं शताब्दी के मध्य में किया गया है। रामचरितमानस की किताब को गोस्वामी तुलसीदास जी ने अवधी भाषा में लिखा है तथा गोस्वामी तुलसीदास जी ने रामचरितमानस को सात खंडों में विभाजित किया है और वे सातों खंड निम्नलिखित हैं:

अयोध्या कांड

किष्किंधा कांड.

चलिए हम जानते हैं कि इन सभी भागों में क्या हुआ था, इन सभी भागों के बारे में विस्तार पूर्वक जानते हैं।

बालकांड में भगवान श्री राम जी के बचपन से लेकर विवाह तक का संपूर्ण वर्णन है। रामचरितमानस के बालकांड में 7 श्लोक, 341 दोहे, 25 सोरठा, 39 छंद तथा 358 चौपाई है।

राजा दशरथ की कोई संतान नहीं थी, जिस के दुख से उन्होंने एक एक करके तीन शादियां की। परंतु उनकी तीनों रानियों से उन्हें संतान के सुख की प्राप्ति नहीं हुई। राजा दशरथ ने संतान की प्राप्ति के बहुत उपाय सोचे। परंतु उन्हें कुछ समझ नहीं आ रहा था और वह संतान की प्राप्ति ना होने के कारण हमेशा हो जाते थे। बाद में उनके मंत्रियों ने भारत को सलाह दिया कि आप एक यज्ञ कराएं जिसमें सभी देवी देवताओं की पूजा करें और सभी संसाधनों को उस यज्ञ में बुलाएं।

इस जगह को करने के पश्चात संत साधुओं ने उन्हें खीर दिया और कहा आप इस खीर को सभी रानियों को खिला दें, जिससे कि सभी रानियों को संतान की प्राप्ति हो जाएगी और राजा ने ऐसा ही किया और ऐसा हुआ भी। चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी को बड़ी रानी कौशल्या गई को बसे भगवान राम ने जन्म लिया और रानी कैकेई ने भारत को जन्म दिया तथा रानी सुमित्रा ने 2 बच्चों को जन्म दीया लक्ष्मण और शत्रुघ्न।

बाद में ऋषि विश्वामित्र ने राजा दशरथ से राम और लक्ष्मण जी को अपने आश्रम में जाने की अनुमति मांगी और राक्षस ने उन्हें उनके आसन जाने की अनुमति भी दे दी और महर्षि विश्वामित्र जी राम लक्ष्मण को अपने आश्रम में गए थे।

महर्षि विश्वामित्र के आश्रम वाले जंगल में ताड़का और उनके दो असुर पुत्र रहते थे, जो ऋषि यों को यज्ञ नहीं करने देते थे। भगवान राम और लक्ष्मण जी ने ऋषि विश्वामित्र के यज्ञ में कोई बाधा ना आने दिया और उन्होंने राक्षसी तारिका तथा उनके दोनों पुत्रों मारीच तथा सुबाहु इन तीनों राक्षसों का अंत किया और ऋषियों को आजाद कर दिया।

विश्वामित्र जी के कहने पर भगवान राम ने जनक जी द्वारा आयोजित उसी कार्यक्रम में भाग लिया और उसे जीतकर सीता जी से स्वयंबर किया और बाद में विवाह भी कर लिया भगवान श्री राम के विवाह के साथ-साथ उनके सभी भाइयों का विवाह माता सीता के बहनों के साथ हो गया।

इस भाग में राधा कृष्ण भगवान श्रीराम का राजा अभिषेक करना चाहा। परंतु देवी-देवताओं ने ऐसा ना होने दिया वे जानते थे कि यदि भगवान श्री राम का राज्याभिषेक हो जाएगा तो वे राज्य संभालने लग जाएंगे और रावण का वध कभी नहीं हो पाएगा।

वनवास के कुछ काल पश्चात भगवान श्री राम और माता सीता ने चित्रकूट को प्यार दिया और वह ऋषि के आश्रम पहुंच गए। वहां ऋषि अत्री और उनकी पत्नी अनुसूया ने माता सीता को भगवान श्री राम के प्रति उन्हें कैसी पतिव्रता स्त्री रहनी चाहिए, इसके बारे में विस्तारपूर्वक समझाया।

किष्किंधा कांड में भगवान श्री राम के हनुमान जी से मिलन से लेकर बाली के वध से लेकर माता सीता के खोज की तैयारी तक का संपूर्ण वर्णन है की वानर सेना ने कैसे माता सीता को ढूंढने का असीमित प्रयास किया।

इस भाग में हनुमान जी के सभी कार्यों का वर्णन किया गया है कि उन्होंने माता सीता का पता कैसे लगाया, लक्ष्मण जी को कैसे बचाया इत्यादि सभी कार्यों का विस्तार पूर्वक वर्णन है।

इस भाग में जामवंत के आदेश है नल और नील ने अपनी वानर सेना को लेकर समुद्र में एक पुल का निर्माण कर दिया। अंगद जी भगवान श्री राम का दूत बनकर रावण के पास गए और उन्होंने रावण के सामने एक प्रस्ताव रखा रावण भगवान श्री राम के शरण में आ जाए, परंतु रावण नहीं माना और उसने युद्ध के लिए ललकारा।

युद्ध के अंत में भगवान श्रीराम ने रावण का अंत कर लंका पर जीत हासिल की और माता सीता को आजाद कराया भगवान श्रीराम ने सभी का अंत कर दिया। पर विभीषण ने भगवान श्री राम की शरण ले ली थी, इसलिए भगवान श्री राम ने विभीषण को लंका सौप कर वापस लौट गए।

यह भाग अंतिम मान गए इस भाग में भगवान श्री राम, लक्ष्मण जी और माता सीता अयोध्या पहुंचे और वहां भगवान श्री राम जी का राज्याभिषेक हुआ और इसी भाग में माता सीता के ऊपर लांछन लगाया गया और प्रजा की खुशी के लिए भगवान श्री राम जी ने माता सीता को त्याग दिया तथा अंत में माता सीता ने अपने आप को अग्नि मैं समर्पित कर दिया।

रामायण में बताये गए राम के जीवन से हमें अपने जीवन में बहुत कुछ सीखने को मिलता है। हर किसी के जीवन में उतार चढाव आते हैं, हमें कभी भी हार मान कर नहीं बैठना चाहिए और हर विकट परिस्थिति का खुलकर सामना करना चाहिए।

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दोस्तों आज हमने Meri Priya Pustak Essay in Hindi लिखा है मेरी प्रिय पुस्तक निबंध हिंदी में कक्षा 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9 ,10, और 11, 12 के विद्यार्थियों के लिए है।

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मैंने कई अच्छी-अच्छी पुस्तकें पढ़ी हैं। वे मुझे पसंद भी आई हैं। परंतु मेरी सबसे प्रिय पुस्तक है “ पंचतंत्र की कहानियाँ’ । इस संग्रह में कई रोचक व शिक्षाप्रद कहानियाँ हैं। बहुत समय पहले इन कहानियों को लिखा गया था, परन्तु आज भी इनकी ताजगी पहले जैसी ही है। इनको लिखने वाले एक अत्यन्त विद्वान व्यक्ति थे जिनका नाम था विष्णु शर्मा। यह कहानी संग्रह मैंने एक पुस्तक मेले में खरीदा था।

पंचतंत्र की कई कहानियाँ मुझे जबानी याद हैं। इन कहानियों में पशु-पक्षियों के माध्यम से बहुत-सी नैतिक और व्यावहारिक बातें समझाई गईं हैं। मानव-स्वभाव और प्रकृति का इनमें अच्छा प्रदर्शन देखा जा सकता है। ये कहानियाँ सचमुच अद्भुत हैं।

मनोरंजक होने के साथ-साथ शिक्षा की दृष्टि से भी इन कहानियों का बड़ा महत्व है। इन कथा-कहानियों को कहने-सुनने में मुझे बड़ा आनन्द आता है। ये कहानियाँ एक पाठक या श्रोता को सहज ही पशु-पक्षियों के ऐसे संसार में ले जाती हैं जहां मानव चरित्र और स्वभाव का बहुत सुंदर व मनोवैज्ञानिक चित्रण हुआ है।

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मेरी प्रिय पुस्तक पर निबंध- Meri Priya Pustak Essay in Hindi ( 250 words )

पुस्तकें मनुष्य की सच्ची मित्र हैं। वे बच्चों तथा बड़ों को विद्वान और महान् बनाती हैं। वे उन्हें ऊँची शिक्षा देती हैं। बच्चे, जवान तथा बूढ़े सब पुस्तकों से ज्ञान और मनोरंजन प्राप्त करते हैं।

मैं पाँचवीं कक्षा का विद्यार्थी हूँ। मुझे स्कूल में गणित, भूगोल, विज्ञान, इतिहास, हिन्दी तथा अंग्रेजी की पुस्तकें पढ़ाई जाती हैं। मैं उन पुस्तकों को घर पर तथा स्कूल में पढ़ता हूँ। इन सब पुस्तकों में मेरी प्रिय पुस्तक ‘ज्ञान सागर’ है। इसका पाँचवाँ भाग मुझे विद्यालय में पढ़ाया जाता है। इसके चार भाग मैं. पहले पढ़ चुका हूँ।

‘ज्ञान सागर’ वास्तव में बच्चों के लिए ज्ञान का भंडार है। इसमें सुन्दर उपदेश रोचक ढंग से दिए गए हैं। इसमें कहानियाँ, लेख, पत्र, जीवनियाँ तथा कविताएँ हैं। इसके सम्पादक श्री आनन्द हैं। इसमें 104 पृष्ठ हैं। इसका मूल्य केवल 50 रुपए है। पुस्तक में सुन्दर चित्र हैं जो पाठों को सरल और सरस बनाते हैं।

भिन्न-भिन्न विषयों की पुस्तकें पढ़ते-पढ़ते मन ऊब जाता है। ‘ज्ञान सागर’ में विविधता होने के कारण इसे पढ़ने से मन नहीं ऊबता। इसमें इतिहास, विज्ञान, राजनीति और दूसरे विषयों की बातें दी गई हैं। इन्हें पढ़कर न केवल हमारा ज्ञान बढ़ता है अपितु मनोरंजन भी होता है। महापुरुषों की जीवनियों को पढ़कर हम अपने जीवन को महान बना सकते हैं। कविताओं को पढ़ने से एक विशेष प्रकार के आनन्द की अनुभूति होती है। कहानियाँ और एकांकी मनोरंजन के साथ-साथ हमारा ज्ञान भी बढ़ाते हैं।

मैं अपनी प्रिय पुस्तक ज्ञान सागर को सँभाल कर रखता हूँ।

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जीवन में पुस्तकें पढ़ने का अपना ही आनन्द है। पुस्तकें हमारा ज्ञान बढ़ाने के साथसाथ स्वस्थ मनोरंजन भी करती हैं। यही कारण है कि विद्यार्थी अपनी पाठ्य-पुस्तकों के अतिरिक्त अन्य पुस्तकें भी पढ़ते हैं। मुझे भी पढ़ने का शौक है। मैंने अनेक कहानी, उपन्यास तथा काव्य पुस्तकें पढ़ी हैं। इनमें मुझे कई काफी अच्छी लगी, पसन्द आईं परन्तु मुझे सबसे अच्छी लगी ‘राम चरित-मानस’। यही मेरी प्रिय पुस्तक है।

‘राम चरित मानस’ तुलसीदास की अमर रचना है। यह हिन्दुओं का परम पवित्र धार्मिक ग्रन्थ है। आप कहेंगे कि धार्मिक ग्रन्थ होने के कारण ही मुझे रामचरित मानस सबसे अच्छा लगा तो बात ऐसी, नहीं है। रामचरित मानस में वे सभी गुण हैं जो एक आदर्श रचना में होने चाहिए। यही कारण है कि धनी-निर्धन सभी इस ग्रन्थ का आदर करते हैं। यह रचना सबको प्रिय है।

रामचरित मानस की भाषा अवधी है। इसमें श्रीराम के जीवन चरित्र का वर्णन बालकाण्ड, अयोध्याकाण्ड, अरण्यकाण्ड, किष्किन्धा काण्ड, सुन्दरकाण्ड तथा लंकाकाण्ड, उत्तरकाण्ड इन सात काण्डों – किया गया है। सारा काव्य दोहा-चौपाई छन्द में लिखा गया है।

राम चरित मानस एक समन्वय ग्रन्थ है। इसमें वैष्णव तथा शव मत का तथा आर्य एवं द्रविड़ सभ्यता का समन्वय किया गया है। एक आदर्श रचना है। इसमें बताया गया है कि पिता कैसा होना चाहिए-दशरथ जैसा, पुत्र कैसा होना चाहिए-राम जैसा, माता कैसी ” होनी चाहिए-कौशल्या जैसी, पत्नी कैसी हो-सीता जैसी, भाई कैसा हो-भरत जैसा, सेवक कैसा हो-हनुमान जैसा, मित्र कैसा हो-सुग्रीव तथा विभिषण जैसा, शत्रु कैसा हो-रावण जैसा।

मानव जीवन की सभी समस्याओं का हल मानस में मिल जाता में है। यही कारण है कि आज विश्व की प्रायः सभी प्रमुख भाषाओं में- मेरी प्रिय पुस्तक ‘राम चरित-मानस’ का अनुवाद हो चुका है। विश्व के सभी भागों के लोग रामचरित मानस के अध्ययन में रुचि ले रहे । है। ऐसी महान धार्मिक पुस्तक मेरी प्रिय पुस्तक है, मुझे इस बात का गर्व है।

Mera Priya Khel Nibandh

Meri Pathshala Nibandh

Meri Priya Pustak Par Nibandh | मेरी प्रिय पुस्तक- गाँधी जी की आत्म-कथा ( 300 words )

मैं ने गर्मी की छुट्टियों में ‘गाँधी जी की आत्म-कथा’ नामक पुस्तक पढ़ी। वह मुझे बहुत पसंद आयी। गाँधी जी के जीवन का बड़ा प्रभाव मुझ पर पड़ा।

गाँधी जी ने बचपन में ‘सत्य हरिश्चंद्र’ नाटक देखा था। उन्होंने अपने जीवन में सत्य-व्रत का पालन करने का निर्णय किया था। एक बार स्कूल इन्स्पेक्टर उनकी कक्षा में आये । इन्सपेक्टर ने विद्यार्थियों से कुछ शब्द लिखने केलिए कहा। गाँधी जी ने एक-दो शब्द गलत लिखे थे। अध्यापक ने उससे बगल के विद्यार्थी को देखकर सही शब्द लिखने केलिए कहा। उन्होंने वैसे नहीं किया। इन्सपेक्टर के पूछने पर सही बात बतायी। इससे अध्यापक नाराज हुए। गाँधी जी ने जीवन-भर सत्य व्रत का पालन किया।

गाँधी जी ने श्रावण कुमार के माता-पिता की भक्ति कथा की फिल्म देखी थी। इससे प्रभावित होकर वे भी माँ-बाप के प्रति श्रद्धा-भक्ति रखते थे।

गाँधीजी की माँ का प्रभाव उन पर बहुत अधिक था। जिस दिन आकाश में बादल छाये रहते थे और सूर्य नहीं दिखायी पड़ता था, उस दिन गाँधी जी की माँ उपवास का व्रत रखती थी। इसी कारण गाँधी जी स्वतंत्रता-आंदोलन के समय कई दिन अनशन व्रत रखते थे। माता जी की अहिंसा प्रवृत्ति का ज्यादा प्रभाव गाँधी जी पर था। इसी कारण वे अंग्रेजों से लड़ते समय अहिंसा की बातें करते थे।

गाँधी जी की आत्म-कथा का मेरे जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ा है। मैंने भी गाँधी जी की तरह सत्य बोलने का निर्णय लिया है। मैं भी अपने माँ-बाप के प्रति भक्ति दिखाना चाहता हूँ। मैं एकादशी को उपवास का- व्रत रखता हूँ। मैं अहिंसा में विश्वास रखता हूँ। इस प्रकार इस पुस्तक ने मेरे नटखट स्वभाव को बहुत परिवर्तित कर दिया है।

मेरी प्रिय पुस्तक पर निबंध- Long Essay on My Favourite Book in Hindi ( 800 words )

कुछ पुस्तकें कालजयी होती हैं; क्योंकि वे जाति विशेष के जीवन, भाव और विचारधारा की सशक्त अभिव्यकति होती है। रामचरित मानस हिन्दू जाति और समाज की भावनाओं, विचारों और दशा का बहुत कलात्मक ढ़ग से व्यक्त करता है। इसकी रचना महाकवि गोस्वामी तुलसीदास ने की है। यह आज से चार सौ साल से अधिक वर्ष पहले रची गयी थी। इसकी रचना जनभाषा अवधी में की गई है। यह हिन्दी साहित्य का सर्वश्रेष्ठ महाकाव्य है। इसमें मर्यादा पुरुषोत्तम रामचन्द्रजी के परम अलौकिक चरित्र का वर्णन किया गया है। इसमें दोहा और चौपाई छंद का प्रयोग किया गया है। यह भारतीय जनता का बहुत लोकप्रिय काव्य है। इसका अनुवाद अनेक देशी विदेशी भाषाओं में हो चुका है।

राजा दशरथ अयोध्या के राजा थे। इनकी तीन रानियाँ थींकौशल्या, कैकेयी और सुमित्रा। कौशल्या से राम, कैकेयी से भरत तथा सुमित्रा से लक्ष्मण और शत्रुघ्न का जन्म हुआ था। चारों भाई अल्पकाल में विद्योपार्जन में पूर्ण सफल रहे। विश्वामित्र नामक ऋषि राक्षसों से मुनियों की रक्षा के लिए राम और लक्ष्मण को राजा दशरथ से माँग, जंगल ले गए। राम और लक्ष्मण ने अनेक राक्षसों का वध किया और मुनियों की रक्षा की। कुछ दिनों बाद विश्वामित्र दोनों भाइयों को लेकर जनकपुर गए। वहाँ राजा जनक की कन्या का स्वयंवर रचा गया था। राम ने शिवधनुष तोड़ा। राम का सीता के साथ विवाह हुआ। अयोध्या लौटने पर राम को राजगद्दी पर बैठाने का आयोजन किया जाने लगा। विमाता कैकेयी राजा दशरथ से वरदान माँगकर राम को चौदह वर्ष का वनवास और भरत को अयोध्या का राजा बनाने का उपक्रम करती हैं। राम सीता और लक्ष्मण के साथ पिता की आज्ञा पाकर वन चले जाते हैं। दशरथ, पुत्र-शोक में प्राण त्याग देते हैं। ननिहाल से लौटकर भरत जब यह समाचार सुनते हैं तब बहुत दुखी होते हैं। वे अयोध्यावासियों के साथ चित्रकूट जाकर राम को लौटा लाने का प्रयास करते हैं। राम भरत को समझा-बुझाकर अयोध्या वापस कर देते हैं। भरत राम की खड़ाऊ लेकर अयोध्या लौट आते हैं। भरत राम की खड़ाऊ को राजगद्दी पर आसीन कर राज्य का संचालन करते हैं।

राम अनेक राक्षसों का वध करते हैं। एक दिन रावण की बहन लक्ष्मण द्वारा अपमानित होती है। यह समाचार पाकर रावण छल से सीता का अपहरण कर लेता है और लंका की अशोक वाटिका में रखता है। इस समाचार से राम बहुत दुःखी होते हैं। राम वनवासियों की सहायता से लंका पर चढ़ाई करते हैं। राम और रावण के बीच घनघोर युद्ध होता है। रावण मारा जाता है। राम, सीता को लेकर अयोध्या लौटते हैं और राजगद्दी पर बैठते हैं।

महत्व एवं उपयोगिता

रामचारेत मानस एक साहित्यिक कृति के साथ महत्वपूर्ण धार्मिक ग्रन्थ है। सत्य और धर्म के महत्व पर इस रचना में प्रकाश डाला गया है। यह भी बताया गया है अधर्म पर धर्म की विजय होती है। इस ग्रन्थ में समाज और परिवार के हर सदस्य के कर्त्तव्य पर सुन्दर प्रकाश डाला गया है। रामचरित मानस, निराश दिन्द जनता में आशा का संचार करता है। राम राजा बनने के बाद रामराज्य की स्थापना करते हैं। इस राज्य में कोई दुःखी नहीं है, अन्याय-अत्याचार का नामोनिशान नहीं है। मर्यादा पुरुषोत्तम राम का दिव्य चरित्र प्रत्येक मनुष्य को आदर्श चरित्र प्रदान करता है। समाज, राजनीति, धर्म, नैतिकता आदि के आदर्श रूप का बहुत सुन्दर वर्णन इस ग्रन्थ में हआ है। कौशल्या आदर्श माता हैं, सीता आदर्श पत्नी, भरत और लक्ष्मण आदर्श भाई, राम आदर्श राजा हैं, हनुमान आदर्श सेवक। निषादराज और शबरी के साथ राम का व्यवहार समानता के आधार पर होता है जो ऊँच-नीच के भेदभाव दूर करने की शिक्षा देता है। लोक कल्याण के लिए राम का वन-वन भटकना, ऋषियों मुनियों की राक्षसों से रक्षा करना, अत्याचारियों का विनाश करना, प्रजा का हित साधन करना हमारे सम्मुख राम का महान आदर्श प्रस्तुत करता है।

आज रामचरित मानस की रचना को चार सौ वर्ष से भी अधिक हुए, किन्तु इसका महत्व अभी भी उतना है जितना रचनाकाल में था। रामचरित मानस की प्रासंगिकता कभी कम नहीं होगी; क्योंकि इसमें मनुष्य के शाश्वत मूल्यों की स्थापना की गयी है। विश्व के प्रख्यात विद्वानों ने इस ग्रन्थ की भूरि-भूरि प्रशंसा की है। रूसी विद्वान वरनाकोव तो इस ग्रन्थ पर इतना अभिभूत थे कि मरने बाद अपनी कब्र पर निम्नलिखित चौपाई खुदवाने का अनुरोध अपने उत्तराधिकारियों से किया था

परहित सरिस धर्म नहिं भाई। परपीड़ा सम नहिं अधभाई।।

रामचरित मानस की लोकप्रियता जितना विद्वानों के बीच है उतना ही साधारण जनता के बीच भी। रामचरित मानस एक कालजयी और अमर कृति है। इस ग्रन्थ पर हमें गर्व है। अपने इन्हीं गुणों और विशेषताओं के कारण रामचरित मानस हमारी प्रिय पुस्तक है। मैं इसका नियमित पाठ कर आनन्द और सन्तोष प्राप्त करता हूँ।

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इस लेख के माध्यम से हमने Meri Priya Pustak Par Nibandh | Essay on My Favourite Book in Hindi  का वर्णन किया है और आप यह निबंध नीचे दिए गए विषयों पर भी इस्तेमाल कर सकते है।

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पुस्तकालय का महत्व निबंध (importance of library essay hindi).

ज्ञान की अमर गाथाएं, कहानियाँ जो अजनबी से बना देती हैं मित्र, अनदेखे सपनों का दर्पण, एक जगह जहाँ शब्दों का संग्रह अपार होता है। हाँ, हम बात कर रहे हैं पुस्तकालय के उन आभासी किनारों के बारे में जो हमें सबसे निकटतम रूप से ज्ञान और सृजनशीलता से जोड़ते हैं। आज, हम इस लेख के माध्यम से पुस्तकालय के महत्व को समझने और सराहने का प्रयास करेंगे।

विद्यार्थी, शिक्षक, लेखक, या सामान्य व्यक्ति - सभी ने पुस्तकालय का साथ जिन्दगी के अलग-अलग मोड़ों में पाया है।

यहाँ पर चाय और किताबों की महक से भरा वातावरण हमें दिल खोलकर अपने स्वप्नों का सफर करने का अवसर प्रदान करता है। हम जानते हैं कि पुस्तकालय का महत्व केवल शिक्षा के क्षेत्र में ही सीमित नहीं है, बल्कि यह एक संस्कृति, एक अभिवृद्धि, और एक विकास का प्रतीक भी है।

इस निबंध में, हम पुस्तकालय के महत्वपूर्ण तात्विक संबंधों को गहराई से जानने का प्रयास करेंगे, ताकि हम इस मानसिक सौभाग्यशाली स्थान के महत्व को और अधिक समझ सकें।

तो आइए, इस सुंदर जगह के रहस्यमयी सफर में प्रवेश करते हैं, और पुस्तकालय के महत्व के अनमोल गहने को खोजते हैं।

पुस्तकालय का महत्व पर निबंध - Essay on importance of library in Hindi

1. परिचय.

पुस्तकालय एक ऐसी स्थान है जो ज्ञान, सृजनशीलता और शिक्षा के संग्रहालय के रूप में कार्य करता है। यह एक स्थान है जहाँ विभिन्न विषयों पर कई प्रकार की पुस्तकें, पत्रिकाएं, साहित्यिक रचनाएं और अन्य संदर्भ सामग्री उपलब्ध होती है।

पुस्तकालय एक सार्वजनिक संस्था हो सकती है जो सभी वर्गों के लोगों के लिए सुविधा प्रदान करती है, या फिर विशेष संगठन द्वारा संचालित भी हो सकती है जो किसी विशेष विषय या क्षेत्र के लिए सामग्री संग्रह करता है।

पुस्तकालय में पुस्तकों के अलावा इंटरनेट, विशेष साधनाएं और डिजिटल संसाधन भी होते हैं जो लोगों को और भी विस्तृत ज्ञान के स्रोत से जुड़ते हैं।

पुस्तकालय की महत्वता अनगिनत है। यह एक माध्यम है जो समृद्धि, शिक्षा और उन्नति के लिए अग्रणी भूमिका निभाता है।

ज्ञान का संग्रहालय: पुस्तकालय ज्ञान का भंडारण करता है और लोगों को विभिन्न विषयों पर विशेषज्ञता और ज्ञान प्रदान करता है। यहाँ पर विभिन्न लेखकों द्वारा लिखी गई पुस्तकें उपलब्ध होती हैं जो नए विचारों को प्रोत्साहित करती हैं और समृद्ध बुद्धिजीवन की संधारणा में मदद करती हैं।

शिक्षा का मुख्य स्रोत: पुस्तकालय शिक्षा का महत्वपूर्ण स्रोत है, विशेषतः विद्यार्थियों और शिक्षकों के लिए। यहाँ पर अनेक विषयों पर पुस्तकें, रेफरेंस सामग्री और स्टडी मटेरियल उपलब्ध होता है जो उन्हें शिक्षा के क्षेत्र में अधिक समृद्ध बनाता है।

आत्मनिर्माण का केंद्र: पुस्तकालय आत्मनिर्माण का महत्वपूर्ण केंद्र है। विचारों, संवेदना और रचनात्मकता की उत्प्रेरणा के लिए पुस्तकें एक अमूल्य स्रोत प्रदान करती हैं। यह लोगों को खुद को समझने, स्वयं के विकास के लिए प्रेरित करती हैं।

2. पुस्तकालय के लाभ

ज्ञान का संग्रहालय.

पुस्तकालय ज्ञान का एक संग्रहालय है, जो विभिन्न विषयों पर विशाल संख्या में पुस्तकें संग्रहित करता है। यहाँ पर अनगिनत पुस्तकें उपलब्ध होती हैं जो विभिन्न क्षेत्रों में विशेषज्ञता प्रदान करती हैं।

इन पुस्तकों में विज्ञान, साहित्य, इतिहास, भूगोल, कला, संस्कृति और अन्य विषयों की जानकारी होती है जो हमारे विकास और समृद्धि में मदद करती है। इन पुस्तकों को पढ़कर हम नए विचारों का सामर्थ्य प्राप्त करते हैं और अपने ज्ञान को बढ़ाते हैं।

शिक्षा का मुख्य स्रोत

पुस्तकालय शिक्षा के मुख्य स्रोतों में से एक है। यहाँ पर विभिन्न विषयों पर पुस्तकें, रेफरेंस सामग्री और अध्ययन सामग्री उपलब्ध होती है जो छात्रों और शिक्षकों को उनके अध्ययन और शिक्षा के लिए मदद करती हैं।

यहाँ पर उपलब्ध पुस्तकें विद्यार्थियों को विशेषज्ञता और ज्ञान प्रदान करती हैं, जिससे उन्हें अपने शैक्षणिक और सामाजिक परिवेश में अधिक सफलता मिलती है।

आत्मनिर्माण का केंद्र

पुस्तकालय आत्मनिर्माण का एक महत्वपूर्ण केंद्र है। यहाँ पर विचारों, संवेदना और रचनात्मकता की उत्प्रेरणा के लिए पुस्तकें उपलब्ध होती हैं।

छात्रों और लेखकों के लिए यह एक ऐसी जगह है जो उन्हें खुद को समझने, स्वयं के विकास के लिए प्रेरित करती हैं। इससे वे अपनी सोच और भावनाओं को संवार सकते हैं और अपनी सृजनशीलता को नई ऊंचाइयों तक ले जा सकते हैं।

मनोरंजन और साहित्य का समुचित स्थान

पुस्तकालय मनोरंजन के लिए भी एक समुचित स्थान है। यहाँ पर कई प्रकार की कहानियां, कविताएं, उपन्यास और अन्य साहित्यिक रचनाएं उपलब्ध होती हैं जो हमें रंगीन और मनोहर दुनिया में ले जाती हैं।

इससे हमें जीवन की अटूट बातें समझने में मदद मिलती है और हमारे मन को शांति मिलती है। साहित्य के इस समृद्ध जगत में हम अपने भावों को व्यक्त करते हैं और अपने अंतरंग स्वर्ग का आनंद लेते हैं।

तकनीकी संसाधन और अध्ययन सामग्री

पुस्तकालय आधुनिक तकनीकी संसाधनों और अध्ययन सामग्री के लिए एक महत्वपूर्ण स्रोत है। इसमें डिजिटल पुस्तकालय, ई-पुस्तकें, ऑनलाइन शोध पत्रिकाएं, अध्ययन सामग्री और डेटाबेस शामिल होते हैं जो विभिन्न विषयों के लिए विशेषज्ञता और जानकारी प्रदान करते हैं।

यह छात्रों, शोधकर्ताओं, अध्ययनार्थियों और अन्य विद्यार्थियों के लिए विशेष रूप से उपयुक्त होता है जो उनके अध्ययन और शोध को बेहतर बनाने में मदद करता है।

पुस्तकालय के इन लाभों से स्पष्ट है कि यह ज्ञान और सृजनशीलता के लिए अनमोल एक स्थान है। इसे अपने जीवन में एक महत्वपूर्ण संसाधन के रूप में स्वीकारना हमारे व्यक्तिगत और सामाजिक विकास के लिए अत्यंत आवश्यक है।

3. पुस्तकालय की अहमियत

समृद्धि का माध्यम.

पुस्तकालय समृद्धि के लिए एक महत्वपूर्ण माध्यम है। यहाँ पर उपलब्ध विविध पुस्तकें और सामग्री के माध्यम से लोग विभिन्न विषयों पर ज्ञानार्जन करते हैं और खुद को समृद्ध विचारों और विचारधारा से जुड़ते हैं।

इससे उनका विचारधारा विकसित होता है और उन्हें खुद को समृद्ध, सक्रिय और समर्थ व्यक्तित्व का विकास होता है। समृद्धि का यह माध्यम लोगों को समाज में उच्चतर स्तर पर पहुंचने में मदद करता है और उन्हें समर्थ नागरिक बनाता है।

भाषा और संस्कृति के प्रशिक्षण का केंद्र

पुस्तकालय भाषा और संस्कृति के प्रशिक्षण के लिए भी एक महत्वपूर्ण केंद्र है। यहाँ पर विभिन्न भाषाओं में लिखी गई पुस्तकें और साहित्यिक रचनाएं उपलब्ध होती हैं जो भाषा और संस्कृति के प्रशिक्षण में मदद करती हैं।

इससे भाषा और संस्कृति के प्रति लोगों की अधिक समझ और सम्मान विकसित होता है। भाषा और संस्कृति के ये आधुनिक उपकरण लोगों के मध्य समाजिक समंजस्यता और संबंध बनाने में मदद करते हैं और राष्ट्रीय एकता को बढ़ाते हैं।

राष्ट्रीय एकता का धारक

पुस्तकालय राष्ट्रीय एकता को बनाए रखने का एक महत्वपूर्ण धारक है। यह विभिन्न क्षेत्रों, भाषाओं, संस्कृतियों और समुदायों के लोगों को एक साथ जोड़ता है और उन्हें एक समान मंच पर मिलकर ज्ञान और सृजनशीलता के लिए उत्साहित करता है।

इससे लोग अपने राष्ट्रीय भावना को मजबूत बनाते हैं और उनके बीच सम्मान और विश्वास का माहौल विकसित होता है। राष्ट्रीय एकता का यह संसाधन राष्ट्रीय अभिवृद्धि और समृद्धि में महत्वपूर्ण योगदान देता है।

पुस्तकालय की यह अहमियत हमारे समाज और राष्ट्र के विकास में एक अनमोल भूमिका निभाती है। इसके माध्यम से हम समृद्धि, ज्ञान और एक समृद्ध और समर्थ समाज की ओर एक कदम आगे बढ़ सकते हैं।

4. आधुनिक पुस्तकालय

डिजिटल पुस्तकालय की भूमिका.

आधुनिक युग में डिजिटल पुस्तकालयों की भूमिका बड़ी महत्वपूर्ण है। डिजिटल पुस्तकालय एक ऐसा संसाधन है जो विभिन्न विषयों पर विभाजित और बड़े संख्या में ई-पुस्तकों और डिजिटल सामग्री को संग्रहित करता है।

इन पुस्तकालयों में ऑनलाइन पुस्तकें, ई-पत्रिकाएं, अध्ययन सामग्री, विशेष संदर्भ सामग्री, वेबिनार्स, वीडियो लेक्चर्स, और डिजिटल संसाधन उपलब्ध होते हैं।

डिजिटल पुस्तकालय ने पुस्तकों के पहुंच को बड़ी आसानी से संभव किया है। इन्टरनेट के जरिए लोग अपने स्मार्टफोन, टैबलेट, या कंप्यूटर का उपयोग करके डिजिटल पुस्तकालय की सामग्री तक पहुंच सकते हैं।

यह उन्हें समय और स्थान की प्रतिबद्धता से छुटकारा देता है और अन्य किरदारों जैसे कि बुकमार्किंग, चयनित विभागों के अनुसार खोज करने, ऑटोमेटिक से शब्दकोष सुझाव प्राप्त करने, और पुस्तकें आपसी साझा करने की सुविधा प्रदान करता है।

इससे छात्रों और अध्ययनार्थियों को अध्ययन और रिसर्च के लिए विशेष तैयारी मिलती है और उनकी शिक्षा को नए दिशाओं में ले जाने में मदद मिलती है।

इंटरनेट की सहायता से पुस्तकालय सुविधाएँ

आधुनिक युग में इंटरनेट के उपयोग से पुस्तकालय को समृद्ध, सुलभ और अधिक प्रासंगिक बनाया गया है। इंटरनेट के माध्यम से लोग विभिन्न विषयों पर डिजिटल पुस्तकों और सामग्री का उपयोग कर सकते हैं जो विशेषज्ञता और ज्ञान प्रदान करते हैं।

छात्रों और शिक्षकों को विभिन्न अध्ययन सामग्री, प्रश्नोत्तरी, पिछले साल के पेपर्स, और अन्य संबंधित सामग्री उपलब्ध होती है, जो उनके शिक्षा और अध्ययन में मदद करती है।

इंटरनेट की सहायता से लोग पुस्तकों के अलावा भी विभिन्न विषयों पर ब्लॉग, लेख, वेबिनार्स, वीडियो लेक्चर्स, आर्टिकल्स, और विशेषज्ञों के विचारों से जुड़ सकते हैं। इससे लोग विभिन्न स्रोतों से ज्ञान प्राप्त कर सकते हैं और खुद को नवीनतम विकासों से अपडेट कर सकते हैं।

इंटरनेट के साथ पुस्तकालय के इस संयोजन से विभिन्न शिक्षा और ज्ञान के क्षेत्र में समृद्धि होती है और लोग अपने स्वयं के संशोधन और विकास में सक्रिय होते हैं।

5. अंतिम शब्द

पुस्तकालय समाज में एक महत्वपूर्ण संस्थान है जो ज्ञान, शिक्षा, और सृजनशीलता को प्रोत्साहित करता है। यह समाज में विभिन्न वर्गों और उम्र के लोगों के लिए ज्ञान का संग्रहालय होता है जो उन्हें विभिन्न विषयों पर पढ़ाई, अध्ययन, और खोज के लिए सामग्री प्रदान करता है।

यहाँ पर लोग अपने विचारों, अनुसंधानों, और सृजनात्मक रचनाओं को साझा कर सकते हैं और एक-दूसरे से ज्ञान का विनिमय कर सकते हैं। पुस्तकालय एक ऐसा स्थान है जो समाज में ज्ञानार्जन को समर्थन करता है और लोगों को सक्षम, उदार, और समर्थ नागरिक बनाता है।

पुस्तकालय अन्य संसाधनों के साथ तुलना में एक अद्भुत संसाधन है जो विभिन्न क्षेत्रों में विशेषज्ञता, ज्ञान, और जानकारी प्रदान करता है। यह अन्य स्रोतों के साथ तुलना में विशेषता रखता है क्योंकि यह विविधता, विशालता, और सामग्री के संग्रह की अनुमति देता है।

पुस्तकालय में विभिन्न प्रकार की पुस्तकें, रेफरेंस सामग्री, अध्ययन सामग्री, ई-पुस्तकें, और डिजिटल संसाधन उपलब्ध होते हैं जो लोगों को विविध ज्ञान के लिए समर्थन करते हैं।

पुस्तकालय में विभिन्न उपयोगी पुस्तकें होती हैं जो लोगों के जीवन में महत्वपूर्ण योगदान करती हैं। विज्ञान, साहित्य, इतिहास, भूगोल, कला, संस्कृति, प्रेरक कहानियां, आत्मनिर्माण, और रोजगार सम्बंधित पुस्तकें लोगों को सक्षम और निर्माणशील बनाने में मदद करती हैं।

इन पुस्तकों को पढ़कर लोग नए विचारों का सामर्थ्य प्राप्त करते हैं, अपनी समस्याओं का हल ढूंढते हैं, और अपने जीवन को सकारात्मक बनाने के लिए प्रेरित होते हैं।

पुस्तकालय का संचालन और विकास विभिन्न प्रकार की योजना, व्यवस्था, और संसाधनों का निर्माण और प्रबंधन करने में संलग्न होता है। एक अच्छे पुस्तकालय के लिए उच्च गुणवत्ता की पुस्तकें, तकनीकी संसाधन, समय-समय पर अद्यतित सामग्री, और उपयुक्त संरचना की आवश्यकता होती है।

संचालन और विकास में सक्षम व्यक्तियों और संस्थाओं का सहयोग भी महत्वपूर्ण है जो पुस्तकालय को समृद्ध, उपयुक्त, और उत्कृष्ट बनाने में मदद करते हैं।

पुस्तकालय का महत्व हिंदी निबंध 100 Words

पुस्तकालय एक महत्वपूर्ण संस्थान है जो ज्ञान, शिक्षा, और सृजनशीलता को समर्थित करता है। यह समाज में विभिन्न वर्गों के लोगों के लिए ज्ञान का संग्रहालय होता है जो उन्हें विभिन्न विषयों पर पढ़ाई, अध्ययन, और खोज के लिए सामग्री प्रदान करता है।

इससे लोग अपने विचारों, अनुसंधानों, और सृजनात्मक रचनाओं को साझा कर सकते हैं और एक-दूसरे से ज्ञान का विनिमय कर सकते हैं। पुस्तकालय एक ऐसा संसाधन है जो समाज के विकास में एक महत्वपूर्ण योगदान देता है।

पुस्तकालय का महत्व हिंदी निबंध 150 शब्द

पुस्तकालय एक महत्वपूर्ण सांस्कृतिक संस्थान है, जो समाज में ज्ञान को संग्रहित करता है और शिक्षा को समर्थित करता है। यह जगत के विभिन्न क्षेत्रों से समृद्ध ज्ञान साझा करने की स्थानीय और अंतर्राष्ट्रीय प्लेटफ़ॉर्म प्रदान करता है।

पुस्तकालय एक ऐसा स्थान है जहां लोग विभिन्न विषयों पर पुस्तकें और साहित्य का आनंद लेते हैं। इससे उनकी ज्ञानभारी चिंतन शक्ति विकसित होती है और वे समस्याओं का समाधान करने में सक्षम बनते हैं।

पुस्तकालय शिक्षा का मुख्य स्रोत है, जहां छात्र अपने अध्ययन के लिए पुस्तकों का उपयोग करते हैं और अपनी शिक्षा को समृद्ध करते हैं। इसके अलावा, पुस्तकालय रचनात्मक सृजनात्मकता का भंडार होता है जो लोगों को स्वयं के विचारों को प्रस्तुत करने और समस्याओं के लिए समाधान ढूंढने के लिए प्रेरित करता है।

इस रूप में, पुस्तकालय एक समृद्ध संसाधन है जो समाज के सभी वर्गों के लोगों के लिए उपयोगी है और ज्ञान और सृजनशीलता के साथ उन्हें उनके व्यक्तिगत और सामाजिक विकास के लिए प्रोत्साहित करता है।

पुस्तकालय का महत्व हिंदी निबंध 200 शब्द

पुस्तकालय विभिन्न ज्ञान और साहित्य का भंडारण करने वाली एक महत्वपूर्ण संस्था है। यह समाज में ज्ञान को संग्रहित करने का एक माध्यम है जो विभिन्न विषयों की पुस्तकें, पत्रिकाएं, जर्नल्स, और अन्य साहित्यिक संसाधनों को समर्थित करता है।

यह एक स्थान है जहां विद्यार्थी, अध्येता, शोधकर्ता, और साहित्य प्रेमी ज्ञान का आनंद लेते हैं।

पुस्तकालय शिक्षा का मुख्य स्रोत होता है। यह विभिन्न शिक्षा संस्थानों में छात्रों को शिक्षा सामग्री, रेफरेंस पुस्तकें, अध्ययन सामग्री, और अन्य विषय संबंधी पुस्तकें प्रदान करता है। इससे छात्रों के ज्ञान और अध्ययन को समृद्ध किया जाता है और वे अपने शिक्षा में प्रगति कर सकते हैं।

पुस्तकालय रचनात्मक सृजनात्मकता को प्रोत्साहित करता है। वहां लोग विभिन्न शैली में लिखी गई पुस्तकों, कहानियों, कविताओं, और अन्य सृजनात्मक रचनाओं का आनंद लेते हैं। इससे उनमें लेखनी और सृजनात्मकता की प्रेरणा बढ़ती है और उन्हें खुद को संवारने का अवसर मिलता है।

पुस्तकालय विभिन्न विषयों के विशेषज्ञों के अनुसंधान और अध्ययन का केंद्र भी होता है। इसमें विभिन्न विषयों पर लिखी गई पुस्तकें और जर्नल्स मिलते हैं जो शोधकर्ताओं को नवीनतम ज्ञान और विकास से अवगत कराते हैं।

इस प्रकार, पुस्तकालय समाज के लिए एक अमूल्य संसाधन है जो ज्ञान, शिक्षा, और सृजनशीलता को समर्थित करता है और लोगों के विकास और समृद्धि में महत्वपूर्ण योगदान देता है।

पुस्तकालय का महत्व हिंदी निबंध 300 शब्द

पुस्तकालय एक ऐसी संस्था है जो समाज के लिए विश्वासनीय ज्ञान का संग्रहालय और विश्वविद्यालयों, विद्यार्थियों, शोधकर्ताओं, और साहित्य प्रेमियों के लिए एक महत्वपूर्ण स्थान है। यह एक साधारण व्यक्ति को भी बेहद ज्ञानवर्धक बना सकता है।

पुस्तकालय का महत्व शिक्षा के क्षेत्र में भी अधिक होता है। यह विभिन्न विषयों की पुस्तकें और अध्ययन सामग्री प्रदान करके शिक्षा संस्थानों में पढ़ाई और अध्ययन को समृद्ध करता है। छात्रों को उच्चतर शिक्षा और अनुसंधान के लिए विभिन्न स्रोतों की पहचान करने में मदद मिलती है और उन्हें ज्ञान का विस्तार करने में सक्रिय बनाती है।

पुस्तकालय रचनात्मक सृजनात्मकता को प्रोत्साहित करने में भी बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। वहां लोग विभिन्न विषयों पर लिखी गई पुस्तकों, कहानियों, कविताओं, और संशोधन प्रस्तुतियों का आनंद लेते हैं। इससे उनमें लेखनी और सृजनात्मकता की प्रेरणा बढ़ती है और उन्हें खुद को संवारने का अवसर मिलता है।

पुस्तकालय विभिन्न प्रकार की पुस्तकें, पत्रिकाएं, जर्नल्स, और साहित्यिक संसाधनों को संग्रहित करके लोगों को ज्ञान और विज्ञान की दुनिया में रूचि प्रदान करता है। इससे उन्हें समस्याओं के समाधान के लिए सक्रिय बनाता है और उनके समय को सार्थक बनाता है।

समाज में ज्ञान के विस्तार और अनुसंधान को प्रोत्साहित करने के लिए पुस्तकालय एक महत्वपूर्ण रूप से योगदान देता है और समृद्धि के माध्यम से समाज के विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। पुस्तकालय में संग्रहित ज्ञान से लोग अपने जीवन में समृद्धि, समानता, और सफलता की ओर बढ़ सकते हैं।

पुस्तकालय का महत्व हिंदी निबंध 500 शब्द

पुस्तकालय एक महत्वपूर्ण सांस्कृतिक संस्था है, जो समाज को ज्ञान, सृजनशीलता, और विकास का रास्ता प्रदान करती है। यह ज्ञान का संग्रहालय है जिसमें विभिन्न विषयों की पुस्तकें, पत्रिकाएं, जर्नल्स, और अन्य साहित्यिक संसाधन होते हैं।

इससे लोग ज्ञान, अनुसंधान, और विचारों का विकास कर सकते हैं और अपने जीवन को समृद्ध, सफल, और समर्थ बना सकते हैं।

पुस्तकालय का महत्व शिक्षा के क्षेत्र में भी अधिक होता है। यह शिक्षा संस्थानों में पढ़ाई और अध्ययन को समर्थित करता है। छात्रों को विभिन्न विषयों पर पुस्तकों का उपयोग करने का अवसर मिलता है और उन्हें गहराई से समझने और अध्ययन करने की क्षमता प्राप्त होती है।

विशेषज्ञता विकसित करने के लिए यह एक महत्वपूर्ण स्रोत है जिससे छात्रों के ज्ञान और विकास का समर्थन होता है।

पुस्तकालय रचनात्मक सृजनात्मकता को प्रोत्साहित करने में भी बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह वह स्थान है जहां लोग विभिन्न रचनात्मक कार्य करते हैं और अपने विचारों, कला, साहित्य, और संशोधन को साझा करते हैं। इससे उनमें लेखनी और सृजनात्मकता की प्रेरणा बढ़ती है और उन्हें खुद को संवारने का अवसर मिलता है।

पुस्तकालय विभिन्न विषयों के विशेषज्ञों के अनुसंधान और अध्ययन का केंद्र भी होता है। इससे विश्वविद्यालयों और अन्य शोध संस्थानों में विभिन्न अनुसंधान और प्रोजेक्ट्स के लिए संसाधनों का उपयोग होता है। यह विभिन्न विषयों पर लिखी गई पुस्तकें, जर्नल्स, और रिपोर्ट्स प्रदान करता है जिससे शोधकर्ता और विशेषज्ञ नवीनतम ज्ञान और विकास से अवगत होते हैं।

पुस्तकालय विभिन्न प्रकार की पुस्तकें, पत्रिकाएं, जर्नल्स, और साहित्यिक संसाधनों को संग्रहित करके लोगों को ज्ञान और विकास का स्थायी स्रोत प्रदान करता है। इसके माध्यम से लोग अपनी जीवन और समाज को समृद्ध, समानता से भरपूर, और तरक्की की राह पर आगे बढ़ाते हैं।

आजकल, डिजिटल युग में भी पुस्तकालयों का महत्व अधिक बढ़ गया है। डिजिटल पुस्तकालय विभिन्न वेबसाइट्स और एप्लिकेशन के माध्यम से लोगों को विशाल संख्यक साहित्यिक संसाधन ऑनलाइन प्राप्त करने का अवसर प्रदान करते हैं। इससे लोग विभिन्न विषयों पर ज्ञान प्राप्त कर सकते हैं, सृजनात्मकता का अभिवादन कर सकते हैं, और अध्ययन और संशोधन कर सकते हैं।

इस प्रकार, पुस्तकालय समाज के लिए अनमोल संसाधन है, जो ज्ञान, सृजनशीलता, और विकास को समर्थित करता है और लोगों के विकास और समृद्धि में महत्वपूर्ण योगदान देता है।

इसलिए, हम सभी को पुस्तकालयों के महत्व को समझना और इनका समय से उपयोग करना चाहिए ताकि हम अपने जीवन को समृद्ध, ज्ञानवर्धक, और समर्थ बना सकें।

पुस्तकालय का महत्व पर निबंध 10 लाइन हिंदी में

  • पुस्तकालय समाज के ज्ञान और सृजनशीलता का एक महत्वपूर्ण स्रोत है।
  • इसमें विभिन्न विषयों पर पुस्तकें और साहित्यिक संसाधन संग्रहित होते हैं।
  • पुस्तकालय शिक्षा के क्षेत्र में भी अधिक महत्वपूर्ण है।
  • इससे छात्रों को विभिन्न विषयों में अध्ययन करने का अवसर मिलता है।
  • पुस्तकालय रचनात्मक सृजनात्मकता को प्रोत्साहित करता है।
  • यह लोगों को विचारों और कला को समर्थन करने का भी माध्यम है।
  • शोधकर्ताओं के अनुसंधान और विकास के लिए यह एक महत्वपूर्ण स्रोत है।
  • पुस्तकालय द्वारा डिजिटल पुस्तकालय के रूप में ऑनलाइन विकल्प भी हैं।
  • यह समाज में ज्ञान को साझा करने और समृद्धि के लिए एक माध्यम प्रदान करता है।
  • इसलिए, हमें पुस्तकालय का समय से उपयोग करना चाहिए ताकि हम अपने विकास को समर्थन कर सकें।

पुस्तकालय का महत्व पर निबंध 15 लाइन हिंदी में

  • पुस्तकालय समाज में ज्ञान, सृजनशीलता और विकास को प्रोत्साहित करता है।
  • इसमें विभिन्न विषयों पर लाखों पुस्तकें, पत्रिकाएं और जर्नल्स संग्रहित होते हैं।
  • यह शिक्षा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण साधना है जो छात्रों को अध्ययन के लिए समर्थ बनाती है।
  • पुस्तकालय विभिन्न संशोधन और अनुसंधान के लिए साधनाएं प्रदान करता है।
  • रचनात्मकता को प्रोत्साहित करने के लिए यह एक उत्कृष्ट स्थान है।
  • शोधकर्ताओं को नवीनतम ज्ञान और विकास के लिए स्रोत प्रदान करता है।
  • पुस्तकालय विभिन्न भाषाओं और संस्कृतियों को एकसाथ मिलाता है।
  • यह समाज में ज्ञान को साझा करने का माध्यम है।
  • विभिन्न विषयों में विशेषज्ञता के विकास के लिए पुस्तकालय महत्वपूर्ण है।
  • यह विभिन्न साहित्यिक रचनाओं को पढ़कर मनोरंजन प्रदान करता है।
  • पुस्तकालय से लोग नवीनतम और अद्भुत कहानियों से परिचित होते हैं।
  • इससे लोग विभिन्न विषयों में अपनी रुचि के अनुसार पढ़ाई कर सकते हैं।
  • यह ज्ञान के संग्रहालय के रूप में भी जाना जाता है जो अनमोल धरोहर है।
  • पुस्तकालय विभिन्न वयस्कों, बच्चों और वृद्धों के लिए एक सामाजिक स्थान है।
  • इसलिए, पुस्तकालय समाज में ज्ञान, सृजनशीलता, और समृद्धि के लिए एक महत्वपूर्ण संस्था है।

पुस्तकालय का महत्व पर निबंध 20 लाइन हिंदी में

  • पुस्तकालय समाज में ज्ञान और सृजनशीलता को बढ़ाने का महत्वपूर्ण स्थान है।
  • इसमें विभिन्न विषयों पर लाखों पुस्तकें, पत्रिकाएं, जर्नल्स और संशोधन सामग्री संग्रहित होती हैं।
  • पुस्तकालय शिक्षा के क्षेत्र में अधिक महत्वपूर्ण है, जो छात्रों को अध्ययन के लिए सक्षम बनाता है।
  • यह रचनात्मक सृजनात्मकता को प्रोत्साहित करने का स्थान है, जो लोगों के मनोविज्ञान को संतुलित रखता है।
  • पुस्तकालय विभिन्न विषयों में विशेषज्ञता को विकसित करने के लिए महत्वपूर्ण है।
  • शोधकर्ताओं को नवीनतम ज्ञान और अध्ययन के लिए साधनाएं प्रदान करता है।
  • पुस्तकालय विभिन्न भाषाओं और संस्कृतियों को एकत्र करता है और भाषा और संस्कृति के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देता है।
  • यह समाज में ज्ञान को साझा करने और समृद्धि के लिए एक माध्यम है।
  • पुस्तकालय विभिन्न वयस्कों, बच्चों और वृद्धों के लिए एक समाजिक स्थान है।
  • यह विभिन्न विषयों में अपनी रुचि के अनुसार पढ़ाई करने का अवसर प्रदान करता है।
  • पुस्तकालय से लोग नवीनतम और अद्भुत कहानियों से परिचित होते हैं और अपने विचारों को साझा करते हैं।
  • इससे विभिन्न शिक्षा नीतियों और नैतिकता की प्रेरणा मिलती है।
  • यह विभिन्न साहित्यिक रचनाएं, कविताएं, कहानियाँ और जीवनी को पढ़कर मनोरंजन प्रदान करता है।
  • पुस्तकालय विभिन्न विषयों पर अध्ययन और अनुसंधान के लिए जानकारी प्रदान करता है।
  • इसके माध्यम से लोग अपने विचारों को साझा कर सकते हैं और सामाजिक जागरूकता को बढ़ा सकते हैं।
  • पुस्तकालय समाज में लेखकों और रचनाकारों की श्रेयस्क देता है, जो उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता है।
  • यह समाज को नैतिकता, तत्त्वज्ञान, और सामाजिक मुल्यों के विकास में सहायक होता है।
  • पुस्तकालय से लोग नए भाषा और शैली में लिखी गई रचनाएं पढ़कर संस्कृति को समझते हैं।
  • यह रिक्रेशन के लिए भी एक उत्कृष्ट स्थान है, जो लोगों को अपनी पसंदीदा लेखकों और कवियों के काम का आनंद लेने में मदद करता है।
  • इसलिए, पुस्तकालय समाज के विकास और समृद्धि के लिए अधिक महत्वपूर्ण है और हमें इसे अपने जीवन में सक्रिय रूप से शामिल करना चाहिए।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

पुस्तकालय क्या है.

पुस्तकालय एक स्थान है जो विभिन्न विषयों पर पुस्तकें, पत्रिकाएं, जर्नल्स और साहित्यिक सामग्री को संग्रहित करती है।

पुस्तकालय का महत्व क्या है?

पुस्तकालय समाज में ज्ञान, सृजनशीलता, और विकास को प्रोत्साहित करता है और लोगों को अनमोल संसाधन प्रदान करता है।

पुस्तकालय में कितनी पुस्तकें होती हैं?

पुस्तकालय में हजारों, लाखों से भी अधिक पुस्तकें होती हैं, जो विभिन्न विषयों पर होती हैं।

क्या पुस्तकालय शिक्षा के लिए महत्वपूर्ण है?

हां, पुस्तकालय शिक्षा के क्षेत्र में अधिक महत्वपूर्ण है, जो छात्रों को अध्ययन के लिए समर्थ बनाता है।

पुस्तकालय के द्वारा क्या लाभ होता है?

पुस्तकालय विभिन्न विषयों में विशेषज्ञता के विकास, रचनात्मक सृजनात्मकता, और नवीनतम ज्ञान के प्रोत्साहन के लिए लाभकारी होता है।

क्या डिजिटल पुस्तकालय उपयोगी है?

हां, डिजिटल पुस्तकालय विभिन्न ऑनलाइन प्रकार के साहित्यिक संसाधनों को प्रदान करता है और लोगों को विशाल संख्यक सामग्री के पहुंच देता है।

पुस्तकालय से कैसे पुस्तकें ली जा सकती हैं?

पुस्तकालय से पुस्तकें लेने के लिए आपको पुस्तकालय के सदस्य बनने की आवश्यकता होती है और फिर आप पुस्तकें उधार ले सकते हैं।

क्या पुस्तकालय में अन्य साहित्यिक कार्यक्रम होते हैं?

हां, पुस्तकालय विभिन्न साहित्यिक कार्यक्रम जैसे कि किताबों के लेखक संवाद, कहानी सुनाई जाने, और साहित्यिक गोष्ठियां आयोजित करता है।

पुस्तकालय का ऑनलाइन उपयोग कैसे किया जा सकता है?

आप विभिन्न डिजिटल पुस्तकालय वेबसाइट्स और एप्लिकेशन्स का उपयोग करके ऑनलाइन पुस्तकें और साहित्यिक संसाधन प्राप्त कर सकते हैं।

पुस्तकालय में कैसे शांति और सुकून प्राप्त किया जा सकता है?

पुस्तकालय एक स्थान है जो लोगों को शांति, सुकून और शारीरिक-मानसिक चैन प्रदान करता है, क्योंकि वहां लोग अपनी पसंदीदा पुस्तकों में खोये रहते हैं।

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एक उत्तम निबंध कैसे लिखें.

Last Updated: May 9, 2017 By Gopal Mishra 11 Comments

निबंध कैसे लिखें?

How to write an essay in hindi.

निबंध लिखने का तरीका समझने से पहले यह जानना आवश्यक है कि “निबंध क्या है?” और उसके तत्त्व कौन से हैं व सफल निबन्ध की कसौटी क्या है? तत्पश्चात ही उच्च गुणवत्ता का निबन्ध लेखन किया जा सकता है।

rummy gold

निबंध क्या है?

हिंदी के प्रमुख साहित्यकार आचार्य रामचंद्र शुक्ल ने निबन्ध को परिभाषित करते हुए कहा है-

निबन्ध लेखक अपने मन की प्रवृत्ति के अनुसार स्वच्छंद गति से इधर-उधर फूटी हुई सूत्र शाखाओं पर विचरता चलता है।

उपरोक्त परिभाषा से दो तथ्य तो स्पष्ट हो जाते हैं कि निबन्ध लेखक के मन की प्रवृत्ति के अनुरूप  ही होना चाहिए और निबन्ध का लेखन स्वच्छन्द गति पर आधारित हो अर्थात निबन्ध लेखक के व्यक्तित्त्व को, उसके मानसिक चिन्तन को शत-प्रतिशत उजागर करता हो। यानी निबंध ऐसा लिखना चाहिए कि लेखक का चिंतन, वैचारिक स्तर, विषय पर उसकी स्वयं की विचारधारा स्पष्ट हो जानी चाहिए।

यानि हम कह सकते हैं कि-

holy rummy

निबंध, लेखक के व्यक्तित्व को प्रकाशित करने वाली ललित गद्य-रचना है।

इसके अतिरिक्त लेखक को नदी की धारा सम स्वच्छन्दता से बहना चाहिए, किसी अन्य के मत से प्रभावित हुए बिना। लेखक का व्यक्तिगत परिचय या स्वार्थ विषय-वस्तु को प्रभावित न करे- यह अत्यन्त आवश्यक है। ज़रूरी नहीं कि आप जो भी लिखें वो सभी को स्वीकार्य हो, ज़रूरी ये है कि आप निष्पक्ष हो कर लिखें क्योंकि निष्पक्षता ही किसी निबंध की प्रथम और अंतिम कसौटी है।

कुछ अन्य बातों की ओर भी निबन्ध लेखक का ध्यान हो, जैसे-

  • पाठक को निबन्ध पढ़ते हुए सहभागिता का अनुभव हो
  • लेखक के विचार पाठक को सरलता से समझ आने चाहियें
  • जहाँ तक संभव हो लेखक के अनुभव पाठक को आप-बीते अनुभव हों

वस्तुतः किसी भी निबन्ध की सफलता इसी तथ्य पर निर्भर करती है कि पाठक उससे कितनी आत्मीयता अनुभव करते हैं।

निबन्ध कैसे लिखें?

मूलतः हमारा विषय यह था कि “ निबन्ध कैसे लिखें “। एक आप-बीती बताती हूँ -शिक्षण जगत में प्रवेश किया ही था कि एक निराश कर देने वाला अनुभव हुआ। परीक्षा के पश्चात एक विद्यार्थी से परीक्षा संबंधित वार्तालाप करते हुए कहा,” निबन्ध छोड़ आया क्योंकि याद किया हुआ नहीं आया।” मैं अचंभित होते हुए उससे पूछ बैठी,” निबन्ध को भी याद करना होता है क्या?” उसने कोई उत्तर नही दिया।

काफी विचार-मंथन के पश्चात मुझे सम्पूर्ण शिक्षण-प्रक्रिया में यह खामी नज़र आयी कि हम शायद यह समझ ही नहीं पाए थे कि पाठ्यक्रम में निबन्ध-लेखन क्यों जोड़ा गया है। कक्षा में छात्रों का वाद-विवाद होने पर प्रायः यह कहा करती थी कि अगर अपने विचारों को स्पष्ट नहीं कर पा रहे और विवाद का हल हिंसा में खोजते हो तो सारी शिक्षण – व्यवस्था ही  असफल है।विचारों को उचित तरीके से स्पष्ट कर पाने की कला को सीखना  ही निबन्ध-लेखन का मूल मंतव्य है।

मित्रों, निबंध कैसे लिखें  समझने के लिए यह जानना ज़रूरी है कि-

पाठ्यक्रम में निबन्ध – लेखन को क्यों समाहित किया गया :

1.  विद्यार्थी अपने विचारों को एकत्र करना सीख पाए। 2. विचारों को संतुलित तरीके से व्यक्त कर पाएं। 3. भाषा को उपयुक्त रूप से प्रयोग करना सीख पाएं। 4. किसी भी विषय पर छात्रों के स्वयं के विचार हों। 5. उनका वैचारिक स्तर निश्चित हो सके। 6. संवेदनात्मक व वैचारिक स्तर पर परिपक्व हो सके। 7. वे अपने विचारों को सकारात्मक दिशा दे पाए। 8.  अपने विचारों को दृढ़ता से रखना सीख सके। 9. आलोचनात्मक दृष्टिकोण विकसित हो सके। 10.रटन्तू तोता न बन विचारशील प्राणी बन सके।

अब प्रश्न यह उठता है कि निबन्ध किस प्रकार लिखे जाने चाहियें।

निबन्ध लिखते हुए छात्रों को इन बातों पर ध्यान देना चाहिए-

1) निबंध के विषय पर अधिक से अधिक जानकारी एकत्र करें, इसके लिए आप इन्टरनेट और पुस्कालयों की मदद ले सकते हैं। आप अपने शिक्षक से भी विषय सम्बंधित किताबों या लेखों के बारे में जानकारी ले सकते हैं। यदि आप किसी परिभाषा या वक्तव्य को प्रयोग करना चाहते हैं तो उसे लिख लें और उसका स्रोत भी नोट कर लें। विशेषकर आपकी सोच को बल देती महापुरुषों की उक्तियाँ अवश्य लिख  कर याद कर लें।

ध्यान रहे कि अध्यन करने के पीछे का उद्देश्य चीजों को रटना नहीं बल्कि अपने ज्ञान को बढ़ाना और अपनी एक सोच विकसित करना है।

2) पहले से लिखे उत्कृष्ट निबंधों का अध्यन करें। ऐसा करते हुए आपको एक अच्छे निबन्ध के प्रारूप को समझना है। यहाँ यह भी ज़रूरी नहीं कि आप उसी विषय पर निबंध पढ़ें जिसपर आपको खुद लिखना है, आप किसी भी विषय पर लिखा अच्छा निबंध पढ़कर अपना लेखन सुधार सकते हैं।

3) अपने विषय को लेकर आपने जो विचार बनाए हैं उसकी अपने मित्रों या परिवारजनों से चर्चा करें। चर्चा से निकले प्रमुख बिन्दुओं को नोट कर लें और सही हो तो उनका निबंध में प्रयोग करें।

4) निबन्ध लिखने से पहले उसकी एक रूपरेखा बना लें: आरम्भ, मध्य व अंत मे क्या-क्या लिखना है सोच लें और किसी अन्य पेज पर बुलेट पॉइंट्स में लिख लें।

5) निबंध की भाषा सरल व स्पष्ट हो।

6) लेखन शुद्ध , त्रुटि रहित हो।

7) रटा-रटाया न होकर मौलिक विषय-वस्तु हो।

8) अपने अनुभवों पर आधारित हो।

9) हर तथ्य क्रम में हो मसलन समस्या का अर्थ, कारण, दूर करने के उपाय ओर अंत मे उपसंहार-सभी बातें उचित क्रम में हों।

10) अनावश्यक विस्तार से बचें।

11) तथ्यों की पुनरावृत्ति न करें .

12) शीर्षक व उपशीर्षक को रेखांकित करें।

13) विषय से संबंधित किसी प्रसिद्ध कवि या महा-पुरुष की कोई उक्ति स्मृति में हो तो उसे अवश्य लिखें।

14) अंत मे दोबारा पढ़ कर उसमें आवश्यक सुधार करें और वर्तनी पर विशेष ध्यान दें।

इन तथ्यों को ध्यान में रखकर विद्यार्थी निबन्ध-लेखन में शत-प्रतिशत अंक ला सकता है। निबन्ध- लेखन सागर के समान गहरा अवश्य है पर उसमे उतरेंगे तो सफलता रूपी मोती अवश्य ही पाएंगे।

book ka essay in hindi

लेखिका हिंदी प्रवक्ता

निबंध लेखन की कला सिखाते इस लेख के लिए हम  नीरू ‘शिवम’ जी के आभारी हैं। धन्यवाद!

AchhiKhabar.Com पर प्रकाशित निबंधों की सूची यहाँ देखें 

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book ka essay in hindi

November 27, 2022 at 8:30 pm

Didi thank you so much ?

August 3, 2021 at 4:51 pm

दीदी आपका बहुत बहुत धन्यवाद आपके लेख को पढ़कर काफी प्रेरणा मिली कल मेरा शिक्षाशास्त्र परास्नातक द्वितीय वर्ष पंचम प्रश्नपत्र है आशीर्वाद दीजिएगा

book ka essay in hindi

November 14, 2018 at 11:50 pm

Kya nibandh mE subject related diagram (chitra) banaya ja sakta h

book ka essay in hindi

November 15, 2018 at 8:49 am

नहीं. लेकिन आप इन्फोग्रफिक या टेबल जैसा कुछ बना सकते हैं जिसमे निबंध से सम्बंधित बातें शोर्ट में बतायी गयी हों.

book ka essay in hindi

March 8, 2018 at 10:36 pm

Aapne jo bhi baatein kahin hai wo hum jarur dhayan me rakhenge and thanks for your tips ma’am.

book ka essay in hindi

February 25, 2018 at 12:00 am

Thanks for the tips ma’am…but I request to you ki hum log 3rd class k bacchho ko nibandh dikhana kaise sikhaye samay ki kami k Karan unless pass school books k bad time nahi hota…. please help

book ka essay in hindi

December 28, 2017 at 7:49 pm

Very very thankful sir….

book ka essay in hindi

May 18, 2017 at 10:06 pm

बहुत बढ़िया आर्टिकल स्टूडेंट के लिए बहुत ही फायदेमंद, निबंध से परीक्षा में अच्छे मार्क्स पाने का अवसर होता हैं.

book ka essay in hindi

May 11, 2017 at 3:10 pm

Thanks for this Post sir….

book ka essay in hindi

May 10, 2017 at 6:29 pm

Nice article… Sahi kaha aapne apne vicharon ko sahi tarah se spasht karne ki kala ko sikhna hi nibandh hai. Is article se sabhi students ko nibandh likhne me zarur laabh milega.

book ka essay in hindi

May 10, 2017 at 2:46 am

परीक्षा में अच्छे अंक पाने में निबंध का अहम योगदान होता है और इसके लिए सभी students मेहनत भी करते है लेकिन फिर भी सबका रिजल्ट भिन्न होता है । नीरू जी आपके द्वारा बताएं गए टिप्स से यकीनन Students को बहुत मदद मिलेगी ।

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पुस्तक मेला पर निबंध। Essay on Book Fair in Hindi

पुस्तक मेला पर निबंध। Essay on Book Fair in Hindi : पुस्तक मेले हमारे लिए वरदान हैं । ये पाठकों और लेखकों के संगम होते हैं । यहां पर सभी विषयों पर सभी प्रकार की पुस्तकें सरलता से मिल जाती हैं। सन् 2002 ई. को नेशनल बुक ट्रस्ट ऑफ इण्डिया द्वारा ‘पुस्तकों का वर्ष घोषित किया गया। प्रगति मैदान में विश्व पुस्तक मेला आयोजित हुआ। इस आयोजन के बारे में हमें समाचार पत्र-पत्रिकाओं के माध्यम से पता चला था। मैं और मेरा मित्र इस महान पर्व को देखने के लिए उत्साहित थे। बचपन से ही मुझे पुस्तकें पढ़ने का बहुत पसंद है इसलिए मुझे इस मेले में जाने की बहुत इच्छा हुई इसलिए मैंने और मेरे मित्रों ने इस मेले में जाने की योजना बनाई.

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पुस्तके हमारे सच्चे मित्र पर निबंध (Books Our Best Friends Essay In Hindi)

पुस्तके हमारे सच्चे मित्र पर निबंध (Books Our Best Friends Essay In Hindi)

आज   हम पुस्तके हमारे सच्चे मित्र पर निबंध (Essay On Books Our Best Friends In Hindi) लिखेंगे। पुस्तके हमारे सच्चे मित्र पर लिखा यह निबंध बच्चो (kids) और class 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11, 12 और कॉलेज के विद्यार्थियों के लिए लिखा गया है।

पुस्तके हमारे सच्चे मित्र पर लिखा हुआ यह निबंध (Essay On Books Our Best Friends In Hindi) आप अपने स्कूल या फिर कॉलेज प्रोजेक्ट के लिए इस्तेमाल कर सकते है। आपको हमारे इस वेबसाइट पर और भी कही विषयो पर हिंदी में निबंध मिलेंगे , जिन्हे आप पढ़ सकते है।

पुस्तके हमारी सच्ची मित्र होती है। एक बार आपका कोई दोस्त आपका साथ छोड़ सकता है, पर पुस्तके कभी हमारा साथ नहीँ छोड़ती। दुख में सुख में हंसी खुशी सभी मे पुस्तके एक सच्ची मित्र बनकर हमारा साथ निभाती है।

पुस्तकें ज्ञान प्रदान करती है, हमेशा अच्छी बातें ही सिखाती है। पुस्तकें हमारा मार्गदर्शन करती है। जब भी हम हमारा रास्ता भटकते है, तो ये हमें रास्ता दिखाती है। पुराने मंदिर, पुराना इतिहास सभी नष्ट हो जाता है पर पुस्तकें हमेशा जीवित रहती है।

पुस्तके हमारे जीवन मे बहुत महत्व रखती है। ये हमें एक अच्छा इंसान तो बनाती है, साथ ही अच्छे सँस्कार भी प्रदान करती है। हम इसी के ज्ञान से अच्छे बुरे की पहचान करना जानते है। इसलिए तो पुस्तके हमारी सच्ची मित्र होती है।

पुस्तकों का रूप

सृष्टि के आदिकाल से ही पुस्तकों का रूप बड़ी – बड़ी शिलाओं के ऊपर चित्रों तथा तस्वीरों के रूप में देखा जाता था। उन पुस्तको का रूप आज भी शिलाओं पर या कन्दराओं में देखा जा सकता है।

उसके बाद फिर शुरुआत हुई ताड़पत्र और भोज पत्रों की, जिसे आप अजायबघर (Museum) में देख सकते है। उसके कुछ समय पश्चात कागजो का आविष्कार हुआ ओर ऐसा माना जाता है की इस कागज का सर्वप्रथम प्रारम्भ चीन में हुआ।

पुस्तकों में ज्ञान का संचार लेखक, कवि, इतिहासकार, कहानीकार, उपन्यासकार, नाटककार, निबंधकार तथा एकांकी लेखक कोई भी कर सकता है। वो लेखक अपने विचार तथा भावों को लेखनी द्वारा कागज पर लिपिबद्ध करता है।

वही लेखनी पांडुलिपि कहि जाती है और उन पांडुलिपि रूप को कम्पोजिटर के हाथों में दे दिया जाता है, जो इन पुस्तकों को टाइपो के रूप में बांध देते है। इसके बाद जो रूप हमारे पास उभर कर आता है, उसे कहते है पुस्तक।

लेकिन उन पुस्तको में जो शब्द और जो विचार होते है, वो अगर हमारे मन को लुभाते है, तो समझिए आपके चरित्र और जीवन पर एक सकारात्मक असर छोड़ जाते है।

पुस्तके हमारे सच्चे मित्र

किताबो पर दुनिया के अनेक महान लोंगो ने अपने – अपने विचार प्रकट करें है। जिनमे से कुछ अनमोल कथन ये दर्शाते है कि मानव का जीवन और उसकी प्रत्येक प्रगति में किताबो की अहम भूमिका होती है।

किताबे ना केवल सूचना और ज्ञान का भंडार है, बल्कि हमारे चिंतन और मानसिक विस्तार में तथा हमे एक सभ्य ओर संस्कारी मनुष्य बनाने में एक बहुत बड़ा योगदान प्रदान करते है।वैसे कई महान लोगो ने पुस्तक पर अपने बहुत ही अच्छे विचार प्रकट करे है। जिनमे से कुछ के विचार इस प्रकार है।

(1) “किताबो जैसा वफ़ादार कोई दोस्त नहीं।” – अर्नेस्ट हेमिंग्वे

(2) “किताबें आदमी को यह अहसास दिलाती हैं कि जिन्हें वह अपना मूल विचार समझता है वह कोई नया नहीं है।” – अब्राहम लिंकन

(3) “अच्छी पुस्तकें जीवंत देव प्रतिमाएं हैं। उनकी आराधना से तत्काल प्रकाश और उल्लास मिलता है।” – पंडित श्रीराम शर्मा ‘आचार्य

(4) “जब कभी आप कोई अच्छी पुस्तक पढ़ते है, तो दुनिया में कहीं एक नया दरवाजा खुलता है और कुछ अधिक रोशनी अंदर आती है।” – वेरा नज़ैरियन

(5) “जो कोई भी यह कहता है कि जीने के लिए बस एक ही जिंदगी है, वह जरूर किताब पढ़ना नहीं जानता होगा।” – अज्ञात

(6) “किताबों के बिना कमरा जैसे बिना आत्मा का शरीर।” – सिसरो

(7) “कई सारे छोटे-छोटे तरीके हैं जिनसे आप अपने बच्चे की दुनिया विस्तारित कर सकते हैं। उनमें सबसे अच्छा है किताबों से लगाव पैदा करना।” – जैकलीन कैनेडी ओनासिस

(8) “आप खुशियां नहीं खरीद सकते, लेकिन किताब खरीद सकते हैं जो आपको खुशियां ही देगी।” – अज्ञात

(9) “हमारे बचपन में पूरे आनंद के साथ बीता शायद ही ऐसा कोई दिन हो जो किताबों के साथ न गुजरा हो।” – मार्सल प्रूस्त

(10) “याद रखिए: एक किताब, एक कलम, एक बच्चा और एक शिक्षक दुनिया बदल सकते हैं।” – मलाला युसफजई

पुस्तक पर लिखे ये कथन हमे ये सिखाते है कि पुस्तक ही हमारी वो सच्ची मित्र है जो हमेशा हमारा साथ निभाती है। पुस्तक का साथ हमें कभी नही छोड़ना चाहिए, क्योंकि ये हमेशा कुछ अच्छा ही सिखाएंगी ओर हमारा भला ही चाहेंगी।

इसलिए इसका हाथ प्रत्येक परिस्थिति में जकड़ के रखिये। क्योंकि अनमोल रत्न कभी खोना नही चाहिए, इसको हमेशा सम्भालके रखने में ही हमारी भलाई है।

पुस्तकें सच्चे मित्र के समान चरित्र निर्माण में मदतगार

पुस्तके ही है जो महान व्यक्तियों के विचारों को हमारे तक पोहचाने का माध्य्म है। प्राचीनकाल में जब कोई ऐसा साधन नहीं था, जिससे कि हमारे ऋषि मुनि अपने उच्च विचारों को समेट कर रख सके। तब इसके लिए ताड पत्र चुना गया, जिस पर लिखकर वो अपने विचारों को समेट कर रखते थे।

जैसे-जैसे सभ्यता का विकास हुआ, तकनीकी युग का आरंभ हुआ, तब छापाखाना यानी प्रिंटिंग मशीन का आविष्कार हुआ। तब से ही विभिन्न पुस्तकों का निर्माण हुआ ओर वही ऋषी मुनियों के विचार आज तक हमारे पास सुरक्षित है।

तभी तो हम हमारे पुराने रीतिरिवाजों ओर संस्कारों को अच्छी तरह से जानते है। जिनको आज पष्चिमी सभ्यता के लोग भी हमारे देश भारत मे आकर ग्रहण कर रहें है। क्योंकि कोई भी ज्ञान हो और चाहे कहि का भी हो, पुस्तकें हमेंशा से ही इंसान को सही राह दिखाने ओर चरित्र निर्माण के लिए सहायक होती है।

पुस्तकें ही है जो हमारे चरित्र के निर्माण में बहुत सहायक होती है। इसमें सबसे अधिक सहायक हमारे धर्म ग्रन्थ होते है, जैसे बाइबल, रामायण, गीता, कुरान, गुरु ग्रन्थ साहिब आदि।आजकल मोटिवेशनल स्पीकर हमे नकारात्मक भाव से दूर रहने का ज्ञान प्रदान करते है। जहाँ धर्मग्रंथ कर्म की सही राह दिखाते है, वही पंचतंत्र की कहानियां, हितोपदेश आदि हमें नैतिकता का पाठ पढ़ाते है।

पुस्तकों के प्रकार

पुस्तकें कई प्रकार की होती है और सभी पुस्तकों की अपनी – अपनी एक अलग खासियत होती है। सभी ही कुछ ना कुछ ज्ञान ही बाँटती है। इन पुस्तकों को हम हमारे बचपन से लेकर बड़े होने तक देख सकते है और हम हमारा बचपन इन पुस्तक जैसे सच्चे मित्र के साथ गुजारते है।

नर्सरी क्लास से लेकर बारहवीं तक कि शिक्षा इन पुस्तकों के साथ ही मिलती है। यही वो हमारी सच्ची मित्र है जिसने केवल हमको बस दिया ही दिया है, बदले में हमसे कुछ नहीं मांगा।

करियर की शुरुआत इन पुस्तकों के बिना सम्भव नहीँ है। आज जो डॉक्टर, वकील, इंजीनियर बने है, क्या वो बिना पुस्तको के ज्ञान से सम्भव है? नही बिल्कुल भी नहीं। जब गुरु बिन ज्ञान नहीं तो पुस्तक बिना वो ज्ञान कैसे भला सम्भव हो सकता है। पुस्तक बिना जीवन की शुरुआत नहीँ, इसलिए पुस्तक ही सर्व ज्ञान की कुंजी है।

हमारे जीवन की सबसे उत्कृष्ठ प्रकार की पुस्तकें इस प्रकार है।

  • पाठ्य पुस्तके जो स्कूलों में उपयोग की जाती है, जो आमतौर पर मुद्रित होती है।
  • वैज्ञानिक पुस्तके
  • मनोरंजन की पुस्तकें
  • परामर्श की पुस्तकें
  • साहित्यक ओर कई प्रकार की भाषाओं वाली पुस्तके
  • कविता और कहानियों वाली पुस्तके
  • तकनिकी ज्ञान की पुस्तकें
  • धार्मिक पुस्तकें
  • प्रकटीकरण पुस्तकें
  • उपन्यास की पुस्तके
  • कलात्मक ज्ञान की पुस्तके
  • खाने पीने की चीजों वाली पुस्तके
  • चिकित्सक सहायता की पुस्तकें

आप इन पुस्तकों को देखकर अंदाजा लगा सकते है कि पुस्तक ने हमारे जीवन मे एक महत्वपूर्ण स्थान बना लिया है। इसकी आवश्यकता शिक्षा से लेकर धर्म और धर्म से लेकर हमारे कर्म तक है। प्रत्येक स्तर की पुस्तकें है, जो हमारे जीवन मे अतिमहत्वपूर्ण है और हमारे जीवन की घनिष्ठ मित्र भी है।

जिसने सुख – दुख जैसे सभी तरह की परिस्थिति में हमारा साथ निभाया है, जहां हमारे अपने साथ नहीँ निभाते, वही ये पुस्तकें बिना कुछ कहे प्रत्येक स्थिति में हमारा साथ निभाती है। इसी को तो कहते है एक सच्चा मित्र। जिसने इन पुस्तकों को अपना मित्र बनाया है, वो जीवन मे कभी भी अपने आप को अकेला समझ ही नही सकता।

पुस्तके हमारे अच्छे मित्र होते है, क्योंकि ये हमें हमारे बुरे समय मे एक अच्छे मित्र की तरह ज्ञान देकर हमे अच्छा और सही कार्य करने के लिए प्रेरित करते है। एक अच्छी पुस्तक 100 मित्रो के बराबर होती है। पुस्तक एक टॉनिक के समान होती है।

जैसे कि शरीर को बलिष्ठ बनाने के लिए हम शारिरिक व्यायाम करते है, ऐसे ही मस्तिष्क को बलिष्ट बनाने के लिए पुस्तक पड़ना चाहिए। इस धरती पर पुस्तक के समान सबसे अच्छा और सच्चा कोई मित्र नही है।

अगर मनुष्य को किसी व्यक्ति विशेष, देश, संस्कृति, पर्यटन आदि के बारे में कुछ ज्ञान प्राप्त करना हो, तो उसे लम्बी दूरी तय करके वहाँ जाना होता है। इसके जगह वह पुस्तक पढ़ कर विश्व मे किसी भी जगह का सम्पूर्ण ज्ञान प्राप्त कर सकता है।

पुस्तक उस ज्ञान के भंडार के समान है, जिसके आगे विश्व के समस्त खजानो के भंडार छोटे है। क्योंकि संचित किये हुए खजाने जैसे कि स्वर्ण भंडार, पैसों का भंडार आदि चले जाने के बाद मिलना बहुत ही मुश्किल होते है।

परंतु पुस्तको से प्राप्त किये हुए ज्ञान को ना कोई चुरा सकता है, ना ये ज्ञान कहि जा सकता है। जितना आप पुस्तको का अध्य्यन करते है उतना ही आपके ज्ञान का कोष बढ़ता ही जाता है। पुस्तकें इस धरती पर मनुष्य के लिए सबसे बड़ा वरदान है।

इन्हे भी पढ़े :-

  • पुस्तक पर निबंध (Books Essay In Hindi)
  • पुस्तकालय पर निबंध (Library Essay In Hindi)
  • फटी पुस्तक की आत्मकथा पर निबंध (Fati Pustak Ki Atmakatha Essay In Hindi)
  • शिक्षा पर निबंध (Essay On Education In Hindi)

तो यह था पुस्तके हमारे सच्चे मित्र पर निबंध (Books Our Best Friends Essay In Hindi) , आशा करता हूं कि पुस्तके हमारे सच्चे मित्र पर हिंदी में लिखा निबंध (Hindi Essay On Books Our Best Friends) आपको पसंद आया होगा। अगर आपको यह लेख अच्छा लगा है , तो इस लेख को सभी के साथ शेयर करे।

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Hindi Essay (Hindi Nibandh) | 100 विषयों पर हिंदी निबंध लेखन – Essays in Hindi on 100 Topics

हिंदी निबंध: हिंदी हमारी राष्ट्रीय भाषा है। हमारे हिंदी भाषा कौशल को सीखना और सुधारना भारत के अधिकांश स्थानों में सेवा करने के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। स्कूली दिनों से ही हम हिंदी भाषा सीखते थे। कुछ स्कूल और कॉलेज हिंदी के अतिरिक्त बोर्ड और निबंध बोर्ड में निबंध लेखन का आयोजन करते हैं, छात्रों को बोर्ड परीक्षा में हिंदी निबंध लिखने की आवश्यकता होती है।

निबंध – Nibandh In Hindi – Hindi Essay Topics

  • सच्चा धर्म पर निबंध – (True Religion Essay)
  • राष्ट्र निर्माण में युवाओं का योगदान निबंध – (Role Of Youth In Nation Building Essay)
  • अतिवृष्टि पर निबंध – (Flood Essay)
  • राष्ट्र निर्माण में शिक्षक की भूमिका पर निबंध – (Role Of Teacher In Nation Building Essay)
  • नक्सलवाद पर निबंध – (Naxalism In India Essay)
  • साहित्य समाज का दर्पण है हिंदी निबंध – (Literature And Society Essay)
  • नशे की दुष्प्रवृत्ति निबंध – (Drug Abuse Essay)
  • मन के हारे हार है मन के जीते जीत पर निबंध – (It is the Mind which Wins and Defeats Essay)
  • एक राष्ट्र एक कर : जी०एस०टी० ”जी० एस०टी० निबंध – (Gst One Nation One Tax Essay)
  • युवा पर निबंध – (Youth Essay)
  • अक्षय ऊर्जा : सम्भावनाएँ और नीतियाँ निबंध – (Renewable Sources Of Energy Essay)
  • मूल्य-वृदधि की समस्या निबंध – (Price Rise Essay)
  • परहित सरिस धर्म नहिं भाई निबंध – (Philanthropy Essay)
  • पर्वतीय यात्रा पर निबंध – (Parvatiya Yatra Essay)
  • असंतुलित लिंगानुपात निबंध – (Sex Ratio Essay)
  • मनोरंजन के आधुनिक साधन पर निबंध – (Means Of Entertainment Essay)
  • मेट्रो रेल पर निबंध – (Metro Rail Essay)
  • दूरदर्शन पर निबंध – (Importance Of Doordarshan Essay)
  • दूरदर्शन और युवावर्ग पर निबंध – (Doordarshan Essay)
  • बस्ते का बढ़ता बोझ पर निबंध – (Baste Ka Badhta Bojh Essay)
  • महानगरीय जीवन पर निबंध – (Metropolitan Life Essay)
  • दहेज नारी शक्ति का अपमान है पे निबंध – (Dowry Problem Essay)
  • सुरीला राजस्थान निबंध – (Folklore Of Rajasthan Essay)
  • राजस्थान में जल संकट पर निबंध – (Water Scarcity In Rajasthan Essay)
  • खुला शौच मुक्त गाँव पर निबंध – (Khule Me Soch Mukt Gaon Par Essay)
  • रंगीला राजस्थान पर निबंध – (Rangila Rajasthan Essay)
  • राजस्थान के लोकगीत पर निबंध – (Competition Of Rajasthani Folk Essay)
  • मानसिक सुख और सन्तोष निबंध – (Happiness Essay)
  • मेरे जीवन का लक्ष्य पर निबंध नंबर – (My Aim In Life Essay)
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  • नर हो न निराश करो मन को पर निबंध – (Nar Ho Na Nirash Karo Man Ko Essay)
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  • शिक्षा में खेलकूद का स्थान निबंध – (Shiksha Mein Khel Ka Mahatva Essay)a
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  • सूचना प्रौद्योगिकी और मानव कल्याण निबंध – (Information Technology Essay)
  • कंप्यूटर और टी.वी. का प्रभाव निबंध – (Computer Aur Tv Essay)
  • कंप्यूटर की उपयोगिता पर निबंध – (Computer Ki Upyogita Essay)
  • कंप्यूटर शिक्षा पर निबंध – (Computer Education Essay)
  • कंप्यूटर के लाभ पर निबंध – (Computer Ke Labh Essay)
  • इंटरनेट पर निबंध – (Internet Essay)
  • विज्ञान: वरदान या अभिशाप पर निबंध – (Science Essay)
  • शिक्षा का गिरता स्तर पर निबंध – (Falling Price Level Of Education Essay)
  • विज्ञान के गुण और दोष पर निबंध – (Advantages And Disadvantages Of Science Essay)
  • विद्यालय में स्वास्थ्य शिक्षा निबंध – (Health Education Essay)
  • विद्यालय का वार्षिकोत्सव पर निबंध – (Anniversary Of The School Essay)
  • विज्ञान के वरदान पर निबंध – (The Gift Of Science Essays)
  • विज्ञान के चमत्कार पर निबंध (Wonder Of Science Essay in Hindi)
  • विकास पथ पर भारत निबंध – (Development Of India Essay)
  • कम्प्यूटर : आधुनिक यन्त्र–पुरुष – (Computer Essay)
  • मोबाइल फोन पर निबंध (Mobile Phone Essay)
  • मेरी अविस्मरणीय यात्रा पर निबंध – (My Unforgettable Trip Essay)
  • मंगल मिशन (मॉम) पर निबंध – (Mars Mission Essay)
  • विज्ञान की अद्भुत खोज कंप्यूटर पर निबंध – (Vigyan Ki Khoj Kampyootar Essay)
  • भारत का उज्जवल भविष्य पर निबंध – (Freedom Is Our Birthright Essay)
  • सारे जहाँ से अच्छा हिंदुस्तान हमारा निबंध इन हिंदी – (Sare Jahan Se Achha Hindustan Hamara Essay)
  • डिजिटल इंडिया पर निबंध (Essay on Digital India)
  • भारतीय संस्कृति पर निबंध – (India Culture Essay)
  • राष्ट्रभाषा हिन्दी निबंध – (National Language Hindi Essay)
  • भारत में जल संकट निबंध – (Water Crisis In India Essay)
  • कौशल विकास योजना पर निबंध – (Skill India Essay)
  • हमारा प्यारा भारत वर्ष पर निबंध – (Mera Pyara Bharat Varsh Essay)
  • अनेकता में एकता : भारत की विशेषता – (Unity In Diversity Essay)
  • महंगाई की समस्या पर निबन्ध – (Problem Of Inflation Essay)
  • महंगाई पर निबंध – (Mehangai Par Nibandh)
  • आरक्षण : देश के लिए वरदान या अभिशाप निबंध – (Reservation System Essay)
  • मेक इन इंडिया पर निबंध (Make In India Essay In Hindi)
  • ग्रामीण समाज की समस्याएं पर निबंध – (Problems Of Rural Society Essay)
  • मेरे सपनों का भारत पर निबंध – (India Of My Dreams Essay)
  • भारतीय राजनीति में जातिवाद पर निबंध – (Caste And Politics In India Essay)
  • भारतीय नारी पर निबंध – (Indian Woman Essay)
  • आधुनिक नारी पर निबंध – (Modern Women Essay)
  • भारतीय समाज में नारी का स्थान निबंध – (Women’s Role In Modern Society Essay)
  • चुनाव पर निबंध – (Election Essay)
  • चुनाव स्थल के दृश्य का वर्णन निबन्ध – (An Election Booth Essay)
  • पराधीन सपनेहुँ सुख नाहीं पर निबंध – (Dependence Essay)
  • परमाणु शक्ति और भारत हिंदी निंबध – (Nuclear Energy Essay)
  • यदि मैं प्रधानमंत्री होता तो हिंदी निबंध – (If I were the Prime Minister Essay)
  • आजादी के 70 साल निबंध – (India ofter 70 Years Of Independence Essay)
  • भारतीय कृषि पर निबंध – (Indian Farmer Essay)
  • संचार के साधन पर निबंध – (Means Of Communication Essay)
  • भारत में दूरसंचार क्रांति हिंदी में निबंध – (Telecom Revolution In India Essay)
  • दूरसंचार में क्रांति निबंध – (Revolution In Telecommunication Essay)
  • राष्ट्रीय एकता का महत्व पर निबंध (Importance Of National Integration)
  • भारत की ऋतुएँ पर निबंध – (Seasons In India Essay)
  • भारत में खेलों का भविष्य पर निबंध – (Future Of Sports Essay)
  • किसी खेल (मैच) का आँखों देखा वर्णन पर निबंध – (Kisi Match Ka Aankhon Dekha Varnan Essay)
  • राजनीति में अपराधीकरण पर निबंध – (Criminalization Of Indian Politics Essay)
  • प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर हिन्दी निबंध – (Narendra Modi Essay)
  • बाल मजदूरी पर निबंध – (Child Labour Essay)
  • भ्रष्टाचार पर निबंध (Corruption Essay in Hindi)
  • महिला सशक्तिकरण पर निबंध – (Women Empowerment Essay)
  • बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पर निबंध (Beti Bachao Beti Padhao)
  • गरीबी पर निबंध (Poverty Essay in Hindi)
  • स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध (Swachh Bharat Abhiyan Essay)
  • बाल विवाह एक अभिशाप पर निबंध – (Child Marriage Essay)
  • राष्ट्रीय एकीकरण पर निबंध – (Importance of National Integration Essay)
  • आतंकवाद पर निबंध (Terrorism Essay in hindi)
  • सड़क सुरक्षा पर निबंध (Road Safety Essay in Hindi)
  • बढ़ती भौतिकता घटते मानवीय मूल्य पर निबंध – (Increasing Materialism Reducing Human Values Essay)
  • गंगा की सफाई देश की भलाई पर निबंध – (The Good Of The Country: Cleaning The Ganges Essay)
  • सत्संगति पर निबंध – (Satsangati Essay)
  • महिलाओं की समाज में भूमिका पर निबंध – (Women’s Role In Society Today Essay)
  • यातायात के नियम पर निबंध – (Traffic Safety Essay)
  • बेटी बचाओ पर निबंध – (Beti Bachao Essay)
  • सिनेमा या चलचित्र पर निबंध – (Cinema Essay In Hindi)
  • परहित सरिस धरम नहिं भाई पर निबंध – (Parhit Saris Dharam Nahi Bhai Essay)
  • पेड़-पौधे का महत्व निबंध – (The Importance Of Trees Essay)
  • वर्तमान शिक्षा प्रणाली – (Modern Education System Essay)
  • महिला शिक्षा पर निबंध (Women Education Essay In Hindi)
  • महिलाओं की समाज में भूमिका पर निबंध (Women’s Role In Society Essay In Hindi)
  • यदि मैं प्रधानाचार्य होता पर निबंध – (If I Was The Principal Essay)
  • बेरोजगारी पर निबंध (Unemployment Essay)
  • शिक्षित बेरोजगारी की समस्या निबंध – (Problem Of Educated Unemployment Essay)
  • बेरोजगारी समस्या और समाधान पर निबंध – (Unemployment Problem And Solution Essay)
  • दहेज़ प्रथा पर निबंध (Dowry System Essay in Hindi)
  • जनसँख्या पर निबंध – (Population Essay)
  • श्रम का महत्त्व निबंध – (Importance Of Labour Essay)
  • जनसंख्या वृद्धि के दुष्परिणाम पर निबंध – (Problem Of Increasing Population Essay)
  • भ्रष्टाचार : समस्या और निवारण निबंध – (Corruption Problem And Solution Essay)
  • मीडिया और सामाजिक उत्तरदायित्व निबंध – (Social Responsibility Of Media Essay)
  • हमारे जीवन में मोबाइल फोन का महत्व पर निबंध – (Importance Of Mobile Phones Essay In Our Life)
  • विश्व में अत्याधिक जनसंख्या पर निबंध – (Overpopulation in World Essay)
  • भारत में बेरोजगारी की समस्या पर निबंध – (Problem Of Unemployment In India Essay)
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  • अनुशासन पर निबंध (Discipline Essay)
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  • नागरिकों के अधिकारों और कर्तव्यों पर निबंध (Rights And Responsibilities Of Citizens Essay In Hindi)
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  • जल जीवन का आधार निबंध – (Jal Jeevan Ka Aadhar Essay)
  • जल ही जीवन है निबंध – (Water Is Life Essay)
  • प्रदूषण की समस्या और समाधान पर लघु निबंध – (Pollution Problem And Solution Essay)
  • प्रकृति संरक्षण पर निबंध (Conservation of Nature Essay In Hindi)
  • वन जीवन का आधार निबंध – (Forest Essay)
  • पर्यावरण बचाओ पर निबंध (Environment Essay)
  • पर्यावरण प्रदूषण पर निबंध (Environmental Pollution Essay in Hindi)
  • पर्यावरण सुरक्षा पर निबंध (Environment Protection Essay In Hindi)
  • बढ़ते वाहन घटता जीवन पर निबंध – (Vehicle Pollution Essay)
  • योग पर निबंध (Yoga Essay)
  • मिलावटी खाद्य पदार्थ और स्वास्थ्य पर निबंध – (Adulterated Foods And Health Essay)
  • प्रकृति निबंध – (Nature Essay In Hindi)
  • वर्षा ऋतु पर निबंध – (Rainy Season Essay)
  • वसंत ऋतु पर निबंध – (Spring Season Essay)
  • बरसात का एक दिन पर निबंध – (Barsat Ka Din Essay)
  • अभ्यास का महत्व पर निबंध – (Importance Of Practice Essay)
  • स्वास्थ्य ही धन है पर निबंध – (Health Is Wealth Essay)
  • महाकवि तुलसीदास का जीवन परिचय निबंध – (Tulsidas Essay)
  • मेरा प्रिय कवि निबंध – (My Favourite Poet Essay)
  • मेरी प्रिय पुस्तक पर निबंध – (My Favorite Book Essay)
  • कबीरदास पर निबन्ध – (Kabirdas Essay)

इसलिए, यह जानना और समझना बहुत महत्वपूर्ण है कि विषय के बारे में संक्षिप्त और कुरकुरा लाइनों के साथ एक आदर्श हिंदी निबन्ध कैसे लिखें। साथ ही, कक्षा 1 से 10 तक के छात्र उदाहरणों के साथ इस पृष्ठ से विभिन्न हिंदी निबंध विषय पा सकते हैं। तो, छात्र आसानी से स्कूल और प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए हिंदी में निबन्ध कैसे लिखें, इसकी तैयारी कर सकते हैं। इसके अलावा, आप हिंदी निबंध लेखन की संरचना, हिंदी में एक प्रभावी निबंध लिखने के लिए टिप्स आदि के बारे में कुछ विस्तृत जानकारी भी प्राप्त कर सकते हैं। ठीक है, आइए हिंदी निबन्ध के विवरण में गोता लगाएँ।

हिंदी निबंध लेखन – स्कूल और प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए हिंदी में निबन्ध कैसे लिखें?

प्रभावी निबंध लिखने के लिए उस विषय के बारे में बहुत अभ्यास और गहन ज्ञान की आवश्यकता होती है जिसे आपने निबंध लेखन प्रतियोगिता या बोर्ड परीक्षा के लिए चुना है। छात्रों को वर्तमान में हो रही स्थितियों और हिंदी में निबंध लिखने से पहले विषय के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओं के बारे में जानना चाहिए। हिंदी में पावरफुल निबन्ध लिखने के लिए सभी को कुछ प्रमुख नियमों और युक्तियों का पालन करना होगा।

हिंदी निबन्ध लिखने के लिए आप सभी को जो प्राथमिक कदम उठाने चाहिए उनमें से एक सही विषय का चयन करना है। इस स्थिति में आपकी सहायता करने के लिए, हमने सभी प्रकार के हिंदी निबंध विषयों पर शोध किया है और नीचे सूचीबद्ध किया है। एक बार जब हम सही विषय चुन लेते हैं तो विषय के बारे में सभी सामान्य और तथ्यों को एकत्र करते हैं और अपने पाठकों को संलग्न करने के लिए उन्हें अपने निबंध में लिखते हैं।

तथ्य आपके पाठकों को अंत तक आपके निबंध से चिपके रहेंगे। इसलिए, हिंदी में एक निबंध लिखते समय मुख्य बिंदुओं पर ध्यान केंद्रित करें और किसी प्रतियोगिता या बोर्ड या प्रतिस्पर्धी जैसी परीक्षाओं में अच्छा स्कोर करें। ये हिंदी निबंध विषय पहली कक्षा से 10 वीं कक्षा तक के सभी कक्षा के छात्रों के लिए उपयोगी हैं। तो, उनका सही ढंग से उपयोग करें और हिंदी भाषा में एक परिपूर्ण निबंध बनाएं।

हिंदी भाषा में दीर्घ और लघु निबंध विषयों की सूची

हिंदी निबन्ध विषयों और उदाहरणों की निम्न सूची को विभिन्न श्रेणियों में विभाजित किया गया है जैसे कि प्रौद्योगिकी, पर्यावरण, सामान्य चीजें, अवसर, खेल, खेल, स्कूली शिक्षा, और बहुत कुछ। बस अपने पसंदीदा हिंदी निबंध विषयों पर क्लिक करें और विषय पर निबंध के लघु और लंबे रूपों के साथ विषय के बारे में पूरी जानकारी आसानी से प्राप्त करें।

विषय के बारे में समग्र जानकारी एकत्रित करने के बाद, अपनी लाइनें लागू करने का समय और हिंदी में एक प्रभावी निबन्ध लिखने के लिए। यहाँ प्रचलित सभी विषयों की जाँच करें और किसी भी प्रकार की प्रतियोगिताओं या परीक्षाओं का प्रयास करने से पहले जितना संभव हो उतना अभ्यास करें।

हिंदी निबंधों की संरचना

Hindi Essay Parts

उपरोक्त छवि आपको हिंदी निबन्ध की संरचना के बारे में प्रदर्शित करती है और आपको निबन्ध को हिन्दी में प्रभावी ढंग से रचने के बारे में कुछ विचार देती है। यदि आप स्कूल या कॉलेजों में निबंध लेखन प्रतियोगिता में किसी भी विषय को लिखते समय निबंध के इन हिस्सों का पालन करते हैं तो आप निश्चित रूप से इसमें पुरस्कार जीतेंगे।

इस संरचना को बनाए रखने से निबंध विषयों का अभ्यास करने से छात्रों को विषय पर ध्यान केंद्रित करने और विषय के बारे में छोटी और कुरकुरी लाइनें लिखने में मदद मिलती है। इसलिए, यहां संकलित सूची में से अपने पसंदीदा या दिलचस्प निबंध विषय को हिंदी में चुनें और निबंध की इस मूल संरचना का अनुसरण करके एक निबंध लिखें।

हिंदी में एक सही निबंध लिखने के लिए याद रखने वाले मुख्य बिंदु

अपने पाठकों को अपने हिंदी निबंधों के साथ संलग्न करने के लिए, आपको हिंदी में एक प्रभावी निबंध लिखते समय कुछ सामान्य नियमों का पालन करना चाहिए। कुछ युक्तियाँ और नियम इस प्रकार हैं:

  • अपना हिंदी निबंध विषय / विषय दिए गए विकल्पों में से समझदारी से चुनें।
  • अब उन सभी बिंदुओं को याद करें, जो निबंध लिखने शुरू करने से पहले विषय के बारे में एक विचार रखते हैं।
  • पहला भाग: परिचय
  • दूसरा भाग: विषय का शारीरिक / विस्तार विवरण
  • तीसरा भाग: निष्कर्ष / अंतिम शब्द
  • एक निबंध लिखते समय सुनिश्चित करें कि आप एक सरल भाषा और शब्दों का उपयोग करते हैं जो विषय के अनुकूल हैं और एक बात याद रखें, वाक्यों को जटिल न बनाएं,
  • जानकारी के हर नए टुकड़े के लिए निबंध लेखन के दौरान एक नए पैराग्राफ के साथ इसे शुरू करें।
  • अपने पाठकों को आकर्षित करने या उत्साहित करने के लिए जहाँ कहीं भी संभव हो, कुछ मुहावरे या कविताएँ जोड़ें और अपने हिंदी निबंध के साथ संलग्न रहें।
  • विषय या विषय को बीच में या निबंध में जारी रखने से न चूकें।
  • यदि आप संक्षेप में हिंदी निबंध लिख रहे हैं तो इसे 200-250 शब्दों में समाप्त किया जाना चाहिए। यदि यह लंबा है, तो इसे 400-500 शब्दों में समाप्त करें।
  • महत्वपूर्ण हिंदी निबंध विषयों का अभ्यास करते समय इन सभी युक्तियों और बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए, आप निश्चित रूप से किसी भी प्रतियोगी परीक्षाओं में कुरकुरा और सही निबंध लिख सकते हैं या फिर सीबीएसई, आईसीएसई जैसी बोर्ड परीक्षाओं में।

हिंदी निबंध लेखन पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

1. मैं अपने हिंदी निबंध लेखन कौशल में सुधार कैसे कर सकता हूं? अपने हिंदी निबंध लेखन कौशल में सुधार करने के सर्वोत्तम तरीकों में से एक किताबों और समाचार पत्रों को पढ़ना और हिंदी में कुछ जानकारीपूर्ण श्रृंखलाओं को देखना है। ये चीजें आपकी हिंदी शब्दावली में वृद्धि करेंगी और आपको हिंदी में एक प्रेरक निबंध लिखने में मदद करेंगी।

2. CBSE, ICSE बोर्ड परीक्षा के लिए हिंदी निबंध लिखने में कितना समय देना चाहिए? हिंदी बोर्ड परीक्षा में एक प्रभावी निबंध लिखने पर 20-30 का खर्च पर्याप्त है। क्योंकि परीक्षा हॉल में हर मिनट बहुत महत्वपूर्ण है। इसलिए, सभी वर्गों के लिए समय बनाए रखना महत्वपूर्ण है। परीक्षा से पहले सभी हिंदी निबन्ध विषयों से पहले अभ्यास करें और परीक्षा में निबंध लेखन पर खर्च करने का समय निर्धारित करें।

3. हिंदी में निबंध के लिए 200-250 शब्द पर्याप्त हैं? 200-250 शब्दों वाले हिंदी निबंध किसी भी स्थिति के लिए बहुत अधिक हैं। इसके अलावा, पाठक केवल आसानी से पढ़ने और उनसे जुड़ने के लिए लघु निबंधों में अधिक रुचि दिखाते हैं।

4. मुझे छात्रों के लिए सर्वश्रेष्ठ औपचारिक और अनौपचारिक हिंदी निबंध विषय कहां मिल सकते हैं? आप हमारे पेज से कक्षा 1 से 10 तक के छात्रों के लिए हिंदी में विभिन्न सामान्य और विशिष्ट प्रकार के निबंध विषय प्राप्त कर सकते हैं। आप स्कूलों और कॉलेजों में प्रतियोगिताओं, परीक्षाओं और भाषणों के लिए हिंदी में इन छोटे और लंबे निबंधों का उपयोग कर सकते हैं।

5. हिंदी परीक्षाओं में प्रभावशाली निबंध लिखने के कुछ तरीके क्या हैं? हिंदी में प्रभावी और प्रभावशाली निबंध लिखने के लिए, किसी को इसमें शानदार तरीके से काम करना चाहिए। उसके लिए, आपको इन बिंदुओं का पालन करना चाहिए और सभी प्रकार की परीक्षाओं में एक परिपूर्ण हिंदी निबंध की रचना करनी चाहिए:

  • एक पंच-लाइन की शुरुआत।
  • बहुत सारे विशेषणों का उपयोग करें।
  • रचनात्मक सोचें।
  • कठिन शब्दों के प्रयोग से बचें।
  • आंकड़े, वास्तविक समय के उदाहरण, प्रलेखित जानकारी दें।
  • सिफारिशों के साथ निष्कर्ष निकालें।
  • निष्कर्ष के साथ पंचलाइन को जोड़ना।

निष्कर्ष हमने एक टीम के रूप में हिंदी निबन्ध विषय पर पूरी तरह से शोध किया और इस पृष्ठ पर कुछ मुख्य महत्वपूर्ण विषयों को सूचीबद्ध किया। हमने इन हिंदी निबंध लेखन विषयों को उन छात्रों के लिए एकत्र किया है जो निबंध प्रतियोगिता या प्रतियोगी या बोर्ड परीक्षाओं में भाग ले रहे हैं। तो, हम आशा करते हैं कि आपको यहाँ पर सूची से हिंदी में अपना आवश्यक निबंध विषय मिल गया होगा।

यदि आपको हिंदी भाषा पर निबंध के बारे में अधिक जानकारी की आवश्यकता है, तो संरचना, हिंदी में निबन्ध लेखन के लिए टिप्स, हमारी साइट LearnCram.com पर जाएँ। इसके अलावा, आप हमारी वेबसाइट से अंग्रेजी में एक प्रभावी निबंध लेखन विषय प्राप्त कर सकते हैं, इसलिए इसे अंग्रेजी और हिंदी निबंध विषयों पर अपडेट प्राप्त करने के लिए बुकमार्क करें।

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पुस्तक मेला पर निबंध | Pustak Mela Essay in Hindi book fair par nibandh

पुस्तक मेला पर निबंध Pustak Mela Essay in Hindi book fair par nibandh : नमस्कार दोस्तों आपका स्वागत है आज के आर्टिकल में हम बच्चों के लिए निबंध लाए हैं.

पुस्तक मेले पर दिया गया यह निबंध स्टूडेंट्स के लिए विशेष उपयोगी हो सकता हैं. सरल भाषा में स्पीच निबंध अनुच्छेद पढ़े.

Pustak Mela Essay in Hindi

Pustak Mela Essay in Hindi

Friends, do you want to know a short essay on book fair in Hindi? So here we are providing simple essay of book fair for students in simple words. You can also use them as speech, paragraph, some lines, articles.

Pustak Mela Par Nibandh in Hindi

पुस्तकों को मनुष्य का सच्चा मित्र कहा जाता हैं, इन्हें पढकर ही हम ज्ञान पाते हैं. आज हम किसी विषय के बारे में जो कुछ जानते है इनका आधार किताबें ही हैं. दुनियां में यदि किताबें न होती तो हममें और पशुओं के बीच कोई अंतर नहीं होता.

बच्चें पुस्तक पढकर ही सीखना शुरू करते हैं. अक्सर लोग सामान्य ज्ञान, जीवनी, इतिहास, भूगोल, दर्शन, धर्म, निबंध एवं काव्य की पुस्तकों को पढ़ना पसंद करते हैं.

देखने के लिए उत्साह – कुछ दिन पूर्व मेरे दादाजी समाचार पत्र पढ़ रहे थे, तभी उनकी नजर विज्ञापन पर पड़ी जो दिल्ली के पुस्तक मेले की सूचना को लेकर था. तभी दादाजी ने ने कहा- बेटा इस बार पुस्तक मेला 13 को लग रहा हैं.

पता नहीं क्यों बस इन शब्दों ने मेरी उत्सुकता को अधिक बढ़ा दिया. मुझे बालपन से ही नई नई पुस्तकें पढ़ने का शौक था. अतः मेने अपने दोस्त को मेले में चने का न्यौता दिया तो वह भी चलने को तैयार हो गया.

सभी तरह की पुस्तकों के लिए सुलभ केंद्र पुस्तक मेले होते हैं जहाँ सभी तरह की पुस्तकें एक ही स्थान पर उपलब्ध हो जाया करती हैं. मैं पिछले वर्ष दिल्ली के प्रगति मैदान में आयोजित विश्व पुस्तक मेले में गया था.

मेरे जीवन का यह पहला पुस्तक मेला मेला था. अपने प्रिय दोस्त के साथ मेले को देखने हम सवेरे निकल पड़े. प्रवेश द्वार पर लगे टिकट काउंटर से हमने मेले की दो टिकट खरीदी और प्रवेश लिया.

पुस्तक मेले का महत्व- एक पुस्तक प्रेमी के लिए इस तरह के मेले बेहद आकर्षण का केंद्र होते हैं. एक और मनोरंजन तथा घूमने का अवसर मिल जाता हैं,

वहीँ पढ़ने के लिए नई पुस्तकें भी उपलब्ध हो जाया करती है. आज के डिजिटल दौर में ऑनलाइन पुस्तक विक्रय के चलते इन आयोजनों के प्रति काफी उदासीनता देखी गई हैं.

फिर भी पुस्तक मेले हमारी बहुत सी आवश्यकताओं की पूर्ति करने वाले होते हैं. यहाँ विविध तरह की दुलर्भ पुस्तकें भी बड़ी आसानी से मिल जाया करती हैं. कम दाम में अच्छी पुस्तकें खरीदने के ये बेहतरीन स्थल बनते जा रहे हैं. लोग अपने पसंद की पुस्तक को यहाँ पा सकते हैं.

यहाँ क्लासिक कहानियों की पुस्तकों से लेकर देशी विदेशी प्रसिद्ध पुस्तक लेखकों द्वारा लिखित बाल पुस्तकें, इतिहास दर्शन से जुडी किताबे व उपन्यास हो जाती हैं.

जासूसी, अपराध साहित्य एवं बाल सहित्य तथा खोजी पाठकों के लिए विशाल संख्या में किताबे उपलब्ध रही हैं. यही वजह है कि पुस्तक प्रेमी यहाँ खीचे आते हैं.

मैं अपने दोस्त के साथ मेले में आगे बढ़ रहे थे, हर ओर बस पुस्तकों के भंडार ही नजर आ रहे थे. बड़े डिस्काउंट ऑफर के विज्ञापन सजे थे. एक से एक बेहतरीन किताबें यहाँ उपलब्ध थी.

हमने पुस्तके खरीदने से पूर्व पुरे मेले का भ्रमण करना चाहा हम आगे बढ़ ही रहे थे कि चाय नाश्ते के स्टाल दिखाई पड़े. हमने चाय पी और नाश्ता किया.

मुझे बालपन से ही धार्मिक पुस्तकों के प्रति गहरा रूझान रहा, विशेषकर हिन्दू धर्म से जुडी प्राचीन पुस्तकें मुझे बेहद प्रिय लगती हैं. मेरी नजरें अभी तक ऐसे प्रकाशक को खोज रही थी.

जहां मेरी पसंद कि ये सभी पुस्तकें मिल जाए. मैं अपने दादाजी के लिए भगवतगीता एवं चारों वेद तथा स्वयं के लिए रामायण और महाभारत की पुस्तक खरीदना चाहता था.

हम कुछ ही कदम आगे बढ़े थे कि मेरी नजर कृष्ण अर्जुन के पुस्तक पृष्ट पर पड़ी, वह भागवत गीता ही थी. कदम उस ओर अनायास ही बढ़ गये मानों मंजिल यही हैं.

मैंने विक्रेता से अपनी पसंद की किताबों का पूछा तो उन्होंने स्वीकारोक्ति में सिर हिलाते हुए मेरे लिए सभी 7 पुस्तकें लाकर रख दी. कुछ मिनट तक बारी बारी से सभी को देखता रहा और अंत में भुगतान कर ये पुस्तकें हमने खरीद दी.

मेरे दोस्त हिंदी साहित्य के यूँ कह लिजिएँ भक्त पाठक हैं वे प्रेमचन्द जी के सिवाय किसी को लेखक ही नहीं मानते हैं जब देखता हूँ वे मुंशीजी के किसी उपन्यास को या तो पढ़ रहे होते है अथवा उसकी चर्चा कर रहे होते हैं.

यकीनन वे प्रेमचन्द का कोई उपन्यास खरीदना चाहते थे. मैंने मजाक मजाक में उनसे कहा- यहाँ तो शेक्सपियर भी मिल जाएगे. फिर क्या था वो बोल पड़े उनका जवाब सुनकर मैं पानी पानी हो गया.

जब हमारे पास कोहिनूर है तो ख़ाक क्यों छाने. ये शब्द काफी थे मैं समझ चूका था वे क्या कहना चाहते हैं. एक स्टाल से उन्होंने कुछ पुस्तकें खरीदी और हम अब आगे बढ़ चले. पास ही के एक ग्राउंड में क्रिकेट मैच चल रहा था.

मित्र महाशय में क्रिकेट का कीड़ा भी गजब का था. बोले चलो एक चीज दिखाता हूँ स्टेंड में ले जाकर बिठा दिया एक डेढ़ घंटा हमारा उस मैच को देखने में ही निकल चला.

सूर्य देव धीरे धीरे पश्चिम की ओर चले पड़े हमें भी घर चलना था. हम निकले और बस पकडकर अगले एक घंटे में अपने घर आ चुके थे. जब मैंने घर जाकर दादाजी को वे पुस्तकें दी तो पता नहीं क्यों जैसे वो जानते थे कि मैं उनके लिए ये लाने वाला हुआ.

उन्होंने मुझे गले लगाते हुए शाबासी दी और गीता का एक श्लोक कह सुनाया, जिसका अर्थ तो मैं नहीं समझ पाया, सोचता हूँ आशीष वचन ही कहे होंगे.

जिस तरह आज घर घर इन्टरनेट ने अपनी दस्तक दी हैं. पुस्तकों का महत्व निरंतर कम होता जा रहा हैं. लोग अपने फोन में ही अब किताबे पढ़ने लगे हैं. मगर इससे आँखों का बड़ा नुकसान भी होता हैं. दूसरी तरफ पुस्तके छपनी भी कम हो रही हैं ऐसे में कहीं हम मूल्यवान ज्ञान के स्रोत को न खो दे.

आप भी जब कभी पुस्तक मेले में जाने का अवसर हाथ लगे अवश्य जाए. क्योंकि पुस्तकें ही हमारी सच्ची मार्गदर्शक होती है. इस तरह के आयोजन कही लुप्त न हो जाए इसलिए पुस्तक मेले जाए भी और अपनी पसंद की कोई किताब जरुर अपने साथ लेकर आए.

निबंध 600 शब्द

जिस प्रकार हमारा कोई खास दोस्त, हमारा सबसे अच्छा मित्र होता है उसी प्रकार पुस्तक भी हमारी अच्छी मित्र होती हैं। पुस्तको के द्वारा ही हमें विभिन्न प्रकार का ज्ञान हासिल होता हैं और व्यक्ति की गिनती बुद्धिजीवी व्यक्ति में होने लगती हैं।

पुस्तक का कभी भी विनाश नहीं होता है बल्कि वह एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी को प्राप्त होती रहती है। उदाहरण के तौर पर प्राचीन काल में लिखे गए महत्वपूर्ण ग्रंथ जैसे कि महाभारत, रामायण, उपनिषद और वेद आज भी जिंदा है और हमारे पास मौजूद है।

इन ग्रंथों की रचना वैसे तो हुई हजारों साल पहले ही है परंतु आज भी इनके द्वारा हमें प्रेरणा मिलती है और सही और गलत का सबक भी मिलता है।

आज के समय में जहां लोगों के मन में दया नाम की चीज रह नहीं गई है, ऐसी अवस्था में लोगों के अंदर करुणा पैदा हो, इसके लिए हमें अपनी तरफ से धार्मिक पुस्तकों का प्रचार प्रसार करना चाहिए और खुद भी प्रचार-प्रसार करने के साथ ही साथ उन पुस्तकों के अध्ययन में रुचि रखनी चाहिए और उनका फायदा उठाना चाहिए। 

पुस्तके वैसे तो कई प्रकार की होती है परंतु हमें बुरी पुस्तकों को छोड़कर के अच्छी पुस्तकों को ही पढने पर जोर देना चाहिए क्योंकि जब हम अच्छी पुस्तकें पढेगे तो हमें अच्छा ज्ञान भी प्राप्त होगा और अच्छी पुस्तकें कई रूपों में विभिन्न विषयों पर प्राप्त होती हैं। 

अब तो अधिकतर पुस्तकें ऑनलाइन भी आ चुकी है जिसे हम पीडीएफ फॉर्मेट में डाउनलोड करके पढ़ सकते हैं। इसके लिए ना तो हमें कोई पैसे खर्च करने हैं ना ही कहीं पर जाने की जरूरत है।

पुस्तक मेला हमारे लिए एक प्रकार का वरदान ही होता है, जहां पर हमें अलग-अलग पाठकों से और लेखकों से मिलने का मौका मिलता है। पुस्तक मेला में तमाम प्रकार की पुस्तक मौजूद होती है जिन्हें हम सरलता से प्राप्त कर सकते हैं। 

पुस्तक मेला में हमें यह भी सुविधा मिलती है कि हम अपनी पसंद की पुस्तक के पन्नों को उलट पलट करके उनकी क्वालिटी, सब्जेक्ट और इंफॉर्मेशन के बारे में जानकारी देख सके या फिर पढ़ सकें।

इसके अलावा पुस्तक मेले में एक पाठक दूसरे पाठक से अपने अपने विचारों का आदान-प्रदान भी कर सकता है, साथ ही वह पुस्तक बेचने वाले लोगों से मार्गदर्शन भी ले सकता है।

मुझे पुस्तक मेला काफी अच्छा लगता है और सौभाग्य से पुस्तक मेले में जाने का मौका मुझे तब मिला जब मेरे घर के पास में स्थित काशी मैदान में श्री नारायण संस्था के द्वारा पुस्तक मेले का आयोजन किया गया। इसके लिए पहले से ही काफी तैयारी की गई थी। 

जैसे किस व्यक्ति को कहां पर पुस्तक मेले में स्टॉल दिया जाएगा। पुस्तक मेला में पुस्तक बेचने वाले लोग सुबह इकट्ठा हो गए थे और सभी ने अपनी-अपनी दुकानों को पुस्तको के द्वारा सजा दिया था।

पुस्तक मेले में मेरे घर के आस-पास के लोग तो आए ही हुए थे। इसके अलावा वहां पर दूसरे जिले और दूसरे राज्यों के भी बड़े-बड़े पुस्तक विक्रेता और प्रकाशक पहुंचे हुए थे।

जब मैं पुस्तक मेले में पहुंचा तो वहां पर अलग-अलग दुकाने मुझे दिखाई दी, जिनमें अलग-अलग भाषाएं की पुस्तके थी, परंतु मुख्य तौर पर पुस्तक मेला में हिंदी भाषा की किताबें ज्यादा थी।

इसके अलावा वहां पर काफी अधिक मात्रा में अंग्रेजी भाषा की किताबें भी थी। हर व्यक्ति अपनी रुचि के हिसाब से पुस्तक देख रहा था अथवा पढ़ रहा था या फिर खरीद रहा था। कुछ लोग पुस्तकों को लेकर के आपस में चर्चा भी कर रहे थे।

मैंने भी पुस्तक मेले से प्रेमचंद्र की कहानी और अंग्रेजी भाषा की एक डिक्शनरी खरीदी और मेरे छोटे भाई के लिए मैंने पंचतंत्र की कहानियों वाली किताब खरीदी। इस प्रकार यह पुस्तक मेला देखना मेरे लिए काफी अच्छा अनुभव रहा है जिसे मैं हमेशा याद रखूंगा।

  • पुस्तकालय पर निबंध
  • मेरे विद्यालय का पुस्तकालय पर निबंध
  • पुस्तकालय पर स्लोगन नारे सुविचार
  • किताब / पुस्तक पर कविता
  • मेरी प्रिय पुस्तक निबंध

आशा करता हूँ दोस्तों पुस्तक मेला पर निबंध Pustak Mela Essay in Hindi का यह निबंध आपकों पसंद आया होगा. यदि आपकों इस लेख में दी जानकारी अच्छी लगी हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ भी शेयर करे.

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हिंदी माध्यम में निबंध के लिए उपयोगी पुस्तकें

‘संघ लोक सेवा आयोग’ (UPSC) द्वारा प्रतिवर्ष ‘भारतीय प्रशासनिक सेवा’ (IAS) की परीक्षा आयोजित कराई जाती है। यूपीएससी द्वारा इस परीक्षा का आयोजन कुल 3 चरणों में किया जाता है। ये चरण हैं- प्रारंभिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा और साक्षात्कार। इनमें प्रारंभिक परीक्षा में दो प्रश्न पत्र होते हैं। प्रथम प्रश्न पत्र सामान्य अध्ययन से संबंधित होता है, जबकि दूसरा प्रश्न पत्र सीसैट होता है। सीसैट के प्रश्न पत्र में गणित, रिजनिंग और पैराग्राफ से संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं। इस परीक्षा प्रणाली में प्रारंभिक परीक्षा में प्राप्त किए गए अंकों का महत्व सिर्फ इतना होता है कि इस में प्राप्त अंकों के आधार पर अभ्यर्थी को मुख्य परीक्षा लिखने का अवसर मिलता है और प्रारंभिक परीक्षा में प्राप्त किए गए अंकों का विद्यार्थी के अंतिम परिणाम में कोई योगदान नहीं होता है। यहाँ यह बात याद रखने योग्य है की सीसैट के अंक प्रारंभिक परीक्षा की कट ऑफ निर्धारित करते समय शामिल नहीं किए जाते हैं इसका अर्थ है किसी सेट की परीक्षा सिर्फ क्वालीफाइंग प्रकृति की होती है। प्रारंभिक परीक्षा के तहत आयोजित कराए जाने वाले दोनों ही प्रश्न पत्र 200-200 अंक के होते हैं।

लिंक किए गए लेख से IAS हिंदी की जानकारी प्राप्त करें।

IAS  परीक्षा में निबंध का महत्व

इस परीक्षा के द्वितीय चरण ‘मुख्य परीक्षा’ में कुल 9 प्रश्न पत्र होते हैं। इनमें से चार प्रश्न पत्र सामान्य अध्ययन से संबंधित होते हैं। दो प्रश्न पत्र वैकल्पिक विषय से संबंधित होते हैं। एक प्रश्न पत्र निबंध से संबंधित होता है। एक अंग्रेजी भाषा का प्रश्न पत्र होता है, जबकि अंतिम प्रश्न पत्र किसी भारतीय भाषा से संबंधित होता है। इस भारतीय भाषा वाले प्रश्न पत्र के लिए प्रत्येक अभ्यर्थी को कोई एक ऐसी भारतीय भाषा चयनित करनी होती है, जो भारतीय संविधान की आठवीं अनुसूची में उल्लिखित हो। मुख्य परीक्षा के अंतर्गत आयोजित कराए जाने वाले कुल 9 प्रश्न पत्रों में से अंग्रेजी भाषा का प्रश्न पत्र और किसी अन्य भारतीय भाषा का प्रश्न पत्र 300-300 अंकों के होता है, जबकि इन दो प्रश्न पत्रों के अतिरिक्त मुख्य परीक्षा के अन्य सभी सातों प्रश्न पत्र 250-250 अंकों के होते हैं।

इस परीक्षा प्रणाली में अभ्यर्थी के अंतिम स्कोर की गणना करते समय अंग्रेजी भाषा के प्रश्न पत्र तथा विद्यार्थी द्वारा चयनित की गई भारतीय भाषा के प्रश्न पत्र में प्राप्त किये गए अंकों को शामिल नहीं किया जाता है। अर्थात् मुख्य परीक्षा के भाषा संबंधी दोनों प्रश्न पत्रों को छोड़कर, शेष सभी प्रश्न पत्रों के अंक अभ्यर्थी के अंतिम परिणाम में शामिल होते हैं। इन सभी सातों प्रश्न पत्रों का कुल योग 1750 अंक होता है। फिर मुख्य परीक्षा की कट ऑफ के आधार पर अभ्यर्थी को साक्षात्कार के लिए चयनित किया जाता है। इस परीक्षा प्रणाली में साक्षात्कार अंतिम चरण होता है। साक्षात्कार के लिए कुल 275 अंक निर्धारित होते हैं और अभ्यर्थी का अंतिम परिणाम मुख्य परीक्षा में प्राप्त किए गए अंकों तथा साक्षात्कार में प्राप्त किए गए अंकों के सकल योग यानी 2025 अंकों के आधार पर निर्धारित होता है।

हमने ऊपर जो विश्लेषण किया है, इसका मुख्य उद्देश्य यह समझना है कि हमारी इस परीक्षा प्रणाली में निबंध के प्रश्न पत्र का कितना महत्व है। ऊपर किए गए विश्लेषण से यह स्पष्ट हो जाता है कि मुख्य परीक्षा में निबंध के प्रश्न पत्र के लिए 250 अंक निर्धारित किए गए हैं। निबंध का प्रश्न पत्र 3 घंटे का होता है और प्रत्येक अभ्यर्थी को 3 घंटे में दो निबंध लिखने होते हैं। निबंध का प्रश्न पत्र दो भागों में विभाजित होता है और प्रत्येक अभ्यर्थी को हर एक भाग में से अपनी इच्छा अनुसार किसी एक विषय का चयन कर के उस पर निबंध लिखना होता है। चूँकि इस परीक्षा प्रणाली में निबंध के प्रश्न पत्र के लिए 250 अंक निर्धारित किए गए हैं, इसीलिए इस परीक्षा प्रणाली में निबंध के प्रश्न पत्र का महत्व बहुत अधिक बढ़ जाता है। ऐसे में, संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित की जा रही इस परीक्षा की तैयारी कर रहे हर एक अभ्यर्थी के लिए यह आवश्यक हो जाता है कि वह निबंध के प्रश्न पत्र पर भी गंभीरता से ध्यान दे और इसकी बेहतर तरीके से तैयारी करे।

UPSC निबंध के लिए उपयोगी पुस्तकें

ऐसी स्थिति में, आईएएस की परीक्षा की तैयारी करने वाले अभ्यर्थियों के लिए इस बात की उपयोगिता बढ़ जाती है कि वे निबंध के प्रश्न पत्र की तैयारी करने के लिए बेहतर पुस्तकों का चयन  करें। अपने इस आलेख में हम कुछ ऐसी निबंध संबंधी पुस्तकों का उल्लेख करने जा रहे हैं, जो आपको इस प्रश्न पत्र की तैयारी में सहायता प्रदान करने वाली सिद्ध होंगी। हमने हिंदी माध्यम की इन निबंध से संबंधित पुस्तकों की सूची काफी अनुसंधान करने के बाद तैयार की है। इन पुस्तकों के अध्ययन के बाद आईएएस की परीक्षा की तैयारी करने वाले हिंदी माध्यम के विद्यार्थियों को निश्चित रूप से लाभ होगा। तो आइए, हम हिंदी माध्यम में निबंध की तैयारी करने वाले अभ्यर्थियों के लिए निबंध से संबंधित कुछ प्रमुख पुस्तकों के विषय में संक्षेप में चर्चा करते हैं-

  • संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित की जाने वाली आईएएस की परीक्षा की दृष्टि से लिखी गई हिंदी माध्यम की निबंध संबंधी पुस्तकों में सबसे पहले हम आईएएस अधिकारी ‘निशांत जैन’ और एक अन्य आईएएस अधिकारी ‘ गंगा सिंह राजपुरोहित’ द्वारा संयुक्त रूप से लिखी गई निबंध की पुस्तक को पढ़ने का सुझाव देंगे। चूँकि यह पुस्तक 2 आईएएस अधिकारियों ने लिखी है, इसीलिए हमने इसे अपनी सुझाव सूची में प्रथम स्थान पर रखा है।
  • हिंदी माध्यम में निबंध के प्रश्न पत्र की तैयारी करने वाले अभ्यर्थियों के लिए एक अन्य निबंध की पुस्तक भी काफी महत्वपूर्ण है, जिसका लेखन ‘डॉ. अवधेश सिंह’ द्वारा किया गया है।
  • निबंध प्रश्न पत्र की तैयारी हिंदी माध्यम में करने वाले अभ्यर्थियों के लिए एक अन्य पुस्तक ‘निबंध मंजूषा’ के नाम से प्रकाशित होती है। इस पुस्तक का लेखन ‘समीरात्मक मिश्र’ द्वारा किया गया है। यह पुस्तक ‘टाटा मैक-ग्रा हिल प्रकाशन’ द्वारा प्रकाशित की जाती है। यह पुस्तक भी हिंदी माध्यम में आईएएस परीक्षा की तैयारी करने वाले अभ्यर्थियों के लिए निबंध के प्रश्न पत्र के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण साबित हो सकती है।
  • इनके अतिरिक्त, हिंदी माध्यम में ही निबंध प्रश्न पत्र की तैयारी करने के लिए ‘दिशा प्रकाशन’ द्वारा भी एक पुस्तक का प्रकाशन किया जाता है। यह पुस्तक भी हिंदी माध्यम में निबंध प्रश्न पत्र की तैयारी करने के संबंध में विद्यार्थियों की सहायता कर सकती है।
  • हिंदी माध्यम से आईएएस की परीक्षा की तैयारी करने वाले अभ्यर्थियों को निबंध के प्रश्न पत्र की तैयारी करने में ‘किरण प्रकाशन’ द्वारा प्रकाशित की जाने वाली एक अन्य पुस्तक भी सहायता कर सकती है।  इस पुस्तक के लेखक ‘अमित कुमार’ हैं । आईएएस की परीक्षा की तैयारी करने वाले अभ्यर्थी इस पुस्तक को भी हिंदी माध्यम में निबंध के प्रश्न पत्र की तैयारी करने के लिए अपनी पुस्तक सूची  का हिस्सा बना सकते हैं।
  • इसके अलावा, हिंदी माध्यम से आईएएस की परीक्षा की तैयारी करने वाले अभ्यर्थी निबंध के प्रश्न पत्र की तैयारी के लिए ‘घटना चक्र’ द्वारा प्रकाशित की जाने वाली ‘निबंध संग्रह’ नामक पुस्तक पर भी भरोसा कर सकते हैं। इस पुस्तक में भी विभिन्न विषयों से संबंधित निबंधों को विस्तार पूर्वक लिखा गया है।
  • एक अन्य पुस्तक हिंदी माध्यम से निबंध के प्रश्न पत्र की तैयारी करने वाले अभ्यर्थियों के लिए सहायक सिद्ध हो सकती है। यह पुस्तक ‘निबंध मंथन’ के नाम से प्रकाशित की जाती है। इस पुस्तक का प्रकाशन ‘परीक्षा मंथन’ द्वारा किया जाता है। परीक्षा मंथन लोक सेवा परीक्षाओं से संबंधित अन्य पुस्तकों का प्रकाशन भी करता है।
  • ‘संघ लोक सेवा आयोग’ द्वारा आयोजित की जाने वाली ‘भारतीय प्रशासनिक सेवा’ की परीक्षा की तैयारी करने वाले अभ्यर्थियों के बीच एक जाना-माना प्रकाशन ‘स्पेक्ट्रम’ भी हिंदी माध्यम में निबंध से संबंधित एक पुस्तक प्रकाशित करता है। स्पेक्ट्रम प्रकाशन द्वारा प्रकाशित की जाने वाली उस पुस्तक का नाम ‘निबंध बोध’ है। हिंदी माध्यम के अभ्यर्थी इस पुस्तक के माध्यम से दी अपनी निबंध संबंधी प्रश्न पत्र की तैयारी को आगे बढ़ा सकते हैं।
  • हिंदी माध्यम में आईएएस की परीक्षा देने वाले अभ्यर्थी अपने निबंध से संबंधित प्रश्न पत्र की तैयारी के लिए एक अन्य पुस्तक ‘निबंध महासागर’ का भी उपयोग कर सकते हैं। यह पुस्तक ‘डॉ. प्रमोद कुमार अग्रवाल’ द्वारा लिखी गई है। निबंध महासागर पुस्तक के लेखक भी एक आईएएस अधिकारी हैं। यह पुस्तक भी हिंदी माध्यम में निबंध प्रश्न पत्र की तैयारी करने वाले अभ्यर्थियों के लिए सहायक सिद्ध हो सकती है।
  • इनके अलावा, आईएएस की परीक्षा को हिंदी माध्यम में देने वाले अभ्यर्थी अपने निबंध संबंधित प्रश्न पत्र की तैयारी के लिए ‘निबंध माला’ नामक पुस्तक पर भी भरोसा कर सकते हैं। यह पुस्तक ‘योगेश चंद्र जैन’ द्वारा लिखी गई है। इस पुस्तक का प्रकाशन ‘अरिहंत प्रकाशन’ द्वारा किया जाता है। हिंदी माध्यम से आईएएस की परीक्षा देने वाले अभ्यर्थी अपने निबंध से संबंधित प्रश्न पत्र की तैयारी के लिए इस पुस्तक को अपनी पुस्तक सूची का हिस्सा बना सकते हैं।

IAS परीक्षा में निबंध लेखन की तैयारी कैसे करें?

इस प्रकार, हमने अपने अभी तक के विवरण में समझा कि हिंदी माध्यम से आईएएस की परीक्षा देने वाले अभ्यर्थी अपने निबंध के प्रश्न पत्र की तैयारी के लिए कौन सी पुस्तकों का इस्तेमाल कर सकते हैं। ये पुस्तकें अभ्यर्थी को निबंध लेखन में काफी सहायता प्रदान कर सकती हैं। वैसे तो निबंध लेखन कुछ दिन या महीनों में नहीं सीखा जा सकता है। एक बेहतर निबंध एक लंबे और अथक परिश्रम की तैयारी के बाद ही लिखा जा सकता है। इसके अलावा, एक अच्छा निबंध किसी एक पुस्तक का मोहताज भी नहीं होता है, बल्कि संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित की जाने वाली आईएएस की परीक्षा में लिखे जाने वाले निबंध किसी अभ्यर्थी की संपूर्ण तैयारी का ही प्रतिबिंब होता है। इसीलिए इस परीक्षा की तैयारी करने वाले प्रत्येक अभ्यर्थी को अपनी तैयारी के दौरान ऐसे प्रत्येक खंड को गंभीरता से समझना चाहिए, जो उसे निबंध लेखन में सहायता प्रदान कर सकता है।

निबंध लेखन करने वाले अभ्यर्थी के लिए सबसे पहले यह आवश्यक होता है कि वह पूछे गए निबंध के विषय को बेहतर तरीके से समझे तथा उस पर विभिन्न आयामों में सोचने का प्रयास करे। एक बेहतर निबंध उसे ही माना जाता है, जो विभिन्न आयामों को शामिल करता है। निबंध में सटीक उद्धरणों का प्रयोग बहुत ही अधिक प्रभावी माना जाता है। ऐसे में, प्रत्येक अभ्यर्थी को निबंध लेखन के दौरान पूछे गए निबंध के विषय से संबंधित विभिन्न आयामों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए और अपने निबंध को गुणवत्ता परक बनाना चाहिए। एक अच्छा निबंध लिखने के लिए आईएएस की परीक्षा की तैयारी करने वाले हर एक अभ्यर्थी को पाठ्यक्रम से संबंधित अन्य विषयों की तैयारी के दौरान निरंतर इस बात पर केंद्रित रहना चाहिए कि कौन सी पाठ्य सामग्री उसे निबंध लेखन में सहायता प्रदान कर सकती है। संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित की जाने वाली आईएएस की परीक्षा की दृष्टि से बेहतर निबंध लिखने के लिए अभ्यर्थी को कुछ साहित्यिक पाठ्य सामग्री का भी अध्ययन करना चाहिए तथा यथासंभव और सटीक रूप में निबंध लेखन के दौरान उसका उपयोग करना चाहिए।

वैसे तो हमने ऊपर ऐसी काफी पुस्तकों का जिक्र किया है, जो हिंदी माध्यम में आईएएस की परीक्षा की तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों के लिए निबंध के प्रश्न पत्र को तैयार करने में बेहतर साबित हो सकती हैं, लेकिन इसी के साथ अभ्यर्थियों को इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि उन्हें निबंध के प्रश्न पत्र की तैयारी के करने के लिए किसी एक पुस्तक पर ही निर्भर नहीं रहना चाहिए, बल्कि अपने निबंध को विभिन्न आयाम देने के लिए उसे अन्य स्रोतों का भी उपयोग करना चाहिए। ये अन्य स्रोत आईएएस की परीक्षा के पाठ्यक्रम से संबंधित अन्य विषय, अखबार, साहित्यिक पाठ्य सामग्री, पिछले वर्षों के प्रश्न पत्र इत्यादि हो सकते हैं। इसके अलावा, ज्यादा से ज्यादा मात्रा में निबंध लेखन का अभ्यास करना अत्यंत कारगर साबित हो सकता है। प्रत्येक अभ्यर्थी को आईएएस की परीक्षा में पिछले वर्षो में पूछे गए निबंधों को लिखने का प्रयास करना चाहिए, इससे उनकी तैयारी को अत्यधिक धार मिलती है और वे इस परीक्षा में सफलता के अधिक निकट पहुँच जाते हैं। अंत में, हम उम्मीद करते हैं कि हिंदी माध्यम से संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित की जाने वाली आईएएस की परीक्षा देने वाले अभ्यर्थियों के लिए यह आलेख काफी लाभप्रद साबित होगा तथा उनके निबंध से संबंधित प्रश्न पत्र की तैयारी में यह काफी सहायता प्रदान करेगा।

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विज्ञान के चमत्कार पर निबंध (Wonder of Science Essay in Hindi) - 100 - 200 शब्द के निबंध, प्रस्तावना

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हमारे दैनिक जीवन से लेकर ब्रह्मांड में घटित होने वाली सभी घटनाओं के पीछे कोई न कोई विज्ञान छिपा हुआ है। हमें बस जरूरत है, तो उसे समझने और सामने लाने की। विज्ञान अपने आप में एक विशाल विषय है। हमारे जीवन के हर पहलू में विज्ञान के चमत्कार (wonder of science in hindi) देखने को मिलते हैं। इसके हर पहलू को कवर कर पाना लगभग असंभव है। विज्ञान के चमत्कार पर लिखे गए इस निबंध में हम आप लोगों को नवीनतम विज्ञान के चमत्कारों (wonders of science in hindi) से अवगत करवाने का प्रयास करेंगे। हिंदी में पत्र लेखन सीखें ।

विज्ञान के चमत्कार पर निबंध (Essay on Vigyan ke chamatkar in Hindi) - प्रस्तावना (Introduction)

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विज्ञान के चमत्कार पर निबंध (Wonder of Science Essay in Hindi) - 100 - 200 शब्द के निबंध, प्रस्तावना

विज्ञान के चमत्कार पर निबंध (vigyan ke chamatkar nibandh) में हम आपको विज्ञान की परिभाषा के साथ-साथ विश्व में होने वाले नए अनुसंधानों, खोज तथा अविष्कारों और प्रयोगों से अवगत कराने का प्रयास करेंगे। विज्ञान के चमत्कार पर निबंध (vigyan ke chamatkar par nibandh) विशेष इस लेख से आपकी जानकारी तो समृद्ध होगी ही और साथ ही आपको परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त करने में भी मदद करेगा।

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हमेशा से कहा जाता रहा है कि ‘आवश्यकता ही अविष्कार की जननी है’, जैसे-जैसे मानव जाति की आवश्यकता बढती गई, वैसे-वैसे ही उसने अपनी सुविधा के लिए अविष्कार करना आरंभ किया। विज्ञान से तात्पर्य एक ऐसे व्यवस्थित ज्ञान से है जो विचार, अवलोकन और प्रयोगों से प्राप्त किया जाता है जो कि किसी अध्ययन की प्रकृति या सिद्धांतो की जानकारी प्राप्त करने के लिए किए जाते हैं। विज्ञान शब्द का प्रयोग ज्ञान की ऐसी शाखा के लिए भी किया जाता है, जो तथ्य, सिद्धांत और तरीको का प्रयोग और परिकल्पना से स्थापित और व्यवस्थित करता है।

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किसी भी वस्तु के बारे में जानकारी प्राप्त करना और जानकारी को सही तरीके से लागू करना तथा किसी भी वस्तु का सही अवलोकन अथवा विश्लेषण करना ही विज्ञान है। ‘वि’ का अर्थ है विकास करना, इससे तात्पर्य है कि विकास करने वाले ज्ञान को ही विज्ञान कहते हैं। आज विज्ञान के चमत्कार (vigyan ke chamatkar par nibandh) के माध्यम से ही मानव जाति इतनी समृद्ध हो पाई है। यदि प्राचीन काल की बात करें, तो मानव विकास उसकी चेतना के जागृत होने तथा उसकी जिज्ञासा का समुद्र की तरह विशाल होने के कारण ही हो पाया है। सबसे पहले मानव ने अपनी कमजोरियों को समझा और उसके बाद अपनी सीमाओं को, फिर मानव ने अपने दृढ़ निश्चय से अपनी कमजोरियों को दूर करने तथा अपनी सीमाओं को पार करने का अथक प्रयास किया।

इसमें मानव की चेतना ने मानव का बहुत साथ दिया। मानव चेतना ने स्वयं की कमजोरियों के बारे में उसे आभास कराया जैसे कि वह जंगली जानवरों से कमजोर है, मानव को उनसे लड़ने और अपनी रक्षा करने के लिए औजारों की आवश्यकता है, आदि तथा मानव की जिज्ञासा ने मानव को नई-नई वस्तुओं के बारें में जानकारी एकत्र करने के लिए प्रेरित किया जैसे वह किस वस्तु के माध्यम से एक मजबूत औजार बना सकता है जो उसके और उसकी परिवार की रक्षा कर सकता है। यही वह समय था जब पुरातन काल से मानव की चेतना और जिज्ञासा ने मानव को प्रगति की राह पर बढ़ते रहने को प्रेरित किया। इसके पश्चात मानव ने पीछे मुड़ कर नहीं देखा और निरंतर अपना और अपने समाज का विकास करता चला गया।

मानव द्वारा अपनी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए किए गए अथक प्रयासों की वजह से और विज्ञान के चमत्कार (wonder of science in hindi) से ही ऐसा संभव हो पाया है। मानव ने हर क्षेत्र में अपना विकास किया, पृथ्वी से लेकर ब्रह्मांड तक मानव ने विज्ञान के चमत्कार के माध्यम से अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने का प्रयास किया। हमारे वैज्ञानिकों ने ऐसे प्रयोगों को सफल बनाया है, जो मानव जाति के लिए बहुत महत्वपूर्ण थे। उन्होंने शिक्षा, यातायात, संचार, चिकित्सा, आदि सभी क्षेत्रों में चमत्कार किए हैं।

यदि हम यातायात के साधनों की बात करें, तो एक समय ऐसा था जब मनुष्य अपने पैरों के माध्यम से ही विचरण करता था और उसे किसी भी स्थान पर पहुँचने में बहुत समय लगता था। इस आवश्यकता पर ध्यान केंद्रित करते हुए इंसान ने पहिए का अविष्कार किया और आज वह इससे बहुत आगे निकल चुका है। एक समय था जब मनुष्य के लिए उड़ना कल्पना मात्र था, परंतु मनुष्य ने विज्ञान की सहायता से इस कल्पना को यथार्थ में परिवर्तित किया और हवाई जहाज का निर्माण किया। अब हम इसे विज्ञान का चमत्कार नहीं कहेंगे, तो और भला क्या कहेंगे। यातायात के क्षेत्र में विज्ञान के ऐसे बहुत से वंडर ऑफ साइंस हैं जो अकल्पनीय हैं, जैसे पानी के बड़े-बड़े जहाज, बुलेट ट्रेन, मेट्रो ट्रेन, हवाई जहाज, अंतरिक्ष में पहुँचने के लिए स्पेस क्राफ्ट आदि जो आज इस समाज के विकास में अपना योगदान दे रहे हैं।

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भारत की विज्ञान के क्षेत्र में उपलब्धियां बढ़ती ही जा रहीं हैं। हमारा चंद्रयान-3 चंद्रमा की दक्षिणी सतह पर सफलतापूर्वक उतरने वाला यान बन गया है। इसके अलावा सूर्य के बारे में अनुसंधान करने वाला आदित्य एल-1 विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भारतीय वैज्ञानिकों क्षमता को प्रदर्शित करता है।

वंडर ऑफ साइंस की वजह से हमारा देश भारत भी अंतरिक्ष के क्षेत्र में काफी आगे बढ़ता जा रहा है भारत ने भी एक साथ 104 उपग्रह लांच करके नया कीर्तिमान स्थापित किया है, साथ ही पिछले वर्ष हमारे देश के विज्ञानिकों ने उपग्रह को अंतरिक्ष में ही समाप्त करने के लिए मिसाइल का सफल परीक्षण किया। भारत ने एंटी-सैटेलाइट मिसाइल के लिए पृथ्वी एयर डिफेंस (पैड) सिस्टम को विकसित किया है। इसे प्रद्युम्न बैलिस्टिक मिसाइल इंटरसेप्टर भी कहते हैं। यह एक्सो-एटमॉसफियरिक (पृथ्वी के वातावरण से बाहर) और एंडो-एटमॉसफियरिक (पृथ्वी के वातावरण से अंदर) लक्ष्यों को नष्ट करने में सक्षम हैं।

हमारे देश ने विज्ञान के चमत्कार के माध्यम से अंतरिक्ष के क्षेत्र में बहुत से कीर्तिमान स्थापित किए है जिसमे से भारत का मंगल मिशन सफलता की नई उच्चाईयों को छु रहा है। यह मंगल गृह पर पहला ऐसा मिशन था जो सफल रहा था। साथ ही भारत के चंद्रयान प्रथम ने ही चंद्रमा पर पानी होने की पुष्टि की थी। हालांकि हमारा चंद्रयान द्वितीय सफल नहीं हो पाया पर हमारे वैज्ञानिकों ने अथक प्रयास कर इन चमत्कारों को आत्मसात करने का प्रयास किया है। साथ ही हमने ‘नाविक’ नामक अपना मैप नेविगेशन सिस्टम भी तैयार किया है जिससे भविष्य में हमारी गूगल मैप पर निर्भरता समाप्त होगी।

इसके साथ पिछले साल ही यह ज्ञात हुआ है कि ब्लैक होल के भीतर रोशनी होती है। अमेरिकी और यूरोपीय टेलिस्कोप द्वारा की गई खोज ने दुनिया को यह बताया है कि अंतरिक्ष में ब्लैक होल के आसपास बहुत तेज विकिरण एक्स-रे उत्सर्जन होता है। यह पहली बार है जब किसी ब्लैक होल से प्रकाश की खोज की गई है। इस रिसर्च में यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी से एक्सएमएम-न्यूटन और नासा से नूस्टार-न्यूक्लियर स्पेक्ट्रोस्कोपिक टेलीस्कोप ऐरे का प्रयोग किया गया था। इस मिशन का नेतृत्व अमेरिका के डैन विल्किंस ने किया।

आज का युग अंतरिक्ष का युग है और वहां की यात्रा पर्यटन का एक नया माध्यम बन चुकी है। पिछले वर्ष ब्रिटेन के रिचर्ड ब्रैनसन ने 71 वर्ष की आयु में अंतरिक्ष की यात्रा की। उनकी कंपनी वर्जिन गैलेटिक्स ने यूनिटी नाम का रॉकेट शटल बनाया जिसमें उन्होंने बाहरी अंतरिक्ष की 85 किलोमीटर यात्रा की।

दूसरी ओर अमेज़न कंपनी के संस्थापक जेफ़ बेजोस ने ब्लू ऑरिजिन कंपनी के स्पेस शटल न्यू शेपर्ड से अपनी अंतरिक्ष यात्रा की थी।

एलन मस्क की कंपनी स्पेस एक्स ने स्टारशिप नाम का विश्व का सबसे बड़ा राकेट बनाया है। 2021 में उनकी कंपनी के जरिए 4 यात्रियों ने अंतरिक्ष की यात्रा की।

कहा जाता है कि आज का युग सूचना और प्रौद्यागिकी का युग है। आज मानव ने दूर-संचार तथा इन्टरनेट को आत्मसात कर लिया इसके साथ ही कंप्यूटर, मोबाइल आज मानव के जीवन का हिस्सा बन गए है। दूर संचार और इन्टरनेट को सुचारू रूप से चलाने के लिए फाइबर ऑप्टिकल नामक नई तकनीक का प्रयोग अब किया जा रहा है।फाइबर-ऑप्टिक संचारण एक प्रणाली है जिसमें सूचनाओं की जानकारी एक स्थान से दूसरे स्थान में ऑप्टिकल फाइबर के माध्यम से प्रकाश बिन्दुओं के रूप में भेजी जाती हैं। प्रकाश एक विद्युत चुम्बकीय तरंग वाहक विकसित करता है जो विधिवत् रूप से जानकारी को साथ ले जाते हैं। 1970 के दशक में इसे सबसे पहले विकसित किया गया, फाइबर-ऑप्टिक संचार प्रणाली ने दूरसंचार उद्योग में क्रांतिकारी परिवर्तन किया है और सूचना युग के आगमन में एक प्रमुख भूमिका निभाई है। विद्युत संचरण पर इसके फायदे के कारण, विकसित दुनिया में कोर नेटवर्क में ताबें की तारों के स्थान पर ऑप्टिकल फाइबर का प्रयोग किया जा रहा है।

शिक्षा के क्षेत्र में विज्ञान का बहुत अधिक महत्व है, आज इस कोरोना काल में विज्ञान के माध्यम से ही छात्र अपनी पढाई को जारी रखने में सक्षम हुए हैं। आज हम लैपटॉप, कंप्यूटर, मोबाइल और इंटरनेट के माध्यम से अपने घर बैठे ही अपने स्कूल की कक्षा ले सकते हैं। इन्टरनेट के माध्यम से वीडियो कॉल के जरिए हम अपनी कक्षा बिना रुके ले सकते हैं। साथ ही दुनिया भर की जानकारी हम मोबाइल पर एक क्लिक करके ही प्राप्त कर सकते हैं।

कंप्यूटर के क्षेत्र में भी सुपर कंप्यूटर की अवधारणा आज के युग में जन्म ले चुकी है। यह विश्व का सबसे तेज़ कंप्यूटर होता है जो डेटा को बहुत तेज़ी से प्रोसेस करता है। यह सामान्य कंप्यूटर की तुलना में बहुत तेज़ी से गणना करता है। सुपर कंप्यूटर की कंप्यूटिंग परफॉरमेंस को MIPS के स्थान पर FLOPS (Floating-point operations per second) में मापा जाता है। विश्व में सबसे तेज़ सुपर कंप्यूटर का नाम ‘फुगाकू’ है जोकि एक जापानी कंप्यूटर है तथा भारत के सबसे तेज़ सुपर कंप्यूटर का नाम ‘परम सिद्धि’ है।

विज्ञान के चमत्कारों ने हमेशा से मानव जीवन को सरल बनाने का प्रयास किया है। यही कारण है कि मानव आज तकनीक पर बहुत निर्भर हो गया है। आज हम घर बैठे-बैठे किसी से भी मोबाइल के माध्यम से बात कर सकते है। कंप्यूटर के माध्यम से हमारा कार्य सरल हो गया है और यातायात के विभिन्न साधनों के माध्यम से हमारी यात्रा सुखद हो गई है। यह विज्ञान के चमत्कार ही है जिनके वजह से मानव ने अपना जीवन सरल बना लिया है।

विज्ञान ने मनोरंजन के क्षेत्र में अद्भुत भूमिका निभाई है। आज विज्ञान के चमत्कारों के कारण ही मानव के पास मनोरंजन के बहुत सारे विकल्प हैं। मोबाइल, टीवी, कंप्यूटर, लैपटॉप, गेम्स आदि कुछ उदाहरण है जिससे मानव अपना मनोरंजन कर सकता है। इसके अलावा फेसबुक, इन्स्टाग्राम, यूट्यूब, टिकटॉक, ट्विटर आदि कुछ ऐसे ऐप हैं जो मानव का मनोरंजन करने में सहायता करते हैं। जुलाई 2023 में मार्क जकरबर्ग ने 'थ्रेड्स' नामक एक नया सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म लॉंच किया है, जो विश्व का 24 घंटे के अंदर सबसे ज्यादा डाउनलोड किए जाने वाला एप बन गया है।

मनुष्य ने चिकित्सा के क्षेत्र में भी बहुत से चमत्कार किए हैं। एक समय था जब छोटी-छोटी बीमारियाँ मनुष्य की मृत्यु का कारण बनती थी। परन्तु आज इंसान ने विज्ञान के माध्यम से इस क्षेत्र में बहुत अधिक सफलता प्राप्त की है। यदि पिछले कुछ वर्षो के चिकित्सा के क्षेत्र में नोबल पुरस्कारों की बात करें, तो हमें नए-नए विज्ञान के चमत्कार देखने को मिलते हैं -

2022 का नोबल पुरस्कार भौतिकी मे एलेन एस्पेक्ट, जॉन एफ क्लॉजर और एंटोन जेलिंगर को दिया गया। यह पुरस्कार जटिल फोटॉनों के साथ प्रयोगों, बेल असमानताओं के उल्लंघन की स्थापना और एडवांस क्वांटम सूचना विज्ञान के लिए दिया गया है। रसायन विज्ञान 2022 में नोबेल पुरस्कार संयुक्त रूप से कैरोलिन बर्टोज़ज़ी, मोर्टन मेल्डल और के. बैरी शार्पलेस को "क्लिक केमिस्ट्री और बायोऑर्थोगोनल केमिस्ट्री के विकास के लिए" प्रदान किया गया। फिजियोलॉजी या मेडिसिन 2022 में नोबेल पुरस्कार स्वांटों पाबों को "विलुप्त होमिनिन और मानव विकास के जीनोम से संबंधित उनकी खोजों के लिए" प्रदान किया गया।

2021 का नोबल पुरस्कार अमेरिकी वैज्ञानिक डेविड जूलियस और अर्देम पटापाउटियन को दिया गया। उन्हें तापमान और स्पर्श के लिए रिसेप्टर्स की अपनी खोजों के लिए यह पुरस्कार दिया गया है। यह खोज यह समझने में मदद करेगी कि कैसे गर्मी, ठंड और यांत्रिक बल तंत्रिका आवेगों (nerve impulses ) को शुरू करते हैं जो बदले में मनुष्यों को दुनिया को समझने और अनुकूलित करने की अनुमति देते हैं।

2020 के लिए यह पुरस्कार दो अमेरिकन वैज्ञानिक हार्वे जे ऑल्टर और माइकल हॉफटन व ब्रिटिश वैज्ञानिक चार्ल्स एम राइस को संयुक्त रूप से दिया गया है। उन्हें यह सम्मान हेपेटाइटिस सी वायरस की खोज के लिए दिया किया गया।

इस बीमारी के कारण दुनिया भर में लोगों को सिरोसिस और लीवर कैंसर जैसी गंभीर बीमारी के शिकार हो जाते थे। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार दुनिया भर में हेपेटाइटिस वायरस के करीब 7 करोड़ से अधिक मरीज हैं और इस वायरस के कारण हर साल करीब चार लाख लोग को मौत का सामना करना पड़ता है। हेपेटाइटिस सी वायरस की खोज के बाद खून का परीक्षण और जरूरी दवाइयों का निर्माण संभव हुआ है जिससे कई लोगों की जान बचाई जा सकी है।

2019 का चिकित्सा के क्षेत्र में नोबल पुरस्कार संयुक्त रूप से विलियम जी.कैलिन जूनियर, सर पीटर जे.रेटक्लिफ, ग्रेग एल. सेमेंज़ा को दिया गया। इन तीनों विजेताओं को शरीर की कोशिकाओं में जीवन और ऑक्सीजन को ग्रहण करने की क्षमता के संबंध में महत्वपूर्ण खोज करने के लिए पुरस्कार दिया गया है। इस खोज से यह ज्ञात होगा कि किस तरह ऑक्सिजन के स्तर कोशिकीय चयापचय और शारीरिक कार्यप्रणाली को प्रभावित करते हैं।' इससे अनीमिया, कैंसर आदि जैसे अन्य कई रोगों से लड़ने के लिए नई रणनीतियों का मार्ग प्रशस्त होगा।

कहते हैं ना कि हर सिक्के के दो पहलू होते हैं। ठीक उसी तरह, विज्ञान के चमत्कार का सकारात्मक पक्ष भी है और नकारात्मक भी है। जहाँ विज्ञान ने मानव जाति का जीवन सरल किया है वही इसने मानव के विनाश का मार्ग भी प्रशस्त किया है। मानव ने बड़े-बड़े हथियार बनाए हैं। जिसने हमारी प्रकृति और पर्यावरण को नष्ट करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। हमने बड़े-बड़े एटम बम, हाइड्रोजन बम बनायें है, जिससे मानव जाति के साथ-साथ इस पृथ्वी पर रहने वाले हर जीव का सर्वनाश हो सकता है।

विज्ञान से हमें अनेक लाभ प्राप्त हुए हैं। विज्ञान ने मानव का जीवन पहले के मुक़ाबले बेहद आसान बना दिया है। एक समय था जब मानव का जीवन बहुत कठिन था, परन्तु मानव ने अपने सामने आने वाली कठिनाइयों पर विज्ञान की मदद से विजय प्राप्त की है। मानव ने कष्ट देने वाले रोगों से लेकर विश्व के प्रत्येक जीव को विज्ञान के चमत्कार के माध्यम से नियंत्रण करने का प्रयास किया है। विज्ञान के माध्यम से ही आज हम टेक्नोलॉजी से जुड़ पाए हैं, जिसका उपयोग हम समाज के विकास और आम जन-जीवन को सरल बनाने के लिए करते हैं। आज के दौर में हम जो कुछ भी करते, देखते या सीखते हैं उसमे कहीं न कहीं विज्ञान का योगदान है। बात किसी स्मार्ट गैजेट की हो या फिर या फिर हमारे दैनिक जीवन में उपयोग किए जाने वाले किसी भी वस्तु की हर जगह आप आपने आस पास विज्ञान को पाएंगे।

जिस तरह से किसी भी वस्तु का कोई सकारात्मक पहलु होता है, उसी तरह उसका नकारात्मक पहलु भी होता है। विज्ञान के चमत्कार से जितनी हमारी सुविधाएं बढ़ी हैं, हमारी मुश्किलें भी उतनी ही बढ़ी हैं। विज्ञान का योगदान आज के दौर में इतना अधिक बढ़ गया है कि हम विज्ञान पर ही निर्भर रहते हैं। समाज को नुकसान पहुँचाने के लिए कुछ ऐसे घातक हथियारों का निर्माण हो चूका है जिससे पुरे विश्व को कुछ क्षणों में ही नष्ट किया जा सकता है। साथ ही कुछ ऐसी वस्तुएं भी हैं जिनका हम अपने दैनिक जीवन में निरंतर उपयोग करते हैं जिससे हमारा वातावरण, पर्यावरण और जन-जीवन खतरे के तरफ बढ़ता हुआ नजर आ रहा है।

जैसा कि हम समझ चुके हैं कि विज्ञान ने जहाँ मानव जीवन को सुंदर, सुखद तथा आरामदायक बनाने का काम किया है, वहीं हिरोशिमा और नागासाकी के रूप में इसके विनाश की क्षमता को भी हमने देखा है। महाविनाश के लिए बनाए गए हथियार, जैविक हथियार चुटकियों में विज्ञान के चमत्कारों को मिट्टी में मिलाने में सक्षम है। विज्ञान के चमत्कारों का वास्तविक लाभ तभी मिलेगा जब उनका प्रयोग जगत कल्याण के लिए किया जाए, नहीं तो विज्ञान के अभिशाप की विभीषिका पूरी दुनिया को झेलनी पड़ेगी।

Frequently Asked Question (FAQs)

विज्ञान से तात्पर्य ऐसे ज्ञान से है जो विचार अवलोकन और प्रयोगों से प्राप्त होता है । निरंतर विकसित होने वाला ज्ञान विज्ञान कहलाता हैं।

मानव जाति का विकास मानव की जिज्ञासा और चेतना के माध्यम से हुआ जिसने मानव को निरंतर अविष्कार करने के लिए प्रेरित किया।

जेफ़ बेज़ोस ने न्यू शेपर्ड नामक अंतरिक्ष यान से अंतरिक्ष की यात्रा की ।

एलन मास्क की कंपनी का नाम स्पेस एक्स है और उसने विश्व के सबसे बड़े स्पेस शटल स्टारशिप का निर्माण किया है।

2021 का नोबल पुरस्कार अमेरिकी वैज्ञानिक डेविड जूलियस और अर्देम पटापाउटियन को प्रदान किया गया है।

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Data Analyst

The invention of the database has given fresh breath to the people involved in the data analytics career path. Analysis refers to splitting up a whole into its individual components for individual analysis. Data analysis is a method through which raw data are processed and transformed into information that would be beneficial for user strategic thinking.

Data are collected and examined to respond to questions, evaluate hypotheses or contradict theories. It is a tool for analyzing, transforming, modeling, and arranging data with useful knowledge, to assist in decision-making and methods, encompassing various strategies, and is used in different fields of business, research, and social science.

Geothermal Engineer

Individuals who opt for a career as geothermal engineers are the professionals involved in the processing of geothermal energy. The responsibilities of geothermal engineers may vary depending on the workplace location. Those who work in fields design facilities to process and distribute geothermal energy. They oversee the functioning of machinery used in the field.

Database Architect

If you are intrigued by the programming world and are interested in developing communications networks then a career as database architect may be a good option for you. Data architect roles and responsibilities include building design models for data communication networks. Wide Area Networks (WANs), local area networks (LANs), and intranets are included in the database networks. It is expected that database architects will have in-depth knowledge of a company's business to develop a network to fulfil the requirements of the organisation. Stay tuned as we look at the larger picture and give you more information on what is db architecture, why you should pursue database architecture, what to expect from such a degree and what your job opportunities will be after graduation. Here, we will be discussing how to become a data architect. Students can visit NIT Trichy , IIT Kharagpur , JMI New Delhi . 

Remote Sensing Technician

Individuals who opt for a career as a remote sensing technician possess unique personalities. Remote sensing analysts seem to be rational human beings, they are strong, independent, persistent, sincere, realistic and resourceful. Some of them are analytical as well, which means they are intelligent, introspective and inquisitive. 

Remote sensing scientists use remote sensing technology to support scientists in fields such as community planning, flight planning or the management of natural resources. Analysing data collected from aircraft, satellites or ground-based platforms using statistical analysis software, image analysis software or Geographic Information Systems (GIS) is a significant part of their work. Do you want to learn how to become remote sensing technician? There's no need to be concerned; we've devised a simple remote sensing technician career path for you. Scroll through the pages and read.

Budget Analyst

Budget analysis, in a nutshell, entails thoroughly analyzing the details of a financial budget. The budget analysis aims to better understand and manage revenue. Budget analysts assist in the achievement of financial targets, the preservation of profitability, and the pursuit of long-term growth for a business. Budget analysts generally have a bachelor's degree in accounting, finance, economics, or a closely related field. Knowledge of Financial Management is of prime importance in this career.

Underwriter

An underwriter is a person who assesses and evaluates the risk of insurance in his or her field like mortgage, loan, health policy, investment, and so on and so forth. The underwriter career path does involve risks as analysing the risks means finding out if there is a way for the insurance underwriter jobs to recover the money from its clients. If the risk turns out to be too much for the company then in the future it is an underwriter who will be held accountable for it. Therefore, one must carry out his or her job with a lot of attention and diligence.

Finance Executive

Product manager.

A Product Manager is a professional responsible for product planning and marketing. He or she manages the product throughout the Product Life Cycle, gathering and prioritising the product. A product manager job description includes defining the product vision and working closely with team members of other departments to deliver winning products.  

Operations Manager

Individuals in the operations manager jobs are responsible for ensuring the efficiency of each department to acquire its optimal goal. They plan the use of resources and distribution of materials. The operations manager's job description includes managing budgets, negotiating contracts, and performing administrative tasks.

Stock Analyst

Individuals who opt for a career as a stock analyst examine the company's investments makes decisions and keep track of financial securities. The nature of such investments will differ from one business to the next. Individuals in the stock analyst career use data mining to forecast a company's profits and revenues, advise clients on whether to buy or sell, participate in seminars, and discussing financial matters with executives and evaluate annual reports.

A Researcher is a professional who is responsible for collecting data and information by reviewing the literature and conducting experiments and surveys. He or she uses various methodological processes to provide accurate data and information that is utilised by academicians and other industry professionals. Here, we will discuss what is a researcher, the researcher's salary, types of researchers.

Welding Engineer

Welding Engineer Job Description: A Welding Engineer work involves managing welding projects and supervising welding teams. He or she is responsible for reviewing welding procedures, processes and documentation. A career as Welding Engineer involves conducting failure analyses and causes on welding issues. 

Transportation Planner

A career as Transportation Planner requires technical application of science and technology in engineering, particularly the concepts, equipment and technologies involved in the production of products and services. In fields like land use, infrastructure review, ecological standards and street design, he or she considers issues of health, environment and performance. A Transportation Planner assigns resources for implementing and designing programmes. He or she is responsible for assessing needs, preparing plans and forecasts and compliance with regulations.

Environmental Engineer

Individuals who opt for a career as an environmental engineer are construction professionals who utilise the skills and knowledge of biology, soil science, chemistry and the concept of engineering to design and develop projects that serve as solutions to various environmental problems. 

Safety Manager

A Safety Manager is a professional responsible for employee’s safety at work. He or she plans, implements and oversees the company’s employee safety. A Safety Manager ensures compliance and adherence to Occupational Health and Safety (OHS) guidelines.

Conservation Architect

A Conservation Architect is a professional responsible for conserving and restoring buildings or monuments having a historic value. He or she applies techniques to document and stabilise the object’s state without any further damage. A Conservation Architect restores the monuments and heritage buildings to bring them back to their original state.

Structural Engineer

A Structural Engineer designs buildings, bridges, and other related structures. He or she analyzes the structures and makes sure the structures are strong enough to be used by the people. A career as a Structural Engineer requires working in the construction process. It comes under the civil engineering discipline. A Structure Engineer creates structural models with the help of computer-aided design software. 

Highway Engineer

Highway Engineer Job Description:  A Highway Engineer is a civil engineer who specialises in planning and building thousands of miles of roads that support connectivity and allow transportation across the country. He or she ensures that traffic management schemes are effectively planned concerning economic sustainability and successful implementation.

Field Surveyor

Are you searching for a Field Surveyor Job Description? A Field Surveyor is a professional responsible for conducting field surveys for various places or geographical conditions. He or she collects the required data and information as per the instructions given by senior officials. 

Orthotist and Prosthetist

Orthotists and Prosthetists are professionals who provide aid to patients with disabilities. They fix them to artificial limbs (prosthetics) and help them to regain stability. There are times when people lose their limbs in an accident. In some other occasions, they are born without a limb or orthopaedic impairment. Orthotists and prosthetists play a crucial role in their lives with fixing them to assistive devices and provide mobility.

Pathologist

A career in pathology in India is filled with several responsibilities as it is a medical branch and affects human lives. The demand for pathologists has been increasing over the past few years as people are getting more aware of different diseases. Not only that, but an increase in population and lifestyle changes have also contributed to the increase in a pathologist’s demand. The pathology careers provide an extremely huge number of opportunities and if you want to be a part of the medical field you can consider being a pathologist. If you want to know more about a career in pathology in India then continue reading this article.

Veterinary Doctor

Speech therapist, gynaecologist.

Gynaecology can be defined as the study of the female body. The job outlook for gynaecology is excellent since there is evergreen demand for one because of their responsibility of dealing with not only women’s health but also fertility and pregnancy issues. Although most women prefer to have a women obstetrician gynaecologist as their doctor, men also explore a career as a gynaecologist and there are ample amounts of male doctors in the field who are gynaecologists and aid women during delivery and childbirth. 

Audiologist

The audiologist career involves audiology professionals who are responsible to treat hearing loss and proactively preventing the relevant damage. Individuals who opt for a career as an audiologist use various testing strategies with the aim to determine if someone has a normal sensitivity to sounds or not. After the identification of hearing loss, a hearing doctor is required to determine which sections of the hearing are affected, to what extent they are affected, and where the wound causing the hearing loss is found. As soon as the hearing loss is identified, the patients are provided with recommendations for interventions and rehabilitation such as hearing aids, cochlear implants, and appropriate medical referrals. While audiology is a branch of science that studies and researches hearing, balance, and related disorders.

An oncologist is a specialised doctor responsible for providing medical care to patients diagnosed with cancer. He or she uses several therapies to control the cancer and its effect on the human body such as chemotherapy, immunotherapy, radiation therapy and biopsy. An oncologist designs a treatment plan based on a pathology report after diagnosing the type of cancer and where it is spreading inside the body.

Are you searching for an ‘Anatomist job description’? An Anatomist is a research professional who applies the laws of biological science to determine the ability of bodies of various living organisms including animals and humans to regenerate the damaged or destroyed organs. If you want to know what does an anatomist do, then read the entire article, where we will answer all your questions.

For an individual who opts for a career as an actor, the primary responsibility is to completely speak to the character he or she is playing and to persuade the crowd that the character is genuine by connecting with them and bringing them into the story. This applies to significant roles and littler parts, as all roles join to make an effective creation. Here in this article, we will discuss how to become an actor in India, actor exams, actor salary in India, and actor jobs. 

Individuals who opt for a career as acrobats create and direct original routines for themselves, in addition to developing interpretations of existing routines. The work of circus acrobats can be seen in a variety of performance settings, including circus, reality shows, sports events like the Olympics, movies and commercials. Individuals who opt for a career as acrobats must be prepared to face rejections and intermittent periods of work. The creativity of acrobats may extend to other aspects of the performance. For example, acrobats in the circus may work with gym trainers, celebrities or collaborate with other professionals to enhance such performance elements as costume and or maybe at the teaching end of the career.

Video Game Designer

Career as a video game designer is filled with excitement as well as responsibilities. A video game designer is someone who is involved in the process of creating a game from day one. He or she is responsible for fulfilling duties like designing the character of the game, the several levels involved, plot, art and similar other elements. Individuals who opt for a career as a video game designer may also write the codes for the game using different programming languages.

Depending on the video game designer job description and experience they may also have to lead a team and do the early testing of the game in order to suggest changes and find loopholes.

Radio Jockey

Radio Jockey is an exciting, promising career and a great challenge for music lovers. If you are really interested in a career as radio jockey, then it is very important for an RJ to have an automatic, fun, and friendly personality. If you want to get a job done in this field, a strong command of the language and a good voice are always good things. Apart from this, in order to be a good radio jockey, you will also listen to good radio jockeys so that you can understand their style and later make your own by practicing.

A career as radio jockey has a lot to offer to deserving candidates. If you want to know more about a career as radio jockey, and how to become a radio jockey then continue reading the article.

Choreographer

The word “choreography" actually comes from Greek words that mean “dance writing." Individuals who opt for a career as a choreographer create and direct original dances, in addition to developing interpretations of existing dances. A Choreographer dances and utilises his or her creativity in other aspects of dance performance. For example, he or she may work with the music director to select music or collaborate with other famous choreographers to enhance such performance elements as lighting, costume and set design.

Social Media Manager

A career as social media manager involves implementing the company’s or brand’s marketing plan across all social media channels. Social media managers help in building or improving a brand’s or a company’s website traffic, build brand awareness, create and implement marketing and brand strategy. Social media managers are key to important social communication as well.

Photographer

Photography is considered both a science and an art, an artistic means of expression in which the camera replaces the pen. In a career as a photographer, an individual is hired to capture the moments of public and private events, such as press conferences or weddings, or may also work inside a studio, where people go to get their picture clicked. Photography is divided into many streams each generating numerous career opportunities in photography. With the boom in advertising, media, and the fashion industry, photography has emerged as a lucrative and thrilling career option for many Indian youths.

An individual who is pursuing a career as a producer is responsible for managing the business aspects of production. They are involved in each aspect of production from its inception to deception. Famous movie producers review the script, recommend changes and visualise the story. 

They are responsible for overseeing the finance involved in the project and distributing the film for broadcasting on various platforms. A career as a producer is quite fulfilling as well as exhaustive in terms of playing different roles in order for a production to be successful. Famous movie producers are responsible for hiring creative and technical personnel on contract basis.

Copy Writer

In a career as a copywriter, one has to consult with the client and understand the brief well. A career as a copywriter has a lot to offer to deserving candidates. Several new mediums of advertising are opening therefore making it a lucrative career choice. Students can pursue various copywriter courses such as Journalism , Advertising , Marketing Management . Here, we have discussed how to become a freelance copywriter, copywriter career path, how to become a copywriter in India, and copywriting career outlook. 

In a career as a vlogger, one generally works for himself or herself. However, once an individual has gained viewership there are several brands and companies that approach them for paid collaboration. It is one of those fields where an individual can earn well while following his or her passion. 

Ever since internet costs got reduced the viewership for these types of content has increased on a large scale. Therefore, a career as a vlogger has a lot to offer. If you want to know more about the Vlogger eligibility, roles and responsibilities then continue reading the article. 

For publishing books, newspapers, magazines and digital material, editorial and commercial strategies are set by publishers. Individuals in publishing career paths make choices about the markets their businesses will reach and the type of content that their audience will be served. Individuals in book publisher careers collaborate with editorial staff, designers, authors, and freelance contributors who develop and manage the creation of content.

Careers in journalism are filled with excitement as well as responsibilities. One cannot afford to miss out on the details. As it is the small details that provide insights into a story. Depending on those insights a journalist goes about writing a news article. A journalism career can be stressful at times but if you are someone who is passionate about it then it is the right choice for you. If you want to know more about the media field and journalist career then continue reading this article.

Individuals in the editor career path is an unsung hero of the news industry who polishes the language of the news stories provided by stringers, reporters, copywriters and content writers and also news agencies. Individuals who opt for a career as an editor make it more persuasive, concise and clear for readers. In this article, we will discuss the details of the editor's career path such as how to become an editor in India, editor salary in India and editor skills and qualities.

Individuals who opt for a career as a reporter may often be at work on national holidays and festivities. He or she pitches various story ideas and covers news stories in risky situations. Students can pursue a BMC (Bachelor of Mass Communication) , B.M.M. (Bachelor of Mass Media) , or  MAJMC (MA in Journalism and Mass Communication) to become a reporter. While we sit at home reporters travel to locations to collect information that carries a news value.  

Corporate Executive

Are you searching for a Corporate Executive job description? A Corporate Executive role comes with administrative duties. He or she provides support to the leadership of the organisation. A Corporate Executive fulfils the business purpose and ensures its financial stability. In this article, we are going to discuss how to become corporate executive.

Multimedia Specialist

A multimedia specialist is a media professional who creates, audio, videos, graphic image files, computer animations for multimedia applications. He or she is responsible for planning, producing, and maintaining websites and applications. 

Quality Controller

A quality controller plays a crucial role in an organisation. He or she is responsible for performing quality checks on manufactured products. He or she identifies the defects in a product and rejects the product. 

A quality controller records detailed information about products with defects and sends it to the supervisor or plant manager to take necessary actions to improve the production process.

Production Manager

A QA Lead is in charge of the QA Team. The role of QA Lead comes with the responsibility of assessing services and products in order to determine that he or she meets the quality standards. He or she develops, implements and manages test plans. 

Process Development Engineer

The Process Development Engineers design, implement, manufacture, mine, and other production systems using technical knowledge and expertise in the industry. They use computer modeling software to test technologies and machinery. An individual who is opting career as Process Development Engineer is responsible for developing cost-effective and efficient processes. They also monitor the production process and ensure it functions smoothly and efficiently.

AWS Solution Architect

An AWS Solution Architect is someone who specializes in developing and implementing cloud computing systems. He or she has a good understanding of the various aspects of cloud computing and can confidently deploy and manage their systems. He or she troubleshoots the issues and evaluates the risk from the third party. 

Azure Administrator

An Azure Administrator is a professional responsible for implementing, monitoring, and maintaining Azure Solutions. He or she manages cloud infrastructure service instances and various cloud servers as well as sets up public and private cloud systems. 

Computer Programmer

Careers in computer programming primarily refer to the systematic act of writing code and moreover include wider computer science areas. The word 'programmer' or 'coder' has entered into practice with the growing number of newly self-taught tech enthusiasts. Computer programming careers involve the use of designs created by software developers and engineers and transforming them into commands that can be implemented by computers. These commands result in regular usage of social media sites, word-processing applications and browsers.

Information Security Manager

Individuals in the information security manager career path involves in overseeing and controlling all aspects of computer security. The IT security manager job description includes planning and carrying out security measures to protect the business data and information from corruption, theft, unauthorised access, and deliberate attack 

ITSM Manager

Automation test engineer.

An Automation Test Engineer job involves executing automated test scripts. He or she identifies the project’s problems and troubleshoots them. The role involves documenting the defect using management tools. He or she works with the application team in order to resolve any issues arising during the testing process. 

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Today’s Current Affairs in Hindi | 23 अप्रैल 2024 (हिंदी करंट अफेयर्स)

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  • Updated on  
  • अप्रैल 23, 2024

Today’s Current Affairs in Hindi 23 April 2024

यहां प्रमुख एग्जाम की तैयारी के लिए 23 अप्रैल के current affairs today in hindi की महत्वपूर्ण जानकारी दी जा रही है। जिसके माध्यम से आप अपनी एग्जाम की तैयारी के लिए डेली करंट अफेयर्स के बारे में जान सकते हैं। करंट अफेयर्स की जानकारी से हमें न केवल अपने समाज कि बल्कि देश और दुनिया में हो रही सभी महत्वपूर्ण गतिविधियों के बारे में जानकारी मिलती है। इसके साथ ही भारत की सभी प्रमुख परीक्षाओं में भी करंट अफेयर्स से संबंधित प्रश्न जरूर पूछे जाते हैं।

  • प्रत्येक वर्ष 23 अप्रैल को दुनियाभर में ‘ विश्व पुस्तक और कॉपीराइट दिवस ’ (World Book and Copyright Day) मनाया जाता है।
  • ‘संयुक्त राज्य अमेरिका’ वर्ष 2023 में सबसे अधिक सैन्य खर्च करने वाला देश बना है।
  • केरल में सबसे बड़ा मंदिर महोत्सव ‘त्रिशूर पूरम 2024’ मनाया गया है।
  • फ्रेंच ऑटोमेकर कंपनी सिट्रोएन ने पूर्व भारतीय कप्तान ‘महेंद्र सिंह धोनी’ को सिट्रोएन इंडिया का ब्रांड एम्बेसडर नियुक्त किया है।
  • भारतवंशी प्रोफेसर ‘कौशिक राजशेखर’ को जापान की इंजीनियरिंग अकादमी द्वारा अंतराष्ट्रीय फेलोशिप से सम्मानित किया गया है।
  • भारतीय मिल्क ब्रांड ‘नंदिनी’ आगामी T20 विश्वकप में स्कॉटलैंड और आयरलैंड टीम का स्पॉन्सर बना है।
  • रॉयटर्स फोटोग्राफर ‘मोहम्मद सलेम’ ने वर्ष 2024 का ‘वर्ल्ड प्रेस फोटो ऑफ द ईयर पुरस्कार’ जीता है।
  • हाल ही में ‘कुवैत’ में पहली बार हिंदी रेडियो का प्रसारण शुरू हुआ है।
  • ‘ब्राजील’ के घने वर्षावनों में बाघ (क्लाउडेड टाइगर कैट) की एक नई प्रजाति खोजी गई है।
  • ग्रेट निकोबार की ‘शोम्पेन जनजाति’ ने पहली बार मतदान में भाग लिया है।
  • एएफएमएस और ‘ IIT दिल्ली’ ने सहयोगात्मक अनुसंधान और प्रशिक्षण के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए है। 
  • प्रशासनिक सुधार और लोक शिकायत विभाग ने सिविल सेवा में मानव संसाधन विकास के क्षेत्र में सहयोग के लिए ‘कंबोडिया’ के सिविल सेवा मंत्रालय के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए है। 

यह भी पढ़ें – 1990 में आज ही के दिन संयुक्त राष्ट्र संघ का 160वां सदस्य बना था नामीबिया

23 अप्रैल 2024 डेली करेंट अफेयर्स क्विज 

यहां डेली के कुछ प्रमुख क्विज क्वेशन की सूची आपकी परीक्षा की तैयारी के लिए दी जा रही हैं, इन क्वेशन को पढ़कर इनको सॉल्व करने का प्रयास करें:-

1. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भगवान महावीर निर्वाण महोत्सव का उद्घाटन कहां किया?

(A) वाराणसी  (B) उज्जैन   (C) नई दिल्ली (D) रांची      उत्तर- नई दिल्ली 

2. ‘राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड’ (NSG) के प्रमुख के रूप में किसे नियुक्त किया गया है?

(A) नलिन प्रभात (B) दलबीर सिंह चौधरी (C) विक्रम कौशिक  (D) मनोज कुमार शर्मा  उत्तर- नलिन प्रभात

3. आर्टेमिस समझौते में शामिल होने वाला 39वां देश कौन बना है?

(A) फ़िनलैंड  (B) स्लोवेनिया (C) सिंगापुर   (D) हंगरी   उत्तर- स्लोवेनिया   

4. किस भारतीय ग्रैंडमास्टर ने कैंडिडेट्स शतरंज टूर्नामेंट का टाइटल जीता है?

(A) आर प्रग्गनानंद (B) डी गुकेश  (C) निहाल सरीन (D) रौनक साधवानी उत्तर- डी गुकेश 

5. भारतीय नौसेना के लिए DRDO द्वारा स्थापित सोनार प्रणालियों के लिए एक प्रमुख परीक्षण और मूल्यांकन केंद्र-स्पेस (SPACE) का कहाँ उद्घाटन किया गया है?

(A) तमिलनाडु  (B) आंध्र प्रदेश (C) कर्नाटक  (D) केरल   उत्तर- केरल  

यह भी पढ़ें – हिंदी करंट अफेयर्स इन हिंदी 2024 

परीक्षा से संबंधित डेली करेंट अफेयर्स के बारे में अधिक जानकारी के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।

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Leverage Edu स्टडी अब्रॉड प्लेटफार्म में बतौर एसोसिएट कंटेंट राइटर के तौर पर कार्यरत हैं। नीरज को स्टडी अब्रॉड प्लेटफाॅर्म और स्टोरी राइटिंग में 2 वर्ष से अधिक का अनुभव है। वह पूर्व में upGrad Campus, Neend App और ThisDay App में कंटेंट डेवलपर और कंटेंट राइटर रह चुके हैं। उन्होंने दिल्ली विश्वविधालय से बौद्ध अध्ययन और चौधरी चरण सिंह विश्वविधालय से हिंदी में मास्टर डिग्री कंप्लीट की है।

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  1. पुस्तक पर निबंध

    पुस्तक पर निबंध (Book Essay in Hindi) पुस्तक हमारे जीवन में बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और हमारे सच्चे मार्गदर्शक कहलाते हैं। हम ...

  2. पुस्तकों का महत्व पर निबंध- Essay on Importance of Books in Hindi

    10 Lines on Teacher in Hindi. ( Essay-2 ) Pustak Ka Mahatva Par Nibandh ( 250 words ) पुस्तक हमारे जीवन के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होती हैं । पुस्तकों के माध्यम से हमें ज्ञान प्राप्त ...

  3. पुस्तक पर निबंध- Essay on Book in Hindi

    Essay on Importance of Education in Hindi Parishram Ka Mahatva Nibandh Meri Priya Pustak Par Nibandh 10 Lines on Teacher in Hindi ( Essay-2 ) Pustak Par Nibandh | Essay about Books in Hindi ( 300 words ) पुस्तकें ज्ञान का भण्डार होती हैं। वे मानव का सबसे अच्छा मित्र और साथी ...

  4. मेरी पसंदीदा पुस्तक पर निबंध 10 lines (My Favourite Book Essay in hindi

    My Favourite Book Essay in Hindi - किताबें मानवता के सबसे महत्वपूर्ण आविष्कारों में से एक हैं। वे हमारे सबसे अच्छे दोस्त हैं और उनकी जगह कोई और नहीं ले सकता।

  5. Importance of Books in Hindi: Pustak ka Mahatva

    Source : Brain Book. आशा करते हैं कि आपको Importance of books in Hindi का ब्लॉग अच्छा लगा होगा। जितना हो सके अपने दोस्तों और बाकी सब को शेयर करें ताकि वह भी Importance of books in Hindi का लाभ उठा सकें ...

  6. पुस्तकों का महत्व निबंध Essay on Importance of Books in Hindi

    नमस्कार आज का निबंध, पुस्तकों का महत्व निबंध Essay on Importance of Books in Hindi पर दिया गया हैं. आज के निबंध में पुस्तक अथवा किताब मनुष्य की सच्ची मित्र क्यों कही जाती हैं.

  7. पुस्तकों पर निबंध Essay On Books In Hindi

    June 29, 2019 by Knowledge Dabba. यह पोस्ट Essay On Books In Hindi पुस्तकों पर निबंध (Pustak Par Nibandh) के बारे में है।पुस्तक ज्ञान का सागर है। मनुष्य जीवन में पुस्तक अहम भूमिका ...

  8. Pustakalaya Essay in Hindi

    पुस्तकालय पर 100 शब्दों में निबंध. Pustakalaya Essay in Hindi 100 शब्दों में निबंध नीचे दिया गया है: पुस्तकालय ज्ञान के अमूल्य भंडार होते हैं। पुस्तकालय ...

  9. हिंदी निबंध (Hindi Nibandh / Essay in Hindi)

    हिंदी निबंध (Hindi Nibandh/ Essay in Hindi) - हिंदी निबंध की तैयारी उम्दा होने पर न केवल ज्ञान का दायरा विकसित होता है बल्कि छात्र परीक्षा में हिंदी निबंध में अच्छे अंक ला ...

  10. मेरी प्रिय पुस्तक पर निबंध

    मेरी प्रिय पुस्तक पर निबंध. 15/09/2022 Rahul Singh Tanwar. Essay On My Favorite Book in Hindi: पुस्तक वहां ज्ञान का भंडार है, जिसके जरिए व्यक्ति महान बनता है। पुस्तक ही ...

  11. मेरी प्रिय पुस्तक पर निबंध- Meri Priya Pustak Par Nibandh

    मैं अपनी प्रिय पुस्तक ज्ञान सागर को सँभाल कर रखता हूँ।. जरूर पढ़े-. Essay on Importance of Books in Hindi. Essay on Autobiography of a Book in Hindi. मेरी प्रिय पुस्तक पर निबंध- Meri Priya Pustak Par ...

  12. पुस्तकालय का महत्व निबंध (Importance Of Library Essay Hindi)

    1. परिचय. पुस्तकालय एक ऐसी स्थान है जो ज्ञान, सृजनशीलता और शिक्षा के संग्रहालय के रूप में कार्य करता है। यह एक स्थान है जहाँ विभिन्न विषयों पर कई प्रकार ...

  13. एक उत्तम निबंध कैसे लिखें? How to write an essay in Hindi

    पाठ्यक्रम में निबन्ध - लेखन को क्यों समाहित किया गया : 1. विद्यार्थी अपने विचारों को एकत्र करना सीख पाए।. 2. विचारों को संतुलित तरीके से ...

  14. पुस्तक मेला पर निबंध। Essay on Book Fair in Hindi

    SHARE: पुस्तक मेला पर निबंध। Essay on Book Fair in Hindi : पुस्तक मेले हमारे लिए वरदान हैं । ये पाठकों और लेखकों के संगम होते हैं । यहां पर सभी विषयों पर ...

  15. पुस्तके हमारे सच्चे मित्र पर निबंध (Books Our Best Friends Essay In Hindi)

    आज हम पुस्तके हमारे सच्चे मित्र पर निबंध (Books Our Best Friends Essay In Hindi) लिखेंगे। पुस्तके हमारे सच्चे मित्र पर लिखा निबंध बच्चो और

  16. Hindi Essay (Hindi Nibandh)

    बस्ते का बढ़ता बोझ पर निबंध - (Baste Ka Badhta Bojh Essay) महानगरीय जीवन पर निबंध - (Metropolitan Life Essay) दहेज नारी शक्ति का अपमान है पे निबंध - (Dowry Problem Essay)

  17. पुस्तक मेला पर निबंध

    पुस्तक मेला पर निबंध Pustak Mela Essay in Hindi book fair par nibandh: नमस्कार दोस्तों आपका स्वागत है आज के आर्टिकल में हम बच्चों के लिए निबंध लाए हैं.. पुस्तक मेले पर दिया गया यह ...

  18. Essay Book for UPSC in Hindi

    हिंदी माध्यम में निबंध के लिए उपयोगी पुस्तकें. 'संघ लोक सेवा आयोग' (UPSC) द्वारा प्रतिवर्ष 'भारतीय प्रशासनिक सेवा' (IAS) की परीक्षा ...

  19. विज्ञान के चमत्कार पर निबंध (Wonder of Science Essay in Hindi)

    विज्ञान के चमत्कार पर निबंध (Essay on Vigyan ke chamatkar in Hindi) - 100 - 200 शब्द. किसी भी वस्तु के बारे में जानकारी प्राप्त करना और जानकारी को सही तरीके से लागू ...

  20. Mera School Essay in Hindi: कुछ ऐसे ...

    मेरा स्कूल पर निबंध 200 शब्दों में. Mera School Essay in Hindi 200 शब्दों में नीचे दिया गया है: मेरा स्कूल एक जादुई जगह है जहाँ पढ़ना एक रोमांच जैसा लगता है ...

  21. Today's Current Affairs in Hindi

    Today's Current Affairs in Hindi | 23 अप्रैल 2024 (हिंदी करंट अफेयर्स) नीरज. Updated on. अप्रैल 23, 2024. 1 minute read. यहां प्रमुख एग्जाम की तैयारी के लिए 23 अप्रैल के current affairs today in hindi ...