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Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi : स्टूडेंट्स के लिए 100, 200 और 500 शब्दों में

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  • Updated on  
  • अक्टूबर 2, 2023

Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने कई क्रांतिकारी अभियान चलाएं हैं जिसमें स्वच्छ भारत अभियान एक है जिसका उद्देश्य ना सिर्फ आसपास की सफाई करना ही नहीं है बल्कि नागरिकों के सहयोग से अधिक-से अधिक पेड़ लगाना, कचरा मुक्त वातावरण बनाना, शौचालय की सुविधा उपलब्ध कराना और उसे साफ़ रखना है जिससे एक स्वच्छ भारत का निर्माण हो सके। इस अभियान के प्रति जागरूकता बढ़ाने और इसके बारे में विद्यार्थियों को समझ प्रदान कराने के उद्देश्य से उन्हें Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi लिखने को दिया जाता है और बोर्ड परीक्षाओं में भी लिखने को दिया जाता है ताकि वे ध्यानपूर्वक इस अभियान को समझ सकें। स्वच्छ भारत अभियान पर स्टूडेंट्स के लिए 100, 200 और 500 शब्दों में निबंध यहां दिया गया है।

This Blog Includes:

Swachh bharat abhiyan पर निबंध 100 शब्दों में  , swachh bharat abhiyan पर निबंध 200 शब्दों में  , स्वच्छ भारत अभियान के उद्देश्य, स्वच्छ भारत अभियान की उपलब्धियां, swachh bharat abhiyan पर 10 लाइन्स , swachh bharat abhiyan quotes in hindi, swachh bharat abhiyan से जुड़े कुछ तथ्य , स्वच्छ भारत अभियान के ब्रांड एम्बेसडर.

“स्वच्छ भारत अभियान” भारत सरकार द्वारा शुरू किया गया एक महत्वपूर्ण पहल है। इस अभियान की शुरुआत भारत के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा की गई थी। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य भारत में स्वच्छता और स्वच्छता की अद्भुतता को प्रोत्साहित करना है। इसके तहत, लोगों को जागरूक किया जाता है कि वे अपने घरों, सड़कों, और सार्वजनिक स्थलों को स्वच्छ रखें। यह अभियान नहीं केवल जीवन की गुणवत्ता को बेहतर बनाने के लिए है, बल्कि इसका एक महत्वपूर्ण भूमिका है स्वच्छता से जुड़े बीमारियों को नियंत्रित करने में भी। स्वच्छ भारत अभियान के माध्यम से, हम एक स्वस्थ और स्वच्छ भविष्य की ओर कदम बढ़ा रहे हैं।

स्वच्छ भारत अभियान भारत सरकार द्वारा 2 अक्टूबर 2014 को शुरू किया गया था, जो महात्मा गांधी की जयंती के रूप में मनाई जाती है। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य भारत को स्वच्छ और स्वस्थ बनाने के लिए जागरूकता फैलाना है।

स्वच्छ भारत अभियान के तहत, लोगों को स्वच्छता के महत्व के बारे में शिक्षा दी जाती है, और उन्हें अपने घरों, स्कूलों, और सार्वजनिक स्थलों को स्वच्छ रखने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। इसके अंतर्गत, शौचालय निर्माण, स्वच्छता अभियान, और जन-जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।

स्वच्छ भारत अभियान के माध्यम से सार्वजनिक स्वच्छता को सुनिश्चित करने के साथ-साथ जल, हवा, और भूमि की रक्षा भी की जाती है। यह अभियान भारत के स्वास्थ्य और पर्यावरण को सुधारने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।

स्वच्छ भारत अभियान ने लोगों की सजगता और सामाजिक सामर्थ्य को बढ़ावा दिया है और भारत को एक स्वच्छ और हरित भूगोल बनाने की दिशा में कदम बढ़ाया है।

स्वच्छ भारत अभियान के तहत कई सरकारी योजनाएं और कार्यक्रम भी चलाए जाते हैं, जैसे कि “स्वच्छता ही सेवा” अभियान और “स्वच्छ ग्रामीण भारत” कार्यक्रम। यह अभियान सामाजिक सांस्कृतिक बदलाव को भी प्रोत्साहित करता है, जिससे भारतीय समाज में स्वच्छता के मामूले में सुधार होता है। स्वच्छ भारत अभियान ने दुनिया भर में बड़े पैमाने पर स्वच्छता के प्रति लोगों की जागरूकता बढ़ाई है।

यह भी पढ़ें: Diwali par Nibandh   

Swachh Bharat Abhiyan पर निबंध 500 शब्दों में

Swachh Bharat Abhiyan पर निबंध 500 शब्दों में नीचे दिया गया है :

“स्वच्छ भारत अभियान” भारत सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है जो 2 अक्टूबर 2014 को महात्मा गांधी की जयंती के दिन शुरू हुई। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य भारत को स्वच्छ और स्वस्थ बनाना है। यह भारतीय समाज को स्वच्छता की महत्वपूर्णता के प्रति जागरूक करने का प्रयास है और उन्हें स्वच्छता के मामूले में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए प्रोत्साहित करता है। 

इस अभियान के तहत, स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए लोगों को अपने घरों, स्कूलों, कामकाजी स्थलों, और सार्वजनिक स्थलों को स्वच्छ रखने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। इसके अलावा, शौचालय निर्माण, स्वच्छता अभियान, और जन-जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। 

स्वच्छ भारत अभियान का उद्देश्य न केवल स्वच्छता को बढ़ावा देना है, बल्कि यह सार्वजनिक स्वच्छता से जुड़े बीमारियों को नियंत्रित करने में भी मदद करना है और भारत को एक स्वस्थ और स्वच्छ भविष्य की ओर बढ़ाना है।

“स्वच्छ भारत अभियान” के मुख्य उद्देश्य निम्नलिखित हैं:

  • स्वच्छता के प्रति जागरूकता फैलाना: इस अभियान का प्रमुख उद्देश्य लोगों को स्वच्छता की महत्वपूर्णता के प्रति जागरूक करना है और उन्हें स्वच्छता के मामूले में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए प्रोत्साहित करना है।
  • सार्वजनिक स्वच्छता सुनिश्चित करना: अभियान के तहत, लोगों को उनके घरों, स्कूलों, कामकाजी स्थलों, और सार्वजनिक स्थलों को स्वच्छ रखने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है, जिससे सार्वजनिक स्वच्छता को सुनिश्चित किया जाता है।
  • स्वास्थ्य सुधारना: यह अभियान स्वच्छता के माध्यम से बीमारियों को नियंत्रित करने में मदद करता है और भारतीय समुदाय के स्वास्थ्य को सुधारता है।
  • जल, हवा, और भूमि की रक्षा: इस अभियान के माध्यम से जल, हवा, और भूमि की रक्षा की जाती है, जिससे पर्यावरण को भी सुरक्षित रखा जा सकता है।
  •  सामाजिक सामर्थ्य को बढ़ावा: स्वच्छ भारत अभियान ने लोगों की सजगता और सामाजिक सामर्थ्य को बढ़ावा दिया है और समाज में स्वच्छता के मामूले में सुधार लाने में मदद की है।

स्वच्छ भारत अभियान के कई महत्वपूर्ण उपलब्धियां हैं, जिनमें निम्नलिखित कुछ मुख्य हैं:

  • सार्वजनिक स्वच्छता की सुधार: अभियान के प्रारंभ होते ही सार्वजनिक स्थलों की स्वच्छता में सुधार हुआ है, जैसे कि रेलवे स्थानक, बस डिपो, और अन्य सार्वजनिक स्थल।
  • शौचालय निर्माण: अभियान के तहत देशभर में लाखों शौचालय निर्मित किए गए हैं, जिससे जनमानस को स्वच्छ सौदा और स्वच्छ जीवनस्तर मिला है।
  • स्वच्छता ही सेवा: हर साल 2 अक्टूबर को “स्वच्छता ही सेवा” अभियान चलाया जाता है, जिसमें लोग स्वच्छता के लिए सेवा करने का प्रतिबद्ध रहते हैं।
  • स्वच्छ ग्रामीण भारत: अभियान के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में भी स्वच्छता को प्रमोट करने के लिए कई कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं, जैसे कि ग्रामीण शौचालय निर्माण योजना।
  • स्वच्छ भारत स्वस्थ भारत: इस अभियान ने भारत को स्वस्थ भारत के रूप में प्रमोट किया है, क्योंकि स्वच्छता और स्वास्थ्य के बीच गहरा संबंध होता है।
  • जल, हवा, और भूमि के संरक्षण: अभियान ने पर्यावरण संरक्षण को भी महत्वपूर्ण बनाया है और जल, हवा, और भूमि की रक्षा के उपायों को प्रमोट किया है।
  • जन-जागरूकता: स्वच्छ भारत अभियान ने लोगों में स्वच्छता के प्रति जागरूकता फैलाई है और समुदाय के सदस्यों को इसके लिए सजग बनाया है।
  • स्वच्छता सर्वेक्षण: अभियान के अंतर्गत स्वच्छता सर्वेक्षण कार्यक्रम चलाया जाता है जिसके तहत स्वच्छता के प्रति लोगों के समुदायों की जांच की जाती है।

स्वच्छ भारत अभियान एक महत्वपूर्ण पहल है जो भारत को स्वच्छता और स्वस्थता के मामूले में सुधारने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाने का प्रयास कर रहा है। इस अभियान के परिणामस्वरूप, सार्वजनिक स्वच्छता में सुधार हुआ है, शौचालय निर्माण बढ़ा है, स्वच्छता सर्वेक्षण की प्रक्रिया तेजी से बढ़ी है, और जनमानस में स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ी है। यह अभियान न केवल स्वच्छता को प्रमोट कर रहा है, बल्कि भारत को स्वस्थ और स्वच्छ भविष्य की ओर अग्रसर कर रहा है।

 10 लाइन्स स्वच्छ भारत अभियान के बारे में:

  • स्वच्छ भारत अभियान भारतीय सरकार द्वारा शुरू की गई एक महत्वपूर्ण पहल है।
  •  इसका मुख्य उद्देश्य भारत को स्वच्छ बनाना और सफाई के अच्छे प्रथाओं को प्रमोट करना है।
  • अभियान लोगों के बीच स्वच्छता के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाता है।
  • इसके तहत, नागरिकों से अपने आस-पास की स्वच्छता बनाए रखने की सहयता करने का आग्रह किया जाता है।
  • इस अभियान के अंतर्गत, शौचालय निर्माण और सफाई अभियान जैसे कई पहल हैं।
  • स्वच्छ भारत अभियान ने सार्वजनिक स्वच्छता में दृश्यमान सुधार किया है।
  • यह ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में शौचालय निर्माण को बढ़ावा दिया है।
  • अभियान में स्वच्छता निरीक्षण शामिल है, जिसका उद्देश्य स्वच्छता मानकों का पालन सुनिश्चित करना है।
  • स्वच्छ भारत अभियान स्वस्थ और स्वच्छ भारत की ओर एक कदम बढ़ा रहा है।
  • यह अभियान सड़कों से लेकर सार्वजनिक स्थलों तक स्वच्छता के प्रति नागरिकों में जिम्मेदारी की भावना डालने में सफल रहा है।

Swachh Bharat Abhiyan कोट्स निम्न है:

“स्वच्छता ने ही स्वास्थ्य को मिलाने की कुंजी है।” – महात्मा गांधी

Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi

“स्वच्छ भारत ही समृद्ध भारत हो सकता है।” – नरेंद्र मोदी
“स्वच्छता का पालन करना हमारी जिम्मेदारी है, और यह नागरिकों की दायित्व है।” – एपीजे अब्दुल कलाम 
“स्वच्छता से जुड़ी शिक्षा सबसे महत्वपूर्ण शिक्षा है।” – महात्मा गांधी
“स्वच्छ भारत अभियान एक सपना नहीं, एक प्रतिबद्धता है।” – नरेंद्र मोदी

Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi

“स्वच्छता का पालन करना न सिर्फ हमारी देशभक्ति है, बल्कि हमारे स्वास्थ्य के लिए भी जरूरी है।” – महात्मा गांधी
“स्वच्छता का मतलब है, हमारे आस-पास की सब कुछ सुखद और शुद्ध हो।” – नरेंद्र मोदी
“स्वच्छता एक अच्छे जीवन का पहला कदम है।” – महात्मा गांधी
“स्वच्छ भारत की ओर हमारा कदम बढ़ाएं, क्योंकि यह हमारी जिम्मेदारी है।” – नरेंद्र मोदी
“स्वच्छ भारत अभियान केवल एक सरकारी पहल नहीं, बल्कि एक समाज की पहल भी है।” – एपीजे अब्दुल कलाम

यह भी पढ़ें: शिक्षक दिवस पर निबंध

Swachh Bharat Abhiyan से जुड़े कुछ तथ्य यहां दिए गए हैं:

  • अभियान की शुरुआत: “स्वच्छ भारत अभियान” का आरंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 2 अक्टूबर 2014 को किया गया था, महात्मा गांधी की जयंती के दिन।
  • मुख्य उद्देश्य: इस अभियान का मुख्य उद्देश्य भारत को स्वच्छ और स्वस्थ बनाना है, साथ ही स्वच्छता की महत्वपूर्णता के प्रति जागरूकता फैलाना है।
  • द्विचरणीय धारा: इस अभियान का मुख्य धाराएँ “ग्रामीण स्वच्छता” और “शहरी स्वच्छता” हैं, जिसके तहत गांवों और शहरों में स्वच्छता को प्राथमिकता दी जाती है।
  • शौचालय निर्माण: इस अभियान के तहत लाखों शौचालय निर्मित किए गए हैं, जिससे सार्वजनिक जगहों पर शौच मुक्ति मिली है।
  • स्वच्छता सर्वेक्षण: स्वच्छता सर्वेक्षण कार्यक्रम के तहत स्वच्छता के प्रति लोगों के समुदायों की जांच की जाती है और स्वच्छता मानकों का पालन मापता जाता है।
  • स्वच्छ भारत स्वस्थ भारत: इस अभियान ने स्वस्थ भारत को स्वच्छ भारत के साथ जोड़कर प्रमोट किया है, क्योंकि स्वच्छता और स्वास्थ्य में गहरा संबंध होता है।
  • स्वच्छ भारत अभियान का संदेश: “स्वच्छता ही सेवा” और “स्वच्छ भारत, स्वस्थ भारत” जैसे संदेशों के माध्यम से इस अभियान का प्रचार किया जाता है।

स्वच्छ भारत अभियान के ब्रांड एम्बेसडर:

स्वच्छ भारत मिशन – ग्रामीण, पेयजल सार्वभौमिक स्वच्छता प्राप्त करने के लिए किए जा रहे प्रयासों में तेजी लाने के लिए और स्वच्छता पर ध्यान केंद्रित करने हेतु भारत के प्रधान मंत्री ने 2 अक्टूबर 2014 को स्वच्छ भारत मिशन का आरंभ किया था।

भारत के प्रधान मंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने स्वच्छ भारत मिशन की नई दिल्ली, राजपथ पर शुरूआत करते हुए कहा था कि “एक स्वच्छ भारत के द्वारा ही देश 2019 में महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर अपनी सर्वोत्तम श्रद्धांजलि दे सकते हैं।” 2 अक्टूबर, 2014 को स्वच्छ भारत मिशन देश भर में व्यापक तौर पर राष्ट्रीय आंदोलन के रूप में शुरू किया गया था।

स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध, swachh bharat abhiyan nibandh लिखने के लिए आपको इसे बारे मे आवश्यक जानकारी प्राप्त करनी होगी। उसके बाद सभी महत्वपूर्ण बिंदुओं को मिलाकर निबंध लिखें। निबंध को एक ठोस संरचना दें, जैसे कि प्रस्तावना, मुख्य भाग, और निष्कर्षण। साफ, सुविधाजनक भाषा का प्रयोग करें और संयुक्ताक्षरों या विचारों को स्पष्टत: रूप से व्यक्त करें। अपने निबंध को समर्थन के लिए उपयुक्त स्रोतों से समर्थित करें। अपने दृष्टिकोण को व्यक्त करें, लेकिन दूसरों के खिलाफ वाद-विवाद से बचें। अपने निबंध को लिखने के बाद, इसे पुनः पढ़ें और सुधारें।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2 अक्तूबर 2014 को स्वच्छ भारत मिशन की शुरुआत की थी. यह महत्वाकांक्षी योजना दरअसल पहले की सरकार के केंद्रीय ग्रामीण स्वच्छता कार्यक्रम (1986-1999) और संपूर्ण स्वच्छता अभियान (1999) का बदला हुआ रूप है. संपूर्ण स्वच्छता अभियान का नाम 2012 में बदल कर निर्मल भारत अभियान कर दिया गया था। 

आशा हैं कि आपको इस ब्लाॅग में Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi के बारे में पूरी जानकारी मिल गई होगी। इसी प्रकार के हिंदी निबंध के ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।

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स्वच्छ भारत अभियान निबंध – Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi

Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi  – दोस्तों स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध कक्षा 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9 ,10, 11, 12 और कॉलेज के विध्याथियो के लिए लिखा गया है। स्वच्छ भारत अभियान निबंधके माध्यम से सभी विद्यार्थी जान पाएंगे

कि यह अभियान हमारे देश के लिए क्यों जरूरी है और इसके उद्देश्य क्या है और इसकी शुरुआत कब हुई थी।  स्वच्छ भारत अभियान एस्से इन हिंदी.

भारत देश जो कभी किसी जमाने में सोने की चिड़िया कहा जाता था, जो कि अपने वैभव और संस्कृति के लिए जाना जाता था उस समय भारत में हर तरह की सुविधा उपलब्ध है और उस समय हमारा देश विकसित देशों की श्रेणी में आता था

लेकिन समय के बदलाव के चलते हमारे देश पर कई बाहरी ताकतों ने राज किया जिससे हमारी देश की हालत खराब हो गई।

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Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi

Get Some Essay on Swachh Bharat Abhiyan Essay Hindi School or College Student – 100, 250, 400, 600 or 3400 words.

हमारे देश में स्वच्छता पर बिल्कुल भी ध्यान नहीं दिया जाता है आपने देखा होगा कि हमारे देश का कोई भी बड़ा राज्य हो या शहर हो या फिर गांव हो या फिर कोई गली या मोहल्ला हो वहां पर भी आपको कूड़ा करकट मिलेगा।

यह भी पढ़ें –   Essay on Cleanliness in School in Hindi – स्वच्छ विद्यालय पर निबंध  

जिसके कारण हमारे देश में अनेक बीमारियां फैल रही हैं और साथ ही हम हमारी जिंदगी गंदगी में जीने को मजबूर हैं। अब तो ऐसा लगता है मानो गंदगी हमारा जीवन हो गया है।

हमारे देश के विकास में बाधा पहुंचाने वाली समस्याओं में एक मुख्य कारण गंदगी भी है क्योंकि इसके कारण लोग हमारे देश में आना पसंद नहीं करते हैं और जिससे हमारे देश को इतनी ख्याति नहीं मिलती है।  

(1) Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi 100 Words

स्वच्छ भारत अभियान हमारे देश को स्वच्छ करने के उद्देश्य से चलाया गया है। इस अभियान से हमारा देश साफ सुथरा होने के साथ-साथ देश के आर्थिक विकास को भी सहारा मिलेगा हर तरफ खुशहाली होगी।

इस अभियान को 2 अक्टूबर 2014 को माननीय प्रधानमंत्री ने दिल्ली की वाल्मीकि बस्ती में सफाई करके इसका उद्घाटन किया था। इस अभियान के अंतर्गत भारत देश के सभी शहरों ग्रामीण इलाकों मोहल्लों और गलियों में साफ सफाई करना है।

यह भी पढ़ें –  महात्मा गांधी पर निबंध – Essay On Mahatma Gandhi In Hindi

इस अभियान में प्रमुख रुप से खुले में शौच मुक्त भारत बनाने पर जोर दिया गया है क्योंकि आज भी हमारे गांव में अधिकतर घरों में शौचालय की सुविधा नहीं है जिसके कारण लोग बाहर शौच करने जाते हैं  जिससे वातावरण प्रदूषित होता है और साथ ही नई बीमारियां भी जन्म लेती हैं।

(2) स्वच्छ भारत अभियान निबंध (250 शब्द) Swachh Bharat Abhiyan in Hindi

स्वच्छ भारत अभियान को गांधी जी के विचारों से प्रेरित होकर शुरू किया गया है क्योंकि गांधीजी ने आजादी से पहले सपना देखा था कि हमारा देश भी विदेशों की तरह साफ सुथरा हो लेकिन किसी कारण वश वह सपना पूरा नहीं हो सका।

इसलिए  माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने गांधीजी के विचारों से प्रेरणा लेकर उन्हीं के 145 वीं जन्मदिवस पर इस अभियान का प्रारंभ किया था।

नरेंद्र मोदी जी ने इस अभियान को पूरा करने के लिए 5 साल का लक्ष्य रखा था और उन्होंने कहा था कि महात्मा गांधी जी के 150 वीं जयंती तक पूरे भारत को स्वच्छ करने का लक्ष्य रखा है। इसमें उन्होंने प्रत्येक भारतवासी से आग्रह किया था

कि वे इस अभियान से जुड़ें और अपने आसपास के क्षेत्रों की साफ-सफाई करें। इस अभियान को सफल बनाने के लिए उन्होंने देश के 11 महत्वपूर्ण एवं प्रभावी लोगों कोई इसका प्रचार प्रसार करने के लिए चुना है।

यह भी पढ़ें –  जल ही जीवन है पर निबंध – Jal hi Jeevan Hai Essay in Hindi

जिनमें कुछ क्रिकेटर, कुछ फिल्मकार, और कुछ महान लोग हैं जिनको लोग सुनना पसंद करते हैं और उनकी बातों पर अमल भी करते हैं। मोदी जी ने कहा था कि हर एक व्यक्ति को इस अभियान में 9 लोगों को जोड़ना है और फिर वह दूसरा व्यक्ति भी 9 लोगों को जोड़ेगा इससे अभियान का प्रचार प्रसार भी होगा और लोगों में उत्साह भी होगा कि अपने  आसपास सफाई रखनी आवश्यक है।

इस अभियान को सफल बनाने के लिए स्वयं मोदी जी ने सड़कों पर साफ सफाई की थी। इसको देखकर लोगों में साफ सफाई के प्रति नया उत्साह पैदा हो गया और लोगों ने साफ सफाई भी करना चालू कर दिया है।

इस अभियान का उद्देश्य है कि 2019 तक पूरा भारत स्वच्छ एवं साफ सुथरा हो।

(3) Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi 400 words

स्वच्छ भारत अभियान से हमारा देश केवल स्वच्छ ही नहीं होगा इससे देश में हर तरफ खुशहाली आएगी और लोग खुश रहेंगे। क्योंकि अगर हमारे आसपास की जगह साफ सुथरी होगी तो हम भी खुश रहेंगे।  

भारत का अगर हर एक शहर, गांव, सड़के, गलियां साफ-सुथरी होंगी तो हमारा वातावरण भी शुद्ध रहेगा जिससे लोग बीमार कम पड़ेंगे और इससे देश के आर्थिक विकास में भी सहायता होगी।

स्वच्छ भारत अभियान से हमारा पर्यटन क्षेत्र भी तेजी से उन्नति करेगा क्योंकि आज देश में हर जगह कूड़ा करकट और गंदगी फैल होने के कारण विदेशी पर्यटक हमारे देश में आना पसंद नहीं करते हैं। इसलिए जैसे ही हमारा देश साफ सुथरा हो जाएगा तो विदेशी पर्यटक भी हमारे देश में आने के लिए आकर्षित होंगे।

यह भी पढ़ें –  मोबाइल फोन पर निबंध – Essay on Mobile Phone in Hindi

स्वच्छ भारत अभियान को तत्कालीन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने 2 अक्टूबर 2014 को आरंभ किया था। उन्होंने कहा था कि अगर देश में विकास चाहिए तो सबसे पहले देश को साफ सुथरा होना आवश्यक है। इस अभियान के अंतर्गत है शहर और ग्रामीण क्षेत्रों के लिए अलग-अलग योजनाएं बनाई गई है ।

जिनमें शहरों में सार्वजनिक स्थलों जैसे बस स्टैंड, पोस्ट ऑफिस, बैंक, मुख्य बाजार, रेलवे स्टेशन, सरकारी कार्यालयों आदि के पास सार्वजनिक शौचालय बनाने की योजना है और साथ ही जिन आवासीय कॉलोनियों में घरों में शौचालय बनाने की जगह नहीं है वहां पर सामुदायिक शौचालय बनाने की योजना है।

ग्रामीण क्षेत्रों की बात करें तो वहां पर लोग आज भी घरों से बाहर शौच करने जाते हैं इसकी मुख्य वजह उनके घर में शौचालय नहीं होना है और शौचालय बनाने के लिए उनके पास इतनी धनराशि भी नहीं है।  

इसलिए सरकार ने ग्रामीण इलाकों में प्रत्येक घर में शौचालय बनवाने के लिए प्रत्येक घर को 12000 रुपए देने की योजना बनाई है। जिससे वहां के लोग शौचालय का निर्माण करवा सकें और भारत को स्वच्छ करने में अपना सहयोग दें।

इस अभियान को आगे बढ़ाते हुए उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी सरकारी कार्यालयों एवं सार्वजनिक स्थलों पर पान, गुटखा, धूम्रपान  जैसे गंदगी फैलाने उत्पादों पर रोक लगा दी।

अब सरकारी कार्यालयों में लोग पान गुटखा खाकर कहीं भी थूक नहीं सकते है। क्योंकि लोग पान गुटखा खाकर सार्वजनिक स्थलों की दीवारों पर थूकते हैं जिससे दीवारें खराब हो जाती हैं। योगी आदित्यनाथ ने स्वच्छता अभियान  मैं लोगों की रुचि बढ़ाने के लिए सड़कों की साफ सफाई भी की थी। जिससे लोगों मैं साफ सफाई के प्रति चेतना उत्पन्न हो।

इस अभियान का मुख्य उद्देश्य यह है कि देश के प्रत्येक घर में पक्के शौचालय का निर्माण हो और लोग इसका उपयोग करके भारत को स्वच्छता की ओर बढ़ाने में सहयोग करें।

(4) स्वच्छ भारत अभियान निबंध (600 शब्द) Swachh Bharat Abhiyan Par Nibandh

गांधी जी ने आजादी से पहले ही भांप लिया था कि हमारे देश को अगर आगे बढ़ना है तो हमारे देश कहां सोच होना बहुत जरूरी है। क्योंकि सोचता ही मनुष्य की रीड की हड्डी है अगर वही टूट जाएगी, तो देश का विकास कैसे होगा।

गांधी जी का मानना था कि लोग जब तक स्वच्छता के प्रति सचेत नहीं होंगे तब तक हमारा देश स्वच्छ एवं साफ सुथरा नहीं हो सकता है।

इस अभियान को महात्मा गांधी जी के 145 वी जयंती पर आरंभ किया गया था। इसका उद्घाटन 2 अक्टूबर 2014 माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने दिल्ली की वाल्मीकि बस्ती में सड़कों पर सफाई करके किया था।

इस अभियान का मुख्य उद्देश्य यह है कि पूरे भारत देश को स्वस्थ एवं साफ-सुथरा बनाना है। क्योंकि आपने देखा होगा कि हमारे भारत देश  के शहरों ग्रामीण इलाकों मोहल्ला और गलियों में कूड़ा करकट और गंदगी का अंबार लगा रहता है। जिसके कारण बहुत ही भयंकर बीमारियां जन्म लेती हैं और लोगों का स्वास्थ्य खराब हो जाता है इसके साथ ही हमारा पूरा वातावरण भी प्रदूषित होता है।  

इस अभियान को  देश के हर क्षेत्र मैं पहुंचाने के लिए मोदी जी ने देश के 9 प्रभावी लोगों को चुना है  जिनके नाम इस प्रकार हैं – सचिन तेंदुलकर, प्रियंका चोपड़ा, महेंद्र सिंह धोनी, अनिल अंबानी, बाबा रामदेव, सलमान खान, तारक मेहता का उल्टा चश्मा की टीम, कमल हसन, शशि थरूर आदि व्यक्तियों को चुना गया है।

यह भी पढ़ें – वायु प्रदूषण पर निबंध – Air Pollution Essay in Hindi

 इन लोगों का कार्य है कि अपने अपने क्षेत्र में स्वच्छता अभियान का प्रचार प्रसार करें और अपने से 9 व्यक्तियों को भी चुने जो कि इस अभियान को आगे बढ़ाएंगे। ऐसा करके यह यह अभियान व्यक्ति दर व्यक्ति आगे बढ़ता जाएगा।

स्वच्छ भारत अभियान को आगे बढ़ाते हुए तत्कालीन मानव संसाधन मंत्री श्रीमती स्मृति ईरानी ने स्वच्छ भारत स्वच्छ विद्यालय अभियान का आरंभ किया था इसके अंतर्गत उन्होंने स्कूल के शिक्षकों और बच्चों को विद्यालय की साफ सफाई करने का लक्ष्य रखा था।

इस अभियान का उद्देश्य केवल स्वच्छता तक ही सीमित नहीं है क्योंकि इस अभियान के अंतर्गत है हमारे वातावरण का भी ध्यान रखा गया है इसमें नए पेड़ पौधे लगाने, जंगलों को बचाने, पानी बचाने जैसे मुख्य मुद्दे भी शामिल हैं।

इस अभियान के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में कचरे के निस्तारण के लिए सरकार ने तरल एवं ठोस अपशिष्ट पदार्थों और अन्य कूड़ा करकट के लिए वेस्ट मैनेजमेंट  की नई तकनीकों को बढ़ाने पर जोर दिया है। जिससे गंदगी भी कम होगी और कचरे का सदुपयोग भी हो जाएगा।

यह भी पढ़ें –   दिवाली पर निबंध – Essay on Diwali in Hindi

इसके अंतर्गत शहरी क्षेत्रों में सामुदायिक एवं सार्वजनिक शौचालय बनाने की योजना है और  ग्रामीण क्षेत्रों में प्रत्येक घर में शौचालय बनाने की योजना है। स्वच्छ भारत अभियान में गरीब लोगों एवं आर्थिक रूप से पिछड़े हुए लोगों को शौचालय बनवाने के लिए सरकार की तरफ से अनुदान भी दिया जाएगा।

प्रधानमंत्री मोदी जी ने स्वच्छ भारत अभियान के मुख्य उद्देश्य के लक्ष्य को पाने के लिए 5  साल की योजना बनाई है जोकि 2019 में पूरी होगी इसके अंतर्गत पूरे भारत को खुले में शौच मुक्त करना है। अगर लोग इसी प्रकार  श्रमदान करते रहे तो यह लक्ष्य भी पा लिया जाएगा।

इस अभियान का एक और मुख्य उद्देश्य है कि लोगों में स्वच्छता के प्रति जागरूकता पैदा करना। क्योंकि लोग स्वच्छता के प्रति आज भी लापरवाह है इसी लापरवाही के कारण आए दिन में नई बीमारी से जूझते रहते हैं।

इसलिए जब लोग स्वच्छता के प्रति जागरुक होंगे तो वह समय साफ सफाई की ओर ध्यान देंगे और देश स्वच्छता की ओर अग्रसर होगा।  इसकी शुरुआत हमें खुद से ही करनी होगी क्योंकि जब तक हम हैं समय साफ-सफाई नहीं करेंगे तब तक भारत के स्वच्छ होने का सपना नहीं देखा जा सकता है।

इसलिए हमें स्वच्छ भारत अभियान में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेना चाहिए और कुछ नहीं तो हमें कम से कम रोज हमारे घर के सामने की गली को ही साफ कर लेना चाहिए। आप भी इस अभियान से जुड़ सकते हैं

इस अभियान से जुड़ने के लिए सिर्फ आपको अपने आसपास के क्षेत्र में साफ सफाई रखनी होगी और स्वच्छता के प्रति लोगों को जागरुक करना होगा।

(5) Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi 3400 Words

स्वच्छ भारत अभियान – swachh bharat abhiyan.

हमारा देश भी पूर्णतया स्वच्छ हो इसके लिए कई महापुरुषों ने जिसके सपने देखे थे और इन को साकार करने की भी कोशिश की थी लेकिन वह किसी कारण सफल नहीं हो पाए उनमें से एक महात्मा गांधी जी भी थे जिन्होंने भारत को एक निर्मल और स्वच्छ देश बनाने का सपना देखा था।

वे चाहते थे कि विदेशों की तरह हमारा देश भी साफ सुथरा दिखे इसके लिए उन्होंने इसके लिए लोगों को जागरूक भी करना चालू किया था लेकिन उस समय देश की आजादी का आंदोलन भी जोरों पर था जिसके कारण लोगों ने स्वच्छ भारत योजना पर ध्यान नहीं दिया था।

लेकिन आजादी के इतने सालों के बाद भी हमारा देश सोच नहीं हुआ है बल्कि और ज्यादा कूड़े-करकट और गंदगी से भर गया है। क्योंकि हमारे देश के किसी भी सरकार ने स्वच्छ भारत की ओर ध्यान नहीं दिया। और अगर उन्होंने ध्यान भी दिया तो उस पर पूरी तरह से अमल नहीं हो पाया जिसके कारण आज हमारा देश गंदगी के ढेर पर बैठा है।

आज भी हमारे देश के कुछ ही घरों में शौचालय की सुविधा है, गाँवो में तो लोग आज भी शौच करने बाहर ही जाते हैं जिसके कारण गाँवो में भी गंदगी फैल जाती है। और शहरों की बात करें तो शहरों में शौचालय तो है

लेकिन वहां पर अन्य गंदगी यहां बहुत ज्यादा है जैसे की फैक्ट्रियों का  अपशिष्ट कूड़ा करकट, गंदे नाले और घरेलू अपशिष्ट जोकि सड़कों पर इतनी ज्यादा मात्रा में पाया जाता है कि हमारे देश की सड़कें दिखाई नहीं देती हैं सिर्फ और सिर्फ कूड़ा करकट दिखाई देता है।

स्वच्छ भारत अभियान क्या है – Swachh Bharat Abhiyan Kya Hai

हमारे देश को स्वच्छ बनाने के लिए भारत सरकार ने एक नई योजना निकाली है जिसका नाम स्वच्छ भारत अभियान रखा गया है। इस अभियान के तहत सभी देशवासियों को इसमें शामिल होने के लिए कहा गया है। यह अभियान आधिकारिक रूप से 1999 से चला रहा है पहले इसका नाम ग्रामीण स्वच्छता अभियान था  लेकिन सरकार ने इसका पुनर्गठन करते हुए इसका नाम पूर्ण स्वच्छता अभियान कर दिया था।

लेकिन 1 अप्रैल 2012 को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने इस योजना में बदलाव करते हुए इस योजना का नाम निर्मल भारत अभियान रख दिया और बाद में स्वच्छ भारत अभियान के रूप में 24 सितंबर 2014 को केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस को मंजूरी मिल गई।

स्वच्छ भारत अभियान का उद्घाटन माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने 2 अक्टूबर 2014 को गांधी जयंती पर किया था। क्योंकि गांधी जी का सपना था कि हमारा देश भी विदेशों की तरह पूर्ण स्वस्थ और निर्मल दिखाई दे।  इस बात को मध्य नजर रखते हुए प्रधानमंत्री जी ने उन्हीं के जन्मदिवस पर इस अभियान की शुरुआत दिल्ली के राजघाट से की थी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने लोगों में स्वच्छता के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए दिल्ली कि वाल्मीकि बस्ती में सड़कों पर झाड़ू लगाई थी। जिससे देश के लोगों में यह जागरुकता है कि अगर हमारे देश का प्रधानमंत्री देश को स्वच्छ करने के लिए सड़क पर झाड़ू लगा सकता है तो हमें भी अपने देश को स्वच्छ रखने के लिए अपने आसपास सफाई रखनी होगी।

स्वच्छ भारत अभियान का उद्देश्य – Swachh Bharat Abhiyan ka Uddeshya

स्वच्छ भारत अभियान एक राष्ट्रीय स्तर का अभियान है जिसके अंतर्गत हमारे पूरे देश को स्वच्छ करने का लक्ष्य लिया गया है।

  • इस अभियान का प्रथम उद्देश्य है कि  देश का कोना कोना साफ सुथरा हो।
  • लोगों को बाहर खुले में शौच करने से रोका जाए।
  • भारत के हर शहर और ग्रामीण इलाकों के घरों में शौचालय का निर्माण करवाया जाए।
  • शहर और गांव की प्रत्येक सड़क गली और मोहल्ले साफ-सुथरे हो।
  • हर एक गली में कम से कम एक कचरा पात्र आवश्यक रूप से लगाया जाए।

स्वच्छ भारत अभियान की जरूरत क्यों पड़ी – Swachh Bharat Abhiyan ki Jarurat Kyo Padi

आपने देखा होगा कि हमारे देश में कोई भी ऐसी जगह नहीं है जहां पर कूड़ा करकट नहीं फैला हो। हमारे भारत देश के हर शहर, हर गांव, हर एक मोहल्ला, हर एक गली कूड़े-करकट और गंदगी से अटी पड़ी है।

जिसके कारण लोग आए दिन बीमार पड़ रहे हैं और नई-नई बीमारियां जन्म ले रही हैं, आर्थिक रूप से भी गरीब बना रही है। जिसके कारण हमारे देश आर्थिक विकास नहीं हो पा रहा है।

हमारे देश के गाँवो में शौचालय नहीं होने के कारण के लोग आज भी खुले में शौच करने जाते हैं जिसके कारण हर जगह गंदगी फैलती है और यह गंदगी नई बीमारियों को आमंत्रण देती है। और गाँवो में अच्छी चिकित्सा सुविधा नहीं होने के कारण कई बार तो लोगों को मौत का मुंह अभी देखना पड़ जाता है।  

आपने देखा होगा कि हर शहर के नुक्कड़ पर सड़कों पर गंदगी इतनी फैली होती है कि वहां पर लगा कचरा पत्थर भी कचरे से भरा होता है और उसके आसपास बहुत ज्यादा कूड़ा करकट और गंदगी रहती है।

जिसके कारण हर समय बीमारियां होने का खतरा रहता है। हमारे आसपास के सभी नदी  नाले भी कचरे से इस तरह से रहते हैं जैसे कि पानी की जगह कचरा बह रहा हो।

इस कूड़ा करकट और गंदगी कारण लोग हमारे देश में खाना कम ही पसंद करते हैं जिसके कारण हमारे देश को आर्थिक नुकसान होता है।  इस कचरे के कारण हमारे साथ-साथ अन्य जीव जंतुओं को भी नुकसान होता है और साथ ही हमारी पृथ्वी भी प्रदूषित होती है।

पृथ्वी के प्रदूषित होने के कारण हमें हवा, जल और अन्न भी प्रदूषित ही मिलता है। गंदगी हमारे वातावरण के लिए हर तरह से खतरनाक है  यह कहीं महामारी का रूप धारण कर ले इसलिए स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत की गई है।

इस गंदगी और कूड़े-करकट का जिम्मेदार भी हम और आप ही हैं क्योंकि हम लोग भी कभी जानबूझकर और कभी अनजाने में कहीं भी कचरा फेंक देते हैं जिसके कारण हमारे देश में हर तरफ कचरा फैल जाता है और इसके साथ ही हमारा पूरा वातावरण प्रदूषित हो जाता है।

यह गंदगी और कूड़ा करकट दिन-ब-दिन बढ़ते ही जा रहे हैं जिसके कारण अनेकों परेशानियां खड़ी हो रही हैं इसलिए स्वच्छ भारत अभियान की जरूरत पड़ी जिसके तहत देश के सभी घरों में शौचालय बनवाए जाएंगे और सभी लोग इसमें श्रमदान करके अपने गली मोहल्ले की रोज सफाई रखेंगे जिससे कि हमारा पूरा भारत स्वच्छ और साफ दिखाई दें।

हमारे देश स्वच्छ नहीं होने के कारण – Hamare Desh Ke Swachh Nahi Hone ke Karan

हमारे देश की सोच नहीं होने का सबसे पहला कारण आप और हम ही है क्योंकि गंदगी और कूड़ा करकट मनुष्य जाति के द्वारा ही फैलाया जाता है।  आप और हम कहीं भी कूड़ा करकट फेंक देते हैं

और हर तरफ गंदगी फैला देते हैं और उसका दोष हम दूसरों को देते हैं लेकिन हम कभी अपने आप को नहीं देखते हैं कि हम क्या कर रहे हैं। हमारे देश के स्वच्छ और साफ सुथरा नहीं होने के कई कारण है जिनमें से है प्रमुख कारण यहां पर लिख रहे हैं।

1. शिक्षा का अभाव –

हमारा देश शिक्षा के क्षेत्र में बहुत पिछड़ा हुआ है हालांकि शिक्षा के क्षेत्र में धीरे-धीरे क्रांति आई है लेकिन अभी भी शिक्षा का घर घर पहुंचना बाकी है। क्योंकि अगर लोग शिक्षित नहीं होंगे तो उन्हें पता ही नहीं होगा कि वे अनजाने में अपने आसपास के वातावरण को प्रदूषित कर रहे हैं,

और वातावरण के प्रदूषित होने के कारण उनको क्या नुकसान हो रहा है। लोगों में स्वच्छ और साफ सुथरे भारत के लिए शिक्षा का प्रचार प्रसार बहुत जरूरी है।

2. खराब मानसिकता –

हमारे देश का गंदगी से अटे रहने का एक और कारण लोगों की खराब मानसिकता भी है क्योंकि ऐसी मानसिकता वाले लोग मानते हैं कि हमारी थोड़े से कचरा फैलाने से देश गंदा थोड़ी ना होगा।  इस प्रकार की मानसिकता वाले लोग हर जगह कचरा फैलाते रहते हैं जिसके कारण वह थोड़ा-थोड़ा कचरा बहुत ही ज्यादा बन जाता है।

और हमारे देश की सभी सड़कें गलियां इस कचरे की भेंट चढ़ जाती हैं। ऐसे लोग सरकार को दोष देते हैं कि वह सफाई नहीं करती लेकिन वह खुद के फैलाए कचरे के बारे में कभी ध्यान नहीं देते हैं।

3. घरों में शौचालयो का नहीं होना –

आपने देखा होगा कि अक्सर गांव में घरों में शौचालय नहीं पाए जाते हैं जिसके कारण लोग सोच करने के लिए या तो खेतों में जाते हैं या फिर रेल की पटरियों के पास जाकर शौच करते हैं जिसके कारण हर तरफ गंदगी का माहौल पैदा हो जाता है।

जो कि सिर्फ मनुष्य जाति के लिए ही नहीं पृथ्वी की हर जीव जंतु के लिए बहुत ही हानिकारक होता है। इससे गंदगी तो फैलती है और साथ में वायु प्रदूषण भी होता है। जिससे लोगों को गंभीर बीमारियां होने का खतरा पैदा हो जाता है इसलिए हर घर में शौचालय बनवाना आवश्यक है।

4. अत्यधिक जनसंख्या –

हमारा भारत देश जनसंख्या के मामले में विश्व में दूसरे स्थान पर आता है, अगर इसी प्रकार से जनसंख्या बढ़ती रही तो आने वाले वर्षों में  जनसंख्या के मामले में पहला नंबर हमारे देश का ही होगा।

अधिक जनसंख्या होने के कारण कचरा और गंदगी भी अधिक होती है जिसका निस्तारण करना बहुत ही मुश्किल होता है। गंदगी अधिक अधिक होने के कारण इस गंदगी को साफ करने के लिए हमारे देश के आर्थिक विकास में लगने वाली पूंजी गंदगी की सफाई में ही लग जाती है।  

इसलिए मैं जनसंख्या वृद्धि पर रोक लगाने चाहिए सरकार ने इसके लिए प्रयास भी किए हैं और लोगों में जागरूकता फैलाने के लिए स्लोगन भी लिखे हैं जैसे की हम दो हमारे दो।

5। सार्वजनिक शौचालय का अभाव –

हमारे देश में सार्वजनिक शौचालयों का अभाव हर जगह पाया जाता है जिसके कारण लोग कहीं भी सड़क के किनारे या कोई कोना देखकर सोच कर लेते हैं जिससे बहुत ज्यादा गंदगी फैलती है। हमें देश में हर मुख्य स्थान पर सार्वजनिक शौचालय बनाने की अत्यधिक जरूरत है। अगर सार्वजनिक शौचालय होंगे तो लोग उनका इस्तेमाल करेंगे और बाहर सड़कों पर गंदगी कम फैलेगी।

6. कचरे की सही निस्तारण का अभाव –

हमारे देश में कचरा बहुत बड़ी समस्या है, 2017 के आंकड़ों के अनुसार भारत प्रति दिन 1,00,000 मीट्रिक टन कचरा उत्पन्न करता है। इतनी बड़ी संख्या में कचरा निकलने के बावजूद भी इसके निस्तारण के सही उपाय नहीं किए गए हैं

जिसके कारण वह कचरा हमें सड़कों और गली मोहल्लों में दिखाई देता है। कभी-कभी तो कचरा और गंदगी कारण लोगों में इंशा भी हो जाती है जिससे जान माल की हानि होती है। इसलिए कचरे के सही निस्तारण के  लिए जब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाए जाएंगे तब तक कचरे के कारण फैली गंदगी हमारे जीवन को प्रभावित करती रहेगी।

7. उद्योगों का अपशिष्ट पदार्थ –

हमारे देश में छोटे बड़े मिलाकर बहुत सारे उद्योग धंधे हैं, जिनसे अलग-अलग प्रकार का बहुत बड़ी मात्रा में अपशिष्ट पदार्थ निकलता है  जिसे साधारण शब्दों में हम गंदगी का भंडार कर सकते हैं।

इन उद्योग-धंधों को चलाने वाले लोग इस अपशिष्ट पदार्थ का निस्तारण करने का सही उपाय नहीं खोजते हैं और पास ही बहरे नदी नालों में इसको बहा देते हैं जिससे कि पूरा वातावरण ही प्रदूषित हो जाता है क्योंकि अगर नदियां ही प्रदूषित हो जाएंगे तो उनसे मिलने वाला जल भी प्रदूषित होगा और उनका जल पीने वाला हर प्राणी इसका शिकार हो जाएगा।

अगर इस पर जल्द ही कोई कार्यवाही नहीं होती है तो एक दिन हमारी सभी नदियों का जल जहर बन जाएगा।  इसलिए सरकार को इसके खिलाफ ठोस कदम उठाकर नए कानून बनाने चाहिए और उद्योग-धंधों को चलाने वाले लोगों को सख्त हिदायत दी जानी चाहिए कि वह अपना अपशिष्ट पदार्थ किसी भी नदी नाले नहीं फेकेंगे।

हमारे भारत देश को स्वच्छ रखने के उपाय – Hamare Bharat Desh Ko Swachh Rakhne ke Upay

हमारे भारत देश को स्वच्छ  और साफ सुथरा रखने के लिए हमें आज ही अपने से शुरुआत करनी होगी क्योंकि जब तक लोग खुद जागरुक नहीं होंगे तब तक हमारे देश में साफ सफाई का होना नामुमकिन है।

इसलिए हमें अपने घरों के साथ-साथ अपने गली-मोहल्लों को भी खुद ही साफ रखना होगा वहां पर किसी भी प्रकार की गंदगी नहीं फैलानी होगी जो भी कचरा होगा सदैव कचरा पात्र में ही डालें।

  • हमें  देश के हर घर में शौचालय बनवाने होंगे।
  • हर शहर हर हर गांव की सार्वजनिक स्थलों पर सार्वजनिक शौचालय बनवाने होंगे।
  • लोगों में साफ सफाई और स्वच्छता के प्रति जागरूकता फैलानी होगी।
  • हमें जगह-जगह कचरा पात्रों का निर्माण करना होगा।
  • शिक्षा के प्रचार-प्रसार को बढ़ावा देना होगा।
  • लोगों की मानसिकता बदलने के लिए साफ सफाई के संदेश गांव गांव तक पहुंचाना होगा।
  • लोगों को गंदगी के गंभीर परिणामों के बारे में बताना होगा जिससे की  उनको पता चले कि उनके गंदगी फैलाने से उनके साथ साथ पूरे वातावरण को कितना नुकसान होता है।
  • हमें बढ़ती हुई जनसंख्या को कम करना होगा।
  • हमें कचरे के निस्तारण की सही विधि का पता लगाकर उस को अमल में लाना होगा जैसे कि पहाड़ जैसे कचरे के ढेरों को हटाया जा सके।
  • हमें उद्योग धंधे चलाने वाले लोगों में जागरूकता फैलाने होगी कि उनके छोटे से स्वार्थ के कारण हमारा पूरा वातावरण कितना प्रदूषित हो रहा है।
  • हमें नए कानूनों का निर्माण करना होगा जिससे कि लोग कहीं भी गंदगी ना फैलाएं।

स्वच्छ भारत अभियान के लिए चुने गए प्रभावी व्यक्ति – (Swachh Bharat Abhiyan ke Prabhavi Vyakti)

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छ भारत अभियान के प्रचार प्रसार के लिए कुछ प्रभावी व्यक्तियों को चुना था जिनका काम अपने अपने क्षेत्र में लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरुक करना है उन लोगों के नाम इस प्रकार हैं-

  • सचिन तेंडुलकर (क्रिकेटर)
  • प्रियंका चोपड़ा (अभिनेत्री)
  • अनिल अंबानी (उद्योगपति)
  • बाबा रामदेव
  • सलमान खान (अभिनेता)
  • शशि थरूर (संसद के सदस्य)
  • तारक मेहता का उल्टा चश्मा की टीम
  • मृदुला सिन्हा (लेखिका)
  • कमल हसन (अभिनेता)
  • विराट कोहली (क्रिकेटर)
  • महेन्द्र सिंह धोनी (क्रिकेटर)
  • ईआर। दिलकेश्वर कुमार

शहरी क्षेत्रों में स्वच्छ भारत अभियान (Shari chetro me Swachh Bharat Abhiyan) –

स्वच्छ भारत अभियान के अंतर्गत हमारे भारत के शहरों को साफ सुथरा रखने के लिए एक अलग से रणनीति बनाई गई है। इस अभियान का उद्देश्य है कि देश के विभिन्न शहरों के 1।4 लाख करोड लोगों को शामिल करते हुए 2.5 लाख सामुदायिक और 2.6 लाख सार्वजनिक शौचालय बनाने का लक्ष्य रखा गया है।

क्योंकि हमारे देश में शौचालयों की बहुत कमी है इस कमी के कारण लोग शौच करने बाहर जाते हैं जिससे कि गंदगी बहुत अधिक मात्रा में फैलती है। इस अभियान के तहत जहां पर सार्वजनिक शौचालय बनाना संभव नहीं है वहां पर सामुदायिक शौचालय बनवाए जाएंगे।

इस अभियान का प्रथम चरण 2 अक्टूबर 2019 को पूरा होगा, इस 5 साल की अवधि में 4401 शहरों को शामिल किया जाएगा । इसमें शहरों के प्रमुख स्थान जैसे कि सार्वजनिक अस्पताल, बस स्टैंड, बैंक, पोस्ट ऑफिस, रेलवे स्टेशन, मुख्य बाजार, सरकारी कार्यालयों आदि के पास  सार्वजनिक शौचालय बनाए जाएंगे

क्योंकि लोग इन्हीं प्रमुख स्थलों पर बहुत ज्यादा आते हैं, और अगर उनको इन्हीं प्रमुख स्थलों पर शौचालय नहीं मिलता है तो वे इधर उधर कहीं भी शोच करते है। जिसका परिणाम आपने देखा होगा कि हर सार्वजनिक स्थल पर कूड़ा करकट और गंदगी का अंबार लगा रहता है।

इस अभियान को सफल बनाने के लिए 62,009 करोड़ रुपयों का बजट बनाया गया है, जिसमें से 14,623 करोड़ रुपये केंद्र सरकार द्वारा इस  अभियान में लगाए जाएंगे। हमारे देश में ठोस अपशिष्ट पदार्थ का कचरा बहुत ज्यादा उत्पन्न होता है उसके स्थाई समाधान के लिए 7,366 करोड़ लगाए जाएंगे।

चूँकि हमारे देश में घरों में शौचालय की बहुत कमी है इसलिए सरकार ने इसको भी मध्य नजर रखते हुए 4,165 करोड़ रुपये व्यक्तिगत घरेलू शौचालय बनवाने का बजट रखा है। इसके साथ ही 1,828 करोड़ रुपये स्वच्छ भारत अभियान के प्रचार प्रसार में खर्च किए जाएंगे और 655 करोड़ रुपये सामुदायिक शौचालय का बजट रखा गया है।

इस अभियान का मुख्य लक्ष्य है कि लोगों में जितना हो सके स्वच्छता के प्रति जागरूकता फैलाई जाए और खुले में शौच की रोकथाम, गंदगी से भरे शौचालयों को स्वचालित फ्लश शौचालय  में बदलना, ठोस अपशिष्ट का प्रबंधन करना।

इसके साथ ही लोगों को स्वच्छता के लाभ बताना और उनको व्यापार में कैसे लाया जाए यह भी लोगों को बताया जाएगा। जिससे लोग खुद साफ सफाई की ओर ध्यान देने लगे।  और देश को स्वच्छ करने के इस अभियान में अपना समर्थन दें।

ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छ भारत अभियान (Gramin chetro me Swachh Bharat Abhiyan) –

आपने देखा होगा कि जितनी तेजी से हमारे शहरों का विकास हुआ है ग्रामीण क्षेत्र उतना ही पिछड़ा हुआ है  हालांकि सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों को भी सुख सुविधा पूर्ण बनाने के लिए बहुत प्रयास किए हैं लेकिन उन योजनाओं का पूरा लाभ ग्रामीण क्षेत्रों में देखने को नहीं मिला है

जिस कारण आज भी ग्रामीण क्षेत्रों के ज्यादातर घरों में शौचालय नहीं पाए जाते है। जिस कारण वहां के लोग आज भी  खुले में शौच करने को मजबूर है, इसलिए सरकार ने स्वच्छ भारत अभियान के अंतर्गत है ग्रामीण क्षेत्रों को भी शामिल किया है।

गाँवो में यह अभियान 1999 से निर्मल भारत अभियान योजना के नाम से चलता आ रहा है । और 24 सितंबर 2014 में इस कार्यक्रम का पुनर्गठन किया गया जिसमें इसका नाम स्वच्छ भारत अभियान रख दिया गया।

ग्रामीण इलाकों में कचरे के प्रबंधन के लिए ग्रामीण लोगों को कचरे से खाद कैसे बनाई जाए इसके बारे में बताया जाएगा और इस कचरे से बनी खाद के क्या लाभ हैं यह भी बताया जाएगा ताकि लोग अपने खेतों में इस तरह की खाद का उपयोग करें।

इस अभियान के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में 11 करोड़ 11 लाख शौचालय निर्मित करने की योजना है। इस अभियान को गांव के हर एक व्यक्ति तक पहुंचाने के लिए स्कूल के शिक्षको, स्कूली छात्र छात्राओं  और पंचायत समिति एवं ग्राम पंचायत को भी इस से जोड़ा जाएगा ताकि जल्द से जल्द लोगों में स्वच्छता के प्रति  चेतना उत्पन्न हो।

इस अभियान के तहत है ग्रामीण इलाकों के प्रत्येक घर में शौचालय बनवाने के लिए प्रत्येक घर पर 10000 रुपए आवंटित किए गए थे। लेकिन इन सालों में महंगाई बढ़ने के कारण यह राशि 10000 से बढ़ाकर 12000 रुपए कर दी गई है।

स्वच्छ भारत अभियान के तहत ग्रामीण इलाकों में यह कार्य किए जाएंगे-

  • ग्रामीण इलाकों को खुला शौच मुक्त करना।
  • ग्रामीण इलाकों के प्रत्येक घर में शौचालय का निर्माण करवाना।
  • कूड़े-करकट और कचरे  को उपयोगी बनाकर उसे खाद का निर्माण करना।
  • गंदे पानी के निकास के लिए नालियां बनवाना।
  • ग्रामीण इलाकों के सार्वजनिक स्थलों पर कचरा पात्र का निर्माण करवाना।
  • लोगों में स्वच्छता के प्रति  चेतना जगाना।

स्वच्छ भारत स्वच्छ विद्यालय अभियान – Swachh Bharat Swachh Vidyalaya Abhiyan

स्वच्छ भारत स्वच्छ विद्यालय अभियान भारत की तत्कालीन मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने 25 सितंबर 2014 में इसका उद्घाटन किया था। इस अभियान को शिक्षकों और स्कूली छात्र छात्राओं के लिए बनाया गया था

और इस अभियान में माननीय मंत्री स्मृति ईरानी ने भी भाग लिया था। इस अभियान के अंतर्गत शिक्षकों और विद्यार्थियों को अपने विद्यालय में साफ सफाई रखनी थी।

इस अभियान को 25 सितंबर 2014 से 31 अक्टूबर 2014 तक चलाया गया था  इसके अंतर्गत विभिन्न विद्यालयों में विभिन्न प्रकार की गतिविधियां की गई जिनमें से कुछ इस प्रकार हैं-

  • स्कूलों के हर एक कक्षा में कचरा पात्र रखवाए गए।
  • स्कूलों के मैदानों और बगीचों को साफ किया गया।
  • कक्षा पुस्तकालय सभा स्थल एंव प्रयोगशाला में साफ सफाई की गई।
  • स्कूलों का वार्षिक रखरखाव करना जिनमें टूटी-फूटी देना कि फिर से मरमत करना और  स्कूल की दीवारों पर रंग रोगन करना।
  • स्कूल  की पानी की टंकियों की सफाई करना।
  • स्वच्छता के प्रति चेतना के लिए वाद विवाद एवं नाटकों की प्रतियोगिता करना।
  • चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन करना जिसमें स्वच्छता से संबंधित चित्रों का चित्रण करना।
  • स्कूलों में हरियाली के लिए पेड़ पौधे लगाना।
  • सभी बच्चों को बताया गया कि खाना खाने से पहले हाथ धोना और खाना खाने के बाद भी हाथ धोना चाहिए।
  • सभी बच्चों की साफ-सुथरी वेशभूषा रखने के लिए प्रेरित करना।

उपसंहार –

हमारे भारत में जहां स्वच्छता होती है वहां पर ईश्वर निवास करते हैं इस प्रथा को माना जाता है इसलिए हमें भी सोचता को अपनाना चाहिए। इसकी शुरुआत हमें और आपको मिलकर करनी होगी

जिससे कि हमारा पूरा देश साफ सुथरा हो जाए। स्वच्छ भारत अभियान भारत को स्वच्छ करने के लिए एक कड़ी का काम कर रहा है। लोग इसके उद्देश्य से उत्साहित होकर स्वच्छता के प्रति सचेत हो रहे हैं। यह भारत सरकार द्वारा उठाया गया एक सराहनीय कदम है।

स्वच्छ भारत अभियान से हमारे आने वाला कल बहुत ही सुंदर एवं अकल्पनीय होगा। अगर आप और हम मिलकर स्वच्छ भारत अभियान के लक्ष्य को पूरा करने में लग जाए तो वह दिन दूर नहीं जब हमारा पूरा देश विदेशों की तरह पूरी तरह से साफ सुथरा दिखाई देगा।

स्वच्छ भारत अभियान में आप भी भागीदार बनें लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरुक बनाएं।

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हम आशा करते है कि हमारे द्वारा Swachh Bharat Abhiyan  पर लिखा गया निबंध आपको पसंद आया होगा। अगर यह लेख आपको पसंद आया है तो अपने दोस्तों और परिवार वालों के साथ शेयर करना ना भूले। इसके बारे में अगर आपका कोई सवाल या सुझाव हो तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं।

42 thoughts on “स्वच्छ भारत अभियान निबंध – Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi”

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By: savita mittal

स्वच्छ भारत : एक कदम स्वच्छता की ओर | Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi

यह सर्वविदित है कि 2 अक्टूबर भारतवासियों के लिए कितने महत्त्व का दिवस है। इस दिन हमारे राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी का जन्म हुआ था। इस युग पुरुष ने भारत सहित पूरे विश्व को मानवता की नई राह दिखाई। हमारे देश में प्रत्येक वर्ष गाँधीजी का जन्मदिवस एक राष्ट्रीय पर्व के रूप में मनाया जाता है और इसमें कोई सन्देह नहीं है कि उनके प्रति हमारी श्रद्धा प्रतिवर्ष बढ़ती जाती है। वर्ष 2014 में भी 2 अक्टूबर को ससम्मान गाँधीजी को याद किया गया, लेकिन ‘स्वच्छ भारत अभियान’ की शुरुआत के कारण इस बार यह दिन और भी विशिष्ट रहा।’स्वच्छ भारत अभियान’ एक राष्ट्र स्तरीय अभियान है। 

गाँधीजी की 145वीं जयन्ती के अवसर पर माननीय प्रधानमन्त्री श्री नरेन्द्र मोदी ने इस अभियान के आरम्भ की घोषणा की। यह अभियान प्रधानमन्त्री जी की महत्त्वाकांक्षी परियोजनाओं में से एक है। 2 अक्टूबर, 2014 को उन्होंने राजपथ पर जनसमूह को सम्बोधित करते हुए सभी राष्ट्रवासियों से स्वच्छ भारत अभियान में भाग लेने और इसे सफल बनाने की अपील की। साफ़-सफ़ाई के सन्दर्भ में यह अभियान अब तक का सबसे बड़ा स्वच्छता अभियान है, जिसकी प्रशंसा अन्तर्राष्ट्रीय स्तरों पर की गई है, क्योंकि यह अभियान अपने आस-पास की सफाई के साथ व्यक्ति चरित्र की शुद्धि और पवित्रता पर भी बल देता है।

Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi

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प्रधानमन्त्री की घोषणा के साथ स्वच्छ भारत अभियान प्रारम्भ

2 अक्टूबर, 2014 को प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी ने महात्मा गाँधी के स्वच्छता के स्वप्न को साकार करने के उद्देश्य से सर्वप्रथम गाँधीजी को राजघाट पर श्रद्धांजलि अर्पित की और फिर नई दिल्ली स्थित वाल्मीकि बस्ती में जाकर झाड़ू लगाई। कहा जाता है कि वाल्मीकि बस्ती दिल्ली में गाँधीजी का सबसे प्रिय स्थान था, वे अकसर यहाँ आकर ठहरते थे।इसके बाद, मोदी जी ने जनपथ जाकर स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत की। इस अवसर पर उन्होंने स्वच्छता के प्रति लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया। 

अपने भाषण के दौरान उन्होंने महात्मा गाँधी और लालबहादूर शास्त्री का जिक्र करते हुए बड़ी ही खूबसूरती से इन दोनों महापुरुषों को इस अभियान से जोड़ दिया, उन्होंने कहा-“गांधीजी ने आजादी से पहले नारा दिया था ‘क्विट इण्डिया क्लीन इण्डिया’ आजादी की लड़ाई में उनका साथ देकर देशवासियों ने क्विट इण्डिया’ के सपने को तो साकार कर दिया, लेकिन अभी उनका ‘क्लीन इण्डिया’ का सपना अधूरा ही है।” इसके लिए उन्होंने 2 अक्टूबर, 2019 तक का लक्ष्य निर्धारित किया।

प्रधानमन्त्री जी ने पाँच साल में देश को साफ-सुथरा बनाने के लिए लोगों को शपथ दिलाई कि न मैं गन्दगी करूंगा और न ही गन्दगी करने दूंगा। अपने अतिरिक्त में सौ अन्य लोगों को साफ-सफाई के प्रति जागरूक करूंगा और उन्हें सफाई की शपथ दिलवाऊंगा। उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति साल में 100 घण्टे का श्रमदान करने की शपथ ले और सप्ताह में कम-से-कम दो घण्टे सफाई के लिए निकाले। अपने भाषण में प्रधानमन्त्री ने स्कूलों और गाँवों में शौचालय निर्माण की आवश्यकता पर भी बल दिया। इस प्रकार से अनेक उद्देश्यों को इसमें शामिल किया गया।

स्वच्छ भारत के उद्देश्य

  • स्वच्छ भारत के लिए स्वच्छता की ओर बढ़ते हुए प्रमुख उद्देश्यों को चिह्नित किया गया है ।
  • स्वच्छता साफ-सफाई तथा खुले में शौच के अन्मूलन को बढ़ावा देकर ग्रामीण क्षेत्रों में जीवन की सामान्य गुणवत्ता को बढ़ावा देना। 
  • ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता को बढ़ावा देकर 2 अक्टूबर, 2019 तक स्वच्छ भारत के स्वप्न को साकार करना।
  • जागरूकता लाकर तथा स्वास्थ्य शिक्षा के माध्यम से समुदायों को प्रेरित करना। 
  • ग्रामीण क्षेत्रों में सम्पूर्ण स्वच्छता हेतु वैज्ञानिक ठोस एवं तरल अपशिष्ट पदार्थ प्रबन्धन पर बस देते हुए स्वच्छता को प्रोत्साहित करना। 
  • जेण्डर पर सकारात्मक प्रभाव डालना तथा समाज से जुड़ने के लिए प्रोत्साहित करना।

स्वच्छता हेतु कार्यनीतियाँ

स्वच्छता को बढ़ावा देने हेतु व्यवहारगत परिवर्तन पर बल दिया गया। संस्थागत क्षमता को बढ़ावा दिया गया। इसके अन्तर्गत ‘क्लीन इंण्डिया’ नाम से एक नई बेबसाइट की शुरुआत की गई और फेसबुक जैसी प्रसिद्ध सोशल नेटवर्किंग साइट के माध्यम से भी लोगों को इससे जोड़ा गया। ट्विटर पर भी Mycleanindin के नाम से एक हैण्डल का शुभारम्भ किया गया। 

प्रत्येक नागरिक की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए प्रधानमन्त्री जी ने सभी से अपील की कि लोग पहले गन्दगी वाली जगह के फोटो नेटवर्किंग साइट्स पर अपलोड करें और फिर उस स्थान को साफ करके उसकी वीडियो तथा फोटो भी अपलोड करें। इस अभियान में प्रधानमन्त्री जी ने मशहूर हस्तियों को भी शामिल किया, उन्होंने इसके लिए, नौ लोगों को नॉमिनेट किया। इतना ही नहीं समाचार-पत्रों, विज्ञापनों ने इसे बढ़ाया दिया है, जो वर्तमान में जारी है। इसके लिए अन्तःकरण की स्वच्छता पर भी बल दिया गया।

यह सत्य है कि चरित्र की शुद्धि और पवित्रता बहुत आवश्यक है, लेकिन बाहर की सफाई भी उतनी ही आवश्यक है। यदि हमारे आस-पास का परिवेश ही स्वच्छ नहीं होगा, तो मन भला किस प्रकार शुद्ध रह सकेगा? अस्वच्छ परिवेश का प्रतिकूल प्रभाव हमारे मन पर भी पड़ता है। जिस प्रकार एक स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मस्तिष्क का वास होता है, उसी प्रकार एक स्वस्थ और शुद्ध व्यक्तित्व का विकास भी स्वच्छ और पवित्र परिवेश में ही सम्भव है।

अतः अन्तःकरण की शुद्धि का मार्ग बाहरी जगत की शुद्धि और स्वच्छता से होकर ही गुजरता है। साफ-सफाई के अभाव से हमारे आध्यात्मिक लक्ष्य तो प्रभावित होते ही हैं, साथ ही हमारी आर्थिक प्रगति भी बाधित होती है। अपने भाषण में प्रधानमन्त्री जी ने विश्व स्वास्थ्य संगठन के एक आकलन का संकेत देते हुए कहा है कि गन्दगी के कारण औसत इसमें शामिल न किया जाए, तो यह आंकड़ा 12 से 15 हजार तक पहुँच सकता है। इस प्रकार, देखा जाए तो हम स्वच्छ रूप से प्रत्येक भारतीय को प्रतिवर्ष लगभग 6,500 का अतिरिक्त आर्थिक बोझ उठाना पड़ता है। 

स्वच्छ भारत की उपलब्धियाँ 

स्वच्छता की ओर बढ़ते हुए भारत को 2 अक्टूबर, 2019 को खुले में शौच १ मुक्त किया गया। प्रधानमन्त्री ने किं देशभर में 60 करोड़ से अधिक लोगों को खुले में शौच मुक्त कराया गया है। साथ ही जनभागीदारी के महत्व पर वा देते हुए जल जीवन मिशन तथा वर्ष 2022 तक प्लास्टिक के प्रयोग की समाप्ति का सामूहिक प्रयास का आदान दिया गया। इस प्रकार स्वच्छ भारत का लक्ष्य समय से पूरा किया गया। इसके अन्तर्गत 11 करोड नए शौचालय का निर्माण कराया गया। इतना ही नहीं देश के अनेक राज्य ‘खुले में शौच मुक्त’ भी घोषित कर दिए हैं, जैसे- सिक्किम, हिमाचल प्रदेश, केरल, उत्तराखण्ड एवं हरियाणा आदि। 

इतना ही नहीं स्वच्छता को बनाए रखने हेतु स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के दूसरे चरण की घोषणा फरवरी, 2010 में की गई है। इसके अन्तर्गत वर्ष 2020-21 से 2024-25 तक की अवधि के लिए ₹ 1,40,581 करोड़ रपय लक्ष्य है। वहीं ग्रामीण स्वच्छता को बनाए रखने हेतु 10 वर्षीय ग्रामीण स्वच्छता रणनीति 2019-29 की घोषणा भी की गई है, जिसके अन्तर्गत कई प्रावधान शामिल किए गए हैं, जो इस प्रकार है,

 देश के ग्रामीण क्षेत्रों में ठोस तथा तरल अपशिष्ट प्रबन्धन पर ध्यान केन्द्रित करने तथा उसे अधिक समय बनाने के लिए यह रणनीति तैयार की गई है। इस रणनीति के अन्तर्गत सभी घरों में शौचालय को प्राथमिकता प्रदान की गई है। शौचालय निर्माण सम्बन्धी सुविधाएँ उपलब्ध कराने पर बल दिया गया है। इसमें खुले में शौच मुक्त (ODF) से आगे की योजनाओं के लिए रूपरेखा तैयार करने पर बल दिया गया है। इसे | ODF नाम दिया गया है। ODF + के अन्तर्गत भी अनेक मानदण्ड रखे गए हैं। ग्रामीण स्वच्छता रणनीति 2019-20 में विकास के भागीदारी, राज्य सरकारों, सिविल सोसायटी तथा अन्य सहयोगी समूहों को साथ लेने को महत्त्व दिया गया है।

स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध/Swachh Bharat Abhiyan par nibandh/Essay on swachh bharat abhiyan video

निष्कर्ष 

इस प्रकार, स्वच्छता समान रूप से हम सभी की नैतिक जिम्मेदारी है। हर समय कोई सरकारी संस्था या बाहरी बल हमारे पीछे नहीं लगा रह सकता। हमें अपनी आदतों में सुधार करना होगा और स्वच्छता को अपनी दिनचर्या का हिस्सा • बनाना होगा, हालांकि आदतों में बदलाव करना आसान नहीं होगा, लेकिन यह इतना कठिन भी नहीं है। प्रधानमन्त्री ने ठीक ही कहा है कि यदि हम कम-से-कम खर्च में अपनी पहली ही कोशिश में मंगल ग्रह पर पहुँच गए तो हम स्वच्छ भारत को भी क्यों नहीं बनाए रख सकते हैं। 

इसके लिए हमें अपनी जिम्मेदारियों को निभाते हुए स्वच्छता से स्वच्छ तन, स्वच्छ मन, स्वच्छ खाद्य, स्वच्छ विचार व स्वच्छ पर्यावरण को भी बना सकते हैं। सहयोगात्मक रूप में व्यवहार में बदलाव लाकर ग्रामीण स्वच्छता रणनीति 2019-29 को पूरा करना आवश्यक है, तभी ग्रामीणों में स्वास्थ्य सुधार लाकर गाँवों के देश भारत को स्वच्छ रखा जा सकेगा।

reference Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi

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मेरा नाम सविता मित्तल है। मैं एक लेखक (content writer) हूँ। मेैं हिंदी और अंग्रेजी भाषा मे लिखने के साथ-साथ एक एसईओ (SEO) के पद पर भी काम करती हूँ। मैंने अभी तक कई विषयों पर आर्टिकल लिखे हैं जैसे- स्किन केयर, हेयर केयर, योगा । मुझे लिखना बहुत पसंद हैं।

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Essay On Swachh Bharat Abhiyan In Hindi (100, 200, 300, 500, 700, 1000 Words)

स्वच्छ भारत अभियान निबंध 1 (100 शब्द) :.

स्वच्छ भारत अभियान एक अभियान नहीं एक मिशन है जिसके द्वारा पूरे भारत को स्वच्छ और सुंदर बनाया जा सकता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने 2 अक्तूबर, 2014 को महात्मा गाँधी जी की 145वीं जयंती के उपलक्ष्य में इस अभियान को अधिकारिक तौर पर नई दिल्ली के राजघाट पर शुरू किया था।

भारत सरकार ने इस अभियान को राष्ट्रिय स्तर पर लागू किया है जिसमें शहरों, देशों, ग्रामीण क्षेत्रों आदि की साफ-सफाई की जाएगी। स्वच्छ भारत अभियान में शौचालयों का निर्माण, गलियों का निर्माण, सडकों का निर्माण, देश के बुनियादी ढांचे को बदलना आदि स्वच्छता कार्यक्रमों को बढ़ावा दिया जाएगा जिससे ग्रामीण क्षेत्रों को भी आगे लाया जा सके।

स्वच्छ भारत अभियान निबंध 2 (200 शब्द) :

स्वच्छ भारत अभियान को नरेंद्र मोदी जी ने एक राष्ट्रव्यापी सफाई अभियान के रूप में शुरू किया था जिसे स्वच्छ भारत की कल्पना की दृष्टि से लागू किया गया था। स्वच्छ भारत का सपना गाँधी जी का था जिसका अर्थ था पूरे भारत का स्वच्छ होना।

महात्मा गाँधी जी ने स्वच्छ भारत के मिशन को पूरा करने के लिए बहुत प्रयत्न किए लेकिन उस समय पर लोगों को स्वच्छ भारत मिशन में कोई दिलचस्पी नहीं थी जिसकी वजह से गाँधी जी का सपना पूरा नहीं हुआ था इसलिए भारत सरकार ने गाँधी जयंती के दिन महात्मा गाँधी जी के स्वच्छ भारत के सपने के लिए स्वच्छ भारत अभियान की घोषणा की।

स्वच्छ भारत अभियान को गाँधी जी की 145वीं जयंती पर 2 अक्तूबर, 2014 को शुरू किया गया। स्वच्छ भारत अभियान में भाग लेना सभी लोगों के लिए एक बहुत बड़ी चुनौती है क्योंकि इस मिशन को केवल तभी सफल बनाया जा सकता है जब सभी लोग साथ मिलकर इसमें भाग लेंगे। स्वच्छ भारत अभियान को सफल बनाने के लिए बहुत सारे नेताओं, अभिनेताओं, अभिनेत्रियों और आम जनता ने अपना पूरा योगदान दिया है। इस मिशन के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी जी ने जितने हो सकें सफल प्रयास किए हैं।

स्वच्छ भारत अभियान निबंध 3 (300 शब्द) :

भूमिका : स्वच्छ भारत अभियान हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा चलाया गया एक स्वच्छता अभियान है जिसमें सभी जगहों की गंदगी को साफ करके स्वच्छ किया जाता है उसे ही स्वच्छता अभियान कहा जाता है। स्वच्छ भारत अभियान को  राष्ट्रिय स्तर पर लागू किया गया था जो भारत सरकार के द्वारा चलाया गया है। यह अभियान सभी जगह की परस्पर सफाई के लिए चलाया गया है। इस अभियान के द्वारा पूरे भारत देश की स्वच्छ बनाया जा सकता है और देश को फिर से सोने की चिड़िया बनाया जा सकता है।

स्वच्छ भारत अभियान : स्वच्छ भारत अभियान को 2 अक्तूबर, 2014 गाँधी जयंती के दिन शुरू किया गया था जो गाँधी जी का ही सपना था लेकिन उन्हें इस सपने में विफलता प्राप्त हुई थी इसलिए भारत सरकार ने इसे सफल करने के लिए इस अभियान की शुरुआत की। स्वच्छ भारत अभियान को स्वच्छ भारत मिशन और स्वच्छता अभियान के नाम से भी जाना जाता है।

स्वच्छ भारत अभियान के तहत 4041 सांविधिक नगरों में शौचालय, सड़क, गली, पैदल मार्ग, और भी कई स्थल आते हैं। स्वच्छ भारत अभियान एक ऐसा अभियान है जिसके द्वारा भारत को साल 2019 तक पूरी तरह से साफ कर दिया जाएगा। स्वच्छ भारत अभियान के द्वारा पूरे भारत को स्वच्छ, स्वस्थ और सुखी जीवन के योग्य बनाया जा सकता है।

उपसंहार : स्वच्छ भारत अभियान को सभी राज्यों, देशों और गरीब क्षेत्रों की साफ-सफाई के लिए शुरू किया गया है। स्वच्छ भारत अभियान को शुरू करने के पीछे एक बहुत ही खास उद्देश्य है जो भारत के राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी से जुड़ा हुआ है।

महात्मा गाँधी जी का सपना था कि हमारा भारत भी दूसरे राज्यों की तरह साफ-सुथरा हो इसलिए गाँधी जी के स्वच्छ भारत के सपने को सच करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत की जिसके द्वारा भारत को स्वच्छ और सुंदर बनाया जा सके।

स्वच्छ भारत अभियान निबंध 4 (400 शब्द) :

भूमिका : स्वच्छ भारत अभियान भारत सरकार के द्वारा पूरे भारत को स्वच्छ करने के लिए चलाया गया एक स्वच्छता अभियान है। स्वच्छ भारत अभियान को अधिकारिक तौर पर 2 अक्तूबर, 2014 को महात्मा गाँधी जी की 145वीं जयंती पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने शुरू किया था। गाँधी जयंती के दिन जहाँ पर गाँधी जी का अंतिम संस्कार हुआ था वहीं पर इस अभियान की घोषणा की गई थी। अगर स्वच्छ भारत अभियान को समर्थन दिया गया तो साल 2019 तक पूरा भारत स्वच्छ और सुंदर बन जाएगा।

स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत : स्वच्छ भारत अभियान को महात्मा गाँधी जी के स्वच्छ भारत के सपने को पूरा करने के लिए चलाया गया है क्योंकि गाँधी जी अपने देश की गरीबी और गंदगी से बहुत अच्छी तरह अवगत थे इसलिए वे अपने देश को स्वच्छ करना चाहते थे लेकिन उस समय लोगों की इस विषय में रूचि नहीं थी इसलिए गाँधी जी का उद्देश्य सफल नहीं हो पाया था लेकिन भारत सरकार ने 2 अक्तूबर, 2014 को महात्मा गाँधी जी की 145वीं जयंती के दिन शुरू किया गया।

इस मिशन का सबसे पहला स्वच्छता अभियान 25 सितंबर, 2014 को प्रधानमंत्री जी के द्वारा पहले ही शुरू किया जा चुका था। इस अभियान का उद्देश्य सफाई व्यवस्था की समस्या का हल निकालकर सभी को स्वच्छता की सुविधा का महत्व बताना है।

स्वच्छ भारत अभियान की जरुरत : अपने आसपास की स्वच्छता हर नागरिक की जिम्मेदारी होती है जिसे अगर नागरिक न निभाए तो देश में गंदगी-ही-गंदगी होगी इसलिए देश को स्वच्छ करने के लिए हर नागरिक के समर्थन की जरुरत है। आजकल लोग कूड़ेदान में कचरा डालने की जगह पर इधर-उधर सडक पर कचरा फेंक देते हैं जिसकी वजह से भी गंदगी बढती है।

लोगों के भौतिक, मानसिक, सामाजिक और बौद्धिक कल्याण के लिए भारत में इसके प्रति जागरूकता लाना बहुत अधिक जरुरी है। आज के समय में शौचालय, कचरे का पुनर्चक्रण, आसपास स्वच्छता, आदि की बहुत अधिक जरुरत है।

उपसंहार : स्वच्छ भारत अभियान में किसी भी तरह की राजनीति का प्रयोग नहीं किया गया है लेकिन यह अभियान सभी लोगों को देशभक्ति की तरफ प्रेरित करता है। स्वच्छता रखना नागरिक का धर्म होता है जिसे उसे पूरी ईमानदारी के साथ निभाना चाहिए।

स्वच्छ भारत अभियान को सफल करने के लिए विश्व स्तर पर लोगों ने योगदान दिया है। विद्यार्थी और अध्यापक भी स्वच्छ भारत अभियान में उत्साह और उल्लास के साथ भाग ले रहे हैं ताकि उनका देश साफ-सुथरा बन सके।

स्वच्छ भारत अभियान निबंध 5 (500 शब्द) :

भूमिका : स्वच्छ भारत अभियान को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा गाँधी जी के स्वच्छ भारत के सपने को पूरा करने के लिए शुरू किया गया था। गाँधी जी ने लोगों को सफाई के प्रति प्रेरित करके और नारों के द्वारा अपने स्वच्छ भारत के सपने को साकार करने की कोशिश की थी लेकिन उस समय इसमें लोगों की रूचि न होने की वजह से वे असफल हो गए थे। महात्मा गाँधी जी की प्रेरणा के आधार पर भारत सरकार ने इस अभियान की शुरुआत की जिसके द्वारा स्वच्छ भारत के सपने को पूरा किया जा सके।

स्वच्छ भारत अभियान कब चलाया गया : स्वच्छ भारत अभियान को 2 अक्तूबर, 2014 को गाँधी जी की 145वीं जयंती पर नई दिल्ली के राजघाट (जहाँ पर गाँधी जी का अंतिम संस्कार हुआ था) में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुरू किया था लेकिन इसकी शुरुआत सालों पहले महात्मा गाँधी जी ने कर दी थी जो सफल नहीं हो पाई थी क्योंकि उस समय लोगों को स्वच्छता जैसे अभियान में रूचि नहीं थी।

स्वच्छ भारत अभियान की घोषणा करने से पहले इस अभियान की पहल 25 सितंबर, 2014 को हो गई थी जिसके बाद 2 अक्तूबर, 2014 को स्वच्छ भारत अभियान की घोषणा की गई थी।

शहरी क्षेत्रों में अभियान : शहरी क्षेत्रों में स्वच्छ भारत मिशन का लक्ष्य हर नगर में ठोस कचरा प्रबंधन की व्यवस्था की गई जिसके साथ-साथ लगभग एक करोड़ घरों को ढाई लाख से अधिक सार्वजनिक शौचालय और ढाई लाख सामुदायिक शौचालय उपलब्ध कराए गए हैं।

सामुदायिक शौचालयों के निर्माण की स्कीम रिहायशी इलाकों में की गई है जहाँ पर व्यक्तिगत शौचालय की उपलब्धता होना मुश्किल है और इसी तरह से सार्वजनिक शौचालयों को भी बस अड्डों, रेलवे स्टेशन, बाजार आदि पर जगह-जगह बनाया गया है।

(और पढ़ें :    स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध  ,  स्वच्छ भारत अभियान से जुडी कुछ महत्वपूर्ण बातें )

इस अभियान में ठोस कचरा प्रबंधन की लागत लगभग 7366 करोड़ रूपए है, 1828 करोड़ रूपए जन साधारण को जागरूक करने के लिए, 655 करोड़ रूपए सामुदायिक शौचालयों के लिए, 4165 करोड़ रूपए निजी शौचालयों के लिए खर्च किए गए हैं।

उपसंहार : स्वच्छ भारत अभियान को पूरे भारत की स्वच्छता के मिशन से शुरू किया गया था। स्वच्छ भारत अभियान सभी लोगों के लिए एक बहुत बड़ी चुनौती है क्योंकि स्वच्छ भारत का मिशन केवल तभी तक संभव हो सकता है जब तक भारत में रहने वाला हर एक व्यक्ति इसके प्रति अपनी जिम्मेदारी को समझे और इसे एक सफल अभियान बनाने के लिए अपना पूरा योगदान दे। इस अभियान की पहल भारतीय कलाकारों ने की थी जिसके बाद संपूर्ण भारत में इसका जागरूकता के रूप में प्रसार हुआ था।

स्वच्छ भारत अभियान निबंध 6 (600 शब्द) :

भूमिका : स्वच्छ भारत अभियान को भारत सरकार ने एक विशाल जन आंदोलन के रूप में शुरू किया था जिसका उद्देश्य था पूरे भारत की साफ-सफाई को बढ़ावा देना। स्वच्छ भारत अभियान को साल 2019 तक एक स्वच्छ भारत का लक्ष्य मानकर 2 अक्तूबर, 2014 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने शुरू किया था।

स्वच्छ भारत अभियान को समर्थन देने के लिए बहुत से नेताओं ने बहुत से कानूनों को चलाया जिससे भारत में गंदगी न फैल सके। भारत में अधिक से अधिक पेड़ों को लगाया गया है जिससे भारत को हरियाली में बदला जा सके।

स्वच्छ भारत अभियान क्या है : स्वच्छ भारत अभियान एक बहुत बड़ा आंदोलन है जिसके द्वारा साल 2019 तक पूरे भारत को स्वच्छ बनाना है। स्वच्छ भारत अभियान को महात्मा गाँधी जी के स्वच्छ भारत के सपने को पूरा करने के लिए चलाया गया है जिसमें स्वस्थ और सुखी जीवन संभव सो सके। इस अभियान को 2 अक्तूबर, 2014 को महात्मा गाँधी जी की 145वीं जयंती पर नई दिल्ली के राजघाट पर घोषित किया गया था।

स्वच्छ भारत अभियान के द्वारा भारत के शहरी विकास, पेयजल और स्वच्छता मंत्रालय के तहत इस अभियान को ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में लागू किया गया है। इस अभियान के द्वारा सफाई व्यवस्था की समस्या का समाधान निकालने के साथ-साथ स्वच्छता की सुविधा का निर्माण करना भी है।

ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छ भारत अभियान : ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता लाने के लिए सरकार के द्वारा सन् 1999 में सबसे पहले निर्मल भारत अभियान की स्थापना की गई लेकिन इसका पुनर्गठन स्वच्छ भारत अभियान के रूप में 2 अक्तूबर, 2014 को हुआ था।

इस अभियान के द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को खुले में शौच करने से रोकने, कचरे को जैविक खाद के रूप में प्रयोग करने, ठोस और द्रव कचरा प्रबंधन के लिए बहुत सी सुविधाएँ उपलब्ध कराई हैं जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में भी उचित रूप से साफ-सफाई रह सके। इस अभियान के द्वारा लोगों के जीवन स्तर को भी सुधारा जाएगा।

अभियान का लोगों पर प्रभाव : स्वच्छ भारत अभियान का लोगों पर बहुत अधिक प्रभाव पड़ा है क्योंकि इस अभियान की वजह से बहुत से क्षेत्रों के लोगों के जीवन स्तर में सुधार किया गया है। लोगों की कुछ असुरक्षित और अस्वस्थ आदतों को बदला गया है ताकि वे सभी लोग स्वच्छ और स्वस्थ रह सकें।

सरकार द्वारा सफाई व्यवस्था, शौच व्यवस्था, सडक व्यवस्था, आदि को देखने के लिए कार्य समीतियाँ बनाई गई हैं जो अपने कामों पर विशेष ध्यान देती हैं। इस अभियान से पूरे भारत में स्वच्छता की लहर दौड़ पड़ी थी जिसने लोगों को बहुत अधिक प्रभावित किया क्योंकि अगर समाज स्वच्छ होगा तो उस समाज में रहने वाला हर एक व्यक्ति भी स्वच्छ और स्वस्थ रह सकता है जिसे सभी लोगों को आपस में मिलकर करने की जरुरत है।

स्वच्छ भारत अभियान का उद्देश्य : स्वच्छ भारत अभियान को बहुत से उद्देश्यों की वजह से शुरू किया गया है जिसमें से इसके कुछ उद्देश्य हैं – खुले में शौच करने की प्रथा को समाप्त करना, अस्वास्थ्यकर शौचालयों को फ्लश शौचालय में बदलना, हाथों से मल की सफाई करने से रोकना, ठोस या द्रव कचरे का दुबारा से उपयोग करना, लोगों को अच्छी आदतों के लिए प्रेरित करना, सफाई के प्रति जागरूकता फैलाना, शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में सफाई की व्यवस्था को अनुकूल बनाना और लोगों में भारत में निवेश करने के लिए रूचि रखने वाले सभी निजी क्षेत्रों के लिए वातावरण को अनुकूल बनाना है।

उपसंहार : स्वच्छ भारत अभियान को प्रधानमंत्री जी ने गाँधी जी के स्वच्छ भारत के सपने को पूरा करने के लिए शुरू किया था। इस अभियान को सफल बनाने के लिए लोगों ने बहुत से ऐसे तरीके ढूंढे हैं जो रूचि पूर्ण हैं जिसमें व्यक्ति सफाई के साथ-साथ आनंद भी प्राप्त कर सकता है।

इस अभियान के प्रसार के लिए सरकार ने किन्ही नौ लोगों का चुनाव किया जिसमें इन नौ लोगों में से प्रत्येक एक व्यक्ति को अपने साथ जुड़ने के लिए नौ लोगों को आमंत्रित करना होगा इसके बाद वे नौ लोग और नौ लोगों को आमंत्रित करेंगे जिससे सभी लोग इस योजना से जुड़ सकें।

स्वच्छ भारत अभियान निबंध 7 (700 शब्द) :

भूमिका : स्वच्छ भारत अभियान को पूरे भारत में सफाई के उद्देश्य से चलाया गया था। स्वच्छ भारत अभियान की घोषणा करते समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने लोगों से यह अपील की थी कि वे इस मिशन से जुड़े और दूसरे लोगों को भी इस मिशन से जुड़ने के लिए प्रेरित करें जिससे हमारा भारत देश दुनिया का सबसे अच्छा और स्वच्छ देश बन सके। इस अभियान की शुरुआत नरेंद्र मोदी जी ने खुद सफाई करके की थी जिससे लोग एक-दूसरे के मध्य अमीरी और गरीबी का भेदभाव न करें और इस योजना में अपना बढ़-चढ़कर योगदान दें।

स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत : स्वच्छ भारत अभियान को नई दिल्ली के राजघाट पर 2 अक्तूबर, 2014 को महात्मा गाँधी जी की 145वीं जयंती को भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने गाँधी जी के सपने को पूरा करने के लिए शुरू किया था।

इस अभियान की शुरुआत सबसे पहले सन् 1999 में भारतीय सरकार के द्वारा निर्मल भारत अभियान के रूप में हुई थी लेकिन बाद में इस अभियान का पुनर्गठन करके इसे स्वच्छ भारत अभियान के रूप में दुबारा चलाया गया था। स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत पूरे भारत को साल 2019 तक पूरी तरह से स्वच्छ बनाने के उद्देश्य से हुई थी।

स्वच्छ भारत अभियान गाँधी जी का सपना : भारत के राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी जी ने पूरे भारत को एक स्वच्छ भारत बनाने का सपना देखा था क्योंकि महात्मा गाँधी जी भारत देश की गंदगी और गरीबी से अच्छी तरह से परिचित थे इसलिए वे कभी नारों से तो कभी लोगों से बात करके उन्हें स्वच्छता के लिए जागरूक करने की कोशिश करते थे लेकिन उस समय लोगों को इस विषय में रूचि नहीं थी इसलिए उस समय गाँधी जी का स्वच्छ भारत का सपना पूरा नहीं हो सका था। इसलिए गाँधी जी के स्वच्छ भारत के सपने को पूरा करने के लिए स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत की गई।

स्वच्छ भारत अभियान की जरुरत : स्वच्छ भारत के सपने को पूरा करने के लिए भारत में स्वच्छ भारत अभियान का लगातार चलता रहना बहुत अधिक जरुरी है। पूरे भारत के भौतिक, मानसिक, सामाजिक और बौद्धिक कल्याण के लिए भारत के लोगों में सफाई और स्वच्छता के प्रति जागरूकता का एहसास होना बहुत अधिक जरुरी है। जो लोग ग्रामीण क्षेत्रों में रहते हैं उन्हें वैश्विक जागरूकता का एहसास नहीं होता है इसलिए उनमें वैश्विक जागरूकता का होना बहुत अधिक जरुरी है। ग्रामीण क्षेत्रों में जीवन की गुणवत्ता को सुधारना बहुत अधिक जरुरी है।

स्वच्छ भारत विद्यालय अभियान : स्वच्छ भारत अभियान को केंद्रीय मानव संसाधन मंत्रालय द्वारा चलाया गया था और इसका उद्देश्य स्कूलों में स्वच्छता लाना है। इस अभियान के द्वारा केंद्रीय विद्यालय और नवोदय विद्यालय संगठन जहाँ पर बहुत सारे स्वच्छता क्रियाकलाप आयोजित किए गए हैं जैसे – विद्यार्थियों के द्वारा स्वच्छता के पहलुओं पर चर्चा करना, दूसरों को सफाई के प्रति जागरूक करना, स्वच्छता क्रियाकलाप आदि। स्कूल क्षेत्रों में सफाई, महान व्यक्तियों के योगदान पर भाषण, कला, फिल्म, चर्चा, चित्रकारी, स्वास्थ्य और स्वच्छता पर नाटक मंचन आदि आयोजित किए जाते हैं।

स्वच्छ भारत अभियान का प्रभाव : स्वच्छ भारत अभियान का पूरे भारत पर बहुत ही गहरा प्रभाव पड़ा है। इस अभियान को सफल करने के लिए उत्तर प्रदेश में सरकारी कार्यालयों में चबाने वाला पान, पान-मसाला, गुटका और अन्य प्रकार के तंबाकू उत्पादों पर प्रतिबंध लगा दिया गया था।

उत्तर प्रदेश में योगी ने जी इस पहल की शुरुआत सरकारी इमारत में अपनी पहली यात्रा करने के बाद की थी जब उन्होंने पान के दाग वाली दीवारों और कोनों को देखा था। स्वच्छ भारत अभियान से बहुत हद तक भारत देश में साफ-सफाई और स्वच्छता रखने की कोशिश की जा रही है।

उपसंहार : स्वच्छ भारत अभियान को सफल बनाने के लिए सरकार ने इंटरनेट का भी भरपूर प्रयोग किया है। इसमें सरकार ने लोगों से अनुरोध किया कि वे किसी जगह की सफाई करके उस जगह की फोटो को सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर डाल दें और अन्य लोगों को इस योजना से जुड़ने के लिए प्रेरित करें। स्वच्छ भारत अभियान की निरंतरता को बनाए रखने के लिए योगी जी ने भी अपना पूरा योगदान दिया उन्होंने सफाई कार्यलय का निर्माण किया जिसके द्वारा गंदगी फैलाने वालो को जागरूक करके सफाई का महत्व समझाया।

स्वच्छ भारत अभियान निबंध 8 (1000 शब्द) :

भूमिका : स्वच्छ भारत अभियान भारत को गंदगी रहित बनाने का एक अभियान है जिसे राष्ट्रिय आंदोलन के रूप में भारत सरकार के द्वारा चलाया गया था। इस अभियान को देश के 4041 सांविधिक नगर की आधारभूत संरचना, सडकें, गलियों आदि की साफ-सफाई के उद्देश्य से शुरू किया गया था।

गाँधी जी का मानना था कि स्वच्छता स्वतंत्रता से भी अधिक जरुरी है क्योंकि उस समय में वे अपने देश की गंदगी और गरीबी से बहुत ही अच्छी तरह से अवगत थे इसलिए भारत सरकार ने स्वच्छ भारत के सपने को पूरा करने के लिए ही स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत की।

स्वच्छ भारत अभियान : स्वच्छ भारत अभियान एक राष्ट्रिय मुहीम है जिसे भारत सरकार के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा स्थापित किया गया है जिसके तहत 4041 सांविधिक नगरों के सड़क, पैदल मार्ग और अन्य कई स्थल आते हैं। स्वच्छ भारत अभियान एक बहुत बड़ा आंदोलन है जिसके तहत भारत को साल 2019 तक पूरी तरह स्वच्छ बना दिया जाएगा।

इस अभियान में स्वस्थ और सुखी जीवन के लिए महात्मा गाँधी जी के स्वच्छ भारत के सपने को आगे बढ़ाया गया है। स्वच्छ भारत अभियान का उद्देश्य सफाई व्यवस्था की समस्याओं का समाधान निकालना है और साथ ही स्वच्छता की सुविधा के निर्माण के द्वारा भारत में अच्छी तरह से मल प्रबंधन करना है।

स्वच्छ भारत अभियान कब चलाया गया : स्वच्छता के लिए सबसे पहले सन् 1999 में निर्मल भारत अभियान चलाया गया था जो असफल रहा था उसके बाद इस अभियान का पुनर्गठन स्वच्छ भारत अभियान के रूप में किया गया था। स्वच्छ भारत अभियान को भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने नई दिल्ली के राजघाट (जहाँ पर गाँधी जी का अंतिम संस्कार हुआ था) पर 2 अक्तूबर, 2014 के दिन महात्मा गाँधी जी की 145वीं जयंती पर शुरू किया गया था। स्वच्छ भारत अभियान को एक उद्देश्य के साथ शुरू किया गया था कि भारत को साल 2019 तक पूरी तरह से स्वच्छ और साफ कर दिया जाएगा।

स्वच्छ भारत अभियान से जुड़े लोग : स्वच्छ भारत अभियान में प्रधानमंत्री जी ने नौ लोगों को चुना था जिनके नाम सलमान खान, अनिल अंबानी, कमल हसन, कॉमेडियन कपिल शर्मा, प्रियंका चोपड़ा, बाबा रामदेव, सचिन तेंदुलकर, शशि थरूर और तारक मेहता का उल्टा चश्मा की पूरी टीम।

इस अभियान के शुभारंभ पर भारतीय अभिनेता आमिर खान को आमंत्रित किया गया था। 8 नवंबर, 2014 को इस अभियान से कुछ और लोगों को जोड़ा गया जिनके नाम हैं, मोहम्द कैफ, सुरेश रैना, अखिलेश यादव, स्वामी रामभद्रचार्या, कैलाश खेर, राजू श्रीवास्तव, मनु शर्मा, देवी प्रसाद द्विवेदी, मनोज तिवारी आदि और 25 दिसंबर, 2014 को सौरव गांगुली, किरन बेदी, रामो जी राव, सोनल मानसिंह, पदमानभा आचार्या आदि को स्वच्छ भारत अभियान का हिस्सा बनाया गया था।

स्वच्छ भारत अभियान की जरुरत : स्वच्छ भारत अभियान के द्वारा लोगों में बौद्धिक, मानसिक, भौतिक और सामाजिक कल्याण का एहसास दिलाया जा सकता है। भारत के हर घर में शौचालय होना चाहिए ताकि खुले में शौच की प्रवृति बंद हो सके। भारत के अस्वास्थ्यकर शौचालयों को पानी से बहने वाले शौचालयों में बदलने की बहुत अधिक जरुरत है।

हाथ से की जाने वाली सफाई व्यवस्था को खत्म किया जाना चाहिए। देश के कचरे का पुनर्चक्रण और दुबारा इस्तेमाल, सुरक्षित समापन, सुरक्षित मल समापन का प्रबंधन को लागू करना चाहिए। भारत में सफाई की सुविधा को विकसित करने के लिए निजी क्षेत्रों की भागीदारी को बढ़ाना बहुत अधिक जरुरी है। भारत को स्वच्छ और हरियाली युक्त बनाने के लिए स्वच्छ भारत अभियान बहुत अधिक आवश्यक है।

शहरी क्षेत्रों में अभियान : शहरी क्षेत्रों में स्वच्छ भारत अभियान के द्वारा सभी 1.04 करोड़ घरों को 2.6 लाख सार्वजनिक शौचालय, 2.5 लाख सामुदायिक शौचालय उपलब्ध कराए गए हैं। सामुदायिक शौचालय के निर्माण की स्कीम रिहायशी इलाकों में की गई है जहाँ पर व्यक्तिगत शौचालय की मौजूदगी मुश्किल होती है इसी तरह सार्वजनिक शौचालय को बस अड्डों, रेलवे स्टेशन, बाजार जैसे स्थानों पर स्थापित किया गया है।

शहरी क्षेत्रों में स्वच्छता कार्यक्रम पांच साल के अंदर पूरा करने की योजना बनाई गई है। शहरी क्षेत्रों में खुले में शौच की प्रवृति को खत्म करना, अस्वास्थ्यकर शौचालयों को पानी से बहने वाले शौचालयों में बदलना, हाथों से सफाई की प्रवृति को खत्म करना और लोगों को सफाई के प्रति जागरूक करना है।

ग्रामीण क्षेत्रों में अभियान : स्वच्छ भारत अभियान में ग्रामीण क्षेत्रों को स्वच्छ बनाने के लिए भारत सरकार ने निर्मल भारत अभियान को शुरू किया उसके बाद इस अभियान का पुनर्गठन करके स्वच्छ भारत अभियान को शुरू किया गया। ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को खुले में शौच करने की प्रवृति को खत्म करने के लिए 11 करोड़, 11 लाख रूपए और शौचालयों के निर्माण के लिए लगभग एक लाख करोड़ रूपए खर्च किए गए हैं।

सरकार के द्वारा कचरे को जैविक खाद और फिर से प्रयोग करने के योग्य ऊर्जा में बदल दिया जाता है जिसमें ग्राम पंचायत, जिला परिषद, पंचायत समीति की बहुत अधिक हिस्सेदारी है। स्वच्छता की सभी सुविधाओं को निरंतर उपलब्ध कराने के लिए पंचायती राज संस्थान और समुदाय को प्रेरित करते रहना चाहिए। ग्रामीण क्षेत्रों में लगातार स्वच्छता और पारिस्थितिक सुरक्षा को प्रोत्साहित करना चाहिए।

स्वच्छ भारत स्वच्छ विद्यालय अभियान : स्वच्छ भारत अभियान के तहत 25 सितंबर, 2014 से 31 अक्तूबर, 2014 तक केंद्रीय विद्यालय और नवोदय विद्यालय संगठन जहाँ पर बहुत सारे स्वच्छता क्रियाकलाप आयोजित किए गए हैं जैसे – विद्यार्थियों द्वारा स्वच्छता के पहलुओं पर चर्चा, महात्मा गाँधी की शिक्षा, स्वच्छता और स्वास्थ्य विज्ञान के विषय पर चर्चा, स्वच्छता क्रियाकलाप आदि।

स्वच्छ भारत अभियान के द्वारा स्कूली क्षेत्रों की सफाई, महान व्यक्तियों के योगदान पर भाषण, निबंध लेखन प्रतियोगिता, कला, फिल्म, चर्चा, चित्रकारी और स्वच्छता पर नाटक मंचन आदि किया जाता है।

स्वच्छ भारत अभियान के नारे :

1. क्या दोगे आने वाले को? पूर्वजों से तुम्हे स्वतंत्र आसमान मिला, न करो कोई बड़ा वादा, बस दो स्वच्छ आसमा की छाया। 2. अब सबकी बस एक ही पुकार, स्वच्छ भारत हो यार। 3. आओ मिलजुलकर खुशिया मनाये, भारत को स्वच्छ बनाये। 4. एक कदम स्वच्छता की ओर। 5. सफाई से खुद को स्वच्छ बनाना है स्वच्छता से पूरे विश्व में अपनी पहचान बनाना है। 6. जागो युवा जागो स्वच्छ भारत है तुम्हारा अधिकार, लेकिन उठाओ पहले कर्तव्य का भार। 7. गाँव-गाँव गली-गली ऐसी ज्योति जलाएंगे, पूरे भारत को स्वच्छ बनायेंगे। 8. स्वच्छ भारत है एक बड़ा अभियान, सब मिलके करे अपना योगदान। 9. स्वच्छता अपनाना है समाज में खुशियाँ लाना है। 10. स्वच्छता ही है देश का सौंदर्य, जिसे लाना है हमारा कर्तव्य। 11. बापू का घर-घर पहुंचे संदेश, स्वच्छ और सुंदर हो अपना देश। 12. चलाओ जोरों से स्वच्छता अभियान, तभी तो बनेगा हमारा भारत महान। 13. अब हर भारतियों ने मन में यही ठाना है पूरे भारत को स्वच्छ बनाना है। 14. कदम-से-कदम मिलाओ स्वच्छता की तरफ हाथ बढाओ। 15. युवा शक्ति है सब पर भारी, चलो करो अब स्वच्छ भारत की तैयारी। 16. खूबसूरत होगा देश का हर छोर, क्यूंकि कम करेंगे गंदगी चारो ओर। 17. एक नया सवेरा लायेंगे, पूरे भारत को स्वच्छ और सुंदर बनायेंगे। 18. स्वच्छता का रखना हमेशा ध्यान, तभी तो बनेगा हमारा भारत महान। 19. स्वच्छ भारत अभियान में सब मिल जाओ, मिलकर सब अपने प्यारे भारत को स्वच्छ बनाओ। 20. गांधीजी के सपनों का भारत बनायेंगे, चारों तरफ स्वच्छता फैलाएँगे। 21. युवा शक्ति है सब पे भारी, उठाओ झाड़ू गंदगी बाहर करो सारी। 22. करो कुछ ऐसा काम, कि स्वच्छ भारत के चलते हो विश्व में भारत की शान। 23. कदम-से-कदम बढ़ाते जाओ, स्वच्छता की तरफ मिलकर जुट जाओ। 24. आओ मिलकर सबको जगाये, गंदगी को स्वच्छता से दूर भगाए। 25. देश भी साफ हो, जिसमें सबका साथ हो। 26. सीमा पर लड़ना ही नहीं है देशभक्ति का नाम, स्वच्छ बने देश करो ऐसा काम।

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Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi | स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध

हेलो स्टूडेंट, आप सभी का स्वागत है, इस लेख में आप लोगो को विस्तार में स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध पढने को मिलेगा, अगर आप के स्कूल में स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध दिया गया होगा तो आप इससे अच्छे से तैयार कर सकते है | इसके अलावा आप अपने बोर्ड के परीक्षा की भी अच्छे से तयारी कर सकते है |

Table of Contents

स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध – Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi 

“जो परिवर्तन आप दुनिया में देखना चाहते हैं वह सबसे पहले अपने आप में लागू करें ” – महात्मा गांधी |

Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi For UPSC / Class 12:

  • स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत
  • महात्मा गांधी जी का सपना
  • स्वच्छ भारत अभियान के उद्देश्य
  • स्वच्छ भारत अभियान की आवश्यकता
  • देश के स्वच्छ न होने के कारण
  • देश को स्वच्छ रखने के उपाय
  • स्वच्छ भारत अभियान में अन्य योगदान

प्रस्तावना :

स्वच्छता ना केवल हमारे घर सड़क तक के लिए ही जरूरी नहीं होती है। यह देश ओर राष्ट्र की आवश्यकता होती इससे ना केवल हमारा घर आँगन ही स्वच्छ रहेगा पूरा देश ही स्वच्छ रहेगा। इसी को मद्देनजर रखते हुए भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही स्वच्छ भारत अभियान जो कि हमारे देश के प्रत्येक गांव और शहर में पराम्भ की गई है । जो देश के प्रत्येक गली गांव की प्रत्येक सड़कों से लेकर शौचालय का निर्माण कराना और देश के बुनियादी ढांचे को बदलना ही इस अभियान का उद्देश्य है।

स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत:

भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने महात्मा गांधी जी की जयंती 2 अक्टूबर 2014 को स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत की , स्वच्छ भारत अभियान को भारत मिशन और स्वच्छता अभियान भी कहा जाता है ।

महात्मा गांधी जी की जयंती के अवसर पर माननीय श्री नरेंद्र मोदी जी महात्मा गांधी जी की 145 वी जयंती के अवसर पर इस अभियान की शुरुआत की 2 अक्टूबर 2014 को उन्होंने राजपथ पर जनसमूहों को संबोधित करते हुए राष्ट्रवादीओं से स्वच्छ भारत अभियान में भाग लेने और इसे सफल बनाने को कहा साफ-सफाई के संदर्भ में यह सबसे बड़ा अभियान है। साफ-सफाई को लेकर भारत की छवि को बदलने के लिए श्री नरेंद्र मोदी जी ने देश को एक मुहिम से जोड़ने के लिए जन आंदोलन बनाकर इसकी शुरुआत की ।

महात्मा गांधी जी का सपना:

हमारे पूजनीय राष्ट्रपिता महात्मा गांधी स्वतंत्रता से पहले स्वच्छ रहना और इसके तहत स्वच्छता को उन्होंने ईश्वर भक्ति के बराबर माना स्वच्छता की शिक्षा को उन्होंने सभी को प्रदान करी उनका सपना था कि( स्वच्छ भारत ) इसके तहत वह सभी नागरिकों को एक साथ मिलकर देश को साफ रखने के बारे में सोचते थे इसी के तहत जिस आश्रम में वो रहते थे वहां रोजाना सुबह 4:00 बजे उठकर स्वयं सफाई करते थे ।

उन्होंने वर्धा आश्रम में अपना स्वम का शौचालय बनवाया था जिसको प्रतिदिन शुबह – शाम साफ भी करते थे । गांधी जी की यही स्वच्छ भारत के सपनों को पूरा करने के लिए श्री नरेंद्र मोदी जी ने स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत करी।

स्वच्छ भारत अभियान के उद्देश्य:

  • 2019 तक सभी घरों में पानी की पूर्ति सुनिश्चित कर के गांवों में पाइपलाइन लगवाना जिससे स्वच्छता बनी रहे।
  • खुले में शौच बंद करवाना जिसके तहत हर साल हजारों बच्चों की मौत हो जाती है।
  • लगभग 11 करोड़ 11 लाख व्यक्तिगत, सामूहिक शौचालयों का निर्माण करवाना जिसमे 1 लाख 34 हजार करोड रुपए खर्च होंगे।
  • लोगों की मानसिकता को बदलना उचित स्वच्छता का उपयोग करके।
  •  शौचालय उपयोग को बढ़ावा देना और सार्वजनिक जागरूकता को शुरू करना।
  • गांवो को साफ रखना।
  • ग्राम पंचायत के माध्यम से ठोस और तरल अपशिष्ट की अच्छी प्रबंधन व्यवस्था सुनिश्चित करना।
  • सड़के फुटपाथ ओर बस्तियां साफ रखना।
  • साफ सफाई के जरिए सभी में स्वच्छता के प्रति जागरूकता पैदा करना।

स्वच्छ भारत अभियान की आवश्यकता:

अपने उद्देश्य की प्राप्ति तक भारत में इस मिशन की कार्यवाही निरंतर चलती रहनी चाहिए। भौतिक, मानसिक, सामाजिक और बौद्धिक कल्याण के लिये भारत के लोगों में इसका एहसास होना बेहद आवश्यक है। ये सही मायनों में भारत की सामाजिक और आर्थिक स्थिति को बढ़ावा देने के लिये है जो हर तरफ स्वच्छता लाने से शुरु किया जा सकता है। यहाँ कुछ बिंदु दिए जा रहे हैं जो स्वच्छ भारत अभियान की आवश्यकता को दिखाते हैं –

  • हमारे देश में कोई भी ऐसी जगह नहीं है जहां पर कूड़ा करकट नहीं फैला हो। हमारे भारत देश के हर शहर, हर गांव, हर एक मोहल्ला, हर एक गली कूड़े-करकट और गंदगी से भरी पड़ी है।
  • हमारे देश के गाँवो में शौचालय नहीं होने के कारण के लोग आज भी खुले में शौच करने जाते हैं जिसके कारण हर जगह गंदगी फैलती है और यह गंदगी नई बीमारियों को आमंत्रण देती है।
  • हमारे आसपास के सभी नदी-नाले भी कचरे से इस तरह से रहते हैं जैसे कि पानी की जगह कचरा बह रहा हो।
  • इस कूड़ा करकट और गंदगी के कारण विदेश से लोग हमारे देश में आना कम ही पसंद करते हैं, जिसके कारण हमारे देश को आर्थिक नुकसान होता है।
  • इस कचरे के कारण हमारे साथ-साथ अन्य जीव जंतुओं को भी नुकसान होता है और साथ ही हमारी पृथ्वी भी प्रदूषित होती है।
  • ये बेहद जरुरी है कि भारत के हर घर में शौचालय हो साथ ही खुले में शौच की प्रवृति को भी खत्म करने की आवश्यकता है।
  •  नगर निगम के कचरे का पुनर्चक्रण और दुबारा इस्तेमाल, सुरक्षित समापन, वैज्ञानिक तरीके से मल प्रबंधन को लागू करना।
  • ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों में वैश्विक जागरुकता का निर्माण करने के लिये और सामान्य लोगों को स्वास्थ्य से जोड़ने के लिये।
  • पूरे भारत में साफ-सफाई की सुविधा को विकसित करने के लिये निजी क्षेत्रों की हिस्सेदारी बढ़ाना।
  • भारत को स्वच्छ और हरियाली युक्त बनाना।
  •  ग्रामीण क्षेत्रों में जीवन की गुणवत्ता में सुधार लाना।

देश के स्वच्छ न होने के कारण:

हमारे देश का स्वच्छ नहीं होने का सबसे पहला कारण आप और हम ही हैं क्योंकि गंदगी और कूड़ा करकट मनुष्य जाति के द्वारा ही फैलाया जाता है। आप और हम कहीं भी कूड़ा करकट फेंक देते हैं और उसका दोष हम दूसरों को देते हैं। हमारे देश के स्वच्छ और साफ सुथरा नहीं होने के और भी कई कारण हैं जिनमें से कुछ प्रमुख कारण निम्नलिखित हैं – 1. शिक्षा का अभाव –

हमारा देश शिक्षा के क्षेत्र में बहुत पिछड़ा हुआ है। अगर लोग शिक्षित नहीं होंगे तो उन्हें पता ही नहीं होगा कि वे अनजाने में अपने आसपास के वातावरण को प्रदूषित कर रहे हैं, और वातावरण के प्रदूषित होने के कारण उनको क्या नुकसान हो रहा है। लोगों में स्वच्छ और साफ सुथरे भारत के लिए शिक्षा का प्रचार प्रसार बहुत जरूरी है।

2. खराब मानसिकता –

कुछ लोग ये मानते हैं कि हमारे थोड़ा सा कचरा फैलाने से देश गंदा थोड़ी ना होगा। इस प्रकार की मानसिकता वाले लोग हर जगह कचरा फैलाते रहते हैं जिसके कारण वह थोड़ा-थोड़ा कचरा बहुत ही ज्यादा बन जाता है। 3. घरों में शौचालयो का नहीं होना –

आपने देखा होगा कि अक्सर गांव में घरों में शौचालय नहीं होते हैं, जिसके कारण लोग शौच करने के लिए या तो खेतों में जाते हैं या फिर रेल की पटरियों के पास जाकर शौच करते हैं, जिसके कारण हर तरफ गंदगी का माहौल पैदा हो जाता है। 4. अत्यधिक जनसंख्या –

हमारा भारत देश जनसंख्या के मामले में विश्व में दूसरे स्थान पर आता है, अगर इसी प्रकार से जनसंख्या बढ़ती रही तो आने वाले वर्षों में जनसंख्या के मामले में पहला नंबर हमारे देश का ही होगा। अधिक जनसंख्या होने के कारण कचरा और गंदगी भी अधिक होती है। गंदगी अधिक होने के कारण इस गंदगी को साफ करने के लिए हमारे देश के आर्थिक विकास में लगने वाली पूंजी गंदगी की सफाई में ही लग जाती है।

5 सार्वजनिक शौचालय का अभाव –

हमारे देश में सार्वजनिक शौचालयों का अभाव हर जगह पाया जाता है, जिसके कारण लोग कहीं भी सड़क के किनारे या कोई कोना देखकर शौच कर लेते हैं जिससे बहुत ज्यादा गंदगी फैलती है। 6. कचरे की सही निस्तारण का अभाव –

हमारे देश में कचरा बहुत बड़ी समस्या है, 2017 के आंकड़ों के अनुसार भारत प्रति दिन 1,00,000 मीट्रिक टन कचरा उत्पन्न करता है। इतनी बड़ी संख्या में कचरा निकलने के बावजूद भी इसके निस्तारण के सही उपाय नहीं किए गए हैं।

7. उद्योगों का अपशिष्ट पदार्थ –

हमारे देश में छोटे बड़े मिलाकर बहुत सारे उद्योग धंधे हैं, जिनसे अलग-अलग प्रकार का बहुत बड़ी मात्रा में अपशिष्ट पदार्थ निकलता है, जिसे साधारण शब्दों में हम गंदगी का भंडार कर सकते हैं। इन उद्योग-धंधों को चलाने वाले लोग इस अपशिष्ट पदार्थ को पास ही बह रहे नदी नालों में बहा देते हैं, जिससे कि पूरा वातावरण ही प्रदूषित हो जाता है।

देश को स्वच्छ रखने के उपाय:

हमारे भारत देश को स्वच्छ और साफ सुथरा रखने के लिए हमें आज ही अपने से शुरुआत करनी होगी क्योंकि जब तक लोग खुद जागरुक नहीं होंगे तब तक हमारे देश में साफ सफाई का होना नामुमकिन है।

  • हमें देश के हर घर में शौचालय बनवाने होंगे।
  • हर शहर, हर गांव की सार्वजनिक स्थलों पर सार्वजनिक शौचालय बनवाने होंगे।
  • लोगों में साफ सफाई और स्वच्छता के प्रति जागरूकता फैलानी होगी।
  • हमें जगह-जगह कचरा पात्रों का निर्माण करना होगा।
  • शिक्षा के प्रचार-प्रसार को बढ़ावा देना होगा।
  • लोगों की मानसिकता बदलने के लिए साफ सफाई के संदेश गांव-गांव तक पहुंचाना होगा।
  • लोगों को गंदगी के गंभीर परिणामों के बारे में बताना होगा, जिससे की उनको पता चले कि उनके गंदगी फैलाने से उनके साथ-साथ पूरे वातावरण को कितना नुकसान होता है।
  • हमें बढ़ती हुई जनसंख्या को कम करना होगा।
  •  हमें कचरे के निस्तारण की सही विधि का पता लगाकर उस को अमल में लाना होगा जैसे कि पहाड़ जैसे कचरे के ढेरों को हटाया जा सके।
  •  हमें उद्योग धंधे चलाने वाले लोगों में जागरूकता फैलाने होगी कि उनके छोटे से स्वार्थ के कारण हमारा पूरा वातावरण कितना प्रदूषित हो रहा है।
  •  हमें नए कानूनों का निर्माण करना होगा, जिससे कि लोग कहीं भी गंदगी ना फैलाएं।

स्वच्छ भारत अभियान में अन्य योगदान:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छ भारत अभियान के प्रचार-प्रसार के लिए कुछ प्रभावी व्यक्तियों को चुना था। जिनका काम अपने-अपने क्षेत्र में लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरुक करना है।

उन लोगों के नाम निम्नलिखित हैं-

(1) सचिन तेंडुलकर (क्रिकेटर) (2) महेन्द्र सिंह धोनी (क्रिकेटर) (3) विराट कोहली (क्रिकेटर) (4) बाबा रामदेव (5) सलमान खान (अभिनेता) (6) शशि थरूर (संसद के सदस्य) (7) तारक मेहता का उल्टा चश्मा की टीम (8) ईआर दिलकेश्वर कुमार (9) कमल हसन (अभिनेता) (10) अनिल अंबानी (उद्योगपति) (11) प्रियंका चोपड़ा (अभिनेत्री) (12) मृदुला सिन्हा (लेखिका)

महात्मा गांधी द्वारा कहे गए यह कथन जोकि स्वच्छता पर ही आधारित है। उनके अनुसार स्वच्छता की जागरूकता की मशाल सभी में पैदा होने चाहिए इसके तहत स्कूलों में भी स्वच्छ भारत अभियान के कार्य होने लगे हैं स्वच्छता से ना केवल हमारा तन साफ रहता है । हमारा मन भी साफ रहता है। स्वच्छ भारत अभियान की मशाल आज हमारे पूरे भारत के लिए आवश्यक है जिसके तहत कई कार्य किये जा रहे है।

Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi For Class 7:

स्वच्छ भारत अभियान हमारे देश को स्वच्छ करने के उद्देश्य से चलाया गया है। इस अभियान से हमारा देश साफ सुथरा होने के साथ-साथ देश के आर्थिक विकास को भी सहारा मिलेगा हर तरफ खुशहाली होगी।

इस अभियान को 2 अक्टूबर 2014 को माननीय प्रधानमंत्री ने दिल्ली की वाल्मीकि बस्ती में सफाई करके इसका उद्घाटन किया था। इस अभियान के अंतर्गत भारत देश के सभी शहरों ग्रामीण इलाकों मोहल्लों और गलियों में साफ सफाई करना है।

इस अभियान में प्रमुख रुप से खुले में शौच मुक्त भारत बनाने पर जोर दिया गया है क्योंकि आज भी हमारे गांव में अधिकतर घरों में शौचालय की सुविधा नहीं है जिसके कारण लोग बाहर शौच करने जाते हैं  जिससे वातावरण प्रदूषित होता है और साथ ही नई बीमारियां भी जन्म लेती हैं।

Swachh Bharat Abhiyan Per Nibandh For Class 8 – स्वच्छ भारत अभियान निबंध :

स्वच्छ भारत अभियान को गांधी जी के विचारों से प्रेरित होकर शुरू किया गया है क्योंकि गांधीजी ने आजादी से पहले सपना देखा था कि हमारा देश भी विदेशों की तरह साफ सुथरा हो लेकिन किसी कारण वश वह सपना पूरा नहीं हो सका।

इसलिए  माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने गांधीजी के विचारों से प्रेरणा लेकर उन्हीं के 145 वीं जन्मदिवस पर इस अभियान का प्रारंभ किया था।

नरेंद्र मोदी जी ने इस अभियान को पूरा करने के लिए 5 साल का लक्ष्य रखा था और उन्होंने कहा था कि महात्मा गांधी जी के 150 वीं जयंती तक पूरे भारत को स्वच्छ करने का लक्ष्य रखा है। इसमें उन्होंने प्रत्येक भारतवासी से आग्रह किया था

कि वे इस अभियान से जुड़ें और अपने आसपास के क्षेत्रों की साफ-सफाई करें। इस अभियान को सफल बनाने के लिए उन्होंने देश के 11 महत्वपूर्ण एवं प्रभावी लोगों कोई इसका प्रचार प्रसार करने के लिए चुना है।

जिनमें कुछ क्रिकेटर, कुछ फिल्मकार, और कुछ महान लोग हैं जिनको लोग सुनना पसंद करते हैं और उनकी बातों पर अमल भी करते हैं। मोदी जी ने कहा था कि हर एक व्यक्ति को इस अभियान में 9 लोगों को जोड़ना है और फिर वह दूसरा व्यक्ति भी 9 लोगों को जोड़ेगा इससे अभियान का प्रचार प्रसार भी होगा और लोगों में उत्साह भी होगा कि अपने  आसपास सफाई रखनी आवश्यक है।

इस अभियान को सफल बनाने के लिए स्वयं मोदी जी ने सड़कों पर साफ सफाई की थी। इसको देखकर लोगों में साफ सफाई के प्रति नया उत्साह पैदा हो गया और लोगों ने साफ सफाई भी करना चालू कर दिया है।

इस अभियान का उद्देश्य है कि 2019 तक पूरा भारत स्वच्छ एवं साफ सुथरा हो।

Swachh Bharat Abhiyan Essay For Class 9:

स्वच्छ भारत अभियान से हमारा देश केवल स्वच्छ ही नहीं होगा इससे देश में हर तरफ खुशहाली आएगी और लोग खुश रहेंगे। क्योंकि अगर हमारे आसपास की जगह साफ सुथरी होगी तो हम भी खुश रहेंगे।

भारत का अगर हर एक शहर, गांव, सड़के, गलियां साफ-सुथरी होंगी तो हमारा वातावरण भी शुद्ध रहेगा जिससे लोग बीमार कम पड़ेंगे और इससे देश के आर्थिक विकास में भी सहायता होगी।

स्वच्छ भारत अभियान से हमारा पर्यटन क्षेत्र भी तेजी से उन्नति करेगा क्योंकि आज देश में हर जगह कूड़ा करकट और गंदगी फैल होने के कारण विदेशी पर्यटक हमारे देश में आना पसंद नहीं करते हैं। इसलिए जैसे ही हमारा देश साफ सुथरा हो जाएगा तो विदेशी पर्यटक भी हमारे देश में आने के लिए आकर्षित होंगे।

स्वच्छ भारत अभियान को तत्कालीन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने 2 अक्टूबर 2014 को आरंभ किया था। उन्होंने कहा था कि अगर देश में विकास चाहिए तो सबसे पहले देश को साफ सुथरा होना आवश्यक है। इस अभियान के अंतर्गत है शहर और ग्रामीण क्षेत्रों के लिए अलग-अलग योजनाएं बनाई गई है।

जिनमें शहरों में सार्वजनिक स्थलों जैसे बस स्टैंड, पोस्ट ऑफिस, बैंक, मुख्य बाजार, रेलवे स्टेशन, सरकारी कार्यालयों आदि के पास सार्वजनिक शौचालय बनाने की योजना है और साथ ही जिन आवासीय कॉलोनियों में घरों में शौचालय बनाने की जगह नहीं है वहां पर सामुदायिक शौचालय बनाने की योजना है।

ग्रामीण क्षेत्रों की बात करें तो वहां पर लोग आज भी घरों से बाहर शौच करने जाते हैं इसकी मुख्य वजह उनके घर में शौचालय नहीं होना है और शौचालय बनाने के लिए उनके पास इतनी धनराशि भी नहीं है।

इसलिए सरकार ने ग्रामीण इलाकों में प्रत्येक घर में शौचालय बनवाने के लिए प्रत्येक घर को 12000 रुपए देने की योजना बनाई है। जिससे वहां के लोग शौचालय का निर्माण करवा सकें और भारत को स्वच्छ करने में अपना सहयोग दें।

इस अभियान को आगे बढ़ाते हुए उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी सरकारी कार्यालयों एवं सार्वजनिक स्थलों पर पान, गुटखा, धूम्रपान जैसे गंदगी फैलाने उत्पादों पर रोक लगा दी।

अब सरकारी कार्यालयों में लोग पान गुटखा खाकर कहीं भी थूक नहीं सकते है। क्योंकि लोग पान गुटखा खाकर सार्वजनिक स्थलों की दीवारों पर थूकते हैं जिससे दीवारें खराब हो जाती हैं। योगी आदित्यनाथ ने स्वच्छता अभियान मैं लोगों की रुचि बढ़ाने के लिए सड़कों की साफ सफाई भी की थी। जिससे लोगों मैं साफ सफाई के प्रति चेतना उत्पन्न हो।

इस अभियान का मुख्य उद्देश्य यह है कि देश के प्रत्येक घर में पक्के शौचालय का निर्माण हो और लोग इसका उपयोग करके भारत को स्वच्छता की ओर बढ़ाने में सहयोग करें।

Swachh Bharat Abhiyan Par Nibandh For Class 10:

गांधी जी ने आजादी से पहले ही भांप लिया था कि हमारे देश को अगर आगे बढ़ना है तो हमारे देश कहां सोच होना बहुत जरूरी है। क्योंकि सोचता ही मनुष्य की रीड की हड्डी है अगर वही टूट जाएगी, तो देश का विकास कैसे होगा।

गांधी जी का मानना था कि लोग जब तक स्वच्छता के प्रति सचेत नहीं होंगे तब तक हमारा देश स्वच्छ एवं साफ सुथरा नहीं हो सकता है।

इस अभियान को महात्मा गांधी जी के 145 वी जयंती पर आरंभ किया गया था। इसका उद्घाटन 2 अक्टूबर 2014 माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने दिल्ली की वाल्मीकि बस्ती में सड़कों पर सफाई करके किया था।

इस अभियान का मुख्य उद्देश्य यह है कि पूरे भारत देश को स्वस्थ एवं साफ-सुथरा बनाना है। क्योंकि आपने देखा होगा कि हमारे भारत देश के शहरों ग्रामीण इलाकों मोहल्ला और गलियों में कूड़ा करकट और गंदगी का अंबार लगा रहता है। जिसके कारण बहुत ही भयंकर बीमारियां जन्म लेती हैं और लोगों का स्वास्थ्य खराब हो जाता है इसके साथ ही हमारा पूरा वातावरण भी प्रदूषित होता है।

इस अभियान को देश के हर क्षेत्र मैं पहुंचाने के लिए मोदी जी ने देश के 9 प्रभावी लोगों को चुना है जिनके नाम इस प्रकार हैं – सचिन तेंदुलकर, प्रियंका चोपड़ा, महेंद्र सिंह धोनी, अनिल अंबानी, बाबा रामदेव, सलमान खान, तारक मेहता का उल्टा चश्मा की टीम, कमल हसन, शशि थरूर आदि व्यक्तियों को चुना गया है।

इन लोगों का कार्य है कि अपने अपने क्षेत्र में स्वच्छता अभियान का प्रचार प्रसार करें और अपने से 9 व्यक्तियों को भी चुने जो कि इस अभियान को आगे बढ़ाएंगे। ऐसा करके यह यह अभियान व्यक्ति दर व्यक्ति आगे बढ़ता जाएगा।

स्वच्छ भारत अभियान को आगे बढ़ाते हुए तत्कालीन मानव संसाधन मंत्री श्रीमती स्मृति ईरानी ने स्वच्छ भारत स्वच्छ विद्यालय अभियान का आरंभ किया था इसके अंतर्गत उन्होंने स्कूल के शिक्षकों और बच्चों को विद्यालय की साफ सफाई करने का लक्ष्य रखा था।

इस अभियान का उद्देश्य केवल स्वच्छता तक ही सीमित नहीं है क्योंकि इस अभियान के अंतर्गत है हमारे वातावरण का भी ध्यान रखा गया है इसमें नए पेड़ पौधे लगाने, जंगलों को बचाने, पानी बचाने जैसे मुख्य मुद्दे भी शामिल हैं।

इस अभियान के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में कचरे के निस्तारण के लिए सरकार ने तरल एवं ठोस अपशिष्ट पदार्थों और अन्य कूड़ा करकट के लिए वेस्ट मैनेजमेंट की नई तकनीकों को बढ़ाने पर जोर दिया है। जिससे गंदगी भी कम होगी और कचरे का सदुपयोग भी हो जाएगा।

इसके अंतर्गत शहरी क्षेत्रों में सामुदायिक एवं सार्वजनिक शौचालय बनाने की योजना है और ग्रामीण क्षेत्रों में प्रत्येक घर में शौचालय बनाने की योजना है। स्वच्छ भारत अभियान में गरीब लोगों एवं आर्थिक रूप से पिछड़े हुए लोगों को शौचालय बनवाने के लिए सरकार की तरफ से अनुदान भी दिया जाएगा।

प्रधानमंत्री मोदी जी ने स्वच्छ भारत अभियान के मुख्य उद्देश्य के लक्ष्य को पाने के लिए 5 साल की योजना बनाई है जोकि 2019 में पूरी होगी इसके अंतर्गत पूरे भारत को खुले में शौच मुक्त करना है। अगर लोग इसी प्रकार श्रमदान करते रहे तो यह लक्ष्य भी पा लिया जाएगा।

इस अभियान का एक और मुख्य उद्देश्य है कि लोगों में स्वच्छता के प्रति जागरूकता पैदा करना। क्योंकि लोग स्वच्छता के प्रति आज भी लापरवाह है इसी लापरवाही के कारण आए दिन में नई बीमारी से जूझते रहते हैं।

इसलिए जब लोग स्वच्छता के प्रति जागरुक होंगे तो वह समय साफ सफाई की ओर ध्यान देंगे और देश स्वच्छता की ओर अग्रसर होगा। इसकी शुरुआत हमें खुद से ही करनी होगी क्योंकि जब तक हम हैं समय साफ-सफाई नहीं करेंगे तब तक भारत के स्वच्छ होने का सपना नहीं देखा जा सकता है।

इसलिए हमें स्वच्छ भारत अभियान में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेना चाहिए और कुछ नहीं तो हमें कम से कम रोज हमारे घर के सामने की गली को ही साफ कर लेना चाहिए। आप भी इस अभियान से जुड़ सकते हैं

इस अभियान से जुड़ने के लिए सिर्फ आपको अपने आसपास के क्षेत्र में साफ सफाई रखनी होगी और स्वच्छता के प्रति लोगों को जागरुक करना होगा।

इस लेख में हमने Class 7 , Class 8 , Class 9 , Class 10 और Class 12 तथा UPSC के लिए विस्तार से स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध के बारे में बताया है | हम आशा करते है कि हमारे द्वारा Swachh Bharat Abhiyan पर लिखा गया निबंध आपको पसंद आया होगा। इस तरीके से पढ़कर अगर आपने परीक्षा में निबंध लिखा तो जरूर आपको पूरे मार्क्स मिलेंगे | अगर आपके किसी अन्य सहपाठी को भी निबंध पढ़ना है तो उसे आप यह वेबसाइट शेयर कर सकते है |

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दा इंडियन वायर

स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध

bharat abhiyan essay meaning in hindi

By विकास सिंह

SWACHH BHARAT ABHIYAN

विषय-सूचि

स्वच्छ भारत अभियान निबंध, SWACHH BHARAT ABHIYAN ESSAY 1 in hindi (100 शब्द)

स्वच्छ भारत अभियान जिसे क्लीन इंडिया मिशन या स्वच्छ भारत कैंपेन भी कहा जाता है इसे भारत के प्रधानमंत्री मोदी द्वारा हमारे राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी की 145वीं जन्मतिथि 2 अक्टूबर, 2014 को शुरू किया गया था एवं इसके तहत देशवासियों ने भारत को अगले चार सालों में यानी 2 अक्टूबर, 2019 तक जोकि गाँधीजी की 150वीं जन्मतिथि है, भारत को एक पूर्ण स्वच्छ देश बनाने का निश्चय किया है।

इस अभियान के तहत सरकार द्वारा पिछड़े इलाकों में घरों में शौचालय बनवाये जायेंगे तथा ग्रामीण इलाकों में सफाई अभियान चलाकर उन्हें साफ़ एवं स्वच्छ बनाने के प्रयास किये जायेंगे। इस अभियान को भारत के प्रधानमंत्री मोदी द्वारा 2014 में गाँधी जी की 145वीं जन्मतिथि पर राजघाट, नई दिल्ली से शुरू किया गया था।

bharat abhiyan essay meaning in hindi

स्वच्छ भारत अभियान, SWACHH BHARAT ABHIYAN ESSAY 2 (150 शब्द)

स्वच्छ भारत अभियान जिसे क्लीन इंडिया मिशन के नाम से भी जाना जाता है, भारत सरकार द्वारा की गयी के अनोखी पहल है जिसके अंतर्गत भारत को एक साफ़ एवं स्वच्छ देश बनाने का फैसला लिया गया है। यह अभियान भारत के प्रधानमंत्री मोदी द्वारा महात्मा गाँधी की 145वीं जन्मतिथि, 2 अक्टूबर 2014 को उनकी समाधी राजघाट, नई दिल्ली से शुरू किया गया था। इस पहल का लक्ष्य भारत को महात्मा गाँधी की 150वीं पुण्यतिथि जोकि 2 अक्टूबर 2019 हैं, तक पूर्णतया स्वच्छ बनाना है।

सरकार ने देश को साफ़ रखना हर नागरिक की जिम्मेदारी बतायी है और इसी वजह से देश केविभिन्न हिस्सों में लोग बाद चढ़ कर इसमें भाग ले रहे है। इसी अभियान के तहत उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री ने भी के वांछित कदम उठाते हुए उत्तरप्रदेश के सभी सरकारी दफ्तरों एवं कार्यालयों में गुटखा, पान, तम्बाकू आदि निशेष कर दिए हैं। ऐसे प्रयासों से जल्द ही भारत एक स्वच्छ एवं सुन्दर देश बन जाएगा।

स्वच्छ भारत अभियान, SWACHH BHARAT ABHIYAN ESSAY 3 (200 शब्द)

SWACHH BHARAT ABHIYAN

भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शुरू किया गया स्वच्छ भारत मिशन पूरे भारत देश को स्वच्छ बनाने का प्रयास है। यह हमारे राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी की जन्मतिथि पर ही शुरू किया गया था क्योंकि बापू का सपना भी भारत को एक साफ़ देश बनाना था। हालांकि महात्मा गाँधी ने अपने जीवनकाल में विभिन्न नारों एवं अभियानों के तहत देश को स्वच्छ बनाने के कई प्रयास किये थे लेकिन उस समय में उन्हें लोगों का बड़ी संख्या में सहयोग नहीं मिल पाया।

अतः उनके इसी सपने को पूरे करने एवं भारत को स्वच्छ बनाने के लक्ष्य को पूरा करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उनकी 145वीं जन्मतिथि पर स्वच्छ भारत अभियान शुरू किया और इसके तहत सरकार ने भारत की 2019 जोकि महात्मा गाँधी की 150 वीं जन्मतिथि है, तक भारत को स्वच्छ बनाने का निश्चय किया है। हालांकि यह केवल सरकारी कर्मचारियों के प्रयासों से ही सफल नहीं हो पायेगा बल्कि इस अभियान की सफलता के लिए इस पूरे के नागरिकों को मिलकर लगातार प्रयास करने होंगे।

इस मिशन को शुरू से ही भारत की बड़ी हस्तियों का समर्थन मिला रहा है जोकि अपने स्तर पर इस अभियान के बारे में जागरूकता फैलाने का भरसक प्रयास कर रहे हैं। इनमे यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक ठोस कदम उठाते हुए उत्तरप्रदेश के सभी सरकारी दफ्तर और कार्यालयों में गुटका, पान, तम्बाकू आदि पर रोक लगा दी है।

स्वच्छ भारत अभियान, SWACHH BHARAT ABHIYAN ESSAY 4 (250 शब्द)

SWACHH BHARAT ABHIYAN

प्रस्तावना (Introduction)

स्वच्छ भारत मिशन या स्वच्छ भारत अभियान भारत सरकार द्वारा शुरू किया गया एक जन आन्दोलन है जिसके अंतर्गत भारत को 5 सालों में एक स्वच्छ देश बनाने का निश्चय किया गया है। यह मिशन राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी की 145वीं जन्मतिथि पर शुरू किया गया था क्योंकि बापू का सपना भारत को एक साफ़ देश बनाना था।

अभियान का महत्त्व (Importance)

हमारे राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी का भी भारत को एक स्वच्छ एवं सुंदर देश बनाने का था और उन्होंने जीवं भर इस दिशा में प्रयास किये थे तथा कई सफाई अभियान भी चलाये थे। इसी वजह से भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उनके ही नक्शेकदम पर चलते हुए स्वच्छ भारत अभियान को महात्मा गाँधी की 145वीं जन्मतिथि जोकि 2 अक्टूबर, 2014 है, पर शुरू किया है और इस अभियान का लक्ष्य 2019 तक भारत को एक साफ़ देश में बदलना है। यह अभियान महात्मा गाँधी के सपने को साकार करने का एवं भारत को एक स्वच्छ देश बनाने का प्रयास है।

इस अभियान के मुख्य लक्ष्य खुले में शौच को खत्म करना, इन्सानिट्री टॉयलेट्स को में परिवर्तित करना, मैनुअल मैला ढोना, पूर्ण निपटान और ठोस और तरल कचरे का पुन: उपयोग करना आदि है। इस तरह देश को पूरी तरह स्वच्छ बनाया जाएगा। अभियान के तहत उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री ने भी वांछित कदम उठाते हुए उत्तरप्रदेश के सभी सरकारी दफ्तरों एवं कार्यालयों में गुटखा, पान, तम्बाकू आदि निशेष कर दिए हैं।

निष्कर्ष (Conclusion)

स्वच्छता अभियान से भारत सरकार नागरिकों को स्वच्छता प्रेमी बनान चाहती है और पिछड़े से पिछड़े इलाकों को भी साफ़ बनाना चाहती है। ऐसा करने से देश को प्रगति मिलेगी और विश्व में हमारा देश एक आदर्श देश बनकर उभरेगा। इसमें अभी तक लोगों ने बढचढ कर भाग लिया है और उनकी मेहनत रंग लायी है।

स्वच्छ भारत अभियान, SWACHH BHARAT ABHIYAN ESSAY 5 (300 शब्द)

SWACHH BHARAT ABHIYAN

स्वच्छ भारत अभियान या क्लीन इंडिया मिशन भारत सरकार द्वारा चलाया जा रहा एक सफाई अभियान है जोकि भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा महात्मा गाँधी की 145वीं जन्मतिथि पर उनके स्वच्छ भारत के सपने को साकार करने के लिए शुरू किया गया था।

इस कैंपेन के तहत सरकार द्वारा विभिन्न प्रयास किये जा रहे हैं और प्रधानमंत्री मोदी ने देश की नागरिको को अपना पूरा योगदान देने को कहा है ताकि भारत जल्द से जल्द एक स्वच्छ देश बन सके। इस कैंपेन के शुरुआत में खुद प्रधानमंत्री ने रोड साफ़ कर इस अभियान का आगाज़ किया था।

स्वच्छ भारत अभियान क्या है? (What is Swachh Bharat Abhiyan in hindi)

स्वच्छ भारत अभियान आज तक का सबसे बड़ा अभियान है जिसमे करीब 30 लाख सरकारी सरकारी कर्मचारियों एवं विद्यार्थियों ने भाग लिया है। अभी भी यह लगातार चल रहा है एवं दिन प्रतिदिन लोग अपने स्तर पर देश को स्वच्छ बनाने की कोशिश कर रहे हैं।

इस अभियान के आगाज़ के दिन प्रधानमंत्री मोदी ने 9 प्रसिद्द हस्तियों को इस अभियान में अपना योगदान देने को एवं आगे 9 लोगों को इसमें भाग लेने के लिए उत्साहित करने को कहा था। उन्होंने इस श्रृंखला को तब तक जारी रखने को कहा था जब तक यह सन्देश देश के हर एक नागरिक तक नहीं पहुँच जाए। इसके परिणामस्वरूप बॉलीवुड जगत के बड़े सितारों ने इसमें भाग लिया और आम लोगों को भी इसमें जुड़ने के लिए प्रोत्साहित किया था।

स्वच्छता अभियान का असर (How it is Observed)

स्वच्छता अभियान के इस तर्ज पर लोकप्रिय होने पर अब आम लोग भी अपने घर एवं आस पड़ोस में सफाई रखने लगे हैं और यदि कहीं कचरा होता है तो उसे कर्मचारियों से शिकायत करने लगे हैं जिससे देश कुछ हद तक स्वच्छ हुआ है। हमारे प्रधानमंत्री ने कई बार देश की आम जनता को इस अभियान में जुड़ने को कहा है और अपने द्वारा की गयी सफाई को फेसबुक, ट्विटर आदि सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर डालने के लिए कहा है ताकि और लोग भी इस तरह प्रेरित होकर अपना योगदान दे सके।

इनके अलावा इसी अभियान के समर्थन में मार्च 2017 में, यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने सरकारी आधिकारिक भवनों में स्वच्छता सुनिश्चित करने के लिए पूरे यूपी में पान, गुटखा और अन्य तंबाकू उत्पादों पर प्रतिबंध लगा दिया है।

स्वच्छता अभियान से भारतीय नागरिकों में शौच, सफाई आदि की जागरूकता फैलने के साथ साथ उनके जीवन स्तर में भी सुधार देखने को मिला है। इस अभियान का यह असर हुआ है की देश के हर कोने से हर व्यक्ति इसमें भाग ले रहा है जिससे देश पहले की तुलना में साफ़ होने लगा है। यदि सभी नागरिक ऐसे ही प्रयास करते रहे तो पूर्ण स्वच्छ भारत का लक्ष्य जल्द ही हासिल होगा।

स्वच्छ भारत अभियान, paragraph on swachh bharat abhiyan in hindi (400 शब्द)

SWACHH BHARAT ABHIYAN

स्वच्छ भारत मिशन या स्वच्छ भारत अभियान नरेन्द्र मोदी द्वारा राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी के स्वच्छ भारत के सपने को साकार करने के लिए शुरू किया गया एक जन आन्दोलन है जिसके अंतर्गत भारत को 5 सालों में एक स्वच्छ देश बनाने का निश्चय किया गया है। यह मिशन राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी की 145वीं जन्मतिथि पर शुरू किया गया था क्योंकि बापू का सपना भारत को एक साफ़ देश बनाना था।

स्वच्छ भारत अभियान का आगाज़ (Launch of Swachh Bharat Campaign)

महात्मा गाँधी के इस सपने को साकार करने की हमारे वर्तमान प्रधानमंत्री ने ठानी है और इसी के तहत उन्होंने बापू की 145वीं जन्मतिथि पर स्वच्छ भारत अभियान शुरू किया जोकि राष्ट्रीय स्तर अभियान है जिसके अंतर्गत अगले पांच वर्षों में भारत को पूरी तरह स्वच्छ बनाने के निश्चय किया गया है।

स्वच्छ भारत अभियान का महत्त्व (Importance of Swachh Bharat Campaign in hindi)

स्वच्छ भारत अभियान के फायदे (benefits of swachh bharat campaign in hindi).

भारत देश यदि पूर्णतया स्वच्छ बन जाता है तो इससे कई फायदे होंगे। इससे सबसे ज्यादा निजी निवेशक हमारे देश में निवेश करेंगे जिससे भारत की जीडीपी बढ़ेगी इसके अलावा यहाँ पर्यटकों की संख्या मे भी इजाफा होगा, रोजगार बढेगा आदि फायदे होंगे। इसके तहत नरेन्द्र मोदी ने देश के प्रत्येक नागरिक को साल में 100 घंटे स्वच्छता को सुपुर्द करने को कहे हैं ताकि देश को साफ़ एवं सुन्दर बनाया जा सके।

इसके साथ ही सरकार द्वारा विभिन्न वस्तुओं पर 0.5% स्वच्छता सेस लगाया गया है ताकि देश की स्वच्छता में सभी नागरिक योगदान दे सकें और इसमें अधिक खर्च हो सकें और 2019 तक भारत के पूर्णतया स्वच्छ देश बन सके। उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री ने भी अपना एक बड़ा योगदान देते हुए पूरे उत्तरप्रदेश के सरकारी कार्यालयों में गुठका, पान, तम्बाकू आदि बंद कर दिया है।

हालंकि यह अभियान सरकार द्वारा शुरू किया गया है लेकिन इसमें देश के प्रत्येक नागरिक के योगदान के बिना यह सफल नहीं हो पायेगा अतः हमें हमारे देश को स्वच्छ बनाने के लिए निरंतर प्रयास करने होंगे और साथ ही अपने आस पास के लोगों को भी प्रेरित करना होगा ताकि देश के हर एक नागरिक तक इसकी जागरूकता पहुँच सके और निश्चित समय में निश्चित लक्ष्य हासिल हो सके।

स्वच्छ भारत अभियान, SWACHH BHARAT ABHIYAN ESSAY 7 (500 शब्द)

SWACHH BHARAT ABHIYAN

भारत के राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी ने कहा था की इंसान के लिए स्वतंत्रता से अधिक महत्वपूर्ण सफाई है और इसी दिशा में उन्होंने अपने जीवनकाल में कई अभियान के तहत लोगों में सफाई के लिए जागरूकता फैलाई थी। उन्होंने लोगों को अपने वातावरण में सफाई रखें के लिए पूरे जीवन भर प्रेरित किया था इसके साथ उन्होंने अपने इन प्रयासों से कई लोगों की जिंदगियां बदली थी। हालंकि उस समय लोगों ने बड़ी संख्या में इसमें भाग नहीं लिया था जिससे इसे सफलता नहीं मिल पायी।

स्वच्छ भारत अभियान का आगाज़ (Who Launched this Initiative)

महात्मा गाँधी के इस सपने को साकार करने की हमारे वर्तमान प्रधानमंत्री ने ठानी है और इसी के तहत उन्होंने बापू की 145वीं जन्मतिथि पर स्वच्छ भारत अभियान शुरू किया जोकि राष्ट्रीय स्तर अभियान है जिसके अंतर्गत अगले पांच वर्षों में भारत को पूरी तरह स्वच्छ बनाने के निश्चय किया गया है। प्रधानमंत्री हमारे राष्ट्रपिता की 150वीं जन्मतिथि तक भारत को पूर्णतया स्वच्छ बनाना चाहते हैं और उन्हें स्वच्छ भारत का तोहफा देना चाहते हैं और इस सपने को साकार करने के लिए उन्होंने भारत के प्रत्येक नागरिक का समर्थन माँगा है।

स्वच्छ भारत अभियान का महत्त्व (Objectives of Swachh Bharat Mission)

स्वच्छ भारत अभियान से भारत सरकार केवल सामान्य सफाई का लक्ष्य ही नहीं पूरा करना चाहती बल्कि साथ में वह अपशिष्ट प्रबंधन समस्याओं का समाधान एवं खुले में शौच की समस्याओं का भी समाधान करना चाहती है कोय्नकी ये समस्याएँ देश को आगे बढ़ने से रो रही है।

स्वच्छ भारत अभियान के फायदे (benefits)

स्वच्छ भारत अभियान एक बहुत ही महत्वपूर्ण अभियान है जिससे पूरे विश्व में भारत नयी उचाईयों तक पहुंचेगा। लेकिन ऐसा संभव हो पाने के लिए देश के हर के नागरिक का इसमें साथ होना जरूरी होगा। यदि हम अपने देश को इस विश्व में नयी उपलब्धियां दिलाना चाहते हैं हैं तो हमें सफाई की और खुद तो भरसक प्रयास करने ही होंगे साथ में दोस्स्रों को भी प्रेरित करने होगा। ऐसा यदि हुआ तो जल्द ही हमारा देश विश्व के सबसे साफ़ देशों में शुमार होगा।

स्वच्छ भारत अभियान निबंध, SWACHH BHARAT ABHIYAN ESSAY 8 (1400 शब्द)

SWACHH BHARAT ABHIYAN

स्वच्छ भारत अभियान या क्लीन इंडिया मिशन भारत सरकार द्वारा शुरू किया गया राष्ट्रीय स्तर का एक सफाई अभियान है जिससे की भारत को साफ़ बनाने का लक्ष्य साधा गया है। एक स्वच्छ भारत हमारे राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी का भी सपना था। अपने जीवनकाल में उन्होंने कहा था की स्वच्छता स्वतंत्रता से अधिक जरूरी है। वे उस समय भारत की स्थिति के जानकार थे अतः उन्होंने इसे स्वच्छ बनाने के जीवनभर प्रयत्न किये लेकिन उन्हें लोगों का वांछित समर्थन नहीं मिला और वे अपने इस सपने को साकार नहीं कर पाए।

महात्मा गाँधी स्वतंत्रता से पहले भारत को साफ़ सुथरा बनान चाहते थे लेकिन भारत को स्वतंत्र हुए आज 71 साल हो गए हैं और आंकड़े दर्शाते हैं की आज भी कुल जनसँख्या में से लगभग 30 प्रतिशत लोगों के पास शौचालय की सुविधा नहीं है जिसके चलते उन्हें खुले में शौच करने की असुविधा उठानी पड़ती है। इसके साथ ही देश में कचरा प्रबंधन की समस्या भी लगातार बढती जा रही है जिससे हमारा देश वांछित दर से प्रगति नहीं कर पर रहा है।

हमारे राष्ट्रपिता के इसी सपने को पूरा करने के लिए यह अभियान शुरू किया गया है और पांच सालो में इस अभियान से सरकार देश को पूरी तरह साफ़ सुथरा बनाना चाहती है और कचरा प्रबंधन और शौचालय की अनुपलब्धि की समस्याओं से निजात पाना चाहती है। हालांकि यह केवल सरकार से किया जाना संभव नहीं है जिसके कारण यह देश के हरेक नागरिक से इसमें बढ़ चढ़कर हिस्सा लेने के लिए प्रोत्साहित कर रही है ताकि जल्द से जल्द स्वच्छ भारत का सपना साकार हो सके और भारत विश्व स्तर पर साफ़ सुथरे देशों की सूचि में शुमार हो सके।

स्वच्छ भारत अभियान एक राष्ट्रीय स्तर का सफाई अभियान है जोकि भारत सरकार द्वारा स्थापित किया गया है। यह अभियान 4041 कस्बों की सफाई का लक्ष्य कर रहा है और इसके लिए इस अभियान को पांच साल का निर्धारित समय दिया गया है। इसके तहत 2019 तक निर्धारित कस्बों की सफाई की जायेगी एवं यह महात्मा गाँधी के स्वच्छ भारत के सपने को साकार करने की दिशा में एक महत्वूर्ण कदम है।

यह अभियान 2 अक्टूबर 2014 जोकि बापू की 145 वीं जयंती है, पर शुरू किया गया तह और  2019 में बापू की 150 वीं जयंती पर इसकी पूर्णता को लक्षित किया गया है। इस अभियान का मुख्या लक्ष्य केवल सामान्य सफाई ही नहीं बल्कि लोगों की नियमित कचरा प्रबंधन समस्याएँ दूर करने के साथ ही शौचालय आदि समस्याओं का भी समाधान करना इस अभियान का लक्ष्य है। इस मिशन का पहला स्वच्छता अभियान (25 सितंबर 2014 को) भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किया गया था।

स्वच्छ भारत अभियान की जरूरत (Need of Swachh Bharat Abhiyan)

भारत में जब तक स्वच्छ भारत अभियान का लक्ष्य हासिल नहीं हो जाता, नागरिकों को लगातार सफाई रखने के प्रयास जारी रखने होंगे क्योंकि यदि हमारा वातावरण साफ़ होता है तो हम स्वस्थ रहते हैं और एक स्वस्थ व्यक्ति देश के लिए बहुत ज़रूरी होता है क्योंकि यह विकास में एक अस्वस्थ व्यक्ति की तुलना में कहीं अधिक योगदान दे सकता है। नीचे दिए गए कुछ कारण हैं जोकि इस अभियान को ज़रूरी बनाते हैं :

  • भारत में बहुत लोग खुले में शौच करते हैं अतः इस समस्या से छुटकारा पाना होगा और सभी को घर में शौचालय की सुविधा प्रदान करने के लिए इस अभियान का चलना ज़रूरी है।
  • भारत में इन्सैनीटरी टॉयलेट को फ्लश टॉयलेट में बदलने के लिए इस अभियान की ज़रुरत है।
  • नगरपालिका के ठोस कचरे का वैज्ञानिक प्रक्रियाओं, स्वच्छ निपटान, पुन: उपयोग और पुनर्चक्रण के माध्यम से उचित अपशिष्ट प्रबंधन को लागू करने के लिए यह आवश्यक है।
  • भारतीय लोगों के बीच व्यवहारिक परिवर्तन लेन के लिए इस अभियान का चलना ज़रूरी है।
  • भारत को स्वच्छ और हरा-भरा बनाने के लिए इस अभियान की आवश्यकता है।
  • ग्रामीण क्षेत्र में लोगों के जीवन की गुणवत्ता सुधारने के लिए यह आवश्यक है।

शहरी क्षेत्रों में स्वच्छ भारत अभियान की पहुँच (Swachh Bharat Mission in Urban Areas)

शहरी क्षेत्रों के स्वच्छ भारत मिशन का लक्ष्य लगभग 1.04 करोड़ घरों को स्वच्छ बनाना है, ताकि उन्हें हर शहर में 2.6 लाख सार्वजनिक शौचालय, 2.5 लाख सामुदायिक शौचालय उपलब्ध कराए जा सकें। सामुदायिक शौचालयों का निर्माण उन आवासीय क्षेत्रों में करने की योजना बनाई गई है जहां व्यक्तिगत घरेलू शौचालयों की उपलब्धता मुश्किल है और बस स्टेशनों, पर्यटन स्थलों, रेलवे स्टेशनों, बाजारों, आदि सहित निर्दिष्ट स्थानों पर सार्वजनिक शौचालय हैं।

शहरी क्षेत्रों में स्वच्छता कार्यक्रम को 2019 तक पांच वर्षों में पूरा करने की योजना बनाई गई। इस अभियान को सफल बनाने के लिए सरकार ने इसके लिए कुल 14000 करोड़ रुपयों का आवंटन किया जोकि इन 5 वर्षों में विभिन्न क्षेत्रों मिने खर्च होगा।

ग्रामीण स्वच्छ भारत मिशन (Gramin Swachh Bharat Mission)

ग्रामीण स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता कार्यक्रमों को लागू करने वाला एक मिशन है। इससे पहले निर्मल भारत अभियान भारत सरकार द्वारा 1999 में ग्रामीण क्षेत्रों को स्वच्छ बनाने के लिए स्थापित किया गया था, लेकिन अब इसे स्वच्छ भारत मिशन में पुनर्गठित किया गया है। हालांकि दोनों अभियानों का एक ही लक्ष्य है लेकिन इस बार इस अभियान लोगों से अधिक तरजीह मिल रही है।

इस अभियान का लक्ष्य ग्रामीण क्षेत्रों को 2019 तक खुले में शौच से मुक्त बनाना है, जिसके लिए लागत का निम्न अनुमान लगाया गया है कि देश में लगभग 11 करोड़ 11 लाख शौचालयों के निर्माण के लिए एक लाख चौंतीस हजार करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। कचरे को जैव-उर्वरक और उपयोगी ऊर्जा रूपों में परिवर्तित करने की एक बड़ी योजना है। इस मिशन में ग्राम पंचायत, पंचायत समिति और जिला परिषद की भागीदारी शामिल है। स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के उद्देश्य निम्नलिखित हैं:

  • ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार करना।
  • 2019 तक स्वच्छ भारत अभियान के लक्ष्यों को पूरा करने के लिए लोगों को प्रेरित करना।
  • कर्मचारियों को गाँवों में वांछित सुविधाएँ उपलब्ध करने के लिए अनुबंध करना।

स्वच्छ भारत सेस (Swachh Bharat Cess)

स्वच्छ भारत सेस हर  सर्विस पर लगाया गया 0.5 प्रतिशत अतिरक्त कर है जोकि वित्त मंत्रालय ने स्वच्छ भारत मिशन के लिए हर नागरिक से कुछ राशि लेने के लिए लगाया है ताकि इस अभियान को सफलता मिल सके। इसके अंतर्गत हर रूपए पर नागरिक को 50 पैसे सर्विस टैक्स के रूप में अतिरिक्त देने होंगे।

जिस तरह भारत के नागरिक भारत की स्वच्छ बनाने के लिए स्वच्छ भारत अभियान में बढ़ चढ़कर हिस्सा के रहे हैं यह कहा जा सकता है की जल्द ही पूरा भारत साफ़-स्वच्छ एवं हरा-भरा हो जाएगा। हालांकि अब भी हमें सफाई अभियान में योगदान देने के लिए लगातार प्रयत्न करते रहना होगा ताकि हम खुद तो सफाई रखे ही साथ ही दूसरों को भी ऐसा करने के लिए प्रेरित कर सके।

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इस लेख से सम्बंधित यदि आपका कोई भी सवाल या सुझाव है, तो आप उसे नीचे कमेंट में लिख सकते हैं।

बाहरी लिंक:

स्वच्छ भारत वेबसाइट

विकास नें वाणिज्य में स्नातक किया है और उन्हें भाषा और खेल-कूद में काफी शौक है. दा इंडियन वायर के लिए विकास हिंदी व्याकरण एवं अन्य भाषाओं के बारे में लिख रहे हैं.

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Please write essay on barpeerit Kshetra ko kaise bachaya Jaaye

Very good essay

आपके द्वारा लिखे हुए सभी पोस्ट बहुत ही काम के और हेल्पफुल होते है और आपके लेख को पढ़कर समझना भी बहुत आसान होता है. में अक्सर आपके ब्लॉग को पढ़ती हूँ और आपके द्वारा लिखा हुआ पोस्ट मेरी समझ में आसानी से आता है जिसे में अपने दोस्तों के साथ भी शेयर करती हु

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स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi

Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi

इस लेख मे हमने स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध हिन्दी में Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi लिखा है। साथ ही हमने बताया है यह हमारे देश भारत मे कैसे और कितना हद तक स्वच्छता मे परिवर्तन ला सका है। आखिर इस क्लीन इंडिया मिशन मे फायदे क्या हुए और क्या बाकी रह गया है?

आईए शुरू करते हैं इस – स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi ..

Table of Content

स्वच्छ भारत अभियान क्या है और इसके उद्देश्य? What is Swachh Bharat Abhiyan or Mission in Hindi?

स्वच्छ भारत अभियान को क्लीन इंडिया मिशन (Clean India Mission) या क्लीन इंडिया ड्राइव या स्वच्छ भारत अभियान भी कहा जाता है। यह एक राष्ट्रीय स्तर का अभियान है, जो भारत सरकार द्वारा सभी पिछड़े बैधानिक कस्बों और साथ ही शहरों को साफ करने के लिए चलाया जा रहा है।

इस अभियान में शौचालयों का निर्माण करवाना, ग्रामीण इलाकों में स्वच्छता कार्यक्रमों को बढ़ावा देना, सड़कों की सफाई करना और देश का नेतृत्व करने के लिए देश के बुनियादी ढांचे को बदलना शामिल है। यह अभियान आधिकारिक तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने 2 अक्टूबर 2014 में महात्मा गांधी की 145वीं जयंती पर राजघाट, नई दिल्ली में शुरू किया था।

स्वच्छ भारत अभियान निबंध पर विडिओ Swachh Bharat Abhiyan Video in Hindi

Video स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध Swachh Bharat Abhiyan Essay Mission in Hindi PDF

स्वच्छ भारत अभियान की लाभ Benefits of Swachh Bharat Abhiyan in Hindi

भारत में स्वच्छ भारत अभियान लगातार चलाने की आवश्यकता है जब तक कि लक्ष्य प्राप्त न हो जाये। भारत के लोगों के लिए यह बहुत ही आवश्यक है कि वह भावनातमक शारीरिक, मानसिक , सामाजिक और बौद्धिक रूप से अच्छा महसूस करें। वास्तविक मायने में भारत में रहन सहन की स्थिति अग्रिम बनाना जरूरी है, जो कि स्वच्छता लाकर शुरू की जा सकती है।

नीचे हमने मुख्य कारण बताएं हैं जिनसे आप जान सकते हैं स्वच्छ भारत अभियान का महत्व और लाभ क्या हैं –

1. भारत में खुले शौच को खत्म करना और साथ ही हर किसी को शौचालय सुविधा उपलब्ध कराना वास्तव में बहुत ही आवश्यक है। भारत में शौचालयों को फ्लशिंग शौचालयों में परिवर्तित करने की आवश्यकता है। मैनुअल स्केवेंजिंग सिस्टम को समाप्त करना आवश्यक है।

2. सभी प्रदूषित वस्तुएं वैज्ञानिक प्रक्रियाओं द्वारा ठोस अपशिष्टों के रीसाइक्लिंग के माध्यम से पुन: उपयोग लायक बनाना आवश्यक है। अपशिष्ट प्रबंधन को लागू करना चाहिए।

3. भारतीय लोगो में व्यवहारिक बदलाव लाने के लिए व्यक्तिगत स्वच्छता और स्वस्थ स्वच्छता के तरीकों के अभ्यास किया जाना चाहिए। इसका उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में आम जनता के रहने के लिए वैश्विक जागरूकता पैदा करना है और इसे सार्वजनिक स्वास्थ्य से जोड़ने के लिए बनाया गया है।

4. यह बर्बाद चीजों को स्थानीय स्तर पर अपशिष्ट निपटान प्रणाली को डिज़ाइन, निष्पादित और संचालित करने में मदद करता है। यह भारत में स्वच्छता की सुविधा विकसित करने के लिए निजी क्षेत्रों की भागीदारी को शामिल करने के लिए शुरू किया गया है। यह अभियान भारत को स्वच्छ और हरा भरा बनाने के लिए शुरू किया गया है।

5. ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार करना आवश्यक है। यह स्वास्थ्य शिक्षा जैसे जागरूकता कार्यक्रमों के माध्यम से समुदायों और पंचायत राज संस्थानों को प्रेरित करके स्थायी स्वच्छता को लाने के लिए शुरू किया गया है। यह वास्तव में बापू का सपना सच साबित करने के लिए है।

शहरी क्षेत्रों में स्वच्छ भारत अभियान का प्रभाव Effects of Swachh Bharat Abhiyan in Urban areas

शहरी क्षेत्रों के स्वच्छ भारत मिशन का लक्ष्य लगभग 104 करोड़ परिवारों को और 2.6 लाख सार्वजनिक शौचालय और साथ ही साथ 2.5 लाख समुदाय शौचालयों को प्रत्येक शहर में ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के साथ उपलब्ध कराने का है।

आवासीय क्षेत्रों में सामुदायिक शौचालयों का निर्माण करने की योजना बनाई गई है जहां व्यक्तिगत घरों के शौचालयों की उपलब्धता मुश्किल है बस स्टेशनों, पर्यटन स्थल, रेलवे स्टेशन, बाजार आदि सहित निर्दिष्ट स्थानों पर सार्वजनिक शौचालय बनाये जा रहे हैं।

शहरी क्षेत्रों में स्वच्छता कार्यक्रम में लगभग 4,401 कस्बों को 2019 तक पांच वर्षों में पूरा करने की योजना बनाई गई है। कार्यक्रमों की लागत ठोस कचरा प्रबंधन पर 7,366 करोड़ रुपये, सार्वजनिक जागरूकता पर 1,828 करोड़, सामुदायिक शौचालयों पर 655 करोड़ रुपये, व्यक्तिगत घरेलू शौचालयों पर 4,165 करोड़ रुपये की राशि निर्धारित की गयी है।

कार्यक्रम जिन्हें पूरा करने के लिए लक्षित किया गया है, वह हैं खुले में शौचालय को पूरी तरह से हटाना, गंदे शौचालयों को फ्लश शौचालयों में परिवर्तित करना, मैनुअल स्केवेन्गिंग को समाप्त करना, सार्वजनिक रूप से व्यवहारिक परिवर्तन लाने, और ठोस अपशिष्ट प्रबंधन लाना आदि।

ग्रामीण क्षेत्रों मे स्वच्छ भारत अभियान का प्रभाव Effects of Swachh Bharat Abhiyan in Rural areas

ग्रामीण स्वच्छ भारत मिशन, ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता कार्यक्रमों को लागू करने वाला मिशन है। इससे पहले निर्मल भारत अभियान (जिसे कुल स्वच्छता अभियान भी कहा जाता है, टीएससी) 1999 में भारत सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों को साफ करने के लिए स्थापित किया था, लेकिन अब इसे स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) में पुनर्गठन किया गया है।

इस अभियान का लक्ष्य है कि 2019 तक ग्रामीण क्षेत्रों को खुले शौचालय से मुक्त किया जा सके, जिसके लिए देश में 11 करोड़ 11 लाख शौचालयों के निर्माण के लिए लगभग एक लाख तीस हजार करोड़ रूपए लागत अनुमान लगाया गया।

यह कचरे को जैव उर्वरक और उपयोगी ऊर्जा रूपों में परिवर्तित करने की एक बड़ी योजना है। इस अभियान में ग्राम पंचायत, पंचायत समिति और जिला परिषद की भागीदारी भी शामिल है।

ग्रामीण स्वच्छ भारत मिशन का उद्देश्य Swachh Bharat Mission objectives in rural areas

  • ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार करना।
  • 2019 तक स्वच्छ भारत को पूरा करने के लिए और ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता बनाए रखने के लिए लोगों को प्रेरित करना।
  • आवश्यक टिकाऊ स्वच्छता सुविधाओं को उपलब्ध कराने के लिए स्थानीय कार्यरत निकायों (जैसे कि समुदायों, पंचायती राज संस्थानों आदि) को प्रेरित करना।
  • ग्रामीण इलाकों में ठोस और तरल अपशिष्ट प्रबंधन पर ध्यान केंद्रित करने के लिए समुदाय द्वारा अग्रिम पर्यावरणीय स्वच्छता प्रणालियों का प्रबंध करना।
  • ग्रामीण क्षेत्रों में पारिस्थितिक रूप से सुरक्षित और स्थायी स्वच्छता को बढ़ावा देना।

स्वच्छ भारत-स्वच्छ विद्यालय अभियान Swachh Bharat Abhiyan in School

स्वच्छ भारत स्वास्थ्य विद्यालय अभियान केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा चलाया जाता है, जिसमें स्कूलों में स्वच्छता मुख्य उद्देश्य हैं। इसके तहत एक बड़ा कार्यक्रम 25 सितंबर 2014 से 31 अक्टूबर 2014 तक केन्द्रीय विद्यालयों और नवोदय विद्यालय संघों में आयोजित किया गया था।

जहां कई स्वच्छता गतिविधियां आयोजित की गईं, जैसे छात्रों द्वारा स्कूल विधानसभा में विभिन्न सफाई पहलुओं पर चर्चा, स्वच्छता और स्वच्छता के विषयों पर महात्मा गाँधी की शिक्षाएं पुस्तकालयों, प्रयोगशालाओं, रसोई शेड स्टोर, खेल के मैदानों, उद्यान, शौचालयों, पेंट्री क्षेत्रों, आदि में स्वच्छता और स्वच्छता के विषयों से संबंधित , स्कूल क्षेत्र में सफाई पर योगदान पर भाषण स्वच्छता और स्वच्छता पर अन्य कई गतिविधियों सहित स्वच्छ लोगों से संबंधित निबंध लेखन, प्रतियोगिता, बहस, कला, पेंटिंग , फिल्म, शो, भूमिका, को शामिल किया गया है।

सप्ताह में दो बार विद्यालयों में आधे घंटे की सफाई अभियान आयोजित करने की योजना बनाई गई है, जिसमें शिक्षकों, छात्रों, माता-पिता और सामुदायिक सदस्यों द्वारा सफाई गतिविधियों को शामिल किया गया है।

स्वच्छ भारत उपकर: भारत में सभी सेवाओं पर स्वच्छ भारत 5% सेवा कर है। यह स्वच्छ भारत अभियान के लिए प्रत्येक भारतीय नागरिक से कुछ फंड एकत्र करने के लिए वित्त मंत्रालय द्वारा शुरू किया गया था ताकि इसे सफल अभियान बनाया जा सके। प्रत्येक व्यक्ति को इस स्वच्छता अभियान के लिए प्रत्येक 100 रुपये के लिए अतिरिक्त 50 पैसे सेवा कर देना होगा।

उत्तर प्रदेश में एक और सफाई की पहल Clean India Mission in UP

मार्च 2017 में योगी आदित्यनाथ (उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री) ने स्वच्छता सुनिश्चित करने के लिए सरकारी कार्यालयों में चबाने वाला पान, पान मसाला, गुटका और अन्य तम्बाकू उत्पादों (विशेषकर ड्यूटी के घंटों में) पर प्रतिबंध लगा दिया है। उन्होंने सेक्रेटरीयेट एनेक्स इमारत में अपनी पहली यात्रा के बाद इस पहल की शुरुआत की, जब उन्होंने दाग वाली दीवारों और कोनों को देखा।

यह भारत के उन्नति की ओर एक अभूत बड़ा कदम है जो जरूर भारत को बहुत आगे ले कर जायेगा।  जितना हो सके इस पोस्ट को शेयर करें और भारत को आगे ले जाने में अपना योगदान दें।

15 thoughts on “स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi”

Nice essay I Am very happy to write this

यह अच्छा लेख है ।पर्याप्त जानकारी मिला। कृपया स्वच्छ भारत विज्ञानं एवम् तकनीक की भूमिका chunouti एवम् सम्भावना पर लेख लिखें ।

Swachh samaj de hi swachh desh banta he swachhta abhiyan me har nagrik ko apna sahyog karna chahiye

Bahut sandar

Ham sabko samaj na chaiye aur swachta kinaur kadam bandana chaiye!!

Hum Logon Ka Gaon Mein sochalay tu ban raha hai lekin sochalay Kisi Kaam Ki nahi hai , Main Toh Pradhan Mantri Ji Se Yahi kahunga ki jo 12000 rupay aa raha hai o bhi kha Ja Rahe hai aur 6000rupay ka local sochalay bana rahe hai mera naam sandeep patel hai mai varanasi me rahata hu

Pradhan Mantri Ji Se Mera nivedan Hai Kiya sochalay 12000 rupay me banana chahiye

sochalay mein atyadhik ghotala ho raha hai

agar aisa hi hota raha to Hamara Desh Kabhi Socha Nahi Ho payega

very nice essay

This essay is amazing and very helpful I like this and hope u will all appreciate it

Nice essay on swachh Bharat abhiyan

Very nice article and information Thanks

Very very very helpfull I love this article

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स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध 2023 | Essay on Swachh Bharat Abhiyan In Hindi

स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध 2023 Essay on Swachh Bharat Abhiyan In Hindi: हर भारतीय का है सपना स्वच्छ हो भारत अपना.

Essay On Swachata & Swachh Bharat Swasth Bharat in Hindi Pdf में आज हम स्वच्छता के लिए शुरू किये गये स्वच्छ भारत अभियान पर हिंदी निबंध (Swachh Bharat Abhiyan Essay) पढ़ेगे.

क्लीन इंडिया मिशन पर यहाँ दिया गया छोटा बड़ा निबंध कक्षा 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10 के स्टूडेंट्स के लिए हैं.

वे छोटा भाषण 5 लाइन, 10 लाइन 100, 150, 200, 250, 300, 400, 500 शब्दों में स्वच्छ भारत अभियान निबंध को परिक्षा के दृष्टिकोण से याद भी कर सकते हैं.

Essay on Swachh Bharat Abhiyan In Hindi 2023

स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध 2023 | Essay on Swachh Bharat Abhiyan In Hindi

Swachh Bharat Abhiyan in eassy Speech Paragraph Hindi language (स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध और भाषण) :

राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने स्वतंत्रता आंदोलन चलाकर देश को गुलामी से मुक्त करवाया. परन्तु क्लीन इण्डिया का उनका सपना पूरा नही हुआ.

विश्व स्वास्थ्य संगठन की द्रष्टि से भारत में स्वच्छता की कमी है.इन्ही बातों का चिन्तन कर देश की वर्तमान स्थति को देखकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय स्वच्छता अभियान का शुभारम्भ 2 अक्टूबर 2014 को गांधी जयंती के अवसर पर किया.

इस अभियान से पूरे देश में सफाई एवं स्वच्छता के प्रति जागरूकता लाने, विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों को गंदगी से मुक्त करवाने का संदेश दिया गया

स्वच्छ भारत अभियान निबंध 300 शब्दों में

हमारे देश में नगरों के आस-पास, बस्तियों में गाँवों एवं ढाणियों में शौचालय नही है विद्यालयों में भी पेयजल एवं शौचालयों का नितांत अभाव है. इससे खुले में शौच जाने से गंदगी बढ़ती है तथा पेयजल के साथ ही वातावरण भी दूषित होता है.

गंदगी के कारण स्वास्थ्य खराब रहता है और अनेक बीमारियाँ फैलती है. वर्तमान में देश में लगभग 12 करोड़ शौचालयों की आवश्यकता है. एक सर्वेक्षण के अनुसार 1.56 लाख सरकारी और निजी शिक्षण संस्थानों में शौचालयों की व्यवस्था नही है.

अतः स्वच्छता अभियान का पहला उद्देश्य शौचालयों का निर्माण करना तथा स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था करना है. इस तरह देश को गंदगी से मुक्त करवाना इस अभियान का मुख्य लक्ष्य है.

स्वच्छ भारत अभियान का क्षेत्र

भारत सरकार ने इस अभियान को आर्थिक स्थति से जोड़ा है. विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट के अनुसार भारत में गंदगी के कारण प्रत्येक नागरिक को बीमारियों पर औसतन सालाना बारह तेरह हजार रूपये खर्च करना पड़ता है. यह आंकड़ा गरीब परिवारों का बताया गया है.

यदि स्वच्छता रहेगी तो बीमारियों के कारण अनावश्यक आर्थिक बोझ भी नही बढ़ेगा. इस द्रष्टि से सरकार ने बीपीएल एवं लक्षित, लघु सीमांत किसान, भूमिहीन श्रमिक, एवं गरीब परिवारों को शौचालय निर्माण के लिए प्रोत्साहन राशि के रूप में बारह हजार रूपये ‘ स्वच्छ ग्रामीण मिशन ‘ हेतु देने का निर्णय लिया है.

इसके साथ ही स्वच्छ पेयजल, शिशु मल निस्तारण, कूड़ा कचरा एवं गंदा जल निवारण तथा विद्यालयों में शौचालयों के साथ ही साबुन के प्रयोग कर जोर दिया गया है.

स्वच्छ भारत अभियान आरम्भ होने के बाद इस व्यय वर्ष में लगभग चार सौ साठ करोड़ रूपये इस योजना पर खर्च किये जा चुके है. अभी तक विद्यालयों में साठ हजार शौचालय बन पाए है.

ग्रामीण एवं पिछड़े क्षेत्रों में स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था पर जोर दिया जा रहा है. गंगा यमुना नदियों की स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है. इस कार्य में सभी प्रदेशो की सरकारे, बड़े कार्पोरेट सेक्टर व समाज के प्रतिष्टित लोग सक्रिय सहयोग कर रहे है.

स्वच्छ भारत अभियान 2023 निबंध 400 शब्दों में

प्रधानमन्त्री श्री नरेंद्र मोदी जी के आवहान पर स्वच्छता अभियान के प्रति लोगों में काफी जूनून देखा जा रहा है. इस अभियान की शुरुआत के बाद मुख्य रूप से सरकारी कर्मचारियों पर व्यापक असर पड़ा है,

जिन्होंने सफाई का काम दूसरों पर टालने की बजाय इसे स्वयं करने की दिशा में कदम बढाए है, जो इस कार्यक्रम के सकारात्मक परिणामों की तरफ संकेत करता है.

स्वच्छ भारत अभियान से लाभ- राष्ट्रीय स्वच्छता अभियान से सबसे बड़ा लाभ स्वास्थ्य के क्षेत्र में रहेगा. आम नागरिकों को अस्वच्छता जनित बीमारियों से छुटकारा मिल सकेगा. इससे दवाओं पर व्यर्थ में पैसा बहाने की आवश्यकता भी नही रहेगी.

इसके साथ ही हमारा पूरा भारत स्वच्छ हो सकेगा जिससे भारत की दूसरें देशों में भी अच्छी छवि जाएगी. यदि हम अपने वातावरण को पूर्णत स्वच्छ बनाने में कामयाब हो पाए तो इससे प्रदूषण का स्तर भी गिरेगा.

जल मल की गंदगी का समुचित निस्तारण होने से हमारा पेयजल भी शुद्ध होगा. गंगा और यमुना जैसी नदियों का जल पूर्व स्थति के अनुसार अमृत जैसा हो पाएगा.

सिचित कृषि उपजों में भी स्वच्छता को बढ़ावा मिलेगा.  स्वच्छ भारत अभियान से हमारे देश का वातावरण हर दिशा में स्वच्छ और प्रदूषण मुक्त हो सकेगा.

उपसंहार-   स्वच्छ भारत अभियान अभी तक अपने शुरूआती चरणों में है. इसे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती तक चलाकर देश को पूर्ण रूप से स्वच्छ बनाकर प्रस्तुत करना है. भारत सरकार के इस अभियान में जनता के सक्रिय योगदान की महत्वपूर्ण आवश्यकता है.

अभी तक  स्वच्छ भारत अभियान के परिणाम अच्छे सामने आ रहे है. उम्मीद है इसी तरह सरकार का यह कार्यक्रम सफलता प्राप्त करेगा.

स्वच्छ भारत अभियान हिंदी निबंध 500 शब्दों में

प्रस्तावना: स्वच्छता का अर्थ है साफ़ सफाई. साफ़ सफाई से रहना मनुष्य जीवन के लिए अति आवश्यक हैं. यदि इस बात पर हम दृष्टि डाले तो हमारी माताएं सुबह सोकर उठने के बाद सबसे पहले हमारे घर को झाड़ती बुहारती हैं.

और घर के सभी सदस्य नहाने धोने का काम करते हैं. यह स्वच्छता या साफ़ सफाई का काम हमारे दैनिक जीवन में एक सहज प्रक्रिया हैं, क्योंकि इसके पीछे हमारी निरोगी काया बनाये रखने की अवधारणा ही तो हैं.

स्वच्छ भारत अभियान क्या है – स्वच्छता का भाव हमारे मन से जुड़ा हुआ हैं. इसी भाव के प्रति जागरूकता सृजित करने के लिए तथा देश को साफ़ सुथरा व गंदगी से मुक्त बनाने के लिए हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रव्यापी स्वच्छ भारत सुंदर भारत अभियान का औपचारिक शुभारम्भ 2 अक्टूबर 2014 को गांधी जयंती के शुभ अवसर पर नई दिल्ली में वाल्मीकि बसती में झाड़ू लगाकर किया.

सुंदर भारत, स्वच्छ भारत अभियान की घोषणा – स्वच्छ भारत सुंदर भारत अभियान की घोषणा वर्तमान प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर 15 अगस्त 2014 को लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में की थी.

इसके तहत उन्होंने कहा था कि 2019 में महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती तक देश को एक स्वच्छ भारत के रूप में प्रस्तुत करना हैं.

उनके अनुसार यही गांधीजी के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी, क्योंकि गांधीजी ने ही देशवासियों को क्यूट इंडिया क्लीन इंडिया का संदेश दिया था.

स्वच्छता आंदोलन का आव्हान – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छता आंदोलन का आव्हान करते हुए संदेश के रूप में कहा था कि हम मातृभूमि की स्वच्छता के लिए अपने आप को समर्पित कर दे. इसके लिए प्रत्येक सप्ताह दो घंटे अर्थात सभी देशवासी प्रतिवर्ष सौ घंटे का योगदान करे.

इसके साथ ही धार्मिक और राजनितिक नेताओं, महापौरों, सरपंचों, उद्योगपतियों से अपील करते हुए उन्होंने कहा कि वे शहरों, आसपास के क्षेत्रों, गाँवों, कार्य स्थलों तथा घरों की स्वच्छता की कार्य योजना बनाकर उसे क्रियान्वित करने में जुट जाए.

इसके लिए उन्होंने प्रत्येक ग्राम पंचायत को 20-20 लाख रूपये सालाना अनुदान देने की घोषणा की और ग्रामीण क्षेत्रों में 11.11 करोड़ शौचालयों का निर्माण के लिए 1.34 लाख करोड़ रूपये की मंजूरी प्रदान की गई हैं.

उपसंहार – स्वच्छता ही जीवन है स्वच्छ रहना, हमारा अनिवार्य कर्म और धर्म है. इस सामाजिक और राष्ट्रीय दृष्टि से स्वच्छ भारत सुंदर भारत अभियान एक महत्वपूर्ण उद्देश्य प्रदान अभियान हैं. इसमें हम सबकी भागीदारी वांछनीय हैं.

स्वच्छ भारत अभियान का निबंध 700 शब्दों में 202 3

स्वच्छता क्या है – निरंतर प्रयोग में आने पर या वातावरण के प्रभाव से वस्तु या स्थान मलित होता रहा हैं. धूल कण धुप कूड़ा करकट की परत को साफ़ करना, धोना, मैल और गंदगी को हटाना ही स्वच्छता कही जाती हैं.

अपने शरीर वस्त्रों, घरों, नालियों, यहाँ तक कि अपने मोहल्लों और नगरों को स्वच्छ रखना हम सबका दायित्व हैं.

.स्वच्छता के प्रकार – स्वच्छता को मोटे रूप में दो प्रकार से देखा जा सकता हैं. व्यक्तिगत स्वच्छता और सार्वजनिक स्वच्छता. व्यक्तिगत स्वच्छता में अपने शरीर को स्नान आदि से स्वच्छ बनाना, घरों में झाड़ू पौछा लगाना, स्नानगृह तथा शौचालयों को विसंक्रमक पदार्थों द्वारा स्वच्छ रखना.

घर और घर के सामने से बहने वाली नालियों की सफाई ये सभी स्वच्छता के अंतर्गत आते हैं. सार्वजनिक स्वच्छता में मोहल्ले और नगर की स्वच्छता आती है

जो प्रायः नगर पालिकाओं और ग्राम पंचायतों पर निर्भर रहती हैं. सार्वजनिक स्वच्छता भी व्यक्तिगत सहयोग के बिना पूर्ण नही हो सकती.

.स्वच्छता के लाभ – कहा गया है कि स्वच्छता इश्वर को प्रिय है ईश्वर का कृपापात्र बनने की दृष्टि से ही नही अपितु मानव जीवन को सुखी, सुरक्षित और तनावमुक्त बनाए रखने के लिए स्वच्छता आवश्यक ही नही अनिवार्य हैं.

मलिनता या गंदगी न केवल आँखों को बुरी लगती हैं. बल्कि इसका हमारे स्वास्थ्य से भी सीधा सम्बन्ध हैं. गंदगी रोगों को जन्म देती हैं.

प्रदूषण की जननी हैं और हमारी असभ्यता की निशानी हैं, अतः व्यक्तिगत और सार्वजनिक स्वच्छता बनाए रखने में योगदान करना प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य हैं.

स्वच्छता के उपर्युक्त प्रत्यक्ष लाभों के अतिरिक्त कुछ अप्रत्यक्ष और दूरगामी लाभ भी हैं. सार्वजनिक स्वच्छता से व्यक्ति और शासन दोनों लाभान्वित होते हैं. बीमारियों पर होने वाले खर्च में कमी आती हैं. इस बचत को अन्य सेवाओं में उपयोग किया जा सकता हैं.

स्वच्छ भारत अभियान में हमारा योगदान – स्वच्छता केवल प्रशासनिक उपायों के बलबूते नही चल सकती. इसमें प्रत्येक नागरिक की सक्रिय भागीदारी परम आवश्यक होती हैं. हम अनेक प्रकार से स्वच्छता में योगदान कर सकते हैं, जो निम्नलिखित हो सकते हैं.

घर का कूड़ा करकट गली या सड़क पर न फेके. उसे सफाई कर्मी के आने पर उसकी ठेल या वाहन में ही डाले. कूड़े कचरे को नालियों में न बहाए. इससे नालियाँ अवरुद्ध हो जाती हैं गंदा पानी सड़कों पर बहने लगता हैं.

पोलीथिन का बिलकुल प्रयोग न करे, यह गंदगी बढ़ाने वाली वस्तु तो हैं ही पशुओं के लिए भी बहुत घातक हैं. घरों के शौचालयों की गंदगी नालियों में न बहाएं.

खुले में शौच न करे तथा बच्चों को नालियों या गलियों में शौच न कराएं. नगरपालिका के सफाई कर्मचारियों का सहयोग करे.

उपसंहार : प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छ भारत अभियान चलाया हैं. इसका प्रचार प्रसार मिडिया के माध्यमों से निरंतर किया जा रहा हैं. अनेक जन प्रतिनिधि, अधिकारी, कर्मचारी, प्रसिद्ध सेलिब्रेटी इसमें भाग ले रहे हैं.

जनता को इसमें अपने स्तर से पूरा सहयोग देना चाहिए. इसके साथ ही गाँवों में खुले में शौच करने की प्रथा को समाप्त करने के लिए लोगों को घरों में शौचालय बनवाने के लिए प्रेरित किया जा रहा हैं.

उसके लिए आर्थिक सहायता भी प्रदान की जा रही हैं. इन अभियानों में समाज के प्रत्येक वर्ग को पूरा सहयोग करना चाहिए.

स्वच्छ भारत मिशन पर निबंध 1000 शब्दों में

प्रस्तावना – स्वच्छता मनुष्य की पहचान हैं. अपने शरीर, वस्त्रों और परिवेश को वह साफ़ सुथरा रखना चाहता हैं. मनुष्य ही नहीं पशु पक्षी भी स्वच्छता का ध्यान रखते हैं.

चिड़ियाँ अपने घोंसले में बीट नहीं करती कुत्ता भी बैठता हैं तो अपने स्थान को अपनी पूंछ से बुहार लेता हैं.

स्वच्छता और पवित्रता – भारतीय संस्कृति में पवित्रता स्वच्छता का ही पर्याय हैं धर्म व संस्कृति में लोगों को पवित्रता अपनाने का उपदेश दिया गया हैं.

तन की पवित्रता तो शरीर की स्वच्छता हैं ही, मन की पवित्रता भी मन से बुरे विचारों को हटाकर उसे स्वच्छ बनाना हैं. मन्दिर मस्जिदों को पवित्र बनाए रखने का अर्थ उनको अंदर बाहर की गंदगी से मुक्त करके स्वच्छ बनाना ही हैं.

सार्वजनिक स्थानों की स्वच्छता – भारत में सार्वजनिक स्थानों की स्वच्छता के प्रति उपेक्षा देखी जाती हैं. इसका कारण कुछ तो लोगों की निर्धनता है और कुछ उसका अज्ञान.

हम अपने घर को झाड़कर कूड़ा सड़क पर फेकना बुरा नहीं समझते. घर का पानी हम नालियों में बहा देते हैं पर गली और सड़क को साफ़ करना तो शायद ही कोई सोचता हो, हम समझते हैं कि यह काम हमारा नहीं, नगरपालिका आदि संस्थाओं का हैं.

विदेशों में स्वच्छता – स्वच्छता प्रेम के सम्बन्ध में विदेशी हमसे आगे हैं. वे अपने नगरों को गंदा नहीं करते हैं, कूड़ा करकट इधर उधर नहीं फेकते, उन्हें स्वयं साफ़ करने में संकोच नहीं करते. अपने घर के सामने की सड़क की सफाई करना अनुचित नहीं मानते.

मैंने एक विदेशी को देखा. उसने केले खरीदे, वह पैदल केले खाते हुए चल रहा था परन्तु छिलके अपने कंधे पर लटके थैले में डाल रहा था. आगे कूड़ेदान मिलने पर उसने छिलकों को उसमें डाला. इसके विपरीत भारत में हम केले के छिलकों को सड़क पर फेकना बुरा नहीं मानते.

राष्ट्रीय स्वच्छता अभियान- हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने भारत को स्वच्छ रखने का बीड़ा उठाया हैं. उन्होंने अपने हाथ में झाड़ू पकड़कर सार्वजनिक स्थानों की सफाई करके स्वच्छता अभियान का आरम्भ किया हैं.

आवश्यकता है इस अभियान को जनता के जीवन में उतारने की, यदि ऐसा नहीं होता है तो यह अखबारों में छपने वाली तथा टीवी पर दिखाई जाने वाली खबर बनकर ही रह जाएगा.

स्वच्छता अभियान से पूर्व भी भारत के कई महान पुरुष अपने आचरण से स्वच्छता के उदहारण प्रस्तुत कर चुके हैं. महात्मा गांधी स्वयं अपने आश्रम की सफाई करते थे. प्रसिद्ध कहानीकार मुंशी प्रेमचन्द अपने घर में स्वयं झाड़ू लगाते थे.

स्वच्छता की प्रेरणा – राष्ट्रीय स्वच्छता का अभियान लोगों को प्रेरित और प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से चलाया गया हैं. किसी कार्य की प्रेरणा दो प्रकार से दी जाती हैं एक पुरस्कार देकर तथा दो अवहेलना के लिए दंड देकर.

भारत का जनसंख्या नियंत्रण अभियान भी पुरस्कृत करने पर आधारित होने के कारण सफल न हो सका हैं. स्वच्छता अभियान को  अधिक सफलता मिलना संदिग्ध हैं.

इन दोनों आंदोलनों की सफलता के लिए उन्हें कठोर दंड की व्यवस्था से जोड़ना भी जरुरी हैं. सड़क पर कूड़ा फेकने, गंदा करने, थूकने, मल मूत्र आदि पर कठोर दंड की व्यवस्था किया जाना आवश्यक हैं.

स्वच्छता के प्रति लोगों को जागरूक भी करना चाहिए. उनको समझाया जाना चाहिए कि उनको स्वास्थ्य का स्वच्छता से गहरा सम्बन्ध हैं. स्वच्छता का उदहारण प्रस्तुत करने वालों को पुरस्कृत किया जाना चाहिए तथा उनको प्रचारित करना भी आवश्यक हैं.

उपसंहार – स्वच्छता का हमारे जीवन से अभिन्न सम्बन्ध हैं. स्वच्छ तन, स्वच्छ मन, स्वच्छ परिवेश, स्वच्छ स्वदेश हमारा संकल्प होना चाहिए.

स्वच्छता रखने से ही देशवासी स्वस्थ रह सकेगे और आनन्दपूर्ण जीवन जी सकेगे. अतः अंतर बाह्य स्वच्छता को जीवन का लक्ष्य बनाने की महत्ती आवश्यकता हैं.

स्वच्छ भारत निबंध 2023

विश्व स्वास्थ्य संगठन की दृष्टि में भारत में स्वच्छता की कमी है, अनेक क्षेत्रों में गंदगी का फैलाव दिखाई देता है. राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी भी क्लीन इंडिया का सपना देखते थे.

उन्ही के सपने को संदेश रूप में लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रव्यापी स्वच्छ भारत अभियान का औपचारिक शुभारम्भ 2 अक्टूबर 2014 को गाँधी जयंती के अवसर पर किया.

इस अभियान से सफाई एवं स्वच्छता के प्रति जागरूकता लाने, विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों को गंदगी से मुक्त करने का संदेश दिया गया हैं.

स्वच्छता अभियान का उद्देश्य

हमारे देश में शहरों के आसपास की कच्ची बस्तियों में, गाँवों एवं ढाणियों में शौचालय नहीं है. विद्यालयों में भी पेयजल एवं शौचालयों की कमी है.

इससे खुले में शौच करने से गंदगी बढ़ती है तथा पेयजल के साथ ही वातावरण भी दूषित होता है. गंदगी के कारण स्वास्थ्य खराब रहता है और अनेक बीमारियों पर नागरिकों को खर्चा करना पड़ता हैं.

वर्तमान में देश में सवा ग्यारह करोड़ शौचालयों की जरुरत हैं. लगभग 1.56 लाख विद्यालयों में शौचालय नहीं हैं. अतः स्वच्छता अभियान का पहला उद्देश्य शौचालयों का निर्माण करना एवं स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था करना है और देश को गंदगी मुक्त कराना हैं.

स्वच्छता अभियान का व्यापक क्षेत्र

केन्द्रीय सरकार ने इस स्वच्छता अभियान को आर्थिक स्थिति से जोड़ा हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट के अनुसार भारत में गंदगी के कारण प्रत्येक नागरिक को बीमारियों पर सालाना बारह तेरह हजार रूपये का बोझ पड़ता हैं.

यदि स्वच्छता रहेगी तो बीमारियाँ नहीं होंगी और गरीब लोगों को अनावश्यक व्यय बोझ नहीं झेलना पड़ेगा.

इस द्रष्टि से शौचालय निर्माण के लिए पंचायत स्तर पर अनुदान देना प्रारम्भ कर दिया हैं. इस व्यय वर्ष तक विद्यालयों में साठ हजार शौचालय बन गये है और चार सौ करोड़ रूपये स्वच्छता अभियान पर खर्च किये जा रहे हैं.

इसके साथ ही गाँवों में स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था पर जोर दिया जा रहा हैं. गंगा यमुना नदियों की स्वच्छता का अभियान चलाया जा रहा हैं. इस कार्य में देश के अनेक प्रतिष्ठित लोग सक्रिय सहयोग कर रहे हैं.

स्वच्छता अभियान से लाभ

इस अभियान से सबसे बड़ा लाभ स्वास्थ्य के क्षेत्र में रहेगा. लोगों को बीमारियों से मुक्ति मिलेगी, दवाइयों पर अपव्यय नहीं करना पड़ेगा.

सारा भारत स्वच्छ बन जाएगा तो देशों में भारत की स्वच्छ छवि उभरेगी. प्रदूषण का स्तर एकदम घट जाएगा और जल मल के उचित निस्तारण से पेयजल भी शुद्ध बना रहेगा, साथ ही कृषि उपजों में भी स्वच्छता बनी रहेगी.

स्वच्छ भारत अभियान अभी प्रारम्भिक चरण में हैं. इसे गांधीजी की 150 वीं जयंती तक चलाकर देश को स्वच्छ भारत के रूप में प्रस्तुत करना हैं.

सरकार के इस अभियान में जनता का सक्रिय सहयोग नितांत अपेक्षित हैं. प्रतिबद्धता रहेगी तो सफलता अवश्य मिलेगी.

स्वच्छता अभियान स्वच्छ भारत मिशन का उद्देश्य पर निबंध  Essay On aim of swachh bharat abhiyan in hindi

स्वच्छ भारत मिशन का लक्ष्य सभी ग्रामीण परिवारों को शौचालय की सुविधा प्रदान करके और स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए सभी ग्राम पंचायतों में ठोस और द्रवित अपशिष्ट प्रबंध क्रियाकलापों के माध्यम से 2 अक्टूबरः 2019 तक देश को खुले में शौच से मुक्त करना हैं.

आज हम swachh bharat abhiyan aim स्वच्छता अभियान के उद्देश्य आपकों इस लेख में बता रहे हैं.

ग्रामीण स्वच्छता को राज्य सरकार का विषय माना जाता है. किन्तु केंद्र सरकार ने राज्य के प्रयासों को सहयोग देने के उद्देश्य से वर्ष 1986 में केन्द्रीय ग्रामीण स्वच्छता कार्यक्रम लागू किया. 1 अप्रैल 1999 से इस कार्यक्रम में संशोधन कर इसे पूर्ण स्वच्छता अभियान के रूप में बदल दिया गया.

इसका नाम भी बाद में निर्मल भारत अभियान कर दिया गया. इस अभियान का उद्देश्य सामुदायिक संतुष्टि दृष्टिकोण अपनाकर ग्रामीण भारत को निर्मल भारत मे परिवर्तित करना और 2022 तक सभी ग्रामीण परिवारों को शत प्रतिशत स्वच्छ करना था.

वर्ष 2014 में 2 अक्टूबरः को निर्मल भारत अभियान का नाम बदलकर पुनः स्वच्छ भारत मिशन कर दिया गया हैं. इसका लक्ष्य सभी ग्रामीण परिवारों को शौचालय की सुविधा प्रदान करके और स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए सभी ग्राम पंचायतों को 2 अक्टूबरः 2019 तक खुले में शौच से मुक्त करना हैं.

इस कार्यक्रम के तहत शौचालय निर्माण हेतु प्रत्येक ग्रामीण परिवार को 12000 रूपये की आर्थिक सहायता दी जा रही हैं. इस प्रकार एक लम्बे समय के पश्चात स्वच्छ भारत मिशन का वर्तमान स्वरूप सामने आया हैं.

स्वच्छ भारत मिशन के मुख्य उद्देश्य

स्वच्छता बनाए रखने या स्वच्छता प्रबंधन के लिए निम्न प्रयास किये जाने चाहिए.

  • प्रतिष्ठान प्रबंधक को प्रदूषण के स्रोतों से दूरी बनाकर रखनी चाहिए, प्रदूषण के स्रोतों में घरेलू जानवर, दूषित पानी, रासायनिक पदार्थ और अन्य प्रदूषक पदार्थ शामिल है.
  • प्रबंधक को चाहिए कि खराब बदबू हानिकारक गैसों तेज गंध युक्त धुआ और भाप निकासी के लिए अच्छे रोशनदान या निकास की व्यवस्था हो.
  • कार्यस्थल को गंदगी से अच्छी तरह अलग रखा जाए, दीवारों फर्श और छत को गंदा ना होने दिया जाए.
  • कच्चे माल का प्रोसेसिंग रूम, उत्पादन प्रक्रिया रूम और पैकिंग रूम अलग अलग होने चाहिए.
  • फर्श दीवार छत को वाटरप्रूफ पदार्थों से साफ़ रखना चाहिए.
  • प्रवेश द्वार खिड़की रोशनदान नालियों पर चूहों, धूल व हानिकारक जीवाणुओं को रोकने के उपकरण लगाने चाहिए.
  • खाद्य पदार्थों को बनाते समय पैकिंग करते समय स्वच्छ रोगाणु रहित तथा कीटाणु रहित स्टील के उपकरणों का प्रयोग करना चाहिए.
  • पदार्थों को ठंडा करने व पुनः अधिक ठंडा एवं गर्म करने के स्थानों पर थर्मामीटर लगे होने चाहिए.
  • गंदे पानी को शुद्ध करने व अन्य गंदगी व्यवस्था को रोकने के लिए सयंत्र लगाए जाने चाहिए.
  • आराम कक्ष में फलश टायलेट तथा गंदगी रोकने के उपकरण लगे हो, वाटरप्रूफ सेप्टिक टैंक होना चाहिए.
  • रेस्ट रूम में हाथ धोने व पौछ्ने के लिए वाशिंग स्टैंड होना चाहिए.
  • मैटल डिटेक्टर का प्रयोग किया जाए.
  • भोजन सम्बन्धी भंडार कक्ष उत्पादन कक्ष तथा पैकिंग कक्ष को स्वच्छतापूर्ण तरीके से प्रबंधित किया जाए.

स्वच्छ भारत अभियान भाषण स्पीच इन हिंदी 2023

आज से सौ साल पहले भारत के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने एक सपना देखा था, स्वच्छ भारत का. उसे अब साकार करने का कदम भारत सरकार ने उठाया हैं.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं इस मिशन के बागडोर संभाली हैं. गांधी का मानना था, कि स्वतंत्रता से अधिक महत्वपूर्ण स्वच्छता हैं. देश में गंदगी के हालात से वों वाकिफ थे,

स्वयं झाड़ू उठाकर सफाई के अभियान गांधीजी ने भी चलाए थे. मगर उनका वों सपना सफल नही हो सका, जिन्हें अब पूरा करने का बीड़ा नरेंद्र मोदी ने उठाया हैं. मैं क्लीन इण्डिया मिशन पर संक्षिप्त भाषण व निबंध प्रस्तुत कर रहा हूँ.

2 अक्टूबर 2014 को गांधी जयंती के दिन हमारे प्रधानमंत्री ने भारत छोडो आंदोलन की तर्ज पर स्वच्छ भारत अभियान (क्लीन इण्डिया मूवमेंट) की शुरुआत की. भारत के सवा सौ करोड़ लोगों को आंदोलन का हिस्सा बनाने के लिए प्रधानमंत्री ने खुद हाथ में झाड़ू थामी.

अभियान को राजनीति से दूर रखने का ऐलान कर हर नागरिक से आशा जताई कि वह अपने आस-पास स्वच्छता रखेगे. सफाई को सरकारी अभियान के बजाय जनता के आंदोलन के रूप में स्थापित करने का उन्होंने प्रयास किया.

स्वच्छ भारत स्वच्छ विद्यालय अभियान मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा चलाया जा रहा हैं. इस कार्यक्रम के साथ देश के सभी विद्यालयों, कॉलेज तथा महाविद्यालयों को जोड़ा गया.

विद्यालय के शिक्षकों व स्टूडेंट्स को प्रतिदिन आधा घंटा निकालकर सफाई करने का सुझाव दिया गया. गांधी जयंती के अवसर पर इन विद्यालयों में स्वच्छ भारत स्लोगन, स्वच्छ भारत अभियान निबंध, क्लीन इंडिया मिशन एस्से लेखन प्रतियोगिताओं का आयोजन भी करवाया जाता हैं.

आज के स्वच्छ भारत अभियान   में मै आपकों इस अभियान से जुड़े कुछ तथ्यों से अगवत कराना चाहुगा. भारत सरकार के इस अभियान के चार साल पूरे होने को हैं.

अक्टूबर 2019 में इसे पूरा करने का लक्ष्य रखा गया हैं. सरकार की ओर से इन वर्षों में घर घर शौचालय देकर व्यक्तिगत तथा सामुदायिक स्वच्छता को बढ़ावा देने के प्रयत्न किए हैं.

सरकार ने आम जन पर इस खर्चे के वसूल के लिए ५ प्रतिशत अतिरिक्त कर भी लगाया हैं. पिछले तीन वर्षों के आकंड़ो के अनुसार अब तक 20 हजार करोड़ रूपये राजकोष में इस मिशन के नाम पर जमा हो चुके हैं.

मगर स्वच्छ भारत अभियान कहाँ तक सफल हो पाया हैं, इसका अंदाजा आप इस तथ्यों के आधार पर लगा सकते हैं.

  • एक सरकारी वेबसाइट ने स्वच्छ भारत अभियान से जुड़े कुछ डाटा हाल में ही प्रकाशित किए हैं, जिनके अनुसार अब तक 1,58,957 गाँवों को खुले में शौच मुक्त शौचालय आवंटन हुए हैं, जबकि 2,57,259 गाँवों तक इस स्कीम को जोड़ने का दावा किया गया जो भारत के कुल गाँवों का मात्र चालीस प्रतिशत ही हैं.
  • सेंटर फॉर पॉलिसी रिसर्च की एक रिपोर्ट के अनुसार मात्र 51 फीसदी ही भारतीय शौचालयों का उपयोग करते हैं. शेष ४० फीसदी लोग अभी भी खुले में शौच करना पसंद करते हैं.
  • स्वच्छ भारत अभियान को सुचारू रूप से चलाने के लिए बजट का समय पर पहुचना आवश्यक हैं. मगर सरकार द्वारा तय राशि का 5 से 50 प्रतिशत तक ही राज्यों को भुगतान हो पाता हैं, जिससे निर्माणधीन कार्य अधूरे ही रह जाते हैं.
  • अभी तक शहरी जीवन व्यतीत करने वाले सभी लोगों तक कचरा उठाने वाली गाड़ी नही पहुचती अथवा उनके घर के कूड़े करकट के निपटान का कोई ठोस उपाय नही निकल पाया हैं.
  • भारत में उपयोग हो रहे शौचालयों के साथ सबसे बड़ी दिक्कत पानी किल्लत हैं. पानी की आपूर्ति नही होने के कारण कई बार सफाई कर्मचारियों को हाथ से मैला ढ़ोना पड़ता हैं.

स्वच्छ भारत अभियान हिंदी में 2023 Swachh Bharat Abhiyan in Hindi

निबंध, कविता और Slogen स्वच्छ भारत अभियान पर स्वच्छता का महत्व पर लेख हिन्दी में  नमस्कार दोस्तों आज हम मोदीजी के स्वच्छ भारत मिशन पर आपके लिए स्वच्छ भारत अभियान पर नारे ,स्लोगन और स्वच्छ भारत के महत्व पर बात करने जा रहे हैं.

स्वच्छ भारत अभियान भारत सरकार द्वारा शुरू किया गया राष्ट्रिय स्तर का अभियान हैं स्वच्छ भारत का मुख्य उद्देश्य भारत की गलियों ,सडको को स्वव्छ भारत का निर्माण करना हैं.

स्वच्छता भारत मिशन – swachh bharat Mission

स्वच्छ भारत अभियान, भारत सरकार द्वारा किया गया है जिसका उद्देश्य देश की गलियों, सड़कों तथा नालियो को पूरी तरह साफ-सुथरा बनाना है।

स्वच्छता भारत मिशन अभियान रास्ट्रपिता महात्मा गाँधी के जन्मदिवस 2 अक्टूबर 2014 को आरम्भ किया गया था ।

गांधी जी ने अपने आसपास के लोगों को स्वच्छता रखने की शिक्षा प्रदान कर देश को एक उत्कृष्ट संदेश दिया था | इसी बात को मध्यनजर रखते हुए प्रधानमन्त्री श्री मोदी जी की सरकार ने स्वच्छ भारत अभियान चलाया | सरकार के इस अभियान का मुख्य उद्देश्य देश को स्वच्छ,साफ सुथरा,और सुंदर भारत की कल्पना को साकार करना हैं ..

हमारे देश के सभी नवयुवको और बहिनों से – हमारी तरफ से विनती हैं की हम अपने आस पास का माहोल साफ सुथरा रखे, गंदजी न फेलाए और न ही फेलाने दे |

इससे हम और हमारा परिवार और बच्चे और हमारा सम्पूर्ण देश स्वस्थ रहेगा और बीमारीयो से मुक्ति मिल सकती हैं |

और हम सभी एक स्वस्थ जीवन जी सकेगे और अपनी पीढियों को एक स्वस्थ भारत दे पायेगे और यही हमारी सरकार का नारा (स्लोगन )हैं,और इस अभियान को हमे जारी रखना हैं और अपने देश को साफ सुथरा बनाना हैं.

स्वच्छ भारत योजना का उद्देश्य – Swachh Bhart Plan Mission

  • देहाती क्षेत्रों में सामान्य जीवन स्तर में सुधार करना।
  •  भारत के सभी ग्राम पंचायतों द्वारा स्वच्छ स्थिति प्राप्त करने के साथ 2019 तक स्वच्छ भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए स्वच्छता के कार्य में तेजी लाना।
  • लोंगो में जागरूकता बढ़ाना और स्वास्थ्य शिक्षा के माध्यम से स्थायी स्वच्छता सुविधाओं को बढ़ावा देने वाले समुदायों और पंचायती राज संस्थाओं को प्रेरित करना।
  • व्यवाहरिक रूप से सुरक्षित और स्थायी स्वच्छता के लिएसस्ती तथा उपयुक्त प्रौद्योगिकियों को बढ़ावा देना।
  •  ग्रामीण भागो में पूर्ण स्वच्छता के लिए ठोस और तरल अपशिष्ट प्रबंधन पर विशेष ध्यान देते हुए, समुदाय प्रबंधित पर्यावरणीय स्वच्छता पद्धति को अपनाना

स्वच्छ भारत स्वच्छ स्कूल मिशन (clean india School Mission)

आज स्वच्छ भारत-स्वच्छ विद्यालय अभियान सभी राजकीय विद्यालयों और केंद्रीय विद्यालयों और नवोदय विद्यालय संगठन में चलाया जा रहा है। इस अभियान में शामिल हैं ये गतिविधियों निम्न हैं –

1 कक्षाकक्ष एव प्रयोगशाला और पुस्तकालयों आदि की साफ सफाई करना। 2 . विद्यालय में लगाई जाने वाली किसी भी मूर्ति या स्कूल की स्थापना करने वाले व्यक्ति के योगदान के बारे में बात करना और इस मूर्तियों की साफ सफाई करना। 3 . स्कूल के शौचालयों और पीने के पानी वाले क्षेत्रों की साफ़ सफाई करना। 4 . रसोईघर और स्टोर रूम की सफाई करना। 5 . खेल के मैदान की साफ़ सफाई करना 6 . बगीचों का रखरखाव और सफाई करना। 7 . विद्यालय के सभी भवनों का वार्षिक रखरखाव रंगाई एवं पुताई के साथ। 8 . निबंध प्रतियोगिता ,वाद-विवाद, चित्रकला, सफाई और स्वच्छता पर प्रतियोगिताओं का आयोजन करना । 9 . प्रारम्भिक शालाओ के दौरान प्रतिदिन बच्चों के साथ सफाई और स्वच्छता के विभिन्न पहलुओं पर SBAविशेष रूप से महात्मा गांधी की स्वच्छता और अच्छे स्वास्थ्य से जुड़ीं शिक्षाओं को समझाना और व्यवहार में उतरने के लिए प्रेरित करना

10. बाल मंत्रिमंडलों का चुनाव करवाना व निगरानी दल बनाना और सफाई अभियान की निगरानी करना। इसके अलावा, किसी फिल्म शो, स्वच्छता पर निबंध / पेंटिंग और अन्य प्रतियोगिताएं, नाटकों आदि का आयोजन करवाके स्वच्छता एवं अच्छे स्वास्थ्य का massage देना ।

शिक्षा विभाग ने इसके अलावा स्कूल के छात्रों, शिक्षकों, अभिभावकों और समुदाय के सदस्यों को शामिल करते हुए 7 दिनों में कम से कम दो बार आधे घंटे तक साफ़ सफाई अभियान शुरू करने का प्रस्ताव रखा है

स्वच्छ भारत स्वस्थ भारत clean india Healthy india

स्वच्छ भारत अभियान देश का राष्ट्रव्यापी साफ़ सफाई अभियान है जिसके शुभारम्भ में तकरीबन 30 लाख स्कूलों और कॉलेजों के छात्रों और सरकारी कर्मचारियों ने हिस्सा लिया था ।

इस कार्यक्रम के शुभारंभ के दिन प्रधानमंत्री ने नौ हस्तियों के नामो की घोषणा की और उनसे अपने क्षेत्र में सफाई अभियान को बढाने और आम जनता को उससे जुड़ने के लिए प्रेरित करने को कहा|

मोदीजी ने यह भी बताया कि इन सितारों को अगले 9 लोगो को इससे जुड़ने के लिए प्रेरित करना है और ये सीरिज तब तक चले जब तक कीसम्पूर्ण देश तक इसका सन्देश न पहुंच जाये|

मोदी जी कहा कि हर एक भारतीय इसे एक चुनौती के रूप में ले और इसे सफल अभियान बनाने के लिए अपना पूरा प्रयास करे। नौ लोगों की सीरिज उस पेड़ पेड़ की एक शाखाओं की तरह है।

मोदी ने देश की आम जनता को इससे जुड़ने के लिए निवेदन किया और कहा की वे सफाई की फोटो सोशल साईट जैसे की फेसबुक, ट्विटर व अन्य वेबसाइट पर भी डालें और अन्य लोगो को भी इस कार्यकर्म से जुड़ने के लिए प्रेरित करे। इस तरह हमारा भारत एक स्वच्छ देश हो सकता है।

  • स्वस्थ भारत पर निबंध
  • आधुनिक भारत पर निबंध
  • स्वच्छता पर छोटी कविता
  • भारत के गाँव पर निबंध
  • स्वच्छता का महत्व एवं घर की साफ सफाई

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साथ ही  swachh bharat abhiyan essay  से जुड़ी आपके पास कोई नवीनतम जानकारी हो तो हमारे साथ शेयर जरुर करे.

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स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi

स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi

इस लेख में हमने स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध (Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi) लिखा है। इस पृष्ठ पर आप भारत मे स्वच्छ भारत क्रांति की शुरुवात एयर इसके महत्व के विषय मे पूरी जानकारी दी है। यह निबंध लगभग 700-800 शब्दों में हमने स्कूल और कॉलेज के विद्यार्थियों के लिए लिखा है।

तो आईये शुरू करते हैं ‘स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध’ …

Table of Contents

प्रस्तावना Introduction

हम स्वच्छता के बारे में लोगों से कहते हुए सुनते हैं की साफ-सफाई हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण पहलू है। स्वच्छता हमारे जीवन की प्रथम प्राथमिकता है। स्वच्छ भारत अभियान के शुरुवात होने के बाद भारत मे लोगों को कई हद तक स्वच्छता का महत्व समझ आया है। भारत मे कई गांव तो अब पूर्ण रूप से स्वच्छ गांव भी माने जाने लगे हैं।

साफ-सफाई या स्वछता का अर्थ और महत्व Meaning of Cleanliness in Hindi

साफ-सफाई का मतलब स्वच्छता से रहने की आदत है। सफाई से रहने से हमारा शरीर स्वस्थ रहता है। गंदगी हमारी आसपास के वातावरण एवं जीवन को नकारात्मक रूप से प्रभावित करती है। हमें व्यक्तिगत रूप से आसपास भी साफ सफाई रखनी चाहिए इससे एक सकारात्मक वातावरण बनता है।

गंदगी वह जड़ है जो कई प्रकार के बीमारियों को जन्म देती है। रोगियों की बढ़ती हुई जनसंख्या के कारण अस्पतालों में स्वच्छता को ध्यान में रखते हुए हमेशा वहां की साफ-सफाई करनी चाहिए तथा कचरे का प्रबंध नियम अनुसार करना चाहिए।

स्वच्छ भारत अभियान क्या है और कब इसकी शुरुआत हुई? History of Swachh Bharat Abhiyan in Hindi

महात्मा गांधी जी के सपने से प्रेरित होकर भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने स्वच्छ भारत अभियान 2 अक्टूबर 2014 को गांधी जयंती के दिन प्रारंभ किया। गांधी जी का सपना, स्वच्छ भारत का था जिसके संदर्भ में गांधी जी ने कहा था ‘स्वच्छता स्वतंत्रता से ज्यादा जरूरी है’। 

गांधी जी का सपना था की हमारे आसपास का वातावरण साफ सुथरा रहे। सफाई या स्वच्छता भारत के सभी नागरिकों की एक सामाजिक ज़िम्मेदारी बनती है। स्वच्छता से भारत की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। यदि हम इस पुण्य कार्य में अपना दो घंटा का समय देते हैं तो भारत को एक पूर्ण स्वच्छ देश की कल्पना साकार होना असंभव नहीं है।

स्वच्छ भारत का अभियान एक राष्ट्रीय स्तर का अभियान है जिसका उद्देश्य गली-गली में साफ-सफाई को बढ़ावा देना तथा सार्वजनिक शौचालयों का निर्माण करके खुले में शौच को बंद करना है।

स्वच्छ भारत मिशन की सफलता हेतु किये गए प्रयास Steps taken under Swachh Bharat Mission

छोटे बच्चे सर्वप्रथम परिवार से स्वच्छता का पाठ सीखते हैं। फिर पाठशाला में जा करके सफाई व स्वास्थ्य के महत्व के बारे में सीखते  हैं। वह गंदगी कूड़े कचरे से होने वाले नुकसान को भी समझते हैं। बच्चे स्वास्थ्य व सफाई के महत्व को जब समझेंगे तो उनमें अच्छे संस्कारों और विचारों का भी जन्म होगा।

इसीलिए हर साल 2 अक्टूबर को देश में विद्यालयों में कार्यक्रम रखे जाते हैं जिसमें बच्चों को साफ सफाई के बारे में बताया जाता है। परिवार की भूमिका यहां पर बहुत ही महत्वपूर्ण है कि वे व्यक्तिगत रूप से साफ-सफाई के बारे मे बच्चों को इसका महत्व समझाएं।

स्वच्छता पर प्राथमिकता हर गांव को देनी होगी। हर गांव में कचरे के प्रबंधन के लिए लोगों को जागरूक करना तथा ज्यादा से ज्यादा शौचालय का निर्माण करना होगा। 

इस कार्य में नगर निगम व पंचायत की विशेष भूमिका है। हम सब की स्वच्छता पर यह कोशिश मानव श्रृंखला बनकर और विस्तार पा सकती है। हम सभी को मिलजुलकर के स्वच्छता का ध्यान रखना चाहिए जिससे यह अभियान सफल हो सके। 

संचार माध्यमों के द्वारा प्रचार व चर्चाओं के द्वारा लोगों को इसकी जानकारी मिलेगी और वे अंततः प्रेरित होंगे। भारत में स्वच्छता का होना बहुत जरूरी है क्योंकि-

  • भारत वासियों को स्वस्थ रखने हेतु 
  • पर्यटकों का आकर्षण बढ़ाना हेतु
  • नई नई बीमारियों के निवारण हेतु

स्वच्छ भारत अभियान चलाने हेतु भारत सरकार ने इसे तीन भागों में विभाजित कर दिया

  • शहारी क्षेत्र में स्वच्छ भारत अभियान।
  • ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छ भारत अभियान।
  • स्वच्छ भारत स्वच्छ विद्यालय अभियान।

शहरी क्षेत्रों में स्वच्छ भारत अभियान Swachh Bharat Abhiyan in Urban India

सरकार के अनुसार शहरी क्षेत्रों में स्वच्छता अभियान 5 वर्षों में पूरा किया जायेगा इसमें कुओं का प्रबंध, सामूहिक शौचालय का निर्माण, सार्वजनिक शौचालयों का निर्माण (बस स्टेशनों, सड़कों, बाजारों, रेलवे स्टेशनों आदि सम्मिलित है)।

ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छ भारत अभियान Swachh Bharat Abhiyan in Rural India

ग्रामीण स्वच्छ भारत अभियान, निर्मल भारत अभियान 1999 का पुनर गठित रूप है। इनका मुख्य उद्देश्य ग्रामीण को खुले में शौच करने से रोकने की प्रक्रिया है। तथा उनके जीवन स्तर में सुधार लाना है।

स्वच्छ भारत स्वच्छ विद्यालय अभियान Swachh Bharat Abhiyan in Indian Schools

यह अभियान केंद्रीय मानव संसाधन द्वारा चलाया गया है। इसका उद्देश्य स्कूलों में स्वच्छता लाना है।

उपसंहार Conclusion

वर्तमान में लोग इस ओर स्वत: प्रेरित हैं। लोगों को स्वच्छता की ओर इस तरह हाथ बढ़ाना होगा जिससे की कुछ वर्षों बाद हमारा भारत एक पूर्ण रूप से स्वस्थ देश की गिनती में जाना जायेगा। एक कदम स्वच्छता की ओर का यह पवित्र विचार हमें इस दिशा में आगे बढ़ने की प्रेरणा देगी। आशा करते हैं आपको यह स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध (Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi) अच्छा लगा होगा।

1 thought on “स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi”

Aapka likhne ka tareka lajwab hai I like this article

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50, 100, 150, 200, 250, 300, 350 & 400 Word Swachh Bharat Abhiyan Essay in English & Hindi

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Table of Contents

Introduction to Swachh Bharat Abhiyan Essay

Swachh Bharat Abhiyan, or the Clean India Mission, is a nationwide campaign launched by the Government of India to promote cleanliness, sanitation, and hygiene. It was initiated by Prime Minister Narendra Modi on 2nd October 2014, with the aim of ensuring a clean and healthy environment for all citizens.

The mission focuses on eliminating open defecation, providing access to toilets for all households, improving solid waste management systems, and creating awareness about cleanliness and hygiene practices. Swachh Bharat Abhiyan has seen significant progress over the years, with many areas becoming open defecation-free and increased participation from citizens. This mission is a crucial step towards building a cleaner and more sustainable India.

Swachh Bharat Abhiyan Essay in English 100 words

Swachh Bharat Abhiyan , also known as the Clean India Mission, is a campaign initiated by the Government of India to ensure cleanliness and hygiene across the country. It was launched by Prime Minister Narendra Modi on 2nd October 2014, Mahatma Gandhi’s birth anniversary.

This mission aims to eliminate open defecation, improve solid waste management, promote cleanliness in public places, and bring about a behavioral change in citizens towards cleanliness.

Swachh Bharat Abhiyan aims to create a cleaner and healthier India by focusing on sanitation and hygiene practices. It has been successful in creating awareness and mobilizing people towards a cleaner India.

Swachh Bharat Abhiyan Essay in English 150 words

The Swachh Bharat Abhiyan, or Clean India Mission, is a national cleanliness campaign launched by the Government of India. It was initiated on 2nd October 2014, Mahatma Gandhi’s birth anniversary, with the aim of making India clean and free from open defecation and unhygienic practices.

The campaign focuses on constructing individual household toilets, providing proper sanitation facilities in public places, and promoting waste management systems. It also aims to raise awareness about cleanliness and hygiene through various means.

The Swachh Bharat Abhiyan has achieved significant progress in improving sanitation and cleanliness practices across the country, but challenges still remain. Continued efforts and active participation from individuals and communities are essential to sustaining cleanliness momentum and making Swachh Bharat a reality for all.

Swachh Bharat Abhiyan Essay in English 200 words

Swachh Bharat Abhiyan, also known as the Clean India Mission, is a nationwide campaign initiated by the Indian Government. Launched on 2nd October 2014, the mission aims to achieve universal sanitation coverage and promote cleanliness across the country. Swachh Bharat Abhiyan aims to eliminate open defecation, improve solid waste management systems, and create awareness about sanitation and hygiene.

The campaign consists of various components, including the construction of household toilets, community sanitary complexes, and the promotion of sanitary latrines. It focuses on behavioral change through public awareness campaigns and emphasizes personal and community hygiene. Swachh Bharat Abhiyan has had a significant impact on the country. Many villages and cities have become open and defecation-free, and toilet availability has increased widely.

The mission has increased awareness of cleanliness and hygiene practices, leading to improved public health outcomes. Additionally, Swachh Bharat Abhiyan seeks active participation from citizens, including celebrities, government officials, and the general public. Various organizations and institutions have also contributed to the mission by organizing cleanliness drives and awareness programs.

In conclusion, Swachh Bharat Abhiyan is a crucial initiative taken by the Indian government to achieve cleanliness and hygiene across the country. It has made remarkable progress in creating awareness and improving sanitation. However, sustained efforts and continued participation from all sections of society are essential to make India truly clean and hygienic.

Swachh Bharat Abhiyan Essay in English 250 words

Swachh Bharat Abhiyan, also known as the Clean India Mission, is a significant campaign launched by the Government of India. It aims to promote cleanliness and hygiene across the country. This mission was initiated by Prime Minister Narendra Modi on 2nd October 2014. This coincided with Mahatma Gandhi’s birth anniversary, who advocated cleanliness as an essential aspect of individual and national progress.

Swachh Bharat Abhiyan aims to eliminate open defecation in India and create a clean and healthy environment for all citizens. This mission aims to provide access to toilets and proper sanitation facilities for everyone and ensure proper solid waste management. One of the core areas of focus is household toilet construction. The campaign aims to achieve “toilets for all” by building toilets in households, schools, and public places. The government has provided financial assistance and subsidies to support toilet construction, especially in rural areas.

Another significant aspect of Swachh Bharat Abhiyan is creating awareness and promoting behavioral change. Public awareness campaigns and initiatives have been launched to educate people about cleanliness, proper waste disposal, and hygiene practices. This has led to a significant change in people’s attitudes toward cleanliness and a heightened sense of responsibility for keeping their surroundings clean.

The success of Swachh Bharat Abhiyan can be seen in improved sanitation coverage and the reduction of open defecation in various parts of the country. Many villages and cities have been declared open defecation-free (ODF), indicating their successful transition from unclean to clean environments.

In conclusion, Swachh Bharat Abhiyan is a crucial movement toward building a cleaner and healthier India. It aims to create behavioral change in individuals, promote cleanliness, and ensure proper waste management. While significant progress has been made, continued efforts from all sections of society are necessary to sustain the mission’s objectives. This will make India a truly clean nation.

Swachh Bharat Abhiyan Essay in English 300 words

Swachh Bharat Abhiyan, also known as the Clean India Mission, is a nationwide cleanliness and sanitation campaign launched by the Government of India. It was initiated by Prime Minister Narendra Modi on 2nd October 2014, Mahatma Gandhi’s birth anniversary. This mission aims to create a clean and hygienic India by focusing on various aspects of sanitation and cleanliness.

The campaign aims to eliminate open defecation, which is a significant problem in India. It emphasizes the construction of household toilets and community sanitary complexes to provide everyone access to clean and safe toilet facilities. The government has introduced various schemes and financial assistance to promote toilet construction and ensure that every household has access to a toilet. Another significant aspect of Swachh Bharat Abhiyan is solid waste management.

The campaign seeks to promote waste segregation at the source and safe disposal through waste management facilities. The focus is on recycling and managing waste environmentally friendly. Swachh Bharat Abhiyan also aims to create awareness and promote behavioral change among citizens. Various awareness campaigns, cleanliness drives, and educational programs have been organized at the national, state, and local levels to educate people about cleanliness and hygiene.

The mission encourages citizens to take responsibility for keeping their surroundings clean and maintaining proper sanitation practices. The impact of Swachh Bharat Abhiyan has been significant. Many villages and cities have been declared open-defecation-free, indicating a major shift in behavior and sanitation facilities. Citizens, including celebrities, government officials, and NGOs, have increased awareness and participation in making India clean and hygienic.

In conclusion, Swachh Bharat Abhiyan is a crucial campaign towards cleanliness and sanitation in India. It focuses on eliminating open defecation, improving waste management, and creating awareness about cleanliness and hygiene. While progress has been made, continued efforts and active participation from all sections of society are essential to achieving the mission’s objectives. This will create a clean and healthy India for future generations.

Swachh Bharat Abhiyan Essay in English 350 words

Swachh Bharat Abhiyan, also known as the Clean India Mission, is a nationwide cleanliness and sanitation campaign introduced by the Government of India. Launched on 2nd October 2014, the mission aims to achieve the vision of a clean and hygienic India. It was initiated by Prime Minister Narendra Modi to commemorate the 150th birth anniversary of Mahatma Gandhi, who emphasized cleanliness as an integral part of a healthy and prosperous nation.

Swachh Bharat Abhiyan is a comprehensive campaign that focuses on several key areas. One key objective is to eliminate open defecation and ensure that every household has access to a toilet facility. The mission aims to construct individual household toilets, community sanitary complexes, and public toilets to provide sanitation facilities to all citizens. Another crucial aspect of the campaign is improving solid waste management. The mission promotes proper waste segregation at source, efficient waste collection, and the establishment of waste management facilities. These measures aim to effectively manage and dispose of waste, contributing to a cleaner and healthier environment.

Swachh Bharat Abhiyan also seeks to bring about behavioral changes in individuals and communities. Various awareness programs and educational initiatives have been launched to promote cleanliness, proper hygiene practices, and the responsible disposal of waste. The mission aims to instill a sense of responsibility and ownership among people toward maintaining cleanliness in their surroundings.

The Swachh Bharat Abhiyan has seen significant progress since its launch. Many cities, towns, and villages have been declared open-defecation-free, indicating the successful adoption of clean and hygienic practices. The mission has also witnessed widespread participation from citizens, government bodies, non-governmental organizations, and other stakeholders.

In conclusion, Swachh Bharat Abhiyan is a transformative campaign that aims to create a clean and hygienic India. By focusing on areas such as open defecation, sanitation facilities, waste management, and behavioral change, the mission strives to build a healthier and more sustainable nation. Continued efforts and active participation from all sections of society are crucial to achieving the mission’s objectives and ensuring a cleaner future for India.

Swachh Bharat Abhiyan Essay in English 400 words

The Swachh Bharat Abhiyan, also known as the Clean India Mission, is a national cleanliness campaign initiated by the Indian Government. It was launched on 2nd October 2014, coinciding with Mahatma Gandhi’s birth anniversary, which advocated cleanliness and sanitation as essential aspects of healthy living.

The main objective of Swachh Bharat Abhiyan is to make India clean and free from open defecation, littering, and unhygienic practices. It aims to motivate individuals and communities to adopt clean and sanitary habits and promote proper waste management systems. The campaign focuses on both rural and urban areas, aiming to create a cleaner and healthier environment for all.

The Swachh Bharat Abhiyan has several key components.

First, it emphasizes the construction of individual household toilets to eliminate open defecation. The campaign also aims to provide proper sanitation facilities in public places, schools, and healthcare centers.

Additionally, it promotes awareness and education about personal hygiene and cleanliness through various mediums like advertisements, social media, and community events.

Furthermore, Swachh Bharat Abhiyan aims to improve solid waste management, including waste segregation, recycling, and proper disposal. It encourages the establishment of waste management systems, such as waste treatment plants and recycling centers, to minimize waste’s environmental impact.

The success of Swachh Bharat Abhiyan relies on individuals, communities, and government bodies. The campaign has seen the involvement of celebrities, organizations, and volunteers who contribute towards spreading awareness, conducting cleanliness drives, and creating an overall cleanliness culture.

Since its launch, Swachh Bharat Abhiyan has made significant progress in various aspects of cleanliness and sanitation. Millions of toilets have been constructed, contributing to open defecation reduction. The campaign has also empowered women and improved their safety and dignity by providing private and safe sanitation facilities.

Moreover, Swachh Bharat Abhiyan has increased public awareness about cleanliness and hygiene, resulting in behavior change and improved cleanliness practices in many areas. Cleanliness drives, rallies, competitions, and competitions have been organized to engage and motivate people to actively participate in the mission.

However, there are still challenges to overcome in achieving the Swachh Bharat Abhiyan objectives. These include changing deep-rooted cultural and societal practices, addressing infrastructure shortages in certain areas, and sustaining momentum in the long run.

Conclusion,

In conclusion, Swachh Bharat Abhiyan is a significant initiative that aims to create a cleaner and healthier India. It seeks to address open defecation, inadequate sanitation facilities, and improper waste management. The campaign has made commendable progress. However, sustained efforts are needed from all stakeholders to bring about lasting change and make Swachh Bharat a reality for everyone.

Ukuhlukunyezwa Kwezingane Essay (Child Abuse)

Long & Short Mahatma Gandhi Swachh Bharat Abhiyan Essay With Swachh Bharat Abhiyan Main Points

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Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi-स्वच्छ भारत अभियान निबंध

Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi: स्वच्छ भारत अभियान निबंध के साथ, स्वच्छता और स्वास्थ्य की भावना का जश्न मनाएं। हमारे विस्तृत स्वच्छ भारत अभियान निबंध में इस अभियान के लक्ष्यों, प्रमुख पहलों, और इसके भारत के स्वच्छता और स्वास्थ्य की दिशा में प्रगति के प्रति प्रभाव को जानें। स्वच्छ भारत अभियान और जनसमुदाय के भागीदारी में महत्व के बारे में जानें। इस अभियान के महत्व की खोज करें और जानें कि यह कैसे एक स्वच्छता की जागरूकता पैदा करता है और समुदाय में सहभागिता को प्रोत्साहित करता है। जानें कैसे इस अभियान ने एक स्वच्छ पर्यावरण को बढ़ावा दिलाने, व्यक्तियों को सशक्त किया है, और आर्थिक विकास के लिए योगदान किया है। स्वच्छ भारत अभियान और बेहतर भारत के लिए इसके महत्व को जानें। अब हिंदी में पढ़ें!

स्वच्छ भारत अभियान निबंध

Table of contents.

Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi

Swachh bharat abhiyan essay in hindi for class 3

10 lines on swachh bharat abhiyan essay in hindi.

  • स्वच्छ भारत अभियान भारत सरकार का एक महत्वपूर्ण पहल है।
  • इस अभियान का आरंभ 2 अक्टूबर 2014 को महात्मा गांधी की जयंती पर हुआ था।
  • इसका मुख्य उद्देश्य भारत को स्वच्छ और स्वस्थ बनाना है।
  • स्वच्छ भारत अभियान के तहत सड़कों, स्थलों, और जल-संसाधनों को साफ करने का प्रमुख उपादान है।
  • इस अभियान का महत्वपूर्ण हिस्सा है ‘शौचालय निर्माण’ जिससे सारे गांव और शहरों में स्वच्छ सौंदर्य को बढ़ावा मिला है।
  • स्वच्छ भारत अभियान में जनता को जागरूक करने का भी महत्वपूर्ण भूमिका है।
  • इस अभियान के तहत विद्यालयों में स्वच्छता के माध्यम से शिक्षा को भी समृद्ध किया जा रहा है।
  • स्वच्छ भारत अभियान के तहत समुदायों में स्वच्छता सफाई के लिए प्रतिबद्ध लोगों के साथ काम हो रहा है।
  • इस अभियान के अंतर्गत स्वच्छता के माध्यम से समाज में जागरूकता फैलाई जा रही है।
  • स्वच्छ भारत अभियान के माध्यम से हम अपने देश को स्वच्छ, स्वस्थ, और प्रगतिशील बनाने के दिशा में एक कदम आगे बढ़ रहे हैं।

Swachh bharat abhiyan essay in hindi for class 4

Swachh bharat abhiyan essay in hindi 100 words.

स्वच्छ भारत अभियान” 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किया गया था। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य भारत को स्वच्छ और स्वस्थ बनाना है। इसके अंतर्गत सड़कों, स्थलों, और जल-संसाधनों को साफ और सुरक्षित बनाने का प्रयास है। इसके तहत हमारी जनता को स्वच्छता के महत्व के प्रति जागरूक किया जाता है और उन्हें स्वच्छता की ओर प्रोत्साहित किया जाता है। यह अभियान शौचालय निर्माण, शिक्षा से समृद्धि और समुदाय सहयोग को बढ़ावा देने का भी माध्यम है। स्वच्छ भारत अभियान हमारे देश को स्वच्छ और स्वस्थ बनाने के लिए महत्वपूर्ण कदम है।

Swachh bharat abhiyan essay in hindi for class 5

Swachh bharat abhiyan essay in hindi 150 words.

स्वच्छ भारत अभियान” एक महत्वपूर्ण सामाजिक पहल है जो भारत सरकार द्वारा 2014 में शुरू किया गया था। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य भारत को स्वच्छता और हाथ-हाथ मिलकर उसकी सुरक्षा सुनिश्चित करना है।

स्वच्छ भारत अभियान के अंतर्गत, सड़कों, जल-संसाधनों, और स्थलों को साफ रखने का प्रमुख उद्देश्य है। यह अभियान न केवल स्वच्छता के माध्यम से देश को सुंदर बनाने का प्रयास करता है, बल्कि स्वस्थता को भी बढ़ावा देता है।

स्वच्छ भारत अभियान के तहत, शौचालय निर्माण और गरीब लोगों के लिए स्वच्छता सुविधा प्रदान करने का प्रमुख कार्य है। यह अभियान स्कूलों और महिलाओं के लिए भी स्वच्छता शिक्षा को प्रोत्साहित करता है।

स्वच्छ भारत अभियान ने लोगों में स्वच्छता के महत्व को बढ़ावा दिलाने का काम किया है। इससे देशभक्ति और सामाजिक जागरूकता में वृद्धि हुई है।

स्वच्छ भारत अभियान एक महत्वपूर्ण पहल है जो हम सभी को साफ और स्वस्थ भारत की दिशा में एक साथ कदम बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित करता है। इसके अंतर्गत समृद्धि, सामाजिक एकता, और स्वच्छ और स्वस्थ भारत का सपना हम सभी के साथ है।

Swachh bharat abhiyan essay in hindi for class 6

Swachh bharat abhiyan essay in hindi 200 words.

“स्वच्छ भारत अभियान” भारत सरकार द्वारा शुरू किया गया महत्वपूर्ण पहल है जो 2 अक्टूबर 2014 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आरंभ किया गया था। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य देश को स्वच्छ और ह्याज़ी बनाना है ताकि लोग स्वस्थ और सुरक्षित रह सकें।

स्वच्छ भारत अभियान ने भारत के विभिन्न क्षेत्रों में सफाई की जागरूकता फैलाने का काम किया है। इसके तहत सड़कों, बाजारों, स्कूलों, और जल-संसाधनों को साफ और तंदुरुस्त बनाने के लिए अनेक पहल की गई हैं।

स्वच्छ भारत अभियान के अंतर्गत “शौचालय निर्माण” के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में शौच मुक्ति को प्राथमिकता दी जा रही है। यह एक महत्वपूर्ण कदम है जो लोगों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद कर रहा है।

स्वच्छ भारत अभियान का महत्वपूर्ण हिस्सा है जनजागरूकता और जनसहयोग। लोग इसके तहत सफाई अभियानों में भाग लेते हैं और अपने समुदायों को स्वच्छता के महत्व के प्रति जागरूक करते हैं।

स्वच्छ भारत अभियान द्वारा स्वच्छता के माध्यम से शिक्षा को भी समृद्ध किया जा रहा है, और इससे विद्यालयों में एक स्वच्छता संस्कृति की बढ़ोतरी हो रही है।

स्वच्छ भारत अभियान एक महत्वपूर्ण कदम है जो हमारे देश को स्वच्छ और स्वस्थ बनाने के लिए हम सभी के साथ है। इसके माध्यम से हम अपने देश को बेहतर और सुरक्षित बनाने के लिए सक्रिय भागीदार बन रहे हैं।

Swachh bharat abhiyan essay in hindi for class 7

Swachh bharat abhiyan essay in hindi 600 words.

स्वच्छ भारत अभियान

स्वच्छ भारत अभियान, भारत सरकार द्वारा आरंभ की गई एक महत्वपूर्ण पहल है जो भारत को स्वच्छ और ह्याज़ी बनाने का उद्देश्य रखती है। इस अभियान का आरंभ 2 अक्टूबर 2014 को महात्मा गांधी की जयंती के मौके पर हुआ था, और इसका मुख्य उद्देश्य भारतीय समाज में स्वच्छता की महत्वपूर्ण भूमिका बढ़ाना और स्वच्छता की ओर लोगों को प्रोत्साहित करना है।

स्वच्छ भारत अभियान के मुख्य उद्देश्य:

  • स्वच्छता सफाई का प्रमुख उद्देश्य: इस अभियान का मुख्य उद्देश्य भारत को स्वच्छ और ह्याज़ी बनाने का है, ताकि लोग स्वस्थ और सुरक्षित रह सकें।
  • शौचालय निर्माण: स्वच्छ भारत अभियान के तहत शौचालय निर्माण को प्राथमिकता दी जाती है, ताकि सड़कों पर शौच मुक्ति मिल सके और लोग स्वच्छता के माध्यम से बीमारियों से बच सकें।
  • जनता की जागरूकता: इस अभियान के अंतर्गत लोगों में स्वच्छता के महत्व को बढ़ावा देने का काम किया जाता है। जनता को स्वच्छता के माध्यम से शिक्षा और जागरूकता प्रदान की जाती है।
  • समुदाय सहयोग: स्वच्छ भारत अभियान के अंतर्गत समुदायों में स्वच्छता सफाई के लिए प्रतिबद्ध लोगों के साथ काम होता है।
  • शिक्षा को समृद्ध करना: इस अभियान ने शिक्षा को समृद्ध करने का महत्वपूर्ण कदम उठाया है, और इससे विद्यालयों में स्वच्छता संस्कृति की बढ़ोतरी हो रही है।

स्वच्छ भारत अभियान के प्रमुख कदम:

  • सड़कों, बाजारों, और स्थलों की सफाई: इस अभियान के तहत सड़कों, बाजारों, पार्कों, और स्थलों की सफाई का कई प्रमुख उपायों से काम किया गया है।
  • शौचालय निर्माण: शौचालय निर्माण गांवों और शहरों में शौच मुक्ति को प्राथमिकता देने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।
  • जनता की भागीदारी: लोगों को स्वच्छ भारत अभियान में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है, और वे स्वच्छता सफाई के प्रति जागरूक बनते हैं।
  • शिक्षा में स्वच्छता: स्वच्छ भारत अभियान ने शिक्षा को समृद्ध करने के लिए स्वच्छता को महत्वपूर्ण तरीके से जोड़ा है, और इससे बच्चों में स्वच्छता संस्कृति की खुदाई हो रही है।
  • जन समर्पण: इस अभियान में सभी क्षेत्रों के लोगों का समर्पण है। स्वच्छता के प्रति जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए लोग समृद्धि के लिए समर्पित हैं।

स्वच्छ भारत अभियान के प्रमुख लाभ:

  • स्वस्थ भारत: स्वच्छ भारत अभियान ने देश के लोगों को स्वस्थ और सुरक्षित रखने में मदद की है। स्वच्छता सफाई के माध्यम से बीमारियों की संख्या कम हो रही है।
  • स्वच्छता संचालन: यह अभियान स्वच्छता को एक महत्वपूर्ण सोच और आचरण के रूप में प्रमोट करता है, और लोगों को स्वच्छता का महत्व समझाता है।
  • अद्भुत पर्यावरण: स्वच्छ भारत अभियान द्वारा की गई सफाई से हमारे पर्यावरण को भी बेहतर बनाया जा रहा है, और यह स्वच्छ और हरित भारत का सपना पूरा करने के कदमों में एक होता है।
  • जनता का सशक्तिकरण: यह अभियान लोगों को जागरूक और सशक्त बनाता है, और वे स्वच्छता को खुद बढ़ावा देने में सहयोग करते हैं।
  • आर्थिक विकास: स्वच्छता कार्यों में लोगों की भागीदारी से आर्थिक विकास हो रहा है, और यह रोजगार के अवसर भी पैदा कर रहा है।

समापन शब्द:

“स्वच्छ भारत अभियान” एक महत्वपूर्ण पहल है जो हमारे देश को स्वच्छ और ह्याज़ी बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठा रहा है। इसके माध्यम से हम सभी को स्वच्छता के महत्व की ओर मोड़ने का मौका मिलता है और हम सभी इस मिशन का हिस्सा बनकर अपने देश को स्वच्छ और स्वस्थ बनाने में सहयोग कर सकते हैं।

Extra Tips 4 Extra Marks :

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मतदाता दिवस

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Swachh Bharat Abhiyan

Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi – स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध

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स्वच्छ भारत अभियान क्या हे?, स्वच्छ भारत अभियान किसने शुरू की थी और कब की थी?, स्वच्छ भारत अभियान से जुड़े मुख्य नाम, स्वच्छ भारत अभियान के उद्देश्य

Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi (200 words)

स्वच्छ भारत अभियान की शुरूआत 2 अक्टूबर 2015 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को द्वारा की गई थी जिसका मुख्य उद्देश्य पूरे भारत को स्वच्छ और सुंदर बनाना है। इसके अंतर्गत गली मोहल्ले नदी नालों आदि की सफाई करना आता है। स्वच्छता हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और यह हमें स्वस्थ रखता है। स्वच्छता अभियान से लोगों को सफाई के बारे में जागरूक किया गया है और जगह जगह पर कूड़ेदान रखे गए है ताकि लोग खूले में कचरा न फेंके। लोगों के लिए शौचालय भी बनाए गए है ताकि लोग खुले में शौच न करे और गंदगी न फैले। हम सभी को भी सफाई के महत्व को समझना चाहिए और देश को साफ करने में सहायता करनी चाहिए। स्वच्छता अभियान के तहत बहुत से सफाई कर्मचारी नियुक्त किए गए है जिससे लोगों को रोजगार भी मिला है। घरोमह और दुकानों का कूड़ा लेने के लिए गाड़ी आती है। हम सबको अपने आस पास सफाई रखनी चाहिए और भारत को सुंदर बनाना है। स्वच्छ और सुंदर भारत का सपना गाँधी जी ने देखा है जिसे हम सबको मिलकर साकार करना है। हम सबको मिलकर ही पूरे देश को स्वच्छ रखना चाहिए।

Swachh Bharat Mission Essay- स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध (300 words)

सत्ता में आने के बाद से ही मोदी सरकार ने देश कल्याण के लिए बहुत से कार्य किए हैं। महात्मा गाँधी जी ने स्वच्छ और सुंदर भारत का सपना देखा था जिसकी जिम्मेदारी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने ली जिसके चलते उन्होंने 2 अकटूबर, 2014 को उन्होंने स्वच्छ भारत अभियान की शुरूआत की थी। इसका मुख्य उद्देशय हर गली हर मोहल्ले की सफाई और शौचालय का निर्माण है क्योंकि अगर देश साफ होगा तो सुंदर दिखेगा। हमारे आस पास का वातावरण उपर बहुत प्रभाव डालता है और यदि हमारे आस पास गंदगी होगी तो हम शारिरीक और मानसिक रूप से स्वस्थ नहीं रहेंगे। हम सब चाहते है कि हमारे आस पास सफाई हो पर खुद से उसे साफ रखने की कोई भी कोशिश नहीं करता है।

स्वच्छता अभियान के तहत लोगों को साफ सफाई के प्रति जागरूक किया गया है और उन्हें गंदगी से होने वाली बिमारियों के बारे में बताया गया है। कोई एक व्यक्ति पूरे देश को साफ नहीं कर सकता है इसलिए हम सबको मिलकर ही अपने आस पास की सफाई करनी होगी। हमें चाहिए कि हम लोग खुले में कुड़ा करकट न फेंके। सरकार ने भी जगह जगह पर कुड़ेदान लगवाए कै ताकि लोग सड़क पर कूड़ा न फेंके और घरों और दुकानों का कुड़ा लेने भी गाड़ी आती हैं। स्वच्छता अभियान के कारण बहुत से सफाई कर्मचारियों को नियुक्त किया गया जिससे उन्हें रोजगार मिला। सरकार ने शौचालय भी बनवाए ताकि लोग खुले में शौच न करे और स्वच्छता में योगदान दे।

हमें अपने आस पास सफाई रखनी चाहिए और बच्चों को भी साफ सफाई का महत्व समझाना चाहिए। हम स्वच्छता के जरिए ही खुद को स्वस्थ रख सकते हैं। स्वच्छता अभियान का सपना पाँच सालों में पूरे भारत को स्वच्छ और सुंदर बनाना है और लोगो दो अच्छा स्वास्थय देना है।

Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi (400 words)

स्वच्छ भारत अभियान भारत सरकार द्वारा 2 अक्टूबर 2014 को शुरू किया गया, यह हर नागरिक का सपना था की हमारा देश स्वतंत्र और स्वच्छ हो । हमारा देश स्वतंत्र तो हो गया लेकिन पूर्ण रूप से स्वच्छ नहीं हो पाया| आज भी हमारे देश के हजारो गाँव में सौचालय नहीं है इसीलिए खासकर ग्रामीण छेत्र के लोगो को बहुत समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है ।

स्वच्छ भारत अभियान का उद्देश्य लोगो को शोच के विषय में आने वाली समस्याओ को समाप्त करना है । सरकार ने 2 अक्टूबर 2019 तक, महात्मा गाँधी के जन्म की 150 वि सालगिरह 2 अक्टूबर 2019 तक सम्पूर्ण भारत के हर एक गाँव में सौचालय बनवाने का लक्ष्य रखा है । 1.04 करोड़ परिवारों को लक्षित करते हुए 2.5 लाख समुदायिक शौचालय बनवाये जायेंगे| कार्यक्रम पर खर्च किये जाने वाले ₹62,009 करोड़ रुपये में केंद्र सरकार की तरफ से ₹14,623 करोड़ रुपये उपलब्ध कराए जाएगें। केंद्र सरकार द्वारा प्राप्त होने वाले ₹14,623 करोड़ रुपयों में से ₹7,366 करोड़ रुपये ठोस अपशिष्ट प्रबंधन पर ₹4,165 करोड़ रुपये व्यक्तिगत घरेलू शौचालय पर ₹1,828 करोड़ रुपये खर्च किये जायेंगे । आज इस अभियान में आम लोगो ने भी अपना योगदान देना शुरू कर दिया है, लोग सहरो की सडको की सफाई, नालियों की सफाई जैसे कार्य करके योगदान दे रहे है ।

इसी के चलते सरकार ने पिछले वर्ष एक सूचि जारी की थी जिसमे देश के सबसे स्वच्छ शहरो के नाम है – इंदौर (मध्य प्रदेश) चंडीगढ़ तिरुचिरापल्ली (तमिलनाडु) नई दिल्ली विशाखापत्तनम (आंध्र प्रदेश) सूरत (गुजरात) राजकोट (गुजरात) गंगटोक (सिक्किम) पिंपरी चिंचवड (महाराष्ट्र) ग्रेटर मुंबई (महाराष्ट्र) कल्याण डोंबिवली (महाराष्ट्र) वाराणसी (उत्तर प्रदेश) रायपुर (छत्तीसगढ़) मेरठ (उत्तर प्रदेश) पटना (बिहार) इटानगर (अरुणाचल प्रदेश) आसनसोल (पश्चिम बंगाल) धनबाद (झारखंड)

आज भारत पुरी तरह स्वच्छ नहीं है, लोग संघर्ष तो कर रहे लेकिन फिर भी स्वच्छता नज़र नहीं आ रही क्योंकि अभी भी बहुत से लोग इधर उधर कूड़ा-कचरा डालते रहते है जिसकी वजह से स्वच्छता होती तो है पर नज़र नहीं आती अगर हमें अपने देश को पूर्ण रूप से स्वच्छ बनाना है तो हर नागरिक को आगे आना होगा ।

स्वच्छता अभियान का आरंभ पहले भी हुआ था लेकिन जबसे नरेन्द्र मोदी हमारे प्रधान मंत्री बने है तब से तो अभियान में क्रांति सी आ गयी है यह सिर्फ हमारे प्रधान मंत्री जी का परामर्श ही है की हम आज दुनिया में एक अलग नाम से जाने जाते है । अंत में बस मेरे विचार ये ही है की हमें अपने देश के प्रति अपनी ज़िम्मेदारी समझनी चाहिए और देश के लिए चलने वाले अभियानों में अपना योगदान देना चाहिए ।

Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi (500 words)

भूमिका- स्वच्छ भारत अभियान सरकार द्वारा चलाई गई एक मूहीम है जो कि गाँधी जी के सुंदर भारत के सपने को साकार करने के लिए २ अकतुबर , २०१५ को शुरू किया गई थी ताकि पाँच सालों में हमें स्वच्छ और सुंदर भारत मिल सके। संपूर्ण भारत तभी साफ बन सकता है जब हर गली,हर मोहल्ला, हर सड़क , हर गाँव और हर एक शहर साफ होगा। अपने आस पास सफाई रखना हम सब का कर्तव्य है।

सफाई अभियान की आवश्यकता- स्वच्छता अभियान का मुख्य उद्देश्य लोगों को वातावरण को स्वच्छ रखने के लिए प्रेरित करना है। लोग धीरे धीरे साफ सफाई की अहमियत भुलते जा रहे है। जहाँ देखो वही पर कूड़ा पर फेंक देते है जो कि हमारे स्वास्थय को बहुत हानि पहुँचाता है और आस पास की सुंदरता को भी कम करता है। खुले में कूड़ा फेंकने से भूमि की उपजाऊ शक्ति भी कम होती है। लोगों को गंदगी से होने वाली बिमारी से अवगत कराने और स्वच्छता का महत्व समझाने के लिए ही स्वच्छ भारत अभियान की जरूरत महसूस हुई।

स्वच्छता के लिए उठाए गए कदम- पूरे देश को साफ करना किसी एक व्यक्ति की जिम्मेदारी नहीं है और न ही कोई अकेला इंसान या फिर सिर्फ सरकार ये काम कर सकती है। हम सबको मिलकर ही यह काम करना होगा। सरकार ने भी इसके लिए बहुत से कार्य किए है-

1. खुले में शोच पर भी सरकार ने बैन लगाया है और बहुत से शोचालयों का निर्माण करवाया ताकि खुले में शोच पर मक्खियाँ न बैठे और बिमारी न फैले। 2. गलियों की और सड़को की सफाई सही ढंग से करने के लिए सफाई कर्मचारी नियुक्त किए गए है जो नियमित रुप से सफाई करने आते है। 3. जगह जगह पर कूड़ेदान रखे गए है और घरों को और दुकानों का कूड़ा लाने के लिए गाड़ी भेजी जाती है। अलग तरह के कूड़े के लिए अलग रंग के कूड़ेदान रखे गए है। 4. बहुत सी टीमों द्वारा जगह जगह जाकर कैंप भी लगाए गए ।

स्वच्छता अभियान के लाभ- सरकार द्वारा चलाए गए इस अभियान से लोग साफ सफाई के लिए काफी जागरूक हुए है। स्वच्छता हमारे जीवन पर सीधा असर डालती है। साफ सफाई से हमें बहुत से लाभ हुए है-

1. हम आज स्वच्छ वातावरण में जी रहे हैं। सब जगह सफाई के कारण हमारा पर्यायवरण बहुत ही स्वच्छ होता जा रहा है। 2. स्वच्छता की वजह से बिमारी कम फैल रही है और लोग स्वस्थ होते जा रहे है।न गंदगी होगी न बिमारी होगी। 3. जब आस पास कूड़ा कचरा नहीं होगा तो सब कुछ बहुत ही सुंदर दिखने लगता है।

निष्कर्ष- स्वच्छता हम सभी के जीवन का बहुत ही अहम हिस्सा है। हर कोई अपने आस पास साफ सफाई चाहता है लेकिन कोई भी इसके लिए आगे नहीं आना चाहता सब सोचते है कि कोई न कोई तो करेगा ही लेकिन हकीकत में हम सभी को मिलकर ही इसके लिए काम करना होगा। लोगों ने धीरे धीरे स्वच्छता के महत्तव को समझा भी है और भारत को स्वच्छ बनाने में योगदान भी दे रहे हैं। एक दिन हमारा भारत विश्व का सबसे सुंदर देश बनेगा।

# Essay on  Swachh Bharat Abhiyan in Hindi

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सोचदुनिया

स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध

Essay on Swachh Bharat Abhiyan in Hindi

स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध : Essay on Swachh Bharat Abhiyan in Hindi :- आज के इस लेख में हमनें ‘स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध’ से सम्बंधित जानकारी प्रदान की है।

यदि आप स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध से सम्बंधित जानकारी खोज रहे है? तो इस लेख को शुरुआत से अंत तक अवश्य पढ़े। तो चलिए शुरू करते है:-

स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध : Essay on Swachh Bharat Abhiyan in Hindi

प्रस्तावना :-

स्वच्छ भारत अभियान भारत को साफ-सुथरा बनाने के लिए चलाया गया एक अभियान है, जो भारत के प्रधानमंत्री द्वारा महात्मा गांधी जी के 145वें जन्मदिवस के अवसर पर चलाया गया था।

इस अभियान का लक्ष्य महत्मा गांधी जी का स्वप्न ‘स्वच्छ भारत’ को पूरा करना था। इसमें भारत को स्वच्छ बनाने के लिए कईं प्रकार के प्रयास किये गए।

स्वच्छ भारत अभियान का उद्देश्य :-

इस अभियान का उद्देश्य भारत को एक स्वच्छ देश बनाना है। इस अभियान के अंतर्गत भारत के प्रत्येक गाँव व शहर को स्वच्छ बनाना है। जिसके तहत प्रत्येक घर में शौचालय की व्यवस्था करना भी शामिल है।

इसका लक्ष्य 5 वर्ष बाद महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर भारत को एक स्वच्छ देश की सूची में लाना है। इसमें गाँवों में खुले शौच को ख़त्म करना है। आज भारत के गली-नुक्क्ड़ पर हर जगह गंदगी ही रहती है।

लोग अपने घरों का कचरा भी सड़कों पर ही फेंक देते है, जिससे वहाँ गंदगी-गंदगी हो जाती है और फलस्वरूप इससे कईं तरह की बीमारियाँ भी होती है। इन समस्याओं को दूर करने के लिए ही भारत सरकार द्वारा स्वच्छ भारत योजना को लाया गया।

स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत कब व कैसे हुई? :-

महात्मा गांधी जी के जन्मदिन 2 अक्टूबर 2014 के दिन भारत के प्रधानमंत्री ने भारत को एक स्वच्छ देश बनाने के लिए इस योजना की शुरुआत की। इस अभियान को ‘भारत मिशन’ व ‘स्वछता अभियान’ भी कहा गया था।

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजपथ पर बहुत बड़े जनसमूह को संबोधित किया और उसमें लोगों से अधिक से अधिक जुड़कर इस अभियान को सफल बनाने की अपील की।

जिसके बाद बहुत बड़ी संख्या में लोगों ने इस अभियान में भाग लिया और प्रधानमंत्री के साथ इस योजना को सफल बनाने में अपना योगदान दिया।

स्वच्छ भारत अभियान :-

स्वच्छ भारत अभियान के अंतर्गत भारत के शहरी क्षेत्रों में 1 करोड़ से भी अधिक शौचालयों का निर्माण किया गया व गाँवों के खुले शौच को रोकने के लिए 11 करोड़ 11 लाख शौचालयों का निर्माण किया गया। इसके आलावा सार्वजनिक जगहों पर भी शोचलयों का निर्माण किया गया, ताकि गाँवों को स्वच्छ बनाया जा सके।

शहरी इलाकों में कचरे की समस्या को दूर करने के लिए कचरे की गाड़ियाँ लगवाई गई, ताकि जगह-जगह कचरे की समस्या को दूर किया जा सके। गाँवों में भी स्वछता बनाने के लिए सुविधा को लगातार उपलब्ध करवाया जा रहा है।

इसके तहत लोगों को भी स्वच्छता के प्रति जागरूक किया गया है। जिसमें लोगों को खुले में शौच को रोकना और कचरे को कहीं पर फेंकने से रोकना है। इस अभियान से आज कुछ हद तक स्वच्छ भारत का सपना पूरा हुआ है।

आज इस अभियान में भारत ने स्वच्छता की तरफ अपने कदम तो बढ़ा लिए है, लेकिन अभी भी स्वच्छता का लक्ष्य काफी दूर है। इसके लिए हमारे प्रयास अभी भी काफी नहीं है। किसी एक इंसान के करने से यह भारत स्वच्छ नहीं बनेगा, बल्कि हम सभी को मिलकर इसमें अपना योगदान देना होगा।

जैसे हम अपने घर की सफाई करते है, ठीक उसी प्रकार हमें अपने आसपास में भी स्वच्छता बनानी चाहिए और अपने घर के कचरे को कूड़ेदान या कचरे की गाड़ी में ही डालना चाहिए।

जितना हो सके, हमें पेड़-पौधें लगाने चाहिए और उनका संरक्षण भी करना चाहिए। हमारे यहीं छोटे-छोटे योगदान ही भारत के स्वच्छ होने का सपना पूरा कर पाएंगे। इसलिए, हमें स्वयं भी जागरूक होना होगा और दूसरों को भी जागरूक करना होगा।

अंत में आशा करता हूँ कि यह लेख आपको पसंद आया होगा और आपको हमारे द्वारा इस लेख में प्रदान की गई अमूल्य जानकारी फायदेमंद साबित हुई होगी।

अगर इस लेख के द्वारा आपको किसी भी प्रकार की जानकारी पसंद आई हो तो, इस लेख को अपने मित्रों व परिजनों के साथ  फेसबुक  पर साझा अवश्य करें और हमारे  वेबसाइट  को सबस्क्राइब कर ले।

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नमस्कार, मेरा नाम सूरज सिंह रावत है। मैं जयपुर, राजस्थान में रहता हूँ। मैंने बी.ए. में स्न्नातक की डिग्री प्राप्त की है। इसके अलावा मैं एक सर्वर विशेषज्ञ हूँ। मुझे लिखने का बहुत शौक है। इसलिए, मैंने सोचदुनिया पर लिखना शुरू किया। आशा करता हूँ कि आपको भी मेरे लेख जरुर पसंद आएंगे।

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आत्मनिर्भर भारत पर निबन्ध (Self Reliant India Essay in Hindi)

आत्मनिर्भर भारत का अर्थ है स्वयं पर निर्भर होना, यानि खुद को किसी और पर आश्रित न करना। कोरोना महामारी के दौरान लाकडाउन मे सारे विश्व मे हर किसी के लिए खाने, पीने और रहने मे परेशानी पैदा कर दी है। महामारी की इस संकट को देखते हुए भारत को आत्मनिर्भर होने की जरुरत है। भारत प्राचीन काल से ही आत्मनिर्भर रहा है, और इस कड़ी मे आत्मनिर्भर बनकर आप खुद के परिवार के साथ-साथ आप अपने देश को फिर से प्रगति के मार्ग पर खड़ा करने मे मदद कर सकते है। यहां नीचे आत्मनिर्भरता और आत्मनिर्भर भारत के कुछ महत्वपुर्ण बातों पर मैने तीन अलग-अलग निबन्ध दिये है आइएं उनपर नजर ड़ालते है।

आत्मनिर्भर भारत पर लघु और दीर्घ निबंध (Short and Long Essays on Self Reliant India in Hindi, Atmanirbhar Bharat par Nibandh Hindi mein)

निबन्ध 1 (250 शब्द) – आत्मनिर्भर भारत.

आत्म निर्भरता मुख्यतः पांच तत्वों पर निर्भर करती है – अर्थव्यवस्था, मांग, जनसँख्या, तंत्र और संरचना। भारत की कला और संस्कृति को देखते हुए यह बात स्पष्ट होती है कि भारत प्राचीन काल से ही आत्मनिर्भर रहा है। आज हमे कोरोना महामारी की इस संकट मे खुद को आत्मनिर्भर बनाने की जरुरत है। आत्मनिर्भर होने का मतलब है कि आपके पास जो हुनर है उसके माध्यम से एक छोटे स्तर पर खुद को आगे की ओर बढ़ाना है या फिर बड़े स्तर पर अपने देश के लिए कुछ करना है।

आत्मनिर्भर भारत योजना

कोरोना काल में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आत्मनिर्भर भारत अभियान की शुरुआत 12 मई 2020 को की गई। यह अभियान कोरोना काल के दौरान भारत को इस संकट से लड़ने के लिए तैयार करने के लिए बनाया गया था। इस अभियान के तहत छोटे वर्ग के लोग जो कोई बिज़नेस करना चाहते है उन्हें सस्तेदर पर लोन उपलब्ध कराया जायेगा। विद्यार्थियों को ऐसी शिक्षा दी जाएगी जिससे उनके अंदर कौशल का विकास हो ताकि वो रोजगार प्राप्त कर सके।

आत्मनिर्भर भारत के लाभ

इस तरह से हम भारत को आत्मनिर्भर भारत के रुप मे देख सकते है। कुटीर उद्योग, मत्स्य पालन इत्यादि आत्मनिर्भर भारत के कुछ उदाहरण है। कुटीर उद्योग या घर मे बनाए गए सामानों को अपने आस-पास के बाजारों मे ही बेचा जाता है, यदि किसी की सामाग्री अच्छी गुणवत्ता का हो तो, अन्य जगहों पर भी इसकी मांग होती है।

आप स्वयं के साथ-साथ आत्मनिर्भर भारत की राह मे अपना योगदान दे सकते है, और हम सब मिलकर एक आत्मनिर्भर राष्ट्र निर्माण सपने को मजबूत बनाने मे सहयोग कर सकते है। आप खुद को आत्मनिर्भर बनाकर अपने परिवार का भरण पोषण कर सकेगें और इसके साथ ही आप अपने राष्ट्र मे भी अपना योगदान दे सकेगें।

निबन्ध 2 (400 शब्द) – आत्मनिर्भर भारत का सपना

हर किसी का सपना होता है कि वो आत्मनिर्भर बने और यह वास्तव मे किसी व्यक्ति मे सबसे अच्छा गुण होता है। यदि कोई व्यक्ति आत्मनिर्भर बनता है तो वह हर मुंश्किलों का सामना करके आगे बढ़ता है और मुसीबतों से खुद को आसानी से निकाल लेता है। हर व्यक्ति खुद मे आत्मनिर्भर बनकर अपनी, अपने परिवार के साथ-साथ अपने देश के उत्थान मे भी अपना पूरा सहयोग कर सकता है।

आत्मनिर्भर भारत बनने की जरुरत क्यो

भारत प्राचीन काल से ही संसाधनों से परिपूर्ण देश रहा है। यहां हर प्रकार के चीजों को बनाने और उसका अपने जीवन मे उपयोग कर अपने राष्ट्र निर्माण मे मदद कर सकता है। पूरे विश्व मे केवल भारत ही ऐसा देश है जहां सबसे अधिक प्राकृतिक संसाधन पाये जाते है, जो कि बिना किसी देश की मदद से जीवन से लेकर राष्ट्र निर्माण की वस्तुएं बना सकता है और आत्मनिर्भर के सपने को पूरा कर सकता है।

  • हालाकि भारत को आत्मनिर्भर बनाने का सपना नया है। यह सपना महात्मा गांधी ने आजादी के बाद ही स्वदेशी वस्तुओं के इस्तेमाल और आत्मनिर्भरता पर जोर दिया था, पर गरीबी और भुखमरी के कारण उनका सपना साकार न हो सका।
  • करोना महामारी के कारण पिछले कई महीनों से सारा विश्व बन्द पड़ा है, जिसके कारण छोटे लोगों से लेकर पूंजीपतियों तक को भारी नुकसान और परेशानीयों का सामना करना पड रहा है। खासतौर से हमारे छोटे और मध्यम वर्ग के परिवारों को कमाने खाने की समस्या काफी बढ़ गयी है।
  • कोरोना महामारी के कारण किसी भी देश से सामानों का आदान-प्रदान बन्द है। इसलिए मई के महीने मे तालाबन्दी के दौरान हमारे प्रधानमंत्री ने देश को आत्मनिर्भर बनने का आह्वाहन किया है। उन्होने “लोकल फॉर वोकल” का भी नारा दिया। जिसका अर्थ है कि लोकल मे बनी वस्तुओं का उपयोग और उनका प्रचार करना और एक पहचान के रुप मे आगे बढ़ना।
  • महामारी के दौरान ही चीन ने भारत के डोकलाम सीमा क्षेत्र मे कब्जा करने की कोशिश की, जिसमे भारत के लगभग 20 जवान शहीद हो गए। सीमा के इस विवाद मे भारत के सैनिकों की क्षति के कारण देश के हर कोने से चीनी सामान को बैन करने की माँग के साथ ही, चीनी सामानो को बन्द कर दिया गया और प्रधानमंत्री ने सारे देश को आत्मनिर्भर बनने का मंत्र दिया। उन्होने कहा कि आत्मनिर्भर बनकर घरेलु चीजों का इस्तेमाल करें ताकि हमारा राष्ट्र मजबूती के साथ खड़ा हो सके।
  • पिछले कुछ महीनों से विश्व कोरोना वायरस महामारी के कारण बन्द पड़ा है। इसके कारण सारे विश्व मे वित्तीय संकट के बादल छाएं है। इसी कड़ी मे भारत ने खुद को आत्मनिर्भर बनाने और राष्ट्र को आगे ले जाने फैसला किया है। विश्व बन्दी के कारण सारे विश्व के उत्पादों पर भारी असर हुआ है, इसलिए भारत ने स्वयं को आत्मनिर्भर बनाकर देश की तरक्की पर अपना कदम आगे बढ़ाया है।

इन सभी स्थितियों को देखते हुए और भारत की मूल आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए प्रधानमंत्री ने भारत के लोगों से आत्मनिर्भरता से लेकर भारत को आत्मनिर्भर बनाने को देशवासीयों से अपील की है। भारत इस ओर धीरे-धीरे अग्रसर भी हो रहा है।

कोरोना की महामारी काल मे सभी देश अपने आन्तरिक स्थितीयों और समस्याओं, बेरोजगारी, भुखमरी, चिकित्सा और कई अन्य समस्याओं से जुझ रहा है और भारत भी उनमे से ही एक है। भारत को इन समस्याओं से लड़ने और देश को तरक्की की राह पर आगे ले जाने के लिए आत्मनिर्भर भारत के सपने को पूरा करने मे अग्रसर है।

निबन्ध 3 (600 शब्द) – आत्मनिर्भर भारत अभियान और इसके फायदे

विश्व मे कोरोना महामारी के संकट से लड़ने और देश के आंतरिक स्थिति बनाएं रखने और इसे अच्छा करने के लिए भारत ने खुद को आत्मनिर्भर भारत बनाने का फैसला किया है। भारत काफी मात्रा मे चीजों का आयात विदेशो से करता था, पर इस महामारी के चलते सारे विश्व के आयात-निर्यात पर भारी असर पड़ा है, और इस स्थिति को सामान्य और देश की हर आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए राष्ट्र को आत्मनिर्भर बनना बहुत आवश्यक है।

आत्मनिर्भर भारत बनाने का अभियान

कोरोना काल मे आपदा को अवसर मे बदलने के लिए प्रधानमंत्री ने देश-वासियों से आह्वाहन किया है। संकट की इस घड़ी मे सभी को आत्मनिर्भर बन राष्ट्र की सेवा और तरक्की मे हर किसी को योगदान देने की अपील की है। देश आत्मनिर्भर होगा तभी इस संकट की घड़ी मे हम राष्ट्र को तरक्की के लिए आगे खड़ा कर सकते है।

भारत प्राचीन काल से ही संसाधनों का देश रहा है। आजादी के बाद भारत की गरीबी और भुखमरी को देखते हुए महात्मा गांधी नेदेश को आत्मनिर्भर बनानेका सपना देखा था, पर उस स्थिति मे सुविधाओं की कमी के कारण ये पूरी तरह से संभव न हो सका, लेकिन जहां तक हो सका लोगों ने खुद को आत्मनिर्भर बनाया। महामारी की इस संकट मे फिर से महात्मा गांधी के आत्मनिर्भरता के उस सपने को याद कराते हुए प्रधान मंत्री ने अपील की है। भारत मे संसाधनों की कोई कमी नही है और अब भारत किसी भी चीज का निर्माण करने मे सक्षम है, इसके लिए उसे किसी और से मदद लेने की आवश्यकता नही है।

आत्मनिर्भर भारत बनने का तात्पर्य है कि हमारे देश को हर क्षेत्र मे खुद पर ही निर्भर होना होगा। भारत को देश मे ही हर वस्तु का निर्माण करना होगा। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य है कि भारत के संसाधनों से बनी वस्तुओं को भारत मे ही उपयोग मे लाना है। आत्मनिर्भर भारत से अपने यहां के उद्योगों मे सुधार करना और युवाओं के लिए रोजगार, गरीबों के लिए पर्याप्त खाना ही इस अभियान का मुख्य उद्देश्य है।

आत्मनिर्भर भारत फायदे

यदि हमारा भारत आत्मनिर्भर बनता है तो देश को इससे कई सारे फायदे होगें जो लोगों और देश की तरक्की मे बहुत सहायक होंगें।

  • आत्मनिर्भर भारत से हमारे देश मे उद्योगों की संख्या मे वृद्धि होगी।
  • हमारे देश को और देशो से सहायता कम लेनी होगी।
  • हमारे देश मे रोजगार के अधिक अवसर पैदा होगें।
  • इससे देश मे बेरोजगारी के साथ-साथ गरीबी से मुक्ति मे सहायता मिलेगी।
  • भारत की आर्थिक स्थिति काफी मजबूत हो सकेगी।
  • आत्मनिर्भर बनने के साथ भारत चीजों का भंड़ारण काफी अधिक कर सकता है।
  • देश आगे चलकर अन्य देशों से आयात कम और निर्यात ज्यादा कर सकेगा।
  • आपदा की स्थिति मे भारत बाहरी देशों से मदद की मांग कम होगी।
  • देश मे स्वदेशी वस्तुओं का निर्माण कर देश की तरक्की को शीर्ष तक ले जाने मे सहायता मिलेगी।

आत्मनिर्भर भारत बनने के महत्वपूर्ण बातें

आत्मनिर्भर भारत की घोषणा के तहत भारत के प्रधानमंत्री ने आत्मनिर्भरता के लिए पांच महत्वपूर्ण चीजे बाताई है।

  • इंटेंट यानी इरादा करना।
  • इन्क्लूजन या समावेश करना।
  • निवेश या इन्वेस्टमेन्ट करना।
  • इन्फ्रास्ट्रक्चर यानी सार्वजनिक ढ़ाचे को मजबूत करना।
  • नयी चीजों का खोज करना।

आत्मनिर्भर भारत बनने का अवसर

सारे विश्व के साथ-साथ भारत भी कोरोना की माहामारी के दौर से गुजर रहा है, इसलिए इसके साथ ही भारत को आत्मनिर्भर बनने का अवसर भी प्राप्त हुआ है। इस महामारी के दौरान कुछ हद तक हमने आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार किया है और बिना अन्य देश की मदद से इस महामारी से लड़ने के लिए हमने देश मे ही चीजों का निर्माण करना शुरु कर दिया है।

जहां हमने पीपीई किट, वेन्टिलेटर, सेनेटाइजर और के.एन.-95 मास्क का निर्माण अपने देश मे ही शुरु कर दिया है। पहले यही चीजे हमे विदेशों से मंगानी पड़ती थी। इन सभी चीजों का निर्माण भारत मे करना ही आत्मनिर्भर भारत की ओर बढ़ने का पहला कदम है। इनके उत्पादन से हमे अन्य देशों की मदद भी नही लेनी पड़ रही है, और भारत आत्मनिर्भरता की ओर आगे कदम बढ़ा रहा है।

आत्मनिर्भरता की ओर भारत ने पीपीई किट, वैन्टिलेटर इत्यादि चीजों को बनाकर आत्मनिर्भरता की ओर  अपना पहला कदम बढ़ा दिया है और हमे भी इसमे अपना योगदान देकर आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करना होगा। हमे ज्यादा से ज्यादा स्वदेशी वस्तुओं का उपयोग करने की आवश्यकता है। जिससे कि हम अपने देश को आत्मनिर्भर और अपने राष्ट्र को आगे बढ़ाने मे अपना योगदान कर सके।

Essay on Aatmanirbhar Bharat

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