HindiKiDuniyacom

स्वतंत्रता दिवस पर निबंध 2023 (Independence Day Essay in Hindi)

स्वतंत्रता दिवस

15 अगस्त 1947, भारतीय इतिहास का सर्वाधिक भाग्यशाली और महत्वपूर्ण दिन था, जब हमारे भारतीय स्वतंत्रता सेनानियों ने अपना सब कुछ न्योछावर कर भारत देश के लिये आजादी हासिल की। भारत की आजादी के साथ ही भारतीयों ने अपने पहले प्रधानमंत्री का चुनाव पंडित जवाहर लाल नेहरु के रुप में किया जिन्होंने राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली के लाल किले पर तिरंगे झंडे को पहली बार फहराया। आज हर भारतीय इस खास दिन को एक उत्सव की तरह मनाता है।

स्वतंत्रता दिवस 2023 | स्वतंत्रता दिवस पर 10 वाक्य | स्वतंत्रता दिवस पर स्लोगन | स्वतंत्रता दिवस पर कविता | स्वतंत्रता दिवस पर भाषण | स्वतंत्रता दिवस पर शिक्षकों के लिये भाषण | स्वतंत्रता दिवस समारोह पर 10 वाक्य | स्वतंत्रता दिवस के महत्व पर 10 वाक्य | स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त को ही क्यों मनाया जाता है पर निबंध | 15 अगस्त को ही देशभक्ति क्यों उमड़ती है पर निबंध

भारतीय स्वतंत्रता दिवस 2023 पर छोटे तथा बड़े निबंध (Short and Long Essay on Independence Day/15 August 2023 in Hindi, Swatantrata Diwas par Nibandh Hindi mein)

यहाँ बहुत ही आसान भाषा में स्वतंत्रता दिवस पर हिंदी में निबंध पायें:

स्वतंत्रता दिवस पर निबंध – 1 (250 – 300 शब्द) – (Essay on 77th Independence Day)

15 अगस्त 1947 को ब्रिटिश साम्राज्य से भारत की स्वतंत्रता को याद करने के लिये राष्ट्रीय अवकाश के रुप में इस दिन हर साल भारत के लोगों द्वारा स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता है। इस दिन भारत के उन महान नेताओं को श्रदा्ंजलि दी जाती है जिनके नेतृत्व में भारत के लोग सदा के लिये आजाद हुए।

स्वतंत्रता दिवस का इतिहास

15 अगस्त 1947, स्वतंत्रता की प्राप्ति के बाद जवाहर लाल नेहरु भारत के प्रथम प्रधानमंत्री बने जिन्होंने दिल्ली के लाल किले पर भारतीय झंडा फहराने के बाद भारतीयों को संम्बोधित किया। इसी प्रथा को आने वाले दूसरे प्रधानमंत्रीयों ने भी आगे बढ़ाया जहां झंडारोहण, परेड, तथा सांस्कृतिक कार्यक्रम आदि हर साल इसी दिन आयोजित होते हैं। कई लोग इस पर्व को अपने वस्त्रों पर, घर तथा वाहनों पर झंडा लगा कर मनाते हैं।

स्वतंत्रता दिवस के मायने

स्वतंत्रता दिवस को मनाने का अर्थ केवल औपचारिक तौर पर ध्वजारोहण करना नहीं है अपितु स्वतंत्रता के महत्त्व को समझने और शहीदों के योगदान का स्मरण करना भी है।

भारत एक ऐसा देश है जहां करोड़ों लोग विभिन्न धर्म, परंपरा, और संस्कृति के एक साथ रहते है और स्वतंत्रता दिवस के इस उत्सव को पूरी खुशी के साथ मनाते हैं। इस दिन, भारतीय होने के नाते, हमें गर्व करना चाहिये और ये वादा करना चाहिये कि हम किसी भी प्रकार के आक्रमण या अपमान से अपनी मातृभूमि की रक्षा के लिये सदा देशभक्ति से पूर्णं और ईंमानदार रहेंगे।

स्वतंत्रता दिवस पर निबंध 2 (400 शब्द) – Essay on 15 August

ब्रिटिश शासन से आजादी मिलने की वजह से भारत में स्वतंत्रता दिवस सभी भारतीयों के लिये एक महत्वपूर्णं दिन है। हम इस दिन को हर साल 15 अगस्त 1947 से मना रहे है। गांधी, भगत सिंह, लाला लाजपत राय, तिलक और चन्द्रशेखर आजाद जैसे हजारों देशभक्तों की कुर्बानी से स्वतंत्र हुआ भारत दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के रुप में गिना जाता है।

आजादी के इस पर्व को सभी भारतीय अपने-अपने तरीके से मनाते है, जैसे उत्सव की जगह को सजा कर, फिल्में देखकर, अपने घरों पर राष्ट्रीय झंडे को लगा कर, राष्ट्रगान और देशभक्ति गीत गाकर तथा कई सारे सामाजिक क्रियाकलापों में भाग लेकर। राष्ट्रीय गौरव के इस पर्व को भारत सरकार द्वारा बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है। इस दिन भारत के वर्तमान प्रधानमंत्री द्वारा दिल्ली के लाल किले पर झंडा फहराया जाता है और उसके बाद इस उत्सव को और खास बनाने के लिये भारतीय सेनाओं द्वारा परेड, विभिन्न राज्यों की झांकियों की प्रस्तुति, और राष्ट्रगान की धुन के साथ पूरा वातावरण देशभक्ति से सराबोर हो उठता है।

राज्यों में भी स्वतंत्रता दिवस को इसी उत्साह के साथ मनाया जाता है जिसमें राज्यों के राज्यपाल और मुख्यमंत्री मुख्य अतिथी के तौर पर होते हैं। कुछ लोग सुबह जल्दी ही तैयार होकर प्रधानमंत्री के भाषण का इंतजार करते हैं। भारतीय स्वतंत्रता इतिहास से प्रभावित होकर कुछ लोग 15 अगस्त के दिन देशभक्ति से संबंधित फिल्में देखते हैं साथ ही सामाजिक कार्यक्रमों में भाग लेते हैं।

महात्मा गांधी के अहिंसा आंदोलन की वजह से हमारे स्वतंत्रता सेनानियों को खूब मदद मिली और 200 साल के लंबे संघर्ष के बाद ब्रिटिश शासन से आजादी मिली। स्वतंत्रता के लिये किये गये कड़े संघर्ष ने उत्प्रेरक का काम किया जिसने ब्रिटिश शासन के खिलाफ अपने अधिकारों के लिये हर भारतीय को एक साथ किया, चाहे वो किसी भी धर्म, वर्ग, जाति, संस्कृति या परंपरा को मानने वाले हो। यहां तक कि अरुणा आसिफ अली, एनी बेसेंट, कमला नेहरु, सरोजिनी नायडु और विजय लक्ष्मी पंडित जैसी महिलाओं ने भी चुल्हा-चौका छोड़कर आजादी की लड़ाई में अपनी महत्वपूर्णं भूमिका अदा की।

स्वतंत्रता दिवस पर निबंध 3 (500 शब्द) – स्वतंत्रता दिवस का स्वर्णिम इतिहास (History of Independence day)

15 अगस्त 1947 एक ऐसी तिथी है जिसे हमारे इतिहास में सुनहरे अक्षरों से लिखा गया है। एक ऐसा दिन जब भारत आज़ाद हुआ, अंग्रेज़ भारत छोड़ने पर मज़बूर हो गये थे। हमें दो सौ साल कि गुलामी से आज़ादी मिली थी, तो जश्न भी उतना ही बड़ा होना था और शायद यही वजह है कि आज भी हम इसे उतने ही धूम-धाम से मनाते हैं।

स्वतंत्रता दिवस का स्वर्णिम इतिहास (History of Indian Independence Day)

अंग्रेजों के भारत पर कब्जे के बाद हम अपने ही देश में गुलाम थे। पहले सब कुछ हमारा था जैसे कि धन, अनाज, ज़मीन परंतु अंग्रेजों के आने के बाद किसी चीज़ पर हमारा अधिकार नहीं था। वे मनमाना लगान वसूलते और जो मन उसकी खेती करवाते जैसे नील और नकदी फसलों की खेती आदि। ऐसा खास तौर पर बिहार के चंपारण में देखा गया। हम जब भी उनका विरोध करते हमें उससे भी बड़ा जवाब मिलता, जैसे कि जलियांवाला बाग हत्याकांड।

प्रतारण की कहानियों की कमी नहीं है और न ही कमी है हमारे स्वतंत्रता सेनानियों के साहस पूर्ण आंदोलनों की, उनके अथक प्रयासों का ही नतीजा है कि आज़ हमारे लिए यह इतिहास है। अंग्रेजों ने हमें बुरी तरह लूटा, जिसका एक उदाहरण कोहिनूर भी है, जो आज उनकी रानी की ताज कि शोभा बढ़ा रहा है। लेकिन हमारे सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर आज भी सबसे कुलीन है और शायद यही वजह है कि आज भी हमारे देश में अतिथियों को देवताओं की तरह पूजा जाता है और जब-जब अंग्रेज भारत आएंगे हम उनका स्वागत करते रहेंगे लेकिन इतिहास का स्मरण करते हुए।

स्वतंत्रता सेनानीयों का योगदन (Contribution of Freedom Fighters)

हमारे स्वतंत्रता सेनानी जैसे गांधी जी, जिनका आज़ादी के लिए संघर्ष में अतुल्य योगदान रहा है और वे सबसे लोकप्रिय भी थे। उन्होने सबको सत्य, अहिंसा का पाठ पढ़ाया और वह अहिंसा ही था, जो सबसे बड़े हथियार के रूप में उभरा और कमज़ोर से कमज़ोर व्यक्ति के जीवन में भी उम्मीद के दीपक जलाए। गांधी जी ने देश से कई कुप्रथाओं को हटाने के कुलजोर प्रयास किये और सभी तबकों को साथ लाया, जिसकी वजह से यह लड़ाई और आसान हो गई। उनके लिये लोगों का प्यार ही था जो लोग उन्हें लोग बापू बुलाते थे।

साइमन कमीशन के विरोध में सब शांतिप्रिय तरीके से विरोध कर रहे थे, लेकिन इसी बीच अंग्रेजों ने लाठी चार्ज शुरू कर दिया और इसमें लाला लाजपत राय की मृत्यु हो गई। इससे आहत होकर भगत सिंह, सुख देव, राजगुरू ने सांडर्स की हत्या कर दी और बदले में इन्हें फ़ासी की सजा हुई और वे हंसते-हंसते फ़ासी की तख्त पर चढ़ गए।

आजादी की इस लड़ाई में सैकड़ों ऐसे नाम हैं जैसे सुभाष जन्द्र बोस, बाल गंगाधर तिलक, मंगल पांडे, रानी लक्ष्मीबाई, गणेश शंकर विद्यार्थी, राजेंद्र प्रसाद, मौलाना अबुल कलाम आजाद आदि जिनके योगदान अतुलनीय हैं।

आजादी का रंगीन पर्व (Independence Day Festival)

स्वतंत्र भारत में इस पर्व को मनाने के तरीके अलग-अलग हैं। हफ्ते भर पहले से बाजारों में रौनक आ जाती है, कहीं तीन रंगों की रंगोली बिकती है, तो कहीं तीन रंगों की लाइटें। पूरा समां ही मानो इन रंगों में समा जाता है। कहीं पर खुशी का माहौल होता है, तो कहीं देशभक्ती गीतों की झनकार। पूरा देश नाचते-गाते इस उत्सव को मनाता है। लोग खुद भी झूमते हैं और दूसरों को भी थिरकने पर मजबूर कर देते हैं। पूरा देश एक जुट हो जाता है वो भी ऐसे, कि क्या हिंदू क्या मुसलमान, कोइ भेद ही नज़र नहीं आता।

जैसा की स्वतंत्रता दिवस हमारा राष्ट्रीय पर्व है, इस दिन के लिए राष्ट्रीय अवकाश घोषित किया गया है और स्कूल, कॉलेज, सरकारी कार्यालय सब बंद रहते हैं। लेकिन यह लोगों का उत्साह ही है जो इस दिन को मनाने के लिए सब एक जुट होते हैं और बड़े हर्षोल्लास के साथ हर वर्ष स्वतंत्रता दिवस समारोह का आयोजन किया जाता है, तिरंगा फहराया जाता है और मिठाइयां बांटी जाती हैं।

Essay on Independence Day in Hindi

स्वतंत्रता दिवस पर निबंध 4 (600 शब्द) – स्वतंत्रता दिवस: महत्वपूर्ण ऐतिहासिक पल (Important Timelines of Indian Independence Day)

भारत के राष्ट्रीय त्योहारों में से एक है हमारा स्वतंत्रता दिवस, एक ऐसा दिन जब भारत आज़ाद हुआ था। कहने को अंग्रेज़ भारत छोड़ कर चले गए थे, लेकिन यह आजादी और भी कई मायनों में ज़रुरी और अलग थी। हम अब न तो शारीरिक रूप से गुलाम थे और न ही मानसिक तौर पर। हमें खुल के बोलने, पढ़ने, लिखने, घूमने हर क्षेत्र में आजादी मिल गयी थी।

महत्वपूर्ण ऐतिहासिक पल

  • अंग्रेजों का भारत आगमन (British arrival in India)

बात उन दिनों की है जब भारत को सोने की चिड़िया कहा जाता था। 17वीं शताब्दी में अंग्रेज़ व्यापार करने भारत आए, उस समय यहां मुगलों का शासन था। धीरे-धीरे अंग्रेजों ने व्यापार के बहाने अपनी सैन्य ताकत को बढ़ाया और कई राजाओं को धोखे से युद्ध में हरा के उनके क्षेत्रों को अपने अधीन कर लिया। 18वीं सदी तक ईस्ट इंडिया कंपनी के नाम से अपना वर्चस्व स्थापित कर, अपने आस-पास के क्षेत्रों को वशीभूत कर लिया।

  • भारत एक गुलाम के तौर पर (India as a Slave)

हमें एहसास हो चुका था कि हम गुलाम बन चुके हैं। हम अब सीधे ब्रितानी ताज़ के अधीन थे। शुरू-शुरू में अंग्रेजों ने हमें शिक्षित करने या हमारे विकास का हवाला देकर हम पर अपनी चीज़े थोपना शुरू कि फिर धीरे-धीरे वह, उनके व्यवहार में शमिल हो गया और वे हम पर शासन करने लगे।

अंग्रेजों ने हमें शारीरिक, मानसिक हर तौर से प्रताड़ित किया। इस दौरान कई युद्ध भी हुए, जिसमें सबसे प्रमुख था द्वितीय विश्व युद्ध, जिसके लिए थोक के भाव में भारतियों की सेना में जबरन भर्ती की गयी। भारतीयों का अपने ही देश में कोई अस्तित्व नहीं रह गया था, अंग्रेजों ने जलियांवाला बाग जैसे नरसंहार को भी अंजाम दिया और भारतीय केवल उनके दास मात्र बन के रह गए थे।

  • राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी की स्थापना (National Congress Party Founded)

इस संघर्षपूर्ण वातावरण के बीच 28 दिसम्बर 1885 को 64 व्यक्तियों द्वारा राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी की स्थापना की गयी। जिसमें दादा भाई नौरोजी और ए ओ ह्यूम की महत्वपूर्ण भूमिका रही और धीरे-धीरे क्रान्तिकारी गतिविधियों को अंजाम दिया जाने लगा, लोग बढ़ चढ़कर पार्टी में भाग लेने लगे।

इसी क्रम में भारतीय मुस्लिम लीग की भी स्थापना हुई। ऐसे ही कई दल सामने आये और उनके अतुल्य योगदान का ही नतीज़ा है कि हमें स्वतंत्रता प्राप्त हुई। जिसके लिए कई वीरों ने गोली खाई और कईयों को तो फांसी हुई, कई मांओं की कोखें रोईं, तो कुछ भरी जवानी अभागन हुई।

  • सांप्रदायिक दंगे और भारत का बंटवारा (Communal Riots and Partition Of India)

इस प्रकार देश को अंग्रेज़ छोड़ के तो चले गये और हम आज़ाद भी हो गये परंतु एक और जंग अभी देखना बाकी था, जो की थे सांप्रदायिक हमले। स्वतंत्रता प्राप्त करते ही सांप्रदायिक हिंसे भड़क उठे, नेहरू और जिन्ना दोनों को प्रधानमंत्री बनना था, नतीज़न देश का बटवारा हुआ।

भारत और पाकिस्तान नाम से एक हिंदू और एक मुस्लिम राष्ट्र की स्थापना हुई। गांधी जी की मौजूदगी से इन हमलों कमी तो आई, फिर भी मरने वालों कि तादात लाखों की थी। एक तरफ आजादी का माहौल था तो वहीं दूसरी ओर नरसंहार का मंज़र। देश का बटवारा हुआ और क्रमशः 14 अगस्त को पाकिस्तान का और 15 अगस्त को भारत का स्वतंत्रता दिवस घोषित किया गया।

  • स्वतंत्र भारत व आजादी का पर्व (Free India and Independence Day)

आजादी एवं बटवारे के बाद हम हर वर्ष, स्वतंत्रता दिवस को अपने अमर वीर ज़वानों एवं दंगे में मारे गए निर्दोष लोगों को याद कर के मनाते हैं। अमर ज़वानों की कोई निश्चित गणना नहीं है, क्योंकि इसमें बच्चों से लेकर बूढ़ों तक सब शामिल थें।

पूरा देश एक जुट था तब जाकर ये सपना साकार हुआ। हां कुछ प्रमुख देश भक्त ऐसे थे जिन्हें नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता जैसे की भगत सिंह, सुखदेव, राज गुरू जिन्हें फांसी हुई, लाला लाजपत राय, बाल गंगाधर तिलक, सुभाष चंद्र बोस इत्यादि। महिलाएं भी इस काम में पीछे न थीं, जैसे कि एनी बेसेंट, सरोजिनी नायडू व कई अन्य।

नए दौर में स्वतंत्रता दिवस के मायने (Meaning of Independence Day in the New Era)

स्वतंत्रता दिवस समारोह की तैयारी बड़े ज़ोरो-शोरों से की जाती है, लाल किले के प्राचीर से हर वर्ष हमारे माननीय प्रधान मंत्री जी तिरंगा फहराते हैं। उसके बाद राष्ट्र गान एवं उनके भाषण के साथ कुछ देशभक्ति कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाते हैं, जिनका आनंद हम वहां प्रस्तुत हो कर या घर बैठे वहां के सीधे प्रसारण से ले सकते हैं।

हर वर्ष इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि किसी अन्य देश से बुलाए जाते हैं। स्वतंत्रता दिवस हमारा राष्ट्रीय पर्व है और इस मौके पर सारे स्कूल, कॉलेज, कार्यालय सब बंद रहते हैं। यह एक ऐसा पर्व है जिसे पूरा देश एक जुट हो के मनाता है, बस सबके ढ़ग अलग-अलग होते हैं। कोई नई पोशाक पहन के तो कोई देशभक्ति गीतों को सुन के इस दिन को मनाता है।

यह पर्व हमें अमर वीरों के बलिदान के साथ-साथ इतिहास को न भूलने का स्मरण कराता है, ताकी दोबारा किसी को व्यापार के बहाने शासन का मौका न दिया जाए और आज के युवा पीढ़ी का परिचय उनके गौरवपूर्ण इतिहास से कराया जाए। भले ही स्वतंत्रता दिवस मनाने के सबके तरीके अलग हों, मकसद एक ही होता है। सब मिल-जुल कर एक दिन देश के लिए जीते हैं, स्वादिष्ट पकवान खाते हैं और मित्रों को मुबारक बाद देते हैं।

Independence Day Essay

स्वतंत्रता दिवस पर निबंध 5 (1000 शब्द) – गुलामी से स्वतंत्रता तक (Essay on 15th August/Independence Day: From Slavery to Freedom)

15 अगस्त का दिन हमारे भारतीय लोकतंत्र और भारतीयों के लिए बहुत खास दिन है। इसी दिन हमें अंग्रेजी हुकूमत से आजादी मिली थी, लगभग 200 वर्षों बाद हमारा देश अंग्रेजों के अत्याचार और गुलामी से 15 अगस्त सन् 1947 को पूर्ण रुप से आजाद हुआ था। यह भारतीयों के लिए बहुत खास और सुनहरा दिन होता है, और हम सभी मिलकर आजादी के इस दिन को बड़े जोश और धुमाधाम से मनाते हैं। आज हमारे देश की आजादी को 76 वर्ष हो गये हैं, पर आज भी आजादी के उन पलों को याद कर हमारी आंखें नम हो जाती हैं।

भारतीय स्वतंत्रता दिवस का इतिहास (Indian History of Freedom)

  • अंग्रेजों का भारत आगमन (Arrival of British India)

आज से तकरीबन 400 वर्षों पहले अंग्रेजों की ईस्ट इंडिया कंपनी भारत में व्यापार करने के उद्देश्य से भारत में आयी थी। उन दिनों पाकिस्तान और बांग्लादेश भारत के ही हिस्से हुआ करते थे। अंग्रेज यहां अपने व्यापार के साथ-साथ लोगों की गरीबी, मजबूरी और उनकी कमजोरीयों को परखने लगे, और उनकी मजबूरियों का फायदा उठाने लगे।

अंग्रेजों ने धीरें-धीरें भारतीयों के मजबूरियों का लाभ उठाकर उनको गुलाम बनाकर उन पर अत्याचार करना शुरु कर दिया, और मुख्य रुप से ये गरीब और मजबूर लोगो को अपने कर्ज तले दबा देते थे। कर्ज न चुकाने पर वो उन्हें अपना गुलाम बनाकर उनपर मनमाना काम और अत्याचार करने लगे। एक-एक करके राज्यों और उनके राजाओं को अपने अधिन करते चले गए, और लगभग पुरे भारत पर अपना नियंत्रण कर लिए।

  • भारतीयों पर अत्याचार (Atrocities on Indians)

अंग्रेजों का भारत पर कब्जा करने के दौरान वे लोगों पर अत्याचार करने लगे, जैसे मनमाना लगान वसुलना, उनके खेतों और आनाजों पर कब्जा कर लेना, इत्यादि। इसके कारण यहां के लोगों को उनका बहुत अत्याचार सहना पड़ता था। जब वे इस अत्याचार का विरोध करते थे तो उन्हे गोलियों से भुन दिया जाता था जैसे कि जलियावाला कांड हुआ।

  • अंग्रेजी हुकुमत के खिलाफ भारतीयों का गुस्सा (Anger of Indian People against British rule)

अंग्रेजों का भारतीयों के प्रति रवैया और उनका अत्याचार दिन प्रति दिन बढ़ता जा रहा था और भारतीयों में उनके प्रति गुस्सा और बदले की आग भी बढ़ती जा रही थी। अंग्रेजों के इस बर्बरता पूर्ण रवैये की आग पहली बार सन् 1857 मे मंगल पांड़े के विद्रोह के रुप में देखी गयी। मंगल पांडे के इस विद्रोह के कारण उन्हें मार दिया गया, इससे लोगों में अंग्रेजों के प्रति गुस्सा और बढ़ता गया और नए नए आंदोलनों के रुप सामने आने लगा।

  • आजादी की मांग (Demand of Freedom)

अंग्रेजों के बढ़ते अत्याचार को लेकर लोगों में गुस्सा और अपने आजादी की मांग सामने आने लगी। जिसके कारण कई आंदोलन और अंग्रेजी सरकार के खिलाफ झड़प की घटनाएं बढ़ती रही। आजादी की मांग सबसे पहले मंगल पांडे ने 1857 में विरोध करके किया, और इस वजह से उन्हें अपनी जान गवानी पड़ी। धीरे-धीरे अंग्रेजों के अत्याचार से आजादी के मांग की आवाजें भारत के अन्य जगहों से भी आने लगी।

  • स्वतंत्रता के लिए स्वतंत्रता सेनानियों का महत्वपुर्ण योगदान (Important Contribution of Freedom Fighters for Freedom)

भारत को अंग्रेजों के अत्याचार से आजादी दिलाने के लिए कई स्वतंत्रता सेनानियों ने अपना बलिदान दिया है, उनमें से सबसे अतुल्य योगदान महात्मा गांधी का रहा है। भारत पर लगभग 200 वर्षो से शासन कर रहे ब्रिटिश हुकमत को गांधी जी ने सत्य और अहिंसा जैसे दो हथियारों से हारने पर मजबूर कर दिया। महात्मा गांधी ने सत्य और अहिंसा को ही अपना हथियार बनाया और लोगो को भी प्रेरित किया और लोगों को इसे अपनाकर अंग्रेजो के अत्याचार के खिलाफ लड़ने के लिए कहा। देश के लोगों ने उनका भरपूर साथ दिया और आजादी मे बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया। लोग उन्हे प्यार और सम्मान से बापू पुकारते थे।

  • कुछ अन्य स्वतंत्रता सेनानियों का आजादी में योगदान (Contribution of Some Other Freedom Fighters for Freedom)

हालाकि स्वतंत्रता के संग्राम में पूरे हिन्दुस्तान ने ही अपने तरीके से कुछ न कुछ अवश्य योगदान दिया, किन्तु कुछ ऐसे लोग थे जिन्होंने अपने नेतृत्व, रणनीती और अपने कौशल का परिचय देते हुए आजादी में आपना योगदान किया।

महात्मा गांधी, जवाहर लाल नेहरु, सरदार बल्लभ भाई पटेल, बाल गंगाधर तिलक जैसे कई अन्य स्वतंत्रता सेनानियों ने लोगों से साथ मिलकर अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई लड़ी। कुछ ने मुख्य रुप से सत्य और अहिंसा को अपनाकर अपनी लड़ाई को जारी रखा। वहीं दुसरी ओर कुछ ऐसे भी स्वतंत्रता सेनानी थे जिन्होंने अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ हिंसा का रास्ता अपनाया, जिन्हें एक क्रांतिकारी का नाम दिया गया। ये क्रांतिकारी मुख्य रुप से किसी संस्था से जुड़कर अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई को लड़ते रहे। मुख्य रुप से मंगल पांड़े, चन्द्रशेखर आजाद, भगत सिहं, राजगुरु इत्यादि कई ऐसे क्रांतिकारी हुए जिन्होंने अपने तरीके से स्वतंत्रता में अपना योगदान दिया।

सभी के अडिग दृढ़ शक्ति और आजादी के प्रयासो ने अंग्रेजों की हुकुमत को हिला दिया, और 15 अगस्त सन् 1947 को अंग्रेजों को भारत छोड़ने पर मजबुर कर दिया। इस ऐतिहासिक दिन को ही हम संवतंत्रता दिवस के रुप मे मनाते है।

आजादी का जश्न (Celebration Freedom )

हमारे स्वतंत्रता सेनानियों और लोगों के अथक प्रयासों और बलिदान के उपरान्त, 15 अगस्त 1947 को अंगेजों के अत्याचार और गुलामी से हमें मुक्ति मिली, तब से लेकर आज तक इस ऐतिहासिक दिन को हम आजादी के पर्व के रुप मे मनाते हैं। आजादी के इस राष्ट्रीय पर्व को देश के कोने-कोने में मनाया जाता है। सभी सरकारी, निजी संस्थानों, स्कुलों, आफिसों और बाजारों मे भी इसके जश्न की रौनक देखी जा सकती है।

स्वतंत्रता समारोह का यह जश्न दिल्ली के लाल किले पर भारत के प्रधानमंत्री द्वारा राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे को फहराया जाता है और कई अन्य सांसकृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किये जाते हैं। इस दिन हर तरफ सभी लोग देश भक्ति के माहौल में डूबकर जश्न मनाते हैं।

15 अगस्त, एक ऐतिहासिक राष्ट्रीय दिवस के रुप में जाना जाता है, और हम इस दिन को आजादी के दिन के रुप में हर वर्ष मनाते हैं। सभी सरकारी संस्थानों, स्कूलों और बाजारों में इसकी रौनक देखी जा सकती है और हमारे देश के स्वतंत्रता सेनानियों को याद किया जाता है। हर जगह चारों तरफ बस देशभक्ति की आवाजें ही सुनाई देती हैं, हम आपस में एक दुसरे से मिलकर आजादी की मुबारकबाद देते हैं और उनका मुंह मीठा कराते हैं।

FAQs: Frequently Asked Questions

उत्तर – स्वतंत्रता दिवस प्रत्येक वर्ष 15 अगस्त को मनाया जाता है।

उत्तर – स्वतंत्रता दिवस को झण्डा लाल किले पर फहराया जाता है।

उत्तर – स्वतंत्रता दिवस पर झण्डा देश का प्रधानमंत्री फहराता है।

उत्तर – स्वतंत्रता दिवस के लिए 15 अगस्त की तारीख लॉर्ड माउंटबेटन ने चुनी थी।

संबंधित पोस्ट

मेरी रुचि

मेरी रुचि पर निबंध (My Hobby Essay in Hindi)

धन

धन पर निबंध (Money Essay in Hindi)

समाचार पत्र

समाचार पत्र पर निबंध (Newspaper Essay in Hindi)

मेरा स्कूल

मेरा स्कूल पर निबंध (My School Essay in Hindi)

शिक्षा का महत्व

शिक्षा का महत्व पर निबंध (Importance of Education Essay in Hindi)

बाघ

बाघ पर निबंध (Tiger Essay in Hindi)

  • CBSE Class 10th

CBSE Class 12th

  • UP Board 10th
  • UP Board 12th
  • Bihar Board 10th
  • Bihar Board 12th
  • Top Schools in India
  • Top Schools in Delhi
  • Top Schools in Mumbai
  • Top Schools in Chennai
  • Top Schools in Hyderabad
  • Top Schools in Kolkata
  • Top Schools in Pune
  • Top Schools in Bangalore

Products & Resources

  • JEE Main Knockout April
  • Free Sample Papers
  • Free Ebooks
  • NCERT Notes

NCERT Syllabus

  • NCERT Books
  • RD Sharma Solutions
  • Navodaya Vidyalaya Admission 2024-25

NCERT Solutions

  • NCERT Solutions for Class 12
  • NCERT Solutions for Class 11
  • NCERT solutions for Class 10
  • NCERT solutions for Class 9
  • NCERT solutions for Class 8
  • NCERT Solutions for Class 7
  • JEE Main 2024
  • JEE Advanced 2024
  • BITSAT 2024
  • View All Engineering Exams
  • Colleges Accepting B.Tech Applications
  • Top Engineering Colleges in India
  • Engineering Colleges in India
  • Engineering Colleges in Tamil Nadu
  • Engineering Colleges Accepting JEE Main
  • Top IITs in India
  • Top NITs in India
  • Top IIITs in India
  • JEE Main College Predictor
  • JEE Main Rank Predictor
  • MHT CET College Predictor
  • AP EAMCET College Predictor
  • GATE College Predictor
  • KCET College Predictor
  • JEE Advanced College Predictor
  • View All College Predictors
  • JEE Main Question Paper
  • JEE Main Mock Test
  • JEE Main Registration
  • JEE Main Syllabus
  • Download E-Books and Sample Papers
  • Compare Colleges
  • B.Tech College Applications
  • GATE 2024 Result
  • MAH MBA CET Exam
  • View All Management Exams

Colleges & Courses

  • MBA College Admissions
  • MBA Colleges in India
  • Top IIMs Colleges in India
  • Top Online MBA Colleges in India
  • MBA Colleges Accepting XAT Score
  • BBA Colleges in India
  • XAT College Predictor 2024
  • SNAP College Predictor
  • NMAT College Predictor
  • MAT College Predictor 2024
  • CMAT College Predictor 2024
  • CAT Percentile Predictor 2023
  • CAT 2023 College Predictor
  • CMAT 2024 Registration
  • TS ICET 2024 Registration
  • CMAT Exam Date 2024
  • MAH MBA CET Cutoff 2024
  • Download Helpful Ebooks
  • List of Popular Branches
  • QnA - Get answers to your doubts
  • IIM Fees Structure
  • AIIMS Nursing
  • Top Medical Colleges in India
  • Top Medical Colleges in India accepting NEET Score
  • Medical Colleges accepting NEET
  • List of Medical Colleges in India
  • List of AIIMS Colleges In India
  • Medical Colleges in Maharashtra
  • Medical Colleges in India Accepting NEET PG
  • NEET College Predictor
  • NEET PG College Predictor
  • NEET MDS College Predictor
  • DNB CET College Predictor
  • DNB PDCET College Predictor
  • NEET Application Form 2024
  • NEET PG Application Form 2024
  • NEET Cut off
  • NEET Online Preparation
  • Download Helpful E-books
  • LSAT India 2024
  • Colleges Accepting Admissions
  • Top Law Colleges in India
  • Law College Accepting CLAT Score
  • List of Law Colleges in India
  • Top Law Colleges in Delhi
  • Top Law Collages in Indore
  • Top Law Colleges in Chandigarh
  • Top Law Collages in Lucknow

Predictors & E-Books

  • CLAT College Predictor
  • MHCET Law ( 5 Year L.L.B) College Predictor
  • AILET College Predictor
  • Sample Papers
  • Compare Law Collages
  • Careers360 Youtube Channel
  • CLAT Syllabus 2025
  • CLAT Previous Year Question Paper
  • AIBE 18 Result 2023
  • NID DAT Exam
  • Pearl Academy Exam

Animation Courses

  • Animation Courses in India
  • Animation Courses in Bangalore
  • Animation Courses in Mumbai
  • Animation Courses in Pune
  • Animation Courses in Chennai
  • Animation Courses in Hyderabad
  • Design Colleges in India
  • Fashion Design Colleges in Bangalore
  • Fashion Design Colleges in Mumbai
  • Fashion Design Colleges in Pune
  • Fashion Design Colleges in Delhi
  • Fashion Design Colleges in Hyderabad
  • Fashion Design Colleges in India
  • Top Design Colleges in India
  • Free Design E-books
  • List of Branches
  • Careers360 Youtube channel
  • NIFT College Predictor
  • UCEED College Predictor
  • NID DAT College Predictor
  • IPU CET BJMC
  • JMI Mass Communication Entrance Exam
  • IIMC Entrance Exam
  • Media & Journalism colleges in Delhi
  • Media & Journalism colleges in Bangalore
  • Media & Journalism colleges in Mumbai
  • List of Media & Journalism Colleges in India
  • CA Intermediate
  • CA Foundation
  • CS Executive
  • CS Professional
  • Difference between CA and CS
  • Difference between CA and CMA
  • CA Full form
  • CMA Full form
  • CS Full form
  • CA Salary In India

Top Courses & Careers

  • Bachelor of Commerce (B.Com)
  • Master of Commerce (M.Com)
  • Company Secretary
  • Cost Accountant
  • Charted Accountant
  • Credit Manager
  • Financial Advisor
  • Top Commerce Colleges in India
  • Top Government Commerce Colleges in India
  • Top Private Commerce Colleges in India
  • Top M.Com Colleges in Mumbai
  • Top B.Com Colleges in India
  • IT Colleges in Tamil Nadu
  • IT Colleges in Uttar Pradesh
  • MCA Colleges in India
  • BCA Colleges in India

Quick Links

  • Information Technology Courses
  • Programming Courses
  • Web Development Courses
  • Data Analytics Courses
  • Big Data Analytics Courses
  • RUHS Pharmacy Admission Test
  • Top Pharmacy Colleges in India
  • Pharmacy Colleges in Pune
  • Pharmacy Colleges in Mumbai
  • Colleges Accepting GPAT Score
  • Pharmacy Colleges in Lucknow
  • List of Pharmacy Colleges in Nagpur
  • GPAT Result
  • GPAT 2024 Admit Card
  • GPAT Question Papers
  • NCHMCT JEE 2024
  • Mah BHMCT CET
  • Top Hotel Management Colleges in Delhi
  • Top Hotel Management Colleges in Hyderabad
  • Top Hotel Management Colleges in Mumbai
  • Top Hotel Management Colleges in Tamil Nadu
  • Top Hotel Management Colleges in Maharashtra
  • B.Sc Hotel Management
  • Hotel Management
  • Diploma in Hotel Management and Catering Technology

Diploma Colleges

  • Top Diploma Colleges in Maharashtra
  • UPSC IAS 2024
  • SSC CGL 2024
  • IBPS RRB 2024
  • Previous Year Sample Papers
  • Free Competition E-books
  • Sarkari Result
  • QnA- Get your doubts answered
  • UPSC Previous Year Sample Papers
  • CTET Previous Year Sample Papers
  • SBI Clerk Previous Year Sample Papers
  • NDA Previous Year Sample Papers

Upcoming Events

  • NDA Application Form 2024
  • UPSC IAS Application Form 2024
  • CDS Application Form 2024
  • CTET Admit card 2024
  • HP TET Result 2023
  • SSC GD Constable Admit Card 2024
  • UPTET Notification 2024
  • SBI Clerk Result 2024

Other Exams

  • SSC CHSL 2024
  • UP PCS 2024
  • UGC NET 2024
  • RRB NTPC 2024
  • IBPS PO 2024
  • IBPS Clerk 2024
  • IBPS SO 2024
  • Top University in USA
  • Top University in Canada
  • Top University in Ireland
  • Top Universities in UK
  • Top Universities in Australia
  • Best MBA Colleges in Abroad
  • Business Management Studies Colleges

Top Countries

  • Study in USA
  • Study in UK
  • Study in Canada
  • Study in Australia
  • Study in Ireland
  • Study in Germany
  • Study in China
  • Study in Europe

Student Visas

  • Student Visa Canada
  • Student Visa UK
  • Student Visa USA
  • Student Visa Australia
  • Student Visa Germany
  • Student Visa New Zealand
  • Student Visa Ireland
  • CUET PG 2024
  • IGNOU B.Ed Admission 2024
  • DU Admission
  • UP B.Ed JEE 2024
  • DDU Entrance Exam
  • IIT JAM 2024
  • IGNOU Online Admission 2024
  • Universities in India
  • Top Universities in India 2024
  • Top Colleges in India
  • Top Universities in Uttar Pradesh 2024
  • Top Universities in Bihar
  • Top Universities in Madhya Pradesh 2024
  • Top Universities in Tamil Nadu 2024
  • Central Universities in India
  • CUET PG Admit Card 2024
  • IGNOU Date Sheet
  • CUET Mock Test 2024
  • CUET Application Form 2024
  • CUET PG Syllabus 2024
  • CUET Participating Universities 2024
  • CUET Previous Year Question Paper
  • CUET Syllabus 2024 for Science Students
  • E-Books and Sample Papers
  • CUET Exam Pattern 2024
  • CUET Exam Date 2024
  • CUET Syllabus 2024
  • IGNOU Exam Form 2024
  • IGNOU Result
  • CUET PG Courses 2024

Engineering Preparation

  • Knockout JEE Main 2024
  • Test Series JEE Main 2024
  • JEE Main 2024 Rank Booster

Medical Preparation

  • Knockout NEET 2024
  • Test Series NEET 2024
  • Rank Booster NEET 2024

Online Courses

  • JEE Main One Month Course
  • NEET One Month Course
  • IBSAT Free Mock Tests
  • IIT JEE Foundation Course
  • Knockout BITSAT 2024
  • Career Guidance Tool

Top Streams

  • IT & Software Certification Courses
  • Engineering and Architecture Certification Courses
  • Programming And Development Certification Courses
  • Business and Management Certification Courses
  • Marketing Certification Courses
  • Health and Fitness Certification Courses
  • Design Certification Courses

Specializations

  • Digital Marketing Certification Courses
  • Cyber Security Certification Courses
  • Artificial Intelligence Certification Courses
  • Business Analytics Certification Courses
  • Data Science Certification Courses
  • Cloud Computing Certification Courses
  • Machine Learning Certification Courses
  • View All Certification Courses
  • UG Degree Courses
  • PG Degree Courses
  • Short Term Courses
  • Free Courses
  • Online Degrees and Diplomas
  • Compare Courses

Top Providers

  • Coursera Courses
  • Udemy Courses
  • Edx Courses
  • Swayam Courses
  • upGrad Courses
  • Simplilearn Courses
  • Great Learning Courses

Access premium articles, webinars, resources to make the best decisions for career, course, exams, scholarships, study abroad and much more with

Plan, Prepare & Make the Best Career Choices

स्वतंत्रता दिवस पर निबंध (Essay on Independence Day in Hindi) : 15 अगस्त पर निबंध हिंदी में

15 अगस्त का दिन हर भारतीय के लिए बेहद खास होता है। खास हो भी क्यों ना, आखिर इस दिन हमारा देश आजाद हुआ था। तभी तो इस दिन भारत का स्वतंत्रता दिवस (swatantrata diwas essay in hindi) मनाया जाता है। स्वतंत्रता दिवस का महत्व (importance of swatantrata diwas) समझाने के लिए अक्सर अभिभावक या फिर शिक्षक छोटे बच्चों को स्वतंत्रता दिवस (swatantrata diwas essay in hindi) से पहले स्वतंत्रता दिवस पर निबंध (independence day in hindi) / स्वतंत्रता दिवस पर भाषण (15 august speech in hindi) लिखने का कार्य देते या प्रेरित करते हैं। इसके अलावा छात्रों को आने वाली परीक्षा में स्वतंत्रता दिवस पर निबंध (independence day essay in hindi) लिखने या फिर किसी वाद-विवाद प्रतियोगिता के लिए स्वतंत्रता दिवस पर भाषण (Independence day speech in hindi) , स्वतंत्रता दिवस का महत्व जैसे विषयों पर तैयारी करने की जरूरत पड़ती है। हिंदी में पत्र लेखन सीखें ।

स्वतंत्रता दिवस पर निबंध (Essay on Independence Day in Hindi) : 15 अगस्त पर निबंध हिंदी में

ऐसे में छात्रों को यह समझ नहीं आता है कि 15 अगस्त पर निबंध हिंदी में कैसे लिखें (essay on independence day in hindi) या फिर कहें तो स्वतंत्रता दिवस पर हिंदी में निबंध कैसे लिखें, लेकिन अब आपको इसके लिए परेशान होने की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि इस लेख के माध्यम से हमने एक छोटी से कोशिश की है कि हिन्दी में स्वतंत्रता दिवस पर निबंध (independence day in hindi) / 15 अगस्त पर निबंध (15 august essay in hindi) लिखकर आपकी इस चिंता का सामाधान किया जा सके। इस लेख में उपलब्ध स्वतंत्रता दिवस पर निबंध (swatantrata diwas par nibandh) की मदद से न सिर्फ आपको रचनात्मक तरीके से स्वतंत्रता दिवस पर निबंध (independence day in hindi) / स्वतंत्रता दिवस पर भाषण (independence day speech in hindi) लिखने की प्रेरणा मिलेगी, बल्कि आपके ज्ञान में भी बढ़ोतरी होगी, ऐसी हमें आशा है।

अन्य महत्वपूर्ण लेख :

  • 10वीं के बाद किए जाने वाले लोकप्रिय कोर्स
  • 12वीं के बाद किए जा सकने वाले लोकप्रिय कोर्स
  • रक्षाबंधन पर निबंध
  • होली पर निबंध

नीचे दिए गए इस लेख को अपनी सुविधा के अनुसार हिंदी में स्वतंत्रता दिवस पर निबंध (independence day in hindi) के साथ-साथ आप हिंदी में स्वतंत्रता दिवस पर भाषण (independence day speech in hindi) के तौर पर भी उपयोग कर सकते हैं। हालांकि, हम आपको सलाह देंगे कि आप इस लेख को कॉपी करने से बचें। इसकी जगह आप यह कोशिश करें कि आप इस लेख को लिखने का तरीका समझें, इसमें उपलब्ध जानकारी का उपयोग कर अपनी स्वयं की समझ का इस्तेमाल करते हुए स्वयं ही एक नया स्वतंत्रता दिवस पर भाषण हिंदी में (independence day speech in hindi) या फिर हिंदी में स्वतंत्रता दिवस पर निबंध (independence day in hindi) लिखने की कोशिश करें।

ये भी पढ़ें :

  • हिंदी में निबंध- भाषा कौशल, लिखने का तरीका जानें
  • हिंदी दिवस पर कविता
  • प्रदूषण पर निबंध
  • बाल दिवस पर हिंदी में भाषण

स्वतंत्रता दिवस पर भाषण हिंदी में / हिंदी में स्वतंत्रता दिवस पर निबंध (independence day speech in hindi / independence day essay in hindi)

15 अगस्त, 1947 वह तारीख है, जो भारतीय इतिहास में सुनहरे अक्षरों के साथ अंकित है। यह वो दिन था जिसके बाद पहली बार भारत के लोगों ने एक स्वतंत्र देश में सांस ली। यह वो दिन था जब भारत के लोगों को उनके वाजिब अधिकार मिले, या फिर यूं कहें तो यह वो दिन था जिस दिन इस देश की मिट्टी, धूल, नदियां, पहाड़, जंगल, आबोहवा और बच्चा-बच्चा आजाद हुआ था यानी सीधे शब्दों में समझें, तो हमारे देश भारत को इसी दिन 200 साल के अंग्रेजी हुकूमत से आजादी मिली थी। मगर इस एक आजादी को पाने के लिए हमने लंबा संघर्ष किया। इसके लिए कई लड़े, कइयों ने हुकूमत के अत्याचारों का सामना किया, कइयों ने चोट खाई, कई शहीद हुए, कइयों ने मुस्कुराते हुए फांसी के फंदे को चूम कर गले से लगा लिया, तो कइयों ने अपना पूरा जीवन, अपनी पूरी जवानी इस आजादी को पाने में झोंक दी। भारत माँ के इन सच्चे सपूतों के त्याग तथा बलिदान के कारण स्वतंत्रता का सपना साकार हुआ। भारत के मिट्टी के लालों और ललनाओं की इसी सरफ़रोशी की नियत की वजह से ही आज हम सब सिर उठा कर खुली हवा में लहराते हुए तिरंगे को देख पा रहे हैं। तभी तो 15 अगस्त, 1947 का जिक्र होते ही गर्व से हर भारतीय का सीना चौड़ा हो उठता है।

प्रत्येक वर्ष भारत में इस दिन लालकिले के प्राचीर से देश के प्रधानमंत्री तिरंगा फहराते हैं। इस साल यानी कि साल 2023 में जब प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी लालकिले पर तिरंगा फहराएँगे, तब भारत अपनी आजादी की 76वीं वर्षगाँठ मना रहा होगा। साल 1947 में भी जब 15 अगस्त को हमारा देश आजाद हुआ था, तब भारत के पहले प्रधानमंत्री श्री जवाहर लाल नेहरू ने लालकिले पर तिरंगा फहराया था और तब से ही यह परंपरा आज तक चलती आ रही है। बोर्ड परीक्षा कार्यक्रम

  • एमपी बोर्ड 10वीं टाइम टेबल 2024
  • एमपी बोर्ड 12वीं टाइम टेबल 2024

इस दिन देश के प्रधानमंत्री न सिर्फ लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं, बल्कि इसके बाद वे पूरे देश को लालकिले से संबोधित भी करते हैं। इस दौरान प्रधानमंत्री का पूरा भाषण टीवी व रेडियो के माध्यम से पूरे देश में प्रसारित किया जाता है। वहीं भारतीय वायुसेना के विमान पूरे आकाश में अठखेलियाँ करते हुए उसे तिरंगे के रंग से सराबोर कर देते हैं। भारत के कोने-कोने से तो लोग आते ही हैं, इसके साथ ही विदेशी सैलानियों की भी अच्छी-ख़ासी भीड़ लालकिले पर उमड़ती है।

भारतीय स्वतंत्रता दिवस (swatantrata diwas essay in hindi) को लेकर रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन सिर्फ लालकिले तक ही सीमित नहीं रहता है, बल्कि इस दिन देश भर में इस राष्ट्रीय पर्व को बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। सरकारी कार्यालयों समेत, स्कूल व कॉलेज में भी तिरंगा फहराया जाता है। शिक्षण संस्थानों में बच्चों व अभिभावकों के बीच मिठाइयाँ बांटी जाती हैं तथा रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। कई बच्चे इस दौरान 15 अगस्त पर भाषण (independence day speech in hindi) देते हैं, तो कई नाटक, गीत-संगीत सहित अन्य कलाओं के माध्यम से इस दिन को यादगार बनाने की कोशिश करते हैं। इसके अलावा सरकारी दफ्तरों में भी इस दिन राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाता है। सरकारी व निजी कार्यालयों में इस दिन अवकाश होता है।

स्वतंत्रता दिवस (swatantrata diwas essay in hindi) का हर भारतीय के लिए विशेष महत्व सिर्फ इसलिए ही नहीं है क्योंकि इस तारीख को उनका देश आजाद हुआ था, बल्कि इसलिए भी है क्योंकि इस दिन के बाद ही पहली बार उन्हें उनके मौलिक अधिकार मिले, जैसे कि शिक्षा का अधिकार, न्याय का अधिकार आदि। यह दिन देशभर के लोगों के अंदर एक राष्ट्रवादी भावना पैदा करता है तथा भारत जैसे विविधता भरे देश में उनके अंदर एक राष्ट्र की अवधारणा के साथ एकजुट रहने को प्रेरित करता है। यह महज एक राष्ट्रीय पर्व नहीं, बल्कि हमारी तरफ से उन वीर सपूतों को श्रद्धांजलि भी है, जिन्होंने इस देश को आजाद करवाने में अपना तन, मन और धन सबकुछ त्याग दिया। फिर चाहे वो रानी लक्ष्मी बाई हों, शहीद भगत सिंह हों या फिर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी। इन सभी का सपना एक आजाद भारत था और आज हम उनके सपनों की दुनिया को हकीकत की आँखों से देख रहे हैं। सीधे शब्दों में कहें तो हम उनके सपनों की दुनिया में जी रहे हैं। यह दिन इस बात की भी मिसाल है कि किसी भी लक्ष्य को अगर सच्चे दिल से चाहो, तो उसे प्राप्त करना असंभव नहीं। यह दिन इसलिए भी खास है क्योंकि इससे हमारी वर्तमान पीढ़ी अपने पूर्वजों के द्वारा किए गए आजादी के संघर्ष से परिचित होती है और उसे इस बात का एहसास होता है कि आजादी जाने-अनजाने में राह पर पड़ा हुआ कोई सिक्का नहीं जो किस्मत से मिलती है, बल्कि यह वो हक है, जिसे पाने के लिए अगर हमें अपना सबकुछ भी दांव पर लगाना पड़े, तो भी इससे गुरेज नहीं करना चाहिए।

इस दिन लहराते तिरंगे को देखते हुए और राष्ट्रगान गाते हुए जब हमारे सैनिक, हमारे शहीद हमें याद आते हैं, तो हमारे अंदर अद्वितीय रूप से देशभक्ति व राष्ट्रभावना का संचार होता है। ऐसे में भारतीय स्वतंत्रता दिवस का महत्व इतना ज्यादा है कि इसकी महत्ता को चंद शब्दों में बयान किया जाना मुमकिन ही नहीं है। अंत में अल्लामा इकबाल की चार पंक्तियों के साथ इसे अंत करना चाहूँगा:

यूनान-ओ-मिस्र-ओ-रूमा सब मिट गए जहाँ से

अब तक मगर है बाक़ी नाम-व-निशाँ हमारा

कुछ बात है कि हस्ती मिटती नहीं हमारी

सदियों रहा है दुश्मन दौर-ए-ज़माँ हमारा

सारे जहाँ से अच्छा हिन्दोस्ताँ हमारा

हम बुलबुलें हैं इसकी यह गुलसिताँ हमारा

जय हिंद! जय भारती!

महत्वपूर्ण लेख:

बिहार बोर्ड 10वीं टाइम टेबल देखें

छत्तीसगढ़ बोर्ड 10वीं टाइम टेबल

स्वतंत्रता दिवस कोट्स (independence day quotes in hindi)- स्वतंत्रता दिवस पर निबंध (independence day essay in hindi)

कई ऐसे छात्र व अभिभावक भी होते हैं जिन्हें 15 अगस्त पर निबंध (15 august par nibandh) लिखने के अलावा स्वतंत्रता दिवस के दिन कोई परियोजना यानी प्रोजेक्ट या बैनर भी तैयार करना होता है, जिस पर काफी रचनात्मक स्वतंत्रता दिवस कोट्स (independence day quotes in hindi) लिखे हुए हों। स्वतंत्रता दिवस कोट्स (independence day quotes in hindi) का उपयोग यदि 15 अगस्त पर निबंध (15 august par nibandh) में भी किया जाए, तो उसकी सुंदरता और भी बढ़ जाएगी। इसके साथ ही इन स्वतंत्रता दिवस कोट्स (independence day quotes in hindi) का उपयोग आप स्वतंत्रता दिवस पर भाषण (independence day speech in hindi) के साथ-साथ अपने शुभचिंतकों को 15 अगस्त की बधाई देते हुए मैसेज के रूप में भी भेज सकते हैं।

ऐसे में इस लेख में आपके लिए 10 बेहद ही चर्चित व लोकप्रिय हिंदी में स्वतंत्रता दिवस कोट्स (independence day quotes in hindi) को एकत्रित किया गया है। नीचे दी गई तालिका में आप हिंदी में स्वतंत्रता दिवस कोट्स (independence day quotes in hindi) देख सकते हैं -

इन्हें भी देखें :

सीबीएसई क्लास 10वीं सैंपल पेपर

यूके बोर्ड 10वीं डेट शीट

यूपी बोर्ड 10वीं एडमिट कार्ड

Frequently Asked Question (FAQs)

आजादी पर निबंध लिखने के लिए आपको भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के साथ-साथ देश के समसामयिक मुद्दों की बुनियादी जानकारी होनी चाहिए। आप इस लेख की सहायता से आजादी पर निबंध लिखने की समझ विकसित कर सकते हैं।

भारत में पहली बार स्वतंत्रता दिवस 26 जनवरी, 1930 को मनाया गया था। दरअसल दिसंबर 1929 में हुए लाहौर अधिवेशन के दौरान पंडित जवाहर लाल नेहरू ने पूर्ण स्वराज्य की मांग करते हुए यह घोषणा की थी कि यदि 26 जनवरी, 1930 तक भारत को पूर्ण स्वराज्य नहीं दिया जाएगा तो भारत स्वयं को स्वतंत्र घोषित कर देगा। बाद में भारत को जब आधिकारिक रूप से 15 अगस्त, 1947 को आजादी मिली, तब से भारत में स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त को मनाया जाने लगा।

15 अगस्त, 1947 को भारत को 200 सालों की अंग्रेजी हुकूमत से आजादी मिली थी। ऐसे में 15 अगस्त को भारत के स्वतंत्रता दिवस के तौर पर मनाया जाता है।

15 अगस्त में भाषण देने की शैली भी आम भाषणों की तरह ही होती है। इसमें भी शुरुआत में वरिष्ठ लोगों को नमन करते हुए आम लोगों को संबोन्धित करने का कार्य किया जाता है। इस लेख के माध्यम से आपको 15 अगस्त में भाषण देने व इसके लिए भाषण लिखने में सहायता प्रपट हो सकती है।

15 अगस्त, 1947 वह तारीख है, जो भारतीय इतिहास में सुनहरे अक्षरों के साथ दर्ज किया गया। यह वो दिन था जिसके बाद पहली बार भारत के लोगों ने एक लोकतांत्रिक देश में सांस ली। यह वो दिन था जब भारत के लोगों को उनके वाजिब अधिकार मिले, या फिर यूं कहें तो यह वो दिन था जिस दिन इस देश की मिट्टी, धूल, नदियां, पहाड़, जंगल, आबोहवा और बच्चा-बच्चा आजाद हुआ था, यानि कि सीधे शब्दों में समझें तो हमारे देश भारत को इसी दिन 200 साल के अंग्रेजी हुकूमत से आजादी मिली थी।

  • Latest Articles
  • Popular Articles

Explore Premium

Exam preparation: get over self-doubt with these effective measures, gandhian principles can aid mental well-being, every student should build on these must have skills, arduous dance holding on and letting go your teens, competition and comparison: how can parents help kids to avoid the maze, building a support system: help and assistance available for the orphaned youth, homeostasis: maintenance of internal balance, trigonometry: where do we see it being used in real-life, artificial rain: concept and techniques, upcoming school exams, punjab board of secondary education 10th examination.

Exam Date : 18 March,2024 - 06 April,2024

National Institute of Open Schooling 12th Examination

Admit Card Date : 28 March,2024 - 22 May,2024

National Institute of Open Schooling 10th examination

Central board of secondary education class 12th examination.

Exam Date : 02 April,2024 - 02 April,2024

Goa Board Secondary School Certificate Examination

Explore career options (by industry).

  • Construction
  • Entertainment
  • Manufacturing
  • Information Technology

Bio Medical Engineer

The field of biomedical engineering opens up a universe of expert chances. An Individual in the biomedical engineering career path work in the field of engineering as well as medicine, in order to find out solutions to common problems of the two fields. The biomedical engineering job opportunities are to collaborate with doctors and researchers to develop medical systems, equipment, or devices that can solve clinical problems. Here we will be discussing jobs after biomedical engineering, how to get a job in biomedical engineering, biomedical engineering scope, and salary. 

Data Administrator

Database professionals use software to store and organise data such as financial information, and customer shipping records. Individuals who opt for a career as data administrators ensure that data is available for users and secured from unauthorised sales. DB administrators may work in various types of industries. It may involve computer systems design, service firms, insurance companies, banks and hospitals.

Ethical Hacker

A career as ethical hacker involves various challenges and provides lucrative opportunities in the digital era where every giant business and startup owns its cyberspace on the world wide web. Individuals in the ethical hacker career path try to find the vulnerabilities in the cyber system to get its authority. If he or she succeeds in it then he or she gets its illegal authority. Individuals in the ethical hacker career path then steal information or delete the file that could affect the business, functioning, or services of the organization.

Data Analyst

The invention of the database has given fresh breath to the people involved in the data analytics career path. Analysis refers to splitting up a whole into its individual components for individual analysis. Data analysis is a method through which raw data are processed and transformed into information that would be beneficial for user strategic thinking.

Data are collected and examined to respond to questions, evaluate hypotheses or contradict theories. It is a tool for analyzing, transforming, modeling, and arranging data with useful knowledge, to assist in decision-making and methods, encompassing various strategies, and is used in different fields of business, research, and social science.

Geothermal Engineer

Individuals who opt for a career as geothermal engineers are the professionals involved in the processing of geothermal energy. The responsibilities of geothermal engineers may vary depending on the workplace location. Those who work in fields design facilities to process and distribute geothermal energy. They oversee the functioning of machinery used in the field.

Remote Sensing Technician

Individuals who opt for a career as a remote sensing technician possess unique personalities. Remote sensing analysts seem to be rational human beings, they are strong, independent, persistent, sincere, realistic and resourceful. Some of them are analytical as well, which means they are intelligent, introspective and inquisitive. 

Remote sensing scientists use remote sensing technology to support scientists in fields such as community planning, flight planning or the management of natural resources. Analysing data collected from aircraft, satellites or ground-based platforms using statistical analysis software, image analysis software or Geographic Information Systems (GIS) is a significant part of their work. Do you want to learn how to become remote sensing technician? There's no need to be concerned; we've devised a simple remote sensing technician career path for you. Scroll through the pages and read.

Geotechnical engineer

The role of geotechnical engineer starts with reviewing the projects needed to define the required material properties. The work responsibilities are followed by a site investigation of rock, soil, fault distribution and bedrock properties on and below an area of interest. The investigation is aimed to improve the ground engineering design and determine their engineering properties that include how they will interact with, on or in a proposed construction. 

The role of geotechnical engineer in mining includes designing and determining the type of foundations, earthworks, and or pavement subgrades required for the intended man-made structures to be made. Geotechnical engineering jobs are involved in earthen and concrete dam construction projects, working under a range of normal and extreme loading conditions. 

Cartographer

How fascinating it is to represent the whole world on just a piece of paper or a sphere. With the help of maps, we are able to represent the real world on a much smaller scale. Individuals who opt for a career as a cartographer are those who make maps. But, cartography is not just limited to maps, it is about a mixture of art , science , and technology. As a cartographer, not only you will create maps but use various geodetic surveys and remote sensing systems to measure, analyse, and create different maps for political, cultural or educational purposes.

Budget Analyst

Budget analysis, in a nutshell, entails thoroughly analyzing the details of a financial budget. The budget analysis aims to better understand and manage revenue. Budget analysts assist in the achievement of financial targets, the preservation of profitability, and the pursuit of long-term growth for a business. Budget analysts generally have a bachelor's degree in accounting, finance, economics, or a closely related field. Knowledge of Financial Management is of prime importance in this career.

Product Manager

A Product Manager is a professional responsible for product planning and marketing. He or she manages the product throughout the Product Life Cycle, gathering and prioritising the product. A product manager job description includes defining the product vision and working closely with team members of other departments to deliver winning products.  

Underwriter

An underwriter is a person who assesses and evaluates the risk of insurance in his or her field like mortgage, loan, health policy, investment, and so on and so forth. The underwriter career path does involve risks as analysing the risks means finding out if there is a way for the insurance underwriter jobs to recover the money from its clients. If the risk turns out to be too much for the company then in the future it is an underwriter who will be held accountable for it. Therefore, one must carry out his or her job with a lot of attention and diligence.

Finance Executive

Operations manager.

Individuals in the operations manager jobs are responsible for ensuring the efficiency of each department to acquire its optimal goal. They plan the use of resources and distribution of materials. The operations manager's job description includes managing budgets, negotiating contracts, and performing administrative tasks.

Bank Probationary Officer (PO)

Investment director.

An investment director is a person who helps corporations and individuals manage their finances. They can help them develop a strategy to achieve their goals, including paying off debts and investing in the future. In addition, he or she can help individuals make informed decisions.

Welding Engineer

Welding Engineer Job Description: A Welding Engineer work involves managing welding projects and supervising welding teams. He or she is responsible for reviewing welding procedures, processes and documentation. A career as Welding Engineer involves conducting failure analyses and causes on welding issues. 

Transportation Planner

A career as Transportation Planner requires technical application of science and technology in engineering, particularly the concepts, equipment and technologies involved in the production of products and services. In fields like land use, infrastructure review, ecological standards and street design, he or she considers issues of health, environment and performance. A Transportation Planner assigns resources for implementing and designing programmes. He or she is responsible for assessing needs, preparing plans and forecasts and compliance with regulations.

An expert in plumbing is aware of building regulations and safety standards and works to make sure these standards are upheld. Testing pipes for leakage using air pressure and other gauges, and also the ability to construct new pipe systems by cutting, fitting, measuring and threading pipes are some of the other more involved aspects of plumbing. Individuals in the plumber career path are self-employed or work for a small business employing less than ten people, though some might find working for larger entities or the government more desirable.

Construction Manager

Individuals who opt for a career as construction managers have a senior-level management role offered in construction firms. Responsibilities in the construction management career path are assigning tasks to workers, inspecting their work, and coordinating with other professionals including architects, subcontractors, and building services engineers.

Urban Planner

Urban Planning careers revolve around the idea of developing a plan to use the land optimally, without affecting the environment. Urban planning jobs are offered to those candidates who are skilled in making the right use of land to distribute the growing population, to create various communities. 

Urban planning careers come with the opportunity to make changes to the existing cities and towns. They identify various community needs and make short and long-term plans accordingly.

Highway Engineer

Highway Engineer Job Description:  A Highway Engineer is a civil engineer who specialises in planning and building thousands of miles of roads that support connectivity and allow transportation across the country. He or she ensures that traffic management schemes are effectively planned concerning economic sustainability and successful implementation.

Environmental Engineer

Individuals who opt for a career as an environmental engineer are construction professionals who utilise the skills and knowledge of biology, soil science, chemistry and the concept of engineering to design and develop projects that serve as solutions to various environmental problems. 

Naval Architect

A Naval Architect is a professional who designs, produces and repairs safe and sea-worthy surfaces or underwater structures. A Naval Architect stays involved in creating and designing ships, ferries, submarines and yachts with implementation of various principles such as gravity, ideal hull form, buoyancy and stability. 

Orthotist and Prosthetist

Orthotists and Prosthetists are professionals who provide aid to patients with disabilities. They fix them to artificial limbs (prosthetics) and help them to regain stability. There are times when people lose their limbs in an accident. In some other occasions, they are born without a limb or orthopaedic impairment. Orthotists and prosthetists play a crucial role in their lives with fixing them to assistive devices and provide mobility.

Veterinary Doctor

Pathologist.

A career in pathology in India is filled with several responsibilities as it is a medical branch and affects human lives. The demand for pathologists has been increasing over the past few years as people are getting more aware of different diseases. Not only that, but an increase in population and lifestyle changes have also contributed to the increase in a pathologist’s demand. The pathology careers provide an extremely huge number of opportunities and if you want to be a part of the medical field you can consider being a pathologist. If you want to know more about a career in pathology in India then continue reading this article.

Speech Therapist

Gynaecologist.

Gynaecology can be defined as the study of the female body. The job outlook for gynaecology is excellent since there is evergreen demand for one because of their responsibility of dealing with not only women’s health but also fertility and pregnancy issues. Although most women prefer to have a women obstetrician gynaecologist as their doctor, men also explore a career as a gynaecologist and there are ample amounts of male doctors in the field who are gynaecologists and aid women during delivery and childbirth. 

An oncologist is a specialised doctor responsible for providing medical care to patients diagnosed with cancer. He or she uses several therapies to control the cancer and its effect on the human body such as chemotherapy, immunotherapy, radiation therapy and biopsy. An oncologist designs a treatment plan based on a pathology report after diagnosing the type of cancer and where it is spreading inside the body.

Audiologist

The audiologist career involves audiology professionals who are responsible to treat hearing loss and proactively preventing the relevant damage. Individuals who opt for a career as an audiologist use various testing strategies with the aim to determine if someone has a normal sensitivity to sounds or not. After the identification of hearing loss, a hearing doctor is required to determine which sections of the hearing are affected, to what extent they are affected, and where the wound causing the hearing loss is found. As soon as the hearing loss is identified, the patients are provided with recommendations for interventions and rehabilitation such as hearing aids, cochlear implants, and appropriate medical referrals. While audiology is a branch of science that studies and researches hearing, balance, and related disorders.

Hospital Administrator

The hospital Administrator is in charge of organising and supervising the daily operations of medical services and facilities. This organising includes managing of organisation’s staff and its members in service, budgets, service reports, departmental reporting and taking reminders of patient care and services.

For an individual who opts for a career as an actor, the primary responsibility is to completely speak to the character he or she is playing and to persuade the crowd that the character is genuine by connecting with them and bringing them into the story. This applies to significant roles and littler parts, as all roles join to make an effective creation. Here in this article, we will discuss how to become an actor in India, actor exams, actor salary in India, and actor jobs. 

Individuals who opt for a career as acrobats create and direct original routines for themselves, in addition to developing interpretations of existing routines. The work of circus acrobats can be seen in a variety of performance settings, including circus, reality shows, sports events like the Olympics, movies and commercials. Individuals who opt for a career as acrobats must be prepared to face rejections and intermittent periods of work. The creativity of acrobats may extend to other aspects of the performance. For example, acrobats in the circus may work with gym trainers, celebrities or collaborate with other professionals to enhance such performance elements as costume and or maybe at the teaching end of the career.

Video Game Designer

Career as a video game designer is filled with excitement as well as responsibilities. A video game designer is someone who is involved in the process of creating a game from day one. He or she is responsible for fulfilling duties like designing the character of the game, the several levels involved, plot, art and similar other elements. Individuals who opt for a career as a video game designer may also write the codes for the game using different programming languages.

Depending on the video game designer job description and experience they may also have to lead a team and do the early testing of the game in order to suggest changes and find loopholes.

Radio Jockey

Radio Jockey is an exciting, promising career and a great challenge for music lovers. If you are really interested in a career as radio jockey, then it is very important for an RJ to have an automatic, fun, and friendly personality. If you want to get a job done in this field, a strong command of the language and a good voice are always good things. Apart from this, in order to be a good radio jockey, you will also listen to good radio jockeys so that you can understand their style and later make your own by practicing.

A career as radio jockey has a lot to offer to deserving candidates. If you want to know more about a career as radio jockey, and how to become a radio jockey then continue reading the article.

Choreographer

The word “choreography" actually comes from Greek words that mean “dance writing." Individuals who opt for a career as a choreographer create and direct original dances, in addition to developing interpretations of existing dances. A Choreographer dances and utilises his or her creativity in other aspects of dance performance. For example, he or she may work with the music director to select music or collaborate with other famous choreographers to enhance such performance elements as lighting, costume and set design.

Videographer

Multimedia specialist.

A multimedia specialist is a media professional who creates, audio, videos, graphic image files, computer animations for multimedia applications. He or she is responsible for planning, producing, and maintaining websites and applications. 

Social Media Manager

A career as social media manager involves implementing the company’s or brand’s marketing plan across all social media channels. Social media managers help in building or improving a brand’s or a company’s website traffic, build brand awareness, create and implement marketing and brand strategy. Social media managers are key to important social communication as well.

Copy Writer

In a career as a copywriter, one has to consult with the client and understand the brief well. A career as a copywriter has a lot to offer to deserving candidates. Several new mediums of advertising are opening therefore making it a lucrative career choice. Students can pursue various copywriter courses such as Journalism , Advertising , Marketing Management . Here, we have discussed how to become a freelance copywriter, copywriter career path, how to become a copywriter in India, and copywriting career outlook. 

Careers in journalism are filled with excitement as well as responsibilities. One cannot afford to miss out on the details. As it is the small details that provide insights into a story. Depending on those insights a journalist goes about writing a news article. A journalism career can be stressful at times but if you are someone who is passionate about it then it is the right choice for you. If you want to know more about the media field and journalist career then continue reading this article.

For publishing books, newspapers, magazines and digital material, editorial and commercial strategies are set by publishers. Individuals in publishing career paths make choices about the markets their businesses will reach and the type of content that their audience will be served. Individuals in book publisher careers collaborate with editorial staff, designers, authors, and freelance contributors who develop and manage the creation of content.

In a career as a vlogger, one generally works for himself or herself. However, once an individual has gained viewership there are several brands and companies that approach them for paid collaboration. It is one of those fields where an individual can earn well while following his or her passion. 

Ever since internet costs got reduced the viewership for these types of content has increased on a large scale. Therefore, a career as a vlogger has a lot to offer. If you want to know more about the Vlogger eligibility, roles and responsibilities then continue reading the article. 

Individuals in the editor career path is an unsung hero of the news industry who polishes the language of the news stories provided by stringers, reporters, copywriters and content writers and also news agencies. Individuals who opt for a career as an editor make it more persuasive, concise and clear for readers. In this article, we will discuss the details of the editor's career path such as how to become an editor in India, editor salary in India and editor skills and qualities.

Linguistic meaning is related to language or Linguistics which is the study of languages. A career as a linguistic meaning, a profession that is based on the scientific study of language, and it's a very broad field with many specialities. Famous linguists work in academia, researching and teaching different areas of language, such as phonetics (sounds), syntax (word order) and semantics (meaning). 

Other researchers focus on specialities like computational linguistics, which seeks to better match human and computer language capacities, or applied linguistics, which is concerned with improving language education. Still, others work as language experts for the government, advertising companies, dictionary publishers and various other private enterprises. Some might work from home as freelance linguists. Philologist, phonologist, and dialectician are some of Linguist synonym. Linguists can study French , German , Italian . 

Public Relation Executive

Travel journalist.

The career of a travel journalist is full of passion, excitement and responsibility. Journalism as a career could be challenging at times, but if you're someone who has been genuinely enthusiastic about all this, then it is the best decision for you. Travel journalism jobs are all about insightful, artfully written, informative narratives designed to cover the travel industry. Travel Journalist is someone who explores, gathers and presents information as a news article.

Quality Controller

A quality controller plays a crucial role in an organisation. He or she is responsible for performing quality checks on manufactured products. He or she identifies the defects in a product and rejects the product. 

A quality controller records detailed information about products with defects and sends it to the supervisor or plant manager to take necessary actions to improve the production process.

Production Manager

Merchandiser.

A QA Lead is in charge of the QA Team. The role of QA Lead comes with the responsibility of assessing services and products in order to determine that he or she meets the quality standards. He or she develops, implements and manages test plans. 

Metallurgical Engineer

A metallurgical engineer is a professional who studies and produces materials that bring power to our world. He or she extracts metals from ores and rocks and transforms them into alloys, high-purity metals and other materials used in developing infrastructure, transportation and healthcare equipment. 

Azure Administrator

An Azure Administrator is a professional responsible for implementing, monitoring, and maintaining Azure Solutions. He or she manages cloud infrastructure service instances and various cloud servers as well as sets up public and private cloud systems. 

AWS Solution Architect

An AWS Solution Architect is someone who specializes in developing and implementing cloud computing systems. He or she has a good understanding of the various aspects of cloud computing and can confidently deploy and manage their systems. He or she troubleshoots the issues and evaluates the risk from the third party. 

Computer Programmer

Careers in computer programming primarily refer to the systematic act of writing code and moreover include wider computer science areas. The word 'programmer' or 'coder' has entered into practice with the growing number of newly self-taught tech enthusiasts. Computer programming careers involve the use of designs created by software developers and engineers and transforming them into commands that can be implemented by computers. These commands result in regular usage of social media sites, word-processing applications and browsers.

ITSM Manager

Information security manager.

Individuals in the information security manager career path involves in overseeing and controlling all aspects of computer security. The IT security manager job description includes planning and carrying out security measures to protect the business data and information from corruption, theft, unauthorised access, and deliberate attack 

Business Intelligence Developer

Applications for admissions are open..

JEE Main Important Chemistry formulas

JEE Main Important Chemistry formulas

As per latest 2024 syllabus. Chemistry formulas, equations, & laws of class 11 & 12th chapters

Aakash iACST Scholarship Test 2024

Aakash iACST Scholarship Test 2024

Get up to 90% scholarship on NEET, JEE & Foundation courses

Resonance Coaching

Resonance Coaching

Enroll in Resonance Coaching for success in JEE/NEET exams

ALLEN JEE Exam Prep

ALLEN JEE Exam Prep

Start your JEE preparation with ALLEN

NEET 2024 Most scoring concepts

NEET 2024 Most scoring concepts

Just Study 32% of the NEET syllabus and Score upto 100% marks

JEE Main high scoring chapters and topics

JEE Main high scoring chapters and topics

As per latest 2024 syllabus. Study 40% syllabus and score upto 100% marks in JEE

Everything about Education

Latest updates, Exclusive Content, Webinars and more.

Explore on Careers360

  • Board Exams
  • Top Schools
  • Navodaya Vidyalaya
  • NCERT Solutions for Class 10
  • NCERT Solutions for Class 9
  • NCERT Solutions for Class 8
  • NCERT Solutions for Class 6

NCERT Exemplars

  • NCERT Exemplar
  • NCERT Exemplar Class 9 solutions
  • NCERT Exemplar Class 10 solutions
  • NCERT Exemplar Class 11 Solutions
  • NCERT Exemplar Class 12 Solutions
  • NCERT Books for class 6
  • NCERT Books for class 7
  • NCERT Books for class 8
  • NCERT Books for class 9
  • NCERT Books for Class 10
  • NCERT Books for Class 11
  • NCERT Books for Class 12
  • NCERT Notes for Class 9
  • NCERT Notes for Class 10
  • NCERT Notes for Class 11
  • NCERT Notes for Class 12
  • NCERT Syllabus for Class 6
  • NCERT Syllabus for Class 7
  • NCERT Syllabus for class 8
  • NCERT Syllabus for class 9
  • NCERT Syllabus for Class 10
  • NCERT Syllabus for Class 11
  • NCERT Syllabus for Class 12
  • CBSE Date Sheet
  • CBSE Syllabus
  • CBSE Admit Card
  • CBSE Result
  • CBSE Result Name and State Wise
  • CBSE Passing Marks

CBSE Class 10

  • CBSE Board Class 10th
  • CBSE Class 10 Date Sheet
  • CBSE Class 10 Syllabus
  • CBSE 10th Exam Pattern
  • CBSE Class 10 Answer Key
  • CBSE 10th Admit Card
  • CBSE 10th Result
  • CBSE 10th Toppers
  • CBSE Board Class 12th
  • CBSE Class 12 Date Sheet
  • CBSE Class 12 Admit Card
  • CBSE Class 12 Syllabus
  • CBSE Class 12 Exam Pattern
  • CBSE Class 12 Answer Key
  • CBSE 12th Result
  • CBSE Class 12 Toppers

CISCE Board 10th

  • ICSE 10th time table
  • ICSE 10th Syllabus
  • ICSE 10th exam pattern
  • ICSE 10th Question Papers
  • ICSE 10th Result
  • ICSE 10th Toppers
  • ISC 12th Board
  • ISC 12th Time Table
  • ISC Syllabus
  • ISC 12th Question Papers
  • ISC 12th Result
  • IMO Syllabus
  • IMO Sample Papers
  • IMO Answer Key
  • IEO Syllabus
  • IEO Answer Key
  • NSO Syllabus
  • NSO Sample Papers
  • NSO Answer Key
  • NMMS Application form
  • NMMS Scholarship
  • NMMS Eligibility
  • NMMS Exam Pattern
  • NMMS Admit Card
  • NMMS Question Paper
  • NMMS Answer Key
  • NMMS Syllabus
  • NMMS Result
  • NTSE Application Form
  • NTSE Eligibility Criteria
  • NTSE Exam Pattern
  • NTSE Admit Card
  • NTSE Syllabus
  • NTSE Question Papers
  • NTSE Answer Key
  • NTSE Cutoff
  • NTSE Result

Schools By Medium

  • Malayalam Medium Schools in India
  • Urdu Medium Schools in India
  • Telugu Medium Schools in India
  • Karnataka Board PUE Schools in India
  • Bengali Medium Schools in India
  • Marathi Medium Schools in India

By Ownership

  • Central Government Schools in India
  • Private Schools in India
  • Schools in Delhi
  • Schools in Lucknow
  • Schools in Kolkata
  • Schools in Pune
  • Schools in Bangalore
  • Schools in Chennai
  • Schools in Mumbai
  • Schools in Hyderabad
  • Schools in Gurgaon
  • Schools in Ahmedabad
  • Schools in Uttar Pradesh
  • Schools in Maharashtra
  • Schools in Karnataka
  • Schools in Haryana
  • Schools in Punjab
  • Schools in Andhra Pradesh
  • Schools in Madhya Pradesh
  • Schools in Rajasthan
  • Schools in Tamil Nadu
  • NVS Admit Card
  • Navodaya Result
  • Navodaya Exam Date
  • Navodaya Vidyalaya Admission Class 6
  • JNVST admit card for class 6
  • JNVST class 6 answer key
  • JNVST class 6 Result
  • JNVST Class 6 Exam Pattern
  • Navodaya Vidyalaya Admission
  • JNVST class 9 exam pattern
  • JNVST class 9 answer key
  • JNVST class 9 Result

Download Careers360 App's

Regular exam updates, QnA, Predictors, College Applications & E-books now on your Mobile

student

Cetifications

student

We Appeared in

Economic Times

स्वतंत्रता दिवस निबंध 10 lines (Independence Day Essay in Hindi) 100, 200, 300, 500, 600, 1000, शब्दों मे

independence day essay in hindi 150 words

Independence Day Essay in Hindi –  15 अगस्त 1947 का दिन भारत के स्वर्णिम इतिहास में अंकित हो गया है। यह वह दिन है जब भारत को 200 साल के ब्रिटिश शासन से आजादी मिली थी। यह एक कठिन और लंबा संघर्ष था जिसमें कई स्वतंत्रता सेनानियों और महापुरुषों ने हमारी प्यारी मातृभूमि के लिए अपने प्राणों की आहुति दी।

Independence Day Essay in Hindi भारत हर साल 15 अगस्त को अपना स्वतंत्रता दिवस मनाता है। स्वतंत्रता दिवस, जिसे हमारे देश के इतिहास में लाल-पत्र दिवस कहा जाता है, पूरे भारत में राष्ट्रीय अवकाश के रूप में मनाया जाता है।

Independence Day Essay in Hindi – स्वतंत्रता दिवस 2022 हमें भारत को ब्रिटिश शासन से मुक्त करने के लिए किए गए हमारे राजनीतिक असंतुष्टों द्वारा की गई हर तपस्या को याद करने में मदद करता है। 15 अगस्त 1947 को, भारत को ब्रिटिश साम्राज्यवाद से मुक्त घोषित किया गया और यह दुनिया की सबसे बड़ी वोट-आधारित प्रणाली, सबसे बड़े लोकतंत्र में बदल गया।

स्वतंत्रता दिवस पर इस निबंध में, छात्र भारत के स्वतंत्रता इतिहास की हर एक महत्वपूर्ण सूक्ष्मता को ट्रैक कर सकते हैं। वे अपनी परीक्षा की तैयारी के लिए इसका संकेत दे सकते हैं क्योंकि आमतौर पर सीबीएसई के पेपर में प्रश्नपत्र पूछे जाते हैं। इसके अतिरिक्त, वे इस लेख का उपयोग परीक्षा के दौरान बच्चों के लिए स्वतंत्रता दिवस निबंध के लिए अध्ययन सामग्री के रूप में कर सकते हैं।

स्वतंत्रता दिवस निबंध 10 पंक्तियाँ (Independence Day Essay 10 Lines in Hindi)

  • स्वतंत्रता दिवस हर साल 15 अगस्त को मनाया जाता है।
  • यह प्रत्येक भारतीय के लिए एक राष्ट्रीय अवकाश है।
  • इस दिन हम स्वतंत्रता के महान संघर्ष को याद करते हैं।
  • इस दिन हम अपने महान स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान को याद करते हैं।
  • हमारे देश का हर राज्य और केंद्र शासित प्रदेश इस दिन को बहुत उत्साह के साथ मनाते हैं।
  • लाल किले में, प्रमुख कार्यक्रमों में से एक प्रधान मंत्री द्वारा राष्ट्रीय ध्वज फहराना है।
  • इस शुभ दिन पर राष्ट्रपति भाषण देते हैं।
  • अपने राज्यों के मुख्यमंत्री राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं।
  • देशभक्ति के गीत और फिल्में सभी टीवी चैनलों पर प्रसारित की जाती हैं।
  • यह भारत के सबसे बड़े और भव्य त्योहारों में से एक है।

इनके बारे मे भी जाने

  • Essay in Hindi
  • New Year Essay
  • New Year Speech
  • Mahatma Gandhi Essay
  • My Mother Essay

स्वतंत्रता दिवस पर लघु निबंध (Short essay on Independence Day in Hindi)

Independence Day Essay in Hindi – स्वतंत्रता दिवस भारत के सबसे महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है। यह दिन हमें स्वतंत्रता की भावना में आनन्दित होने देता है। हमें इस तथ्य को भी स्वीकार करना चाहिए कि हमने स्वतंत्रता प्राप्त की, क्योंकि हम इसके लिए एक साथ लड़े थे; एक साथ रहकर ही हम अपनी स्वतंत्रता की और भी रक्षा कर पाएंगे। नीचे, हमने स्वतंत्रता दिवस पर कुछ प्रभावी लिखित निबंध प्रदान किए हैं, जो स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रमों के दौरान स्कूल जाने वाले बच्चों के लिए उपयोगी होंगे।

हमने यहां स्वतंत्रता दिवस पर लघु निबंध और स्वतंत्रता दिवस पर लंबे निबंध दोनों को आपकी सुगमता और स्वतंत्रता दिवस निबंध से संबंधित सभी प्रकार की आवश्यकता को पूरा करने के लिए प्रदान किया है। हमारे लघु निबंध बहुत आसान भाषा में लिखे गए हैं ताकि कक्षा 1, 2 और 3 के छात्र आसानी से पढ़ और सीख सकें। हमारे लंबे निबंध उच्च कक्षाओं के छात्रों के लिए बहुत सार्थक और उपयोगी हैं। रचनात्मक रूप से लिखे गए ये निबंध आपके विद्यालय में आयोजित निबंध लेखन प्रतियोगिता, अनुच्छेद लेखन, वाद-विवाद आदि में बहुत उपयोगी सिद्ध होंगे। इन निबंधों के माध्यम से आप स्वतंत्रता दिवस के बारे में विस्तार से जानेंगे जैसे इतिहास, गतिविधियाँ, महत्व, स्कूलों, कॉलेजों, राष्ट्रीय राजधानी में समारोह आदि।

स्वतंत्रता दिवस निबंध 100 शब्द (Independence Day Essay 100 words in Hindi)

भारत का स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त को मनाया जाता है। इसी दिन भारत को ब्रिटिश शासन से आजादी मिली थी। इस दिन, भारत के प्रधान मंत्री लाल किले, नई दिल्ली में राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं। हमारे स्वतंत्रता सेनानियों के अपार साहस और बलिदान के कारण ही हमें स्वतंत्रता मिली। हम इस दिन अपने महान स्वतंत्रता सेनानियों और शहीदों को याद करते हैं।

15 अगस्त को स्कूलों, कॉलेजों, सरकारी कार्यालयों, आवासीय भवनों आदि में राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाता है। देश के विभिन्न हिस्सों में विभिन्न सांस्कृतिक गतिविधियों का आयोजन किया जाता है। स्वतंत्रता दिवस भारतीय दिलों को गर्व और देशभक्ति से भर देता है।

स्वतंत्रता दिवस निबंध 150 शब्द (Independence Day Essay 150 words in Hindi)

भारत को आजादी 15 अगस्त 1947 को मिली थी। स्वतंत्रता दिवस बड़े जोश और उत्साह के साथ मनाया जाता है। स्वतंत्रता दिवस पर हम अपने उन लाखों स्वतंत्रता सेनानियों को याद करते हैं जिन्होंने हमारी आजादी के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी। 15 अगस्त को लाल किले पर स्वतंत्रता दिवस समारोह का आयोजन किया जाता है। प्रधानमंत्री सुबह लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं। वह इस अवसर को चिह्नित करने के लिए राष्ट्र को एक संबोधन भी देते हैं।

हम झंडा फहराकर और राष्ट्रगान गाकर स्वतंत्रता दिवस मनाते हैं। इस दिन को पूरे भारत में राष्ट्रीय अवकाश के रूप में मनाया जाता है। स्कूल और कॉलेज इस दिन सांस्कृतिक कार्यक्रम, वाद-विवाद और प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिताएं आयोजित करते हैं। सभी को मिठाई बांटी जाती है। लोग अपनी देशभक्ति दिखाने के लिए घरों, सड़कों और सड़कों को राष्ट्रीय ध्वज और तिरंगे गुब्बारों से सजाते हैं। हमें राष्ट्र की स्वतंत्रता और संप्रभुता की रक्षा करने का संकल्प लेना होगा।

स्वतंत्रता दिवस निबंध 200 शब्द (Independence Day Essay 200 words in Hindi)

जब हम भारत की आजादी के इतिहास पर आते हैं, तो 15 अगस्त 1947 की सुबह, 200 से अधिक वर्षों के ब्रिटिश उपनिवेशवाद को समाप्त करने के एक युग की शुरुआत थी। पंडित जवाहरलाल नेहरू ने अपने पहले भाषण में कहा था कि भारत की स्वतंत्रता प्राप्त करना ‘उनके स्वतंत्रता भाषण में नियति के साथ एक प्रयास’ था। उन्होंने यह भी कहा कि कई वर्षों की गुलामी से आजादी के लिए संघर्ष एक थकाऊ है क्योंकि कई स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान को देखते हुए, जिन्होंने अपनी जान की बाजी लगा दी। तो यह प्रतिज्ञा लेने का समय है।

भारत में ब्रिटिश शासन की शुरुआत 17वीं शताब्दी में हुई थी। ईस्ट इंडिया कंपनी की शुरुआत में, इसने स्थानीय राज्यों को अपने अधीन कर लिया। 18वीं शताब्दी तक प्लासी की लड़ाई के बाद इसने देश पर एक प्रमुख शक्ति और नियंत्रण के रूप में खुद को बना लिया। उसके बाद, ईस्ट इंडिया कंपनी की जगह ब्रिटिश ताज ने ले ली। भारतीय विद्रोह के मद्देनजर, इसका भारतीय पर सीधा नियंत्रण था। प्रथम विश्व युद्ध की अवधि को ब्रिटिश शासन का सुधार माना जाता था। यह शुरू हुआ मोहनदास करमचंद गांधी ने स्वतंत्रता आंदोलन का नेतृत्व किया। गांधी जी ने राष्ट्रव्यापी अहिंसक, असहयोग आंदोलन और सविनय अवज्ञा आंदोलन का नेतृत्व किया।

1929 में, स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त 1947 से पहले, भारत के लाहौर अधिवेशन में, राष्ट्रीय कांग्रेस ने “पूर्ण स्वराज” की घोषणा की। बाद में 26 जनवरी 1930 को, कांग्रेस ने उस समय फिर से स्वतंत्रता दिवस के रूप में घोषित किया। कांग्रेस ने लोगों से सविनय अवज्ञा और “समय-समय पर जारी कांग्रेस के निर्देशों को पूरा करने” की प्रतिज्ञा करने का आह्वान किया जब तक कि भारत पूर्ण स्वतंत्रता प्राप्त नहीं कर लेता। स्वतंत्रता दिवस के भव्य उत्सव ने भारतीय नागरिकों के बीच राष्ट्रवादी उत्साह की लहर पैदा कर दी। और यह ब्रिटिश सरकार को स्वतंत्रता प्रदान करने के लिए बाध्य करता है या त्याग देता है।

  • My Best Friend Essay
  • My School Essay
  • pollution Essay
  • Essay on Diwali
  • Global Warming Essay
  • Women Empowerment Essay

स्वतंत्रता दिवस पर निबंध 300 शब्द (Essay on Independence Day 300 words in Hindi)

Independence Day Essay in Hindi – स्वतंत्रता दिवस भारत के लोगों द्वारा हर साल 15 अगस्त को 1947 में 15 अगस्त को ग्रेट ब्रिटेन के साम्राज्य से भारत की स्वतंत्रता के उपलक्ष्य में राष्ट्रीय अवकाश के रूप में मनाया जाता है। इस दिन, भारत के लोग दिल से श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। महान नेता जिनके नेतृत्व में भारत हमेशा के लिए आजाद हो गया।

इस दिन, लोग तिरंगा झंडा खरीदकर, स्वतंत्रता सेनानियों पर आधारित फिल्में देखकर, देशभक्ति के गीत सुनकर, परिवार और दोस्तों के साथ संबंध बनाकर, प्रसारण, प्रिंट और ऑनलाइन मीडिया द्वारा आयोजित विशेष प्रतियोगिताओं, कार्यक्रमों और लेखों में भाग लेकर अपने-अपने तरीके से जश्न मनाते हैं। दिन के बारे में जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए।

17 अगस्त 1947 को भारत की स्वतंत्रता के बाद जवाहरलाल नेहरू हमारे पहले प्रधान मंत्री बने जिन्होंने दिल्ली में लाल किले के लाहौर गेट पर झंडा फहराया और भाषण दिया। इस घटना के बाद भारत के अन्य प्रधान मंत्री आते हैं जहां ध्वजारोहण समारोह, परेड, मार्च पास्ट, 21 तोपों की सलामी और अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। अन्य लोग इस दिन को अपने कपड़ों, घरों या वाहनों पर राष्ट्रीय ध्वज फहराकर मनाते हैं।

1947 में 15 अगस्त की मध्यरात्रि को, पंडित जवाहरलाल नेहरू ने “भाग्य के साथ प्रयास” पर अपना भाषण पढ़कर भारत की स्वतंत्रता की घोषणा की थी। उन्होंने कहा कि वर्षों की गुलामी के बाद यह वह समय है जब हम अपनी बदकिस्मती के अंत के साथ अपनी प्रतिज्ञा को भुनाएंगे।

भारत एक ऐसा देश है जहां लाखों लोग एक साथ रहते हैं चाहे वे विभिन्न धर्मों, संस्कृतियों या परंपराओं के हों और इस विशेष अवसर को बहुत खुशी के साथ मनाते हैं। इस दिन, एक भारतीय होने के नाते, हमें गर्व महसूस करना चाहिए और अपनी मातृभूमि को अन्य देशों द्वारा किसी भी प्रकार के हमले या अपमान से बचाने के लिए खुद को वफादार और देशभक्त रखने की शपथ लेनी चाहिए।

स्वतंत्रता दिवस पर निबंध (Essay on Independence Day 400 words – 500 words in Hindi)

Independence Day Essay in Hindi – भारत में स्वतंत्रता दिवस प्रत्येक भारतीय नागरिक के लिए सबसे महत्वपूर्ण दिन है क्योंकि हमारे देश को ब्रिटिश शासन से आजादी मिली थी। हम 1947 से हर साल 15 अगस्त को इस दिन को मनाते हैं। हमारे देश की गिनती पूरी दुनिया में दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के रूप में की जाती है।

भारत 15 अगस्त 1947 को हजारों स्वतंत्रता सेनानियों (जैसे महात्मा गांधी, भगत सिंह, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, सरदार वल्लभभाई पटेल, डॉ राजेंद्र प्रसाद, मौलाना अबुल कलाम आजाद, सुखदेव, गोपाल कृष्ण) के बलिदान के बाद एक स्वतंत्र देश बन गया। गोखले, लाला लाजपत राय, लोकमान्य बालगंगाधर तिलक, चंद्रशेखर आजाद आदि) जिन्होंने ब्रिटिश शासन से स्वतंत्रता पाने के लिए कड़ी मेहनत की।

प्रत्येक भारतीय अपने तरीके से अपनी स्वतंत्रता का जश्न मनाता है जैसे कि अपने उत्सव के स्थानों को सजाना, राष्ट्रीय ध्वज उठाना, मार्च पास्ट, पसंदीदा फिल्में देखना, गलियों में नाचना, राष्ट्रगान या देशभक्ति के गीत गाना या कई सामाजिक गतिविधियों में भाग लेना। सार्वजनिक स्थानों पर। स्वतंत्रता दिवस भारत सरकार द्वारा हर साल मनाया जाता है जब भारत के वर्तमान प्रधान मंत्री दिल्ली में लाल किले पर तिरंगा राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं, इसके बाद भारतीय सेना परेड, मार्च पास्ट, राष्ट्रगान पाठ, भाषण और अन्य सांस्कृतिक गतिविधियां होती हैं।

भारत में स्वतंत्रता दिवस 21 तोपों की फायरिंग द्वारा राष्ट्रीय ध्वज की सलामी के साथ मनाया जाता है। इसी तरह स्वतंत्रता दिवस समारोह देश के हर राज्य में होता है जहां राज्यपाल और राज्यों के मुख्यमंत्री मुख्य अतिथि बनते हैं। कुछ लोग सुबह-सुबह तैयार हो जाते हैं और टीवी पर भारतीय प्रधानमंत्री के भाषण का इंतजार करते हैं। 15 अगस्त को लोग भारत की आजादी के इतिहास से प्रेरणा लेते हैं और कुछ सामाजिक गतिविधियां करते हैं और देशभक्ति विषयों पर आधारित फिल्में देखते हैं।

महात्मा गांधी का महान अहिंसा आंदोलन, बापू, हमारे स्वतंत्रता सेनानियों को 200 वर्षों के लंबे संघर्ष के बाद ब्रिटिश शासन से आजादी दिलाने में बहुत मदद करता है। भारत की स्वतंत्रता के लिए कठिन संघर्ष ने प्रत्येक भारतीय के लिए एक बड़ी प्रेरक शक्ति के रूप में काम किया है जो उन्हें एक ही स्थान पर एक साथ बांधता है चाहे वे विभिन्न जातियों, वर्गों, संस्कृतियों से संबंधित हों, उन्हें अपने अधिकारों के लिए ब्रिटिश शासन से लड़ने के लिए अनुष्ठान मान्यताओं के लिए। यहां तक ​​कि महिलाएं (अरुणा आसफ अली, विजय लक्ष्मी पंडित, सरोजीन नायडू, कस्तूरबा गांधी, कमला नेहरू, एनी बेसेंट आदि) भी अपने घरों से निकलीं और आजादी दिलाने में अपनी बड़ी भूमिका निभाई।

स्वतंत्रता दिवस निबंध (long Essay on Independence Day 600 words – 1000 words in Hindi)

स्वतंत्रता दिवस भारत के राष्ट्रीय त्योहारों में से एक है, अन्य दो गणतंत्र दिवस और गांधी जयंती हैं। 1947 में भारत को ब्रिटिश शासन से आजादी मिलने के बाद से यह हर साल 15 अगस्त को मनाया जाता है। यह दिन सही मायने में स्वतंत्रता और स्वतंत्रता का जश्न मनाता है।

स्वतंत्रता दिवस के पीछे का इतिहास

भारत पर लगभग दो शताब्दियों तक अंग्रेजों का शासन रहा। हमारे देश के नागरिक वर्षों तक अत्याचारी ब्रिटिश अधिकारियों के हाथों पीड़ित रहे जब तक कि वे अंततः ताकत इकट्ठा करने और उनसे लड़ने में कामयाब नहीं हो गए। उन्होंने महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू, सुभाष चंद्र बोस, चंद्रशेखर आजाद और भगत सिंह जैसे देशभक्तों के नेतृत्व में निस्वार्थ और अथक रूप से हमारे देश की आजादी के लिए संघर्ष किया। जबकि इनमें से कुछ नेताओं ने अहिंसा के मार्ग की वकालत की, जबकि अन्य ने अंग्रेजों से लड़ने के लिए आक्रामक तरीके अपनाए।

हालाँकि, उन सभी का अंतिम उद्देश्य अंग्रेजों को देश से बाहर निकालना था। कई स्वतंत्रता आंदोलनों, विरोधों और बलिदानों के बाद, हमारे देश को आखिरकार 15 अगस्त 1947 को स्वतंत्रता मिली, जिसे हमारे देश का स्वतंत्रता दिवस घोषित किया गया था।

हम स्वतंत्रता दिवस क्यों मनाते हैं?

हम स्वतंत्रता और स्वतंत्रता की भावना का जश्न मनाने के लिए स्वतंत्रता दिवस मनाते हैं। यह हमारे स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान को याद करने के लिए भी मनाया जाता है। यह दिन एक अनुस्मारक है कि आज हम जिस स्वतंत्रता का आनंद ले रहे हैं, उसे कठिन तरीके से अर्जित किया गया है और हमें इसे महत्व देना चाहिए और साथ ही अपने अच्छे और अपने राष्ट्र की भलाई के लिए इसका अधिकतम लाभ उठाना चाहिए।

हर साल स्वतंत्रता दिवस समारोह के माध्यम से युवा पीढ़ी ब्रिटिश उपनिवेश भारत में रहने वाले लोगों के संघर्षों से परिचित होती है। यह उत्सव हमारे देश के लोगों के बीच देशभक्ति की भावनाओं को जगाने का एक तरीका है ताकि उन्हें एकजुट रहने और इसकी बेहतरी के लिए काम करने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके।

स्वतंत्रता दिवस पर गतिविधियां

स्वतंत्रता दिवस हमारे देश के विभिन्न हिस्सों में बहुत उत्साह के साथ मनाया जाता है। इस दिन को मनाने के लिए स्कूलों, कॉलेजों, कार्यालयों और आवासीय समितियों में विभिन्न बड़े और छोटे कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। स्वतंत्रता दिवस पर की जाने वाली कुछ गतिविधियाँ इस प्रकार हैं:

  • झंडा फहराना : इस दिन हमारे देश के प्रधानमंत्री लाल किले पर भारतीय राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं। इसके बाद इस अवसर के सम्मान में 21 गोलियां चलाई जाती हैं। पूरे देश में स्वतंत्रता दिवस समारोह के एक भाग के रूप में ध्वजारोहण किया जाता है।
  • भाषण / बहस / प्रश्नोत्तरी : भाषण स्कूलों, कॉलेजों और अन्य स्थानों में स्वतंत्रता दिवस समारोह के एक भाग के रूप में दिए जाते हैं। शैक्षणिक संस्थानों में वाद-विवाद और प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जाती हैं। इस दिन को मनाने के लिए निबंध लेखन और चित्रकला प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया जाता है।
  • फैंसी ड्रेस प्रतियोगिताएं स्कूलों और आवासीय समाजों में फैंसी ड्रेस प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती हैं। छोटे बच्चों को स्वतंत्रता सेनानी के रूप में देखा जाता है।
  • पतंगबाजी प्रतियोगिता : इस दिन पतंगबाजी की प्रतियोगिता भी आयोजित की जाती है। आसमान में कई रंग-बिरंगी किट उड़ती नजर आ रही हैं। इसे स्वतंत्रता के प्रतीक के रूप में देखा जाता है।
  • मीठा वितरण : ध्वजारोहण के बाद मिठाई बांटी गई।

स्वतंत्रता दिवस का महत्व

स्वतंत्रता दिवस प्रत्येक भारतीय के लिए विशेष महत्व रखता है। यह एक ऐसा दिन है जो उन्हें स्वतंत्रता सेनानियों के संघर्ष और बलिदान की याद दिलाता है। यह देश के युवाओं को देश के सम्मान के लिए खड़े होने के लिए प्रेरित करता है। यह लोगों के दिलों को देशभक्ति से भर देता है और उन्हें अपने देश की भलाई के लिए काम करने के लिए प्रेरित किया जाता है। देश भर में खासकर इस खास दिन पर देशभक्ति का जज्बा देखा जाता है।

स्वतंत्रता दिवस हमारे पूरे देश में बहुत उत्साह के साथ मनाया जाता है। इस दिन को मनाने के लिए हर उम्र के लोग आगे आते हैं। स्वतंत्रता सेनानियों के साथ-साथ हमारी मातृभूमि की भी प्रशंसा में गीत गाए जाते हैं। लोग तिरंगे में सजे-धजे नजर आ रहे हैं। आकाश पतंगों से भरा हुआ लगता है और चारों ओर आनंद है।

 स्वतंत्रता दिवस के पैराग्राफ पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

भारत को स्वतंत्रता किस वर्ष में मिली थी.

वर्ष 1947, 15 अगस्त को हमें ब्रिटिश शासन से आजादी मिली।

भारत का स्वतंत्रता दिवस किस महान नेता द्वारा घोषित किया गया था?

भारत के पहले प्रधान मंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने भारत में स्वतंत्रता की घोषणा की।

हमारे देश में स्वतंत्रता दिवस कब मनाया जाता है?

स्वतंत्रता दिवस समारोह हर साल 15 अगस्त को मनाया जाता है।

स्वतंत्रता दिवस कैसे मनाया जाता है?

स्वतंत्रता दिवस हमेशा बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है। हम पूरे देश में तिरंगे से लाइट डेकोरेशन करते हैं। तिरंगा हमारे राष्ट्रीय ध्वज का रंग है। हमने अपना राष्ट्रगान गाया। पूरे देश में आधिकारिक अवकाश है। हमें स्वतंत्रता प्रदान करने के लिए राज्य के लिए हमारे शहीदों के बलिदान और उनके संघर्ष को याद करने और मनाने के लिए।

कुछ स्वतंत्रता सेनानियों के नाम बताइए जिनका संघर्ष अविस्मरणीय रहा?

हम भारत के लोग महात्मा गांधी, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, लाला लाजपत राय, बाल गंगाधर तिलक, सरदार वल्लभ भाई पटेल, डॉ राजेंद्र सहित कुछ प्रमुख स्वतंत्रता सेनानियों के संघर्ष को नहीं भूल सकते जिनके बिना हमारी आजादी का सपना संभव नहीं था। प्रसाद, लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक, चंद्रशेखर आजाद आदि शामिल हैं।

हमारे देश के प्रत्येक व्यक्ति ने इस दिन क्या किया?

इस दिन, देश का प्रत्येक व्यक्ति हमारे शहीदों को श्रद्धांजलि देता है – छात्रों के लिए स्कूलों और कॉलेजों में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन। छात्र हमारे स्वतंत्रता सेनानियों के संघर्ष का प्रतिनिधित्व करने के लिए अभिनय करते हैं और खेलते हैं। हमें अपने राष्ट्र के लिए प्यार और देशभक्ति की भावना से भरने के लिए।

[2023] स्वतंत्रता दिवस पर निबंध: Independence Day Essay in Hindi

Independence Day Essay in Hindi : 15 अगस्त 1947 में भारत को अग्रेजो की गुलामी से आज़ादी मिली थी। उसके बाद से हर साल 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाया जाता है। भारत में इस दिन पूरे देश में राष्ट्रीय अवकाश होता है। भारत को आज़ाद कराने के लिए भगत सिंह, सुभाष चन्द्र बोस, लाला लाजपत राय और चन्द्रशेखर जैसे महापुरुषों ने अपनी जान की कुर्बानी दी थी। इस दिन उन सभी देशभक्तो को श्रद्धांजलि भी दी जाती है। नीचे हमने स्वतंत्रता दिवस पर छोटा (10 लाइन) और बड़ा निबंध (1000 Word) लिखा है जिसे किसी भी कक्षा (class) के छात्र अपनी आवश्यकता के अनुसार इस्तेमाल कर सकते है।

Table of Contents

स्वतंत्रता दिवस का महत्व

स्वतंत्रता आंदोलन, स्वतंत्रता दिवस कैसे मनाया जाता है, स्वतंत्रता दिवस की पहली शाम पर, विद्यालयों में 15 अगस्त (independence day celebration), विदेशो में स्वतंत्रता दिवस, स्वतंत्रता दिवस पर दस लाइन: 10 line essay independence day, स्वतंत्रता दिवस पर निबंध – long essay on independence day in hindi.

स्वतंत्रता दिवस पर निबंध Independence Day Essay in Hindi

इस दिन हमारे नए भारत का जन्म हुआ था। सालों की नरम गरम लडाई के बाद सन् 15 अगस्त 1947 को हम पूर्ण रूप से आज़ाद हो गए। प्रथम स्वतंत्रता दिवस हम सब ने उन देशभगतो के साथ मनाया जिन्होंने देश को स्वतंत्रत कराने के लिए कई बलिदान और त्याग किये थे। उसी बलिदान व त्याग को याद करते हुए हम प्रति वर्ष स्वतंत्रता दिवस को मानते आ रहे है।

सेकड़ो वर्ष अंग्रेजो द्वारा ग़ुलाम रहने के बाद सन् 15 अगस्त 1947 को जब भारत आज़ाद हुआ। उस समय भारत की जनता औरत आदमी, बच्चे बूढ़े और जवान सभी खुशी से झूम उठे क्योंकि उनसे ज्यादा कोई ग़ुलामी को नही समझ सकता था। तभी से प्रति वर्ष अगस्त के महीने की 15 तारीख को यह दिवस एक पर्व की भाँति बड़ी धूम धाम से मनाया जाने लगा।

” प्राधीन स्वपनेहु सुख नाही ” पंक्तियाँ केवल प्राणी पर ही लागू नही होती है। इस संसार में पशु पक्षी आदि सभी प्राणी भी स्वभाविक रूप से अपने आप को आज़ादी भरा जीवन जीने की कामना करते है। और मनुष्य तो सब प्राणियों में श्रेष्ठ होता है। वह कैसे दूसरे के अधीन रह कर अपना जीवन यापन कर सकता है। कैद में रह कर जब किसी को आज़ादी मिलती हैं तो उसकी खुशी और आनंद का का कोई ठिकाना नहीं होता। हम सब को अपनी आज़ादी से प्यार है। इसी कारण 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस बड़ी धूम धाम से मनाया जाता है।

भारत को स्वतंत्रता दिलाने हेतु प्रारम्भ से ही संघर्ष होते रहे, किंतु वे सभी प्रयास पूरी तरह से असफल साबित हुए। सन् 1857 मे महारानी लक्ष्मी बाई के द्वारा किये गए प्रथम आंदोलन को पहला स्थान दिया गया। इस आंदोनल मे नाना साहेब, तात्या टोपे, मंगल पांडे, बहादूर शाह जफर और स्वयं रानी लक्ष्मी बाई शामिल थी। इन सभी महापुरुषो ने अपने बलिदान और त्याग से अंग्रेजों का आखिरी सांस तक डटकर सामना किया।

उसके बाद सन् 1885 में भारतीय राष्ट्रिय कांग्रेस को स्थापित किया गया। इसी संगठन के माध्यम से लक्षय को पाने तक लगातार संघर्ष जारी रहा। जिसमें भारत के कितने ही सपूतों का बलिदान , तपस्या और त्याग की अमर कहानिया भी जुड़ी हुई है।

महात्मा गाँधी जी के नेतृत्व में अनेकों “शांति पूर्वक “आंदोलन इस देश को आज़ादी कराने के लिए चलाए गए। इसके अतिरिक्त कई वीर जवानों ने भी अपना सहयोग दिया। जिसमें नेता जी सुभाष चंद्र बोस, भगत सिंह, शहीद राम प्रसाद बिस्मिल, चंद्रशेखर आज़ाद आदि के आत्म बलिदान द्वारा क्रांति का संचालन हुआ। इस क्रांतिकारी आंदोलन का संचालन करते हुए भारत माँ के अनेकों सपूत शहीद हुए। सेकड़ो वर्षों के किये गए कठिन प्रयासों द्वारा हमें यह आज़ादी हासिल हुई।

इस दिन की तैयारियां राष्ट्रीय स्तर पर कई दिन पूर्व ही शुरू कर दी जाती है। भारत सरकार हर साल इस पावन पर्व को देश की राजधानी दिल्ली में बड़े ही उत्साह से मनाती है। 15 अगस्त के दिन सुबह करीब 7:00 बजे इंडिया के प्रधानमंत्री दिल्ली के ऐतिहासिक धरोहर लाल किले की इमारत पर राष्ट्रीय ध्वज को फहराया जाता है। फिर उसके बाद आकाश को चिरती हुई गूंज के साथ तोपों की सलामी दी जाती है। और इस पावन त्योहार का आगाज़ हो जाता है। इसके पश्चात प्रधानमंत्री के द्वारा देश के नाम संदेश व भाषण दिया जाता है। इस भाषण को दूरदर्शन और आकाशवाणी के सभी केंद्रो द्वारा परसारित किया जाता है। प्रधानमंत्री जी के द्वारा दिये गए संदेश मे देश की उपलब्धियों व नीतियों का व्याख्यान किया जाता है। और स्वतंत्रता के महत्व को दर्शाया जाता है।

इस दिन से पहले ही शाम के समय अथार्थ 14 अगस्त की रात को देश का राष्टृपति देश के नाम अपना संदेश प्रसारित करता है। अपने संदेश मे राष्ट्रापति सरकार की भावी जन आशाओं और आक्षाओ पर प्रकाश डालता है। जिसको रेडियो स्टेशनों व टीवी चैनल के माध्यम से लोगो तक पहुँचाया जाता है। और जनता भी अपने राष्टृपति द्वारा दिया गए इस संदेश को बड़े ही ध्यानपूर्वक सुनती एवं देखती है।

इस दिन सभी छात्र विद्यालयों में इस पर्व पर बड़े हर्ष और उल्लास के साथ शामिल होते हैं। सबसे पहले विद्यालय के प्रधानाचार्य द्वारा राष्ट्र गान के साथ विद्यालय की इमारत पर तिरंगे को फहराया जाता है। फिर छात्रों की ओर से अनेकों प्रकार के कार्यकर्मो की प्रस्तुति होती है। कुछ छात्र देश भक्ति के उपर गीत गाते है और कुछ देश के उपर भाषण देते हैं। कई छात्र नाटक के रूप मे हमारे जितने भी स्वतंत्रता सेननियो ने देश के लिए बलिदान दिया है उनकी भूमिका निभाते हैं।

स्वतंत्रता दिवस के दिन स्कूल में खेल कूद का आयोजन भी होता है। और ये सब स्वतंत्रता दिवस के एक दिन पहले यानी 14 अगस्त को किया जाता है। आखिर में प्रतिभागियो को प्रधानाचार्ये के हाथों से इनाम दिलवाया जाता है और राष्टृगान के साथ इस कार्यक्रम को समाप्त कर दिया जाता है।

विदेशो में भी ये पावन पर्व बड़े ही उल्लास से मनाया जाता है। हर देश में भारत के दूतावासओ द्वारा राष्ट्र ध्वज तिरंगा लहराया जाता है। सभी देशो के प्रधान मंत्री भारत को स्वतंत्रता दिवस की बधाई भेजते है। हमारे देश में इस दिन मुख्य मंत्री, राज्यपाल और अन्य सभी नेताओ के द्वारा इस पर्व का शुभारम्भ किया जाता है। सभी सरकारी स्कूलों, कार्यालयों, कालेजो और अन्य सरकारी स्थानों पर वहाँ के मुखियो द्वारा झंडा फहराया जाता है। इस प्रकार देश विदेश मे इस दिन के प्रति बड़ा सम्मान व्यक्त किया जाता है।

यह राष्टृ पर्व देश के सभी जाति, धर्म और समुदायों के लोगो द्वारा बड़ी खुशी और हार्दिक उत्साह से मनाया जाता है। इसमे किसी प्रकार की भेद भावना नही की जाती। इसी कारण यह त्योहार भारत मे धर्म निरपेक्ष और राष्ट्रीय भावना से मनाया जाता है। देश की रक्षा हेतु सारे देशवासियों को अपने स्वार्थ को त्याग कर हर समय अपने देश के लिए तैयार रहना चाहिए। इसी भावना को रखते हुए हम स्वतंत्रता दिवस को युगों युगों तक मना सकेंगे। यही हम आप सबसे हार्दिक प्रार्थना करते है। ” जय हिंद जय भारत “

  • 15 अगस्त 1947 को हमारा देश भारत आज़ाद हुआ था।
  • हर वर्ष 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के रूप में बड़ी धूम धाम से मनाया जाता है।
  • देश के प्रधान मंत्री द्वारा इस दिन प्रात काल लगभग 7:00 बजे राजधानी दिल्ली में लाल किले पर हमारे देश का तिरंगा झंडा फहराया जाता है।
  • स्वतंत्रता दिवस पर देश के सभी विद्यालयों और सरकारी संस्थानों में भी तिरंगा फहराया जाता है।
  • भारत को स्वतंत्रत करने के लिए कई आंदोलन चलाये गए। आज़ादी के इन आंदोलनों में कितने ही स्वतंत्र सेनानियो का बलिदान हुआ।
  • वीर भगत सिंह, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, चंद्र शेखर आजाद, वल्लभ भाई पटेल, लाला लाजपत राय, शहीद राम प्रसाद बिस्मिल, आदि महापुरुष का बलिदान व त्याग इस आज़ादी की लडाई मे शामिल हैं।
  • भारत को आजादी दिलाने में महात्मा गाँधी गॉंधी जी का अहम योगदान था। उनके द्वारा कई शांति पूर्ण आंदोलन चलाये गए, जिसके बाद हमें स्वतंत्रता मिली।
  • स्वंत्रता दिवस धर्म निरपेक्ष की भावना से मनाया जाता है।
  • इस दिन विद्यालयों में छात्रों द्वारा भी कई आयोजन किये जाते है। जैसे देश भक्ति गीत, देश विकास हेतु भाषण आदि। और अंत में राष्टृगान के साथ कार्यकर्म का समापन किया जाता है।
  • हम स्वतंत्रता दिवस को युगों युगों तक मनाते रहे यही हमारी कामना है।

पायलट कैसे बने : How to become a Pilot in Hindi

पायलट कैसे बने: Pilot बनने का खर्चा, कोर्स, अवधि और योग्यता

ssc full form meaning in hindi

SSC क्या हैं पूरी जानकारी : Full form, Job, Exams in Hindi

BDO कैसे बने? Full Form, Salary, Exam

बीडीओ कैसे बने? BDO Full Form, Exam, Job Salary, Qualification

Spring Season Essay in Hindi वसंत ऋतु पर निबंध

वसंत ऋतु पर निबंध – Spring Season Essay in Hindi

CTET Full Form Qualification, Syllabus, Exam Date

सीटेट क्या है? CTET Full Form, 2024 Qualification, Syllabus, Exam Date

बी टेक क्या हैं What is B tech in Hindi

बीटेक क्या हैं B.Tech कैसे करे? कोर्स की A-Z पूरी जानकारी

' src=

About Hindi Use

HindiUse.com एक ऐसा प्लेटफार्म है जहाँ पर एक प्रोफेशनल ब्लॉगर की टीम है जो शिक्षा, सामान्य ज्ञान, बैंकिंग, ज्योतिष और अन्य इंटरनेट से संबधित जानकारी हिंदी भाषा में शेयर करते है।

Leave a Comment Cancel reply

Notify me of follow-up comments by email.

Notify me of new posts by email.

Pariksha Point

स्वतंत्रता दिवस पर निबंध (Essay On Independence Day In Hindi): आज़ादी के गर्व का पर्व 15 अगस्त पर निबंध (Essay On 15 August In Hindi) पढ़ें

Photo of author

स्वतंत्रता दिवस पर निबंध (Essay On Independence Day In Hindi)- हर साल हम 15 अगस्त का दिन अंग्रेज़ी हुकूमत से आज़ादी मिलने की खुशी में बड़े ही हर्षोल्लास से साथ मनाते हैं। हमें 15 अगस्त सन् 1947 को आज़ादी तो मिल गई लेकिन हम उस आज़ादी का अब तक किस तरह से इस्तेमाल करते हुए आये हैं, ये सोचने वाली बात है। स्वतंत्र भारत का नागरिक होने के नाते हमारा सबसे पहला कर्तव्य है भारत की स्वतंत्रता की रक्षा करते हुए आगे बढ़ना। आज हम सब आज़ाद है लेकिन उसका ये मतलब बिल्कुल भी नहीं है कि हम आज़ादी के नाम पर जो चाहे वो करें। आज़ादी की भी अपनी कुछ सीमा और मर्यादा होती है, जिसका हमें पालन करना चाहिए।

स्वतंत्रता दिवस पर निबंध (Essay On Independence Day In Hindi)

स्वतंत्रता दिवस (Independence Day) का जश्न मनाने के साथ-साथ अगर हम स्वतंत्रता के सही अर्थ को भी समझ लें, तो हम एक ऐसे राष्ट्र का निर्माण कर सकते हैं, जिससे हमारी आने वाली पीढ़ी हम पर और हमारे देश पर गर्व महसूस करे। अगर आप 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस (15 August Independence Day) के बारे में अधिक जानना चाहते हैं, तो इस पेज पर दिए गए 15 अगस्त पर निबंध हिंदी में (15 August Essay In Hindi) को पूरा पढ़ें। स्वतंत्रता दिवस पर निबंध हिंदी में (Independence Day Essay In Hindi) का प्रयोग आप स्कूल और कॉलेज में होने वाली 15 अगस्त पर निबंध (15 August Par Nibandh) प्रतियोगिता में भी कर सकते हैं।

Join Telegram Channel

आपको बता दें कि 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस पर निबंध एकदम सरल और आसान भाषा में लिखा गया है। हमारे इस स्वतंत्रता दिवस पर निबंध (Swatantrata Diwas Par Nibandh) को हर वर्ग के लोग आसानी से पढ़ सकते हैं और समझ सकते हैं। 15 अगस्त निबंध इन हिंदी (15 August Par Nibandh In Hindi) हम सभी को पढ़ना चाहिए ताकि हम स्वतंत्रता दिवस का महत्व समझ सकें। Essay On 15 August In Hindi पढ़ते समय आप 15 अगस्त 1947 का इतिहास (History of 15 August In Hindi) भी जानेंगे। यदि आप ये भी जानना चाहते हैं कि स्वतंत्रता दिवस (Swatantrata Diwas) क्यों मनाया जाता है, कब मनाया जाता है और कैसे मनाया जाता है, तो आपको Swatantrata Diwas Par Nibandh In Hindi को पूरा पढ़ना होगा। इस पेज से आप Independence Day Par Nibandh के साथ-साथ Short Essay On Independence Day In Hindi और Swatantrata Diwas Par 10 Line भी प्राप्त कर सकते हैं। हिंदी में स्वतंत्रता दिवस पर निबंध (Swatantrata Diwas Nibandh In Hindi) नीचे से पढ़ें।

15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस पर निबंध हिंदी में (15 August Independence Day Essay In Hindi)

स्वतंत्रता दिवस (Independence Day) हमारे देश का एक राष्ट्रीय पर्व (National Festival) है जिसे हम हर साल 15 अगस्त (15 August) के दिन मनाते हैं। 15 अगस्त 1947 (15 August 1947) के दिन ही हमारे देश को आज़ादी मिली थी। 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस (15 August Independence Day) के पर्व को पूरा देश एकजुट होकर बहुत ही जोश और उमंग के साथ मनाता है। इस दिन पूरे देश में अलग-अलग तरह के कार्यक्रमों और समारोह का आयोजन किया जाता है। विद्यालयों, सरकारी कार्यलयों, प्राइवेट दफ्तरों आदि जगहों पर भी आज़ादी के पर्व का जश्न काफी धूम-धाम से साथ मनाया जाता है। स्वतंत्रता दिवस के मौके पर स्कूलों, कॉलेजों और संस्थानों में स्वतंत्रता दिवस पर लेख और निबंध लेखन प्रतियोगिता का आयोजन भी होता है।

ये भी पढ़ें

आज़ादी के गर्व का पर्व

हर साल 15 अगस्त के दिन को आज़ादी के गर्व के पर्व के रूप में मनाया जाता हैं। इस दिन भारत अंग्रेजों की हुकूमत से मुक्त हुआ था। यह आजादी बेहद लम्बे आंदोलन और संघर्ष के बाद मिली। इस दिन भारत के प्रधानमंत्री लाल किले पर भाषण देते हैं। आजादी के आंदोलन में सबसे अहम योगदान महात्मा गाँधी का रहा। चंद्र शेखर आजाद, भगत सिंह, सुभाष चंद्र बोस आदि ने भी आजादी की लड़ाई में अहम योगदान दिया। 15 अगस्त वो दिन है जब भारत आजाद हुआ था। यह दिन एक ऐतिहासिक दिन है। इस दिन हम खुल कर बोलने, लिखने और घूमने के लिए आजाद हो गए थे। 15 अगस्त को इतिहास में सुनहरे अक्षरों में लिखा गया है। भारत को आजादी 200 साल की गुलामी के बाद मिली। इस वजह से आजादी के जश्न को धूम धाम से मनाया जाता है।

ये निबंध भी पढ़ें

इतिहास के अहम पल

(1) अंग्रेज़ो का हिदुस्तान आना- व्यापार करने के बहाने अंग्रेज़ 17वी शताब्दी में भारत आए। उस समय हिंदुस्तान में मुगलों की हुकूमत थी। अंग्रेजों ने व्यापार के बहाने अपनी सैन्य ताकत को बढ़ाया। कई राजाओं को धोखे से हराने के बाद अनेक क्षेत्रों पर कब्ज़ा कर लिया। 18वी सदी तक ईस्ट इंडिया कंपनी ने अपना वर्चस्व स्थापित कर लिया था।

(2) भारत बना गुलाम- अंग्रेजों ने भारतीयों को शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया। भारतवासी ब्रितानी ताज के अधीन हो गए थे। दूसरे विश्व युद्ध के लिए थोक भाव में भारतीयों की जबरदस्ती सेना में भर्ती करी गयी। अंग्रेजों ने जलियावाला बाघ जैसे नरसंहार को अंजाम दिया। भारतीय केवल अंग्रेजों के दास मात्र बन के रह गए थे।

(3) कांग्रेस पार्टी बनाई गयी- 28 दिसंबर 1885 को कांग्रेस पार्टी बनाई गयी। 64 लोगों द्वारा राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी की स्थापना की गयी। इस पार्टी ने क्रांतिकारी गतिविधियों को अंजाम दिया।

(4) हिंदुस्तान का बंटवारा- भारत के आजाद होते ही सांप्रदायिक दंगे शुरू हो गए। दंगो का नतीजा था देश का बंटवारा। जवाहरलाल नेहरू भारत के प्रधानमंत्री बने और जिन्ना पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बने। महात्मा गांधी की शांति की कोशिशों के बावजूद मरने वालों की तादाद लाखों में थी। आजादी की ख़ुशी के साथ में नरसंहार का मातम भी था।

(5) स्वतंत्रता का जश्न- हर वर्ष स्वतंत्रता दिवस को वीर जवान और दंगों में मारे गए लोगों को याद कर के मनाया जाता हैं। लोगों ने एकजुट होकर आजादी की लड़ाई लड़ी। कुछ प्रमुख देशभक्त लोगों के नाम हैं भगत सिंह, सुखदेव और सुभाष चंद्र बोस। काफी महिलाओं ने भी आजादी की लड़ाई में योगदान दिया। सरोजिनी नायडू और बेसेंट कुछ प्रमुख क्रांतिकारी महिलाओं के नाम हैं।

15 अगस्त के मायने

आजादी के दिन की तैयारी बड़े जोर शोर से की जाती हैं। भारत के माजूदा प्रधानमंत्री लाल किले के प्राचीन से तिरंगा फहराते है। राष्ट्रगान बजाया जाता है, फिर प्रधानमंत्री भाषण देते हैं। देशभक्ति वाले कार्यक्रम प्रस्तुत किये जाते हैं, इनका आनंद लाल किले जाकर या फिर टीवी पर लिया जा सकता है। 15 अगस्त हमारा राष्ट्रीय पर्व है। इस दिन स्कूल, कॉलेज और दफ्तर बंद रहते हैं।

15 अगस्त को सब मिलकर एक जुट हो जाते हैं। कोई देशभक्ति के गीत सुनता है तो कोई देशभक्ति की फिल्म देखता है। लोग अपने वस्त्र और वाहन पे तिरंगा लगते हैं। इस दिन भारत के उन महान नेताओं को श्रद्धांजलि दी जाती है जो देश की आजादी की लड़ाई में शामिल हुए। भारतीय सेना इस दिन परेड करती है। हमें 200 साल की गुलामी के बाद आजादी मिली थी इसलिए जश्न भी धूम धाम से मनाया जाता है।

इस दिन हर भारतवासी वीरों के बलिदान को याद करता है। इस दिन लोग देश के प्रति समर्पित रहने का संकल्प लेते हैं। भारत माता की जय और जय हिन्द जैसे नारे लगते हैं। 15 अगस्त को लोग देश के लिए जीने का संकल्प लेते हैं।

15 अगस्त पर निबंध 100 शब्द में

स्वतंत्रता दिवस पर निबंध 100 शब्द- स्वतंत्रता दिवस हर साल 15 अगस्त को आज़ादी की खुशी में मनाया जाता है। 15 अगस्त 1947 को हमें आज़ादी मिली थी। ये आज़ादी के गर्व का पर्व है। दिल्ली में इस दिन कई लोग पतंग भी उड़ाते हैं। सभी स्कूलों में झंडा फहराया जाता है। स्कूलों में कार्यक्रम भी होते हैं। इस दिन सरकारी दफ्तर में अवकाश रहता हैं। इस दिन आजादी की लड़ाई में शहीद हुए लोगों को याद किया जाता हैं लोग अपने वस्त्र और वाहन पे भारत का झंडा लगाते हैं। इस दिन पुलिस और सेना के जवान देश की सुरक्षा के लिए बेहद चौकन्ने रहते हैं। स्वतंत्रता दिवस का जश्न सभी मिलकर मनाते हैं क्योंकि ये एक राष्ट्र पर्व है।

15 अगस्त पर निबंध 300 शब्द में

49741431443 9a3d44f282 b

स्वतंत्रता दिवस पर निबंध 300 शब्द- 15 अगस्त के दिन भारत स्वतंत्र हुआ। हर साल 15 अगस्त को भारत के आजादी के दिन के रूप में मनाया जाता हैं। आजादी की लड़ाई में कई लोगो ने अपने प्राणों की आहुति दे दी। भगत सिंह और चंद्रशेखर आजाद देश की आजादी की जंग में शहीद हो गए। मोहनदास करमचंद गांधी उर्फ़ महात्मा गांधी ने अहिंसा के माध्यम से स्वतंत्रता की लड़ाई लड़ी। महात्मा गांधी ने अंग्रेजो के बने उत्पादों का बहिष्कार किया। उन्होंने नमक पर लगे कर के खिलाफ आंदोलन किया।

कांग्रेस के लोगों ने आजादी की जंग में हिस्सा लिया। सुभाष चंद्र बोस ने अंग्रेजों से लड़ने के लिए सेना तैयार करी। आजादी की लड़ाई में कई लोगों की जान गयी। 15 अगस्त 1947 को पंडित जवाहरलाल नेहरू भारत के पहले प्रधानमंत्री बने। उन्होंने लाल किले पर तिरंगा फहराया। हर साल भारत के वर्तमान प्रधानमंत्री लाल किले पर झंडा फहराते हैं। उसके बाद वर्तमान प्रधानमंत्री भाषण देते हैं। आजादी के इस दिन पर कई कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं। इस दिन पतंग उड़ाने की परंपरा है। स्वतंत्रता दिवस पर सरकारी दफ्तर बंद रहते हैं। इस दिन सरकारी कर्मचारी का अवकाश होता है। इस दिन लोग अपने वाहन और वस्त्र पर झंडा लगाते हैं। स्कूल में स्वतंत्रता दिवस के अनेक कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं। स्कूलों में झंडा फहराया जाता है।

आजादी के इस आंदोलन में महिलाओं ने भी योगदान दिया। आजादी के दिन राष्ट्रीय अवकाश रहता है। इस दिन उन नेताओं को श्रद्धांजलि दी जाती है जिन्होंने आजादी के आंदोलन में अहम योगदान दिया इस दिन लोग देशभक्ति भरे गानों को सुनते हैं और देशभक्ति वाली फिल्मे देखते हैं। इस दिन वर्षो की गुलामी का अंत हुआ। इस दिन भारतीय सेना परेड करती है। भारत को आजादी 200 साल के लम्बे संघर्ष के बाद मिली।

15 अगस्त पर निबंध 400 शब्द में

49745392007 49f1e1bc1d b

स्वतंत्रता दिवस पर निबंध 400 शब्द- 15 अगस्त को भारत को ब्रिटिश साशन से आजादी मिली। 15 अगस्त का दिन हर भारतीय के लिए महत्वपूर्ण दिन है। आज भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है। भारत को आजाद करने के लिए कई लोगों ने अपनी जान की क़ुरबानी दी। सभी भारतीय इस पर्व को अपने अलग तरीके से मानते हैं। कुछ लोग उत्सव की जगह को सजाते हैं। कुछ लोग फिल्मे देखते हैं। लोग अपने घर पर झंडा लगते हैं, राष्ट्रगान और देश भक्ति के गीत गाते हैं। कुछ लोग सामाजिक कार्यक्रम में शिरकत करते हैं।

केंद्र सरकार इस दिन को बड़ी धूम धाम से मनाती है। हिंदुस्तान के मौजूदा प्रधानमंत्री इस दिन लाल किले पर झंडा फहराते हैं। उसके बाद भारतीय सेना द्वारा परेड करी जाती है। उसके बाद अलग-अलग राज्यों की झांकियां निकलती हैं। इस प्रकार आलम देशभक्ति से सरोबार हो जाता है। राज्यों में भी आजादी के दिन को जोश के साथ मनाया जाता है। इस दिन देशभक्ति के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री और राज्यपाल मुख्य अतिथि होते हैं। इस आजादी की लड़ाई में सबसे अहम योगदान मोहन दास करमचंद गाँधी उर्फ़ महात्मा गाँधी का रहा। उनके अहिंसा के आंदोलन से 200 साल के लम्बे संघर्ष के बाद भारत को अंग्रेजी हुकूमत से आजादी मिली। महात्मा गाँधी ने नमक पर लगे टैक्स के खिलाफ दांडी मार्च किया। उन्होंने ब्रिटिश के बने उत्पादों का बहिष्कार करवाया।

भारत की जनता ने इकट्ठा होकर ब्रिटिश शाशन के खिलाफ अपने हक़ के लिए आंदोलन किया। अलग धर्मो के लोगों ने एकजुट होकर अपने हक़ के लिए आवाज़ उठाई। कई महिलाओं ने घरेलु जिम्मेदारी छोड़कर आजादी के आंदोलन में अहम योगदान दिया। अरुणा आसफ अली, कमला नेहरू और सरोजिनी नायडू नाम की महिलाओं ने स्वतंत्रता के आंदोलन में अहम योगदान दिया। 15 अगस्त 1947 को इतिहास के सुनहरे अक्षरों में लिखा गया है। भारत को 200 साल की गुलामी के बाद आजादी मिली, इसलिए इस आजादी के दिन को आज भी धूमधाम से मनाया जाता है। अंग्रेजों के भारत पर कब्जे के कारण हम अपने ही देश में गुलाम हो गए थे। धन, जमीन और अनाज से हमारा अधिकार से चला गया था।

अंग्रेज ज्यादा लगान वसूलते और नकदी फसल की खेती करवाते थे। अंग्रेजों का विरोध करने पर जलियावाला बाग हथियाकाण्ड झेलना पड़ा। भारत की जनता को अंग्रेजों द्वारा प्रताड़ित किये जाने की कहानियों की कमी नहीं हैं। अंग्रेजो ने भारत की जनता को बुरी तरह लुटा। इस का एक उदहारण कोहिनूर हीरा हैं।

15 अगस्त पर निबंध 500 शब्द में

49744501723 acca681086 b

स्वतंत्रता दिवस पर निबंध 500 शब्द- 15 अगस्त को इतिहास में सुनहरे अक्षरों से लिखा गया। इस दिन अंग्रेज भारत छोड़ने पर मजबूर हो गए। आजादी 200 सालों बाद भारतवासियों को मिली। इस कारण से आजादी के जश्न को धूम धाम से मनाया जाता हैं। 15 अगस्त एक राष्ट्रीय अवकाश का दिन है। इस दिन स्कूल, कॉलेज और दफ्तर बंद रहते है। 15 अगस्त एक राष्ट्रीय पर्व है। इस दिन तिरंगा फहराया जाता हैं और मिठाइयां बांटी जाती हैं।

स्वतंत्रता दिवस का स्वर्णिम इतिहास- अंग्रेजों का भारत पर कब्ज़ा हो जाने के कारण हम अपने ही देश में गुलाम थे। हमारे अनाज, जमीन और धन से हमारा अधिकार छिन गया। अंग्रेज़ ज्यादा लगान वसूलते और नकद फसल की खेती करवाते थे। अंग्रेजों का विरोध करने पर जल्लियावाला बाघ हत्याकांड को अंजाम दिया गया।अंग्रेजों द्वारा भारतवासियों को प्रताड़ित करने की कहानियों की कमी नहीं है। यह स्वतंत्रता सेनानियों की हिम्मत और आंदोलन का नतीजा हैं कि हम आजाद हैं। अंग्रेजों के भारत माता को लूटने का सबसे बड़ा उदाहरण कोहिनूर है। यह कोहिनूर आज अंग्रेजों की रानी के ताज की शोभा बड़ा रहा है। भारत में अतिथि देवो भवा की परंपरा है। यही कारण हैं कि जब भी अंग्रेज़ भारत आते हैं हम उनका स्वागत करते हैं।

आज़ादी के लिए लोगों का योगदान- भारत की आजादी के सबसे बड़े स्वतंत्रता सेनानी थे मोहन दास करमचंद गांधी। उनका आजादी के आंदोलन में अतुल्य योगदान रहा। वह जनता में बेहद लोकप्रिय थे। उन्होंने अहिंसा के साथ आजादी की लड़ाई में अहम योगदान दिया। महात्मा गांधी ने देश से कई घटिया रिवाजों को दूर किया। लोग महात्मा गांधी को बापू कहते थे। साइमन कमीशन के विरोध में लाला लाजपत राय की मृत्यु हो गयी। उन पर लाठीचार्ज किया गया था। इससे आहात होकर भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु ने सांडर्स की हत्या कर दी। इसके बाद इन तीनों को फांसी की सजा हुई। इन तीनों ने देश के लिए अपने प्राणों की आहुती दे दी। सुभाष चंद्र बोस और बाल गंगाधर तिलक ने आजादी की लड़ाई में अतुल्य योगदान दिया।

स्वतंत्र का पर्व- सभी लोगों के इस स्वतंत्रता के पर्व को मानाने के अलग तरीकें हैं। आजादी के दिन से एक हफ्ते पहले बाजारों में रौनक आ जातीं है। कोई तीन रंगों की रंगोली खरीदता है तो कोई तीन रंगों की लाइटें खरीदता है। इन रंगों में पूरा समां समा जाता है। सब जगह ख़ुशी का माहौल होता है। लोग देशभक्ति के गीत सुनते हैं। सभी धर्म के लोग इस पर्व को एकजुट होकर मनाते हैं।

निष्कर्ष- 15 अगस्त के दिन लोग देश के अच्छे नागरिक होने का संकल्प लेते हैं। लोगों में देशभक्ति की भावना उभर कर आती है। लोग राष्ट्र गान गाकर अपना जीवन देश के लिए जीने का संकल्प लेते हैं। इस दिन भारत माता की जय और जय हिन्द जैसे नारे लगाए जाते हैं।

स्वतंत्रता दिवस पर 10 लाइनें (Independence Day Par 10 Lines)

15 अगस्त पर 10 लाइन (10 lines on 15 august).

  • स्वतंत्रता दिवस भारत का राष्ट्रीय पर्व है।
  • स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त को मनाया जाता है।
  • 15 अगस्त 1947 के दिन भारत को आज़ादी मिलने की खुशी में स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता है।
  • इस दिन राष्ट्रीय अवकाश रहता है।
  • 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस के दिन देश के प्रधानमंत्री लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं।
  • 15 अगस्त के दिन अलग-अलग तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
  • 15 अगस्त से एक दिन पहले सभी स्कूलों, कॉलेजों और संस्थानों में तिरंगा झंडा फहराया जाता है।
  • सरकारी और प्राइवेट ऑफिसों में भी आज़ादी की खुशी का जश्न मनाया जाता है।
  • स्वतंत्रता दिवस के दिन हर भारतवासी को मिली हुई स्वतंत्रता की रक्षा करने का संकल्प लेना चाहिए।
  • स्वतंत्रता दिवस स्वतंत्रता के गर्व का पर्व है।

आज़ादी का अमृत महोत्सव (Azadi Ka Amrit Mahotsav)

15 अगस्त 2023 (15 august 2023).

इस वर्ष भारत की आज़ादी के 75वें वर्ष (75th Year of Independence Day of India) पर देश मना रहा है आज़ादी का अमृत महोत्सव (Azadi Ka Amrit Mahotsav), जो भारत सरकार की पहल है। यह महोत्सव भारत के उन लोगों को समर्पित है, जिन्होंने भारत को अपनी विकासवादी यात्रा में लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। आज़ादी का अमृत महोत्सव की आधिकारिक यात्रा 12 मार्च 2021 को शुरू हुई, जिसने हमारी स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ के लिए 75 सप्ताह की उलटी गिनती शुरू की और 15 अगस्त 2023 को एक साल के बाद ये यात्रा समाप्त होगी।

ऑफिशियल वेबसाइट- amritmahotsav.nic.in

हर घर तिरंगा अभियान (Har Ghar Tiranga Abhiyan)

स्वतंत्रता दिवस 2023 (independence day 2023).

आज़ादी का अमृत महोत्सव के उपलक्ष में भारत सरकार ने हर घर तिरंगा अभियान (Har Ghar Tiranga Abhiyan) भी चलाया हुआ है। ‘हर घर तिरंगा’ आजादी का अमृत महोत्सव के तत्वावधान में लोगों को तिरंगा घर लाने और भारत की आजादी के 75वें वर्ष को चिह्नित करने के लिए इसे फहराने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए एक अभियान है। राष्ट्रीय ध्वज के साथ हमारा संबंध हमेशा व्यक्तिगत से अधिक औपचारिक और संस्थागत रहा है। स्वतंत्रता के 75वें वर्ष में एक राष्ट्र के रूप में ध्वज को सामूहिक रूप से घर लाना इस प्रकार न केवल तिरंगे से व्यक्तिगत संबंध का एक कार्य बल्कि राष्ट्र-निर्माण के प्रति हमारी प्रतिबद्धता का प्रतीक भी बन जाता है। इस पहल के पीछे का विचार लोगों के दिलों में देशभक्ति की भावना को जगाना और भारतीय राष्ट्रीय ध्वज के बारे में जागरूकता को बढ़ावा देना है।

ऑफिशियल वेबसाइट- harghartiranga.com

People also ask

प्रश्न- 15 अगस्त 1947 को कौन सा दिन था? उत्तरः शुक्रवार (Friday)।

प्रश्न- 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस क्यों मनाया जाता है? उत्तरः 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस इसलिए मनाया जाता है क्योंकि इसी दिन सन् 1947 को हमें अंग्रेज़ों से आज़ादी मिली थी।

प्रश्न- 15 अगस्त का मतलब क्या होता है? उत्तरः 15 अगस्त का मतलब वो दिन जब भारत आज़ाद हुआ था।

प्रश्न- हमारे देश को आजादी कैसे मिली? उत्तरः हमारे देश को आज़ादी हमारे ही देश को दो टुकड़ों हिंदुस्तान और पाकिस्तान में बंट जानें के बाद मिली।

प्रश्न- देश की आजादी में सबसे बड़ा योगदान किसका है? उत्तरः देश की आजादी में सबसे बड़ा योगदान हमारे सभी स्वतंत्रता सेनानियों का है।

प्रश्न- स्वतंत्रता का हमारे जीवन में क्या महत्व है? उत्तरः वर्तमान समय में स्वतंत्रता हमारे जीवन में सबसे महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। आज हम हर चीज़ के लिए स्वतंत्र हैं लेकिन हमें इस बात का भी पूरा ध्यान रखना होगा कि हमारी वजह से देश की स्वतंत्रता पर कोई सवाल या खतरा खड़ा न हो।

हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा यह हिंदी में निबंध (Essay In Hindi) ज़रूर पसंद आया होगा और आपको इस निबंध से जुड़ी सभी ज़रूरी जानकारी भी मिल गई होगी। इस निबंध को अंत तक पढ़ने के लिए धन्यवाद।

parikshapoint.com की तरफ से आप सभी को “स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं” (Happy Independence Day)

Leave a Reply Cancel reply

Recent post, बिहार ओपन बोर्ड रिजल्ट 2023-24(bbose result 2023-24 class 10th, 12th), खेल सामान्य ज्ञान प्रश्न (sports gk questions in hindi), डेली करेंट अफेयर्स 2024 (daily current affairs in hindi), कृषि सामान्य ज्ञान प्रश्न (agriculture gk questions in hindi), आंध्र प्रदेश सामान्य ज्ञान प्रश्न (andhra pradesh gk questions in hindi), पर्यावरण सामान्य ज्ञान प्रश्न (environment gk questions in hindi).

Join Whatsapp Channel

Subscribe YouTube

Join Facebook Page

Follow Instagram

independence day essay in hindi 150 words

School Board

एनसीईआरटी पुस्तकें

सीबीएसई बोर्ड

राजस्थान बोर्ड

छत्तीसगढ़ बोर्ड

उत्तराखंड बोर्ड

आईटीआई एडमिशन

पॉलिटेक्निक एडमिशन

बीएड एडमिशन

डीएलएड एडमिशन

CUET Amission

IGNOU Admission

डेली करेंट अफेयर्स

सामान्य ज्ञान प्रश्न उत्तर

हिंदी साहित्य

[email protected]

A-840/ Chirag Dilli, New Delhi -110030

© Company. All rights reserved

About Us | Contact Us | Terms of Use | Privacy Policy | Disclaimer

SarkariSchools.in

77वां स्वतंत्रता दिवस पर निबंध 2023-77th Independence Day Essay in Hindi 2023

स्वतंत्रता और प्रगति की दिशा में भारत की यात्रा का जश्न मनाते हुए(77th Independence Day Essay in Hindi 2023) 77वें स्वतंत्रता दिवस पर एक व्यापक और व्यावहारिक निबंध पढ़ें। ऐतिहासिक महत्व, विविधता में एकता, उपलब्धियों, चुनौतियों और राष्ट्र निर्माण में नागरिकों की भूमिका का अन्वेषण करें। इस शुभ अवसर पर देशभक्ति की भावना से जुड़ें और अपने पूर्वजों के बलिदान का सम्मान करें। जय हिन्द!

77th Independence Day Essay in Hindi 2023

Independence day Essay in Hindi Class 1-4

77th Independence Day Essay in Hindi 2023 || 77th Independence Day Essay in english 2023

77th swatantrata diwas par nibandh

हिन्दी में स्वतंत्रता दिवस पर निबंध 10 पंक्तियाँ (independence day essay in hindi 10 lines).

  • 1947 में ब्रिटिश शासन से देश की आजादी की याद में भारत में 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता है।
  • यह बहुत ऐतिहासिक महत्व रखता है क्योंकि यह वह दिन है जब भारत एक संप्रभु राष्ट्र बन गया था।
  • स्वतंत्रता संग्राम का नेतृत्व महात्मा गांधी और जवाहरलाल नेहरू जैसे प्रमुख नेताओं ने किया था।
  • नमक मार्च जैसे अहिंसक सविनय अवज्ञा आंदोलनों ने स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
  • इस दिन देश के हर हिस्से में राष्ट्रीय गौरव और एकता का प्रतीक तिरंगा झंडा फहराया जाता है।
  • प्रधानमंत्री दिल्ली के लाल किले से राष्ट्र को संबोधित करते हैं, उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हैं और आगे की राह की रूपरेखा बताते हैं।
  • भारत की विविध विरासत और संस्कृति का जश्न मनाने के लिए देश भर में सांस्कृतिक कार्यक्रम और परेड आयोजित किए जाते हैं।
  • स्वतंत्रता दिवस सभी भारतीयों के बीच धर्म और भाषा की बाधाओं को पार करते हुए देशभक्ति और एकता की भावना को बढ़ावा देता है।
  • यह बेहतर भविष्य के लिए अनगिनत स्वतंत्रता सेनानियों द्वारा किए गए बलिदान की याद दिलाता है।
  • जैसा कि हम स्वतंत्रता दिवस मनाते हैं, हम एक समृद्ध और सामंजस्यपूर्ण भारत के निर्माण के लिए अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हैं।

Independence day Essay in Hindi Class 5 Independence day essay in Hindi 150 words

15 अगस्त को मनाया जाने वाला स्वतंत्रता दिवस भारत के इतिहास में बहुत महत्व रखता है। यह वह दिन है जब भारत को 1947 में ब्रिटिश शासन से आजादी मिली थी। इस महत्वपूर्ण अवसर को पूरे देश में बड़े उत्साह और देशभक्तिपूर्ण उत्साह के साथ मनाया जाता है।

स्वतंत्रता दिवस पर स्कूलों, कॉलेजों, सरकारी कार्यालयों और सार्वजनिक स्थानों पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाता है। तिरंगा हमारे स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान और भारतीय लोगों की एकता का प्रतिनिधित्व करता है। दिन की शुरुआत प्रधानमंत्री के राष्ट्र के नाम संबोधन से होती है, जिसमें देश की प्रगति और भविष्य के लक्ष्यों पर जोर दिया जाता है। (77वां स्वतंत्रता दिवस निबंध अंग्रेजी में 2023)

भारत की समृद्ध विविधता और सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करने के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम और परेड आयोजित किए जाते हैं। लोग स्वतंत्रता की भावना का जश्न मनाने के लिए एक साथ आते हैं और स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान सहन किए गए संघर्षों को याद करते हैं।

स्वतंत्रता दिवस लोकतंत्र, स्वतंत्रता और समानता के उन मूल्यों की याद दिलाता है जिनके लिए हमारे नेताओं ने लड़ाई लड़ी। यह हमें एक प्रगतिशील और सामंजस्यपूर्ण राष्ट्र की दिशा में काम करने के लिए प्रेरित करता है जहां हर नागरिक उन्नति कर सके।

अंत में, स्वतंत्रता दिवस हमारे दिलों को गर्व और कृतज्ञता से भर देता है। जैसा कि हम अपने पूर्वजों के बलिदान को याद करते हैं, आइए हम एक उज्जवल और अधिक समृद्ध भारत के लिए प्रयास करते हुए, लोकतंत्र और एकता के सिद्धांतों को बनाए रखने के लिए खुद को समर्पित करें।

जय हिन्द! स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं!

हिन्दी कक्षा 6 में स्वतंत्रता दिवस पर निबंध

हिन्दी में स्वतंत्रता दिवस पर निबंध 200 शब्द-independence day essay in hindi 200 words, भारत का स्वतंत्रता दिवस: स्वतंत्रता और एकता की ओर एक यात्रा.

भारत उस महत्वपूर्ण अवसर को चिह्नित करने के लिए हर साल 15 अगस्त को अपना स्वतंत्रता दिवस मनाता है जब देश 1947 में ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन की जंजीरों से मुक्त हुआ था। यह ऐतिहासिक दिन भारतीय लोगों की एकता, बलिदान और अदम्य भावना के प्रतीक के रूप में खड़ा है। .

स्वतंत्रता के लिए संघर्ष एक लंबी और कठिन यात्रा थी, जिसका मार्गदर्शन महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू और सुभाष चंद्र बोस जैसे महान नेताओं ने किया था। भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन ने विभिन्न तरीकों को अपनाया, जिनमें अहिंसक सविनय अवज्ञा, विरोध प्रदर्शन और निष्क्रिय प्रतिरोध के कार्य शामिल थे, जिसकी परिणति भारत की स्वतंत्रता की घोषणा में हुई।

इस शुभ दिन पर, पूरे देश में राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाता है, और साहस, पवित्रता और शांति का प्रतिनिधित्व करने वाला तिरंगा गर्व से आकाश में फहराता है। भारतीय के रूप में अपनी साझा पहचान का जश्न मनाने के लिए, जाति, पंथ और धर्म की बाधाओं को पार करते हुए, जीवन के सभी क्षेत्रों के लोग एक साथ आते हैं।

प्रधानमंत्री दिल्ली के ऐतिहासिक लाल किले से राष्ट्र को संबोधित करते हैं, जिसमें देश की उपलब्धियों, प्रगति और भविष्य की आकांक्षाओं को रेखांकित किया जाता है। इस दिन को सांस्कृतिक कार्यक्रमों, परेडों और विभिन्न कार्यक्रमों के साथ भी मनाया जाता है जो भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विविधता और विरासत को प्रदर्शित करते हैं।

स्वतंत्रता दिवस केवल एक सार्वजनिक अवकाश नहीं है; यह उन अनगिनत स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान की याद दिलाता है जिन्होंने देश की आजादी के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए। यह स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद से भारत द्वारा की गई प्रगति पर विचार करने का दिन है, और आगे आने वाली चुनौतियों को पहचानने का भी समय है।

जैसे ही हम अपना स्वतंत्रता दिवस मनाते हैं, आइए हम एक एकजुट, समावेशी और समृद्ध राष्ट्र के निर्माण के लिए अपनी प्रतिबद्धता को नवीनीकृत करें। देशभक्ति की भावना हमें सामाजिक असमानताओं को दूर करने, आर्थिक विकास को बढ़ावा देने और शांति और सद्भाव के माहौल को बढ़ावा देने की दिशा में काम करने के लिए प्रेरित करे।

अंत में, भारत का स्वतंत्रता दिवस स्वतंत्रता की महिमा का जश्न मनाने और इसे संभव बनाने वाले नायकों का सम्मान करने का समय है। यह राष्ट्र के उज्जवल भविष्य की आशा करते हुए हमारी विविध संस्कृति और विरासत को संजोने का अवसर है। जैसे ही तिरंगा हमारे ऊपर लहराता है, आइए हम उन मूल्यों को याद रखें जो इसका प्रतिनिधित्व करता है और बेहतर नागरिक बनने का प्रयास करते हैं, अपनी प्यारी मातृभूमि की प्रगति और विकास में योगदान देते हैं।

हिन्दी कक्षा 8 में स्वतंत्रता दिवस पर निबंध

हिन्दी में स्वतंत्रता दिवस पर निबंध 250 शब्द -independence day essay in hindi 250 words.

भारत में स्वतंत्रता दिवस प्रत्येक वर्ष 15 अगस्त को बड़े उत्साह और राष्ट्रीय गौरव के साथ मनाया जाता है। यह वह दिन है जब हमारे स्वतंत्रता सेनानियों के वर्षों के अथक संघर्ष और बलिदान के बाद भारत को 1947 में ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन से आजादी मिली थी। यह ऐतिहासिक अवसर प्रत्येक भारतीय नागरिक के दिलों में गहरा महत्व रखता है क्योंकि यह उत्पीड़न पर एकता, साहस और दृढ़ संकल्प की जीत का प्रतीक है। (77वां स्वतंत्रता दिवस निबंध अंग्रेजी में 2023)

स्वतंत्रता की यात्रा लंबी और चुनौतीपूर्ण थी, जिसमें महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू, सुभाष चंद्र बोस, भगत सिंह और कई अन्य नेताओं ने नेतृत्व किया। स्वतंत्रता आंदोलन में विरोध के विभिन्न रूप शामिल थे, जिनमें अहिंसक सविनय अवज्ञा, बहिष्कार और जन आंदोलन शामिल थे, जिसने पूरे देश को आंदोलित कर दिया।

स्वतंत्रता दिवस समारोह देश भर के प्रमुख सार्वजनिक स्थानों, स्कूलों और कार्यालयों में राष्ट्रीय ध्वज फहराने के साथ शुरू होता है। साहस के लिए केसरिया, पवित्रता के लिए सफेद और विकास के लिए हरा रंग का प्रतिनिधित्व करने वाला तिरंगा झंडा हर भारतीय के दिल को गर्व से भर देता है। प्रधानमंत्री दिल्ली के लाल किले से राष्ट्र को संबोधित करते हैं, देश की उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हैं, अपने भविष्य के लक्ष्यों को रेखांकित करते हैं और स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि देते हैं।

भारत की विविध विरासत को प्रदर्शित करने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम, परेड और कार्यक्रम देश भर में आयोजित किए जाते हैं। विविधता के बीच एकता की भावना का आनंद लेते हुए, जीवन के सभी क्षेत्रों के लोग इन उत्सवों में भाग लेते हैं। यह एक ऐसा समय है जब पूरा देश जाति, धर्म और भाषा की बाधाओं को पार करके भारतीय होने का जश्न मनाने के लिए एक साथ आता है।

स्वतंत्रता दिवस केवल काम से छुट्टी का दिन नहीं है; यह आत्मनिरीक्षण करने और देशभक्ति की भावना को फिर से जगाने का अवसर है। यह हमें उन मूल्यों और सिद्धांतों की याद दिलाता है जो हमारे राष्ट्र का आधार हैं – लोकतंत्र, स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व।

जैसे ही हम स्वतंत्रता दिवस मनाते हैं, हम आगे आने वाली चुनौतियों को भी स्वीकार करते हैं। गरीबी, अशिक्षा, सामाजिक असमानताएं और पर्यावरण संबंधी चिंताएं जैसे मुद्दे दूर करने के लिए सामूहिक प्रयासों की मांग करते हैं। यह हमारे लिए एक प्रगतिशील, समावेशी और सामंजस्यपूर्ण भारत के निर्माण के लिए अपनी प्रतिबद्धता को नवीनीकृत करने का एक अवसर है।

अंत में, स्वतंत्रता दिवस स्मरण, कृतज्ञता और उत्सव का दिन है। यह हमारे दिलों को हमारे स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान के प्रति श्रद्धा और एक संप्रभु राष्ट्र के नागरिक होने के गर्व से भर देता है। आइए हम अपने पूर्वजों के आदर्शों को कायम रखें और देश की प्रगति और विकास में अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान दें। जैसे कि हम तिरंगे के नीचे एकजुट हैं, स्वतंत्रता की भावना हमें भारत के उज्जवल और समृद्ध भविष्य की ओर मार्गदर्शन करे।

हिन्दी कक्षा 9 में स्वतंत्रता दिवस पर निबंध

हिन्दी में स्वतंत्रता दिवस पर निबंध 500 शब्द-independence day essay in hindi 500 words, 77वां स्वतंत्रता दिवस मनाना: एकता और प्रगति की भावना को कायम रखना.

विविधता और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत की भूमि भारत 15 अगस्त को अपना 77वां स्वतंत्रता दिवस बेहद गर्व और कृतज्ञता के साथ मनाता है। यह हमारे स्वतंत्रता सेनानियों द्वारा स्वतंत्रता की निरंतर खोज में किए गए अनगिनत बलिदानों की याद और श्रद्धा का दिन है। जैसे ही हम तिरंगा झंडा फहराते हैं, हम औपनिवेशिक अधीनता से संप्रभु महानता तक अपने राष्ट्र की यात्रा का जश्न मनाते हैं। 77वां स्वतंत्रता दिवस वर्षों से भारत के लचीलेपन, एकता और प्रगति का प्रमाण है।

ऐतिहासिक प्रतिबिंब:

आज़ादी का संघर्ष अटूट संकल्प, साहस और बलिदान की गाथा थी। महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू, सुभाष चंद्र बोस और कई अन्य जैसे प्रतिष्ठित नेताओं के नेतृत्व में, भारत के स्वतंत्रता आंदोलन ने क्षेत्रीय और सांस्कृतिक सीमाओं को पार करते हुए गति पकड़ी। अहिंसक सविनय अवज्ञा, सत्याग्रह और निष्क्रिय प्रतिरोध ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन के खिलाफ लड़ाई में शक्तिशाली उपकरण बन गए। 15 अगस्त, 1947 को अंततः विजय ने भारत के लिए एक नए युग की शुरुआत की।

उत्सव और अनेकता में एकता:

77वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर, पूरा देश सौहार्दपूर्ण उत्सव में एक साथ आता है। हलचल भरे शहरों से लेकर शांत गांवों तक, तिरंगा शान से लहराता है, जो विविधता में हमारी एकता का प्रतीक है। सांस्कृतिक कार्यक्रम, ध्वजारोहण समारोह और परेड दिन के उत्सव की शोभा बढ़ाते हैं। प्रधान मंत्री भारत की उपलब्धियों, चुनौतियों और भविष्य के दृष्टिकोण पर विचार करते हुए राष्ट्र को संबोधित करते हैं।

प्रगति के मील के पत्थर:

जैसा कि हम इस स्वतंत्रता दिवस को मनाते हैं, भारत ने विभिन्न क्षेत्रों में जो मील के पत्थर हासिल किए हैं, उन्हें स्वीकार करना महत्वपूर्ण है। विज्ञान और प्रौद्योगिकी में प्रगति से लेकर आर्थिक विकास और गरीबी उन्मूलन पहल तक, भारत ने महत्वपूर्ण प्रगति की है। देश के अंतरिक्ष मिशन, डिजिटल परिवर्तन और हरित ऊर्जा पहल प्रगति और स्थिरता के प्रति इसकी प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करते हैं।

चुनौतियाँ और आकांक्षाएँ:

जब हम अपनी उपलब्धियों का जश्न मनाते हैं, तो हमें आगे आने वाली चुनौतियों को भी पहचानना चाहिए। सामाजिक असमानताएँ, पर्यावरणीय चिंताएँ और भू-राजनीतिक जटिलताएँ हमारे ध्यान और ठोस प्रयासों की माँग करती हैं। सांस्कृतिक मूल्यों को संरक्षित करते हुए डिजिटल नवाचार को अपनाना एक और कठिन रस्सी है जिस पर भारत को चलना होगा। नागरिकों के रूप में, राष्ट्र निर्माण में योगदान देना और एक समावेशी समाज को बढ़ावा देना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है।

जैसा कि भारत अपना 77वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है, आइए हम उन बहादुर आत्माओं को श्रद्धांजलि देने के लिए कुछ समय निकालें जिन्होंने हमारी आजादी के लिए लड़ाई लड़ी। उनके बलिदानों ने हमें एक संप्रभु राष्ट्र का उपहार दिया है। इस महत्वपूर्ण दिन पर, आइए हम एकता, विविधता और प्रगति के मूल्यों को बनाए रखने के लिए अपनी प्रतिबद्धता को नवीनीकृत करें। जैसे-जैसे हम आगे बढ़ रहे हैं, स्वतंत्रता की भावना हमें आने वाली पीढ़ियों के लिए एक मजबूत, अधिक समावेशी और समृद्ध भारत बनाने के लिए प्रेरित करे। 77th Independence Day Essay in Hindi 2023

जय हिन्द! 77वें स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएँ!

77th Independence Day Essay in English 2023

हिन्दी कक्षा 10 में स्वतंत्रता दिवस पर निबंध

अंग्रेजी में स्वतंत्रता दिवस पर निबंध 1000 शब्द-independence day essay in hindi 1000 words, भारत का 77वां स्वतंत्रता दिवस: एकता को कायम रखना और प्रगति को अपनाना.

15 अगस्त को मनाया जाने वाला भारत का स्वतंत्रता दिवस एक महत्वपूर्ण अवसर है जो देश के इतिहास में बहुत महत्व रखता है। जैसा कि देश 77वें स्वतंत्रता दिवस को मना रहा है, यह 1947 में ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन से आजादी पाने के बाद से भारत द्वारा की गई उल्लेखनीय यात्रा पर विचार करने का एक उपयुक्त समय है। यह दिन हमारे स्वतंत्रता सेनानियों द्वारा किए गए बलिदानों और संघर्षों की याद दिलाता है। एक एकजुट और प्रगतिशील राष्ट्र के लिए उनका जो दृष्टिकोण था।

भारत की स्वतंत्रता का मार्ग महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू, सुभाष चंद्र बोस और कई अन्य जैसे महान नेताओं द्वारा प्रदर्शित अपार साहस और दृढ़ संकल्प से प्रशस्त हुआ था। नमक मार्च और भारत छोड़ो आंदोलन जैसे अहिंसक सविनय अवज्ञा आंदोलन, स्वतंत्रता प्राप्त करने के लिए भारत की अटूट प्रतिबद्धता के प्रतीक बन गए। 1947 के भारतीय स्वतंत्रता अधिनियम ने इन प्रयासों की परिणति को चिह्नित किया, जिससे भारत को लंबे समय से प्रतीक्षित स्वतंत्रता मिली।

स्वतंत्रता दिवस समारोह भारत की विविधता में एकता का सच्चा प्रमाण है। दिल्ली के भव्य लाल किले से लेकर देश भर के छोटे से छोटे गाँवों तक, राष्ट्रीय गौरव और एकता की भावना का प्रतीक, तिरंगा झंडा फहराया जाता है। विभिन्न संस्कृतियों, धर्मों और पृष्ठभूमियों के लोग इस अवसर को खुशी और उत्साह के साथ मनाने के लिए एक साथ आते हैं। इन समारोहों के दौरान प्रदर्शित एकता देश में विभिन्न समुदायों के सामंजस्यपूर्ण सह-अस्तित्व का उदाहरण देती है।

उपलब्धियाँ और मील के पत्थर:

पिछले सात दशकों में, भारत ने विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय उपलब्धियाँ हासिल की हैं। विज्ञान और प्रौद्योगिकी में प्रगति ने भारत को एक वैश्विक खिलाड़ी के रूप में स्थापित किया है। हरित क्रांति और आर्थिक सुधारों ने कृषि और व्यापार में महत्वपूर्ण प्रगति की है, जिससे देश की अर्थव्यवस्था में बदलाव आया है। चंद्रयान और मंगलयान जैसे भारत के अंतरिक्ष मिशनों ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान हासिल की है, जो अंतरिक्ष अन्वेषण में देश की क्षमताओं को प्रदर्शित करता है। इसके अतिरिक्त, भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत ने दुनिया को मंत्रमुग्ध कर दिया है, जो दुनिया के सभी कोनों से पर्यटकों को आकर्षित करती है।

इन उपलब्धियों के बावजूद, भारत को असंख्य चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। देश गरीबी, अशिक्षा और सामाजिक असमानताओं से जूझ रहा है जिस पर तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता है। प्रदूषण और जलवायु परिवर्तन सहित पर्यावरणीय चिंताओं के लिए सतत विकास प्रथाओं की आवश्यकता है। शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के बीच असमानता भी एक चुनौती है, इस अंतर को पाटने और समान विकास सुनिश्चित करने के प्रयासों की आवश्यकता है।

नेतृत्व और शासन:

प्रभावी नेतृत्व और सुशासन देश की प्रगति के लिए महत्वपूर्ण है। इन चुनौतियों का समाधान करने और विकास को बढ़ावा देने के लिए कई नीतियां और पहल लागू की गई हैं। मेक इन इंडिया, डिजिटल इंडिया और स्वच्छ भारत अभियान जैसे कार्यक्रमों ने विनिर्माण, डिजिटल बुनियादी ढांचे और स्वच्छता को बढ़ावा देने की मांग की है। समावेशी विकास और सामाजिक कल्याण योजनाओं पर सरकार के फोकस ने लाखों लोगों को गरीबी से ऊपर उठाया है और बुनियादी सुविधाओं तक पहुंच प्रदान की है।

विपरीत परिस्थितियों में एकता:

भारत की लचीलापन और एकता विपरीत परिस्थितियों के दौरान चमकती है। प्राकृतिक आपदाओं या संकटों का सामना करने पर, नागरिक करुणा और सहायता की अटूट भावना प्रदर्शित करते हुए एक-दूसरे का समर्थन करने के लिए एकजुट होते हैं। पूरे देश में सांप्रदायिक सद्भाव और भाईचारे के उदाहरण भारत के सामाजिक ताने-बाने की ताकत को दर्शाते हैं।

नागरिकों की भूमिका:

किसी राष्ट्र की प्रगति और विकास केवल सरकार के हाथों में नहीं बल्कि उसके नागरिकों की सक्रिय भागीदारी में भी निहित है। जिम्मेदार नागरिक होने के नाते राष्ट्र निर्माण में योगदान देना हमारा कर्तव्य है। स्वयंसेवा करना, शिक्षा को बढ़ावा देना, हमारी सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करना और पर्यावरणीय चेतना को बढ़ावा देना ऐसे तरीके हैं जिनसे व्यक्ति बदलाव ला सकते हैं।

जैसा कि भारत अपना 77वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है, आइए हम उन दूरदर्शी लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित करें जिन्होंने हमारी आजादी के लिए लड़ाई लड़ी और एक लोकतांत्रिक और स्वतंत्र राष्ट्र की नींव रखी। आज़ादी के बाद की यात्रा विकास, प्रगति और विविधता के बीच एकता की रही है। हालाँकि, चुनौतियाँ बनी हुई हैं, और अधिक समावेशी, टिकाऊ और समृद्ध भारत की दिशा में मिलकर काम करना सभी नागरिकों पर निर्भर है।

जैसे ही हम तिरंगे झंडे को उठाते हैं, आइए हम एकता, शांति और प्रगति के मूल्यों को बनाए रखने के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराएँ। अपने कार्यों में स्वतंत्रता की भावना को शामिल करके, हम भारत के लिए एक उज्जवल और अधिक आशाजनक भविष्य का मार्ग प्रशस्त कर सकते हैं, जहां हर नागरिक के सपनों को साकार किया जा सकता है। 77th Independence Day Essay in Hindi 2023

Frequently Asked Questions (FAQ) on the 77th Independence Day

क्या इस साल यह 76वां या 77वां स्वतंत्रता दिवस है?

प्रदान की गई जानकारी के आधार पर, ऐसा प्रतीत होता है कि यह निर्धारित करने में विसंगति है कि इस वर्ष का स्वतंत्रता दिवस 76वां है या 77वां। यदि स्वतंत्र भारत का प्रथम वर्ष 1947 को माना जाए तो वर्ष 2023 में 77वां स्वतंत्रता दिवस मनाया जाएगा। हालाँकि, अगर 15 अगस्त 1948 को मनाई गई भारत की आज़ादी की पहली सालगिरह को शुरुआत माना जाए तो साल 2023 76वां स्वतंत्रता दिवस होगा। यह सटीक रूप से निर्धारित करने के लिए कि यह 76वां या 77वां स्वतंत्रता दिवस है, यह स्थापित करना आवश्यक है कि स्वतंत्रता के वर्षों की गिनती के लिए किस तारीख को प्रारंभिक बिंदु माना जा रहा है। 77th Independence Day Essay in Hindi 2023

77वें स्वतंत्रता दिवस का क्या महत्व है?

77वां स्वतंत्रता दिवस ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन से भारत की आजादी की 77वीं वर्षगांठ का प्रतीक है। यह उस दिन की याद दिलाता है जब 15 अगस्त, 1947 को भारत एक संप्रभु राष्ट्र बन गया था। 77th Independence Day Essay in Hindi 2023

भारत 2023 में 77वां स्वतंत्रता दिवस क्यों मना रहा है?

भारत हर साल 15 अगस्त को अपना स्वतंत्रता दिवस मनाता है, 1947 से उन वर्षों की गिनती करता है जब उसने स्वतंत्रता प्राप्त की थी। इसलिए 2023 में भारत अपना 77वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है. 77th Independence Day Essay in Hindi 2023

77वें स्वतंत्रता दिवस पर मुख्य कार्यक्रम और उत्सव क्या हैं?

77वें स्वतंत्रता दिवस पर देशभर में तरह-तरह के कार्यक्रम और समारोह हो रहे हैं। दिन की शुरुआत आम तौर पर सरकारी कार्यालयों, स्कूलों और सार्वजनिक स्थानों पर राष्ट्रीय ध्वज फहराने से होती है। भारत की समृद्ध विरासत और एकता को प्रदर्शित करने के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम, परेड और ध्वजारोहण समारोह आयोजित किए जाते हैं।

77वें स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्रीय ध्वज कौन फहराता है?

दिल्ली में लाल किले पर मुख्य उत्सव के दौरान राष्ट्रीय ध्वज आमतौर पर भारत के प्रधान मंत्री द्वारा फहराया जाता है। अन्य स्थानों पर, झंडा सरकारी अधिकारियों, स्कूल प्राचार्यों या स्थानीय अधिकारियों द्वारा फहराया जाता है। 77th Independence Day Essay in Hindi 2023

स्वतंत्रता दिवस पर तिरंगे झंडे का क्या महत्व है?

तिरंगा झंडा भारत की आकांक्षाओं और विविधता का प्रतिनिधित्व करता है। केसरिया साहस और बलिदान का प्रतीक है, सफेद शुद्धता और सच्चाई का प्रतीक है, और हरा रंग विकास और समृद्धि का प्रतीक है। मध्य में अशोक चक्र प्रगति और न्याय का प्रतीक है।

77वें स्वतंत्रता दिवस पर नेता क्या संदेश देते हैं?

प्रधान मंत्री सहित नेता, भारत की प्रगति, उपलब्धियों, चुनौतियों और भविष्य के लक्ष्यों को दर्शाते हुए स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्र को संबोधित करते हैं। वे स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि देते हैं और नागरिकों से एकजुट, समावेशी और समृद्ध भारत के निर्माण की दिशा में काम करने का आग्रह करते हैं। 77th Independence Day Essay in English 2023

स्वतंत्रता दिवस 2023 कैसे मनाया जाएगा?

स्वतंत्रता दिवस (77th Independence Day Essay in Hindi 2023) पूरे भारत में उत्साह और देशभक्ति के साथ मनाया जाता है। इस वर्ष, इसे आज़ादी का अमृत महोत्सव अभियान के तहत मनाया जाएगा, जिसका उद्देश्य सहयोगात्मक अभियानों और आउटरीच के माध्यम से लोगों के आंदोलन को बढ़ाना है। यह उत्सव अमृत महोत्सव की 75-सप्ताह की उलटी गिनती के अंत का भी प्रतीक होगा, जो 12 मार्च, 2021 को शुरू हुआ था। 77th Independence Day Essay in Hindi 2023 हमेशा की तरह, प्रधान मंत्री नई दिल्ली के लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे, उसके बाद एक भाषण देंगे। राष्ट्र की उपलब्धियाँ और चुनौतियाँ। सरकारी भवनों, स्कूलों और सार्वजनिक स्थानों को भारतीय ध्वज तिरंगे (केसरिया, सफेद और हरा) से सजाया जाएगा। इस दिन को मनाने के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम, परेड और विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। आइए उन स्वतंत्रता सेनानियों और नेताओं को याद करें और श्रद्धांजलि अर्पित करें जिन्होंने देश की आजादी के लिए बलिदान दिया। स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं! 77th Independence Day Essay in Hindi 2023

स्वतंत्रता दिवस 2023 थीम क्या है?

भारत में 76वें स्वतंत्रता दिवस की थीम ‘राष्ट्र पहले, हमेशा पहले’ है।77th Independence Day Essay in Hindi 2023

मतदाता दिवस

77th Independence Day Essay in Hindi 2023 77th Independence Day Essay in Hindi 2023 77th Independence Day Essay in Hindi 2023 77th Independence Day Essay in Hindi 2023 77th Independence Day Essay in Hindi 2023 77th Independence Day Essay in Hindi 2023

Similar Posts

भारत में जाति आधारित आरक्षण प्रणाली(Essay On Caste Based Reservation System in India in Hindi ): सामाजिक न्याय की दिशा में एक वितर्कपूर्ण विचार

भारत में जाति आधारित आरक्षण प्रणाली(Essay On Caste Based Reservation System in India in Hindi ): सामाजिक न्याय की दिशा में एक वितर्कपूर्ण विचार

भारत में जाति आधारित आरक्षण प्रणाली(Essay On Caste Based Reservation System in India in Hindi ): भारत में सकारात्मक कार्रवाई की जाति आधारित आरक्षण प्रणाली पर निबंध जिसका उद्देश्य ऐतिहासिक रूप से वंचित जातियों और जनजातियों के सदस्यों के लिए समान अवसर प्रदान करना है। इसे 1947 में भारत की आजादी के बाद इन समुदायों द्वारा…

Azadi ka Amrit Mahotsav Essay in Hindi-आज़ादी का अमृत महोत्सव निबंध

Azadi ka Amrit Mahotsav Essay in Hindi-आज़ादी का अमृत महोत्सव निबंध

“आज़ादी का अमृत महोत्सव निबंध” (Azadi ka Amrit Mahotsav Essay in Hindi) भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के 75वें वर्षगांठ के उत्सव के साथ, इस निबंध में उन महान संघर्षों के शौर्यपूर्ण बलिदान का समर्पण किया जाता है। राष्ट्रीय भावनाओं की आग जलाने, प्रसिद्ध नेताओं की स्मृति को समर्पित करने, और सांस्कृतिक धरोहर को बढ़ावा देने के…

स्वच्छता पखवाडा पर निबंध Essay on Swachhta Pakhwada in Hindi

स्वच्छता पखवाडा पर निबंध Essay on Swachhta Pakhwada in Hindi

स्वच्छता पखवाड़ा (Essay on Swachhta Pakhwada in Hindi ) भारत सरकार द्वारा आयोजित किया जाने वाला महत्वपूर्ण कार्यक्रम है जो साफ सुथरे और स्वस्थ भारत की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह पखवाड़ा हर साल 2 बार मनाया जाता है, जिसका मुख्य उद्देश्य है लोगों को स्वच्छता के महत्व के प्रति जागरूक करना और…

विश्व फार्मासिस्ट दिवस 2023-World Pharmacist day in Hindi

विश्व फार्मासिस्ट दिवस 2023-World Pharmacist day in Hindi

विश्व फार्मासिस्ट दिवस (World Pharmacist day in Hindi ) के महत्व की खोज करें, स्वास्थ्य देखभाल, दवा सुरक्षा में फार्मासिस्टों की महत्वपूर्ण भूमिका और स्वास्थ्य देखभाल को सुलभ और प्रभावी बनाने में उनके योगदान पर प्रकाश डालें। 25 सितंबर को इन स्वास्थ्य देखभाल नायकों का जश्न मनाने में हमारे साथ शामिल हों। विश्व फार्मासिस्ट दिवस 2023-World…

Essay on Raksha Bandhan in Hindi

Essay on Raksha Bandhan in Hindi

रक्षा बंधन पर हिंदी में निबंध (Essay on Raksha Bandhan in Hindi) भारतीय संस्कृति का एक महत्वपूर्ण रत्न, रक्षा बंधन एक त्योहार है जो भाई और बहन के बीच में गहरे संबंध को संकेत करता है। इसकी जड़ें इतिहास और पौराणिक कथाओं में मजबूती से बिछी हुई हैं, जिससे इस महत्वपूर्ण पर्व को प्यार, सुरक्षा…

Diwali Essay in Hindi | Diwali Par Nibandh

Diwali Essay in Hindi | Diwali Par Nibandh

क्या आप एक जानकारीपूर्ण और आकर्षक दिवाली निबंध (Diwali Essay in Hindi) खोज रहे हैं? रोशनी के त्योहार, इसके सांस्कृतिक महत्व, रीति-रिवाजों और इसके द्वारा दिए जाने वाले सार्वभौमिक संदेश का अन्वेषण करें। दिवाली की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि, पर्यावरण पर इसके प्रभाव और लोगों को एक साथ लाने वाले आनंदमय उत्सवों के बारे में जानें। दिवाली के सार और…

Logo

स्वतंत्रता दिवस पर निबंध (1500+ शब्द) – essay on independence day in hindi

  • Post author: Sachin Rathi
  • Post published: April 15, 2023
  • Post category: Hindi essay
  • Post comments: 0 Comments

Share Share this content

  • Opens in a new window

नमस्कार मित्रो, इस आर्टिकल में हमने स्वतंत्रता दिवस पर एक सुन्दर निबंध लिखा है। यह निबंध एकदम सरल और आसान भाषा में लिखा गया है। यह निबंध सभी तरह के छात्रों जैसे स्कूल के, कॉलेज के, या किसी भी कम्पटीशन एग्जाम के छात्रों को ध्यान में रखकर लिखा गया है। इस निबंध को पूरा पढ़ने के बाद आपको कही ओर  essay on independence day in hindi  खोजने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

स्वतंत्रता दिवस पर निबंध || 15 अगस्त पर निबंध हिंदी में || independence day essay

Table of Contents

स्वतंत्रता दिवस पर निबंध 500 शब्दों में

15 अगस्त 1947 को भारत ब्रिटिश साम्राज्य से स्वतंत्र हुआ। इस दिन, भारत के प्रधान मंत्री, श्री जवाहरलाल नेहरू, नई दिल्ली में लाल किले पर भारतीय ध्वज को फहराते हैं। इसके बाद वह लाल किले से देश को संबोधित करते हैं। उसके बाद, एक सैन्य परेड आयोजित की जाती है और 21 तोपों की सलामी दी जाती है। स्वतंत्रता दिवस भारत के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में ध्वजारोहण समारोह, परेड और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ मनाया जाता है। स्वतंत्रता दिवस की तैयारी एक महीने पहले से ही शुरू हो जाती है। स्वतंत्रता दिवस मनाने के लिए स्कूल और कॉलेज सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित करते हैं।

15 अगस्त को हम ब्रिटिश शासन से अपने देश की आजादी का जश्न मनाते हैं। इस आजादी के लिए कई बहादुर लोगों ने लड़ाई लड़ी और हम उनकी देशभक्ति को याद करते हैं। इस दिन हम इन वीरों के सम्मान में झंडे और बैनर उठाते हैं।

इस दिन भारत के प्रधानमंत्री दिल्ली के लाल किले पर झंडा फहराते हैं और उसके बाद राष्ट्रगान गाया जाता है।

स्वतंत्रता की कहानी

1947 में, भारतीय जनता अंग्रेजों से छुटकारा पाने के लिए एकजुट हुई। भगत सिंह, चंद्रशेखर आज़ाद, सुभाष चंद्र बोस, और सरदार वल्लभभाई पटेल सभी ने क्रांति की आग को फैलाने में मदद की, और उन सभी ने अपने जीवन का भुगतान किया। उसके बाद, गांधीजी, नेहरू और अन्य नेताओं ने बिना हथियारों का इस्तेमाल किए सत्य, अहिंसा और स्वतंत्रता के लिए लड़ाई लड़ी। यही कारण है कि 15 अगस्त, जिस दिन भारत स्वतंत्र हुआ, भारतीय लोगों द्वारा “स्वर्णिम दिवस” ​​​​के रूप में मनाया जाता है।

इस दिन स्कूलों, सरकारी भवनों और राष्ट्रगान सभी को झंडों से सजाया जाता है और बच्चों को मिठाई दी जाती है। दिल्ली में, भारत के प्रधान मंत्री, आमतौर पर सत्तारूढ़ दल के सदस्य, एक भाषण देते हैं जिसमें वह राष्ट्र को एक संदेश भेजते हैं।

स्वतंत्रता दिवस पर निबंध 1000 शब्दों में

स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त को मनाया जाने वाला भारत में एक राष्ट्रीय अवकाश है। यह दिन ब्रिटिश साम्राज्य से देश की आजादी का प्रतीक है। स्वतंत्रता दिवस पर दिल्ली के लाल किले से राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाता है और 21 तोपों की सलामी दी जाती है। लोग देश की आजादी का जश्न मनाने और राष्ट्रगान गाने के लिए एक साथ इकट्ठा होते हैं। परेड में सशस्त्र बलों की विशेषता है और प्रधान मंत्री का भाषण भारत के लोगों के बीच एकता को प्रोत्साहित करता है।

इस दिन हम उन सभी बहादुर लोगों को याद करते हैं जिन्होंने हमारे देश को ब्रिटिश शासन से मुक्त कराया था। हम समाचार पत्रों में उनकी कहानियों को प्रसारित करके उन्हें श्रद्धांजलि देते हैं और साथ ही हम एक-दूसरे को खुश विचार भेजकर और झंडे और पतंग उड़ाकर स्वतंत्रता दिवस मनाते हैं।

आजादी में स्वतंत्रता सेनानियों की अहम भूमिका

15 अगस्त, 1947 को जवाहरलाल नेहरू ने लाल किले में भारत की पूर्ण स्वतंत्रता की घोषणा की। स्वतंत्रता दिवस भारत में एक विशेष दिन है क्योंकि यह द्वितीय विश्व युद्ध के अंत और ब्रिटिश साम्राज्य से देश की स्वतंत्रता का प्रतीक है।

इस दिन को इसलिए चुना जाता है क्योंकि जिस दिन हमारा देश आजाद हुआ था, और हमारे देश की आजादी के लिए लड़ने वाले कई लोग 1857 के विद्रोह में मारे गए थे। महात्मा गांधी, सुभाष चंद्र बोस, चंद्रशेखर आजाद, लाला लाजपत राय आदि के संघर्ष और बलिदान के बाद हमारा देश आजाद और आजाद हुआ। हर साल इस दिन हम अपने देश की आजादी का जश्न मनाते हैं।

इस वर्ष, 15 अगस्त, 2023 को हम अपना 76वां स्वतंत्रता दिवस मना रहे हैं। यह एक वार्षिक कार्यक्रम है जिसमें प्रधानमंत्री, राज्यों के राज्यपाल और मुख्य अतिथि सभी आमंत्रित होते हैं। इस वर्ष, प्रधान मंत्री ने कहा है कि वह चाहते हैं कि ओलंपिक खेलों में हमारे देश का प्रतिनिधित्व करने वाले सभी खिलाड़ियों को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया जाए, और वह उन्हें उनकी कड़ी मेहनत के लिए धन्यवाद देना चाहते हैं।

गुलाम के रूप में भारत देश

जब अंग्रेजों ने भारतीयों को अंग्रेजी बोलना और अन्य तरीके सिखाना शुरू किया, तो कई भारतीय भ्रमित और क्रोधित महसूस करने लगे। उन्हें लगा कि अंग्रेज उनकी मदद कर रहे हैं, लेकिन वास्तव में अंग्रेज भारतीयों पर कब्जा कर रहे थे और उन्हें गाली दे रहे थे। इसके कारण कई युद्ध हुए, जिनमें भारतीय हार गए।

स्वतंत्रता दिवस का महत्व

यह दिन महत्वपूर्ण है क्योंकि यह शहीदों का दिन है। जितना मैं इसे याद करता हूं, उतना ही सिर झुकाता हूं उन लोगों के प्रति जो आजादी के लिए मर गए। हमारी स्वतंत्रता की रक्षा करना हमारा कर्तव्य है, इसलिए हमें देश को प्रगति करने में मदद करने के लिए अपनी पूरी कोशिश करनी चाहिए। हमें इसमें बाधा नहीं बनना चाहिए।

आजादी का उत्सव

भारत 15 अगस्त 1947 को ब्रिटिश साम्राज्य से स्वतंत्र हुआ। इस महत्वपूर्ण घटना के सम्मान में इस दिन को राष्ट्रीय अवकाश के रूप में मनाया जाता है। इस दिन, दिल्ली में लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाता है और राष्ट्रगान गाया जाता है। इस खास दिन पर देश के प्रधानमंत्री भी देश को संबोधित करते हैं। स्वतंत्रता दिवस भारत में हर साल 15 अगस्त को मनाया जाने वाला एक खुशी का अवकाश है। यह दिन ब्रिटिश साम्राज्य से देश की आजादी का प्रतीक है। इस आजादी को हासिल करने के लिए कई बहादुर और महत्वपूर्ण लोगों ने अपनी जान दी है, जिनमें कुछ ऐसे भी हैं जिन्हें फांसी दी गई और अन्य जिन्होंने देश की सेवा में अपनी जान दे दी।

दंगे और भारत का बँटवारा

जलियांवाला बाग हत्याकांड के बाद, ब्रिटिश सरकार ने भारतीय लोगों को नियंत्रित करने के लिए धार्मिक हिंसा की राजनीति का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया। इसके कारण 1924 में कोहाट में भयानक हिंदू-मुस्लिम दंगे हुए। 1947 में अंग्रेजों के भारत छोड़ने के बाद, भारत दो भागों में विभाजित हो गया, पाकिस्तान और भारत। इसके बाद और भी हिंसक धार्मिक दंगे हुए। स्वतंत्रता से प्रसन्न भारतीयों को साम्प्रदायिक दंगे होने पर दुःख हुआ।

ALSO READS: दिवाली पर निबंध

स्वतंत्रता दिवस भारत में एक राष्ट्रीय अवकाश है और स्कूल, कॉलेज और सरकारी कार्यालय बंद रहते हैं। लेकिन क्योंकि यह इतना खास दिन है, लोग इसे वास्तव में उत्साह से मनाते हैं। इस दिन, हम उन सभी बहादुर लोगों को याद करते हैं जो हमारी आजादी के लिए लड़ते हुए शहीद हो गए, और हम अपने देश के स्वतंत्र होने की उपलब्धियों का जश्न भी मनाते हैं। सभी एक साथ हो जाते हैं और अच्छा समय बिताते हैं। 15 अगस्त को भारत में स्वतंत्रता के राष्ट्रीय दिवस के रूप में जाना जाता है।

हम इसे हर साल उन बहादुर लोगों को याद करने के लिए मनाते हैं, जिन्होंने हमारी आजादी के लिए लड़ाई लड़ी, और आजादी के बाद से हमारे देश ने जो प्रगति की है, उसका जश्न मनाने के लिए। जिधर देखो उधर देशभक्ति का उजाला दिखाई दे रहा है। इस दिन, हमें एक दूसरे के प्रति दयालु होना चाहिए और अपनी देशभक्ति में एकजुट होना चाहिए। हमें ऐसी किसी भी चीज़ से बचना चाहिए जिससे अलगाव या आंतरिक कलह हो सकती है। हमें रिश्वतखोरी, जमाखोरी और कालाबाज़ारी की गतिविधियों से भी बचना चाहिए। भारत के नागरिकों के रूप में स्वतंत्रता दिवस हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है। हमें अपना सर्वश्रेष्ठ देना है और अपने देश को आगे ले जाना है।

15 अगस्त पर निबंध हिंदी में 10 लाइन

  • 15 अगस्त 1947 को भारत ब्रिटिश साम्राज्य से स्वतंत्र हुआ।
  • इस दिन, भारत के प्रधान मंत्री, श्री जवाहरलाल नेहरू, नई दिल्ली में लाल किले पर भारतीय ध्वज को फहराते हैं।
  • इसके बाद वह लाल किले से देश को संबोधित करते हैं।
  • उसके बाद, एक सैन्य परेड आयोजित की जाती है और 21 तोपों की सलामी दी जाती है।
  • स्वतंत्रता दिवस भारत के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में ध्वजारोहण समारोह, परेड और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ मनाया जाता है।
  • स्वतंत्रता दिवस की तैयारी एक महीने पहले से ही शुरू हो जाती है।
  • स्वतंत्रता दिवस मनाने के लिए स्कूल और कॉलेज सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित करते हैं।
  • 15 अगस्त को हम ब्रिटिश शासन से अपने देश की आजादी का जश्न मनाते हैं।
  • यह दिन महत्वपूर्ण है क्योंकि यह शहीदों का दिन है।
  • हमें अपना सर्वश्रेष्ठ देना है और अपने देश को आगे ले जाना है।

अंतिम शब्द – इस आर्टिकल में आपने  essay on independence day in hindi  पढ़ा। आशा करते है, आपको ये निबंध पसंद आया होगा। इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करे।

स्वतंत्रता दिवस  हर साल 15 अगस्त को मनाया जाता है।

स्वतंत्रता का अर्थ है बिना किसी दबाव या विवशता के जो आप चाहते हैं वह करने में सक्षम होना। इसका अर्थ गुलामी से मुक्त होना या किसी अन्य व्यक्ति के नियंत्रण से हो सकता है।

जवाहरलाल नेहरू भारत के पहले प्रधानमंत्री थे, और देश के स्वतंत्रता संग्राम में उनका बहुत महत्व था। उन्होंने महात्मा गांधी के साथ मिलकर अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई में मदद की और विभिन्न आंदोलनों में उनकी भूमिका बहुत महत्वपूर्ण थी।

350 से अधिक वर्षों तक, भारत पर अंग्रेजों का शासन था। यह समय भारत के लोगों के लिए बहुत कठिन था, क्योंकि अंग्रेजों ने उनके साथ बहुत खराब व्यवहार किया।

भारत की स्वतंत्रता का नेतृत्व दो पुरुषों ने किया था: नेताजी सुभाष चंद्र बोस और उनकी आजाद हिंद फौज। उन दोनों ने इसमें बहुत बड़ा योगदान दिया, और हम उनके आभारी हैं। नेताजी सुभाषचंद्र बोस अमर रहे!

You Might Also Like

Read more about the article समय का सदुपयोग पर निबंध – Samay ka sadupyog nibandh

समय का सदुपयोग पर निबंध – Samay ka sadupyog nibandh

Read more about the article कंप्यूटर पर निबंध – essay on computer in hindi

कंप्यूटर पर निबंध – essay on computer in hindi

Read more about the article दहेज प्रथा पर निबंध (1500+ शब्द) – dahej pratha par nibandh

दहेज प्रथा पर निबंध (1500+ शब्द) – dahej pratha par nibandh

Leave a reply cancel reply.

Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.

CollegeDekho

Frequently Search

Couldn’t find the answer? Post your query here

  • एजुकेशन आर्टिकल्स

स्वतंत्रता दिवस पर निबंध (Essay on Independence Day in Hindi): 15 अगस्त का महत्व, इतिहास जानें

Updated On: September 29, 2023 12:30 pm IST

  • स्वत्रंता दिवस पर निबंध (400-500 शब्दो में) (Essay on 77th …
  • स्वतंत्रता दिवस पर हिंदी में निबंध (250 शब्दो में) (Essay …
  • स्वंत्रता दिवस कैसे मनाया जाता है (How is Independence Day …
  • स्वतंत्रता दिवस पर 10 लाइनों में  निबंध (Essay on Independence …

स्वतंत्रता दिवस पर निबंध

स्वंत्रता दिवस पर निबंध (Essay on Independence Day in Hindi): 15 अगस्त का दिन हर भारतीय के लिए बहुत ही खास होता है। इस दिन हमारा देश आजाद हुआ था, इसलिए 15 अगस्त को भारत का स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता है। 15 अगस्त 1947 को हमारा देश 200 वर्षों बाद अंग्रेजी हुकूमत की गुलामी से पूरी तरह आजाद हो गया था।  स्वतंत्रता दिवस का महत्व (Importance of Swatantrata Diwas) समझाने के लिए अक्सर अभिभावक-शिक्षक छोटे बच्चों को स्वतंत्रता दिवस से पहले स्वतंत्रता दिवस पर निबंध (Swatantrata Diwas Essay in Hindi) / स्वतंत्रता दिवस पर भाषण लिखने का कार्य देते हैं। इसके अलावा कई छोटी कक्षाओं में छात्रों को आने वाली परीक्षा में स्वतंत्रता दिवस पर निबंध (Independence Day Essay in Hindi) लिखने या फिर किसी डिबेट प्रतियोगिता के लिए 15 अगस्त पर भाषण (15th August Speech in Hindi) , स्वतंत्रता दिवस का महत्व जैसे विषयों पर तैयारी करने की जरूरत पड़ती है। जिसके द्वारा बच्चों को उसका स्वंत्रता दिवस का महत्व (Importance of Independence Day) समझाया जा सकता है। ये भी पढ़ें -  महात्मा गांधी पर निबंध आजादी के इस पर्व को सभी भारतीय अपने-अपने तरीके से मनाते है, जैसे कि कोई उत्सव की जगह को सजा कर, फिल्में देखकर, अपने घरों पर राष्ट्रीय झंडे को लगा कर, राष्ट्रगान और देशभक्ति गीत गाकर और कई सारे सामाजिक क्रियाकलापों में भाग लेकर। राष्ट्रीय गौरव के इस पर्व को भारत सरकार द्वारा बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है। इस दिन भारत के वर्तमान प्रधानमंत्री द्वारा दिल्ली के लाल किले पर झंडा फहराया जाता है और उसके बाद इस उत्सव को और खास बनाने के लिये भारतीय सेनाओं द्वारा परेड, विभिन्न राज्यों की झांकियों की प्रस्तुति, और राष्ट्रगान की धुन के साथ पूरा वातावरण देशभक्ति से सराबोर हो उठता है। अब आपको 15 अगस्त पर निबंध हिंदी में कैसे लिखें (Essay on Independence Day in Hindi) इसके लिए परेशान होने की जरुरत नहीं है इस लेख में हमने हिन्दी में स्वतंत्रता दिवस पर निबंध,  15 अगस्त पर भाषण (Speech on 15th Augus t) लिखकर आपकी इस समस्या का समाधान किया है। जिसके जरिये आप स्वत्रंता दिवस पर निबंध और स्वत्रंता दिवस पर भाषण आसानी से तैयार कर सकते है। ये भी पढ़ें -  रक्षाबंधन पर निबंध

स्वत्रंता दिवस पर निबंध (400-500 शब्दो में) (Essay on 77th Independence Day)

प्रस्तावना (introduction).

15 अगस्त के दिन भारत को अंग्रेजों से पूर्ण स्वतंत्रता मिली और 15 अगस्त 1947 को पूर्ण स्वतंत्रता प्राप्त हुई। इसीलिए यह दिन भारत या विदेश में रहने वाले प्रत्येक भारतीय नागरिकों के लिए बहुत महत्वपूर्ण दिन है। इस दिन को हम स्वतंत्रता सेनानियों के संघर्ष और उनके द्वारा बलिदान किए गए जीवन को हृदय से उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।

स्वंत्रता दिवस का इतिहास (History of Independence Day)

  • ​​17वीं शताब्दी की शुरुआत में अंग्रेज व्यापारी भारत में व्यापार करने के लिए आए और उन्होंने भारत में ईस्ट इंडिया कंपनी की स्थापना की जिसने बाद में अपनी सैन्य ताकत बढ़ाकर 1757 में प्लासी का युद्ध जीतकर भारत में अपने पैर जमाना शुरू कर दिया।
  • ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ने धीरे-धीरे करके संपूर्ण भारत पर अपना अधिकार जमा लिया या सभी राजाओं को भी अपने अधीन कर लिया।
  • भारतीय आजादी के लिए वैसे तो कई संघर्ष होते रहे लेकिन सबसे बड़ा प्रथम संघर्ष 1857 में रानी लक्ष्मीबाई, तात्या टोपे, मंगल पांडे जैसे वीरो की अध्यक्षता में हुआ। लेकिन वो असफल तो रहा फिर भी उसने अंग्रेजी शासन की नींव हिला दी थी जिसके बाद ईस्ट इंडिया कंपनी का शासन भारत से खत्म हुआ और सीधा ब्रिटिश क्राउन भारत पर शासन करने लगा।
  • लेकिन भारतीयों को ब्रिटिश शासन बिल्कुल पसंद नहीं आया और उन्हें चाहिए था स्वराज, जिसके लिए उन्होंने लगातार शांति और युद्ध दोनो तरीके से संग्राम जारी रखा और आखिरकार उनका ही नतीजा भारत को आजादी मिली लेकिन दो भागो मे बंटकर 14 अगस्त 1947 को पाकिस्तान को आजाद किया गया और 15 अगस्त 1947 को भारत आजाद हुआ।
  • उसी दिन से 15 अगस्त को स्वंत्रता दिवस के रुप में बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है।
  • अंग्रेजों के भारत पर कब्जे के बाद हम अपने ही देश में गुलाम थे। पहले सब कुछ हमारा था जैसे कि धन, अनाज, ज़मीन परंतु अंग्रेजों के आने के बाद किसी चीज़ पर हमारा अधिकार नहीं था।
  • अंग्रेज मनमाना लगान वसूलते और जो मन होता उसकी खेती करवाते जैसे नील और नकदी फसलों की खेती आदि। ऐसा खास तौर पर बिहार के चंपारण में देखा गया। हम जब भी उनका विरोध करते हमें उससे भी बड़ा जवाब मिलता, जैसे कि जलियांवाला बाग हत्याकांड।

स्वतंत्रता सेनानीयों का योगदान (Contribution of Freedom Fighters)

हमारे स्वतंत्रता सेनानी जैसे गांधी जी, जिनका आज़ादी के लिए संघर्ष में अतुल्य योगदान रहा है और वे सबसे लोकप्रिय भी थे। उन्होने सबको सत्य, अहिंसा का पाठ पढ़ाया और वह अहिंसा ही था, जो सबसे बड़े हथियार के रूप में उभरा और कमजोर से कमजोर व्यक्ति के जीवन में भी उम्मीद के दीपक जलायें। गांधी जी ने देश से कई कुप्रथाओं को हटाने के प्रयास किये और सभी को साथ लाया, जिसकी वजह से यह लड़ाई और आसान हो गई। गांधी जी के लिये लोगों का प्यार ही था जो लोग उन्हें लोग बापू कह कर बुलाते थे।

साइमन कमीशन के विरोध में सब शांतिप्रिय तरीके से विरोध कर रहे थे, लेकिन इसी बीच अंग्रेजों ने लाठी चार्ज शुरू कर दिया और इसमें लाला लाजपत राय की मृत्यु हो गई। इससे आहत होकर भगत सिंह, सुख देव, राजगुरू ने सांडर्स की हत्या कर दी और बदले में इन्हें फांसी की सजा हुई और वे हंसते-हंसते फांसी की तख्त पर चढ़ गए।

आजादी की इस लड़ाई में सैकड़ों ऐसे नाम हैं जैसे सुभाष जन्द्र बोस, बाल गंगाधर तिलक, मंगल पांडे, रानी लक्ष्मीबाई, गणेश शंकर विद्यार्थी, राजेंद्र प्रसाद, मौलाना अबुल कलाम आजाद आदि जिनके योगदान अतुलनीय हैं।

स्वत्रंता दिवस का महत्व (Importance of Independence Day)

निष्कर्ष (conclusion), स्वतंत्रता दिवस पर हिंदी में निबंध (250 शब्दो में) (essay on independence day in hindi 2023) .

1947 में 15 अगस्त को भारत को आजादी मिली, इसलिए भारत के लोग हर साल इस खास दिन को 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाते हैं। राष्ट्रीय राजधानी, नई दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम समारोह में, भारत के प्रधान मंत्री ने लाल किले पर सुबह जल्दी राष्ट्रीय ध्वज फहराया, जहाँ लाखों लोग ने स्वतंत्रता दिवस समारोह में भाग लिया था।

लाल किले, नई दिल्ली में उत्सव के दौरान भारतीय छात्रों द्वारा कई कार्य किए जाते हैं और स्कूली छात्रों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम किए जाते हैं। राष्ट्रीय ध्वज की मेजबानी और राष्ट्रीय गान (जन गण मन) के पाठ के बाद, भारत के प्रधान मंत्री अपना वार्षिक भाषण देते हैं। भारत के स्वतंत्रता दिवस पर, हम उन सभी महान हस्तियों को याद करते हैं जिन्होंने भारत की स्वतंत्रता में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान, राष्ट्रीय झंडे की मेजबानी स्कूल और कॉलेजों में भी की जाती है, जहाँ शिक्षकों और छात्रों द्वारा कई गतिविधियाँ की जाती हैं।

स्कूलों में स्वतंत्रता दिवस समारोह पर छात्रों ने स्वतंत्रता सेनानियों के विषयों पर भाषण दिया जाता है। वे परेड में शामिल होते हैं, मार्च पास्ट करते हैं, देशभक्ति के गीत गाते हैं, अन्य लोग अपने-अपने तरीके से इस दिन को मनाते हैं जैसे देशभक्ति की फिल्में देखना, परिवार के साथ घर से बाहर जाना, दोस्तों से मिलना या सार्वजनिक स्थानों पर आयोजित कार्यक्रमों में भाग लेना आदि। स्वतंत्रता दिवस हमारी स्वतंत्रता का जश्न मनाने का एक तरीका भी है। जिस दिन हमारे देश ने स्वतंत्रता प्राप्त की, भारत के नागरिकों ने सच्ची स्वतंत्रता को देखा। उन्होंने इस नई आजादी का जश्न मनाया और इस दिन को साल-दर-साल उसी भावना के साथ मनाया जाता है। हालांकि, यह हमें अपनी जड़ों के करीब होने के महत्व को भी याद दिलाता है और ऊंची उड़ान भरने और स्वतंत्र महसूस करने के बावजूद भी जमीनी स्तर पर बना रहता है।

स्वंत्रता दिवस कैसे मनाया जाता है (How is Independence Day Celebrated)

प्रत्येक वर्ष भारत में इस दिन लालकिले से देश के प्रधानमंत्री तिरंगा फहराते हैं। इस साल यानी कि साल 2023 में जब प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी लालकिले पर तिरंगा फहराएँगे, तब भारत अपनी आजादी की 76वीं वर्षगाँठ मना रहा होगा। साल 1947 में भी जब 15 अगस्त को हमारा देश आजाद हुआ था, तब भारत के पहले प्रधानमंत्री श्री जवाहर लाल नेहरू ने लालकिले पर तिरंगा फहराया था और तब से ही यह परंपरा आज तक चलती आ रही है। इस दिन सभी समुदाय के लोगो में एक अलग ही उत्साह होता है। भारत की राजधानी दिल्ली में यह दिवस काफी धूमधाम के साथ मनाया जाता है। सभी नेता इस दिन लाल किले के सामने परेड ग्राउंड में एकत्रित होते है ,इस दिन बड़ी संख्या में आम लोगो की भीड़ भी काफी देखने को मिलती है। इस दिन देश के प्रधानमंत्री न सिर्फ लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं, बल्कि इसके बाद वे पूरे देश को लालकिले से संबोधित भी करते हैं। इस दौरान प्रधानमंत्री का पूरा भाषण टीवी व रेडियो के माध्यम से पूरे देश में प्रसारित किया जाता है। वहीं भारतीय वायुसेना के विमान पूरे आकाश में तिरंगे के रंग से सराबोर कर देते हैं। इस लालकिले पर देश के अलावा विदेशी सैलानियों की भी अच्छी-ख़ासी भीड़ उमड़ती है।

भारतीय स्वतंत्रता दिवस को लेकर रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन सिर्फ लालकिले तक ही सीमित नहीं रहता है, बल्कि इस दिन देश भर में इस राष्ट्रीय पर्व को बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। सरकारी कार्यालयों समेत, स्कूल व कॉलेज में भी तिरंगा फहराया जाता है। शिक्षण संस्थानों में बच्चों व अभिभावकों के बीच मिठाइयाँ बांटी जाती हैं तथा रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। कई बच्चे इस दौरान 15 अगस्त पर भाषण (Independence Day Speech in Hindi) देते हैं, तो कई नाटक, गीत-संगीत सहित अन्य कलाओं के माध्यम से इस दिन को यादगार बनाने की कोशिश करते हैं। इसके अलावा सरकारी दफ्तरों में भी इस दिन राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाता है। सरकारी व निजी कार्यालयों में इस दिन अवकाश होता है। ये भी पढ़ें-

स्वतंत्रता दिवस पर 10 लाइनों में  निबंध (Essay on Independence Day in 10 lines in Hindi)

  • स्वतंत्रता दिवस भारत के राष्ट्रीय त्योहारों में से एक है।
  • आज ही के दिन 15 अगस्त 1947 में भारत देश अंग्रेजों की गुलामी से आजाद हुआ था।
  • तभी से इस दिन को स्वंत्रता दिवस के रुप में बड़े-धाम से मनाया जाता है।
  • यह दिन प्रत्येक भारतीय के लिए गौरव का दिन है।
  • 15 अगस्त के दिन प्रधानमंत्री पहले शहीदों के स्मारक पर जाते हैं।
  • हर वर्ष स्वतंत्रता दिवस के आयोजन के मुख्य अतिथि किसी अन्य देश से बुलाए जाते हैं।
  • इसके बाद वे लाल किले पर ध्वजारोहण करते हैं और फिर देश वासियों को सम्बोधित करते हैं।
  • देश की आजादी के लिए कई महान स्वतंत्रता सेनानियों ने अपने प्राणों का बलिदान दिया है।
  • इस दिन मौके पर लालकिले पर परेड का आयोजन भी किया जाता है।
  • 15 अगस्त के दिन स्कूलों में झांकियां निकली जाती हैं। झण्डा फहराया जाता है।
  • इस दिन जय हिन्द, वंदेमातरम्, भारत माता की जय, इंकलाब जिंदाबाद के नारों से पूरा देश गूंज उठता है।

ऐसे ही शिक्षा संबधित जानकारी के  लिए CollegeDekho के साथ जुड़ें रहे।

Are you feeling lost and unsure about what career path to take after completing 12th standard?

Say goodbye to confusion and hello to a bright future!

15 अगस्त, 1947 को भारत को 200 सालों की अंग्रेजी हुकूमत से आजादी मिली थी। ऐसे में 15 अगस्त को भारत के स्वतंत्रता दिवस के तौर पर मनाया जाता है।

स्वतंत्रता दिवस हमारा राष्ट्रीय पर्व है। प्रतिवर्ष इस दिन को समस्त भारतीय नागरिक हर्ष और उल्लास के साथ मनाते है। भारत में पहले अंग्रेजों का शासन था, 15 अगस्त 1947 के दिन भारत को अंग्रेजों के शासन से मुक्ती मिली थी। यानि इस दिन भारत को आजाद घोषित किया गया था।

1757 से लेकर 1947 तक अंग्रेजों का गुलाम रहा भारत। इससे पहले, 1757 से लेकर 1857 तक भारत पर ब्रिटेन की ईस्ट इंडिया कंपनी का कंट्रोल में था। देश के वीर स्वतंत्रता सेनानियों के साहस और बलिदान के आगे आखिरकार अंग्रेजों ने घुटने टेक दिए और करीब 200 साल तक अंग्रेजों की गुलामी करने के बाद भारत को 15 अगस्त, 1947 के दिन आजादी मिली।

आजादी के महोत्सव को हर साल 15 अगस्त के दिन देशभर में धूम के साथ मनाया जाता है। साथ ही, यह दिन उन स्वतंत्रता सैनानियों की कुर्बानी याद करने का है जिन्होंने देश की आजादी के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए थे।

भारत के इतिहास का सबसे गौरवपूर्ण दिन 15 अगस्त को माना जाता है। इस दिन देश ब्रिटिश शासन की गुलामी से आजाद हुआ था।

भारत में, स्वतंत्रता दिवस हर साल 15 अगस्त को मनाया जाता है, जो हमें उस दिन की याद दिलाता है जब भारत ने 1947 में ब्रिटिश शासन से अपनी आजादी हासिल की थी। यह उन स्वतंत्रता सेनानियों और भारत के वीर सपूतो को याद करने और सम्मान करने का दिन है जिन्होंने हमारे अधिकारों के लिए कड़ा संघर्ष किया और अपने प्राणों का बलिदान दिया।

इस वर्ष स्वतंत्रता दिवस की थीम " राष्ट्र प्रथम, सर्वदा प्रथम " है। स्वतंत्रता दिवस के सभी कार्यक्रम और कार्यक्रम इसी थीम पर आधारित होंगे।

क्या यह लेख सहायक था ?

सबसे पहले जाने.

लेटेस्ट अपडेट प्राप्त करें

क्या आपके कोई सवाल हैं? हमसे पूछें.

24-48 घंटों के बीच सामान्य प्रतिक्रिया

व्यक्तिगत प्रतिक्रिया प्राप्त करें

बिना किसी मूल्य के

समुदाय तक पहुंचे

समरूप आर्टिकल्स

  • बी.एड के बाद करियर विकल्प (Career Options after B.Ed): बी.एड. के बाद स्कोप, जॉब प्रोफाइल और कोर्स
  • नवोदय विद्यालय क्लास 9 रिजल्ट 2024 लिंक (Navodaya Vidyalaya Class 9 Result 2024 in Hindi) - JNVST कक्षा IX परिणाम लिंक
  • नवोदय रिजल्ट 2024 क्लास 6 (Navodaya Class 6 Result 2024 in Hindi) जारी - JNVST कक्षा VI परिणाम लिंक
  • नवोदय कक्षा 6 एडमिशन 2024 (Navodaya Class 6th Admission 2024): रिजल्ट (जारी), डायरेक्ट लिंक यहां देखें
  • नवोदय विद्यालय रिजल्ट 2024 कैसे चेक करें? (How to Check Navodaya Vidyalaya Result 2024) - JNVST क्लास 6 और 9 परिणाम
  • राजस्थान बोर्ड 12वीं साइंस रिजल्ट 2024 (RBSE 12th Science Result 2024 in Hindi) - आरबीएसई इंटर साइंस रिजल्ट लिंक

नवीनतम आर्टिकल्स

  • आरबीएसई 12वीं आर्ट्स रिजल्ट 2024 (RBSE 12th Arts Result 2024 in Hindi) डेट: BSER अजमेर इंटर कला परिणाम देखें
  • 10वीं के बाद यूपी पॉलिटेक्निक एडमिशन 2024 (UP Polytechnic Admission 2024 After 10th)
  • दिल्ली विश्वविद्यालय के बी.एड कॉलेज (Delhi University B.Ed Colleges): एडमिशन तारीखें, एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया, फीस और कोर्स
  • BSEB Bihar Board 12th Result 2024 Link: जारी हुआ बिहार बोर्ड 12वीं का रिजल्ट 2024, डायरेक्ट लिंक देखें
  • बीएड एडमिशन 2024 (B.Ed Admission 2024): आवेदन तारीख, पात्रता, चयन प्रक्रिया और टॉप कॉलेज
  • बीएड एंट्रेंस एग्जाम की तैयारी के टिप्स (Tips to Prepare for BEd Entrance Exams) - स्टडी प्लान, प्रिपरेशन स्ट्रेटजी जानें
  • यूपी बी.एड जेईई 2024 (UP B.Ed JEE 2024): मार्किंग स्कीम और परीक्षा पैटर्न
  • यूपी बी.एड जेईई सिलेबस 2024 हिंदी/इंग्लिश (UP B.Ed JEE Syllabus 2024 Hindi/ English): महत्वपूर्ण टॉपिक और वेटेज की लिस्ट
  • यूपी बी.एड जेईई 2024 लास्ट मिनट तैयारी टिप्स (UP B.Ed JEE 2024 Last Minute Preparation Tips in Hindi)
  • सैनिक स्कूल रिजल्ट 2024 क्लास 6 (Sainik School Result 2024 Class 6 in Hindi) जारी - AISSEE रिजल्ट कटऑफ, कैसे चेक करें
  • AISSEE सैनिक स्कूल कक्षा 9 रिजल्ट 2024 जारी (AISSEE Sainik School Class 9 Result 2024 Released): डेट, लिंक, कैसे चेक करें
  • बीएड एंट्रेंस एग्जाम 2024 लिस्ट (B.Ed Entrance Exams 2024 List in Hindi) - डेट, एप्लीकेशन फॉर्म, एलिजिबिलिटी और सिलेबस देखें
  • बीएड एंट्रेंस एग्जाम सिलेबस 2024 (B.Ed Entrance Exam Syllabus 2024 in Hindi)
  • सीटीईटी 2024 आवेदन पत्र भरने के लिए आवश्यक दस्तावेजों की लिस्ट (List of Documents Required to Fill CTET 2024 Application Form): फोटो अपलोड, विशिष्टताएं, आवश्यकताएँ जानें
  • हिंदी दिवस पर भाषण (Hindi Diwas Speech) - राष्ट्रभाषा हिंदी पर भाषण लिखना सीखें

नवीनतम समाचार

  • BSEB बिहार 10वीं मैट्रिक रिजल्ट 2024 रिजल्ट लिंक एक्टिव हुआ है या नहीं?
  • BSEB बिहार 10वीं मैट्रिक टॉपर्स लिस्ट 2024 (उपलब्ध): जिलेवार टॉपर्स के नाम, अंक, प्रतिशत

ट्रेंडिंग न्यूज़

जेईई मेन 2024 फिजिक्स में टॉप 10 स्कोरिंग टॉपिक्स (Top 10 Scoring Topics in JEE Main 2024 Physics)

Subscribe to CollegeDekho News

  • Select Program Type UG PG Diploma Ph.D Certificate

Top 10 Education Colleges in India

  • Approved by: UGC, NAAC
  • Type: Private Aided
  • Download Brochure
  • Approved by: ISO, NAAC, AICTE
  • Type: Private UnAided
  • Get Free Counselling
  • Type: Public
  • Approved by: NCTE, NABL, IAP, ICAR, ACU, ACBSP, NAAC
  • Type: Private (State University)
  • Type: Private
  • Approved by: UGC
  • Type: Government
  • Approved by: UGC, AIU, ISO, RCI, ICAR, NCTE, ACU, BCI, PCI
  • Approved by: UGC, AICTE, BCI, AIU, NCTE, NAAC

Popular Degrees

  • B.Ed. (Bachelor of Education)
  • M.Ed. (Master of Education)
  • B.Ed. + M.Ed.

कॉलेजदेखो के विशेषज्ञ आपकी सभी शंकाओं में आपकी मदद कर सकते हैं

  • Enter a Valid Name
  • Enter a Valid Mobile
  • Enter a Valid Email
  • Select Level UG PG Diploma Ph.D Certificate
  • By proceeding ahead you expressly agree to the CollegeDekho terms of use and privacy policy

शामिल हों और विशेष शिक्षा अपडेट प्राप्त करें !

Details Saved

independence day essay in hindi 150 words

Your College Admissions journey has just begun !

Try our AI-powered College Finder. Feed in your preferences, let the AI match them against millions of data points & voila! you get what you are looking for, saving you hours of research & also earn rewards

For every question answered, you get a REWARD POINT that can be used as a DISCOUNT in your CAF fee. Isn’t that great?

1 Reward Point = 1 Rupee

Basis your Preference we have build your recommendation.

  • Bihar Board

SRM University

Bseb 10th result.

  • Bihar Board Result 2024
  • UP Board Result 2024
  • CBSE Board Result 2024
  • MP Board Result 2024
  • Rajasthan Board Result 2024
  • Shiv Khera Special
  • Education News
  • Web Stories
  • Current Affairs
  • नए भारत का नया उत्तर प्रदेश
  • School & Boards
  • College Admission
  • Govt Jobs Alert & Prep
  • GK & Aptitude
  • articles in hindi

स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त पर निबंध - Essay on Independence Day in Hindi

Independence day essay in hindi for school: क्या आप स्वतंत्रता दिवस पर हिंदी में एक अनोखा, प्रभावशाली और दिल को छू लेने वाला निबंध लिखना चाहते हैं 100, 200, 500 शब्दों तक के विभिन्न independence day essay in hindi for school के लिए इस लेख को देखें। .

Pragya Sagar

Independence Day Essay in Hindi for School: 15 अगस्त 1947 को हमारे इस मातृभूमि का पहला स्वतंत्रता दिवस था. आज जिस भूमि को हम अपना आज़ाद वतन मानते हैं उसे आज़ाद हुए 77 वर्ष हो चुके हैं. सोने की चिड़िया से ब्रिटिश कॉलोनी बनने से लेकर दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्रों में से एक बनने का भारत देश का लंबा सफर सराहनीय और विख्यात है. आज हम इस आज़ादी की हवा में सांस ले पा रहे हैं क्यूंकि हमारे पूर्वजों ने हमें यह आज़ादी दिलाने के लिए 200 वर्ष तक संघर्ष किया। इसलिए आजादी का यह जश्न पूरे देश में देशभक्ति और उत्साह के साथ मनाया जाता है। आज के दिन विद्यार्थियों में विशेष उत्सुकता देखी जाती है. देश भर के स्कूलों में इस अवसर को उत्साह के साथ मनाते हैं. देश के बच्चे और युवा ही इसका भविष्य है. इनमें देशभक्ति की भावना जगाने के लिए निबंध लेखन, स्पीच कॉम्पीटीशन्स, नाटक, पेट्रियोटिक गीत और नृत्य के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं जिनमे बच्चे बढ़-चढ़ के हिस्सा लेते हैं. 

इस लेख में, हमने स्कूल स्टूडेंट्स के लिए अंग्रेजी में 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस पर निबंध संकलित किया है। ये निबंध 100 से 500 शब्दों तक के हैं। हमने उन छात्रों के लिए अतिरिक्त सामग्री भी प्रदान की है जो अपने निबंध को और लंबा करना चाहते हैं या उसके किसी हिस्से को संशोधित करना चाहते हैं। 

  • Essay on Independence Day in English
  • स्कूल के बच्चो के लिए स्वतंत्रता दिवस भाषण 2023 हिंदी में

हिंदी निबंध लेखन टिप्स 

  • अपने निबंध को उद्धरणों, कहावतों, नारों आदि के साथ शुरू से ही दिलचस्प बनाएं।
  • सही व्याकरण के साथ सरल भाषा का प्रयोग करें।
  • अपनी छाप छोड़ने के लिए दिल को छू लेने वाली कहावत, नारा या उद्धरण शामिल करें।
  • सबसे महत्वपूर्ण बात यह सुनिश्चित करें कि आपका स्वतंत्रता दिवस निबंध तथ्यात्मक है और इसमें कोई गलत, असत्यापित जानकारी नहीं है।
  • सत्यापित जानकारी प्राप्त करने के लिए जागरण जोश जैसे प्रामाणिक स्रोत का सहारा लें।

हिंदी स्वतंत्रता दिवस निबंध 

  • स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त 2023 पर भाषण - Independence Day Speech in Hindi
  • Independence Day Short Speech in English 2023 for School Students

हिंदी स्वतंत्रता दिवस निबंध 100 शब्दों में 

गूंज रहा है दुनिया में हिंदुस्तान का नारा चमक रहा है आसमान में तिरंगा हमारा!

15 अगस्त, 2023, ब्रिटिश कोलोनिल राज से भारत का 77वां स्वतंत्रता दिवस है. यह एक ऐतिहासिक दिन है और हमारे देशवासियों के बीच देशप्रेम, समर्पण और एकता का प्रतीक है.

स्वतंत्रता दिवस समारोह की शुरुआत दिल्ली के लाल किले पर प्रधान मंत्री द्वारा राष्ट्रीय ध्वज फहराने के साथ होती है, जिसके बाद पूरे देश में देशभक्ति समारोह मनाया जाता है. स्वतंत्रता दिवस हमारे स्वतंत्रता सेनानियों और नेताओं के बलिदान को याद करने का समय है जिन्होंने हमारी आजादी के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी. स्वतंत्रता दिवस हमें भारत माता की उन्नति और प्रगति के प्रति हमारे कर्तव्यों की याद दिलाता है.

हिंदी स्वतंत्रता दिवस निबंध 200 शब्दों में 

  "स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है, और मैं इसे लेकर रहूँगा" - बाल गंगाधर तिलक

15 अगस्त यानि भारतीय स्वतंत्रता दिवस देश के इतिहास के सबसे महत्वपूर्ण दिनों में से एक है। 15 अगस्त 2023 को ब्रिटिश कोलोनियल राज से हमारे देश की आजादी की 76 वीं वर्षगांठ है।

इस दिन को मनाने के लिए पूरा देश एक साथ आता है। माननीय प्रधान मंत्री नई दिल्ली में लाल किले पर भारतीय तिरंगे फहराते हैं। देश के सभी राज्यों में राज्याधिकारी और अन्य नेता राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं, देशभक्ति के गीत गाते हैं और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित करते हैं जो हमारे अंदर एकता और गौरव की भावना का नवनिर्माण करते हैं. 

भारत को 1947 में आजादी मिल गई थी लेकिन इस आजादी की लड़ाई कई वर्षों लंबी और कठिन थी. स्वतंत्रता की इस लड़ाई का नेतृत्व प्रख्यात नेताओं और स्वतंत्रता सेनानियों ने किया। खून पसीना बहाकर, अपने भविष्य का निःस्वार्थ त्याग कर, अपने जीवन का बलिदान दिया और करोड़ों भारतीयों को ब्रिटिश उत्पीड़न के खिलाफ आवाज उठाने के लिए प्रेरित किया। स्वतंत्रता दिवस हमारे पूर्वजों के इन बलिदानों की याद दिलाता है। यह हमें अपनी स्वतंत्रता को संजोने और राष्ट्र की भलाई के लिए काम करने की प्रेरणा देता है।

स्वतंत्रता दिवस समारोह से हमें विविधता में एकता की याद दिलाने के लिए है। यह राष्ट्रवाद की भावना को फिर से जगाने और हमारे देश की वृद्धि और विकास में योगदान देने का समय है।

हिंदी स्वतंत्रता दिवस निबंध 500 शब्दों में

तिरंगा सिर्फ आन या शान नहीं है हम भारतीयों की जान है।

स्वतंत्रता दिवस का प्रत्येक भारतीय के दिल में एक महत्वपूर्ण स्थान है क्यूंकि यह हिन्दुस्तानियों की एकता और अटूट भाईचारे की विजय के साथ चिह्नित है। यह आज़ादी हमें 200 सालों की यातना, उत्पीड़न, युद्ध और बलिदान के बाद  15 अगस्त, 1947 को मिली. ब्रिटिश कोलोनियल शासन से कड़ी मेहनत से हासिल की गई यह आजादी लोकतंत्र का जश्न है. यह भारत के इतिहास में एक नये युग की शुरुआत का प्रतीक है।

दशकों के अथक संघर्ष और बलिदान से सजी स्वतंत्रता की यात्रा कठिन थी। महात्मा गांधी, रानी लक्ष्मी बाई, जवाहरलाल नेहरू, सुभाष चंद्र बोस, भगत सिंह और सरोजिनी नायडू जैसे असंख्य नेताओं और सेनानियों की मेहनत और बलिदान को किसी प्रकाश की आवश्यकता नहीं है. देश को इन्हीं वीरों के बलिदान के कारण आजादी मिली, जिन्होंने भारत के उज्ज्वल भविष्य के लिए अपना आज कुर्बान कर दिया. 

स्वतंत्रता दिवस समारोह की शुरुआत हमारे प्रधान मंत्री द्वारा नई दिल्ली के लाल किले पर राष्ट्रगान और इक्कीस तोपों की सलामी के साथ भारतीय राष्ट्रीय ध्वज फहराने से होती है। इस भव्य समारोह में कई सरकारी अधिकारी, विदेशी गणमान्य, स्कूली छात्र और कई अन्य नागरिक शामिल होते हैं.

ध्वजारोहण के बाद, माननीय प्रधान मंत्री राष्ट्र को संबोधित करते हैं और पिछले वर्ष में राष्ट्र की उपलब्धियों को दर्शाते हुए और आने वाले वर्षों के लिए राष्ट्र के दृष्टिकोण को सामने रखते हुए भाषण देते हैं. विभिन्न जीवंत सांस्कृतिक कार्यक्रम, नृत्य, डायन इत्यादि भारत की विविध विरासत और एकता को प्रदर्शित करते हैं. स्वतंत्रता की हवा में हमारा राष्ट्रीय ध्वज गर्व से ऊँचा लहराता है.

स्वतंत्रता दिवस का जश्न पूरे देश में जोरों शोरों से मनाया जाता है। राजधानी दिल्ली से लेकर और सभी राज्य की राजधानियों और छोटे से छोटे गांव तथा कस्बों में सभी उत्साह से स्वतंत्रता का जश्न मनाते हैं. भारत के कोने-कोने में तिरंगा लहराता है. स्वतंत्रता दिवस समारोह देश के प्रति देशवासियों का प्रेम और देश के बेहतर भविष्य के प्रति प्रतिबद्धता के साथ आयोजित किए जाते हैं। सरकारी कार्यालयों, स्कूलों और कॉलेजों में तिरंगा फहराया जाता है। बच्चे हाथों में भारतीय झंडे लेकर शान से घूमते नजर आते हैं. यह उन बहादुर स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान की याद दिलाता है जिन्होंने देश की आजादी के लिए अताह संघर्ष किया। यह भारतीयों में गर्व और देशभक्ति की गहरी भावना पैदा करता है, उनसे अपनी कड़ी मेहनत से अर्जित स्वतंत्रता की रक्षा करने और उसे संजोने और देश की प्रगति में योगदान देने का आग्रह करता है।

यह महज़ एक बधाइयों और खुशियों का दिन नहीं है. स्वतंत्रता दिवस समारोह का सार केवल उल्लासपूर्ण समारोहों से परे है। स्वतंत्रता दिवस बच्चे, युवाओं और बुजुर्गों को उन चुनौतियों की याद दिलाता देता है है जिनका मुकाबला हमारे पूर्वजों ने किया था और उन चुनौतियों की दस्तक के बारे में आगाह करता है जो हमारे सामने हैं।

स्वतंत्रता दिवस केवल स्मरणोत्सव और उत्सव का दिन नहीं है, बल्कि स्वराज और राष्ट्र-निर्माण के प्रति हमारी प्रतिबद्धता का नवीनीकरण है। यह भारतीयों को एकता, समानता और सांप्रदायिक सद्भाव की भावना को कभी न खोने देने के लिए प्रेरित करता है।

लता मंगेशकर का लोकप्रिय व सदाबहार गीत के बोल “ए मेरे वतन के लोगों, ज़रा आँखों में भर लो पानी, जो शहीद हुए हैं उनकी, ज़रा याद करो कुर्बानी” हमारे स्वतंत्रता के सच्चे सार बयान करता है. 

यह दिन है अभिमान का, है भारत माता के मान का ! नहीं जाएगा रक्त व्यर्थ, वीरों के बलिदान का !!

  • Independence Day 15 August Poems in English for School Children
  • Speech on Independence Day 2023 in English for School Students and Children

Independence Day Slogans in Hindi

  • ‘करो या मरो’,
  • ‘आराम हराम है’
  • ‘अंग्रेजों भारत छोड़ो'
  • ‘तुम मुझे खून दो मै तुम्हे आजादी दूंगा’
  • ‘इंकलाब जिंदाबाद’
  • ‘सत्यमेव जयते’
  • ‘वंदे मातरम’
  • ‘स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है और मैं उसे लेकर ही रहूँगा’
  • ‘जय जवान जय किसान’
  • ‘सारे जहाँ से अच्छा हिन्दोस्तां हमारा’
  • ‘विजयी विश्व तिरंगा प्यारा, झंडा ऊँचा रहे हमारा’
  • ‘सरफ़रोशी की तमन्ना, अब हमारे दिल में है, देखना है ज़ोर कितना, बाज़ु-ए-कातिल में है?

आप जागरण जोश पर सरकारी नौकरी , रिजल्ट , स्कूल , सीबीएसई और अन्य राज्य परीक्षा बोर्ड के सभी लेटेस्ट जानकारियों के लिए ऐप डाउनलोड करें।

  • हम स्वतंत्रता दिवस क्यों मनाते हैं 200 शब्द निबंध? + "15 अगस्त यानि भारतीय स्वतंत्रता दिवस देश के इतिहास के सबसे महत्वपूर्ण दिनों में से एक है। 15 अगस्त 2023 को ब्रिटिश कोलोनियल राज से हमारे देश की आजादी की 76 वीं वर्षगांठ है। इस दिन को मनाने के लिए पूरा देश एक साथ आता है।" स्वतंत्रता दिवस पर पूरे 200 शब्दों का निबंध देखने के लिए इस आर्टिकल को पूरा पढ़ें.
  • स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त पर निबंध कैसे लिखें? + 15 अगस्त, 1947 को भारत देश अंग्रेजो से आजाद हुआ. यह गौरव का दिन देशवासी उल्लास और दर्शप्रेम की भावना से मनाते हैं. 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस पर निबंध लिखने के लिए जरूररी है की आप इस आज़ादी के सफर की गाथा को दिल से समझ कर, आसान एवं सरल भाषा में प्रस्तुत करें.
  • बीएसईबी बिहार बोर्ड मैट्रिक रिजल्ट 2024
  • biharboardonline.bihar.gov.in 10th Result 2024
  • BSEB 10th टॉपर्स लिस्ट 2024
  • biharboardonline.bihar.gov.in परिणाम 2024
  • BSEB 10th Result 2024 डीजीलॉकर
  • बिहार बोर्ड 10th रिजल्ट कब आएगा
  • बिहार डेलेड एग्जाम सेंटर लिस्ट 2024
  • बिहार बोर्ड 10th रिजल्ट २०२४ रोल नंबर
  • यूकेपीएससी वो आंसर की 2024

Trending Categories

  • स्कूल की बात

Latest Education News

UP Board Result 2024 Date and Time: UPMSP High School and Inter Results Expected in April Last Week, 3.01 Crore Answer Sheets Evaluated

DBRAU Result 2024 OUT on dbrau.ac.in; Download Agra University UG and PG Semester Marksheet

CBSE Class 12 Sociology Answer Key 2024 and Question Papers, Download PDF All SETs

Assam SLET Answer Key 2024 Released at sletne.org; Here's Steps To Raise Objection

MCBU Result 2024 OUT at mcbu.ac.in, Direct Link to Download UG and PG Marksheet PDF

JEE Main Admit Card 2024 Live: NTA Window is Open for Exam Date April 4, 5 and 6, Download Hall Ticket at jeemain.nta.ac.in

Test Your IQ: Can You Tell Which Tank Will Fill Up First In 12 Seconds?

BSEB 10th Toppers List 2024: शिवांकर कुमार 97.8 फीसदी अंकों के साथ बने टॉपर, यहां डाउनलोड करें टॉपर्स पीडीएफ लिस्ट

Marathwada farmer suicide: Over 1K farmers committed suicide in 2023 in Marathwada. What are the reasons behind the agrarian distress?

Bihar DElEd Exam Analysis 2024: Section-wise Difficulty Level, Good Attempts, Questions Asked

SSC GD Answer Key 2024 Link on ssc.nic.in: Latest Update on Response Sheet Date and Time

CBSE Class 12 Sociology Question Paper 2024, All SETs Download PDF

SSC GD Answer Key 2024: आज आ सकती है एसएससी जीडी की उत्तर कुंजी, जानें क्या है अपडेट?

Karnataka SSLC Maths Model Paper 2024, Get Free PDF Download!

MAH MBA CET Answer Key 2024 Out Now at cetcell.mahacet.org; How to Evaluate Marks and Raise Objections Till April 4, Download PDF

Tamil Nadu 10th Mathematics Paper Analysis 2024: Exam Review, Student Feedback and Expert View

NCERT Book for Class 9th Maths PDF (2024-25)

Optical Illusion: Find the different word in the picture in 4 seconds!

CBSE Class 12 Sociology Paper Analysis 2024: Exam Review, Student Feedback and Expert View

NIACL Assistant Mains Exam Date 2024 Out: Check Exam Centre List

  • Now Trending:
  • Nepal Earthquake in Hind...
  • Essay on Cancer in Hindi...
  • War and Peace Essay in H...
  • Essay on Yoga Day in Hin...

HindiinHindi

Independence day essay in hindi स्वतंत्रता दिवस पर निबंध.

Hello guys today we are going to discuss an Independence Day essay in Hindi. What is Independence? We have written an Independence Day essay in Hindi. कक्षा 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11 और 12 के बच्चों और विद्यार्थियों के लिए स्‍वतंत्रता दिवस पर निबंध हिंदी में। Now you can take an example to write Independence Day essay in Hindi (Essay on 15 August in Hindi) in a better way. स्वतंत्रता दिवस पर निबंध।

hindiinhindi Independence Day Essay in Hindi

Independence Day Essay in Hindi 300 Words

स्वतंन्त्रता दिवस भारतीयों के जीवन में बहुत महत्व रखता हैं क्योंकि आज इस दिन हमारे देश को अंग्रेजों से स्वतंत्रता मिली थी, जिन्होने कई वर्षों तक देश पर शासन किया था। 15 अगस्त 1947 को, भारत ब्रिटिश शासन से मुक्त हो गया था, इसलिए 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह दिन हमें अपने स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान की याद दिलाता है। इस दिन पूरे देश में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं। परेड दिल्ली और राज्य राजधानी में आयोजित की जाती हैं। इस अवसर पर हमारे देश के प्रधानमंत्री लाल किले पर हमारे राष्ट्रीय ध्वज को लहराते है।

परेड देखने के लिए दिल्ली में बहुत से लोग इक्टठे हो जाते हैं। हमारे देश के स्वतंत्रता सेनानियों ने भारत में ब्रिटिश शासन को समाप्त करने के लिए अपनी जान का त्याग किया था। हर साल जब हम इस दिन को मनाते हैं, तो हम उनके बलिदान को याद करते हैं व भाषण दिए जाते हैं और राष्ट्रीय गान भी गाया जाता है। यह दिन हमें अपने देश के सम्मान और अखंडता के लिए अपने जीवन बलिदान देने के लिए प्रेरित करता है। हालांकि भारत ब्रिटिश शासन से मुक्त है लेकिन भ्रष्टाचार, अन्याय इत्यादि जैसी कई अन्य समस्याएं हैं।

यह स्वतंत्रता दिवस हर किसी को इन समस्याओं को खत्म करने और बेहतर नागरिक बनने का वादा करना चाहिए। हम भारत का भविष्य हैं और हमारे देश का विकास हम सभी पर निर्भर करता हैं।

Independence Day Essay in Hindi 400 Words

“स्वराज्य मेरा जन्म सिद्ध अधिकार है।” – बाल गंगाधर तिलक

15 अगस्त 1947 की सुबह भारतवासियों के लिए सुखद समाचार लेकर आई। लगभग दो सदियों से भारत माता की गुलामी के बन्धन टूटे और आज़ाद हुई।

“आपसी फूट ने भारत के सूर्य को किया था अस्त उसे आलोकित करने को आया पन्द्रह अगस्त।”

सबने सुख-शान्ति की साँस ली। यह पर्व हमारे राष्ट्रीय गौरव का प्रतीक है। इसलिए स्वतन्त्रता का यह पर्व पूरे भारत में धूमधाम और गर्व से मनाया जाता है। इस दिन पूरे भारत में राजकीय अवकाश होता है।

“ऐ देश! आज तुझको शत-शत नमन कर लें, जो मिटे तेरे लिए, उन्हें आज स्मरण कर लें।”

भारत की इस आजादी के लिए महात्मा गाँधी, लाला लाजपतराय, बाल गंगाधर तिलक, गोपाल कृष्ण गोखले, सुभाष चन्द्र बोस, लाल बहादुर शास्त्री, पं जवाहर लाल नेहरू, भगत सिंह, लक्ष्मी बाई, तांत्या टोपे, उधम सिंह कम्बोज तथा नाना साहब आदि ने जनता के साथ मिलकर संघर्ष किया। ये लोग कई बार जेल गए। घोर यातनाएँ सही, गोलियां खाईं और फाँसी के फंदों को चूमा। इतने अत्याचार सहने के बाद भारतीयों ने अंग्रेजों को भारत छोड़ने पर मजबूर कर दिया। इतने बलिदानों के बाद मिली। स्वतन्त्रता का दिवस हर वर्ष बहुत धूमधाम से मनाया जाता है और उन स्वतन्त्रता सेनानियों को श्रद्धा-सुमन अर्पित किए जाते हैं। | आजादी की इस खुशी में राजधानी दिल्ली के लाल किले पर देश के प्रधानमंत्री राष्ट्रीय ध्वजारोहण करते हैं, राष्ट्रीय-गान होता है तथा तिरंगे को इक्कीस तोपों की सलामी दी जाती है। इस दिन लाल किले के सामने विशाल जनसमूह इस शोभा को देखता है। प्रधानमंत्री बीते वर्ष में हुए देश के विकास कार्यों, घटनाओं एवं देश की नीतियों संबंधी भाषण देते हैं।

राज्यों की राजधानियों में भी मुख्यमंत्री या राज्यपाल अपने-अपने राज्यों की जनता को संदेश देते हैं। भारत के प्रत्येक नगर और गाँव में सभाएँ होती हैं। यह राष्ट्रीय पर्व बड़े गर्व, उत्साह तथा खुशी के साथ मनाया जाता है। रात के समय पूरे देश के सरकारी भवनों पर दीपमाला की जाती है। कितने ही देश प्रेमियों ने अपनी शहादत देकर हमें ये आज़ादी दिलवाई है, उसकी रक्षा हमें तन-मन-धन से करनी होगी। हमें आजादी की रक्षा के लिए किसी भी प्रकार की कुर्बानी देने का प्रण करना चाहिए। यह पर्व शान्ति, प्रेम और राष्ट्रीय एकता का संदेश देता है। कवि आनन्द बक्शी ने कहा है –

“दिल दिया है जान भी देंगे, ऐ वतन! तेरे लिए। हम जिएगें और मरेंगे, ऐ वतन ! तेरे लिए।”

Independence Day Essay in Hindi 500 Words

स्वतंत्रता दिवस हर वर्ष 15 अगस्त की तिथि को मनाया जाता है। स्वतंत्रता दिवस संपूर्ण राष्ट्र का उत्सव है। स्वतंत्रता दिवस को पूरा भारत देश उत्साह और खुशी के साथ मनाता है क्योंकि 15 अगस्त 1947 को ही भारत देश स्वतंत्र हुआ था। यह वही दिन था जब भारत देश को ब्रिटिश राज से मुक्ति मिली थी। यह दिन सभी भारतीयों के लिये बेहद महत्वपूर्ण दिन होता है क्योंकि यह दिन पूरे भारतवाषियों मौका देता है उन महान स्वतंत्रता सेनानीयों को याद करने का जिन्होंने उन्हें एक शांतिपूर्ण और खूबसूरत जीवन देने के लिये अपने प्राणों की आहुति दे दी थी। उनके द्वारा किये गए कार्य को कभी भुला जा नहीं सकता। भारत देश को ऐसे ही आजादी नहीं मिली थी इसके लिए कई क्रान्तिकारियों ने अपने जीवन का बलिदान तक दे दिया था और उनमे से कुछ महान स्वतंत्रता सेनानीयों के नाम है : भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव, महात्मा गाँधी, खुदीराम बोस, चंद्रशेखर आजाद, नेताजी सुभाष चन्द्र बोस, लाला लाजपत राय, उधम सिंह। इन सभी के कठिन संघर्षों की वजह से ही भारत देश स्वतंत्र हैं।

राजधानी दिल्ली में हर वर्ष 15 अगस्त के दिन भव्य समारोह होता है जिसमें भारत के प्रधानमंत्री दिल्ली के लाल किले में तिरंगा फहराते हैं। जन-गण-मन की धुन बज उठती है। ध्वज के सम्मान में 21 तोपों की सलामी दी जाती है। प्रधानमंत्री वहाँ परेड का निरीक्षण करते है और राष्ट्र के नाम संदेश में देश की उन्नति और भविष्य की योजनाओं के बारे में लोगों को बताते हैं। इस पुरे कार्यक्रम का सीधा प्रसारण रेडियो और टेलीविजन पर किया जाता है। 15 अगस्त को राष्ट्रीय अवकाश रहता है लेकिन फिर भी स्कूल, कार्यालय, सरकारी, गैर सरकारी संगठन और समाज में लोग भारत का तिरंगा फहरा कर हर कोई इस स्वतंत्रता को बड़े उत्साह के साथ अपने-अपने स्थान से इसे मनाता है। स्कूली बच्चे इन कार्यक्रमों में बहुत उत्साह से भाग लेते हैं। वे रंगीन गुब्बारे उड़ाते हैं तथा हाथों में तिरंगा झंडा फहराते हैं। स्वतंत्रता दिवस के दिन लोग आसमान में पतयें तथा गुब्बारे उड़ाकर अपना उल्लास प्रकट करते हैं।

स्वतंत्रता दिवस समारोह विभिन्न राज्यों की राजधानियों में भी होते हैं जहाँ राज्य के मुख्यमंत्री तिरंगा झंडा फहराते हैं और अपनी जनता के लिए कल्याणकारी कार्यक्रमों कौ घोषणा भी करते हैं। जिला मुख्यालयों में जिले के कलक्टर झंडा फहराते हैं तथा भाषण देते हैं। झंडोतोलन के बाद लोग एक-दूसरे को स्वतंत्रता दिवस की बधाई देते हैं और बच्चों में मिठाइयाँ, टाफियाँ और फल बाँटे जाते हैं।

Independence Day Essay in Hindi 600 Words

हमारा देश 15 अगस्त 1947 को स्वतन्त्र हुआ। स्वतन्त्रता का अर्थ है मानसिक, शारीरिक, आर्थिक तथा अपने-आप नैतिक विधि-विधान से सम्पन्न निर्णय तथा विचार ग्रहण करना है। केवल शारीरिक अथवा शासन की दृष्टि से स्वतन्त्रता का पूर्ण अर्थ नहीं माना जा सकता। जिस राज्य और राष्ट्र में प्रत्येक व्यक्ति अपने मौलिक अधिकार प्राप्त करता है और अपने कर्तव्य को नैतिक स्तर पर निभाता है, वही पूर्ण रूप से स्वतन्त्र माना जा सकता है। स्वतन्त्रता हमारी शिरा और धमनियों में बहने वाले रक्त और हृदय के स्पेदनों की भांति है।

भारत की पवित्र धरती को मुगल तथा अंग्रेज जैसे अत्याचारी शासकों ने लगभग 500 वर्ष तक अपने अपवित्र कार्यों से अपवित्र कर दिया था। मुगलों के बाद अंग्रेजों ने भारत को गुलामी की जंजीरों में जकडे रखा। गुलामी की जंजीरों में बंधे भारतीय उसी दिन से उस जाल को काटने के लिए अनथक प्रयास करते रहे। इस पुनीत संग्राम का प्रारम्भ झांसी की रानी ‘लक्ष्मीबाई’ के कर-कमलों से हुआ। संघर्ष की इस ज्वाला में बालक – वृद्ध, युवक-युवती, नर-नारी सभी झुलसते रहे।

बलिदान की इस माला में भगत सिंह, चन्द्रशेखर आजाद, राजगुरु, सुखदेव, बटुकेश्वर दत्त, खुदीराम बोस, सुभाष चन्द्र बोस, उधम सिंह, लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक, लाला लाजपतराय, महात्मा गांधी, पं. जवाहर लाल नेहरू जैसे स्वतन्त्रता सेनानियों के ही रत्न नहीं पिरोये हैं, बल्कि इनकी संख्या अनगिनत है। अनगिनत माताओं की गोद सूनी हुई, अनगिनत पत्नियों का सिन्दूर मिट गया और अनन्त बहनों के भाई स्वतन्त्रता की बलि वेदी पर चढ़कर अमर-गति को प्राप्त हुए। अनेकों परिवार इस पवित्र यज्ञ की अग्नि में जल कर राख हो गए। ‘जलियांवाला बाग’, ‘कामा-गाटा मारु’, ‘साइमन कमीशन का विरोध’, ‘भारत छोड़ो आन्दोलन’, ‘विदेशी वस्त्रों की होली जलाओ’ तथा अनेक सत्याग्रह इस संघर्ष की रोमांचक कहानी सुनाते हैं। अनन्त बलिदानों के पश्चात् 15 अगस्त, 1947 का दिवस भारतवासियों के लिए सुखद समाचार ले कर आया। शताब्दियों से खोई हुई स्वतन्त्रता लाखों दीपों में फिर लौट आई।

राष्ट्रीय स्तर पर स्वतन्त्रता दिवस समारोह का कार्यक्रम देश की राजधानी नई दिल्ली में मनाया जाता है। लाल किले के प्राचीर पर प्रधानमन्त्री ध्वजारोहण करते हैं तथा लहराते हुए तिरंगे के नीचे राष्ट्र के नाम सन्देश प्रसारित करते हैं। वे शहीदों को भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं, तथा राष्ट्र को सुखी और समृद्ध बनाने का संकल्प करते हैं। विभिन्न राज्यों की राजधानियों में भी राजकीय स्तर पर यह समारोह मनाया जाता है। मुख्यमन्त्री अपने-अपने राज्यों में नई योजनाओं की घोषणा करते हैं जिसके माध्यम से राष्ट्र में सम्पन्नता, साक्षरता तथा क्षमता लाने का प्रयत्न किया जाता है।

नगर और गांव संध्या के आगमन पर दीपमाला के आलोक से आलोकित हो उठते हैं। विभिन्न रंगों का प्रकाश स्वतन्त्रता संग्राम की उज्जवल गाथा प्रकट करता है।

राष्ट्र और संस्कृति प्रेमी, नर-नारी, युवक-युवती सभी भाव-विभोर हो उठते हैं। सम्पूर्ण राष्ट्र अमर शहीदों को स्मृति में अपनी पावन श्रद्धांजलि अर्पित करता है तथा उन्हें नमन करता है। वस्तुत: यह दिवस हमारे संकल्प का दिवस है। इन पावन दिवस पर हम सभी प्रतिज्ञा करते हैं कि हम अपनी महिमामयी संस्कृति को नहीं भूलेंगे। वतन पर मर मिटने वालों की स्मृति हमें सन्देश देती है कि हम भी उनके चरण-चिन्हों पर चल कर देश का गौरव ऊंचा करें।

स्वतन्त्रता दिवस एक ओर जहां हर्ष और उल्लास का सन्देश ले कर आता है, वहीं दूसरी ओर शहीदों का स्मरण कराता है तथा भविष्य के प्रति हमें जागरूक करता है। जिन वीरों को जालिमों ने खिलने से पहले ही कुचल दिया था, उनकी स्मृति में सभी भाव-विभोर हो जाते हैं।

इस पावन पर्व पर हमें निष्पक्ष रूप से सोचने की आवश्यकता है कि क्या हम सही अर्थों में स्वतन्त्र हो सके हैं ? क्या शासक, अधिकारी एवं प्रजा स्वतन्त्रा के अर्थ को समझती है ? जब तक देश भुखमरी, निर्धनता, निरक्षरता के अभिशाप से ग्रस्त होता रहेगा, तब तक स्वतन्त्रता की देवी की अराधना सही अर्थों में नहीं है सकेगी।

Independence Day Essay in Hindi 700 Words

एक लंबे संघर्ष के बाद 15 अगस्त सन् 1947 को हमें आजादी प्राप्त हुई। हमारे असंख्य वीरों का बलिदान उस रोज सार्थक हो गया और हम अपनी स्वतंत्रता को प्राप्त करने में सफल हो गये। भारतीय जनमानस ने अपने अथक परिश्रम और संघर्प-भावना से अन्ततः अंग्रेजों को भारत की पवित्र-भूमि से भगा ही दिया। भारतीय समाज ने एक दीर्घ कालावधि के उपरांत स्वतंत्रता का रसास्वादन आज पुनः प्राप्त किया था। सारा देश उल्लास और खुशियों के अथाह सागर में गोते लगा रहा था। उसके हृदय में व्याप्त आनंद असीम और अत्यंत व्यापक था। किसी ने ठीक ही लिखा है कि सोने की बेड़ियों में दी गयी पराधीनता से कहीं अच्छी है कष्टकारी स्वतंत्रता । महात्मा तुलसीदास का यह कथन पूर्ण सत्य है कि पराधीन व्यक्ति को सपने में भी सुखों की प्राप्ति संभव नहीं होती है। यही कारण था कि स्वतंत्रता की उद्घोषणा होने के साथ ही सारा देश असीम प्रसन्नता में डूब गया था।

भारत ने अथक संघर्षों के बाद जो पावन स्वतंत्रता प्राप्त की थी, उसका समारोह हमारे देश भारत में प्रत्येक वर्ष 15 अगस्त के दिन महनीय राष्ट्रीय उत्सव के रूप में किया जाता है। सन् 1947 के बाद से निरन्तर यह सिलसिला यूं ही बरकरार रहा है। इस दिन हमारे आदरणीय प्रधानमंत्री लाल किले की प्राचीर पर से, भारत के राष्ट्रीय प्रतीक, तिरंगे झंडे को फहराते हैं और फिर वहां से ही पूरे देश को सम्बोधित करते हुए एक लम्बा भाषण भी देते हैं। इसमें, प्रधानमंत्री भी सम्पूर्ण देश को अपनी स्वतंत्रता की हार्दिक बधाई देते हैं और तदुपरांत सरकार की नाना प्रकार की गतिविधियों, नीतियों, कार्यक्रमों एवं योजनाओं से समग्र जनता को अवगत कराते हैं। इस भाषण में प्रधानमंत्री जी इस बात पर विस्तार से प्रकाश डालते हैं कि उनके प्रधानमंत्री काल में, सरकार ने भारतीय समाज का समग्र विकास किस-किस प्रकार से किया है। भारतीय अर्थव्यवस्था पिछले समय की तुलना में आज किस स्थिति में पहुंच गयी है एवं आगे आने वाले समय में इस संदर्भ में कौन-कौन सी सफलताएं अर्थव्यवस्था को प्राप्त होने वाली हैं। प्रधानमंत्री भारतीय अर्थव्यवस्था को निरन्तर सुदृढ़ करने की दिशा में सरकार द्वारा बढ़ने की बात कह कर, समाज को इस संदर्भ में आश्वस्त करते हैं कि सरकार अपनी अर्थव्यवस्था को व्यापक रूप से सुदृढ़ करने की दिशा में निरन्तर गतिशील है और इस संदर्भ में किसी भी प्रकार की लापरवाही केन्द्र सरकार द्वारा नहीं बरती जा रही है। औद्योगिक एवं व्यापारिक हितों से संबंधित नीतियों का भी ऐलान इसी समय कर देते हैं।

इस अवसर पर प्रधानमंत्री सामाजिक जीवन पर भी अपनी सरकार द्वारा ग्रहण की गयी। राष्ट्रीय नीति को स्पष्ट करते हैं। गरीबी, जहालत, शोषण, बेकारी, सामाजिक कुरीतियों आदि से भारतीय समाज को मुक्त करने की दिशा में केन्द्र सरकार द्वारा किए जाने वाले प्रयासों का समग्र लेखा-जोखा भी प्रधानमंत्री जी इस समय समस्त देशवासियों के समक्ष प्रस्तुत करतें। हैं। भारत एक ऐसा देश है जिसमें गरीबी और बेकारी की समस्या अत्यंत व्यापक रूप में समाई हुई है। और इस समस्या की जड़ें इतनी गहरी और व्यापक रही है कि अद्यतन समय में भी इस बर्बर-समस्या से अपने प्यारे देश को, इस देश में निवास करने वाले देश वासियों को मुक्त नहीं कर पाया है। सन् 1947 से आज तक, जब भी लाल किले की प्राचीर से यह राष्ट्रीय भाषण जनता के नाम दिया गया, उस भाषण में जिस एक समस्या का अस्तित्व और उल्लेख आज तक के हर भाषण में बना रहा, वह थी भारतीय समाज में व्याप्त गरीबी और बेरोजगारी की समस्या। बड़े ही दु:ख के साथ हमें कहना पड़ रहा हैं कि इतनी औद्योगिक-प्रगति के बाद भी आज हमारे देश में असंख्य ऐसे लोग हैं, जिन्हें दो जून की रोटी भी भरपेट नसीब नहीं होती। ऐसा नहीं हैं कि सरकार इस समस्या के प्रति सदैव उदासीनता का रवैया रखती है। सरकार प्रत्येक वर्ष अनेक ऐसी योजनाओं का ऐलान करती है जिनके माध्यम से देश को गरीबी और बेरोजगारी से कुछ न कुछ मुक्त किया जा सकता है।

इसके अतिरिक्त, इस पावन दिवस पर प्रधानमंत्री विदेश नीति आदि को भी स्पष्ट करते हैं और वैश्विक-परिदृश्य में भारत का जो स्थान बन रहा है उसका भी सटीक रेखांकन इस भाषण में किया जाता है।

व्यापक रूप से विचार किया जाए, तो स्वतंत्रता दिवस के रूप में आयोजित होने वाला यह पवित्र समारोह एक प्रकार से देश की स्वतंत्रता की ही अक्षुणता को पुष्ट करता है और इसे निरन्तर बनाए रखने के लिए हमें प्रेरित करता है।

Independence Day Essay in Hindi 800 Words

हमारी स्वतंत्रता के 70 वर्ष

अपने अथक प्रयास और जीवन भर के आन्दोलनों और संघर्षों के परिणामस्वरूप, सन् 1947 में हमने स्वतंत्रता प्राप्त की थी आज उसके सत्तर वर्ष पूरे हो गये हैं। पर आज भी हमें ऐसा ही प्रतीत होता है कि मानों ये मूल्यवान वस्तु हमने अभी कल-परसों ही प्राप्त की हो। यह, हमारी उस स्वतंत्रता से भारतीयों के आन्तरिक जुड़ाव का कारण ही है। हम अपने भारत को भारत माता कह कर यूं ही सम्बोधित नहीं करते। सन् 1947 की वह सुबह आज भी हमारे बूढ़े-बुजुर्गों को याद है, जिसकी खुली हवा में उन्होंने जी भर कर सांस ली थी। पहली बार स्वाधीन होने का बोध उन्हें प्राप्त हुआ था। आज भी हमारे बुजुर्ग उस चिर-स्मरणीय सुबह को भूले नहीं हैं।

हमने आजादी प्राप्त करने से पूर्व, एक लम्बी और यातना भरी पराधीनता को भोगा था। भारत का इतिहास पराधीनता के उस यातनापूर्ण अनुभवों से भरा पड़ा है। अंग्रेजों ने न केवल हमें राजनैतिक रूप से पराधीन बनाया था, अपितु उनके साम्राज्यवादी स्वार्थों ने मानवता की सारी हदों को लांघते हुए, हम भारतीयों के पूरे समाज को एक मंडी में परिवर्तित कर दिया था। हमारा गौरव पूर्ण सामाजिक-सांस्कृतिक और धार्मिक इतिहास तब खून के आँसू रो रहा था। अंग्रेजों ने अपने आर्थिक स्वार्थों को निर्विवाद रूप से पूरा करने के लिए ही अपना उपनिवेश बनाया था। यहाँ के उद्योग-धंधे, व्यवसाय और कृषि-व्यवस्था, सभी को उन्होंने व्यापक रूप से तहस-नहस कर दिया था। जिस समय भारत ने अपनी स्वतंत्रता प्राप्त की उस समय वह सामाजिक और आर्थिक रूप से तहस-नहस हो चुका था। समूचा देश राजनैतिक अस्थिरता के भयानक दौर से भी गुजर रहा था। आजादी के साथ ही भारत को विभाजन की पीड़ा से गुजरना पड़ा। एक देश, एक समाज और एक ही मानव समुदाय के भयानक विभाजन की दुर्दान्त पीड़ा हमें सहनी पड़ी थी। देश भर में अनेक साम्प्रदायिक दंगे हुए, जिनसे निपटना भारत सरकार के लिए प्राय: एक असंभव कार्य होता जा रहा था। किन्तु राजनैतिक सूझ-बूझ एवं अपने मानवीय सरोकारों के चलते, हमने कुछ ही समय में इस अंधी-साम्प्रदायिकता से तत्काल कुछ मुक्ति पा ली थी। किन्तु यह समस्या कोई एकतरफा समस्या नहीं थी। विभाजन के बाद भारत सरकार को एक व्यापक प्रवासन की स्थिति को भी झेलनी पड़ी और उससे निपटने के लिए खाद्य पदार्थों के साथ समुचित आवास की भी व्यवस्था करनी पड़ी जिसमें नाहक ही अत्यधिक मात्रा में सरकारी सम्पत्ति की बर्बादी हुई।

इसके अतिरिक्त, हमें जिस खोखली अर्थ-व्यवस्था और अस्त-व्यस्त समाज-व्यवस्था के साथ स्वतंत्रता प्राप्त हुई थी, उसे भी गतिशील करने की समस्या हमारे सामने थी। सरकार ने इस मामले में पूरी निष्ठा और लगन का परिचय यहां दिया। सरकार की ओर से अनेक ऐसी कल्याणकारी और विकासोन्मुख योजनाएं आरम्भ की गयी, जिनसे उस खोखली अर्थव्यवस्था में प्राण फेंके जा सकते थे। पंचवर्षीय योजनाएं सरकार के द्वारा निरन्तर बनाई और लागू की जाती रहीं। आज हम कह सकते हैं कि भारतीय अर्थव्यवस्था को पतन की स्थिति से उबारने में इन पंचवर्षीय योजनाओं की भूमिका महत्वपूर्ण भूमिका रही है।

वस्तुत: हमारा समाज मूल रूप से एक धर्मप्राण और जाति-आधारित समाज रहा है और समय के एक दीर्घ प्रवाह में उसमें अनेकानेक विकृतियाँ और विसंगतियां भी घर कर गयी हैं, जो भारतीय समाज को भीतर-भीतर ही अनेकानेक प्रकार से चूस रहीं है। सरकार ने आजादी के बाद इस विकराल समस्या का भी सामना किया। अनेकानेक सहकारी एवं समाजसेवी संस्थाओं की सहायता से सरकार ने समाज में एक समानता और परस्पर प्रेमभाव से रहने की चेतना विकसित करने का ग्रहणीय कार्य संपन्न किया। हालाँकि आज यह नहीं कहा जा सकता कि हमने अपनी सभी सामाजिक समस्याओं से पूर्णत: मुक्ति प्राप्त कर ली है। किन्त, फिर भी यह बात तो सच ही है कि हमने उल्लेखनीय प्रगति की है।

इसी के साथ भारत ने अपनी आजादी के बाद एक अन्य और समस्या का भी सामना किया। वह समस्या थी, राजनैतिक-अस्थिरता की समस्या। हालाँकि भारत इसके लिए सदैव सरदार वल्लभ भाई पटेल का ऋणी रहेगा। वस्तुत: स्वतंत्र भारत के एक मात्र ऐसे नेता थे। जिन्होंने देशी-रियासतों के रूप में विभाजित भारत को भारतीय संघ के रूप में अपनी अद्वितीय कर्मठता के चलते एकत्रित और संगठित किया।

इतना ही नहीं भारत को पाकिस्तान, चीन आदि अपने पड़ोसी देशों से लगातार युद्धों का सामना करना पड़ा है। किन्तु लाख चाहने पर भी ये राजनैतिक और संवैधानिक सत्ता को कभी अस्थिर नहीं कर सकें।

आज भारत वर्ष अपनी आजादी के बाद विकास की नयी उँचाइयों को छू रहा है। समस्याएं आज भी है, किन्तु समस्याओं से निपटने में भारत आज पूर्णत: सक्षम दिखलायी पड़ रहा है। जनसंख्या और बेरोजगारी आज भी देश की बड़ी समस्याएं हैं, किन्तु हमें यह पूरी आशा है कि भारत-वर्ष जल्द ही इन समस्याओं से अपने आप को मुक्त कर लेगा।

More Hindi Essay

Independence Day speech in Hindi

Essay on Civil Servants in India in Hindi

Essay on Indo China relationship in Hindi

Foreign Policy of India in Hindi

Essay on India and Pakistan in Hindi

Thank you for reading Independence Day Essay in Hindi स्वतंत्रता दिवस पर निबंध (15 August Essay in Hindi). Don’t forget to give us your feedback.

अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए हमारे फेसबुक पेज को लाइक करे।

Share this:

  • Click to share on Facebook (Opens in new window)
  • Click to share on Twitter (Opens in new window)
  • Click to share on LinkedIn (Opens in new window)
  • Click to share on Pinterest (Opens in new window)
  • Click to share on WhatsApp (Opens in new window)

About The Author

independence day essay in hindi 150 words

Hindi In Hindi

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Email Address: *

Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.

Notify me of follow-up comments by email.

Notify me of new posts by email.

HindiinHindi

  • Cookie Policy
  • Google Adsense

Hindi Essay

स्वतंत्रता दिवस पर निबंध | Essay on Independence Day in Hindi 500 Words | PDF

Essay on independence day in hindi.

Essay on Independence Day in Hindi 500 + Words (Download PDF) कक्षा 5, 6, 7, 8, 9, 10 के लिए – 15 अगस्त, स्वतंत्रता दिवस पर निबंध के माध्यम से भारत देश के आज़ाद होने और इस पावन पर्व पर देश तथा विदेश में कार्यक्रम पर प्रकाश डालेंगे। देश की आज़ादी को किस तरह से हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने अपने खून व बलिदान से प्राप्त किया।  तो आइये शुरू करते है- Essay on Independence Day in Hindi –

पशु – पक्षी आदि प्राणी भी स्वाभाविक रूप से सदैव स्वतंत्र रहकर जीवन यापन करना चाहते हैं। मनुष्य तो फिर भी सभी प्राणियों में श्रेष्ठ है। वह दूसरों के अधीन रहकर जीवन यापन नहीं कर सकता है। गुलामी के बाद जब किसी को भी स्वतंत्रता मिलती है तो उसके आनंद व हर्ष की कोई सीमा नहीं होती है। सैकड़ों वर्ष गुलाम रहने के बाद 15 अगस्त, 1947 को जब भारत स्वतंत्र हुआ है, उस समय यहां की जनता, नर-नारी, बालक, वृद्ध सभी हर्ष-विभोर हो उठे। तभी से प्रतिवर्ष 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है।

स्वतंत्रता आंदोलन

प्रारम्भ से ही समय-समय पर स्वतंत्रता के लिए संघर्ष होते रहे, लेकिन वे प्रयास सफल नहीं हो पाये। 1857 ईसवी में हुए आंदोलन को प्रथम स्वतंत्रता संग्राम कहा जाता है। इसमें महारानी लक्ष्मीबाई, नाना साहब, तात्या टोपे, बहादुर शाह जफर, मंगल पांडे, आदि का त्याग व बलिदान उल्लेखनीय हैं।

उसके बाद 1885 ईसवी में भारतीय राष्ट्र कांग्रेस की स्थापना की गई। इस संगठन के माध्यम से लक्ष्य प्राप्ति तक निरंतर संघर्ष चलता रहा। इसमें अनेक भारतीय सपूतों के त्याग, तपस्या और बलिदान की अमर कथाएं जुड़ी हैं।

इस देश को स्वतंत्र कराने के लिए जहां एक और महात्मा गांधी के नेतृत्व में अहिंसात्मक शांतिपूर्ण आंदोलन चल रहा था। वहीं दूसरी ओर वीर भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद, शहीद रामप्रसाद बिस्मिल, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, आत्म बलिदान द्वारा क्रांति का संचालन कर रहे थे। जिसमें भारत माता की अनेक सपूत शहीद हुए। उक्त दोनों नरम दल और गरम दल के अथक प्रयासों से ही हमें सैकड़ों वर्षो के बाद स्वतंत्रता मिली।

ये भी देखें – Essay on science is a boon or curse in Hindi

स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर

स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर यानी 14 अगस्त की रात को देश के राष्ट्रपति अपना संदेश देश के नाम प्रसारित करते हैं, जो मीडिया के माध्यम से प्रसारित होता है। अपने संदेश में, वह सरकार की उपलब्धियों और भविष्य के लोगों की आशाओं और आकांक्षाओं पर प्रकाश डालते है। जनता अपने राष्ट्रपति के संदेश को बहुत ध्यान से सुनती है।

राष्ट्रीय स्तर पर स्वतंत्रता दिवस मनाने की परम्परा

भारत सरकार इस पावन पर्व को हर साल देश की राजधानी दिल्ली में बड़े उत्साह के साथ मनाती है। इसकी तैयारी राष्ट्रीय स्तर पर कई दिन पहले से ही शुरू हो जाती है. देश के प्रधानमंत्री 15 अगस्त को सुबह करीब 7:00 बजे दिल्ली में ऐतिहासिक लाल किले की प्राचीर पर राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं।

भेदी तोपों की गूंज के साथ इस पावन पर्व की शुरुआत के बाद देश को संदेश देते हैं. जिसका प्रसारण ऑल इंडिया रेडियो और दूरदर्शन के सभी केंद्रों द्वारा किया जाता है। अपने संदेश में, प्रधान मंत्री ने स्वतंत्रता दिवस के महत्व को बताते हुए अपनी सरकार की उपलब्धियों और नीतियों पर प्रकाश डालते है।

दिल्ली के विद्यालयों में

चूंकि यह त्योहार 15 अगस्त को दिल्ली में राष्ट्रीय स्तर पर मनाया जाता है। इसी वजह से दिल्ली के स्कूल में 1 दिन पहले यानी 14 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के शुभ दिन को बड़े ही उत्साह के साथ मनाया जाता है. इस उत्सव में विद्यालय के सभी छात्र-छात्राएं बड़े उत्साह के साथ भाग लेते हैं।

सबसे पहले स्कूल के प्रधानाचार्य राष्ट्रगान के साथ झंडा फहराते हैं। फिर छात्रों द्वारा विभिन्न कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाते हैं। कई छात्र देशभक्ति के गीत गाते हैं। अनेक व्याख्या देते हैं और अनेक भिन्न-भिन्न प्रकार के नाटक प्रस्तुत करते हैं। फिर एक खेल आयोजन होता है। अंत में राष्ट्रगान के साथ पुरस्कार वितरण कर कार्यक्रम का समापन किया जाता है।

देश और विदेश में

देश की प्रांतीय राजधानियों में राज्यपाल और मुख्यमंत्री ध्वजारोहण के साथ इस कार्यक्रम का उद्घाटन करते हैं. ध्वजारोहण सभी सरकारी कार्यालयों, स्कूलों और कॉलेजों के प्रमुखों द्वारा किया जाता है। विदेशों में भी यह पर्व बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। कार्यक्रम की शुरुआत प्रत्येक देश में भारत के दूतावासों में झंडा फहराने के साथ होती है। प्रत्येक देश के शासनाध्यक्ष भारत को बधाई संदेश भेजते हैं।

ये भी देखें – Essay on cricket in Hindi

हमारा यह राष्ट्रीय पर्व धर्मनिरपेक्ष राष्ट्रीय भावनाओं के साथ मनाया जाता है। यह राज्य के सभी धर्मों, जातियों, संप्रदायों और क्षेत्रों के लोगों द्वारा बहुत खुशी के साथ मनाया जाता है। इसमें किसी प्रकार का कोई भेदभाव नहीं है। हमारी कामना है कि हम इस पावन पर्व को युगों-युगों तक मनाते रहें। देश की रक्षा के लिए सभी देशवासियों को निहित स्वार्थों का त्याग कर सदैव प्रतिबद्ध रहना चाहिए।

Download PDF – Click Here

FAQs. on Independence Day in Hindi

स्वतंत्रता दिवस का क्या महत्व है.

उत्तर – स्वतंत्रता दिवस बहुत ही महत्वपूर्ण है यह हमे स्वतंत्रता सेनानियों की वीरता, त्याग और भावना को याद करता है जिन्होंने आजादी के लिए ब्रिटिश शासन से देश की लड़ाई लड़ी थी। स्वतंत्रता दिवस को राष्ट्रीय गौरव और सम्मान के रूप में जाना जाता है, इस दिन प्रधान मंत्री हर साल लाल किले से झंडा फहराते हैं और देश को शुभकामनाये देते हैं।

स्वतंत्रता दिवस का इतिहास क्या है?

उत्तर – हमारे पहले प्रधान मंत्री रह चुके, जवाहरलाल नेहरू ने 15 अगस्त, 1947 को भारत की स्वतंत्रता की घोषणा की और पहले भारतीय प्रधान मंत्री के रूप में शपथ लिया। 4 जुलाई, 1947 को ब्रिटिश हाउस ऑफ कॉमन्स ने भारतीय स्वतंत्रता विधेयक पारित किया।

अंग्रेजों ने भारत पर कितने वर्ष शासन किया?

उत्तर – भारत को गुलामी की जंजीरो ने जकड़ा हुआ था। यहाँ पर अंग्रेजों ने 200 वर्षों तक भारत पर शासन किया। हमे 1947 में इनसे छुटकारा मिला।

स्वतंत्रता दिवस से हम क्या सीख सकते हैं?

उत्तर – भारत के सभी नागरिकों को राष्ट्र के प्रति अपनी एकजुटता और एकता दिखाने के लिए स्वतंत्रता दिवस मनाने की जरूरत है। स्वतंत्रता दिवस उन स्वतंत्रता सेनानियों के प्रति हमारे सम्मान को भी प्रदर्शित करेगा जिन्होंने स्वतंत्रता के लिए अपने की आहुति दे दिया। यह पर्व सभी युवा पीढ़ी को देश सेवा करने के लिए प्रेरित करता है।

Related Articles

Essay on Holi in Hindi

होली पर निबंध | Essay on Holi in Hindi 1000 Words | PDF

Essay on cow in Hindi

गाय पर निबंध | Essay on Cow in Hindi 500 Words | PDF

Essay On Importance Of Yoga In Hindi

योग का महत्व पर निबंध | Essay On Importance Of Yoga In Hindi 500 Words | PDF

Essay On Indian Culture In Hindi

Essay On Indian Culture In Hindi | भारतीय संस्कृति पर निबंध | 500 Words

Leave a reply cancel reply.

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.

sanjeevnihindi

Essay on Independence Day in Hindi | 15 अगस्त पर निबंध हिन्दी में | स्वतंत्रता दिवस पर निबंध

“सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है। देखना है ज़ोर कितना बाजु-ए-क़ातिल में है।।”

15 अगस्त 1947…… भारतीय इतिहास का एक स्वर्णिम दिन। यही वह दिन है जब हमारा देश अंग्रेजों की दासता से मुक्त हुआ। जी हाँ…… यही वह दिन था जब भारत अंग्रेजों की लगभग 200 वर्षों की पराधीनता के बाद अपने जियाले सपूतों की कुर्बानी और संघर्ष के परिणाम स्वरूप स्वाधीनता का सूरज देख रहा था।

हर साल  स्वतंत्र दिवस के अवसर पर स्कूल, कॉलेजों में 15 अगस्त पर भाषण  और निबंध प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है। 

दोस्तों, आज हम अपने इस लेख Essay on Independence Day in Hindi | 15 अगस्त पर निबंध हिंदी में |  स्वतंत्रता दिवस पर निबंध के माध्यम से  आपको  स्वतंत्रता दिवस पर निबंध कैसे लिखें,  के बारे में बताएंगे।  

परीक्षा  और विभिन्न प्रतियोगिताओं में आपको Independence Day Essay in Hindi लिखने में यह लेख सहायक सिद्ध होगा। तो आइए शुरू करते हैं-

Table of Contents

स्वतंत्रता दिवस पर भाषण, 15 अगस्त पर निबंध हिंदी में – Essay on Independence Day in Hindi

प्रस्तावना –  .

15 अगस्त 1947 को भारत ने अंग्रेजों की 200 वर्षों की दासता से मुक्त होकर स्वतंत्र हवा में सांस ली।  हमारे देश के तीन प्रमुख राष्ट्रीय पर्वों में से स्वतंत्रता दिवस एक प्रमुख राष्ट्रीय पर्व है। वर्षों से  अंग्रेजी हुकूमत के  अत्याचार सहने के बाद इसी दिन  हमारे देश को आजादी मिली। 

परंतु यह आजादी  हमें आसानी से नहीं मिली, इसे पाने के लिए  भारत मां के अनगिनत सपूतों ने वर्षों तक संघर्ष किया और अपने प्राणों की आहुति दी, तब कहीं जाकर भारतीयों को यह गौरवमयी दिन देखने को मिला।

इसीलिए हम इस आजादी के महत्व को समझते हुए प्रतिवर्ष 15 अगस्त के दिन स्वतंत्रता दिवस को धूमधाम से मनाते हैं।

इस दिन पूरे देश में राष्ट्रीय अवकाश रहता है और देश के प्रत्येक कार्यालय, विद्यालय और संस्थाओं में  तिरंगा ध्वज फहराकर भारतीय स्वतंत्रता का जश्न मनाया जाता है।

और विभिन्न प्रकार के समारोह आयोजित किए जाते हैं। इसी दिन देश की राजधानी दिल्ली में लाल किले पर प्रधानमंत्री द्वारा राष्ट्रध्वज फहराया जाता है और समारोह का आयोजन होता है। 

essay on independence day in hindi

2023 का स्वतंत्रता दिवस – Independence Day 2023

इस वर्ष अर्थात 2023 में हमारा देश आजादी की 76 वीं  वर्षगांठ  और 77 वां  स्वतंत्रता दिवस  मनाने जा रहा है। 

हालांकि इस अवसर पर हर साल देश के प्रधानमंत्री लाल किले से देश की जनता को संबोधित करते हैं परंतु इस संदर्भ में इस साल का स्वतंत्र दिवस कुछ अलग है। 

क्योंकि इस बार देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने देश की जनता से ट्वीट करके सुझाव मांगे हैं कि वह बताएं कि  प्रधानमंत्री इस बार स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर किस विषय पर भाषण दे। 

और देश की जनता लगातार उन्हें अलग-अलग विषय पर  अपने विचार रखने के लिए सुझाव दे रही है।

स्वतंत्रता दिवस का सुनहरा इतिहास – Independence Day History

हमारे देश का इतिहास सदियों पुराना है। प्राचीन काल से पूरे विश्व में हमारा देश सोने की चिड़िया के नाम से प्रसिद्ध रहा है। भारत की समृद्धि, संपन्नता  पूरे विश्व में प्रसिद्ध थी। 

इसी से प्रेरित होकर हमारे देश पर कई विदेशी आक्रमणकारियों ने आक्रमण किए, उनमें से कुछ लूटमार करके वापस अपने देश चले गए जबकि कुछ आताताई  यहीं बस गए। 

लंबे समय तक हमारे देश में रहने के दौरान  वह हमारी सभ्यता, संस्कृति और खानपान में इस प्रकार रच बस गए मानो यहीं के मूल निवासी हों।

आरंभिक दौर में कुछ अन्य आक्रमणकारियों के बाद हमारे देश में मुगलों का आगमन हुआ जिन्होंने एक लंबे समय तक भारत पर शासन किया।

फिर 18 वीं सदी में अंग्रेज व्यापार के बहाने भारत आए, और धीरे-धीरे अंग्रेजों ने भारत पर अपना शासन कायम किया। भारतीय इतिहास में अंग्रेजी हुकूमत का दौर एक दुःस्वपन  के समान था।

अंग्रेजों ने हमारे ही देश में रहकर देश की जनता का बुरी तरह शोषण किया और उन पर क्रूरतम अत्याचार किए। 

अंग्रेज भारतीय लोगों से मनमाना  लगान वसूलते और उन पर अत्याचार करते थे, विरोध करने की दशा में भारतीय लोगों को पाशविक तरीकों से  मारा-पीटा जाता था, और जेल में डाल दिया जाता था।  उनके पाशविक  कृत्यों का क्रूरतम उदाहरण  जलियांवाला बाग हत्याकांड है। 

हालांकि अपनी हुकूमत के दौरान अंग्रेजों ने हमारे देश के लोगों पर अंतहीन  अत्याचार किये, परंतु  भारत मां के सपूतों ने उनके हर अत्याचार  का सामना किया और विरोध किया। 

हमारे देश के वीर  क्रांतिकारियों ने हंसते-हंसते  अपने प्राणों को न्यौछावर कर दिया और आजादी की लड़ाई  को जारी रखा।

इसी का नतीजा था कि क्रूर अंग्रेज हुक्मरानों को हमारा देश छोड़कर भागना पड़ा। 15 अगस्त 1947 को अंग्रेजो ने हमारे देश को स्वतंत्र घोषित कर दिया और भारत की सत्ता की बागडोर भारतीय नेताओं को सौंप कर  वे अपने देश वापस चले गए।

हमारा  स्वर्णिम इतिहास  भारतीय  रणबांकुरों के अदम्य साहस  और संघर्ष से भरा हुआ है उसी के बल पर आज हम आजाद देश की हवा में सांस ले रहे हैं।

हर भारतीय के लिए यह दिन एक खास महत्व रखता है इसीलिए हम अपने स्वतंत्रता दिवस (Independence Day in Hindi) को प्रतिवर्ष पूरे हर्षोल्लास से मानते हैं। 

You May Also Like

  • गणतंत्र दिवस पर निबंध, 2023, महत्व, भाषण व इतिहास
  • शिक्षक दिवस पर निबंध | Teachers Day Essay in Hindi
  • हिंदी दिवस पर निबंध | Hindi Diwas Essay in Hindi
  • नवरात्रि पर निबंध | Essay on Navratri in Hindi | Shardiya Navratri

भारतीय इतिहास की महत्वपूर्ण घटनाएं –

यहाँ हम आपको सरल रूप से समझने के दृष्टिकोण से भारतीय इतिहास की महत्वपूर्ण घटनाएं बता रहे हैं –

अंग्रेजों का भारत में प्रवेश-  

अंग्रेज व्यापार के बहाने भारत आए 17 वी शताब्दी में जब अंग्रेज भारत आए तो भारत में मुगलों का शासन था भारत प्राचीन काल से ही सोने की चिड़िया कहलाता था।

भारत की संपन्नता के बारे में सारी दुनिया जानती थी इसी से प्रेरित होकर यूरोप के कई देशों के लोगों ने भारत की ओर रुख किया भारत में अंग्रेजों ने व्यापार करने के साथ-साथ धीरे-धीरे अपनी सैन्य ताकत को बढ़ाया और यहां की परिस्थितियों का फायदा उठाया।

उन्होंने देखा राजपूत राजाओं में एकता नहीं थी वह छोटी-छोटी बातों पर आपस में लड़ाई-झगड़ा करते थे अतः उन्होंने इसी बात का फायदा उठाते हुए राजपूत राजाओं को आपस में लड़ा कर धीरे-धीरे भारत में छोटे-छोटे क्षेत्रों पर अपना अधिकार करना शुरू किया।

फिर उन्होंने भारत में ईस्ट इंडिया कंपनी की स्थापना की और धीरे-धीरे ‘फूट डालो और शासन करो’ की नीति अपनाते हुए लगभग संपूर्ण भारत पर अपना वर्चस्व स्थापित कर लिया। 

पराधीन भारत का आगाज़ –

अंग्रेजों ने धीरे-धीरे अपनी नीति के द्वारा संपूर्ण भारत पर अपना शासन स्थापित कर लिया और अब भारत एक पराधीन देश की तरह था जिसमें दूसरे देश के लोग (अंग्रेज) अपना शासन चला रहे थे और उनके द्वारा हमारे देश की जनता को प्रताड़ित किया जाता था।

भारतीयों पर अंग्रेजों के अत्याचार-

वे देश की जनता से मनमाना कर वसूलते, उन पर अत्याचार करते, बिना वजह बताए किसी भी भारतीय को जेल में डाल देते।

जलियाँवाला बाग हत्याकांड की अमानवीय घटना भारतीयों पर अंग्रेजी हुकूमत के अत्याचारों का ही एक क्रूर उदाहरण थी। भारतीय अपने ही देश में गुलाम बन चुके थे और भारत एक पराधीन राष्ट्र। 

अंग्रेजों के विरुद्ध भारत की जनता का असंतोष –

देश की जनता पर अंग्रेजों के अत्याचार बढ़ते ही जा रहे थे, भारतीय इन अत्याचारों को अब और सहन नहीं कर सकते थे, देश में जगह-जगह अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ भारतीय जनता का असंतोष बढ़ता ही जा रहा था।

स्वतंत्रता सेनानियों व देश के लीडर्स के प्रतिनिधित्व में जनता अपना रोष प्रकट करने लगी थी। यहाँ तक कि यह असंतोष भारतीय सैनिकों में भी पनप रहा था।

जिसका एक उदाहरण 1857 का सैनिक विद्रोह था। जब बैरकपुर छावनी में मंगल पांडे ने अंग्रेज अधिकारी का हुक्म मानने से इनकार कर दिया तो तोप के आगे बांधकर उसकी हत्या कर दी गयी। 

1857 का सैनिक विद्रोह मंगल पांडे की हत्या के बाद देश को आजाद कराने के लिए एक क्रांति की चिंगारी बनकर पूरे देश में फैल चुका था। लखनऊ, कानपुर, ग्वालियर, मेरठ, दिल्ली, झांसी के साथ-साथ पूरे देश में क्रांति की ज्वाला भड़क उठी थी।

भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना –

28 दिसंबर 1885  को मुंबई में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना हुई। कांग्रेस के संस्थापक ए0ओ0 ह्यूम (एलन ऑक्टोवियन ह्यूम) थे।  इनके अतिरिक्त दादाभाई नरोजी ने भी कांग्रेस की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना के बाद  देश में आजादी के लिए क्रांतिकारी गतिविधियों में इजाफा हुआ और बहुत से लोग भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सदस्य बने।

भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना के बाद देश में कई और राष्ट्रीय दलों की स्थापना की गई इनमें प्रमुख रूप से ‘मुस्लिम लीग’ भी शामिल थी।

अंग्रेजी हुकूमत से आजादी की मांग ने जोर पकड़ा   –

क्रूर गोरी सरकार के अत्याचारों के विरुद्ध भारतीयों का बढ़ता असंतोष अब धीरे-धीरे आंदोलनों का रूप लेता जा रहा थाा।

जिनमें महात्मा गाँधी के नेतृत्व में हुए असहयोग आंदोलन, सविनय अवज्ञा आंदोलन, नमक कानून, भारत छोड़ो आंदोलनों ने अंग्रेजी हुकूमत को हिलाकर रख दिया और गोरी सरकार के पैर उखाड़ दिए। 

आजादी में स्वतंत्रता सेनानियों की भूमिका –

देश की आजादी के लिए भारत माँ के लाडलों ने भारत के स्वतंत्रता संग्राम में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और भारत माँ को आजाद कराने के लिए अपने प्राणों की आहुतियाँ दीं। 

इन स्वतंत्रता सेनानियों में सर्वप्रमुख महात्मा गांधी का नाम आता है। उन्होंने क्रूर फिरंगियों को अपने सत्य और अहिंसा के बल पर झुकने पर मजबूर कर दिया। गांधीजी ने अंग्रेजों के विरुद्ध अहिंसा को हथियार बनाते हुए कई आंदोलन चलाए।

जैसे- सविनय अवज्ञा, असहयोग, नमक आंदोलन (डांडी यात्रा) और अंग्रेजों भारत छोड़ो आंदोलन आदि। इन सभी आंदोलनों के बल पर उन्होंने अंग्रेजी शासन को देश से उखाड़ फेंका। 

महात्मा गाँधी के अतिरिक्त ऐसे देशभक्तों की सूची बड़ी लम्बी है जिन्होंने अपने-अपने तरीके से देश के स्वाधीनता संग्राम में अपना योगदान दिया।

इनमें प्रमुख हैं- नेताजी सुभाष चन्द्र बोस, भगत सिंह,राजगुरु, सुखदेव, चंद्रशेखर आजाद, लाल लाजपतराय, बटुकेश्वर दत्त, मंगल पांडे, अशफाक़उल्ला खाँ आदि। 

भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु ने भारत माँ को आजाद कराने के लिए हँसते-हँसते फांसी के फंदे को अपने गले में डाल लिया।

हिन्दू,मुस्लिम,सिक्ख, ईसाई सभी ने एकजुट होकर देश को आजादी दिलाने के लिए लड़ाई लड़ी और अपना अमूल्य योगदान दिया। 

आखिर भारत को मिली आजादी –

देश के स्वतंत्रता सेनानियों और देशभक्तों की अनगिनत कुर्बानियों के दम पर आखिर अंग्रेजों को हमारा देश छोड़ने पर मजबूर होना पड़ा और 15 अगस्त 1947 की मध्यरात्रि को हमारा देश एक स्वतंत्र राष्ट्र बन गया।

और देशवासियों  ने वर्षों बाद आजाद हवा में सांस ली। तभी से हम हर वर्ष 15 अगस्त को अपने स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाते हैं। 

भारत का  बँटवारा  और सांप्रदायिक दंगों का दौर –

15 अगस्त 1947 को  देश आजाद तो हुआ,  परंतु उससे पहले 14 अगस्त की मध्य रात्रि को देश का विभाजन कर दिया गया और एक और नये देश का जन्म हुआ, वह था पाकिस्तान। 

अंग्रेजों की नीति के कारण देश के आजाद होने तक,  जो हिंदू मुस्लिम  पूरी एकजुटता के साथ देश को आजाद करने के लिए संघर्ष कर रहे थे,  वे अब एक दूसरे के शत्रु बन चुके थे।  अंग्रेजों की कूटनीति के कारण देश का विभाजन धार्मिक आधार पर हुआ था।

यह तय किया गया था कि  हिंदू या मुस्लिम स्वेच्छा से जिस देश में भी रहना चाहते हैं वहां रह सकते हैं अतः 72 लाख 26 हजार मुस्लिम भारत से पाकिस्तान गए और 72 लाख 49 हजार  हिंदू और सिख  धर्म के लोग पाकिस्तान से भारत आए।

इसी बीच हिंदू मुस्लिम दंगे शुरू हो गए उन दंगों में लाखों लोगों की हत्या कर दी गई मरने वाले लोगों में दोनों धर्म के लोग शामिल थे। 

यह एक बहुत ही हृदय विदारक घटना थी जिसने देशवासियों की देश के आजाद होने से होने वाली खुशी को भी रंज में बदल दिया। 

  • दिवाली पर निबंध 2022 | Essay of Diwali in Hindi
  • अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर निबंध, भाषण, कविता, महत्व | International Women’s Day
  • क्रिसमस डे पर निबंध हिंदी में | Essay on Christmas Day in Hindi
  • नए साल पर निबंध | New Year Essay In Hindi

15 अगस्त को मनाते हैं हम आजादी का जश्न/स्वतंत्रता दिवस क्यों मनाया जाता है –

हमारा देश अंग्रेजी हुकूमत की 200 वर्षों की दासता के बाद भारतीय सपूतों की कुर्बानी के बाद 15 अगस्त 1947 को आजाद हुआ। तभी से हम अपने देश में इस दिन आजादी का जश्न मनाते हैं। 

पूरे देश में इस दिन को पूरे हर्सोल्लास के साथ मनाया जाता है। सभी स्कूल, कॉलेज, सरकारी दफ्तरों और निजी संस्थानों में ध्वजारोहण किया जाता है, राष्ट्रीय ध्वज को सलामी देकर राष्ट्रीय गान गाया जाता है। कई प्रकार के रंगारंग कार्यक्रम किये जाते है और मिष्ठान वितरण किया जाता है। 

15 अगस्त को देश के प्रधानमंत्री दिल्ली के लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वजारोहण करते हैं। इस मौके पर पूरे देश में अलग-अलग स्थानों पर विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम और प्रतियोगिताएं की जाती है। 

स्वतंत्रता दिवस समारोह पर सुरक्षा संबंधी खतरे –

हालांकि 15 अगस्त को प्रतिवर्ष  हमारे देश में जगह-जगह  स्वतंत्रता समारोह मनाया जाता है।  मुख्य रूप से यह समारोह दिल्ली में लाल किले पर प्रधानमंत्री द्वारा ध्वजारोहण और सेनाओं की परेड के साथ संपन्न किया जाता है जिसे लाखों की संख्या में देखने के लिए लोग पहुंचते हैं।

ऐसे में इस समारोह के अवसर पर विभिन्न प्रकार के सुरक्षा संबंधी खतरे भी होते हैं, कई बार कुछ आतंकवादी संगठनों ने स्वतंत्रता समारोह  के मौके पर आतंकवादी घटनाओं को अंजाम देने की धमकी दी है।

जिस कारण इस समारोह के अवसर पर जश्न के साथ-साथ कड़ी सुरक्षा व्यवस्था का बंदोबस्त भी किया जाता है। 

स्वतंत्रता दिवस का महत्व – Significance of Independence Day

स्वतंत्रता दिवस  हम भारतीयों के लिए महत्वपूर्ण दिवस है, इस दिन का हमारे जीवन में खास महत्व है,  क्योंकि यह वह दिन है जब देश को आजादी मिली और देश के हर नागरिक ने आजाद हवा में सांस ली।

क्योंकि आजादी  एक ऐसा जज्बा है जिसे इंसान तो क्या पशु पक्षी भी प्यार करते हैं। इस दिन को याद करना  आजादी के उस जज्बे को  जीने के समान है जो हम सभी को प्रिय है।

स्वतंत्रता दिवस को मनाने के बहाने  हम अपने उन वीर सपूतों को भी याद करते हैं जिन्होंने मातृभूमि के लिए अपने प्राणों की आहुति दी  और हमें आजाद हवा में सांस लेने का मौका दिया।

यह दिन  हमें अपने देश, राष्ट्रीय ध्वज, राष्ट्रीय प्रतीक  और अपनी राष्ट्रीय धरोहर को प्रेम करना सिखाता है इसलिए हमें अपने स्वतंत्रता दिवस के महत्व को समझना चाहिए, और ना केवल स्वतंत्रता दिवस के दिन बल्कि हमेशा अपने  दिल में देश प्रेम की भावना रखते हुए देश की उन्नति और आन-बान-शान के लिए काम करना चाहिए। 

स्वतंत्रता दिवस से संबंधित महत्वपूर्ण तथ्य –

  • भारत के अलावा दुनिया में कई अन्य देश हैं जों 15 अगस्त को हमारे देश  की तरह अपना स्वतंत्रता दिवस मनाते हैं। भारत के अलावा ये कुछ देश हैं  जिनका स्वतंत्रता दिवस भी 15 अगस्त को ही होता है –
  • हम सभी जानते हैं कि हर साल 15 अगस्त को देश के प्रधानमंत्री के द्वारा दिल्ली के लाल किले पर झंडा फहराया जाता है और भाषण भी दिया जाता है। परंतु देश आजाद होने पर 15 अगस्त 1947 को झंडा नहीं फहराया गया था बल्कि 16 अगस्त 1947 को फहराया गया था।
  • देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने 14 अगस्त की मध्यरात्रि को   अपना ऐतिहासिक भाषण “Tryst with Destiny” वायसराय लॉज में दिया था जिसे अब राष्ट्रपति भवन कहा जाता है, पंडित जवाहरलाल नेहरू उस समय तक देश के प्रधानमंत्री नहीं थे।
  • लार्ड माउंटबेटेन देश की स्वतंत्रता के समय अंतिम वायसराय थे। उन्होनें ही पंडित जवाहर लाल नेहरू के साथ आज़ादी के दस्तावेजों पर हस्ताक्षर किये थे।
  • 15 अगस्त 1947 को  आजादी के समय हमारे देश का कोई राष्ट्रगान नहीं था।  परंतु रविंद्रनाथ टैगोर द्वारा रचित गीत  ‘भारोतो  भाग्यो  विधाता’ जो उनके द्वारा 1911 में ही लिख दिया था, का नाम बदलकर ‘जन गण मन’ कर दिया गया और 24 जनवरी 1950 को भारतीय संविधान के द्वारा इसे राष्ट्रगान के रूप में स्वीकार किया गया।
  •  हमारा वर्तमान राष्ट्रीय ध्वज पिंगली वेंकैया द्वारा 1921 में डिजाइन किया गया। जिसमें सबसे ऊपर केसरिया रंग बीच में सफेद रंग और सबसे नीचे हरा रंग है, बीच में सफेद पट्टी पर अशोक चक्र बना है जिसमें 24 स्पोक हैं।  इस ध्वज को 22 जुलाई 1947 को आधिकारिक तौर पर अपनाया गया।
  •  15 अगस्त को अपना स्वतंत्र दिवस मनाने वाले भारत के अतिरिक्त ऐसे पांच और देश हैं जिनमें कांगो गणराज्य, उत्तरी कोरिया, दक्षिण कोरिया,  बहरीन और लिकटेन्सटीन  हैं। 
  • 24 जनवरी 1950 को रविंद्र नाथ टैगोर के द्वारा लिखे गए ‘वंदे मातरम्’को राष्ट्रीय गीत के रूप में अपनाया गया। वंदे मातरम्  रविंद्रनाथ टैगोर द्वारा 1880  के दशक में लिखे गए उनके उपन्यास आनंदमठ का हिस्सा है।

आजादी का अमृत महोत्सव (स्वतंत्रता के 75 साल)

पिछले वर्ष 2022 में हमारे देश ने  आजादी के 75 वर्ष पूरे कर लिए। इसी के उपलक्ष में भारत सरकार के द्वारा  आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है। जिसके अंतर्गत देशभर में विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।

इसी के अंतर्गत माननीय प्रधानमंत्री  श्री नरेंद्र मोदी जी ने  देश की जनता से आग्रह किया था कि वे इस अवसर पर अपने सोशल मीडिया के प्रोफाइल की तस्वीर पर देश का तिरंगा लगाएं। 

हर घर तिरंगा अभियान 2.0 –

भारत की आजादी के 75 वर्ष पूरे होने पर देश में मनाए जा रहे आजादी का अमृत महोत्सव अभियान के तत्वाधान में भारत सरकार  के संस्कृति मंत्रालय द्वारा‘हर घर तिरंगा अभियान’ पिछले वर्ष 2022 में शुरू किया था।

2023 में पुनः हर घर तिरंगा अभियान चलाया जा रहा है जिसके अंतर्गत देश के लोगों को अपने घर पर राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा लहराना है।

लोग अपने पोस्ट-ऑफिस या बैंक से मात्र 25 रुपये की धनराशि देकर तिरंगा प्राप्त कर सकते हैं।

इस अभियान का उद्देश्य देश के हर नागरिक के दिल में देशभक्ति की भावना को जागृत करना, राष्ट्रीय ध्वज का सम्मान करना और राष्ट्रीय ध्वज के बारे में जागरूकता पैदा करना है।

स्वतंत्रता दिवस कोट्स – Independence Day Quotes in Hindi

स्वतंत्र दिवस पर कोट्स नीचे गए हैं –

essay on independence day in hindi

स्वतंत्र दिवस पर 10 लाइन – 10 Lines on Independence Day

  • भारत में हर साल स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त को मनाया जाता है।
  •  स्वतंत्रता दिवस हमारे देश के 3 राष्ट्रीय पर्वों में से एक महत्वपूर्ण राष्ट्रीय पर्व है।
  •  इस दिन  हमारे देश को अंग्रेजी दासता से आजादी मिली थी।
  •  स्वतंत्रता दिवस  का महत्व इसलिए है क्योंकि इस दिन हम अपने देश के वीरों की कुर्बानी को याद करते हैं और उनका सम्मान करते हैं।
  •  हमारे देश में स्वतंत्रता दिवस का मुख्य समारोह दिल्ली के लाल किले पर मनाया जाता है। 
  •  प्रत्येक भारतीय के लिए यह गौरव का दिन है यह  देश की एकता और अखंडता को समर्पित दिन है।
  • स्वतंत्र दिवस समारोह को मुख्य रूप से ध्वजारोहण,  राष्ट्रगान,  सेना की परेड  तथा विभिन्न प्रकार की सांस्कृतिक गतिविधियां करते हुए मनाया जाता है।
  • देश के सभी स्कूलों, कॉलेजों  तथा सरकारी और गैर सरकारी संस्थानों में राष्ट्रीय ध्वज फहराकर  विभिन्न कार्यक्रमों के साथ  पूरे हर्षोल्लास के साथ इस दिन को मनाते हैं।
  • यह दिन प्रत्येक भारतीय के लिए बहुत महत्व रखता है। 
  • 2023 में देश स्वतंत्रता दिवस की 76 वीं वर्षगांठ और  77 वां  स्वतंत्रता दिवस  मनाने जा रहा है।

उपसंहार –  

भारत एक ऐसा देश है जिसमें विभिन्न धर्मों के लोग एक साथ एक गुलदस्ते की तरह रहते हैं  जिनकी अपनी-अपनी सभ्यता, संस्कृति, खानपान, वेशभूषा है  उन सबके अपने-अपने त्योहार हैं जिसे वे  अपने धर्म के लोगों के साथ मनाते हैं।

परंतु जब राष्ट्रीय पर्वों की बात आती है तब सभी धर्मों के लोग मिलकर एक साथ राष्ट्रीय पर्वों को पूरे हर्षोल्लास और जोश के साथ मनाते हैं।

हर भारतीय अपने राष्ट्रीय पर्व को अपने धर्म की तरह निभाता है और प्रत्येक भारतीय में अपने देश और राष्ट्रीय ध्वज के लिए यही सम्मान और भावना होनी चाहिए। 

अपनी मातृभूमि पर न्योछावर होने का जज्बा सभी भारतीयों में एक समान होना चाहिए तभी 15 अगस्त जैसे राष्ट्रीय पर्व को मनाने की सार्थकता सिद्ध होती है।

प्रश्न – स्वतंत्रता दिवस पर झण्डा कौन फहराता है?

उत्तर – स्वतंत्रता दिवस पर दिल्ली के लाल किले पर देश के प्रधानमंत्री झंडा फहराते हैं।

प्रश्न – स्वतंत्रता दिवस क्यों मनाया जाता है?

उत्तर –  15 अगस्त 1947 को हमारा देश आजाद हुआ था उसी के उपलक्ष में हर साल 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता है। 

प्रश्न – इस वर्ष कौन सा स्वतंत्रता दिवस मनाया जाएगा?

उत्तर – 2023 में  हमारा देश 77 वां  स्वतंत्रता दिवस मनाने जा रहा है। 

प्रश्न –   स्वतंत्रता दिवस कब और क्यों मनाया जाता है?

उत्तर – भारत में प्रतिवर्ष 15 अगस्त को स्वतंत्र दिवस मनाया जाता है, क्योंकि 15 अगस्त 1947 को हमारा देश आजाद हुआ था।

प्रश्न –   स्वतंत्रता दिवस कब मनाया जाता है?

उत्तर – भारत में प्रतिवर्ष 15 अगस्त को स्वतंत्र दिवस मनाया जाता है।

हमारे शब्द –

तो दोस्तों ये था Essay on Independence Day in Hindi | 15 अगस्त पर निबंध हिंदी में | स्वतंत्रता दिवस पर निबंध आपको Speech of Independence Day in Hindi पर ये लेख कैसा लगा ? आशा है आपको इस निबंध ( लेख ) के साथ-साथ हमारे अन्य लेख भी पसंद आते होंगे ।  

यदि आपको हमारा ये लेख पसंद आया हो तो कमेन्ट बॉक्स में लिखकर अवश्य हमें भेजे साथ ही यदि आपके विचार से हमारे लेखन से संबंधित कोई सुझाव हों तो हमें अवश्य लिखें , क्योंकि आपके सुझावों से हमें बेहतर लिखने की प्रेरणा मिलती है ।

तो मित्रों जल्द ही आपसे रूबरू होंगे एक और नए , ताजा और रोचक जानकारी से भरपूर लेख के साथ ।  धन्यवाद ।

sanjeevnihindi के सभी सुधि पाठकों को स्वतंत्रता दिवस की अनंत शुभकामनाएं ।

अंत में – हमारे आर्टिकल पढ़ते रहिए , हमारा उत्साह बढ़ाते रहिए , खुश रहिए और मस्त रहिए।

जीवन को अपनी शर्तों पर जियें ।

Share with your Love ones

  • Click to share on Facebook (Opens in new window)
  • Click to share on WhatsApp (Opens in new window)
  • Click to share on Twitter (Opens in new window)
  • Click to share on LinkedIn (Opens in new window)
  • Click to share on Telegram (Opens in new window)
  • Click to email a link to a friend (Opens in new window)

10 thoughts on “Essay on Independence Day in Hindi | 15 अगस्त पर निबंध हिन्दी में | स्वतंत्रता दिवस पर निबंध”

  • Pingback: Republic Day Essay In Hindi, गणतंत्र दिवस पर निबंध, 2023, महत्व, भाषण व इतिहास
  • Pingback: नए साल पर निबंध | New Year Essay In Hindi 2023
  • Pingback: क्रिसमस डे पर निबंध हिंदी में | Essay On Christmas Day In Hindi, 2023

Leave a Comment Cancel reply

Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.

IMAGES

  1. 🌷 Paragraph on independence day in hindi. Independence day in hindi

    independence day essay in hindi 150 words

  2. Essay On Independence Day In Hindi 10 Lines

    independence day essay in hindi 150 words

  3. hilo: 15 August

    independence day essay in hindi 150 words

  4. 15, 10 Lines on Independence Day in Hindi

    independence day essay in hindi 150 words

  5. स्वतंत्रता दिवस पर निबंध/15 August Swatantrata Diwas par nibandh

    independence day essay in hindi 150 words

  6. Essay On Independence Day In Hindi 10 Lines

    independence day essay in hindi 150 words

VIDEO

  1. 10 lines on Independence Day in hindi

  2. Essay on Independence Day 2023

  3. Slogans on Independence Day in Hindi/15 August Slogan in Hindi/स्वतंत्रता दिवस पर स्लोगन

  4. 5 Lines on Independence Day in Hindi/Independence Day 5 lines in Hindi

  5. 🇮🇳10 lines On Independence Day || Independence Day Speech in English || Essay On Independence Day ||

  6. 🇮🇳Essay On Independence Day In English || Independence Day (15 August) Essay In English || 🇮🇳

COMMENTS

  1. स्वतंत्रता दिवस पर निबंध 2023 (Independence Day Essay in Hindi)

    संत रविदास पर निबंध (Sant Ravidas Essay in Hindi) स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध (Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi) गणतंत्र दिवस पर 10 वाक्य (10 Lines on Republic Day 2024 in Hindi)

  2. Paragraph on Independence Day 100, 150, 200, 250 to 300 Words for Kids

    Paragraph on Independence Day - 150 Words for Classes 4 & 5 Children. ... We soonly update Paragraph on Independence day in Hindi and Bengali. ... Get Independence Day Essay in English from here. In 1929, before the independence day 15 August 1947, at the Lahore session of India, national Congress declared the "Purna Swaraj." ...

  3. 15 अगस्त पर निबंध हिंदी में

    15 अगस्त पर निबंध हिंदी में | स्‍वतंत्रता दिवस Independence Day Essay in Hindi. By anand August 14, 2023. इस वर्ष हम सब भारत की आजादी के 76 वर्ष पूरे होने पर आजादी का अमृत ...

  4. स्वतंत्रता दिवस पर निबंध (Essay on Independence Day in Hindi) : 15

    ऐसे में छात्रों को यह समझ नहीं आता है कि 15 अगस्त पर निबंध हिंदी में कैसे लिखें (essay on independence day in hindi) या फिर कहें तो स्वतंत्रता दिवस पर हिंदी में निबंध कैसे लिखें ...

  5. स्वतंत्रता दिवस

    Read Also- 10 lines on Independence Day in Hindi. Short Independence Day Essay in Hindi ( 150 words ) 15 अगस्त भारत का स्वतंत्रता दिवस है। पहले हमारा देश गुलाम था। हमारे देश पर अंग्रेजों का शासन ...

  6. स्वतंत्रता दिवस निबंध 10 lines (Independence Day Essay in Hindi) 100

    स्वतंत्रता दिवस पर निबंध 300 शब्द (Essay on Independence Day 300 words in Hindi) Independence Day Essay in Hindi - स्वतंत्रता दिवस भारत के लोगों द्वारा हर साल 15 अगस्त को 1947 में 15 अगस्त ...

  7. Essay on Independence Day in Hindi

    100 शब्दों में Essay on Independence Day in Hindi कुछ इस प्रकार हैः. स्वतंत्रता दिवस, हर भारतीय के लिए गर्व का दिन है। यह दिन 15 अगस्त को पूरे देश में उत्साह के ...

  8. भारतीय स्वतंत्रता दिवस पर निबंध

    स्वतंत्रता दिवस पर निबंध - Essay on Independence Day in Hindi 150 Words. भारत देश अन्य देशों से अलग है| 15 अगस्त 1947 को भारत देश आजाद हुआ था जिसकी ख़ुशी में हर साल भारत के लोग इस त्यौहार ...

  9. [2023] स्वतंत्रता दिवस पर निबंध: Independence Day Essay in Hindi

    Independence Day Essay in Hindi: 15 अगस्त 1947 में भारत को अग्रेजो की गुलामी से आज़ादी मिली थी। उसके बाद से हर साल 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाया ...

  10. स्वतंत्रता दिवस पर निबंध (Essay On Independence Day In Hindi): आज़ादी

    स्वतंत्रता दिवस पर निबंध (Essay On Independence Day In Hindi)- हर साल हम 15 अगस्त का दिन अंग्रेज़ी हुकूमत से आज़ादी मिलने की खुशी में बड़े ही हर्षोल्लास से

  11. 77वां स्वतंत्रता दिवस पर निबंध 2023-77th Independence Day Essay in

    Independence day essay in Hindi 150 words. 15 अगस्त को मनाया जाने वाला स्वतंत्रता दिवस भारत के इतिहास में बहुत महत्व रखता है। यह वह दिन है जब भारत को 1947 में ...

  12. स्वतंत्रता दिवस पर निबंध (1500+ शब्द)

    essay on independence day in hindi - इस दिन, भारत के प्रधान मंत्री, श्री जवाहरलाल नेहरू, नई दिल्ली में लाल किले पर भारतीय ध्वज को फहराते हैं

  13. स्वतंत्रता दिवस पर निबंध 2024

    Essay On Independence Day In Hindi 150 Words Short 15 August 2024 Essay For Students. आपका स्वागत हैं 78 वें भारतीय स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर आपकों हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं ...

  14. स्वतंत्रता दिवस पर निबंध (Essay on Independence Day in Hindi): 15 अगस्त

    स्वंत्रता दिवस पर निबंध (Essay on Independence Day in Hindi): 15 अगस्त का दिन हर भारतीय के लिए बहुत ही खास होता है। इस दिन हमारा देश आजाद हुआ था, इसलिए 15 अगस्त को भारत का ...

  15. स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त पर निबंध

    Check Jagran Josh. Independence Day Essay in Hindi for School: 15 अगस्त 1947 को हमारे इस मातृभूमि का पहला स्वतंत्रता ...

  16. स्वतंत्रता दिवस पर निबंध

    1. स्वतंत्रता दिवस पर निबंध - Essay on Independence Day in Hindi (100 word) प्रतिवर्ष 15 अगस्त के दिन को भारतवासी स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाते हैं। भारत को 15 ...

  17. Independence Day Essay in Hindi स्वतंत्रता दिवस पर निबंध

    Independence Day Essay in Hindi 700 Words. एक लंबे संघर्ष के बाद 15 अगस्त सन् 1947 को हमें आजादी प्राप्त हुई। हमारे असंख्य वीरों का बलिदान उस रोज सार्थक हो गया और ...

  18. 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस पर निबंध (Independence Day Essay In Hindi)

    स्वतंत्रता दिवस पर निबंध 100 शब्द, 150 शब्द 200 शब्द, 250 शब्द, 600 शब्द, 1000 शब्द में, 15 अगस्त पर निबंध हिंदी में (15 August essay in hindi 10 lines, Independence Day Essay In Hindi, 10 Lines 100 Words, 150 Words, 300 Words, 500 Words)

  19. स्वतंत्रता दिवस पर निबंध (Essay On Independence Day in Hindi)

    स्वतंत्रता दिवस पर निबंध 300 शब्द (Essay on 75th Independence Day in 300 words) 15 अगस्त 1947 को भारत को आजादी मिली जिसके बाद उस दिन पहली बार देश में अंग्रेजों के झंडे ...

  20. स्वतंत्रता दिवस पर निबंध

    Essay on Independence Day in Hindi 500 + Words (Download PDF) कक्षा 5, 6, 7, 8, 9, 10 के लिए -15 अगस्त, स्वतंत्रता ...

  21. Essay On Independence Day In Hindi

    15 अगस्त को प्रति वर्ष भारत का स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता है। यहाँ हम Essay on Independence Day in Hindi के बारे में सभी महत्वपूर्ण जानकारी दे रहे हैं।

  22. स्वतंत्रता दिवस पर निबंध 2023

    Swatantrata Diwas Par Nibandh : - स्वतंत्रता दिवस 2023 भारत की आजादी की 76वीं वर्षगांठ होगी। पूरे देश में जश्न मनाया जाएगा. मुख्य कार्यक्रम दिल्ली के लाल ...

  23. Essay on Independence Day in Hindi

    Essay on Independence day in Hindi - In this article we will discuss an essay on Independence Day in Hindi in detail. Independence day is one of our three national festivals (Republic Day, Independence Day, and Gandhi Jayanti), so we should all be fully aware of Independence Day. With the help of this article on Independence Day, a student ...